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March 19, 2024

सुखद समाचार Good News : आईटीआई के छात्रों के छात्रावास के लिए 1.62 करोड़ रुपए की पहली किस्त जारी, कुविवि ने परीक्षा परिणाम भी जारी…

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नवीन समाचार, नैनीताल, 19 अगस्त 2023 (Good News)। नगर के आईटीआई राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पाइंस के अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए भीमताल में छात्रावास के निर्माण के लिए एक करोड़ 62 लाख 50 हजार रुपए की पहली किस्त जारी कर दी गई है। जानकारी देते हुए केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री व नैनीताल-ऊधमसिंह नगर संसदीय क्षेत्र के सांसद अजय भट्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेन्द्र कुमार व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का आभार जताया है। 

श्री भट्ट ने बताया कि प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना के अंतर्गत नैनीताल के भीमताल में अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए छात्रावास बनाया जाना है। इसके लिए निर्माण की पहली किस्त एक करोड़ 62 लाख 50 हजार जारी की गई है। वहीं इस बारे में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के निदेशक ने जानकारी दी है कि जल्द अनुसूचित जातियों के लिए केंद्र सरकार की विशेष घटक योजना-प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना के तहत छात्रावास निर्माण की मंजूरी मिली है।

कुमाऊं विवि ने घोषित किए परीक्षा परिणाम
नैनीताल। कुमाऊं विवि ने शनिवार को बीएफए के सातवें और एमबीए स्पेशलाइजेशन के पहले सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए हैं। विवि के कुलसचिव दिनेश चंद्रा ने बताया कि परीक्षा परिणाम विवि की आधिकारिक वेबसाइट केयूएनटीएल डॉट नेट पर लॉग इन करके अथवा अपने परिसर या महाविद्यालय से प्राप्त कर सकते हैं।

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यह भी पढ़ें (Good News): चंपावत के गायब एसडीएम के बारे में आई अपडेट

नवीन समाचार, चंपावत, 13 सितंबर 2022 (Good News)। चंपावत के गायब हुए एसडीएम अनिल चन्याल के बारे में राहत भरा समाचार है। उनकी लोकेशन हिमांचल प्रदेश में मिल गई है। बताया गया है कि डीएम नरेद्र भंडारी से उनकी बात हो गई है। चंपावत के एसपी देवेंद्र पिंचा ने भी उनके हिमांचल में मिलने की पुष्टि कर दी है। बताया जा रहा है कि वह स्वास्थ्य कारणों से हिमांचल प्रदेश चले गए थे।
यह भी पढ़ें: चंपावत के एसडीएम 24 घंटे से लापता !

बताया गया है कि उनकी गुमशुदगी दर्ज होने के बाद उनकी तलाश में जुटे जांच अधिकारी योगेश उपाध्याय को उनकी लोकेशन हिमांचल प्रदेश के शिमला में मिली। इसके बाद उनसे संपर्क साधा गया। इसके बाद डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी से उनकी बात हो गई। डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने बताया कि अभी एसडीएम का फोन आया था। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से परेशान होकर यहां से जाने की बात की है। वह जल्द वापस लौटेंगे।

हालांकि बताया गया है कि वह पौड़ी के एसडीएम रहते भी अचानक इसी तरह कुछ दिनों के लिए गायब हो गए थे। उनके स्वस्थ होने की भी प्रारंभिक जानकारी है। यदि यह बात सही है तो एक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में उनके व्यक्तित्व व कार्यशैली पर आगे प्रश्न उठने तय हैं।

उल्लेखनीय है कि एसडीएम सदर अनिल चन्याल ने शनिवार को उन्होंने अपने सभी स्टॉफ को छुट्टी दे दी थी और उनसे कहा था कि जब कॉल करूंगा तब आना। सोमवार को कार्यालय खुलने पर जब कुक उनके आवास पर पहुंचा तो गेट बंद था। कमरे में उन्होंने सरकारी मोबाइल फोन को आपदा में जमा करने की बात लिख कर पत्र कमरे में छोड़ा है। दोपहर दो बजे उनकी अंतिम लोकेशन चंपावत में मिली थी। पता चला की रविवार को करीब 11 बजे छतार के पास स्थित किराना की दुकान पर सामान लेने सरकारी वाहन से स्वयं चलाकर आए थे। पुलिस की चार टीमें उनकी तलाश में जुटी हुई थीं।

(Good News)उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया पर अपनी पिछली पोस्ट में भी उन्होंने शांति के लिए लंबे दौरे पर निकलने की बात (Tracing and long drive is also a peace of mind) कही थी। उनकी कुशलता व लोकेशन मिलने से पुलिस एवं प्रशासनिक हलकों ने राहत की सांस ली है। अलबत्ता, वह क्यों बीते शनिवार को अचानक इस तरह अपने कुक व ड्राइवर को छुट्टी पर भेजकर तथा अपनी सरकारी कार व मोबाइल फोन अपने सरकारी आवास पर छोड़कर चले गए थे, इस बारे में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है। जैसे ही इस बारे में अपडेट प्राप्त होगी, हम इसी लिंक पर उसे अपडेट करेंगे। इसलिए अपडेट के लिए इस लिंक को रिफ्रेश करते रहें। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : Good News : लंबा इंतजार खत्म: 15 अगस्त को होगा पहाड़-मैदान को जोड़ने वाले रानीबाग पुल का उद्घाटन

15 अगस्त को मिलेगी रानीबाग पुल की सौगात, हल्द्वानी से कुमाऊं का सफर होगा  आसान | Ranibagh bridge will be available on August 15, journey from  Haldwani to Kumaon will be easyनवीन समाचार, हल्द्वानी, 11 अगस्त 2022। नैनीताल जिले के हल्द्वानी से कुमाऊं मंडल के पहाड़ों पर जाने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। कुमाऊं और भाबर को जोड़ने वाला रानीबाग पुल तैयार हो गया है। इसका उद्घाटन आगामी 15 अगस्त को किया जाएगा। इस पुल के शुरू हो जाने से लोगों को आवाजाही में काफी सुविधा मिलेगी। साथ ही रानीबाग में पुल पार करने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

पुल के शुरू हो जाने से कुमाऊं की जनता समेत भीमताल, भवाली, रामगढ़, मुक्तेश्वर आने वाले पर्यटकों को इसका लाभ मिलेगा। इससे पहले लोनिवि ने अप्रैल 2022 तक पुल निर्माण कार्य पूरा करने को कहा था।
नैनीताल डीएम धीराज गर्ब्याल ने बताया कि आगामी 15 अगस्त को पुल को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा, जबकि बड़े वाहन पुराने पुल से ही चलेंगे। ट्रायल के बाद बड़े वाहनों को भी इस पुल से गुजरने की अनुमति दी जाएगी।

गौरतलब है कि रानीबाग में पुराने पुल का निर्माण वर्ष 1965 में हुआ था, जो काफी जर्जर हो चुका था। ऐसे में यहां पर हिलवेज कंपनी ने अपने ऋषिकेश स्थित इंजीनियरिंग वर्कशाप के माध्यम से तैयार लोहे के गार्डरों से 294 टन वजनी पुल तैयार किया है। इस पुल को बनाने में 7 करोड़ 17 लाख की लागत लगी है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : उम्मीद का समाचार-कोरोना काल में हटाए गए आउटसोर्स कर्मियों को राहत दे सकती है सरकार

Dhan Singh Rawat Biography: check here his Age, Early Life, Education,  Uttarakhand Minister, income, Political career, Wife, Family & Photo, net  worthनवीन समाचार, देहरादून, 3 मई 2022। कोरोना काल में राजकीय मेडिकल कॉलेजों और सरकारी अस्पतालों में आउटसोर्स पर रखे गए कर्मचारियों को सरकार जल्द राहत दे सकती है। इन्हें स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग में खाली पदों के सापेक्ष समायोजन किया जाएगा। इसके लिए मंत्रिमंडल की आगामी बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का कहना है कि आउटसोर्स कर्मचारियों ने कोरोना काल में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए रात दिन अपनी सराहनीय सेवाएं दी हैं। इसलिए आउटसोर्स कर्मचारियों को विभाग में खाली पदों के सापेक्ष समायोजन किया जाएगा।

प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी में संक्रमण से बचाव के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेजों, सरकारी अस्पतालों व कोविड सेंटरों में आउटसोर्स से पैरामेडिकल, नर्सों व तकनीशियनों के तौर पर एक साल की अवधि के लिए रखा गया था। 31 मार्च 2022 को अनुबंध पूरा होने पर इनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई थीं। अब इन्हें समायोजित करने की तैयारी है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : पुलिस, पटवारी, फॉरेस्ट गार्ड व समूह ‘ग’ आदि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग देगी बेतालेश्वर समिति

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 23 फरवरी 2022। जनपद के दूरस्थ बेतालघाट में क्षेत्र की प्रसिद्ध समाजसेवी संस्था बेताल ईश्वर सेवा समिति के द्वारा समाज सेवा के क्षेत्र में एक अभिनव पहल की जा रही है। संस्था के द्वारा आगामी एक मार्च से सरकारी नौकरी हेतु आवेदन करने वाले सभी बेरोजगार युवाओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग दी जाएगी।

समिति के संयोजक राहुल अरोड़ा के हवाले से सचिव दीप रिखाड़ी ने बताया कि भारतीय सेना, उत्तराखंड पुलिस में उपनिरीक्षक एवं आरक्षी, राजस्व विभाग में पटवारी एवं लेखपाल, वन विभाग में वन रक्षक के साथ ही समूह ग की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आगामी 01 मार्च से समिति के बेतालघाट स्थित विकास भवन में महेंद्र आर्य ‘माही’ के द्वारा यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। माही बीएससी एवं राजनीति विज्ञान में एमए करने के बाद एक वर्ष तक सेना में भर्ती हेतु प्रशिक्षण दे चुके हैं। देखें विडियो :

समिति के अध्यक्ष समाजसेवी राहुल अरोड़ा ने बताया कि वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं का एक बड़ा वर्ग संसाधनों के अभाव में कोचिंग नहीं कर पाने की वजह से सरकारी नौकरी मैं आवेदन करने से डर रहा है और यह भी देखा गया है कि ग्रामीण युवा आर्थिक तंगी के चलते क्षेत्र से करीब 80 से 100 किलोमीटर दूर तक कोचिंग करने जाता है जिसके चलते उसके अपने परिवार की व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो जाती है इसी समस्या के समाधान हेतु समिति ने ऐसे युवाओं को क्षेत्र में ही निशुल्क प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है।

उन्होंने बताया कि इच्छुक आवेदक समिति के हाइडिल के सामने स्थित कार्यालय में अथवा समिति की वेबसाइट https://bss.com/पर भी आवेदन कर सकते हैं। प्रतिभागियों के लिए प्रशिक्षण अवधि में रहने की निःशुल्क व्यवस्था की जाएगी, तथा उन्हें सुबह 5 से 7 बजे तक फिजिकल एवं 9 से 12 बजे तक पढ़ाई के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि बेताल ईश्वर सेवा समिति द्वारा पूर्व में भी अनेकों कल्याणकारी एवं समाजसेवी कार्य किए जा चुके हैं जिसके लिए समिति को राज्यपाल पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है।आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : पहाड़ प्रेमियों के लिए खुशखबरी: अब छाएंगे पहाड़ी ‘ढिनाई डेरी’ व ‘पहाड़ी सिल पिसी लूंण’

-राज्यपाल ने किया पहाड़ी ‘ढिनाई डेरी’ व ‘पहाड़ी सिल पिसी लूंण’ उत्पादन केंद्र का उद्घाटन
-कहा कि गौ उत्पाद पर आधारित बिजनेस मॉडल को बेरोजगारी व पलायन उन्मूलन के क्षेत्र में एक आदर्श के रूप में लोगों के समक्ष रखा जा सकता है
नवीन समाचार, नैनीताल, 5 जून 2019। जनपद में उद्यमी स्थानीय विशिष्ट उत्पादनों के साथ ही अपनी लोक संस्कृति से जुड़े नामों को भी आगे बढ़ा रहे हैं। इसी कड़ी में जिले के बेतालघाट में बेतालेश्वर सेवा समिति द्वारा 60 पहाड़ी गायों की गौशाला ‘ढिनाई डेरी’ एवं स्थानीय ग्रामीण महिलाओं के स्वयं सहायता समूह ने पहाड़वासियों द्वारा प्रयोग किये जाने वाले सिल-बट्टे से पीसकर मिर्च, धनिया, लहसुन, धुंआर, जखिया व तिमूर आदि के ‘सिल पिसी लूंण’ आदि उत्पाद शुरू किये हैं।

बुधवार को प्रदेश की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने बेतालघाट पहुंचकर बेतालेश्वर सेवा समिति द्वारा स्थापित ढिनाई डेरी एवं पहाड़ी पिसी लूूण के उत्पादन केंद्र का औपचारिक शुभारम्भ किया। साथ ही उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेतालघाट का निरीक्षण भी किया तथा चिकित्सकों व कार्मिकों को स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हेतु आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान क्षेत्रीय लोगों ने राज्यपाल को क्षेत्र की समस्याओं से भी अवगत कराया। उल्लेखनीय है कि कुमाऊं में पशुधन के लिए सामान्यतया धिनाई एवं कहीं ढिनाई शब्द का प्रयोग किया जाता है।

इस दौरान कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि उत्तराखंड की प्रमुख पलायन की समस्या के समाधान के लिये गावों को आत्मनिर्भर बनाने तथा स्थानीय युवाओं और महिलाओं के हाथों में रोजगार देने की आवश्यकता है। उन्होंने पशु पालकों को बेहतर नस्ल के पशुओं की जानकारी के साथ-साथ उनके रख-रखाव के बारे में जानकारी दिये जाने तथा गाय के गोबर से जैविक खाद, धूप, अगरबत्ती, गोमूत्र अर्क समेत विभिन्न लाभकारी उत्पादों के उत्पादन को भी बढ़ावा दिया जाने पर बल दिया। कहा कि गौ उत्पाद पर आधारित बिजनेस मॉडल को बेरोजगारी व पलायन उन्मूलन के क्षेत्र में एक आदर्श के रूप लोगों के समक्ष रखा जा सकता है। इस अवसर पर विधायक संजीव आर्य, बेतालेश्वर सेवा समिति के अध्यक्ष  राहुल अरोरा, संस्था के कार्यकारी सदस्य व स्थानीय लोग उपस्थित रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : कैंसर रोगियों को आधी कीमत में दवाइयां मिल सकेंगी….!

-आजाद मंच व एनजेपी फाउंडेशन ने की पेशकश
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 12 जून 2021। नैनीताल व भवाली के स्वयं सेवी संगठन ‘आजाद मंच’ और एनजेपी फाउंडेशन ने कैंसर के महंगे इलाज के लिए नई पहल की है। कैंसर के उपचार की महंगी दवाइयों के खर्च से राहत पहुंचाने के लिए दोनों संस्थाओं ने हाथ मिलाकर मरीजों को सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है।

आजाद मंच के मो. खुर्शीद हुसैन ने बताया कि सीधे दवा कंपनियों से दवाइयां लेकर कैंसर रोगियों को उपलब्ध कराई जाएंगी। इससे मरीजों को दवा कंपनी से उन तक दवा के पहुंचने के बीच के सभी मध्यस्थ हट जाने के कारण करीब आधी कीमत में दवाइयां उपलब्ध हो सकेंगी।

इस सहायता के लिए रोगियों को इन संस्थाओं को मरीज की मेडिकल हिस्ट्री और चिकित्सक का दिया हुआ प्रिस्क्रिप्शन लेटर देना होगा। इस हेतु एनजेपी फाउंडेशन के मोबाइल नंबर 7579277705 व आजाद मंच के नंबर 9756293651 पर संपर्क किया जा सकता है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : बॉलीवुड अभिनेत्री पायल ने नैनीताल के पालिका सभासद जगाती के कोरोना काल में किए गए सेवा कार्यों की की सराहना

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 09 जून 2021। सुप्रसिद्ध सिने अभिनेता गोगा कपूर की पुत्री बॉलीवुड अभिनेत्री पायल गोगा कपूर ने नगर के अयारपाटा वार्ड के सभासद मनोज साह जगाती की सराहना की है। जगाती को भेजे एक वीडियो संदेश में पायल ने उत्तराखंडवासियों को प्रणाम करने के साथ कहा है कि जगाती उन बहुत कम लोगों में शामिल हैं, जो दूसरों के बारे में सोचते हैं। उन्होंने कोरोना काल में जिस तरह लोगों की सहायता की है, वह तहे दिल से सराहना करने योग्य है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया बहुत ही मुश्किल समय से गुजर रही है, ऐसे में उन्होंने लोगों से कोरोना टीकाकरण में बढ़-चढ़कर योगदान देने की अपील भी की है। वीडियो में उन्होंने नैनीताल के लिए ‘उत्तराखंड टॉकीज के हर्षवर्धन सनवाल के जन्मस्थान’ शब्द का प्रयोग किया है। (डॉ.नवीन जोशी)

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यह भी पढ़ें : 41 दिनों बाद सबसे कम मरीज, 21 दिन बाद सबसे कम मौतें

नवीन समाचार, नई दिल्ली, 26 मई 2021। भारत में ४१ दिनों बाद २४ घंटे में कोविड-१९ के दो लाख से कम १,९६,४२७ नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर २,६९,४८,८७४ हो गई। इससे पहले १४ अप्रैल को एक दिन में संक्रमण के १,८४,३७२ नए मामले सामने आए थे।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में ३,५११ और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर ३,०७,२३१ हो गई। देश में २१ दिन बाद मौत के इतने कम मामले सामने आए हैं। देश में अभी २५,८६,७८२ लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कि कुल मामलों का ९.६० प्रतिशत है। देश में कुल २,४०,५४,८६१ लोग अभी तक संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर ८९.२६ प्रतिशत है। कोविड-१९ से मृत्यु दर १.१४ प्रतिशत है। देश में २४ मई तक कुल ३३,२५,९४,१७६ नमूनों की कोविड-१९ संबंधी जांच की गई। इनमें से २०,५८,११२ नमूनों की जांच सोमवार को की गई। (डॉ.नवीन जोशी)

यह भी पढ़ें : एसटीएच में दिखने लगा कोरोना की दूसरी लहर के घटने का असर, 40 फीसद बेड हुए खाली…

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 20 मई 2021। कोरोना की दूसरी लहर के ढलान पर होने का असर डा. सुशीला तिवारी कोविड अस्पताल में भी दिखने लगा है। पांच दिन पहले तक यहां 500 से अधिक मरीज भर्ती थे। लेकिन अब यह संख्या घटकर 311 यानी करीब 60 फीसद रह गई है। अस्पताल में एक सप्ताह पहले तक प्रतिदिन 70 से 80 मरीज भर्ती हो रहे थे, जबकि अब यह संख्या 25 से 30 रह गई है। ऐसे में वर्तमान में यहां 126 ऑक्सीजन बेड खाली हैं। अलबत्ता, गंभीर रोगियों की संख्या में अभी भी कमी नहीं आ रही है।

एसटीएच के चिकित्सा अधीक्षक डा. अरुण जोशी ने बताया कि पांच दिन से मरीजों की संख्या कम हुई है। यह राहत की बात है। उन्होंने बताया कि चिकित्सालय में भर्ती 311 मरीजों में से 150 ऑक्सीजन में हैं। जबकि 60 की हालत गंभीर बनी हुई है। अभी भी चिकित्सालय का आइसीयू फुल हैं। उम्मीद की जा रही है कि कुछ समय बाद और राहत मिलेगी। बुधवार को भी 26 मरीजों को स्वस्थ होने पर अस्पताल से घर भेजा गया है।

यह भी पढ़ें : कोरोना से युद्ध से दो तरफा जंग लड़ रहा है जिला मुख्यालय में स्वास्थ्य विभाग

-विश्वास दिला रहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद किसी को कुछ नहीं होने देगा
नवीन समाचार, नैनीताल, 6 मई 2021। दुनिया में कोई भी युद्ध दो स्तरों पर लड़ा जाता है। अस्त्र-शस्त्रों व उपकरणों के स्तर पर, और उससे कहीं अधिक व्यक्ति के भीतर से मानसिक स्तर पर। और वही युद्ध जीतते हैं जो अपने भीतर की अधिक सकारात्मक ऊर्जा को लगाकर युद्ध लड़ते हैं। मुख्यालय स्थित बीडी पांडे जिला चिकित्सालय भी अपने स्तर से कोरोना से युद्ध लड़ते लोगों के बीच इस तरह बड़ी भूमिका निभा रहा है। लोगों में विश्वास जता रहा है कि वे यहीं उपलब्ध सुविधाओं से पूरी तरह से स्वस्थ हो सकते हैं।

जिला चिकित्सालय ने अपने यहां कोरोना संक्रमण की वजह से स्वास्थ्य की बेहद गिरती आपातकालीन स्थिति में पहुंच रहे रोगियों के लिए नए खंड में छह कोरोना वार्डों का निर्माण किया है। यहां रोगियों को आगे की जंग के लिए मानसिक व शारीरिक रूप से तैयार करने के बाद ही घर अथवा स्थिति अधिक खराब होने पर एसटीएच हल्द्वानी भेजा जा रहा है। यहां से कोरोना संक्रमित पाए जा रहे रोगियों की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। स्वयं पीएमएस डॉ. केएस धामी व डा. एमएस दुग्ताल की अगुवाई में फोन पर उनकी निरंतर जानकारी रखकर उनका उत्साहवर्धन किया जा रहा है, ताकि उन्हें मानसिक रूप से संबल प्राप्त हो।

इसके अतिरिक्त चिकित्सालय में एक माह पूर्व कोरोना से युद्ध जीत चुके पुलिस कर्मियों एवं अन्य युवाओं का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है, जो अब स्वस्थ होने के बाद नए संक्रमितों को मानसिक मजबूती के साथ जरूरत पड़ने पर प्लाज्मा डोनेट करने के लिए भी तैयार हैं। डॉ. धामी ने बताया कि इसके अलावा भी चिकित्सालय अब विधायक निधि से मिलने जा रहे ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर जैसे उपकरणों की नई शक्ति के साथ भी रोगियों में प्राणवायु के साथ जोश भरने का कार्य कर रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले सप्ताह तक चिकित्सालय में ऑक्सीजर कंसन्ट्रेटर अच्छी संख्या में उपलब्ध हो जाएंगे।

उन्होंने बताया कि एक सप्ताह से चिकित्सालय ने यह नई मुहिम शुरू की है। इसके तहत रोगियों को अतिरिक्त दवाइयों की किट भी उपलब्ध कराई जा रही है। लोगों को यह विश्वास दिलाया जा रहा है कि उनके लिए दवाइयांे, ऑक्सीजन आदि किसी तरह की समस्या नहीं है, वे यहीं आराम से स्वस्थ हो सकते हैं। इन सुविधाओं के साथ जिला चिकित्सालय 90 फीसद रोगियों को यहीं जीवन संबल प्रदान कर पा रहा है। कोशिश है कि कम से कम लोगों को बाहर भेजने की नौबत आए।

यह भी पढ़ें : इन्सपायर अवार्ड हेतु नैनीताल से 80 प्रोजेक्ट चयनित..

-नवाचारी विचार हेतु प्रत्येक बाल वैज्ञानिक को मिलेंगे दस हजार रुपये
नवीन समाचार, नैनीताल, 28 दिसम्बर 2020। वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देने व विद्यार्थियों में वैज्ञानिक चिंतन के विकास हेतु भारत सरकार के विज्ञान एवम प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा नेशनल इन्नोवेशन फाउंडेशन के माध्यम से नवाचारों यानी नये प्रयोगों को प्रोत्साहन देने हेतु इन्सपायर योजना संचालित की जा रही है। नैनीताल के इन्सपायर अवार्ड प्रभारी जिला विज्ञान समन्वयक डा. हिमांशु पांडे ने बताया कि इस वर्ष उत्तराखण्ड राज्य से कुल 947 प्रोजेक्ट चुने गये हैं। जिनमें नैनीताल जनपद से 80 बाल वैज्ञानिकों के प्रोजेक्ट चुने गये हैं।

इस उपलब्धि पर नैनीताल के मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता ने इसे लॉकडाउन के दौरान एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए सभी चयनित बाल वैज्ञानिकों एवम उनके मार्गदर्शकों को बधाई दी है। जिला शिक्षा अधिकारी व इन्स्पायर के नोडल अधिकारी हीरा लाल गौतम ने बताया कि प्रत्येक चयनित बाल वैज्ञानिक को प्रोजैक्ट निर्माण हेतु दस दस हजार रुपये दिये जा रहे हैं।

यह भी पढ़ें : विधायक पुत्र ने किया पिता के सपनों को साकार, क्षेत्रवासियों ने जताया आभार…

-प्राचीन कपिलेश्वर मंदिर के लिए 3० मीटर स्पान पुल का 1.32 करोड की लागत से स्वीकृत कार्य प्रारम्भ
नवीन समाचार, नैनीताल, 09 अगस्त 2020। नैनीताल विधानसभा के रामगढ़ ब्लॉक के कपिलेश्वर मोटर मार्ग में 3० मीटर स्पान पुल का 1.32 करोड की लागत से स्वीकृत कार्य प्रारम्भ हो गया है। बताया गा है कि पूर्व में काबीना मंत्री यशपाल आर्य ने मौना-कपलेश्वर मोटर मार्ग का निर्माण अत्यधिक विषम परिस्थितियों में किया था। अब उनके पुत्र संजीव आर्य द्वारा इसे स्वीकृत कराया गया है। इसके बाद स्थानीय ग्रामवासियों के साथ-साथ समस्त श्रद्धालु भी कपलेशवर धाम का दर्शन मोटर मार्ग से करेंगे। इस प्रकार विधायक क्षेत्रवासियों कीं वर्षों पुरानी मांग को पूरा कर अपने पिता के सपनों को साकार कर रहे हैं। इस पर क्षेत्रवासियों ने उनका आभार जताया है।

यह भी पढ़ें : अच्छी खबर : उत्तराखंड के 2.43 लाख लोगों के खाते में आयेंगे 24 करोड़ रुपए से अधिक

नवीन समाचार, देहरादून, 20 जून 2020। कोरोना व लॉक डाउन के कारण प्रदेश में पर्यटन सहित अन्य उद्यमों पर पड़े गम्भीर प्रभाव और इसके कारण अनेक लोगों की आर्थिक स्थिति खराब होने पर राज्य सरकार मामूली सा ही सही पर मरहम लगाने जा रही है। प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि पर्यटन उद्योग से प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े करीब 2.43 लाख लोगों के खाते में सरकार एक-एक हजार रुपए की धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके बैंक खाते में जमा करवाएगी। पर्यटन से जुड़े बस, टैक्सी, मैक्सी कैब, ऑटो रिक्शा, विक्रम, ई-रिक्शा में योजित लगभग 1,01,185 कार्मिकों, संस्कृति विभाग में सूचीबद्ध 6675 कलाकारों भी एक बार एक हजार रुपए की आर्थिक सहायता डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में जमा करायी जायेगी।

साथ ही पर्यटन विभाग, उत्तराखण्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं अन्य विभागों में पंजीकृत, अपने व्यवसाय के संचालन हेतु बिजली, पानी के संयोजन वाले साहसिक पर्यटन, पर्यटन फोटोग्राफी, गाइड, पर्यटन स्वरोजगार योजना से लाभान्वित आदि से जुड़े लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना व दीन दयाल होम स्टे योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों को वित्तीय वर्ष 2020-21 के प्रथम तिमाही (माह अप्रैल से माह जून 2020) के ऋण पर लिये जाने वाले ब्याज की प्रतिपूर्ति भी राज्य सरकार द्वारा सम्बन्धित जिलाधिकारियों के माध्यम से की जायेगी। इसका व्यय वहन भी मुख्यमंत्री राहत कोष से किया जायेगा। इसके अलावा पर्यटन विभाग द्वारा के अन्तर्गत लगने वाले पंजीकरण-नवीनीकरण शुल्क को एक वर्ष के लिए शून्य कर दिया गया है। इसके अलावा संभव होने पर स्थानीय निकाय भी पर्यटन सम्बन्धी इकाईयों को अपने स्तर से रजिस्ट्रेशन शुल्क अथवा कर से एक साल तक राहत दिये जाने हेतु स्वतंत्र होंगे।इस हेतु उनके द्वारा विधिसम्मत प्रक्रिया निर्धारित की जायेगी।

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-रोजगार-कौशल विकास प्रशिक्षण दिलाने में होगा अहम

नवीन समाचार, देहरादून, 13 मई 2020। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रशिक्षित युवाओं तथा कौशल विकास के इच्छुक युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाएं पैदा करने के लिए बुधवार को एक पोर्टल ‘होप’ ‘हेल्पिंग आउट पीपुल एवरीह्वैर’ शुरू किया है। राज्य मंत्रिमंडल की उपस्थिति में शुरू किए गये इस पोर्टल के बारे में कौशल विकास सचिव रंजीत सिन्हा ने बताया कि होप पोर्टल एक प्रकार का प्लेटफार्म है जिसके माध्यम से तैयार डेटा बैंक के जरिए न केवल युवाओं के लिए रोजगार तलाशे जाने में आसानी होगी बल्कि रोजगार देने वाले भी अपनी जरूरत के हिसाब से लोगों को ढूंढ सकेंगे। इस पोर्टल ने आज से ही युवाओं के आंकड़े इकट्ठा करने शुरू कर दिये हैं। इसमें हाल में बाहर से आये प्रवासियों के अलावा पहले से राज्य में रह रहे युवा भी अपनी सूचना डाल सकते हैं।

उन्होंने बताया कि होप पोर्टल के माध्यम से उन युवाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जा सकेगी जो प्रशिक्षण पाना चाहते हैं या उनमें और वृद्धि करना चाहते हैं। इस पोर्टल में प्रशिक्षित या प्रशिक्षण के इच्छुक व्यक्ति अपने संबंध में सूचनाएं डालेंगे। जब यह डेटा बैंक तैयार हो जाएगा तो उसे हाल में जारी हुई मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से जोड़ा जाएगा। बाद में हर गांव के स्तर पर डेटा बैंक का विश्लेषण किया जायेगा। यदि किसी गांव के 20 युवा इस पोर्टल पर जानकारी डालते हैं तो क्लिक करते ही सरकार को इसकी जानकारी मिल जाएगी और सरकार को उस गांव के लिए योजना बनाने में आसानी होगी। उन्होंने कहा, ‘कोविड 19 के कारण रोजगार के अवसरों में हुई कमी के दृष्टिगत मुख्यमंत्री रावत का प्रयास है कि युवाओं को प्रशिक्षित करके या पहले से प्रशिक्षित युवाओं में और अधिक कौशल विकास करके उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाए।

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-केंद्रीय बाल विकास मंत्रालय की फिल्म में दिखेगी जिले में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के के तहत की गई नैनीताल के बच्चों की चित्रकारी
बच्चियों के साथ वॉल पेंटिंग बनाने के मौके पर डीएम सविन बंसल एवं एसएसपी सुनील कुमार मीणा।

नवीन समाचार, नैनीताल, 29 फरवरी 2020। जनपद में डीएम सविन बंसल की अगुवाई में अल्प समय में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत समपर्ण भाव से किए गए कार्यों की गूंज दिल्ली तक पहुंच चुकी है। भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस महत्वाकांक्षी अभियान के तहल नैनीताल जनपद में किए जा रहे अद्वितीय एवं अनूठे कार्यों को देखते हुए उत्तराखण्ड से नैनीताल जनपद का चयन किया है। इस बाबत केंद्र सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव आस्था सक्सेना खटवानी ने पत्र भेजकर डीएम बंसल को बधाई दी है और बताया है कि राष्ट्रीय स्तर पर बालिकाओं के लिए समर्पित इस कार्यक्रम के तहत देशभर के चयनित जनपदों में हुए उल्लेखनीय कार्यों पर आधारित 25 कहानियों का समावेश करते हुए फिल्म बनायी जा रही है। जनपद नैनीताल से इस अभियान पर आधारित वॉल पेंटिंग के कार्य को कहानी के तौर पर चयनित किया गया है। पत्र में बताया गया है कि ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के संबंध में देश की राजधानी दिल्ली में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसमें इस योजना के अंतर्गत बेहतर काम करने वाले लोगो को सम्मानित किया जायेगा। इधर डीएम बंसल ने इस उपलब्धि के लिए सभी जनपद वासियों के साथ ही बालिकाओं, शिक्षण संस्थानांे, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियो को बधाई और शुभकामनाऐ दी हैं और कहा है कि सभी के अथक प्रयासों से जिले को यह मुकाम हासिल हुआ है। उन्होंने बताया कि जनपद में इस  अभियान को और आगे ले जाया जायेगा ताकि यह अभियान जन आंदोलन के रूप में क्रियान्वित हो। उल्लेखनीय है कि अभियान के तहत जनपद में छः महीने से डीएम द्वारा स्वयं बच्चियों के साथ मिलकर जिलेभर की खाली दीवारों पर सुंदर चित्र उकेरने का काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में बीते सप्ताह डीएम बंसल ने नगर की एक हजार से अधिक छात्राओं को नैनी झील में नौकायन भी कराया था।  

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-दिल्ली-देहरादून के बीच एलीवेटेड एक्सप्रेसवे को केंद्र सरकार ने दी मंजूरी, देहरादून और दिल्ली के बीच 250 किमी की दूरी 180 किमी करने के प्रस्ताव को मंजूरी, एलिवेटेड एक्सप्रेसवे के जरिए 5-6 घंटे के रास्ते को 2.5 घंटे में तय किया जा सकेगा

प्रतीकात्मक तस्वीरनवीन समाचार, देहरादून, 26 फरवरी 2020। देहरादून और दिल्ली के बीच की दूरी जल्द ही कम करने के लिए केंद्र ने सोमवार को प्रस्ताव पारित कर दिया। एलिवेटेड एक्सप्रेसवे के जरिए ये दूरी 250 किमी से 180 किमी तक कम की जाएगी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यालय की ओर से इस बात की पुष्टि की गई। नैशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के चेयरमैन ने देहरादून में रावत से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री ने बताया, ‘एलिवेटेड रोड के पूरा होने के साथ ही इस दूरी को ढाई घंटे में तय किया जा सकेगा।’ बता दें कि अभी दिल्ली से देहरादून 5-6 घंटे लगते हैं। मौजूदा सड़के मेरठ, मुजफ्फरनगर और रुड़की से होकर निकलती है जबकि नया एक्सप्रेसवे बागपत और सहारनपुर से होकर निकलेगा।
‘पर्यटन और विकास को बढ़ावा’
रावत ने कहा कि यह प्रॉजेक्ट पहाड़ी राज्य से कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए एक बड़ा कदम होगा, ‘एलिवेटेड रोड पर्यटन में बड़ी भूमिका निभाएगा और राज्य के आर्थिक विकास को बेहतर करने में बड़ा फैक्टर साबित होगा।’ NHAI अधिकारियों ने उत्तराखंड के चीफ सेक्रटरी उत्पल कुमार सिंह को तीन चरण में होने वाले एक्सप्रेस वे प्रॉजेक्ट का प्रेजेंटेशन दिया।

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हजारों करोड़ का प्रॉजेक्ट
पहला चरण 31.2 किमी का दिल्ली में अक्षरधाम से लेकर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के बीच होगा जिसमें से 18 किमी एलिवेटेड रोड होगी। इसका अनुमानित खर्च 3,250 करोड़ रुपये होगा। दूसरा चरण ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और सहारनपुर को जोड़ेगा। 118 किमी के इस रास्ते के लिए खर्च 4,830 करोड़ रुपये माना जा रहा है। आखिरी चरण गणेशपुर से देहरादून के बीच 20.7 किमी का होगा जिसमें 1.8 किमी लंबा टनल होगा। देहरादून के दात काली मंदिर के पास 400 मीटर का एक टनल और 6.8 किमी की एलिवेटेड रोड होगी।
यूपी सरकार से आग्रह
इस मेगा प्रॉजेक्ट के हिस्से के तौर पर मोहंड में नए टनल का प्रस्ताव भी रखा गया है। संधू ने बताया कि एलिवेटेड एक्सप्रेसवे का कुछ हिस्सा पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से होकर भी गुजरेगा और उन्होंने यूपी सरकार से जंगल और वन्यजीवों से जुड़े क्लियरेंस जल्द करने का आग्रह किया है ताकि एक्सप्रेसवे का काम जल्द ही शुरू किया जा सके।

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नवीन समाचार, नैनीताल, 30 नवंबर 2019। जनपद के एसएसपी सुनील कुमार मीणा ने शनिवार को अपर पुलिस अधीक्षक राजीव मोहन, सीओ विजय थापा के द्वारा तल्लीताल डांठ स्थित पुलिस बूथ में पुलिस जन सुविधा (सिंगल विंडो) केंद्र का शुभारम्भ किया। बताया गया कि पूर्व में जनपद नैनीताल पुलिस द्वारा पुलिस बहुउद्देशीय भवन हल्द्वानी में भी इसी तरह की ‘सिंगल विंडो’ जन सुविधा केंद्र शुरू किया गया है जिसका जनता की ओर से अच्छा रिस्पांस मिलने पर नैनीताल में भी यह सुविधा शुरू की जा रही है। इस जन सुविधा केंद्र में 2 महिला एवं एक पुलिस आरक्षी नियुक्त किया गया है, जिनमें से 1 महिला आरक्षी एलआईयू से संबंधित सूचनाओं को भी उपलब्ध करायेंगी। यह पुलिस कर्मी जनता से संबंधित शिकायतों का समाधान करेंगे। एक आरक्षी यातायात से संबंधित समस्याओं, चस्पा व नकद चालानों का भुगतान भी सिंगल विन्डो से करेंगे।

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बताया गया है कि सिंगल विंडो के जरिये विदेशियों की भारत में रहने की अवधि बढाये जाने से संबंधित सूचनाओ को 7 दिन के भीतर, विदेशियों का पंजीकरण तत्काल, बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन 7 दिन के भीतर, एफआईआर की एक प्रति वादी को तत्काल, लाउडस्पीकर के इस्तेमाल करने की अनुमति 6 दिन के भीतर, सेवा योजना संबंधी सत्यापन की सूचना 30 दिन के भीतर, पारपत्र सत्यापन की कार्यवाही से संबंधित सूचना 21 दिन के भीतर, सामान्य प्रार्थना पत्रों-शिकायतों का निस्तारण 30 दिन के भीतर, पुलिस के विरूद्व शिकायतों का निस्तारण 30 दिन के भीतर, शस्त्र लाईसेंन्स के नवीनीकरण की संस्तुति-अग्रसारण 15 दिन के भीतर, शस्त्र लाईसेंन्स में अन्य कोई परिवर्तन 7 दिन के भीतर, मेला प्रदर्शनी तथा अन्य प्रायोजित कार्यक्रम हेतु अनापत्ति प्रमाण पत्र की संस्तुति 5 दिन, नये शस्त्र लाईसेंन्स के सत्यापन एवं आख्या 30 दिन, शस्त्रों का नवीनीकरण सत्यापन आख्या 15 दिन, शस्त्र विक्रेताओं के लाईसेंन्स नवीनीकरण का अनापत्ति प्रमाण पत्र की संस्तुति 15 दिन एवं पेट्रोल पम्प-सिनेमाहाल का अनापत्ति प्रमाण पत्र आख्या 30 दिन के अंद उपलब्ध कराई जाएगी। शुभारंभ के मौके पर एलआईयू के प्रभारी निरीक्षक दीप चंद्र भट्ट, थानाध्यक्ष राहुल राठी, विजय मेहता व दलीप सिंह आदि मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें : विकलांगों-बुजुर्गों को अब नहीं चढ़नी पड़ेंगी नैनीताल जिला कलक्ट्रेट की ‘सीढ़ियां’

-कलक्ट्रेट की सीढ़ियों में डीएम की पहल पर लगा एलीवेटर

नवीन समाचार, नैनीताल, 20 नवंबर 2019। जिला मुख्यालय स्थित जिला कलक्ट्रेट-तहसील परिसर आने के लिए अब बुजुर्गों एवं विकलांगों को सीढ़ियां नहीं चढ़नी पड़ेंगी। डीएम सविन बंसल की पहल पर अब जिला कलक्ट्रेट आने वाले बुजुर्गों एवं विकलांगों के लिए जिला बार सभागार के पास की सीढ़ियों के साथ एक एलीवेटर लगा दिया गया है। इस एलीवेटर के जरिये बुजुर्ग एवं विकलांग बिना सीढ़ी चढ़े ऊपर व नीचे आ सकेंगे। एसडीएम विनोद कुमार ने बताया कि लोनिवि की ओर से यह एलीवेटर लगाया गया है। बुधवार को इस एलीवेटर का पहली बार सफल प्रयोग किया गया।

यह भी पढ़ें : नैनीताल में मिलेगी प्रदूषण जांच की सुविधा और मात्र 13 रुपए में दाल-चावल

नवीन समाचार, नैनीताल, 5 नवंबर 2019। जिला व मंडल मुख्यालय में अब तक प्रदूषण जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इस हेतु वाहनों को निकटवर्ती हल्द्वानी ले जाना पड़ता है। इधर नये मोटर यान अधिनियम में प्रदूषण जांच न होने पर भारी जुर्माने का प्राविधान होने के बाद से मुख्यालय के वाहन स्वामी मुख्यालय में प्रदूषण जांच की सुविधा उपलब्ध न होने से परेशान थे। किंतु अब इसका समाधान होने जा रहा है। लेकिन इधर शीघ्र ही मुख्यालय के कैलाखान में एक निजी केंद्र पर प्रदूषण जांच की सुविधा उपलब्ध होने जा रही है। बताया गया है कि यहां प्रदूषण जांच हेतु करीब 4 लाख रुपए मूल्य की मशीनें लायी गयी हैं, और शीघ्र ही परिवहन विभाग के अधिकारी यहां सभी तरह के वाहनों के लिए प्रदूषण जांच सुविधा का शुभारंभ करेंगे।

मात्र 13 रुपए में दाल-चावल खिला रहे सुखविंदर

नैनीताल। गुरू नानक देव जी के 550वें शताब्दी वर्ष के उपलक्ष में नगर के मोहन-को चौराहा मल्लीताल के पास स्थित गुरू कृपा नाम की दुकान के स्वामी सुखविन्दर सिंह ने बीती एक नवंबर से अपनी दुकान पर मात्र 13 रूपये में दाल-चावल खिलाने की नई पहल की है। सुखविंदर ने कहा है कि वे आगामी 11 नवम्बर तक दोपहर 1 से 4 बजे तक अपनी दुकान पर यह यह व्यवस्था लागू रखेंगे।

यह भी पढ़ें : नैनीताल की आंतरिक सड़कों को चकाचक करने के लिए सरकार ने घोषित किए 104.21 लाख, विधायक संजीव आर्य की हो रही वाह-वाह…

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 14 सितंबर 2019। जिला व मंडल मुख्यालय नैनीताल की मुख्य सड़कों के लिए विधायक संजीव आर्य के प्रयासों से प्रदेश सरकार ने राज्य योजना के अंतर्गत 1 करोड़ 4 लाख 21 हजार रुपये का बजट स्वीकृत किया है, और इसमें से 10 लाख रुपए जारी भी कर दिये हैं। इस धनराशि से नगर की बिड़ला रोड, जू रोड, शेरवानी और एटीआई जाने वाली रोडों की दशा में सुधार किया जाएगा। प्रदेश शासन के संयुक्त सचिव एसएस टोलिया ने इस आशय के आदेश जारी कर दिए हैं। उल्लेखनीय है कि स्थानीय विधायक संजीव आर्य ने गत तीन सितंबर को ही नंदा देवी महोत्सव के शुभारंभ के अवसर पर नगर की सड़कों के उद्धार के लिए एक करोड़ रुपए उपलब्ध कराने की घोषणा की थी। लिहाजा धनराशि स्वीकृत व अवमुक्त होने पर विधायक की वाह, वाह हो रही है।
विधायक ने बजट स्वीकृत करने के लिए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित सरकार का आभार जताया है और उम्मीद जाहिर की है कि लोनिवि समय पर गुणवत्ता के साथ सड़कों की दशा में अपेक्षित सुधार करेगी।

यह भी पढ़ें : इस मामले में महिलाओं के आगे कहीं नहीं टिकते पुरुष…

नवीन समाचार, पिथौरागढ़, 22 जुलाई 2019। वैसे तो मौजूदा दौर में महिलाएं पुरुषों को हर क्षेत्र में कड़ी टक्कर दे रही हैं, लेकिन पिथौरागढ़ में परिवार नियोजन के मामले में महिलाओं के सामने पुरुष कहीं भी नहीं ठहर रहे हैं। आलम ये है कि सीमांत जिले में पिछले साढ़े पांच सालों में नसबंदी के जो मामले सामने आए हैं, उनमें पुरुषों का योगदान एक फीसदी से भी कम है। स्वास्थ्य विभाग में दर्ज आंकड़ों के मुताबिक, 2014 में यहां 1606 महिलाओं के मुकाबले सिर्फ 28 पुरुषों ने नसबंदी कराई, इसी तरह 2015 में 1609 महिलाओं के मुकाबले मात्र 14 पुरुषों, 2016 में 1391 महिलाओं की तुलना में कुल 15 पुरुषों, 2017 में 1035 महिलाओं के मुकाबले सिर्फ 5 पुरुषों ने, 2018 में 1839 महिलाओं और मात्र 3 पुरुषों ने और इस साल अब तक 695 महिलाएं और 10 पुरुषों ने ही नसबंदी कराई है। सीएमओ डॉ. ऊषा गुंजयाल का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग इस बारे में जागरूकता के लिए समय-समय पर कार्यक्रम संचालित करता है, लेकिन पुरुष आज भी पुरानी सोच से ग्रसित है. पुरुषों को लगता है कि नसबंदी से उनके शरीर में कमी आएगी, जबकि ऐसा कतई नहीं है।

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जिले में 1000 बेटों पर हो गयीं 950 बेटियां, बेतालघाट में 1298

Uttarakhandi Girls

नवीन समाचार, नैनीताल, 17 जनवरी 2019। नैनीताल जनपद में लिंगानुपात को लेकर सुखद समाचार है। ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान पर आगे बढ़ते हुए अप्रैल 2018 से दिसंबर 2018 के लिंगानुपात के आंकड़ों के अनुसार जनपद में एक हजार बेटों के मुकाबले बेटियों की संख्या 950 हो गई हैै, जबकि पहले यह आंकड़ा 902 का था। इन आंकड़ों को सुधारने में सबसे बड़ी भूमिका बेतालघाट, फिर भीमताल और ओखलकांडा विकास खंडों ने निभाई है, जबकि मैदानी जिलों व खासकर धारी ब्लॉक के आंकड़े ंिचंताजनक हैं। बेतालघाट में एक हजार बेटों के मुकाबले बेटियों की संख्या 1298 पहुंच गई है, जबकि धारी में एक हजार बेटों पर केवल 792 बेटियां ही हैं।
पीसीपीएनडीटी कार्यक्रम के समन्वयक अनूप बमोला ने हेल्थ मैनेजमेंट इन्फारमेशन सिस्टम पर आधारित ताजा रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि जनपद में 2017-18 में एक हजार लड़कों पर लड़कियों की संख्या 902 थी, जो कि अब 950 हो गई है।

ब्लॉक प्रति एक हजार बेटों पर बेटियों की संख्या
बेतालघाट    1298
भीमताल     1010
ओखलकांडा 1000
रामनगर       982
रामगढ़         982
हल्द्वानी      940
धारी            792
नैनीताल जिला औसत 950

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के एक जिले के 133 गांवों में बीते 3 माह और 16 गांवों में 6 माह के भीतर एक भी बेटी पैदा नहीं हुई ! हड़कंप मचना तय…

नवीन समाचार, उत्तरकाशी, 20 जुलाई 2019। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के बीते तीन माह के भीतर जिले के 133 गांवों में एक भी बेटी पैदा नहीं होने का खुलासा हुआ है। इनमें से 16 गांवों में बीते छह माह में तीन से अधिक प्रसव होने पर एक भी बेटी पैदा नहीं होने की चिंताजनक जानकारी प्रकाश में आई है। इसके अलावा भी जिले के अन्य 66 गांवों में भी बेटों की तुलना में पैदा हुई बेटियों की संख्या काफी कम रही है। इन 82 गांवों में कम होते लिंगानुपात से बड़ी चिंता उत्पन्न हो गई है। इस रिपोर्ट के बाद सरकार, शासन, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचना तय है। हालांकि तस्वीर का एक दूसरा पक्ष यह भी है कि जनपद में 133 गांव ऐसे भी हैं जहां 216 बालक पैदा हुए हैं, जबकि 129 गावों में 180 बालिकाएं पैदा हुई हैं। वहीं 163 गांवों में 280 बालक व 259 बालिकाएं यानी 592 बच्चे पैदा हुए हैं। इस प्रकार लोगों का मानना है कि ऐसा इत्तफाकन भी हो सकता है। परंतु यदि दूसरी संतान होने में बालिकाएं कम पैदा हो रही हैं तो स्थिति चिंताजनक हो सकती है। 

उल्लेखनीय है कि जिले के विभिन्न गांवों में तैनात आशा कार्यकर्ताओं की ओर से हर माह प्रसव संबंधी रिपोर्ट दी जाती हैं। उत्तरकाशी जिले की ऐसी रिपोर्ट के अनुसार यहां बीते तीन माह के भीतर कुल 935 प्रसव हुए हैं, जिसमें 496 बालक और 439 बालिकाओं का जन्म हुआ। जिले में 129 गांव ऐसे भी हैं, जहां बेटों की तुलना में पैदा होने वाली बेटियों की संख्या ज्यादा है। लेकिन 133 गांवों में बीते तीन माह के भीतर और 16 गांवों में छह माह के भीतर एक भी बेटी पैदा नहीं होने का खुलासा हुआ है। कहा जाता है कि अमूमन गर्भधारण के तीन माह के भीतर लिंग का पता चल जाता है। ऐसे में तीसरे माह तक प्रजनन बाल स्वास्थ्य पोर्टल पर पंजीकरण हो जाना चाहिए। यदि पंजीकरण गर्भधारण के 4-5 माह बाद कराया गया है और इसमें बालक का जन्म हुआ है, तो प्रसव पूर्व लिंग जांच की आशंका जताई जा सकती है। जांच के बाद ही इस बारे में स्थिति स्पष्ट हो सकती है।

यह भी पढ़ें : खुशखबरी: 903 से बढ़कर 940 हुआ नैनीताल जिले का लिंगानुपात, एक ब्लॉक में 1221 भी पहुंचा लिंगानुपात

नवीन समाचार, नैनीताल, 14 जून 2019। नैनीताल जनपद की मुख्य चिकित्साधिकारी डा. भारती राणा ने दो वर्षों के बाल लिंगानुपात के आंकड़ों के विश्लेषण की जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2017-18 में जनपद में प्रति हजार बालकों पर 903 बालिकाएं थीं, वही वर्ष 2018-19 में प्रति हजार बालकों पर 940 बालिकाएं हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में सर्वाधिक लिंगानुपात वाला ब्लॉक भीमताल है जिसका लिंगानुपात 1221 है तथा सबसे कम लिंगानुपात वाला ब्लॉक धारी है जिसका लिंगानुपात 799 है। अलबत्ता लिंगानुपात को 1000 करने यानी हर बालक के सापेक्ष एक बालिका होने की आदर्श स्थिति अभी देर है। क्योंकि अभी भी आधी यानी 50 फीसद नहीं बल्कि 47 फीसद ही महिलाएं हैं। तथा महिलाओं को वास्तव में जनपद में आधी आबादी का दर्जा हासिल हो पाएगा।

अल्ट्रासाउंड सेंटरों में भ्रूण परीक्षण पर नजर रखेंगे साइलेंट आब्जर्वर एवं ट्रेकिंग डिवाइस

नैनीताल। डीएम विनोद कुमार सुमन की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला कार्यालय सभागार में पीसीपीएनडीटी समिति की बैठक हुई। बैठक में डीएम श्री सुमन ने अधिनियम का सख्ती से अनुपालन कराने और गैर पंजीकृत अल्ट्रासाउण्ड सेंटरों को तत्काल सीज करने के निर्देश दिये। साथ ही पंजीकृत अल्ट्रासाउंड सेंटरों एवं अस्पतालों से पीसीपीएनडीटी एक्ट का शतप्रतिशत अनुपालन कराने एवं भ्रूण परीक्षण की निगरानी हेतु सभी मशीनों में साइलेंट आब्जर्वर एवं ट्रेकिंग डिवाइस लगाने को भी कहा। साथ ही बताया कि लिंग परिक्षण की सूचना देने वाले व्यक्ति को 10 हजार रूपये का इनाम दिया जाएगा।

इस दौरान जिले की मुख्य शिक्षा अधिकारी डा. भारती राणा ने बताया कि जनपद की समस्त निजी चिकित्सालयों की क्रियाशील 49 एवं सभी राजकीय चिकित्सालयों की 7 अल्ट्रा साउंड मशीनों पर साइलेंट आब्जर्वर स्थापित किये जा चुके हैं। बताया कि पीसीपीएनडीटी अधिनियम के अंतर्गत लिंग परिक्षण किये जाने एवं पकड़े जाने पर 50 हजार से एक लाख रुपये तक का जुर्माना तथा 3 से 5 वर्ष तक की सजा का प्रावधान है। बैठक में सीडीओ विनीत कुमार, एसीएमओ डॉ.रश्मि पन्त सहित केके गुप्ता, अनुलेखा बिष्ट, अंजना गुप्ता, अतुल प्रताप सिंह, विमर्श संस्था से कंचन भंडारी व मोहित कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के प्रचार की 10 फीसद राशि वॉल पेंटिंग प्रतियोगिता में होगी खर्च

नैनीताल। डीएम विनोद कुमार सुमन की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला कार्यालय सभागार में ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ टास्क फोर्स समिति की बैठक में तय हुआ कि चिकित्सा, शिक्षा तथा बाल विकास विभाग को प्रचार मद हेतु प्राप्त धनराशि में से 10 प्रतिशत धनराशि का उपयोग बालिकाओं के मध्य वॉल पेंटिंग प्रतियोगिता पर खर्च किया जाएगा।

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दिल्ली का राजपथनवीन समाचार, देहरादून, 10 जुलाई 2019। उत्तराखंड के देहरादून में स्मार्ट सिटी प्रॉजेक्ट के तहत दिल्ली की तर्ज पर राजपथ बनाए जाने की कवायद चल रही है। यह शहर के परेड ग्राउंड और गांधी पार्क को आपस में जोड़कर तैयार किया जाएगा। इसके लिए गांधी पार्क और परेड ग्राउंड को बांटने वाली सड़क बंद कर दी जाएगी। परेड ग्राउंड के बीच में बने वीआईपी स्टेज को उत्तरी छोर पर अगले एक साल में बड़ा बदलाव करते हुए वृहद और भव्य रूप दिया जाना है। इसमें मुख्य तौर पर गांधी पार्क तथा परेड ग्राउंड के बीच में जो सुभाष रोड है, उसे वाहनों के लिए बंद कर दिया जाएगा और गांधी पार्क को परेड ग्राउंड से जोड़ दिया जायेगा। यह बिल्कुल राजपथ जैसा दिखेगा। स्वतंत्रता दिवस या गणतंत्र दिवस पर परेड ग्राउंड के चारों ओर सड़क पर परेड होगी। परेड वीआईपी स्टेज के सामने (दून क्लब की ओर) आकर सलामी देगी। जो भाग खाली बचा हुआ है, उसमें स्मार्ट सिटी प्रॉजेक्ट के तहत ग्राउंड का विकास किया जा रहा है। प्रॉजेक्ट की लागत 23.63 करोड़ रुपये होगी।

स्मार्ट सिटी प्रॉजेक्ट के सहायक मुख्य कार्यकारी अधिकारी और एमडीडीए उपाध्यक्ष डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि बोर्ड से यह प्रॉजेक्ट पास हो गया है। अब इसे शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रॉजेक्ट के तहत इस प्रॉजेक्ट की डीपीआर तैयार कर ली गई है, जिसे बोर्ड में स्वीकृत कर लिया गया है। परेड ग्राउंड के एक भाग में खेल विभाग का कार्यालय है जबकि उसके बगल में इंडोर स्टेडियम का निर्माण हो रहा है। स्मार्ट सिटी से जुड़े एक अन्य अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि इसका पूरा मानचित्र तैयार कर लिया गया है। ग्राउंड के एक भाग में दुकानों का निर्माण किया जायेगा। ग्राउंड में स्मार्ट टॉइलट के साथ ही वॉटर एटीएम भी लगाए जाने हैं। वाहनों के लिए बंद कर दी गई सुभाष रोड पर पैदल चलने का ट्रैक और अन्य साज-सज्जा के काम होंगे। इसके साथ ही परेड ग्राउंड को हरे भरे मैदान के रूप में विकसित करने के साथ ही इसमें साइकिल ट्रैक का निर्माण किया जाना है। इसके दोनों ओर बैठने के लिए बेंच और स्टैंड पोस्ट लगाए जाएंगे। धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने बताया, ‘मेरे नगर निगम में मेयर के कार्यकाल के दौरान सबसे पहले 2008 में इसका पूरा प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था। अब स्मार्ट सिटी के तहत इसके होने की उम्मीद है।’

यह भी पढ़ें: अच्छी खबर : सैलानियों के स्वागत को सज-संवर रहा भीमताल का एक्वेरियम

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p style=”text-align: justify;”>नवीन समाचार, नैनीताल, 7 मई 2019। पिछले दो-ढाई वर्षों के बुरे दौर के बाद भीमताल की झील के बीच में स्थित टापू पर बने एक्वेरियम के दिन जिला विकास प्राधिकरण के सचिव हरबीर सिंह की पहल पर बहुरने शुरू हो गये हैं। एक्वेरियम में देश भर से रंग-बिरंगी व बेहद खूबसूरत मछलियां पहुंचनी शुरू हो गयी हैं, वहीं एक्वेरियम में रंग-रोगन, नई खूबसूरत लाइटें लगाने के साथ ही एक्वेरियम के बगल में स्थित व्यू प्वॉइंट पर हरी कृत्रिम ‘एस्ट्रोटर्फ’ सी घास मंगलवार को लगाई गयी तो यह बेहद खूबसूरत नजर आ रही थी। क्षेत्रीय लोग भी इन पहलों की मुक्त कंठ से प्रशंसा कर रहे हैं। उनका कहना है कि पिछले दो-ढाई वर्षों से एक्वेरियम की हालत बेहद खराब थी। सैलानी यहां नहीं आ रहे थे, और जो धोखे से टिकट लेकर जा भी रहे थे, लौट कर टिकट काउंटर के कर्मियों पर झल्लाकर अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे थे। इससे सैलानियों को स्थानीय नौका चालकों का काम तो प्रभावित हो ही रहा था, पूरे भीमताल नगर का पर्यटन व्यवसाय प्रभावित हो रहा था। वहीं इधर प्राधिकरण के सचिव हरबीर सिंह ने बताया कि कोलकाता, महाराष्ट्र, केरल व दिल्ली से मछलियां आ गयी हैं। ‘एस्ट्रोटर्फ’ घास लगने के बाद एक्वेरियम अगले एक-दो दिन में ही सैलानियों के लिये खुलने जा रहा है।
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महज 17.84 करोड़ रुपये खर्च कर उत्तराखंड के हर घर को मिला ‘सौभाग्य’

-केवल 12-13 माह में ही और महज 17.84 करोड़ रुपये खर्च कर 2.17 लाख से अधिक घरों को दिये गये बिजली के संयोजन
नवीन समाचार, नैनीताल, 24 अप्रैल 2019। यदि दृढ इच्छा शक्ति हो तो कैसा भी कठिन लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। केंद्र सरकार की हर घर को बिजली से रोशन करने की ‘सौभाग्य’ योजना का उत्तराखंड में क्रियान्वयन इसका प्रतिमान है। अब तक उलाहना दी जाती थी कि उत्तराखंड में घर बेहद दुर्गम इलाकों में एवं दूर-दूर छितरे हुए हैं। इसलिए सबको बिजली से रोशन किया जाना संभव नहीं है। किंतु केवल 12-13 माह के अल्प अंतराल में ही और महज 17.84 करोड़ रुपये खर्च कर 2.17 लाख से अधिक घरों को बिजली के संयोजन का ‘सौभाग्य’ दे दिया गया है।

जनपद के सूचना अधिकार कार्यकर्ता को उत्तराखंड पावर कार्पोरेशन से मिली जानकारी में बताया गया है कि राज्य में 10 अक्टूबर 2017 को बिजली के संयोजनों से वंचित घरों की संख्या दो लाख 17 हजार 292 थी। इनमें सर्वाधिक बिजली के संयोजनों से वंचित 46392 घर ऊधमसिंह नगर में, 41048 घर हरिद्वार जिले में, 37727 घर देहरादून में, 20134 नैनीताल, 11121 उत्तरकाशी, 11208 टिहरी, 9650 पिथौरागढ़, 9429 पौड़ी गढ़वाल, 9284 अल्मोड़ा, 7767 चमोली, 6857 चंपावत व 3343 घर रुद्रप्रयाग जिले में थे। इनमें से दो लाख 37 घरों को 30 नवंबर 2018 तक एवं शेष 17255 घरों को अगले एक माह में यानी 31 दिसंबर 2018 तक रोशन करने का दावा किया गया है। दावा किया गया है कि इसके बाद प्रदेश में कोई भी घर बिजली के संयोजन से वंचित नहीं है।

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-सूखाताल व पाइंस पावर हाउसों की लाइनें आपस में जोड़ीं, अब खराबी होने पर दूसरे पावर हाउस की लाइन से हो सकेगी वैकल्पिक आपूर्ति
नवीन जोशी, नैनीताल, 23 फरवरी 2019। सरोवरनगरी में अक्सर आधे शहर तल्लीताल अथवा मल्लीताल क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति बाधित रहती है। इधर फरवरी माह में आंधी-तूफान व ओलावृष्अि के बाद तो अक्सर मल्लीताल के क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति घंटों बाधित रही है। इधर विद्युत वितरण खंड के अधिशासी अभियंता सैयद शिराज उस्मान ने दावा किया है कि इस समस्या का समाधान कर लिया गया है। सूखाताल एवं पाइंस के 33 केवी के बिजलीघरों की लाइनों को आपस में जोड़ दिया गया है, जिसके बाद किसी एक बिजलीघर में समस्या आने पर दूसरे से पूरे शहर को वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बिजली की आपूर्ति की जा सकेगी। इसके अलावा लंबे समय से लंबित इन दोनों बिजलीघरों की लाइनों को बदलने का कार्य भी अब नगर में बिना आपूर्ति बाधित किये हो सकेगा।
श्री शिराज ने बताया कि इस माह आठ फरवरी को मेहरागांव से सूखाताल बिजलीघर को आने वाली लाइन पर हुए बड़े ब्रेकडाउन के बाद यह लाइन कई स्थानों पर कमजोर पड़ती चली गयी, जिस कारण लगातार इस पर समस्या आती रही। इधर इसे दुरुस्त कर लिया गया है, जिसके बाद जल्दी ऐसी समस्या नहीं आने की उम्मीद की जा रही है। उन्होंने बताया कि नगर के तल्लीताल क्षेत्र की आपूर्ति 1990 में बने पाइंस और मल्लीताल की आपूर्ति 1977 में बने सूखाताल बिजलीघर से होती है। अब तक इन दोनों लाइनों को वैकल्पिक तौर पर जोड़ने की व्यवस्था नहीं थी, जो कि अब कर ली गयी है। इसके बाद दोनों में से किसी भी एक लाइन में बड़ी समस्या आने पर दूसरी से वैकल्पिक तौर पर विद्युत आपूर्ति करने का विकल्प उपलब्ध हो गया है। इसके अलावा यह दोनों लाइनें काफी पुरानी हो गयी हैं, और अब तक कोई वैकल्पिक प्रबंध न होने के कारण इन लाइनों को बदलना संभव नहीं था, जो कि अब संभव हो गया है। इसके लिये प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय से स्वीकृति ली जाएगी।

मेहरागांव से अंडरग्राउंड केबल के लिए 340 करोड़ का प्रस्ताव

नैनीताल। मुख्यालय को विद्युत आपूर्ति मेहरागांव से सूखाताल व पाइंस बिजलीघरों को आने वाली लाइनों के जरिये होती है। यह दोनों लाइनें जंगलों से गुजरती हैं, जहां आंधी-तूफान में लाइनों पर पेड़-टहनियां गिरने से आपूर्ति बाधित होती रहती है। इस समस्या के समाधान के लिए पूर्व में करीब एक दशक पहले भी तत्कालीन अधिशासी अभियंता एचके गुरुरानी के द्वारा जिला योजना के तहत प्रस्ताव भेजा गया था, जो स्वीकृत नहीं हुआ। इधर अधिशासी अभियंता श्री उस्मान ने बताया कि पुनः करीब 340 करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन के माध्यम से केंद्र सरकार को भेजा गया है। बताया कि नैनीताल के साथ देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी व काशीपुर के लिए भी अंडरग्राउंड केबल के प्रस्ताव गये थे, परंतु यह कार्य काफी महंगा होने के कारण केवल हरिद्वार के कुंभ मेला क्षेत्र के लिए ही प्रस्ताव स्वीकृत हुआ है। वहीं नगर में ओवरहेड केबल डालने के लिए केवल 50 लाख रुपये मिले थे, जिससे नगर के अयारपाटा, सात नंबर सहित जहां लाइनों पर पेड़ गिरने अथवा बंदरों के कूदने की संभावना थी वहां ओवरहेड केबल डाली जा चुकी है।

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नवीन समाचार, पिथौरागढ़, 28 जनवरी 2019 (भाषा)। उत्तराखंड सरकार को प्रदेश का पहला ट्यूलिप गार्डन ‘मिनी कश्मीर’ कहे जाने वाले पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय में विकसित करने के लिये केंद्र सरकार से  मंजूरी मिल गयी है । प्रदेश के वित्त मंत्री और स्थानीय विधायक प्रकाश पंत ने कहा कि प्रस्तावित ट्यूलिप गार्डन चंडाक पर्वत शिखर के पास 50 हेक्टेअर से अधिक वन भूमि पर ओएनजीसी द्वारा कारपोरेट सामाजिक दायित्व के तहत विकसित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जम्मू—कश्मीर में श्रीनगर स्थित इंदिरा गाँधी स्मृति ट्यूलिप गार्डन (क्षेत्रफल 30 हेक्टेयर) के बाद यह देश का दूसरा ट्यूलिप गार्डन होगा और इसका आकार श्रीनगर के गार्डन से भी बड़ा होगा। इस तरह यह देश का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन होगा। पंत ने बताया कि चंडाक पर्वत शिखर के पास माड गांव में बनने वाले इस बगीचे पर 50 करोड रूपये की लागत आयेगी।

पिथौरागढ़ शहर

उन्होंने कहा कि इस स्थान का चयन राज्य सरकार की ’13 जिले—13 नये पयर्टक स्थल’ योजना के तहत किया गया है जिससे जिले में पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ाया जा सके । इस संबंध में दिल्ली में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान से मुलाकात के बाद पंत ने बताया, ‘‘ केंद्रीय मंत्री द्वारा परियोजना को अनुमति दिये जाने के बाद हमें ओएनजीसी से पूरी मदद मिलने की अपेक्षा है।” वहीं उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण से जुडे एक सेवानिवृत्त अधिकारी आइए खान ने बताया कि ट्यूलिप को पर्वतीय क्षेत्रों के साथ ही मैदानी इलाकों  में भी उगाया जा सकता है। हांलांकि मैदानी इलाकों में इस फूल के बल्ब नहीं बन पाते हैं जो गार्डन के विस्तार के लिए जरूरी होते हैं । हालैंड का फूल ट्यूलिप मार्च से मई के बीच खिलता है । पिथौरागढ़ के प्रभागीय वन अधिकारी और गार्डन के परियोजना अधिकारी विनय भार्गव ने बताया कि चंडाक पर्वत शिखर के पास 1950 मीटर की ऊंचाई पर स्थित चयनित स्थल ट्यूलिप के लिये आदर्श स्थान है क्योंकि यहां वर्ष भर धूप रहने के साथ ही ठंडक भी बनी रहती है।

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नवीन समाचार, देहरादून, 9 जनवरी 2018। उत्तराखंड राज्य मंत्रिमंडल की बुधवार को हुई बैठक में राज्यकर्मियों के भक्तों को बढ़ा दिया गया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार अब राज्य में 5400 ग्रेड पे से नीचे के कर्मचारियों को भी यात्रा भत्ता मिलेगा। कर्मचारियों को अब 250 रुपये रहने और 250 रुपये यात्रा भत्ता मिलेगा। राज्य कर्मचारियों के ट्रांसफर यात्रा भत्ता एवं किराए भत्ता में भी बढ़ोत्तरी गई है। कैबिनेट की बैठक में कुल 9 बिंदुओं पर चर्चा हुई। विधानसभा के चौथे बजट सत्र की तिथि भी निर्धारित कर दी गई चौथा बजट सत्र 11 व 12 फरवरी को देहरादून में आयोजित होगा। इसके अलावा राज्य में महिला एवं बाल विकास विभाग के संरक्षण गृह में रहने वाले अनाथ बच्चों को सरकारी नौकरी में 5 प्रतिशत आरक्षण पर भी मुहर लग गई है। एरियर और भत्तों पर करीब 450 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।

कैबिनेट द्वारा लिए गए फैसले : 
-11 से 22 फरवरी 2019 को देहरादून में बजट सत्र होगा।
– उत्तराखंड सरकार अनाथ बच्चों को सरकारी सेवा में 5 प्रतिशत आरक्षण देगी।
– राज्यों में भेड़ों की नस्ल सुधारने को सरकार ऑस्ट्रेलिया से 240 भेड़ें खरीदेगी।
– ज्योग्राफी चैनल केदारनाथ पर डॉक्यूमेंट्री बनाएगा। जिसमें 1.50 करोड़ का खर्च आएगा।
– कैबिनेट द्वारा हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुपरस्पेशलिस्ट के 46 पदों को मंजूरी दी गई है।
– कर्मचारियों का यात्रा और आवास भत्ता भी बढ़ाया जाएगा।

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नवीन समाचार, देहरादून, 21 दिसंबर 2018। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद के मुनस्यारी थाने को देश के टॉप 10 थानों में जगह मिली है। हालांकि पिछले साल ऋषिकेश सहित दो थानों को देश के टॉप 10 थानों में शामिल किया गया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय हर साल देशभर के थानों की रिपोर्ट मंगाता है। उसके बाद टॉप 10 थानों की एक सूची बनाई जाती है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के 20 से ज्यादा मानक होते हैं जो भी थाने इन मानकों को पूरा करते हैं, उन्हीं को टॉप 10 में शामिल किया जाता है। इस क्रम में ही मुनस्यारी का नाम इस साल देश के टॉप 10 थानों में शामिल किया गया है। गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय हर साल पूरे देश से टॉप 10 थानों का चयन करता है। इस क्रम में ही इस साल मुनस्यारी थाने का चयन किया गया है।

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-शासन एवं विभागों के निर्णय लेने में सक्षम उच्चाधिकारियों की बैठकें भी नैनीताल में कराने के होंगे प्रयास
नैनीताल, 30 नवंबर 2018। मुख्यमंत्री के सचिव पद पर नियुक्ति के बाद कुमाऊं मंडलायुक्त राजीव रौतेला ने कहा कि सरकार एवं शासन की कोशिश आम जनता को संवेदनशील प्रशासन उपलब्ध कराने की है। इसी उद्देश्य से उनकी शासन के सचिव के रूप में तैनाती की है। ताकि मंडल के सुदूर क्षेत्रों की जनता के आम लोग व जनप्रतिनिधि, विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे समूह व संगठन शासन स्तर पर कार्रवाई चाहने वाले विषयों पर अपने प्रत्यावेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। ऐसे विषयों पर यहां से तत्काल कार्रवाई की व्यवस्था की जाएगी।
इसके साथ ही जिलों, मंडल व प्रदेश मुख्यालयों के बीच की बड़ी भौतिक दूरी को देखते हुए शासन एवं विभिन्न विभागों के निर्णय लेने में सक्षम उच्चाधिकारियों की बैठकें भी कराए जाने के प्रयास किये जाएंगे। इसके अलावा उन्होंने गत दिवस प्रदेश के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह के पंतनगर हवाई अड्डे पर अधिकारियों के साथ हुई समीक्षा बैठक के हवाले से बताया कि पंतनगर से दिल्ली के बीच चलने वाली हवाई सेवा से देहरादून भी शीघ्र जुड़ जाएंगे। एयर इंडिया को 90 दिन के भीतर यह सेवा शुरू करनी है, किंतु इससे पूर्व ही यह सेवा शुरू होने की उम्मीद है। कहा कि इससे देहरादून की यात्रा केवल 30 मिनट में हो सकेगी। साथ ही विश्वास जताया कि दिसंबर-जनवरी माह में पिथौरागढ़ पंतनगर व देहरादून से हवाई सेवा से जुड़ जाएगा।

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-एनसीसी की नेवल यूनिट राष्ट्रीय प्रतियोगिता की विजेता बनने पर पुरस्कृत
नैनीताल। नैनी झील में जल्द एनसीसी के 5 यूके नेवल यूनिट के कैडेट विदेशों की तरह विदेशी उपकरणों पर विंड सर्फिंग करते हुए नजर आएंगे, और नगरवासी तथा सैलानी इसका आनंद उठा पाएंगे। नैनीताल की 5 यूके नेवल यूनिट ने अपनी 1962 में स्थापना के बाद से पहली बार वर्ष 2017 में राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन कर उत्तराखंड की छोटी यूनिटों में पहला स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि के तोहफे के तौर उन्हें यह सुविधा शीघ्र मिल सकती है।

उल्लेखनीय है कि 5 यूके नेवल यूनिट उत्तराखंड बनने के बाद से पहली बार राष्ट्रीय नौसैनिक शिविर में शीर्ष 10 में, नौवें स्थान पर रही। साथ ही ऑल इंडिया सेलिंग रिगाटा में देश भर में दूसरे बोट पुलिस व लाइन एरिया में भी स्वर्ण पदक सहित कुल 17 स्वर्ण पदक एवं एक व्यक्तिगत स्वर्ण पदक प्राप्त किये। खास बात यह भी रही कि इनमें से 14 पदक अकेले डीएसबी परिसर के कैडेटों ने जीते थे। इसके अलावा रानीबाग में आयोजित हुए शिविर में इस यूनिट को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था, तथा राजपथ पर होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड में भी यहां के खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था। इस बेहतरीन प्रदर्शन पर 5 यूके नेवल यूनिट को उत्तराखंड राज्य डायरक्टरेट में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।

शुक्रवार को इस उपलब्धि पर उत्तराखंड नेवल डायरक्टरेट के अपर महानिदेशक मेजर जनरल सी मणि ने शुक्रवार को यूनिट को ट्रॉफी प्रदान की। इस उपलब्धि के तोहफे के रूप में यहां नेवल कैडेटों को नैनी झील में पहली बार नैनी झील में विंड सर्फिंग करने के लिए विदेश से उपकरण एवं नई नौकाएं तथा अन्य उपकरण दिये जाने की मेजर जनरल मणि ने घोषणा की। इस अवसर पर सीओ ले. भुवन राणा, पूर्व सीओ विकास धस्माना, रीतेश साह, राकेश थपलियाल, शैलेंद्र चौधरी, सीपीएस नेगी, शिवशंकर व राजेंद्र सिंह सहित बड़ी संख्या में कैडेट मौजूद रहे।

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-सीएम ने की है घोषणा, प्रशिक्षण के लिए पंजाब व अन्य प्रांतों में भेजे जायेंगे यहां के कृषक

शहद के लिये प्रसिद्ध फूलो का गांव - ज्योलीकोट
शहद के लिये प्रसिद्ध फूलो का गांव – ज्योलीकोट

नैनीताल। जनपद के सीडीओ प्रकाश चन्द्र ने जनपद के ज्योलीकोट को मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन का केन्द्र विकसित किये जाने के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। बताया कि क्षेत्र के मौन पालकों को आधुनिक प्रशिक्षण दिये जाने के लिये पंजाब व अन्य प्रांतों में भेजा जायेगा, ताकि वे मधुमक्खी पालन की आधुनिकतम तकनीकी का ज्ञान हासिल कर सकें। उन्होंने बताया कि बीती 20 मई को राजधानी देहरादून में विश्व मधुमक्खी दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस संबंध में घोषणा की है। इसी संबंध में उन्होंने बुधवार को ज्योलीकोट में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की, एवं उनकी समस्याएं सुनने के साथ उन्हें इस क्षेत्र में बेहतर अवसरों की जानकारी भी दी। साथ ही वरिष्ठ कीटविद् एससी तिवारी को सभी मौन पालकों का बायोडाटा तैयार करने और खादी ग्रामोद्योग आयोग के प्रतिनिधि को मौनपालकों को आधुनिकतम प्रशिक्षण की व्यवस्था के साथ ही सभी मौन पालक को 10-10 बक्से उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ज्योलीकोट के आस-पास लगभग 500 मौन पालक हैं। कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों के किसानों के आर्थिक विकास के साथ ही उनकी आय को दुगुना करने में मौन पालन महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है। कहा कि मौन पालन का विस्तार वन पंचातयों एवं महिला स्वयंसहायता समूह के माध्यम से भी किया जायेगा। इसके साथ ही मौनपालकों को वित्तीय सहायता मनरेगा के माध्यम से भी उपलब्ध करायी जायेगी। उन्होंने मौनपालकों से कहा कि अपने क्षेत्र के लोगों के विकास खंड से जॉब कार्ड बनवा लें तथा गांव वासियों को भी मौन पालन से जोड़ें ताकि गांव वालों को भी मौनपालक के जरिये वर्षभर रोजगार मिल सके। इसके अलावा उन्होंने उद्यान विभाग एवं मौनपालन केन्द्र के प्रभारी को सभी मौनपालकों केा अनिवार्य रूप से परिचय पत्र उपलब्ध कराने कहा। वहीं अपनी ओर से विपरीत मौसम में मौन पालकों को चीनी आवंटन के लिये आयुक्त गन्ना विकास से वार्ता तथा मौन पालन के बक्सों को जंगलों में रखे जाने की अनुमति के लिये वन महकमे के अधिकारियों से वार्ता करने का आश्वासन दिया। अध्यक्षता जिला पंचायत सदस्य डा. हरीश बिष्ट ने स्थानीय शहद की ब्रांडिंग करने एवं शहद का उत्पादन बढ़ाने के लिये लीची, जामुन, शहतूत व अन्य फलदार पौंधों का रोपण युद्धस्तर पर करने तथा मौनपालकों को आधुनिकतम प्रशिक्षण दिलाये जाने गोष्ठी में परियोजना निदेशक बालकृष्ण, डीडीओ रमा गोस्वामी, उप निदेशक सूचना योगेश मिश्रा, एपीडी संगीता आर्या के साथ ही बड़ी संख्या में काश्तकार एवं मौनपालक उपस्थित रहे।

30 के दशक में अल्मोड़ा के शीतलाखेत में हुई थी मौन पालन की शुरुआत
नैनीताल। बैठक में सीडीओ ने बताया कि वर्ष 1935-36 में स्व. पं. राजेन्द्र नाथ मुट्टू ने जनपद अल्मोड़ा के शीतलाखेत में मौन पालन का कार्य प्रारम्भ किया था। बाद में उन्होंने ही नैनीताल मेें रामगढ़ में भूपेन्द्र एपियरी नाम से मौनालय स्थापित किया। आगे 1938 में जनपद नैनीताल के ज्योलीकोट में मौन पालन केन्द्र की और 1939 में अखिल भारतीय मौन पालन संघ की स्थापना की गयी थी। ज्योलीकोट की भौगौलिक परिस्थितियों के अनुरूप श्री मुट्टू ने ही यहां भारतीय मौन के लिये एक मौन गृह विकसित किया, जिसे ज्योलीकोट बिलेजर मौनगृह के नाम से जाना जाता है। उत्तराखंड में व्यवसायिक स्तर पर भारतीय एवं इटेलियन मौन वंशों का पालन किया जा रहा है।

नैनीताल के बीडी पाण्डेय जिला अस्पताल में राज्य सरकार ने रचा इतिहास: इतिहास में पहली बार जिला चिकित्सालय में स्वीकृत पदों से अधिक चिकित्सक

-सभी 24 स्वीकृत पदों के सापेक्ष 25 चिकित्सक हुए तैनात, इनमें से दो अनुपस्थित, लिहाजा 23 चिकित्सक हुए कार्यरत
-बिना पद के निष्चेतक के अन्य पद पर मनोचिकित्सक भी हुए तैनात, एक नये पैथोलॉजिस्ट ने भी किया कार्यभार ग्रहण
नवीन जोशी, नैनीताल। उत्तराखंड में हमेशा से अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी का रोना रोया जाता है। लेकिन आज 15 मई का दिन जिला व मंडल मुख्यालय स्थिति बीडी पांडे जिला चिकित्सालय के इतिहास में बहुत ही खास और हमेशा के लिये याद रखने वाला रहेगा, जब यहां चिकित्सकों के स्वीकृत 24 पदों के सापेक्ष एक अतिरिक्त यानी 25 चिकित्सक तैनात हो गये हैं। यह अलग बात है कि इनमें से दो चिकित्सक तैनाती के बावजूद कार्य नहीं कर रहे हैं, फिर भी 24 पदों पर 23 चिकित्सकों का कार्य करना भी ऐतिहासिक है। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में लम्बे समय के बाद चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के तहत चयनित 421 डॉक्टरों को तैनाती दी गई है।

जिला चिकित्सालय ने दो चिकित्सकों, मनोचिकित्सक डा. गिरीश चंद्र पांडे एवं पैथोलॉजिस्ट डा. प्रियांशु श्रीवास्तव ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। उल्लेखनीय है कि जिला चिकित्सालय में मनोचिकित्सक का पद स्वीकृत ही नहीं है, लिहाजा उन्हें निष्चेतक के पद के सापेक्ष भेजा गया है। जबकि निष्चेतक के पद पर चिकित्सालय में अभी संविदा पर डा. एससी भट्ट कार्यरत हैं, जो कि स्वीकृत पद पर नियमित नियुक्त हो जाने के बाद से एक तरह से अतिरिक्त हो गये हैं, अलबत्ता उनके पद की आवश्यकता भी चिकित्सालय में सर्जरी-ऑपरेशन आदि के समय जरूरी है। वहीं मनोचिकित्सक पद पर चिकित्सक की तैनाती की गंभीरता को इस बात से समझा जा सकता है कि प्रदेश में इस दक्षता के गिने-चुने ही चिकित्सक उपलब्ध हैं। नयी नियुक्तियों में राज्य को केवल दो मनोचिकित्सक मिले हैं, जिनमें से एक की नियुक्ति देहरादून एवं दूसरे की नैनीताल में की गयी है।

राज्य बनने के बाद बढ़े हैं चिकित्सकों के तीन पद
नैनीताल। जिला चिकित्सालय के स्वीकृत पदों की बात करें तो राज्य बनने से पूर्व यहां चिकित्सकों के 21 पद थे। राज्य बनने के बाद हड्डी रोग विशेषज्ञ, फिजीशियन एवं सर्जन के एक-एक यानी कुल तीन बढ़कर 24 पद हो गये हैं। इन पदों के सापेक्ष अब तक जिला चिकित्सालय में संविदा पर कार्यरत निश्चेतक सहित 23 चिकित्सक नियुक्त थे, अलबत्ता हृदय रोग विशेषज्ञ के एक स्वीकृत पद पर नियुक्त डा. जोशी कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत लंबे अवकाश पर चले गये हैं। बताया गया है कि उन्होंने वीआरएस के लिए भी शासन से अनुरोध किया था, जिसे स्वीकारा नहीं गया है, बावजूद वे अवकाश पर हैं, वहीं हड्डी रोग विशेषज्ञ के पद पर नियुक्त चिकित्सक ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। स्वीकृत से अधिक पदों पर चिकित्सकों की तैनाती पर जिला चिकित्सालय के प्रभारी पीएमएस डा. राजेश साह ने कहा कि ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है। दो नये चिकित्सकों के आने के बाद अब चिकित्सालय में पैथोलॉजिस्ट के दोनों पद भर गये हैं, वहीं मनोचिकित्सक के अन्य पद पर नियुक्त होने से अवसाद, तनाव आदि के मौजूदा दौर में पूरे कुमाऊं मंडल वासियों को इस पद का लाभ मिलने की उम्मीद है।

अच्छी खबर : केंद्र सरकार नैनीताल जिले में खोलेगी एक वृद्धाश्रम

-केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने अधिकारियों को दिये प्रस्ताव तैयार भेजने के निर्देश
नैनीताल। नैनीताल जनपद में शीघ्र ही एक वृद्धाश्रम खोला जाएगा। भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने बुधवार को मुख्यालय स्थित नैनीताल क्लब में डीएम, पुलिस व समाज कल्याण अधिकारी के साथ बैठक करते हुए जनपद में वृद्धाश्रम खोलने हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। इसके साथ ही उन्होंने बैठक में भारत सरकार द्वारा अनुसूचित जाति जनजाति हेतु संचालित कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा की, और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत लंबित प्रकरणों की जानकारी लेते हुये अधिनियम के अन्तर्गत वादों में शीघ्रता से एफआईआर दर्ज करते हुये पीड़ित पक्ष को आर्थिक सहायता हेतु शीघ्र प्रपत्र संबंधित अधिकारी को भेजने के निर्देश दिये।

यह भी पढ़ें : ग्रामीण क्षेत्रों में एएनएम की भांति प्रारम्भिक जांचें भी करेंगी आशा बहनें

-दिये जाएंगे आवश्यक प्रशिक्षण एवं उपकरण
नैनीताल। ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत आशा कार्यकत्रियां आगे से एएनएम की तरह कार्य करेंगी। इस हेतु उन्हें ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, हिमोग्लोबिन तथा बुखार आदि की प्रारम्भिक जांचें करने के लिये आवश्यक प्रशिक्षण तथा उपकरण दिये जायेंगे। डीएम विनोद कुमार सुमन ने मंगलवार को जिला कलक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य महकमे की बैठक लेते हुए इस बाबत आवश्यक निर्देश दिये।

इसके साथ ही उन्होंने बैठक में आगामी गर्मी व बरसात के मौसम को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मलेरिया, व डेंगू की संभावनाओं के मद्देनजर मच्छरों के लारवा को नष्ट करने के लिये जून माह से आवश्यक रसायनों का छिड़काव करने, गरीबों के स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार करने, चिकित्साधिकारियों से कम से कम पांच गांवों का निरीक्षण कर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के साथ ही आशाओं एवं एएनएम के कार्यो की समीक्षा करने, कन्या भ्रूण हत्या की संभावनाओं के मद्देनजर अल्ट्रासाउन्ड केन्द्रों की नियमित जांच करने, गर्भवती व धात्री महिलाओं तथा सभी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण करने आदि के निर्देश भी दिए। उन्होंने धारी प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र को प्रदेश में प्रथम स्थान पाने पर बधाई दी। बैठक में यह तथ्य सामने आया कि जनपद में 102 कुष्ठरोगी चिन्हित किये गये है। डीएम ने जनपद में संचालित कुष्ठ आश्रमों में स्वास्थ विभाग की टीमों से जाकर उनका स्वास्थ परीक्षण करने और निःशुल्क दवाइयां उपलब्ध कराने को भी कहा। बैठक में सीएमओ डा. एमएम तिवारी, एसीएमओ डा. टीके टम्टा, डीपीएम मदन मेहरा, डीओओ अरूण जोशी, डीईओ देवेश तिवारी, सतीश सिंह, अंजू बुडलाकोटी, जगदीश पांडे, पंकज पंत, डीएएम डीएस कालाकोटी, बीएलए महेश गोस्वामी, बीपीएम रामगढ़ दिनेश कुमार, बीएएम पंकज आर्या, डीईओ बेतालघाट विजयपाल सिंह, बीएएम लक्ष्मीकांत, विजेन्द्र सिंह, बीपीएम बीएम पाठक, जीसी पांडे, विनय जोशी, शशि कान्डपाल, बीएएम रितेश पांडे, विजेन्द्र सिंह सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे।

स्वच्छता एप में नैनीताल प्रदेश में तीसरा, देश में 537वां
नैनीताल। स्वच्छ भारत सर्वेक्षण के तहत ‘स्वच्छता ऐप’ को नगर वासियों द्वारा डाउनलोड कर इसका उपयोग करने एवं इसमें दर्ज शिकायतों के निस्तारण के मामले में नैनीताल बृहस्पतिवार तक उत्तराखंड के शहरों में तीसरे और देश में 537वें स्थान पर है। नगर पालिका ईओ रोहिताश शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखंड में नैनीताल से पहले चंबा पहले और मुनि की रेती दूसरे स्थान पर है। उल्लेखनीय है कि इस सर्वेक्षण में देश के 4041 शहर प्रतिभाग कर रहे हैं। बीती चार जनवरी से केंद्रीय टीम भी नगर की व्यवस्थाओं का सर्वेक्षण कर गयी है। जिसके आधार पर आगे रैंकिंग की जाएगी। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व 2017 के स्वच्छता सर्वेक्षण में नैनीताल देश के 434 शहरों में 330वें पायदान पर रहा था।

स्वच्छता एप को यहाँ से डाउनलोड करें.

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