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March 26, 2025

राष्ट्रीय खेलों के भव्य समापन पर गृहमंत्री अमित शाह ने की उत्तराखंड की सराहना, कहा-धामी ने ‘देवभूमि’ को बना दिया ‘खेल भूमि’, राष्ट्रीय खेलों से उत्तराखंड हुआ मालामाल

Uttarakhand 38th National Games

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 14 फरवरी 2025 (38th National Games Closing Ceremony in Haldwani) । उत्तराखंड में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों का शुक्रवार को भव्य समापन हुआ। इस ऐतिहासिक अवसर पर देश के गृहमंत्री अमित शाह ने हल्द्वानी पहुंचकर समारोह की शोभा बढ़ाई। उन्होंने कहा कि देश 2036 में सफल ओलंपिक की मेजबानी के लिए तैयार है।

उन्होंने उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य में इतने बड़े आयोजन की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पीठ थपथपाई और कहा कि धामी ने उत्तराखंड को सही मायनों में ‘खेल भूमि’ बना दिया है।  इस अवसर पर भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा व गृहमंत्री ने 39वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी के लिए मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा को ध्वज सौंपा. उससे पहले खेलों के समापन की घोषणा की गई. मेघालय अगले संस्करण की मेजबानी करेगा.देखें पूरा वीडियो : 

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गृहमंत्री अमित शाह का भव्य स्वागत

38th National Games Closing Ceremony in Haldwani
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गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार शाम करीब 4:10 बजे आर्मी हेलीपैड पर पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें बुके भेंट कर स्वागत किया। इसके बाद गृहमंत्री का काफिला तिकोनिया से नैनीताल रोड होते हुए गौलापार स्थित अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम पहुंचा। यहां उन्होंने विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया और राज्य में खेलों के सफल आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की। 

शाह ने कहा कि सीएम धामी के प्रयासों से उत्तराखंड पिछले खेलों में 21वें स्थान से इस साल सातवें स्थान (समग्र स्टैंडिंग में) पर पहुंच गया है. उन्होंने ‘देवभूमि’ को ‘खेलभूमि’ बनाने के लिए सभी एथलीटों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि उन्होंने देखा किखेलों के दौरान एथलीटों द्वारा बनाए गए कुछ रिकॉर्ड अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के रिकॉर्ड के बराबर हैं.

गृहमंत्री शाह ने की प्रधानमंत्री मोदी की खेल नीति की तारीफ

अपने संबोधन में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य ने राष्ट्रीय खेलों को सफलतापूर्वक संचालित कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। वर्ष 2014 में खेल बजट 538 करोड़ रुपये था, जिसे अब बढ़ाकर 3038 करोड़ रुपये कर दिया गया है। उन्होंने ‘खेलो इंडिया’ और ‘फिट इंडिया’ अभियानों का उल्लेख करते हुए कहा कि देश लगातार खेलों में प्रगति कर रहा है।

पुलवामा के शहीदों व सुषमा स्वराज को दी श्रद्धांजलि

गृहमंत्री शाह ने अपने भाषण के दौरान पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की जयंती पर उन्हें याद किया।

मुख्यमंत्री धामी और खेल मंत्री रेखा आर्य का विशेष सम्मान

समापन समारोह में गृहमंत्री शाह उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और खेल मंत्री रेखा आर्य को मंच के सामने बुलाकर जनता से उनका विशेष अभिवादन करने का आग्रह किया। इस दौरान तालियों की गूंज से पूरा स्टेडियम गूंजायमान हो उठा।

गृहमंत्री ने सोशल मीडिया पर भी की प्रशंसा

उत्तराखंड पहुंचने से पहले गृहमंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया पर लिखा—”मोदी सरकार देशभर में खेलों के लिए विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर और इकोसिस्टम तैयार कर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित कर रही है। हमारे खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा और कौशल से दुनियाभर में देश का मान बढ़ाया है। आज हल्द्वानी (उत्तराखंड) में आयोजित ‘38वें राष्ट्रीय खेलों’ के समापन समारोह में ऊर्जावान खिलाड़ियों से संवाद करने के लिए उत्साहित हूं।”

मां नंदा-सुनंद के वंदन और जयकारे के साथ हुआ आरंभ

इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आरंभ मां नंदा-सुनंद के वंदन और जयकारे के साथ हुआ। लोक गायक राकेश पनेरू ने जय हो नंदा देवी… भजन का मधुर गायन किया। खुशी दिगारी ने मैं घास काटूं लो…, अल्मोड़ा अंग्रेज आयो… आदि गीत प्रस्तुत किए। चंद्र प्रकाश ने मैं जा छूं कमला… गीत की सुंदर प्रस्तुति दी। गोविंद दिगारी ने लस्का कमर… झोड़ा-चांचरी, गोविंदी धुंधरू बजेदे छमछमा का गायन किया।

नृत्यांगना स्वेता माहरा ने चैता की चैत्वाल, पार भीड़ें की छोरी, क्रीम पौडरा… गीत पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। दर्शक उनकी प्रस्तुति के दौरान जमकर झूमे।

समारोह में शामिल विशिष्ट अतिथि

इस अवसर पर केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडवीया, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, सांसद अजय भट्ट, भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा, मणिपुर के मुख्यमंत्री श्री संगमा, उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्य समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय खेलों से उत्तराखंड को मिला आर्थिक लाभ

38वें राष्ट्रीय खेलों ने न केवल उत्तराखंड को खेलों के मानचित्र पर मजबूती से स्थापित किया, 24 स्वर्ण पदकों के साथ पदकों का शतक लगाया, बल्कि आर्थिक रूप से भी राज्य को लाभ पहुंचाया।

होटल कारोबार को 25 करोड़ रुपये का लाभ

खेल सचिव प्रशांत आर्या के अनुसार, खिलाड़ियों और अतिथियों के लिए फाइव स्टार, थ्री स्टार समेत विभिन्न श्रेणियों के होटलों में व्यवस्था की गई थी। औसतन 5000 रुपये प्रति कमरे के हिसाब से होटलों ने लगभग 25 करोड़ रुपये का कारोबार किया। कई खिलाड़ी अपने परिवार और दोस्तों के साथ आए थे, जिससे होटल व्यवसाय को अतिरिक्त लाभ हुआ।

ट्रांसपोर्ट क्षेत्र को 10 करोड़ रुपये का लाभ

खेलों के दौरान 17,000 वाहनों को किराए पर लिया गया, जिनमें 5000 बड़े वाहन और 12,000 छोटे वाहन शामिल थे। औसतन 6000 रुपये प्रतिदिन प्रति वाहन के हिसाब से यह आंकड़ा 10 करोड़ रुपये से अधिक पहुंच गया।

राष्ट्रीय खेलों से पर्यटन को मिला बढ़ावा

उत्तराखंड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी ने बताया कि राष्ट्रीय खेलों के चलते पर्यटन कारोबार को चारधाम यात्रा और मुख्य पर्यटन सीजन जैसा लाभ मिला। खासकर छोटे टैक्सी संचालकों को, जो ऑफ-सीजन में बुकिंग न मिलने से परेशान थे, उन्हें भी फायदा हुआ।

वॉलंटियर्स की ऐतिहासिक भागीदारी

खेल सचिव अमित सिन्हा के अनुसार, राष्ट्रीय खेलों में 31,849 वॉलंटियर्स ने भाग लिया, जिसमें 2534 जनरल वॉलंटियर्स और 1075 कॉलेजों के विद्यार्थी शामिल थे।

भोजन प्रबंधन—2.50 लाख लोगों ने लिया लाभ

राष्ट्रीय खेलों के दौरान 11 वेन्यू और 32 स्थलों पर ढाई लाख से अधिक लोगों ने भोजन किया। 1 फरवरी को सबसे अधिक 20,000 लोगों ने एक दिन में भोजन ग्रहण किया।

उत्तराखंड को मिला नया खेल इंफ्रास्ट्रक्चर

राष्ट्रीय खेलों के आयोजन से उत्तराखंड को स्थायी खेल अधोसंरचना का भी लाभ मिला है। स्टेडियमों का नवीनीकरण, नई खेल सुविधाओं का विकास और खिलाड़ियों के लिए आधुनिक संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं, जो भविष्य में राज्य के युवाओं को खेलों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे।

उत्तराखंड में खेलों का स्वर्णिम युग (38th National Games Closing Ceremony in Haldwani)

राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन ने उत्तराखंड को न केवल खेलों की नई पहचान दी, बल्कि इसे आर्थिक रूप से भी मजबूत किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य ने इस ऐतिहासिक आयोजन को पूरी सफलता के साथ सम्पन्न किया। गृहमंत्री अमित शाह की सराहना से यह स्पष्ट हो गया कि उत्तराखंड अब केवल देवभूमि ही नहीं, बल्कि ‘खेल भूमि’ के रूप में भी पहचाना जाएगा। (38th National Games Closing Ceremony in Haldwani)

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