नवीन समाचार, देहरादून, 4 फरवरी 2023। राजधानी देहरादून में एक आवारा कुत्ते की मौत के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। मामले में 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोपितों ने कुत्ते की बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला था और उसके शव को जमीन में दबा दिया था। पुलिस ने कुत्ते के शव को जमीन से खोदकर निकाला और उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमॉर्टर रिपोर्ट के बाद आरोपितों पर और धाराएं भी बढ़ाई जा सकती हैं। यह भी पढ़ें : कॉलेज में 6 घंटे चला हाई वोल्टेज ड्रामा, कॉलेज की छत पर चढ़ी छात्र संघ अध्यक्ष…
मामला राजधानी देहरादून में आईएसबीटी परिसर का है। यहां एक सफेद रंग के कुत्ते की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, और उसके बाद सबूत नष्ट करने की नीयत से कुत्ते के शव को परिसर में ही दबा दिया गया था। कुत्ते की हत्या और शव को दफनाए जाने की सूचना पशु प्रेमी राजकुमार सूरी को लगी तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में की। पुलिस ने इसके साक्ष्य के बारे पूछा तो सूरी ने जिस जगह पर कुत्ते के शव को दफनाया गया था, उस स्थान पर सबूत मिलने की बात कही। यह भी पढ़ें : Big Breaking : भाजपा ने की विभिन्न मोर्चों के जिलाध्यक्षों की घोषणा
इसके बाद पुलिस ने आईएसबीटी परिसर के भीतर खुदाई कर कुत्ते का शव बरामद कर लिया और शव का पोस्टमार्टम किया गया। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर इस मामले की पूरी कड़ी जुड़ी हुई है। पशु प्रेमी राजकुमार सूरी का कहना है कि पूरे मामले में उन्हें पुलिस का पूरा सहयोग मिला है, इसके कारण ही कुत्ते का शव बरामद हो पाया और शव का पोस्टमार्टम भी हुआ है। दो धाराओं में अभी मुकदमा दर्ज हुआ है लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद धाराएं बढ़ भी सकती है। यह भी पढ़ें : नैनीताल के घरों-वाहनों में भगवा झंडे लगाने का लिया संकल्प…
सूरी ने बताया कि इससे पहले भी वह एक मामले में एक कुत्ते की हत्या के मामले में कुछ लोगों को सजा दिलवा चुके हैं, इसलिए उन्हें इस बार भी उम्मीद है कि जिस तरीके से बेजुबान पशु की हत्या की गई है, तो इस मामले में भी आरोपितों को सजा मिलेगी। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल के गजब के कुत्ते ही क्या पिल्ले भी, गुलदार दुम दबाकर भागा, देखें वीडियो…
नवीन समाचार, नैनीताल, 1 फरवरी 2023। सरोवरनगरी नैनीताल में कुत्ते कितने डरावने और खौफनाक हैं, शायद बताने की जरूरत नहीं। हर रोज दर्जन भर लोग नगर के जिला चिकित्सालय में कुत्तों के काटे जाने के बाद इंजेक्शन लगाने पहुंचते हैं। कुत्तों के काटे जाने से नगर में कई लोगों की मौत भी हो चुकी थी। उत्तराखंड उच्च न्यायालय को कुत्तों के काटे जाने पर एक लाख रुपए मुआवजा देने का आदेश भी जारी करना पड़ा था। यह अलग बात है कि उस आदेश का पालन नहीं हो पाया है। यह भी पढ़ें : नैनीताल में फिर एक 32 वर्षीय युवक की अचानक मौत…देखें विडिओ :
बहरहाल इधर बुधवार को एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसमें नगर के अयारपाटा क्षेत्र स्थित अरोमा होटल के परिसर में घुसे वयस्क-विशाल गुलदार को कुत्तों व उनके पिल्लों का झुंड दौड़ाकर गेट की ओर लाता है और यहां से कुत्तों के झुंड के आगे-आगे भागता गुलदार 5-6 फिट ऊंचे गेट को फांदकर बाहर दुम दबाकर भागता नजर आ रहा है। यह भी पढ़ें : अवैध संबंधों के शक में बेटे ने अपने पिता के यौन अंग को काट डाला… !
घटना बीती यानी मंगलवार रात्रि की बताई गई है। होटल के गार्ड ने बताया कि वह ब्लोवर जलाने बाहर आ रहा था, तभी उसने विशाल गुलदार को देखा। उसे देखकर वह डर गया, पर कुत्तों और पिल्लों ने उसे भगा दिया। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : गली के आवारा कुत्ते ने 5 वर्ष की मासूम को नोंचा, मौत, लोगों में आक्रोश…
नवीन समाचार, हरिद्वार, 21 जनवरी 2023। गली के आवारा कुत्ते ने एक पांच वर्षीय मासूम को बुरी तरह से नोंच डाला। कुत्ते के काटने से बच्चे ने दम तोड़ दिया है। मासूम की मौत के बाद क्षेत्र वासियों में जबर्दस्त आक्रोश है। लोग सोशल मीडिया पर नगर निगम की कार्यशैली को लेकर अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं। यह भी पढ़ें : झाड़-फूंक के बहाने युवती से किया दो बार दुष्कर्म, अश्लील वीडियो भी बनाई, तीसरे प्रयास में युवती ने चखाया मजा…
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते माह 25 दिसंबर को ज्वालापुर क्षेत्र के वार्ड नंबर 42 सोनिया बस्ती में घर के बाहर खेल रही एक पांच वर्षीय मासूम को गली के एक आवारा कुत्ते ने नाक के पास बुरी तरह से काट दिया था। तब से उसका इलाज चल रहा था। नाक में काटने की वजह से बच्ची को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। इधर गुरुवार रात मासूम की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और आज करीब 25 दिन कष्ट झेलने के बाद आखिर उसकी मौत हो गई। यह भी पढ़ें : नैनीताल ब्रेकिंग: जनपद में मौसम का ऑरेंट अलर्ट, डीएम ने कसे अधिकारियों के पेंच…
मासूम की मौत के बाद परिजनों ने उसे दफना दिया। इसके बाद आमजन का गुस्सा नगर निगम को लेकर सोशल मीडिया पर फूट रहा है। लोग नगर निगम को ही मासूम की मौत का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका आरोप है कि यदि गली के कुत्तों को लेकर नगर निगम अपनी जिम्मेदारी सही से अदा करता, तो मासूम की मौत न होती। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें :जनहित संगठन ने बताया-क्यों खूंखार होकर लोगो को नोंच रहे हैं आवारा कुत्ते….
-कुछ लोगों द्वारा मांस खिलाने से खूखार हो रहे आवारा कुत्ते, इस पर लगे रोकनवीन समाचार, नैनीताल, 8 नवंबर 2022। नगर के सामाजिक संगठन ‘जनहित संगठन नैनीताल’ के वरिष्ठ सदस्य प्रदीप साह ने मंगलवार को संगठन की ओर से नगर पालिका नैनीताल के नवनियुक्त अधिशासी अधिकारी आलोक उनियाल से मुलाकात कर उन्हें उत्तराखंड उच्च न्यायालय में पशुओं द्वारा नैनीताल की जनता को काटे जाने की जनहित याचिका के संबंध में उल्लेखनीय सुझाव दिया। यह भी पढ़ें : महज इतने के लिए की गई पुलिस कर्मी की पत्नी की हत्या ! इससे ज्यादा के तो पुलिस टीम को मिल गए ईनाम !
उन्होंने कहा कि नगर में कुछ व्यक्ति आवारा कुत्तों को मांस के टुकड़े व आंतें तथा अन्य अवशिष्ट खिलाते हैं। इससे ही आवारा कुत्ते, कटखने व खूंखार हो गए हैं और नगर की जनता और पर्यटकों को भी नौंच रहे हैं। यह भी पढ़ें : उत्तराखंड: आपराधिक राजधानी बनते जा रहे जिले में अब ओवरलोड लकड़ी भरे ट्रक ने चेकिंग कर रहे पुलिस कर्मी को कुचला
उन्होंने बताया कि कोरोना काल में उन्होंने भी जानवरों, पशु पक्षियों व अन्य जानवरों के लिए भोजन की व्यवस्था की थी। किन्तु उन्हें मांस खिलाना उन्हें हिंसक व आदमखोर बना रहा है और गंभीर समस्या उत्पन्न कर रहा है। इसलिए इस पर रोक लगाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि अधिकारी अधिकारी ने इस सुझाव पर तुरंत संज्ञान लेकर इस पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। यह भी पढ़ें : राज्य आंदोलनकारियों को विधानसभा के आगामी सत्र में उनका छूटा हक दिलाने की तैयारी में सरकार
नैनीताल में कुल 713 कुत्ते और इनमें से 17 कुत्ते खूंखार
नैनीताल। नैनीताल नगर में कुल 713 आवारा कुत्ते हैं, और इनमें से 17 आवारा कुत्तों को खूंखार कुत्तों के रूप में चिन्हित किया गया है। नगर पालिका ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय के निर्देशों पर पशुपालन विभाग के साथ बीते एक माह तक नगर में आवारा कुत्तों का सर्वेक्षण करने के बाद उच्च न्यायालय में शपथ पत्र के साथ यह जानकारी दी है। यह भी पढ़ें : नैनीताल : नेहा व कृति ने उत्तीर्ण की नेट-जेआरएफ परीक्षा
बताया है कि यह खूंखार कुत्ते माल रोड पर जिला सूचना कार्यालय के पास, मल्लीताल बीडी पांडे अस्पताल जिला चिकित्सालय के पास मोर्चरी और चार्टन लॉज के पास तथा चीना चौराहा व मस्जिद तिराहा आदि स्थानों पर चिन्हित किए गए हैं। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल में शुरू हुआ आवारा कुत्ता की टीकाकरण व बंध्याकरण…
नवीन समाचार, नैनीताल, 2 नवंबर 2022। नगर पालिका नैनीताल सीमान्तर्गत आवारा कुत्तों के टीकाकरण व आक्रामक आवारा कुत्तों को एबीसी सेंटर में रखकर उनकी मॉनीटरिंग करने व जिन आवारा कुत्तों का बंध्याकरण नही हुआ हैं, उनका बंध्याकरण करने हेतु नगर पालिका से अनुबंधित एबीसी-एआरवी इम्पलिमेंटिंग एजेंसी के डॉ सिमरनजीत सिंह की टीम ने मंगलवार से कार्य शुरू कर दिया हैं। आज टीम ने नगर के पंत पार्क क्षेत्र के 12 आवारा कुत्तों का टीकाकरण किया। यह भी पढ़ें : नैनीताल : रिश्ते के भाई ने किया दुष्कर्म, बच्चा हुआ तो अस्पताल में ही छोड़कर भागा…
टीकाकरण अभियान नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी आलोक उनियाल की उपस्थिति में शुरू किया गया। अभियान में पालिका के सफाई निरीक्षक कुलदीप कुमार, डॉ अनुभव खजूरिया, डॉ महेंद्र पाल तथा कुत्ते पकड़ने वाले मुकेश, दीपक व अनिल कुमार भी उपस्थित रहे। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : बेसहारा छोड़ा बैल हुआ हमलावर, पिता-पुत्र पर किया हमला, पिता की मौत, बेटा भी घायल…
नवीन समाचार, रानीखेत, 25 अक्तूबर 2022। निकटवर्ती खोल्टा गांव में एक बैल ने एक ग्रामीण पर हमला कर दिया। इससे ग्रामीण की मौत हो गई। जबकि पिता को बचाने आया पुत्र भी बैल के हमले में गम्भीर रूप से घायल हो गया। यह भी पढ़ें : सोशल मीडिया पर दोस्ती, प्यार के बाद शादी, सुहागरात पर खुला ऐसा राज कि…
प्राप्त जानकारी के अनुसार रानीखेत के कुंवाली क्षेत्र के कुलसीबी ग्राम सभा के खोल्टा गांव निवासी 78 वर्षीय दिगंबर दत्त तिवारी पुत्र स्व. ख्याली राम देर शाम अपने दो पोतों को लेकर अपनी दुकान की ओर जा रहे थे। तभी आवारा बैल ने उन पर हमला कर दिया। इस दौरान दिगंबर दत्त का पुत्र हेम चंद्र तिवारी अपने पिता को बचाने गया लेकिन हमले में वह भी घायल हो गया और उसका पांव फ्रैक्चर हो गया। यह भी पढ़ें : हल्द्वानी में यूट्यूबर सौरभ जोशी सबको बताकर गए लांग ड्राइव पर, घर में लाखों रुपए की नगदी-ज्वेलरी पर हाथ साफ कर गया चोर…
दादा पर बैल के हमले से घबराए दोनों पोतों ने जैसे तैस भागकर जान बचाई। बमुश्किल बैल के चंगुल से छुड़ाने के बाद ग्रामीणों ने दिगंबर व उसके पुत्र को पीठ पर लादकर सड़क तक पहुंचाया। वहां से उनकी हालत नाजुक देख हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। लेकिन हल्द्वानी ले जाते समय रास्ते में घायल दिगंबर दत्त ने दम तोड़ दिया। यह भी पढ़ें : बिलासपुर-छत्तीसगढ़ की सेंट्रल जेल तक पहुंचे उत्तराखंड उच्च न्यायालय के न्यायिक अधिकारी से 50 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगे जाने के तार
आरोप है कि गांव के ही व्यक्ति ने तीन वर्ष पूर्व बैल को बेसहारा छोड़ दिया था जो अब हमलावर हो गया है। दीपावली की खुशियां मातम में बदल गई। मृतक के पुत्र प्रकाश चंद्र व अन्य परिजनों के अनुसार वर्षों तक खेत जोतने के लिए बैल का इस्तेमाल कर उसे बेसहारा छोडना ही मौत की वजह बन गई। यह भी आरोप है कि दोषी पशुपालक को कई बार बताने के बावजूद वह बैल को घर ले जाने के बजाय उल्टा ग्रामीणों को धमका रहा है। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : अब नैनीताल में पिटबुल ने किशोर को बुरी तरह से नोंचा….
नवीन समाचार, नैनीताल, 21 अक्तूबर 2022। नोएडा, दिल्ली, लखनऊ में कहर मचाने वाले हजारों रुपए मूल्य के पिटबुल नाम की खूंखार प्रजाति के पालतू कुत्ते द्वारा अब नैनीताल में भी एक किशोर को बुरी तरह से नोंचने का मामला सामने आया है। बुरी तरह घायल किशोर को उपचार के लिए बीडी पांडे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। ‘नवीन समाचार’ के माध्यम से दीपावली पर अपने प्रियजनों को शुभकामना संदेश दें मात्र 500 रुपए में… संपर्क करें 8077566792, 9412037779 पर, अपना संदेश भेजें saharanavinjoshi@gmail.com पर… यह भी पढ़ें : उत्तराखंड: एक आईएएस अधिकारी के घर में हुई चोरी…
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार तल्लीताल लौंग व्यू कंपाउंड निवासी अनिल जोशी का कहना है कि उनके पड़ोसी के पिटबुल प्रजाति के काफी खूंखार कुत्ते ने उनके बेटे को बुरी तरह नोंच दिया है। दो माह पूर्व भी कुत्ते ने बच्चे को काटकर घायल कर दिया था। पड़ोसी से शिकायत किए जाने पर वह झगड़ा करते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी एक साल की छोटी बेटी भी है। पर इसके बावजूद पड़ोसी कुत्ते को नहीं हटा रहे हैं। यह भी पढ़ें : बड़ा समाचार: सीएम धामी का कर्मचारियों को बड़ा तोहफा, निकायों-निगमों के दैनिक वेतन भोगी व तदर्थ कर्मियो को भी मिलेगा दिवाली का बोनस
मामले में किशोर के परिजनों ने तल्लीताल थाने में शिकायती पत्र भी दिया है। एसओ रोहिताश सिंह सागर ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामले की जांच कर आगे कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि देशभर में पिटबुल प्रजाति के कुत्तों को पालने के लिए प्रतिबंधित करने की मांग भी उठ रही है। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : आवारा कुत्तों पर उत्तराखंड उच्च न्यायालय का फिर कड़ा रुख, राज्य सरकार से 10 दिन व नैनीताल पालिका से 24 घंटे के भीतर जवाब तलब
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 21 सितंबर 2022। उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने फिर राज्य में आवारा कुत्तों व बंदरों के आतंक के प्रति गंभीर रुख दर्शाया है। बुधवार को नैनीताल सहित पूरे राज्य में आवारा कुत्तों व बंदरों के आतंक से निजात दिलाने को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति विपिन सांघी व न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की खंडपीठ ने नगर पालिका नैनीताल से 24 घंटे के भीतर और सरकार से दस दिन के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा है।
उल्लेखनीय है कि उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने जुलाई माह में हुई पिछली सुनवाई पर इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए नगर पालिका नैनीताल को पक्षकार बना दिया था, और पालिका से शहर में आवारा कुत्तों तथा बधियाकरण किए गए कुत्तों की संख्या सहित कुत्तों द्वारा काटे गए लोगों की रिपोर्ट पेश करने एवं नगर के कटखने-खूंखार कुत्तों को उनके व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिए पूर्व में बनाए गए एबीसी यानी एनीमल बर्थ कंट्रोल सेंटर में रखने को कहा है।
गौरतलब है कि नैनीताल निवासी गिरीश खोलिया ने उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर कर कहा है कि नैनीताल शहर में कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। आवारा कुत्ते सैकड़ों लोगों को काट चुके है जबकि कुछ की मौत भी हो चुकी है। नगर में कुछ समय पहले एबीसी यानी एनीमल बर्थ कंट्रोल सेंटर में कुत्तों का बधियाकरण भी किया गया था उसके बावजूद इनकी संख्या बढ़ती ही जा रही है। याचिकाकर्ता ने बंदरों और कुत्तों की बढ़ती संख्या पर रोक लगाने की मांग की है। कोर्ट ने इस मामले में राज्य सरकार से सभी जिलों की स्थिति पर रिपोर्ट मांगी है।
नगर पालिका-जिला चिकित्सालय के पास ही सर्वाधिक खूंखार कुत्ते
नैनीताल। नगर में आवारा कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने की जिम्मेदारी नगर पालिका पर है, और कुत्ते काट दें तो उनका उपचार जिला चिकित्सालय में होता है। मुख्यालय में यह दोनों स्थान आसपास ही हैं, और दिलचस्प बात यह है कि इन दोनों स्थानों के पास में ही सर्वाधिक आवारा एवं कटखने कुत्ते मौजूद हैं। जिला चिकित्सालय स्थित मोर्चरी यानी शव गृह के पास रखे कूड़ेदान के पास तो दर्जनों कुत्ते दीवार पर चढ़कर कूड़ेदान में कूड़ा डालने वालों पर डरावने अंदाज में भोंकते और झपटते हैं। इसके अलावा भी इस स्थान और स्टेट बैंक से लेकर मल्लीताल बाजार तक दर्जनों आवारा एवं खूंखार कुत्ते पैदल एवं दोपहिया वाहन चालकों के लिए जानलेवा बने हुए हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : हाईकोर्ट के नगर पालिका को नैनीताल के खूंखार कुत्तों को पकड़कर एबीसी में सुधारने के निर्देश, नगर पालिका व जिला अस्पताल के पास ही सर्वाधिक खूंखार कुत्ते !
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 19 जुलाई 2022।उत्तराखंड में आवारा बंदरों एवं कुत्तों की समस्या पर उत्तराखंड उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति विपिन सांघी व न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की खंडपीठ ने कड़ा रुख अपनाते हुए नगर पालिका नैनीताल को पक्षकार बना दिया है, और पालिका से शहर में आवारा कुत्तों तथा बधियाकरण किए गए कुत्तों की संख्या सहित कुत्तों द्वारा काटे गए लोगों की रिपोर्ट पेश करने एवं नगर के कटखने-खूंखार कुत्तों को उनके व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिए पूर्व में बनाए गए एबीसी यानी एनीमल बर्थ कंट्रोल सेंटर में रखने को कहा है। इसके अलावा राज्य सरकार को राज्य की सभी नगर पालिकाओं व ग्राम पंचायतों से इस तरह की रिपोर्ट अगली सुनवाई की तिथि 21 सितंबर तक न्यायालय में पेश करने को कहा है।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में नैनीताल निवासी गिरीश खोलिया ने जनहित याचिका दायर कर कहा है कि नैनीताल शहर में कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। सैकड़ों लोगों को आवारा कुत्ते काट चुके है जबकि कई लोगो की मौत भी हो चुकी है। कुछ समय पहले नैनीताल में एबीसी यानी एनीमल बर्थ कंट्रोल यूनिट से कुत्तों का बधियाकरण भी किया गया था बावजूद इनकी संख्या बढ़ती ही जा रही है। लिहाजा याचिका में बंदर और कुत्तों की बढ़ती संख्या पर रोक लगाने की गुहार लगाई गई है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : बड़ा बन गया मामला: पूर्व केंद्रीय मंत्री तक पहुंची शिकायत के बाद महिला की तहरीर पर पुलिस कर्मी देवर व ससुर के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
नवीन समाचार, काशीपुर, 5 जुलाई 2022। उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर के एक गांव में एक बेहद रोचक मामला सामने आया है। यहां एक महिला की तहरीर पर करीब 4 माह पुराने मामले में उसके ससुर और देवर के खिलाफ एक गली के कुत्ते को मारने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि महिला का देवर पुलिस कर्मी है, और मुकदमा दर्ज होने की यह कार्रवाई पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी तक पहुंचने के बाद बढ़े दबाद के बाद हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार काशीपुर के कुंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कुदैयावाला गांव निवासी रेखा नाम की महिला ने अपने ससुर सुरेंद्र सिंह और देवर अमित कुमार के खिलाफ कुत्ते की हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। महिला द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर के अनुसार 22 फरवरी 2022 की शाम के करीब 7 बजकर 40 मिनट पर इस गली की कुतिया की दोनों बाप-बेटे ने क्रिकेट बैट से पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी थी। यह पूरी घटना सीसीटीवी में भी कैद है। महिला ने पुलिस को दी तहरीर में अपने ससुर को निर्दयी भी करार दिया है। महिला का आरोप है कि इन लोगों ने एक पशु की हत्या की है।
बताया जा रहा है कि रेखा इस कुत्ते को रोज खाना खिलाया करती थी। महिला के अनुसार उसे इस कुतिया की मौत से बहुत दुःख पंहुचा। महिला का आरोप है कि उसका एक देवर पुलिस में है, जिसके दबाव के चलते पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की थी। बताया गया है कि महिला ने इस मामले में इस साल 27 फरवरी को तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद महिला के पति ने ईमेल कर इस मामले को पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी तक पहुंचाया। इसके बाद पुलिस ने अब इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और मामले की जांच की बात कह रही है। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : अब यह भी.. बाजार में बंदरों के झुंड ने महिला को बाल पकड़कर जमीन पर पटका…

नवीन समाचार, बागेश्वर, 19 मई 2022। बढ़ता मानव-वन्य जीव संघर्ष बाघों, गुलदारों, हाथियों, भालुओं व सुअरों के साथ बंदरों-लंगूरों के साथ भी नजर आ रहा है। गुरुवार सुबह बागेश्वर के बागनाथ वार्ड निवासी शाहिदा नाम की एक महिला पर बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला के संभलने से पहले बंदरों ने महिला के बाल खींचकर उसे जमीन पर पटक दिया। इससे उसे गंभीर चोटें आईं हैं। उसका जिला चिकित्सालय मेंमें उपचार चल रहा है।
बताया गया है कि शाहिदा बाजार से हाथ में कुछ सामान लेकर घर जा रही थी। तभी बाजार में एक बंद उसके सामान पर और शाहिदा द्वारा सामान बचाने पर उस पर हमला कर दिया। पास में बैठे अन्य बंदर भी उस पर झपट पड़े। आसपास के लोगों ने किसी तरह बंदरों को भगाकर उसे बचाया। रेडक्रास के चेयरमैन संजय साह जगाती ने तत्काल महिला को अस्पताल पहुंचाया और उसका उपचार कराया।
स्थानीय लोगों ने वन विभाग से बंदरों के आतंक से छुटकारा दिलाने और जिले में बंदरबाड़ा बनाने की मांग की है। उनका आरोप है कि बाहर से बंदर लाकर यहां छोड़े जा रहे हैं। इस पर स्थानीय वन क्षेत्राधिकारी श्याम सिंह करायत ने बताया कि बंदरबाड़ा बनाने के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल : जिला चिकित्सालय के पास आवारा कुत्तों का आतंक, नेपाली को काटा

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 10 मई 2022। मुख्यालय स्थित बीडी पांडे जिला चिकित्सालय के पास आवारा कुत्तों का लंबे समय से आतंक बना हुआ है। नगर को आवारा कुत्तों से मुक्त कराने के लिए जिम्मेदार नगर पालिका कार्यालय एवं कुत्तों के काटने पर उपचार हेतु लाये जाने वाले स्थान जिला चिकित्सालय के पास ऐसी स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है।
यहां जिला चिकित्सालय के कर्मियों के आवासों एवं शव गृह के पास कुत्तों का ऐसा आतंक है कि बच्चे अकेले गुजरने से डरते हैं। यह कुत्ते पास ही स्थित कूड़ेदान के पास जुटे रहते हैं। इसकी गंदगी को बिखेरते हैं और दीवार के ऊपर से लोगों पर झपटते हैं।
मंगलवार सुबह करीब पौने नौ बजे ऐसे ही एक कुत्ते ने जिला चिकित्सालय के कर्मियों के आवासों के पास सामान ढो कर ला रहे एक नेपाली मजदूर को चुपचाप पीछे से आकर पांव में काट लिया। नेपाली मजदूर जब तक अपनाा बोझ नीचे उतारता, तब तक कुत्ता उसे काटकर गायब हो गया था। गनीमत रही कि मजदूर से मोटा पाजामा पहना था, जो कुत्ते के काटने से फट गया, अलबत्ता उसके पैर में दांत गहरे नहीं गड़ पाए।
स्थानीय लोगों ने भी क्षेत्र को आवारा कुत्तों से निजात दिलाने की मांग की है। बताया कि यहां हर रोज ही कुत्ते बच्चों सहित किसी न किसी को काट ही लेते हैं। अन्य ताज़ा नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : भयावह: आवारा कुत्तो ने मां-बेटी को बुरी तरह काटा, मां की मौत-बेटी गंभीर, रेफर
नवीन समाचार, नानकमत्ता, 14 अप्रैल 2022। वन्य जीवों के साथ आवारा पशुओं में मनुष्य के प्रति हिंसा किन कारणों से बढ़ रही है, यह शोध का विषय हो सकता है। ऊधमसिंह नगर के नानकमत्ता के आमखेड़ा गांव में बुधवार देर रात को आवारा कुत्तों ने एक 70 वर्षीय वृद्धा को बुरी तरह से नोंच कर मार डाला, जबकि उसकी पुत्री की हालत भी गंभीर है। घटना से सहमे ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से कुत्तों को पकड़ने की मांग की है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार नानकमत्ता थाना क्षेत्र के ग्राम धूमखेडा निवासी 70 वर्षीय तारो पत्नी भजन सिंह अपनी बेटी आमखेड़ा निवासी सुनीता के घर आई हुई थी। बीती देर रात्रि सुनीता के पालूत कुत्ते पर आवारा कुत्तों ने झुंड ने अचानक हमला कर दिया। कुत्तों की आवाज सुनकर तारो घर से बाहर आई और पालतू कुत्ते पर हमला कर रहे कुत्तों को भगाने की कोशिश करने लगी। इस पर कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया।
कुत्तों के नोंचने से वृद्धा की चीख पुकार सुनकर उसकी पुत्री सुनीता भी बाहर आई, और हमलावर कुत्तों से अपनी मां को छुड़ाने का प्रयास किया तो कुत्तों के झुंड ने उस पर भी हमला कर दिया। दोनों की चीख पुकार सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और कुत्तों को भगाया और दोनों को नानकमत्ता अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने वृद्धा को मृत घोषित कर दिया, वहीं सुनीता की गम्भीर हालत देखते हुए चिकित्सकों ने उसे बरेली रेफर कर दिया है। कुत्तों के हमले से महिला की मौत पर गांव में दहशत महौल है। ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से कुत्तों को पकड़ने की मांग की है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : कुत्तों के झुंड ने पालतू कुत्ते को इतना काटा कि 100 से अधिक टांके लगाने पड़े
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 23 नवंबर 2021। नगर पालिका की आवारा कुत्तों के बड़े पैमाने पर बंध्याकरण के दावों के विपरीत सरोवरनगरी में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। नगर में जगह-जगह आवारा कुत्तों के झुंड मौजूद हैं, और उनकी आपसी प्रतिद्वंद्विता में आम लोगों का भयमुक्त होकर घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। कुत्तों के यह झंुड पालतू पशुओं के लिए भी जानलेवा हो रहे हैं।
ऐसा ही एक वाकया नगर के मल्लीताल मंे मुख्य डाकघर रोड पर सामने आया है। यहां रहने वाले अधिवक्ता भारत मेहरा के पालतू कुत्ते को यहीं रहने वाले आवारा कुत्तों के झुंड ने इतनी बुरी तरह से काटा की उसे 100 से अधिक टांके लगाने पड़े। मेहरा ने कहा कि गनीमत है कि कुत्तों के झुंड ने किसी बच्चे को नहीं काटा, अन्यथा उसकी जान चली गई होती। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कुछ लोग आवारा कुत्तों को संरक्षण देते हैं, परंतु उनसे अन्य लोगों को संरक्षण नहीं देते हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल में कटखने बंदरों का आतंक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की वृद्ध पत्नी सहित दो को काटा
डॉ. नवीन जोशी, नवीन समाचार, नैनीताल, 4 सितंबर 2021। जिला एवं मंडल मुख्यालय तथा पर्यटन नगरी नैनीताल में बंदर व लंगूर इन दिनों कटखने हो गए हैं। वे अनायास व अकारण ही लोगों पर झपट रहे हैं और घरों के भीतर भी घुस कर सामान को ले जा रहे हैं व नुकसान पहुंचा रहे हैं। नगर के कमोबेश सभी क्षेत्रों में बंदरों व लंगूरों का आतंक सा बना हुआ है। वहीं नगर के मल्लीताल स्थित नैनी विहार व स्प्रिंगफील्ड स्थित क्षेत्रों में इनका आतंक कुछ अधिक ही है। यहां बीते 24 घंटों में कटखने बंदरों ने दिवंगत स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की वृद्ध पत्नी व एक बालक को काटा है। इससे लोगों में बंदरों व लंगूरों से भय व्याप्त हो गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तीन-चार कटखने बंदरों के झुंड ने शुक्रवार को 84 वर्षीय कला देवी पत्नी स्वर्गीय पूरन लाल साह को काटा है। स्वर्गीय साह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उन्हें उपचार के लिए शुक्रवार के बाद शनिवार को बीडी पांडे जिला चिकित्सालय में दिखाना पड़ा, जहां उनके सिर में तीन टांके भी लगाने पड़े। इसके अलावा शनिवार को एक जूनियर कक्षा के छात्र मोहित को भी क्षेत्र में बंदरों ने काटा है। उसका भी जिला चिकित्सालय में उपचार कराना पड़ा है। इससे पहले भी क्षेत्र के दिनेश जोशी, विद्यावती उपाध्याय व मुन्नी नेगी सहित कई राहगीरों को भी बंदर काट चुके हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल में 95 फीसद आवारा कुत्तों का बंध्याकरण कर लेने का दावा
-नैनीताल ऐसा कर लेने वाला देश का पहला नगर: एचएसआई
नवीन समाचार, नैनीताल, 15 दिसम्बर 2020। नैनीताल में आवारा कुत्तों के बंध्याकरण का कार्य कर रही संस्था एचएसआई यानी ह्यूमेन सोसाइटी इंटरनेशनल ने नगर में 95 फीसद से अधिक आवारा कुत्तों का बंध्याकरण कर लेने और ऐसा कर लेने वाला नैनीताल देश का पहला नगर होने का दावा किया है। संस्था की मीडिया प्रमुख उमा विस्वास ने बताया कि संस्था द्वारा नगर में नौवां सर्वे करने के बाद यह तथ्य हासिल किए हैं।
उन्होंने बताया कि द्वि-वार्षिक सर्वे के अनुसार, अक्टूबर 2020 तक शहर के 95 फीसद और से भी अधिक आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि एचएसआई द्वारा तीन वर्षीय पशु जन्म नियंत्रण (एबीसी) कार्यक्रम अप्रैल 2017 में उत्तराखंड के तीन शहरों-नैनीताल, देहरादून और मसूरी में गलियों में रहने वाले आवारा कुत्तों की जनसंख्या को नियंत्रित करने, मानव व कुत्तों के संघर्षों को कम करने और आवारा कुत्तों के कल्याण में सुधार करने के लिए शुरू किया गया था। इस कार्यक्रम के तहत नगर में 1,040 महिला कुत्तों और 536 नर कुत्तों को सफलतापूर्वक नसबंदी और टीका लगाया गया है। इस कार्यक्रम के बाद सड़क पर 1 फीसद पिल्ले और शून्य फीसद स्तनपान कराने वाली मादाओं को रिकॉर्ड किया गया। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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-जगह-जगह लोहे की जालियां बनाकर वहां आवारा कुत्तों को रखने का सुझाया उपाय
नवीन समाचार, नैनीताल, 4 नवम्बर 2020। उत्तराखंड ग्वाल सेवा संगठन हालिया दौर में सक्रिय एवं अपने संगठन का विस्तार करने के बाद बुधवार को पहला जनता से मुद्दा उठाया है। संगठन ने नगर में आवारा कुत्तों व उनके आतंक की समस्या को लेकर आज नगर पालिका कार्यालय के समक्ष नगर अध्यक्ष राजीव साह व महामंत्री धर्मा चंदेल की अगुवाई में प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि पूरे शहर में हर जगह कुत्तों के झुंडों की मौजूदगी से बच्चों का घरों के बाहर निकलना दूभर हो गया है। कुत्तों के काटने से कई लोगों की जान भी जा चुकी है। यहां तक कि उत्तराखंड हाई कोर्ट नैनीताल के डिप्टी एडवोकेट जनरल को भी माल रोड में कुत्ते काट चुके हैं। नगर पालिका शहर में आवारा कुत्तों के लिए लोहे की जाली से जगह-जगह, छोटे-छोटे बाड़े बना सकती है। यदि नगर पालिका जनता को इस समस्या से निजात नहीं दिला पाती तो मजबूरन संगठन को पालिका के विरुद्ध आंदोलन चलाना होगा। अलबत्ता ज्ञापन लेने के लिए नगर पालिका में कोई अधिकारी या जनप्रतिनिधि नहीं मिले। इस मौके पर संगठन के जिला महामंत्री रमन कुमार, जिला उपाध्यक्ष विक्रम रावत, कृष्ण कुमार, पवन व्यास, शिवकुमार, डिगर कुमार व फईम आदि कार्यकर्ता शामिल रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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नवीन समाचार, नैनीताल, 09 अक्टूबर 2020। जिला व मंडल मुख्यालय के साथ ही विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी एवं राज्य के उच्च न्यायालय के शहर नैनीताल में नगर पालिका और ह्यूमन रिसोर्स सोसायटी के अधिकांश कुत्तों का बंध्याकरण करने के बाद आवारा कुत्तों की संख्या में कमी आने के दावों की कुत्ते ही पोल खोल रहे हैं। गत दिवस एक 84 वर्षीय महिला को बुरी तरह नोंचने के बाद आवारा कुत्ते अब उत्तराखंड उच्च न्यायालय के उप महाधिवक्ता मोहन चंद्र पांडे पर झपट पड़े। उनके साथ चल रहे नगर के प्रशांत होटल के स्वामी अतुल साह ने बताया कि वह दोनों माल रोड से आ रहे थे, तभी जिला सूचना कार्यालय के पास 5-6 कुत्तों का झुंड तल्लीताल एडवांटेज कॉटेज निवासी 70 वर्षीय श्री पांडे पर झपट पड़ा। कुत्तों ने श्री पांडे को दांत भी गढ़ाए हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यालय में आवारा कुत्तों की अधिक संख्या एवं उग्रता पर पूर्व में उच्च न्यायालय आवारा कुत्तों द्वारा काटे जाने वाले व्यक्ति को शासन व नगर पालिका से एक-एक यानी कुल दो लाख रुपए का मुआवजा दिये जाने के आदेश भी दे चुका है, परंतु इन आदेशों का भी कोई असर नगर में आवारा कुत्तों की संख्या और उग्रता पर नहीं पड़ रहा है।
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-वृद्धा के पैरों में एक दर्जन से अधिक टांके लगे
नवीन समाचार, नैनीताल, 06 अक्टूबर 2020। नगर पालिका एवं ह्यूमन सोसायटी के नगर के अधिकांश आवारा कुत्तों की नसबंदी करने के उपरांत आवारा कुत्तों की संख्या में कमी आने के दावों के विपरीत नगर में आवारा कुत्तों की संख्या में पिछले कुछ वर्षों में भी कोई कमी नजर नहीं आ रही है। साथ ही आवारा कुत्ते अधिक हिंसक होते नजर आ रहे हैं। मंगलवार को आवारा कुत्तों के द्वारा एक 84 वर्षीया वृद्ध महिला को एक दर्जन कुत्तों के द्वारा माल रोड पर बुरी तरह से नोंच डाला गया।
नगर के तल्लीताल स्थित बर्ड आई व्यू निवासी देवकी देवी पत्नी स्वर्गीय नारायण सिंह ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब 6 बजे वह रोज की तरह माल रोड पर सुबह की सैर कर रही थीं, तभी गैस एजेंसी के पास एक कुत्ते ने पीछे से आकर उनके दांये पैर को बुरी तरह से नोंच डाला। इस पर एक दर्जन कुत्ते और आ गए और वे भी उन पर झपट पड़े। कुत्ते इतने अधिक आक्रामक थे कि पास गुजरते लोगों की भी उन्हें बचाने की हिम्मत देर से हुई। फिर भी नगर पालिका स्थित स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत विनोद कोठारी, मर्चेंट नेवी में कार्यरत सागर जोशी व कुमाऊं विश्वविद्यालय में बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा दिव्या पांडे ने किसी तरह पत्थर मारकर उन्हें कुत्तों के चंगुल से बचाया। दिव्या ने उनका पैर किसी कपड़े से बांधा व उन्हें निजी वाहन से बीडी पंाडे जिला चिकित्सालय लाया गया। समाजसेवी डा. सरस्वती खेतवाल ने बताया कि यहां उनके पैर में एक दर्जन से अधिक टांके लगे हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है।
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नवीन समाचार, नैनीताल, 11 अगस्त 2020। नगर के मल्लीताल क्षेत्र में हाईकोर्ट के पीछे स्थित मनकापुर में एक व्यक्ति पर आज आठ-दस बंदरों का झुंड अचानक झपट पड़ा। बताया गया कि नैनीताल बैंक के मुख्यालय में मुख्य प्रबंधक के पद पर कार्यरत 56 वर्षीय पुष्कर दत्त भट्ट बुधवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का अवकाश होने के कारण अपराह्न करीब पौने तीन बजे घर से पास की दुकान थे। उन्होंने बताया कि इस पर कोई सामान लेने निकले दौरान बंदरों का एक बच्चा गिर गया था। संभवतया इसी कारण बंदरों का झुंड उन पर झपट पड़ा। इस पर उन्होंने बमुश्किल खुद को बचाया। फिर भी उन्हें बीडी पांडे जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां एंटी रैबीज एवं अन्य दवाइयां बाजार से लेकर लगवानी पड़ी। उनके सिर, चेहरे, गर्दन, हाथ सहित पूरे शरीर पर काफी चोट-खरोंच आई हैं। उन्होंने कहा कि यदि आज उनकी जगह कोई बच्चा होता तो उससे साथ और भी बड़ी दुर्घटना हो चुकी होगी। उन्होंने शहर मे बंदर-लंगूरों व आवारा कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने की मांग भी की। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : 6 साल के बच्चे को कुत्तों ने बुरी तरह से नोंचा, शरीर के हर हिस्से में घाव

नवीन समाचार, नैनीताल, 5 मई 2020। मंगलवार को नगर में आवारा कुत्तों का वीभत्स रूप नजर आया। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के अयारपाटा वार्ड अंतर्गत डीआईजी पुलिस के आवास के मार्ग पर स्थित कौटोरा लॉज क्षेत्र में 6 वर्षीय बालक फैजान पुत्र मो. रिजवान पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे अपने घर के बरामदे में खेल रहा था। तभी आठ-दस कुत्तों का झुंड आकर उसे बरामदे से खींचकर बाहर सड़क पर ले गया। कुछ सेेकेंडों के भीतर ही जब तक घर से परिजन बाहर आते, बच्चे के सिर से मांश का बड़ा हिस्सा नोंचने के साथ ही कुत्तों ने बच्चे को जगह-जगह से बुरी तरह से नौंच डाला। स्थानीय सभासद मनोज साह जगाती एवं अन्य लोगों की मदद से परिजन बच्चे को बीडी पांडे जिला चिकित्सालय ले कर आये। यहां बच्चे के घावों पर दर्जनों टांके लगाये गये हैं। चिकित्सकों के अनुसार बच्चे का उपचार किया जा रहा है। साथ ही उसे आगे के उपचार के लिए उच्च केंद्र को संदर्भित किया जा रहा है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : माल रोड पर अधेड़ को आवारा कुत्तों ने बुरी तरह नौंचा, केवल सड़कों तक सीमित है आवारा कुत्तों को पकड़ने का अभियान
नवीन समाचार, नैनीताल, 3 अक्तूबर 2019। मुख्यालय में एक ओर डीएम के प्रयासों ने दूसरे चरण में चल रहे आवारा कुत्तों के बंध्याकरण के बीच आवारा कुत्तों के हिंसक होने का सिलसिला जारी है। इससे रात्रि में लोगों का कहीं बाहर आना-जाना मुश्किल हो रहा है, वहीं दिन में भी आवारा कुत्तों का खौफ बना हुआ है। बुधवार देर रात्रि एक अधेड़ को आवारा कुत्तों के झुण्ड ने जिला सूचना कार्यालय के पास पैर में जांघ के बार बुरी तरह से नौंच डाला। कुत्तों के काटने से अधेड़ के पैर से रक्त की धार बह पड़ी। स्थानीय लोगों ने मदद कर उसे बीडी पांडे जिला चिकित्सालय पहुंचाया। बताया गया है कि जिला चिकित्सालय में प्रतिदिन छोटा सा शहर होने के बावजूद औसतन एक दर्जन रोगी कुत्तों के काटने के कारण उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।
सड़कों तक सीमित है आवारा कुत्तों को पकड़कर बंध्याकरण करने का अभियान
नैनीताल। डीएम सविन बंसल की पहल पर इन दिनों नगर में आवारा कुत्तों की धरपकड़ कर उनका बंध्याकरण किया जा रहा है, किंतु आवारा कुत्तों को पकड़ने का कार्य केवल पक्के रास्तों तक सीमित नजर आ रहा है। वहां भी सभी कुत्ते टीम की पकड़ में नहीं आपा रहे हैं। नगर पालिका के कार्यालय व बीडी पांडे जिला चिकित्सालय के पास के आवागढ़, पॉपुलर कंपाउंड व चार्टन लॉज क्षेत्र में अभियान के सदस्य यूं तो कुछ कुत्तों को पकड़कर ले जा चुके हैं, बावजूद क्षेत्र में बिना बंध्याकरण वाले आवारा कुत्तों की बड़ी संख्या बनी हुई है।
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नवीन समाचार, नैनीताल, 17 सितंबर 2019। डीएम सविन बंसल की पहल पर जिला मुख्यालय को सड़कों पर घूमने वाले चिन्हित 28 में से 11 आवारा गौवंशीय पशुओं (7 बैल तथा 4 गाय) को मंगलवार सुबह अभियान चलाकर हल्दूचौड स्थित स्वामी नित्यानन्द पाद आश्रम (हरे कृष्णा हरे रामा) को भेज दिया गया। इससे इन मूक पशुओं को तो आश्रय मिला ही, नगर को इनकी वजह से होने वाली परेशानियों से मुक्ति मिल गई, वहीं एक दूसरी समस्या ने डीएम को चुनौती पेश कर दी है।
मंगलवार सुबह करीब 8 बजे ही, जब आवारा गौवंशीय पशुओं को हल्दूचौड़ भेजा जा रहा था, करीब उसी समय नगर के अपर मेविला कंपाउंड पर ओल्ड ग्रोव के पास रहने वाले 7 वर्षीय बच्चे निश्चय पुत्र संदीप पर आवार कुत्तों का झुंड झपट पड़ा। बताया गया है कि बच्चे पर झपटने वाले कुत्तों की संख्या 12 से 14 की थी। बच्चा बिरला रोड पर ओल्ड ग्रोव के पास से गुजर रहा था, तभी अकारण आवारा कुत्तों का झंुड उस पर झपट पड़ा, और उसके पैर का मांस नोंच लिया। उसे तुरंत बीडी पांडेय जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां उसे 8 टांके लगाये गये। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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-आवारा कुत्तों के बध्याकरण के लिए 25 सितंबर से शुरू होगा अभियान
नवीन समाचार, नैनीताल, 6 अगस्त 2019। जनपद में आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जाएगा। डीएम सविन बंसल ने बताया कि आवारा कुत्तों को पकड़कर उनका बंध्याकरण करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। इसकी शुरुआत आगामी 25 सितंबर को नैनीताल नगर पालिका से होगी। डीएम सविन बंसल ने बताया कि आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए नगर पालिका परिषद नैनीताल, भवाली एवं भीमताल के 10 युवा कार्मिकों का दल बनाने एवं उन्हें प्रशिक्षित करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही आवारा कुत्तों के बंध्याकरण की शल्य चिकित्सा एवं रैबीज टीकाकरण के लिए भी अभियान से पहले पर्याप्त मात्रा में जन-जागरूकता अभियान चलाने तथा उन्हें पकड़ने के लिए उपकरण खरीदने को भी कहा गया है। उल्लेखनीय है कि श्री बंसल ने इसी तरह का अभियान अल्मोड़ा जिले में भी वहां के डीएम रहते चलाया था।
श्री बंसल ने बताया कि एचएसआई तथा पशुपालन विभाग को संयुक्त रूप से आवारा कुत्तों के बधियाकरण के लिए कार्यक्रम एवं शिविरों का संचालन करने, बधियाकरण कार्यक्रम में एसओपी-एडब्लूबीआई के मानकों एवं एबीसी यानी पशुओं के जनसंख्या नियंत्रण के नियमों का अनुपालन करते हुए बधियाकरण कार्यक्रम संचालित करने के निर्देश दिए भी दिए हैं। बधियाकरण अभियान हेतु प्रति पशु 950 रूपये की दर निर्धारित की गयी है, जिसमें 429 रुपये राज्यांश से एवं 521 रुपये नगर पालिकाओं द्वारा वहन किया जाएगा। इसके अलावा पूर्व में एचएसआई द्वारा चलाए गये बध्याकरण अभियान के मूल्यांकन के लिए नगर के दो वार्डों में सर्वेक्षण कर कुत्तों के व्यवहार में आये बदलाव, बधियाकरण किये गये पशुओं का प्रतिशत, पशुओं की संख्या आदि मानकों की जॉच करने के निर्देश भी दिये गये हैं। साथ ही मुख्यालय स्थित बीडी पांडे जिला चिकित्सालय के पीएमएस से सप्ताह में आवारा कुत्तों द्वारा काटे गये मरीजों की संख्या व उनके नाम, पते एवं मोबाईल नम्बर की सूचना निर्धारित प्रारूप पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल में एक माह में 256 लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा, नगर में आवारा कुत्तों के झुंड वाले 16 स्थान चिन्हित
नैनीताल, 28 मई 2018। ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन के बीच जिला व मंडल मुख्यालय नैनीताल में आवारा कुत्तों का आतंक जारी है। सोमवार को जिला अस्पताल में सात लोग जबकि 28 अप्रैल से 27 मई के बीच एक माह में शहर के 256 लोगों को आवारा कुत्तों के द्वारा काटे जापे के बाद जिला अस्पताल में रैबीज के इंजेक्शन लगाये गये। इधर नगर पालिका क्षेत्र में कुत्तों के झुण्ड रहने के 16 स्थानों को चिन्हित किया गया है। अब यहां डीएम के आदेशों के बाद प्राथमिकता से कटखने कुत्तों का टीकाकरण व बधियाकरण किया जाएगा। इधर 2017 में ह्यूमन सोसायटी के माध्यम से नगर में 836 कुत्तों का बधियाकरण कराने का दावा किया गया है, वहीं नगर पालिका क्षेत्र में मात्र 30 पालतू कुत्तों का ही रजिस्ट्रेशन कुत्ता पालकों द्वारा कराया गया है, जबकि शहर के 30 फीसद लोगों के द्वारा कुत्ते पाले जाते हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
हाईकोर्ट के जजों के आवास भी आवारा कुत्तों से सुरक्षित नहीं, 9 वर्षीय बच्चे को नोंचा
-जिला अस्पताल में रैबीज के इंजेक्शन उपलब्ध नहीं, बाहर से मंगाये गये
नैनीताल। आवारा कुत्तों के आतंक से नगर का कोई भी क्षेत्र सुरक्षित नहीं। मंगलवार सुबह तो आवारा कुत्तों ने एक तरह से चुनौती देते हुए नगर के वीवीआईपी क्षेत्र माने जाने वाले ओकपार्क क्षेत्र में उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के आवासों के पास सुबह सवा आठ बजे के करीब एक नौ वर्षीय बच्चे आयुष बिष्ट पर करीब 8-9 कुत्तों का झुंड झपट पड़ा। सुबह की सैर पर निकली एक महिला ने उसे बमुश्किल कुत्तों के चंगुल से बचाया। उसके बांये पैर में कुत्तों ने करीब तीन इंच तक गहरा व पांच इंच तक चौड़ा घाव कर दिया। उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसके पैर में एक दर्जन से अधिक टांके लगाने पड़े। वहीं अस्पताल में रैबीज का इंजेक्शन न दिये जाने पर लोगों ने अस्पताल प्रशासन पर नाराजगी भी जताई।
उल्लेखनीय है कि गत दिवस आवारा कुत्तों ने नगर की सूखाताल झील में घास चर रही एक बकरी को जान से मार दिया था। इसके साथ ही जिला अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार यहां हर रोज करीब आधा दर्जन लोग कुत्तों के काटे जाने के बाद उपचार कराने पहुंच रहे हैं। बुधवार को भी अयारपाटा के एक अन्य बालक तथा स्नो व्यू क्षेत्र के एक पिता व बेटी सहित आधा दर्जन लोग आवारा कुत्तों के काटे जाने के बाद अस्पताल पहुंचे। चिकित्सकों के अनुसार अस्पताल में रैबीज के करीब 200 इंजेक्शन इसी माह आये हैं। लेकिन यह पीड़ितों को क्यों नहीं दिये जा रहे यह बड़ा सवाल है। बताया जा रहा है कि रैबीज के इंजेक्शन बाजार में भी आसानी से उपलब्ध नहीं हैं। वहीं उपचार कराने में योगदान देने वाले नगर के समाजसेवी मनोज साह जगाती ने कहा कि यदि जिला अस्पताल मरीजों को रैबीज इंजेक्शन उपलब्ध नहीं कराने का अपना रवैया नहीं बदलता है, तो मामले को उच्च स्तर पर उठाया जाएगा। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें :सीजन से एक दिन पहले एक छोटी घटना ने दिए बड़े-खतरनाक संकेत
-आज से शुरू हो रहे ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन में सैलानियों की सुरक्षा पर सवाल, आवारा कुत्ते हुए खूंखार, बकरी को मार डाला, पिछले वर्ष राजस्थान की एक सैलानी बच्ची की कुत्तों के हमले से हुई थी मौत
नैनीताल। सरोवरनगरी में जहां ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन के ऑपचारिक तौर पर एक दिन बाद ही यानी 15 मई से शुरू होने जा रहा है। वहीं सीजन शुरू होने के ठीक एक दिन पूर्व नगर के सूखाताल क्षेत्र में आवारा कुत्तों ने एक बकरी को नोंच-नोंच कर मार डाला। ऐसे में नगर में आवारा कुत्तों के बने हुए आतंक से सैलानियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गये हैं। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष गुजरात की एक सैलानी बालिका की नगर के तल्लीताल में कुत्तों के पीछे पड़ने के कारण मृत्यु हो गयी थी।
सोमवार सुबह करीब 11 बजे सूखाताल झील क्षेत्र में पास ही में रहने वाले एक व्यक्ति की बकरी हमेशा की तरह घास चर रही थी, तभी आवारा कुत्तों ने उस पर हमला बोल दिया, जिस कारण उसने दम तोड़ दिया। बात बकरी से संबंधित होने के कारण छोटी लग सकती है, परंतु यह इस लिहाज से भयावह है कि एक दिन बाद ही नगर में सीजन शुरू हो रहा है। इस तरह खूंखार हुए आवारा कुत्ते नगर वासियों को भी नहीं बख्श रहे। हर रोज जिला चिकित्सालय में करीब आधा से एक दर्जन लोग आवारा कुत्तों के काटे जाने का इलाज कराने पहुंच रहे हैं। सुबह के समय ‘राष्ट्रीय सहारा’ सहित कई समाचार पत्रों के हॉकरों को पिछले एक-दो दिन में आवारा कुत्ते काट चुके हैं। यह स्थिति तब है जबकि नगर पालिका लाखों रुपए से निर्मित एबीसी यानी एनीमल बर्थ कंट्रोल सेंटर में 80 फीसद कुत्तों का बंध्याकरण करने का दावा कर रही है, बावजूद कुत्तों के नये बच्चे होने का सिलसिला नहीं थमने के आरोप भी आम हैं।
बकरियों ने चर दिये नये पौधे
नैनीताल। उल्लेखनीय है कि सूखाताल झील नैनी झील की सर्वाधिक जल प्रदाता है। यहां जल संरक्षण के उद्देश्य से पिछले एक-दो वर्षों में वन सहित कई विभागों व स्वयं सेवी संस्थाओं के साथ ही निजी तौर पर कई लोगों ने सैकड़ों की संख्या में पेड़-पौधों का रोपण किया है। लेकिन इधर हाल में क्षेत्र में कई लोग झील को खाली घास का मैदान मान कर यहां बकरी पालन कर रहे हैं। इन बकरियों ने यहां लगाए गये लगभग सभी पौधे चर दिये हैं। सोमवार को जो बकरी मिली, वह भी इन्हीं बकरी पालकों की थी। लगाये गये पौधों के संरक्षण पर संबंधित संस्थाओं-विभागों को ध्यान देने की आवश्यकता है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल में बन्दर, लंगूर, कुत्तों के हमले से तीसरी मौत
- बीते जुलाई माह में इसी तरह की घटना में कुत्तों के भय से गिरकर राजस्थान निवासी पर्यटक बच्ची की और दो वर्ष पूर्व तल्लीताल में एक अन्य बच्चे की भी हो गयी थी मौत
- विधायक संजीव आर्य व डीएफओ धर्म सिंह मीणा ने परिजनों को ढांढस बधाने के साथ दिया मदद का भरोसा
नवीन जोशी, नैनीताल। जिला व कुमाऊँ मंडल के मुख्यालय, पर्यटन नगरी नैनीताल में लंगूर के हमले से एक बच्ची के सीढ़ियों से गिरने से मौत हो गयी। उल्लेखनीय है कि इसी तरह की एक अन्य घटना में बीते जुलाई माह में राजस्थान निवासी एक पर्यटक बच्ची की कुत्तों के भय से गिरकर और दो वर्ष पूर्व तल्लीताल में एक अन्य बच्चे की बन्दर के भय से छत से गिरकर मौत हो गई थी। घटना के बाद लोगों में स्थानीय प्रशासन के विरुद्ध बंदर-लंगूरों व आवारा कुत्तों का भय बरकरार रहने से गहरी नाराजगी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जल संस्थान कर्मी दीवान सिंह राणा की कक्षा पांच में पढ़ने वाली 12 वर्षीया पुत्री साक्षी दोपहर में स्कूल से घर आने के बाद घर की छत पर खेलने के लिए गई थी। बताया गया है कि इस दौरान एक लंगूर ने उसे धक्का दे दिया। उससे बचने की कोशिश में वह घबराकर छत की सीढ़ियों से नीचे गिर कर गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे तत्काल अपराह्न दो बजे के करीब बीडी पांडे जिला चिकित्सालय ले जाया गया। यहां प्राथमिक उपचार करने के बाद चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे उच्च केंद्र के लिए रेफर कर दिया। इस दोरान हल्द्वानी ले जाते वक्त उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
घटना के बाद स्थानीय विधायक संजीव आर्य व प्रभागीय वनाधिकारी नैनीताल धर्म सिंह मीणा लंगूर के हमले के कारण जान गंवाने वाली बालिका साक्षी के घर पहुंचे, और उसके माता-पिता व परिजनों को ढांढस बधाने के साथ मदद का भरोसा दिया। विधायक ने कहा कि बच्ची की मौत की किसी भी तरह भरपाई नहीं की जा सकती है, परंतु फिर भी वे मुख्यमंत्री से मिलकर राहत कोष से अधिकाधिक मदद दिलाने का प्रयास करेंगे। वहीं डीएफओ मीणा ने भी वन्य जीवों की वजह से होने वाली मौत से संबंधित कोष से अधिकाधिक मदद दिलाने का भरोसा दिया। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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उत्तराखंड में बंदरों के आतंक की समस्या पीएमओ पहुंची, प्रधानमंत्री मोदी से बंदरों से निजात दिलाने के लिये ‘नमो एप’ पर लगायी गुहार
रवीन्द्र देवलियाल, नैनीताल, 29 सितम्बर। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में बंदरों व वन्य जीवों का आतंक एक बड़ी चुनौती बन गयी है। पहाड़ सी जिदंगी के आगे उत्तराखंड के लोग पहले ही पस्त थे लेकिन वन्य जीवों व बंदरों की इस समस्या ने जनता को झकझोर कर रख दिया है। वन्य जीवों के आतंक के चलते पहाड़ की कृषि तबाह हो गयी व हरे भरे रहने वाले खेत बंजर पड़ गये हैं। लोग बेकार व बेरोजगार हो गये हैं। इससे प्रदेश में तेजी से पलायन बढ़ रहा है। पहाड़ खाली हो रहे हैं।
इस पहाड़ सी समस्या का न तो प्रदेश सरकार व न ही वन विभाग के पास कोई समाधान दिखायी दे रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में चुनावों में अब विकास मुद्दा नहीं रहा बल्कि वन्य जीवों के आतंक से निजात दिलाने का मुद्दा पहले नम्बर पर रहा है लेकिन हासिल सिफर है। अब हार झक मार कर लोग इस समस्या से निजात दिलाने के लिये केन्द्र सरकार से गुहार लगा रहे हैं।
बंदरों की इसी समस्या से निजात दिलाने के लिये प्रदेश की गैर सरकारी संस्था देवभूमि जनसेवा समिति ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) का दरवाजा खटखटाया है। संस्था के संचालक अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट ब्लॉक के देवलधार तोक निवासी किसान व सामाजिक कार्यकर्ता राजेन्द्र सिंह नेगी ने नमो एप पर प्रधानमंत्री को संबोधित एक शिकायत भेजी है। नमो एप पर नेगी की इस शिकायत को पंजीकृत भी कर लिया गया है। इस शिकायत का पंजीकरण संख्या पीएमओ/ई/2018/0453790 है।
नेगी ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों में बंदरों के आतंक की समस्या विकराल रूप लेती जा रही है। पहाड़ की जनता बेरोजगार हो गयी है। बंदर खेती को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। कृषि व वानिकी पूरी तरह से तबाह हो गयी है। खेत बंजर हो गये हैं। बंदर फसल को होने से पहले ही तबाह कर दे रहे हैं। ऐसे में पहाड़ की पूरी आर्थिकी बिगड़ गयी है। लोगों की बाजार पर निर्भरता बढ़ गयी है।
प्रधानमंत्री को भेजी शिकायत में कहा गया है कि पहले पहाड़ों में किसान खेतीबाड़ी पर निर्भर रहता था।काश्तकार फल, साग-सब्जी के साथ साथ परंपरागत खेती करता रहता था लेकिन अब वन्य जीवों के चलते कुछ नहीं कर पा रहा है। शिकायत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस समस्या से निजात दिलाने की मांग की गयी है। साथ ही उल्लेख किया गया है कि काश्तकारों को इस समस्या के बदले किसी प्रकार का मुआवजा भी नहीं मिलता है। वन विभाग के सर्वे के अनुसार राज्य में बंदरों की आबादी 1.46 लाख व लंगूरों की संख्या 54800 है। बंदरों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है।
राजेंद्र नेगी ने बताया कि पीएमओ के शिकायत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री के ट्विटर पर भी ट्वीट कर इस बड़ी समस्या को सामने रखा गया। 2015 से चल रही बंदरों के बधियाकरण की योजना प्रदेश में वर्ष 2015 में बंदर बधियाकरण योजना शुरू तो की गई, लेकिन इसकी रफ्तार इतनी धीमी हैं कि बंदरों की आबादी नियंत्रित नहीं हो पा रही। हरिद्वार के चिड़ियापुर में दो करोड़ की लागत से राज्य के पहले बधियाकरण सेंटर का निर्माण किया गया। जबकि हल्द्वानी के गौलापार में वन विभाग की भूमि पर तकरीबन चालीस हजार बंदरों को रखने की क्षमता वाला बंदरबाड़ा अभी तैयार होना है। इसके अलावा कुमाऊं में अल्मोड़ा, रानीबाग और नैनीताल जू में बंदरों का बधियाकरण किया जा रहा है, लेकिन स्टाफ की कमी और संसाधनों के अभाव में यह योजना परवान नहीं चढ़ पा रही।
वन प्रभागों में बंदरों संख्या :
प्रभाग=संख्या
तराई पूर्वी=9963
तराई पूर्वी=9963
अल्मोड़ा=9477
रामनगर=8400
नैनीताल=7500
तराई पश्चिम=7100
टिहरी=7020
कालसी=6900
रामनगर=6000
हल्द्वानी=5300
देहरादून=4900
राजाजी पार्क=4600
बंदरबाड़ा बनने के बाद काम में तेजी आएगी
वनाधिकारियों के अनुसार बंदरों के बधियाकरण के लिए नैनीताल जू में कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाता है। तराई-पूर्वी वन प्रभाग में भी कार्य किया जा रहा है। बंदरबाड़ा बनने के बाद इस काम में तेजी आएगी। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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-अल्मोड़ा व रानीबाग में होगी बंदरों की नसबंदी, कुमाऊँ व गढ़वाल में बनाये जाएंगे 3-4 हजार की संख्या में रखने के दो बाड़े
-वन रक्षकों के 1200 पदों पर शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया
नैनीताल। प्रदेश में बंदरों की समस्या के समाधान के लिए चिड़ियापुर की तरह अल्मोड़ा व रानीबाग में बंध्याकरण केंद्र को जल्द शुरू किया जाएंगे। इस प्रकार वन विभाग अब तक केवल चिड़ियाघर में ही बंदरों पर चल पा रही कार्रवाई को विभाग तीन गुना बढ़ाएगा। इसके अलावा बंदरों को एक बार में 3-4 हजार की संख्या में रखने के दो बाड़े कुमाऊँ व गढ़वाल में बनाये जा रहे हैं। प्रदेश के प्रमुख वन संरक्षक जयराज ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसके अलावा आगामी वर्षाकाल में वनों में जल संरक्षण के भी कार्य किये जाएंगे।
कुमाऊं के दौरे पर आये प्रदेश के प्रमुख वन संरक्षक जयराज ने शनिवार को नैनीताल चिड़ियाघर में एक भेंट में कहा कि वे 12-13 दिन के दौरे पर यहां आये हैं। प्रदेश में वनाग्नि की बड़ी समस्या इन दिनों मुंहबांये खड़ी है। विभाग आग बुझाने में पूरी ताकत लगाए हुए है। अल्मोड़ा में स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए जनता दरबार भी लगाया जा रहा है। वन रक्षकों की 1400 पद खाली हैं, इनमें से 1200 से अधिक पदों का विज्ञापन निकल चुका है, इससे अधिकांश पद भर जाएंगे। इस दौरान नैनीताल जू का निरीक्षण भी किया। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।