-इंदिरा आवास योजना के तहत हुआ था एक कमरे के घर का निर्माण, पीएमजीएसवाई के तहत बन रही सड़क की अधूरी सुरक्षा दीवार की वजह से हुआ हादसा
नवीन समाचार, नैनीताल, 14 अगस्त 2020। जनपद के ओखलकांडा विकास खंड के टांडा गांव में शुक्रवार सुबह बारिश एवं प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत अधूरी बनी सुरक्षा दीवार की वजह से एक गरीब का आशियाना ढह गया। वहीं इस अधूरी व असुरक्षित तरीके से बन रही सड़क व सुरक्षा दीवार की वजह से कई अन्य घरों को भी खतरा उत्पन्न हो गया है।
क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ता व नवयुवक मंगल दन टांडा के अध्यक्ष मदन परगांई ने बताया कि टांडा गांव में खनस्यूं से टांडा के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़क बन रही है। इस सड़क की सुरक्षा दीवार की वजह से सड़क के ऊपर स्थित घरों के लिए करीब 20 मीटर की गहरी खाई बन गई है। इससे कई घरों को खतरा पैदा हो गया है। इधर शुक्रवार पूर्वाह्न 11 बजे इसकी वजह से टांडा गांव के ज्ञानेंद्र प्रकाश का मकान ध्वस्त हो गया। यह सिर्फ एक कमरे का मकान कुछ वर्ष पूर्व इंदिरा आवास योजना के तहत बना था। उन्होंने बताया कि कुछ माह पूर्व से ही सड़क की वजह से मलबा गिर रहा था, इसलिए भवन स्वामी ने घर खाली कर दिया था। इसलिए हादसे में किसी की जान नहीं गई। परगांई ने स्थानीय राजस्व उपनिरीक्षक को घटना की सूचना देकर गरीब भवन स्वामी को जल्द भी मुआवजा एवं नया घर बना कर देने की मांग की है।
प्रदेश के नौ जिलों में आज और कल बारिश का रेड अलर्ट, नैनीताल जिले की 2 दर्जन सड़कें बंद..
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Uttarakhand: 3 injured people rescued and others feared trapped after a building collapsed in Chukkuwala area of Dehradun. State Disaster Response Force (SDRF) team present at the spot; rescue operation underway. Injured have been sent to hospital. pic.twitter.com/Sda6IceQfV
— ANI (@ANI) July 15, 2020
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नवीन समाचार, नैनीताल, 11 जुलाई 2020। शुक्रवार रात्रि हुई वर्षा के फलस्वरूप शनिवार सुबह दोगांव से आगे भेड़िया पखांणा पर बड़े पत्थर सड़क पर आ गये हैं। साथ ही आगे और पत्थर गिरने की संभावना बनी हुई है। आपदा प्रबंधन अधिकारी शैलेश कुमार ने बताया कि मौके पर जेसीबी पहुंच रही है। जल्द मार्ग खुलने की उम्मीद है।
इधर, उत्तराखंड में बीती रात्रि में हुई वर्षा के कारण खासकर सीमांत जिलों के कई महत्वपूर्ण मार्ग बंद हो गये हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुमाऊं तथा गढ़वाल दोनों मंडलों के कमोबेश सभी जनपदों में बादल छाये हुए हैं और आगे भी बारिश की स्थिति बनी हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तरकाशी जनपद का यमुनोत्री मार्ग पालीगाड के पास बंद है। वहीं चमोली जिले का बद्रीनाथ मार्ग चमोली में लामबगड़ पीपलकोटी टंगड़ी और पागलनाला के पास बंद है। इसी तरह पिथौरागढ़ में थल मुंसारी मार्ग अररिया के पास और चीन सीमा को जोड़ने वाला गूंजी-कुट्टी मार्ग 1 किलोमीटर टूट गया है। इसमें बीआरओ द्वारा कार्य किया जा रहा है।
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नवीन समाचार, रानीखेत/अल्मोड़ा, 8 जुलाई 2020। कल से ही लगातार हो रही बारिश अल्मोड़ा जनपद के द्वाराहाट क्षेत्र के एक गांव तैलमनारी के रहने वाले रमेश राम के परिवार के लिए काल साबित हुई। इस मौसम की कमोबेश पहली बारिश में ही रमेश राम का जीर्ण-शीर्ण घर मंगलवार की देर रात्रि करीब 11 बजे ढह गया। उस समय घर में रमेश के साथ ही उसकी पत्नी करीब 35 वर्षीया चंद्रा देवी, तथा तीन बेटियां-17 वर्षीया कमला, 12 वर्षीया पिंकी सो रहे थे। मकान दबने से तीनों मकान के मलबे में दब गए। प्रशासन ने सूचना मिलने पर रात्रि में ही गांव में बचाव-अभियान चलाया। घर में मौजूद लोगों को बाहर निकाला गया और घायलों को अस्पताल ले जाया गया। अलबत्ता, जब तक मां चंद्रा देवी और बेटी कमला को मलबे से बाहर निकाला जा सका, तक तक वे दम तोड़ चुकी थीं। जबकि दूसरी बेटी पिंकी ने रानीखेत के अस्पताल लाने के दौरान रास्ते में दम तोड़ा। रमेश जरूर बच गया। उसे प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। परिवार के एक अन्य सदस्य के भी बचने का समाचार है। जिलाधिकारी नितिन भदौरिया ने पीड़ित परिवार को यथाशीघ्र आपदा मद से अनुमन्य आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की बात कही है।
वहीं अल्मोड़ा में माल रोड पर पोस्ट ऑफिस के पास पंत पार्क में स्थित नगर की खूबसूरती का दशकों से प्रतीक व पहचान बना वोगेनवेलिया की बेल युक्त विशाल देवदार का वृक्ष बुधवार सुबह ढह गया है। इससे माल रोड पर भी आवागमन प्रभावित हुआ है। इस पर कहा जा रहा है कि देवदार का यह विशाल पेड़ और वोगेनवेलिया की विशाल बेल दशकों से आपस में प्रेम में आलिंगनबद्ध थे। दोनों के साथ जीने-साथ मरने वाले इस प्रेम का बुधवार सुबह एक तरह से अंत हो गया। हालांकि कहा जा रहा है कि वोगेनबेलिया की बेल को पार्क के दूसरे पेड़ों के सहारे बचाने का प्रयास किया जाएगा।
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नवीन समाचार, नैनीताल, 7 जुलाई 2020। इस वर्ष मामूली बरसात में भी नुकसान की खबरें आ रही हैं। पहले रविवार को केवल 4 मिमी बारिश में ही लंघम छात्रावास के पास दो घरों और बिड़ला रोड पर बिल्डर द्वारा किये जा रहे निर्माण के पानी की टंकी के साथ ढहने की घटना हुई थी। अब आज भी मात्र 10 मिमी बारिश होने पर नगर के मल्लीताल बाजार स्थित ‘प्रताप रेस्टोरेंट’ नाम का एक प्रतिष्ठान रात्रि में हुई बारिश की वजह से ऊपरी जीर्ण-शीर्ण मंजिल के ढह जाने से पीछे की ओर से आये मलबे से पट गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसर दुकान नंबर 5 स्थित यह प्रतिष्ठान पूर्व में चार मंजिल रहे भवन के सबसे निचले तल में स्थित था। इसकी ऊपरी मंजिलें पिछले कई वर्षों से ढहती जा रही हैं, लेकिन भवन की मरम्मत नहीं की जा रही है। ऐसे में अब इस भवन के निचले तल में भी मलबा आ गया है। संयोग से मलबा रात्रि में आया। तब वहां कोई नहीं था। अन्यथा कोई जनहानि भी हो सकती थी। बताया गया है कि यह प्रतिष्ठान प्रेमा चमियाल के नाम से है।
उल्लेखनीय है कि नगर में ऐसे कई बहुमंजिले भवन बेहद जीर्ण-शीर्ण हालत में हैं। किराया व स्वामित्व संबंधी अन्य विवादों के चलते इन भवनों की कोई मरम्मत नहीं करता है, और इन्हें सुरक्षित तरीके से ढहाने की जगह लोग स्वयं बचकर इन्हें दूसरों की जान जोखिम में डाकलर स्वयं ढहने के लिए छोड़ देते हैं।
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-मुख्यालय में भी बिड़ला रोड पर भूस्खलन

नवीन समाचार, नैनीताल, 4 जुलाई 2020। इस वर्ष अभी बरसात ठीक से शुरू भी नहीं हुई कि अभी से बारिश से नुकसान की खबरें आनी शुरू हो गई हैं। इससे आगे के लिए चिंताजनक संदेश नजर आ रहे हैं। मौसम विभाग की चेतावनी को एक हद तक सही साबित करते हुए शनिवार को सरोवरनगरी सहित निकटवर्ती पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला शुरू हुआ। बारिश मामूली ही हुई, फिर भी अप्रत्याशित तौर पर बारिश से भूस्खलन के साथ संपत्ति का नुकसान होना प्रारंभ हो गया। पहली घटना नगर के तल्लीताल क्षेत्र में डीएसबी परिसर के लंघम छात्रावास के पास अयारपाटा वार्ड में देखने को मिली। यहां सुबह करीब 11 बजे लंघम छात्रावास के पीछे की बस्ती में दीपक कुमार व बाबूलाल के घर की छत पर पीछे की दीवार गिर गई। इससे दोनों के घर क्षतिग्रस्त हो गये। घटना के दौरान एक घर में दीपक कुमार टांक के 3 बच्चे और दूसरे घर में बाबूलाल की दो विवाहिता पुत्रियां और उनके 4 बच्चे घर के अंदर सोए हुए थे। वे भूस्खलन की आहट होते ही घर से बाहर भाग आए, अन्यथा कोई जनहानि भी हो सकती थी। अलबत्ता, घर के अंदर का सामान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।
मुख्यालय में बिड़ला रोड पर भूस्खलन, जनपद में चार सड़कें बंद
नैनीताल। जनपद में बीते 24 घंटों में हुई बारिश के फलस्वरूप चार सड़कें-फतेहपुर-पीपलअनिया, डोला न्याय पंचायत मोटर मार्ग, सिमलखेत सनना एवं पतलोट-ल्वाड़ डोबा मोटर मार्ग मलबा आने से बंद हो गये हैं। सभी मार्गों को खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई है। वहीं मुख्यालय में सीमेंट हाउस में बिड़ला रोड पर ओल्ड ग्रोव हाउसिंग सोसायटी की पार्किंग और सड़क के पास हो रहे एक भवन निर्माण के पास एक हिस्से पर भूस्खलन हो गया। इससे पानी का टैंक और सड़क क्षतिग्रस्त हो गयी। गनीमत रही कि धंसी सड़क व भूस्खलन का मलबा नीचे रहने वाली आबादी तक नहीं पहुंच पाया, इस कारण किसी का जान माल का नुकसान नहीं हुआ। अलबत्ता, नीचे की ओर रहने वाले लोगों में भविष्य के लिए भय जरूर व्याप्त हो गया है। सूचना मिलने पर जिला विकास प्राधिकरण, वन विभाग, लोनिवि और पुलिस की टीम ने मौका मुआयना किया। बताया गया है कि बिल्डर द्वारा सड़क के नीचे गलत तरीके से किये जा रहे निर्माण की वजह से यह भूस्खलन हुआ है। अधिशासी अभियंता विजय माथुर ने बताया कि फिलहाल भवन स्वामी को निर्माण कार्य रोकने को नोटिस भेजा जा रहा है।
एक इंच बढ़ा नैनी झील का जलस्तर
नैनीताल। झील नियंत्रण कक्ष के प्रभारी रजत पांडे से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यालय में सुबह आठ बजे तक मात्र चार मिमी बारिश हुई। इसके फलस्वरूप नगर की विश्वप्रसिद्ध नैनी झील का जल स्तर कल के मुकाबले एक इंच बढ़कर 6 फिट 7 इंच हो गया। यह जल स्तर पिछले वर्ष आज की तिथि में रहे एक फिट के जल स्तर से 5 फिट 6 इंच अधिक है। वहीं मौसम विभाग के अनुसर जनपद में सर्वाधिक 78 मिमी वर्षा कालाढुंगी एवं 21.6 मिमी वर्षा रामनगर में दर्ज की गई है।
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-नैनी झील का जल स्तर सात वर्षों के शीर्ष पर
नवीन समाचार, नैनीताल, 26 जून 2020। जनपद में बारिश का सिलसिला जारी है। फल स्वरूप विश्व प्रसिद्ध नैनी झील के जल स्तर में वृद्धि हो रही है, और सड़कों के मलबा आने के कारण बंद होने का सिलसिला भी प्रारंभ हो गया है। वहीं बीते 24 घंटे में हुई बारिश से जनपद के भवाली के पास स्थित ग्राम मेहरागांव धुलई निवासी महेश चंद्र पुत्र गोवर्धन की गौशाला ढह गई। इससे एक बकरी की मौत हो गई, जबकि दो बकरियां घायल हो गईं।
मौसम विभाग के अनुसार आज नैनीताल मुख्यालय में 20, कालाढुंगी में 23 तथा हल्द्वानी-काठगोदाम में 15 मिकी बारिश दर्ज की गई। वहीं बृहस्पतिवार को बंद हुई जनपद की दो सड़कें मंगोली-खमारी-जलालगांव व हैड़ाखान धाम मोटर मार्ग आज भी नहीं खुल पाई हैं। बताया गया है कि हैड़ाखान धाम रोड किमी संख्या दो पर बंद हुई है। जेसीबी से इसे खोलने का प्रयास किया जा रहा है। इसे कल शाम खोल लिया गया था, कितु यह पुनः मलबा आने से बंद हो गई। वहीं आज नैनीताल-कालाढुंगी रोड पर मुख्यालय से 23 किमी दूर सुबह एक पेड़ आने से यातायात अवरुद्ध हो गया था। इसके अलावा किमी संख्या 25 में सड़क की दीवार ढह गई है। इसकी मरम्मत पर करीब ढाई लाख रुपए का खर्च बताया गया है। वहीं मंगोली-खमारी रोड किमी संख्या 5, 6 व 9 पर बंद हो गई है। इसी कड़ी में आज नैनी झील का जल स्तर निर्धारित पैमाने पर एक इंच बढ़कर 6 फिट साढ़े सात इंच हो गया। बताया गया है कि वर्ष 2013 में इस दौरान नैनी झील का जल स्तर 8 फिट के स्तर पर था।