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November 5, 2024

4 सहायक प्रोफेसर न जाने कितनों का जीवन बर्बाद कर 20 वर्षों से नहीं आ रहे थे नौकरी पर, अब हुए बर्खास्त…

Karrwai Action Navin Samachar

नवीन समाचार, देहरादून, 26 सितंबर 2024 (4 Assistant Professors not coming Duty Dismissed)एक ओर देश-प्रदेश में बेरोजगारी की बहुत बड़ी समस्या है, दूसरी ओर कुछ ऐसे लोग भी हैं जो नौकरी लगने के बाद पिछले 20 वर्षों से नौकरी पर नहीं जा रहे थे। खासकर शिक्षा और स्वास्थ्य विभागों में ऐसे कई उदाहरण बताये जाते हैं। अब राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा विभाग के एक ऐसे ही मामले में कार्रवाई करते हुए 4 सहायक प्रोफेसरों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है।यह कार्रवाई उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धनसिंह रावत की स्वीकृति के बाद की गई है।

वर्ष 2003-2004 से नहीं आए नौकरी पर (4 Assistant Professors not coming Duty Dismissed)

(4 Assistant Professors not coming Duty Dismissed) दो दिवसीय कुमाऊं दौरे पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत,चिकित्सा इकाईयों  का करेंगे निरीक्षण - बात सही निष्पक्ष कहीप्राप्त जानकारी के अनुसार इंद्रजीत सिंह, डॉ. नंदिनी सिंह, एके राय और डॉ. नरेश मोहन चड्ढा बिना किसी सूचना के कई वर्षों से अपने कार्य से अनुपस्थित थे। डॉ. चड्ढा 2003 से और शेष तीन प्रोफेसर 2004 से लगातार अनुपस्थित थे। अधिकारियों के अनुसार इन सहायक प्रोफेसरों को कई बार नोटिस भेजे गए थे, लेकिन उन्होंने किसी भी नोटिस का जवाब नहीं दिया और न ही अपनी ड्यूटी पर लौटे।

इसके बाद उच्च शिक्षा विभाग ने सख्त कदम उठाते हुए इनकी तत्काल बर्खास्तगी के आदेश जारी किए। मंत्री डॉ. रावत ने बताया कि राज्य सरकार उच्च शिक्षण संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर शैक्षणिक माहौल के लिए प्रयासरत है। इसी के तहत इन सहायक प्रोफेसरों की सेवाएं समाप्त की गईं।

इस मामले में कार्रवाई में हुई देरी यह भी बताती है कि तंत्र ने कार्रवाई कर  में काफी देर कर दी, जिससे लंबे समय तक शिक्षा व्यवस्था प्रभावित रही, विद्यार्थियों को ज्ञान नहीं मिला और बेरोजगारी की लाइन में खड़े जरूरमंदों को भी नौकरी नहीं मिल पाई। (4 Assistant Professors not coming Duty Dismissed)

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