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March 19, 2024

(Technology) नैनीताल हाइवे पर नई आधुनिक गाड़ियों की बड़ी कमी के कारण बड़ा हादसा, 8 लोग जिंदा भष्म…

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Technology

नवीन समाचार, बरेली, 10 दिसंबर 2023 (Technology)। बरेली-नैनीताल राष्ट्रीय राजमार्ग पर नये दौर की अत्याधुनिकता के नाम पर जानलेवा साबित हो रही नई गाड़ियों की तकनीकी की वजह से एक भीषण और दर्दनाक दुर्घटना का समाचार है।

Etv Bharatबरेली में भोजीपुरा थाना क्षेत्र में नैनीताल हाईवे पर बीती रात बरेली से बहेड़ी की ओर जा रही एक नई अर्टिगा कार टायर फटने के बाद डिवाइडर फांदकर दूसरी ओर से आ रहे डंपर में जा घुसी। धमाके के साथ दोनों वाहनों में आग लगने से कार सवार सभी आठ लोग जिंदा जलकर मर गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची फायर टीम ने बमुश्किल आग बुझाकर वाहनों को हटाया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बहेड़ी के गांव जाम निवासी उवैस की बारात बरेली के फहम लॉन में आई थी। इसी बरात में आने के लिए कार बुक कराई गई थी। बारात से लौटकर रात पौने 11 बजे ये लोग वापस बहेड़ी लौट रहे थे। बताते हैं कि भोजीपुरा थाने से करीब सवा किमी बहेड़ी की ओर आगे दभौरा गांव के पास अचानक कार का टायर फट गया।

इससे कार असंतुलित होकर डिवाइडर को फांदकर दूसरी दिशा में चली गई, और वहां सामने से आ रहे डंपर से जाकर टकरा गई। इससे जोरदार आवाज के साथ कार में आग लग गई। इस दौरान डंपर चालक भी डंपर को नियंत्रित नहीं कर पाया और कार को करीब 25 मीटर तक घसीटता हुआ ले गया। इससे डंपर के अगले हिस्से में भी आग लग गई। डंपर के ड्राइवर और हेल्पर घबराहट में कूदकर फरार हो गए।

हादसे के दौरान कार के दरवाजे लॉक हो गए। इससे बच्चे समेत आठ लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। घटना की जानकारी होने पर एसएसपी बरेली, आईजी बरेली रेंज समेत कई थानों की फोर्स पहुंच गई। सभी शवों को कार से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मरने वालों के नाम आरिफ, शादाब, आसिफ, बाबू ,मोहम्मद आसिफ, फुरकान, मोहम्मद अयूब और अलीम शामिल हैं। सभी बाराती एक ही गांव जामनगर के रहने वाले थे।

इनमें से तीन मृतकों की पुलिस ने शिनाख्त कर ली है। जबकि पांच लोगों के शव इतनी बुरी तरह से झुलसे हैं कि उनकी शिनाख्त के लिए डीएनए टेस्ट की तैयारी हो रही है। अलबत्ता डंपर सवार हताहत नहीं हुए। उल्लेखनीय है कि नई कारों के इस तरह अंदर से लॉक हो जाने की वजह से पहले भी कई दुर्घटनायें हो चुकी हैं। कार निर्माता कंपनियों के साथ सरकार को भी इस ओर ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है।

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यह भी पढ़ें : Technology : चाबी, रिमोट, चश्मा या मोबाइल चीजें रखकर भूल जाते हैं तो पढ़ें यह समाचार, आने वाला है 1 समाधान

नवीन समाचार, विविध डेस्क। (Technology) क्या आप घर में चाबी, टीवी का रिमोट, चश्मा या मोबाइल फोन जैसी चीजें कहीं रखकर भूल जाते हैं, और आप को लगता है ऐसा केवल आपके साथ ही होता है तो यह समाचार आपके लिए है। क्योंकि जान लें कि यह समस्या केवल आपको नहीं, बल्कि अनेकों लोगों को है, इसलिए इस समस्या के समाधान के लिए रोबोट बनाया जा रहा है।

 Technologyकनाडा के यूनिवर्सिटी ऑफ वाटरलू में शोधकर्ताओं की एक टीम एक ऐसे (Technology) रोबोट के निर्माण पर काम कर रही है, जो किसी सीमित क्षेत्र में अलग-अलग वस्तुओं को पहचान सकता है और उन्हें ढूंढ सकता है। इस रोबोट का प्रारंभिक परीक्षण हो चुका है और अब इसे लॉन्च करने से पहले इसकी रियल लाइफ टेस्टिंग करने की तैयारी चल रही है।

न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार इस रोबोट को विकसित करने का उद्देश्य डिमेंशिया जैसी बीमारी से पीड़ित लोगों की मदद करना है। ताकि वे अपने स्मार्टफोन और दवाई जैसी चीजों को आसानी से ढूंढ सकें।

(Technology) इस शोध के लिए वैज्ञानिकों ने फेच मोबाइल मैनिपुलेटर रोबोट का इस्तेमाल किया है। इसमें कैमरा लगा है, जिससे यह आसपास की दुनिया को देख सकता है। इसमें शोधकर्ता एक डेडिकेटेड ऑब्जेक्ट डिटेक्शन एल्गोरिदम की मदद से इस तरह से प्रोग्राम करने में सफल हुए कि यह सीमित जगह में विशेष सामग्री को पहचानें, ट्रैक करें और याद रखें।

(Technology) गौर करने वाली बात यह है कि यह अलग-अलग वस्तुओं में अंतर कर सकता है और उनके मूवमेंट यानी इधर से उधर स्थानांतरित होने को रिकॉर्ड कर सकता है। ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें ढूंढा जा सके। इसमें वस्तुओं को चुन कर फोन या कम्प्यूटर में खोजने के लिए ग्राफिकल इंटरफेस भी तैयार किया गया है।

(डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य एवं अधिक पढ़े जा रहे ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यदि आपको लगता है कि ‘नवीन समाचार’ अच्छा कार्य कर रहा है तो हमें सहयोग करें..यहां क्लिक कर हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें, यहां क्लिक कर हमें गूगल न्यूज पर फॉलो करें। यहां क्लिक कर हमारे टेलीग्राम पेज से जुड़ें और यहां क्लिक कर हमारे फेसबुक ग्रुप में जुड़ें।

यह भी पढ़ें : Technology : नए दौर की सनसनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल चैट जीपीटी पर प्रतिबंधों की शुरुआत, इटली ने किया बैन…

नवीन समाचार, अंतर्राष्ट्रीय डेस्क, 31 मार्च, 2023 (Technology)। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल चैट जीपीटी जोकि नए दौर की सनसनी की तरह आया है, उस पर प्रतिबंधों की शुरुआत हो गई है। इटली ने इसकी शुरुआत कर दी है। चैट जीपीटी को शुक्रवार को इटली में अस्थायी तौर पर प्रतिबंधित कर दिया है। यह प्रतिबंध इस भविष्य के दौर के मशीनी-कृत्रिम होशियार उपकरण के भविष्य के लिए कितना प्रभावी अथवा निष्प्रभावी खतरा साबित होगा, यह भविष्य के गर्भ में है। इस समाचार को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें। 

Is ChatGPT The End Of Traditional Search Engines—Web3 Innovation - OmiSoft(Technology) उल्लेखनीय है कि चैटजीपीट के बारे में कहा जा रहा है कि यह भविष्य में कल्पनाशील लेखन पर बड़े पैमाने पर कब्जा कर लेगा। यह कैसी भी रचनात्मक कहानी लिखने में माहिर है। इसलिए इससे कल्पनाशील जगह के रचनाशील लोगों को बड़ा खतरा बताया जा रहा है, क्योंकि दावा किया जा रहा है कि यह उनसे अच्छी कहानी, निबंध लिख सकेगा। यह भी पढ़ें : Nainital Weather Update: सरोवर नगरी सप्ताह भर के भीतर दूसरी बार ओलों की सफेद चादर से पटी

(Technology) चैट जीपीटी के आने के बाद निबंधों का मसौदा तैयार करने, मानवीय बातचीत में संलग्न होने और कंप्यूटर कोड लिखने जैसे अधिक जटिल कार्यों को करने की अपनी क्षमता से उपयोगकर्ताओं को भी चकाचौंध कर दिया है। लेकिन इसने गलत सूचनाओं के प्रसार, रोजगार पर प्रभाव और समाज के लिए व्यापक जोखिमों के बारे में चेतावनी दी है। बहरहाल, इटली द्वारा इस पर लगाया गया प्रतिबंध इस पर पहला प्रतिबंध बताया जा रहा है, और इसके जरिए इस पर प्रतिबंधों की शुरुआत हो गई है। यह भी पढ़ें : HC on New Excise Policy : उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने प्रदेश की नई आबकारी नीति पर लगाई मुहर

(Technology) इटली के डेटा संरक्षण प्राधिकरण ने कहा है कि चैट जीपीटी को बनाने वाली कैलिफोर्निया की कंपनी ओपनएआई ने उपयोगकर्ताओं से व्यक्तिगत डेटा एकत्र करके और नाबालिगों को अवैध सामग्री के संपर्क में आने से रोकने के लिए आयु-सत्यापन प्रणाली नहीं अपनाई है। इसलिए चैट जीपीटी पर गोपनीयता चिंताओं के दृष्टिगत प्रतिबंध लगाया जा रहा है। ऐसा करने इटली दुनिया की पहली सरकार है। यह भी पढ़ें : नैनीताल सीएमओ कार्यालय में कार्यरत महिला कर्मी ने अपने पुरुष सहकर्मी पर लगाए आरोप

इटली में नियामकों ने ओपनएआई को देश में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को चैट जीपीटी तक पहुंच प्राप्त करने से रोकने के लिए कहा है, जब तक कि कंपनी अतिरिक्त जानकारी नहीं देती। देश में चैट जीपीटी के भविष्य के बारे में अंतिम निर्णय लेने से पहले एजेंसी को सामग्री और संभावित उपचार प्रदान करने के लिए ओपनएआई कंपनी को 20 दिन का समय दिया गया है। इसके लिए नियामकों ने 20 मार्च के डेटा उल्लंघन का हवाला दिया है जिसमें बातचीत और कुछ उपयोगकर्ताओं के भुगतान विवरण उजागर हो गए थे। यह भी पढ़ें : Bad news for Rahul Gandhi from Uttarakhand-30 March : राहुल गांधी के लिए उत्तराखंड से भी बुरी खबर, दर्ज हुआ मुकदमा

(Technology) एजेंसी ने कहा है कि ओपनएआई पर 20 मिलियन यूरो या इसके विश्वव्यापी वार्षिक राजस्व का 4 प्रतिशत तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। ओपनएआई ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। इधर, शुक्रवार को शाम 5 बजे तक इटली में चैटबॉट चैट जीपीटी तक यह खबर नहीं पहुंची थी कि इसे देश में ब्लॉक कर दिया जाएगा।

वहां एक उपयोगकर्ता द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या इसे इटली में गोपनीयता की चिंताओं के कारण प्रतिबंधित किया जाएगा, चैटजीपीटी ने जवाब दिया, ‘कोई चिंता नहीं होनी चाहिए।’ चैटबॉट ने कहा, ‘मैं एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लैंग्वेज मॉडल हूं, जिसे इंटरनेट कनेक्शन होने तक दुनिया में कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है।’ यह भी पढ़ें : NUJ-I New National Executive : नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स-इंडिया की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की हुई घोषणा, उत्तराखंड को भी मिली जिम्मेदारी

उल्लेखनीय है कि चीन, उत्तर कोरिया, रूस और ईरान में चैट जीपीटी की सेवा पहले से अनुपलब्ध है क्योंकि ओपनएआई ने इसे सुलभ नहीं बनाने का निर्णय लिया है। इटली का निर्णय अत्याधुनिक एआई के डेवलपर्स के लिए उभरती हुई नीतिगत चुनौतियों का संकेत है। यह भी पढ़ें : hike in electricity rates-30 March : उत्तराखंड सरकार ने राज्य वासियों को दिया ‘बिजली का जोर का झटका’

इसके अलावा इस सप्ताह 1,000 से अधिक प्रौद्योगिकी नेताओं और शोधकर्ताओं ने सबसे उन्नत एआई के विकास पर रोक लगाने का आह्वान किया था। ताकि सुरक्षा नीतियों को लागू किया जा सके। एआई के लिए केंद्र और डिजिटल नीति, प्रौद्योगिकी के नैतिक उपयोग पर जोर देने वाले एक हिमायती समूह ने अमेरिकी संघीय व्यापार आयोग से ओपनएआई को चैट जीपीटी के नए व्यावसायिक संस्करण जारी करने से रोकने के लिए कहा है। यह भी पढ़ें : पति के बाहर जाने पर पत्नी ने बुला लिया प्रेमी को, पति लौट आया तो बता दिया बदमाश, फिर मोबाइल से बचा प्रेमी और खुली पूरी कहानी…

इस प्रकार चैटजीपीटी की रिलीज के बाद अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम के डेवलपर्स के लिए उभरती हुई नीतिगत चुनौतियों का इटली में आदेश एक संकेत है। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

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