March 29, 2024

उत्तरकाशी (Rescue): तो 3 दिन पहले ही बाहर आ सकते थे 41 मजदूर, हुई थी बड़ी सूक, ऑगर मशीन के ऑपरेटर का बड़ा खुलासा…

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Rescue

नवीन समाचार, उत्तरकाशी, 1 दिसंबर 2023 (Rescue) उत्तरकाशी जनपद के सिलक्यारा बैंड स्थित चारधाम यात्रा मार्ग पर बन रही सुरंग में गत 12 नवंबर से 17 दिनों तक फंसे 41 मजदूरों को 11वें दिन ही बाहर निकाला जा सकता था। ऐसा संभव था, यदि जीपीआर यानी ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार सर्वे सही कराया जाता। यह बात अमेरिकी ऑगर मशीन के ऑपरेटर शंभू मिश्रा ने कही है।

शंभू मिश्रा ने बताया कि ऑगर मशीन के आगे बार-बार सरियां और लोहे की बाधाएं आने पर 11वें दिन यानी 22 नवंबर को जीपीआर सर्वे कराया गया। इस सर्वे में बताया गया कि 5 मीटर तक मलबे में लोहे का कोई अवरोध नहीं है।

इस आधार पर ऑगर मशीन से निश्चिंत होकर ड्रिलिंग शुरु की गई, लेकिन रिपोर्ट गलत होने की वजह से एक मीटर के बाद ही मशीन के ऑगर यानी बरमे के के आगे लोहे की मजबूत सरियां और लोहे के पाइप आ गए। जिनमें उलझकर ऑगर पाइप में ही फंस गया, और इसे 3 दिन बाद काटकर बाहर निकाला जा सका और श्रमिकों की जान सुरंग में ही अटकी व फंसी रही।

ऑगर को काटकर बाहर निकालने के लिए हैदराबाद से लेजर कटर और चंडीगढ़ से प्लाज्मा कटर मशीन मंगवानी पड़ी। जिसमें तीन दिन का समय लगा। बाद में दिल्ली से पहुंचे रैट होल माइनर्स के दल ने हाथ से खुदाई कर ऑपरेशन को सफल बनाया।

अमेरिकी ऑगर मशीन के ऑपरेटर शंभू मिश्रा ने बताया कि जीपीआर सर्वे सही ढंग से किया गया होता तो यह रेस्क्यू ऑपरेशन तीन दिन पहले ही खत्म हो जाता। गलत सर्वे से ऑगर मशीन को भी नुकसान पहुंचा।

उन्होंने कहा कि एक साल पहले उत्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा-द्वितीय चोटी में हुये हिमस्खलन की चपेट में आने से 27 पर्वतारोहियों की मौत हो गई थी और दो लापता हो गए थे। इस दौरान भी बैंगलुरु से जीपीआर मंगवाकर सर्वे किया गया, लेकिन यह भी फेल रहा था।

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यह भी पढ़ें : उत्तरकाशी (Rescue) के सबक: दुर्घटना-नुकसान रहित सस्टेनेबल डेवलपमेंट भी होगा-स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा….

नवीन समाचार, उत्तरकाशी, 30 नवंबर 2023 (Rescue)। उत्तरकाशी में आखिर इंसानी होंसले और संकल्प ने सुरंग के भीतर 17 दिनों तक फंसी 41 बहुमूल्य जिंदगियों को बचा लिया। ऐसा न होता तो यह बहुत बड़ी दुर्घटना होती। दुर्घटनाओं के बारे में कहा जाता है कि वह पूरी तरह से नकारात्मक ही नहीं होतीं, बड़ा सकारात्मक संदेश भी देती हैं। यदि उत्तरकाशी में सुरंग दुर्घटना का वही सकारात्मक संदेश ग्रहण कर लिया जाये तो यह उत्तराखंड के साथ पूरी मानवता के लिये दुर्घटना-नुकसान रहित विकास के लिए बड़ा लाभप्रद हो सकता है। देखें वीडिओ :

पहली व सबसे महत्वपूर्ण बात, उत्तरकाशी सहित पूरा उत्तराखंड हिमालयी क्षेत्र में आता है। हिमालय को अभी भी बनने की स्थिति का, युवा पहाड़ कहा जाता है। युवा नाजुक होते हैं। दूसरे, यह धरती का हिस्सा है, जिसे भारतीय मान्यताओं में धरती माता और इसी लिये हम अपने देश को भारत माता कहते हैं। माता से हमेशा पोषण प्राप्त किया जाता है, परंतु कभी भी उसका शोषण नहीं किया जाना चाहिये। यही आधुनिक दौर के ‘सस्टेनेबल डेवलपमेंट’ यानी सतत विकास का आधार भी है।

देखें उत्तरकाशी की सुरंग से ऐसे बाहर आ पाए 41 श्रमवीर, देखें अनदेखी वीडियो…

यानी विकास इस तरह से हो जिससे प्रकृति को नुकसान न पहुंचे। सुरंग बनाने के लिये बड़ी-बड़ी मशीनों से धरती माता का सीना चीरने और विष्फोटों से उसके अस्थि-पंजर तक ढीले करने की जगह यदि उत्तरकाशी की सुरंग में आखिर में भारी-भरकम मशीनों के फेल हो जाने के बाद काम आई पारंपरिक ‘रैट माइनर्स’ की चूहों की तरह बिल यानी सुरंग खोदने की पद्धति का प्रयोग किया जाना ही श्रेयस्कर होगा। इसी तकनीक से लाक्षागृह से पांडव भी सुरक्षित बाहर निकल पाये थे। यह वह दूसरी बात है जो उत्तरकाशी से मिला दूसरा सबक हो सकता है।

यह सबक भी लिया जा सकता है कि जैसे उत्तरकाशी की इस पूरी दुर्घटना में जिस तरह स्थानीय मजदूर गब्बर सिंह नेगी ने स्थानीय ज्ञान के आधार पर, योग आदि का सहारा भी लेकर भीतर 41 मजदूरों का जीवित रहने के लिये बड़ी भूमिका निभाने वाला मनोबल बनाये रखा और इसकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रशंसा की, स्थानीय लोगों को भी पहाड़ पर होने वाले विकास कार्यों में काम पर लिया जाना चाहिये और अधिकतम कार्य मशीनों की जगह मजदूरों से कराया जाना चाहिये। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

तीसरा पहाड़ क्या पूरा देश धार्मिक विश्वास एवं मान्यताओं का देश है। मात्र अधिकतम करीब 500 वर्ष की आयु वाली आधुनिकता व विज्ञान पर पर अंध विश्वास करते हुए हजारों वर्ष पुराने अनुभवों के आधार पर विश्वसनीय तरीकों, ईश्वर के प्रति आस्था और विश्वास को अंधविश्वास मानने की प्रवृत्ति को छोड़ना होगा।

विश्व के सर्वश्रेष्ठ सुरंग विशेषज्ञों में शामिल, भारतीय परंपराओं को न मानने वाले आस्ट्रेलियाई नागरिक आर्नोल्ड डिक्स जिस तरह शुरू से आखिर तक उत्तरकाशी की सुरंग के बाहर पहले तोड़े जाने के बाद, बाद में बनाये गये बाबा बौखनाग के प्रतीकात्मक मंदिर पर शीष झुकाते रहे व विश्वास बनाये रहे, भारतीय परंपराओं का मखौल उड़ाने वाले युवा पीढ़ी के तथाकथित आधुनिक वर्ग को इस पर जरूर विचार करना चाहिये।

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यह भी पढ़ें : उत्तरकाशी (Rescue) अपडेट: जानें आज क्या-क्या हुआ ? क्यों चर्चा में खनन चोरी की तकनीक और बाबा बौखनाग ?

-खनन चोरी की तकनीक वाले 12 रैट माइनर्स को 50-50 हजार, मजदूरों को 1-1 लाख, बाबा बौखनाग के साथ ऑर्नोल्ड डिक्स की सेल्फी व बाबा बौखनाग के भव्य मंदिर की घोषणा

नवीन समाचार, उत्तरकाशी, 29 नवंबर 2023। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद में चारधाम यात्रा मार्ग पर बन रही सुरंग में बीती 12 नवंबर यानी दीपावली की रात्रि से 41 श्रमवीर अंधेरी सुरंग में फंस गये थे। मंगलवार को उनका जीवन 17 दिनों व 17 रातों के (Rescue) बाद बाहर की दुनिया में आकर मंगलमय हुआ तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे बात की।

तो क्या 41 नहीं 48 श्रमिक थे अंदर ? यूपी के अखिलेश ने सुनें क्या कहा ? साथ ही देखें उत्तराखंड के किस ‘गब्बर” पर पीएम मोदी को लगता है कि विश्वविद्यालय कराएंगे ‘केस स्टडी’, और पीएम से बातचीत के अंत में गूंजे कौन से नारे ? देखें वीडिओ :

इस दौरान प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के एक श्रमवीर गब्बर सिंह नेगी से कहा कि गांव के इस युवा ने जिस तरह भीतर श्रमिकों का नेतृत्व करते हुये उनका होंसला बनाये रखा, उस पर विश्वविद्यालय उनके नेतृत्व के गुणों के लिये केस स्टडी करेंगे। इस दौरन श्रमवीरों ने भारत माता की जय के साथ जय हिंदू व जय श्री राम के नारे लगाये। Imageइससे पूर्व सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को मंगलवार को रेस्क्यू करने के बाद बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 1-1 लाख रुपये के चेक भेंट किये और उनका हाल-चाल जाना। इसके बाद सभी श्रमिकों को सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर से ऋषिकेश एम्स पहुंचाया गया। इसके बाद ऋषिकेश एम्स में मजदूरों के स्वास्थ्य की सघन जांच हो रही है।

इसके बाद ही सभी मजदूरों को सरकार अपने खर्चे पर उनके घर भेजेगी। माना जा रहा है कि 17 दिन शेष दुनिया से कटे रहने एवं सुरंग के भीतर सीलन में रहने व बाहर की तरह भोजन न मिलने के कारण मजदूरों के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ा होगा, हालांकि ऐसा कोई प्रभाव प्रधानमंत्री से बात करते हुये मजदूरों में दिखाई नहीं दिया।

रैट माइनर्स को भी दिये 50-50 हजार रुपये के चेक
I removed last rock and saw them': Rat-hole miner who rescued trapped  workers - Hindustan Timesउत्तरकाशी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिलक्यारा बैंड में सुरंग में मशीनों के फेल हो जाने के बावजूद अपने श्रम व देशी तकनीक से 41 मजदूरों को बाहर निकालने (Rescue) वाले रैट माइनर्स कहे जाने वाले 12 मजदूरों को भी 50-50 हजार रुपये के चेक भेंट किये हैं। बताया गया है कि रैट माइनर्स को जो तकनीक आखिर काम आई वह भारत में प्रतिबंधित है।

इस तकनीक का प्रयोग चोरी से कोयला खनन करने वाले लोग उपयोग करते हैं। बहरहाल आज इन रैट माइनर्स के कार्य की प्रशंसा हर कोई कर रहा है। रैट माइनर्स के रूप में वकील, मुन्ना, फिरोज, मोनू, नसीम, इरशाद, अंकुर, राशिद, जतिन, नसीर, सौरभ व देवेंद्र ने इस अभियान में योगदान दिया और विज्ञान की तकनीकी से असंभव हो चुके कार्य को सफलता से अंजाम देकर 41 बहुमूल्य जीवन बचाये।

बाबा बौखनाग का भव्य मंदिर बनेगा: धामी
सिलक्यारा हादसे के पीछे स्थानीय लोक देवता बाबा बौखनाग के कोप को भी एक बड़ा कारण बताया गया। बताया गया कि सुरंग के निर्माण से पूर्व बाबा बौखनाग के एक मंदिर को सुरंग बनाने वाली कंपनी ने तोड़ दिया था। लेकिन इस दुर्घटना के बाद सुरंग के गेट के पास बाबा बौखनाग का एक छोटा सा अस्थायी मंदिर बनाया गया और पुजारी यहां प्रतिदिन पूजा कर रहे थे। 
देखें उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग के बाहर पानी गिरने से क्या दिखा..?

पूजा का यह सिलसिला सभी मजदूरों के सुरंग से सकुशल बाहर निकल जाने के बाद बुधवार को भी जारी रहा। पुजारी ने आज सुबह भी बाबा बौखनाग मंदिर में पूजा की। वहीं इस पूरे ऑपरेशन में बड़ी भूमिका निभाने वाले अंतर्राष्ट्रीय सुरंग विशेषज्ञ आस्टेªलियाई नागरिक ऑर्नोल्ड डिक्स ने भी इस मंदिर में आज शीश नवाये और सेल्फी ली तथा अभियान की सफलता के लिये अन्य सभी के साथ बाबा बौखनाग को भी श्रेय दिया। वहीं मुख्यमंत्री धामी ने सुरंग के पास बाबा बौखनाग का भव्य मंदिर बनाने की बात कही।

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यह भी पढ़ें : (Rescue-Update) उत्तरकाशी से खुशखबरी, पाइप डालने का कार्य पूरा… पाइप से सभी 41 श्रमिकों को बाहर निकाल लिया गया..

नवीन समाचार, उत्तरकाशी, 28 नवंबर 2023। उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के (Rescue) अभियान में बड़ी खुशखबरी है। बचाव (Rescue) अभियान में 17वें दिन बड़ी कामयाबी मिली है।

बताया गया है कि सबसे पहले गणपति होरी व विजय होरी सहित सभी 41 श्रमिकों को पाइप के जरिये बाहर निकाल लिया गया है। बताया गया है कि शाम करीब सवा 7 बजे मजदूरों को एनडीआरएफ के जवानों को निकालने का कार्य शुरू हुआ। मुख्यमंत्री धामी व केन्द्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह एक बार फिर सुरंग के बाहरी हिस्से में पहुंच गये हैं। 

Imageइस हिस्से में एक अस्थायी चिकित्सालय बनाया गया है। जहां बाहर लाये गये श्रमिकों को जरूरत पड़ने पर प्राथमिक चिकित्सा दी जायेगी।

अधिकारियों ने बताया कि शाम 7 बजकर 5 मिनट पर पाइप आर पार हो गये हैं। बताया कि एनडीआरएफ के 4 जवान 85 मीटर के पाइप से भीतर गये हैं और एक बार में 4 श्रमिकों को 15 से 20 मिनट के भीतर बाहर लाया जायेगा। इस तरह अगले 2 घंटे में सभी 41 श्रमिक बाहर ले आये जायेंगे। पहले मजदूर की तस्वीर भी बाहर आ गयी है। 

उल्लेखनीय है कि इससे पहले अपराह्न 2.07 बजे मुख्यमंत्री धामी ने बताया था कि पाइप डालने का कार्य पूरा कर लिया गया है, अलबत्ता अपराह्न सवा चार बजे भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय की ओर से बताया गया है कि अभी भी 2 मीटर की खुदाई शेष है।

इसके बाद एनडीआरएफ के जवान एक-एक कर श्रमिकों को 800 मिमी के पाइप के जरिये बाहर निकालेंगे। हर श्रमिक को निकालने में 3 से 5 मिनट का समय और इस प्रकार सभी श्रमिकों को बाहर निकालने में 3 से 4 घंटे का समय लग सकता है। इसके बाद श्रमिकों को चिन्यालीसौड़ के चिकित्सालय में रखा जायेगा।सुरंग में 800 मिमी का पाइप डालने का कार्य पूरा हो गया है।

हम इस समाचार पर बने हुये हैं। इस समाचार से संबंधित हर अपडेट इसी लिंक पर दिया जायेगा। अपडेटेड जानकारी के लिये इस लिंक को रिफ्रेश करते रहें।  देखें उत्तरकाशी से खुशखबरी, इससे पहले नजर आया एक अनूठा नजारा… :

इससे पहले दोपहर 12 बजे से मौके पर हलचलें तेज हो गई थीं। पुलिस कर्मियों का मौके पर जमावड़ा लग गया। एंबुलेंसों को सुरंग के भीतर ले जाया जा गया। कुछ एम्बुलेंस बाहर आती भी देखी गईं। केन्द्रीय मंत्री वीके सिंह भी मौके पर मौजूद रहे।  सीएम धामी भी सुरंग के अंदर बाहरी हिस्से में पहुँच गए और श्रमिकों के स्वागत के लिए फूल-मालाएं अंदर मंगा ली गईं। 

इस बारे में मुख्यमंत्री धामी ने अपराह्न 2.07 बजे बताया : “बाबा बौख नाग जी की असीम कृपा, करोड़ों देशवासियों की प्रार्थना एवं रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी बचाव दलों के अथक परिश्रम के फलस्वरूप श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए टनल में पाइप डालने का कार्य पूरा हो चुका है। शीघ्र ही सभी श्रमिक भाइयों को बाहर निकाल लिया जाएगा।”

आखिर आर्मी इंजीनियरिंग कोर की टीम के निर्देशन में दिल्ली से आए मजदूरों के द्वारा परंपरागत तरीके से ही सुरंग के पार फंसे 41 मजदूरों तक पहुंचने में सफलता मिलने जा रही है। बताया गया है कि अब आखिरी पाइप भी अंदर डाल दिया गया है। इसके बाद अब केवल 2-ढाई मीटर ही पाइप अंदर धकेला जाना शेष है। इसके बाद किसी भी क्षण खुदाई पूरी होने के बाद मजदूरों को बाहर निकालने का कार्य शुरू हो सकता है।

बताया गया है कि अब आखिरी पाइप भी अंदर डाल दिया गया है। इसके बाद अब केवल 2-ढाई मीटर ही पाइप अंदर धकेला जाना शेष है। इसके बाद किसी भी क्षण खुदाई पूरी होने के बाद मजदूरों को बाहर निकालने का कार्य शुरू हो सकता है।  देखें आज इस बारे में मुख्यमंत्री ने क्या कहा:

मंगलवार सुबह तक कुल 57 में से 52 मीटर की खुदाई कर पाइप को अंदेर धकेल दिया गया है, और अब केवल 5-6 मीटर की खुदाई की जानी बची थी और इसके लिये 800 मिलीमीटर के केवल 1 पाइप को अंदर धकेलना जाना शेष था। अंदर फंसे मजदूर भी इस कार्य में मदद कर सकते हैं।

यह भी अच्छी खबर है कि अब सुरंग में लोहे की या कोई कठोर बाधा नहीं आ रही है, बल्कि सीमेंट-कंक्रीट ही सामने आ रहा है, जबकि इससे कुछ आगे हल्का मलबा ही आने की उम्मीद जताई जा रही है।

यह दिलचस्प है कि जो कार्य करने (Rescue) में अत्यधिक शक्तिशाली अमेरिकी मशीन खुद टूट गयी थी और उसके हिस्सों को बाहर निकालने में 24 घंटे से अधिक का समय लग गया, जबकि इन 24 घंटों में ‘रैट कटर्स’ कहे जाने वाले दिल्ली से आये चूहों की तरह संकरी सुरंग खोदने के विशेषज्ञ श्रमिकों ने इन 24 घंटों में ही आधी से अधिक बाधा पूरी कर ली है। देखें वीडिओ कैसे उत्तरकाशी में अमेरिकी मशीन के साथ टूट गया ऑस्ट्रेलियाई विशेषज्ञ का भरोसा व उम्मीदें भी, अब आगे क्या?

उल्लेखनीय है कि इससे पहले सोमवार को जहां एक ओर सिलक्यारा सुरंग के बाहर पानी से भगवान शिव जैसी आकृति नजर आई थी। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने भी इस दौरान सुरंग के बाहर नये बनाये बाबा बौखनाग के मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की थी, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद के एनटीआर स्टेडियम में उत्तराखंड की सुरंग में फंसे श्रमिकों की सुरक्षित निकासी के लिए हिंदू कार्तिक माह के दौरान दीप प्रज्वलित करने के एक धार्मिक कार्यक्रम ‘कोटि दीपोत्सवम’ में प्रार्थना की।

इस अवसर पर मोदी ने कहा, ‘हमें सुरंग में फंसे लोगों को शीघ्र निकालने के लिए (Rescue) अपनी प्रार्थनाओं में याद रखना चाहिए। आज जब हम देवी-देवताओं से प्रार्थना कर रहे हैं तो हमें अपनी प्रार्थनाओं में उन मजदूरों को भी जगह देनी है जो पिछले दो हफ्तों से सुरंग में फंसे हुए हैं।’ मोदी ने यह भी कहा, ‘इस अभियान में, प्रकृति हमें लगातार चुनौतियां दे रही है, लेकिन हम मजबूती से खड़े हैं और चौबीसों घंटे प्रयास कर रहे हैं। हमें उन श्रमिकों के सुरक्षित और जल्द से जल्द बाहर निकलने के लिए प्रार्थना करनी होगी।’

दूसरी ओर सुरंग में ऊपर से बड़ी मशीनों से की जा रही खुदाई (Rescue) चट्टान को काटकर करीब 38 मीटर पाइप अंदर जा चुका था। इसके बाद 40 मीटर से अंदर खुदाई करने के लिए अलग मशीन मौके पर पहुंच गयी है। उल्लेखनीय है कि वर्टिकल ड्रिल से एक मीटर से अधिक व्यास का करीब 86 मीटर पाइप भेजा जाना है।

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यह भी पढ़ें : (Rescue) उत्तरकाशी में खेवनहार मशीन ही बन गयी समस्या, सुरंग को काटने वाली अब खुद काट-काटकर निकाली जा रही, आगे क्या होगा…?

नवीन समाचार, उत्तरकाशी, 25 नवंबर 2023 (Rescue)। उत्तरकाशी के सिलक्यारा बैंड में सुरंग में बचाव कार्य (Rescue) आज आगे बढ़ने की जगह रिवर्स मोड में आ गये। रिवर्स इसलिये कि जिस ऑगर मशीन को आगे खुदाई कर 85 सेमी व्यास का पाइप घुसाना था, उसकी ब्लेडों के साथ साफ्ट भी कल टूट चुकी है, और अब 85 सेमी के पाइप में खुद 45 मीटर अंदर घुसी ऑगर मशीन को काट-काटकर बाहर निकालना भी मुश्किल पड़ रहा है। 

क्योंकि जब यह बाहर आयेगी तभी आगे श्रमिक मैन्युअली यानी छोटी ड्रिलिंग और कटर मशीनों से आगे के व्यवधानों को काटकर 85 सेमी के पाइपों को (Rescue) आगे बढ़ायेंगे। इस पाइप को करीब 12 से 18 मीटर अंदर घुसाने के बाद इस पाइप से पहिये लगे स्ट्रेचरों से अंदर फंसे 41 मजदूर रेंगते हुये बाहर आ पायेंगे।देखें वीडिओ 10वें दिन पहली बार दिखी उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे 41 मजदूरों की Live तस्वीर, देखें कैसे हैं?

इधर शनिवार शाम सीएम पुष्कर धामी ने इस पूरी वस्तुस्थिति (Rescue) की जानकारी मीडिया को दी। बताया कि ऑगर मशीन को काट-काटकर निकालने के लिये हैदराबाद से प्लाज्मा कटर मशीन मंगाई गई है। इसके रात्रि तक पहुंचने और कल सुबह तक ऑगर मशीन के बाहर निकलने की उम्मीद है। इसके बाद मैन्युअल कार्य प्रारंभ होगा। देखें कैसे इप से बाहर निकलेंगे श्रमिक..

यह भी बताया कि भीतर सभी मजदूर पूरी तरह से स्वस्थ व पूरे होंसले के साथ हैं। उन्हें समय-समय पर भोजन व अन्य सुविधायें उपलब्ध करायी जा रही हैं। वह घर पर फोन से लगातार बात कर पायें, इस हेतु अंदर टेलीफोन और टेलीफोन लाइन भेजने की कोशिश भी की जा रही है। देखें वीडिओ कैसे उत्तरकाशी में विज्ञान के साथ आस्था भी जुटी है मजदूरों को बाहर लाने (Rescue) के प्रयासों में:

इसके अलावा कई टन वजनी एक अन्य मशीन को क्रेन व जेसीबी की मदद से बेहद कठिनाई से वर्टिकल ड्रिलिंग के लिये सुरंग की चोटी पर ले जाने के प्रयास (Rescue) शुरू किये गये हैं। इसे इस बीच वहां क्यों नहीं ले जाया गया, इस बारे में कोई बताने को तैयार नहीं है। लगता है वह ऑगर मशीन द्वारा ही कार्य पूरा कर लिये जाने पर निर्भर और आश्वस्त थे, लेकिन ऑगर मशीन ने धोखा दे दिया।

आगे देखने वाली बात होगी कि सुरंग के अंदर की जिन लोहे की मजबूत बाधाओं को बेधने में उच्च तकनीकी की ऑगर मशीन खुद टूट गयी, उसे मजदूरों के द्वारा मैन्युअली, छोटी ड्रिलिंग और कटर मशीनों से कैसे काटा जाता है।

पूरी वस्तुस्थिति को समझें : उल्लेखनीय है कि 11वें दिन किसी भी समय श्रमिकों के बाहर आ सकने की संभावनायें पिछले दो दिनों में कुछ हद तक धूमिल पड़ी हैं, और श्रमिकों के बाहर निकलने का इंतजार लंबा होता जा रहा है। (Rescue) Uttarkashi Tunnel Collapse: सुरंग में फंसे श्रमिकों का पहली बार दिखा चेहरा,  देखिए तस्वीरें - Desh Rojana - Latest Hindi News, Top Stories, Breaking  News India(Rescue) इसके लिये अब ऑगर मशीन को पाइप से वापस बाहर निकाला जा रहा है। मैन्युअल ड्रिलिंग के लिये ऑगर मशीन के बाहर आने का इंतजार है।अब इस संबंध में कोई संभावना जताना भी कठिन हो रहा है।

ऐसे में ‘नवीन समाचार’ आपको समझाने की कोशिश कर रहा है कि आखिर वहां क्या स्थितियां हैं और क्यों अंतिम समय में स्थितियां अधिक संशयपूर्ण हो गयी हैं। दरअसल हुआ यह है कि सुरंग की निर्माण कंपनी ने जितनी सुरंग बना ली थी, उसकी अंदरूनी दीवारों को मजबूत सीमेंट कंक्रीट व 25 से 35 मिलीमीटर तक मोटी लोहे की सरिया के जाल से मजबूत किया था।

इसी मजबूत दीवार पर भविष्य में सुरंग के बाहर की पूरी चट्टान को बोझ रहना और अंदर सुरक्षित तरीके से वाहनों का आवागमन होना होता है। लेकिन किसी कारण सुरंग के भीतर करीब 57 मीटर हिस्से की यह मजबूत दीवार ही पहाड़ के मलबे के साथ टूट गयी और सुरंग का वह मुहाना या रास्ता बंद हो गया, जहां से 41 मजदूर अंदर गये थे।

इस दुर्घटना के बाद करीब 4-5 दिन व्यवस्थायें बनाने, सुरंग को खोलने के लिये अमेरिकी ऑगर मशीन लाने आदि प्रबंध करने तथा 10वें दिन केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के आने आदि के बाद ऑगर मशीन ने जल्दी-जल्दी में 57 मीटर मलबे में से करीब 45 मीटर के हिस्से में छेद तक मोटे पाइप डाल दिये थे, जिसके बाद मंजिल यानी मजदूर केवल 18 मीटर दूर बताये गये। इसके साथ 11वें दिन शेष 18 मीटर को पार कर किसी भी समय मजदूरों के बाहर आने की संभावना जतायी जाने लगीं।

लेकिन तभी मशीन के समक्ष सीमेंट-कंक्रीट व लोहे की मोटी सरिया वाली इसी दीवार का हिस्सा आ गया है, जो लगातार नयी-नयी समस्यायें खड़ी कर रहा है। इस कारण 11वें की सफलता तो टली ही, 12वें दिन एक तरह से कोई काम नहीं हो पाया। जबकि अब बताया गया है कि कल दिन ढलने के साथ बंद हुई ऑगर मशीन पूरी रात्रि नहीं चली।

अलबत्ता इस दौरान मशीन का हिल गया सीमेंट-कंक्रीट का फाउंडेशन सैट हो गया है, और अब कटिंग का काम चल रहा है। इसके बाद उम्मीद की जा रही है जल्दी ऑगर मशीन चलने लगेगी। इसके बाद तय है कि पाइप के सीमेंट-कंक्रीट की इस दीवार के पार पहुंच जाने के बाद शेष बचे हिस्से में श्रमिकों तक पहुंच आसान हो जायेगी और जल्द 41 श्रमवीर बाहर आ जाएँगे।

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यह भी पढ़ें :(Rescue) विज्ञान फेल, अमेरिकी मशीन-आस्ट्रेलियाई विशेषज्ञ फेल, आस्था भी रूठी !!! अब वापस मैन्युअल व वर्टिकल ड्रिलिंग के विकल्प आजमाये जायेंगे…

नवीन समाचार, उत्तरकाशी, 25 नवंबर 2023 (Rescue)। आधुनिक दुनिया में आस्था को बेआधार और विज्ञान को आधार युक्त कहा जाता है, लेकिन उत्तरकाशी में आस्था के साथ विज्ञान दोनों बेआधार साबित हो रहे हैं। भारतीय तकनीकी से विदेशी तकनीक को बेहतर बताया जाता है, लेकिन यहां अमेरिकी ऑगर मशीन से लेकर आस्ट्रेलियाई सुरंग विशेषज्ञ ऑर्नोल्ड डिक्स तक निष्प्रभावी हो गये हैं।

खासकर पिछले 3 दिनों से सुरंग में पिछले 14 दिनों से करीब 60 मीटर अंदर फंसे 41 मजदूरों को निकालने का (Rescue) अभियान जहां का वहां खड़ा है। इसके बाद अब बचाव अभियान में लगे विशेषज्ञों का खासकर अमेरिकी ऑगर मशीन से विश्वास खत्म हो गया है और अब वापस मैन्युअल यानी श्रमिकों के माध्यम से छोटी ड्रिलिंग मशीनों से मजदूरों तक पहुंचने की राह में बाधा बन रही धातु व चट्टान की दीवार को पार करने का प्रयास शुरू किये जायेंगे।

Image(Rescue) इसके लिये अब ऑगर मशीन को पाइप से वापस बाहर निकाला जा रहा है। मैन्युअल ड्रिलिंग के लिये ऑगर मशीन के बाहर आने का इंतजार है। इसके अलावा एक बार फिर से सुरंग के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग किये जाने की भी तैयारी की जा रही है। इसके लिये दिल्ली से दो दिन पहले आयी एक नई मशीन को सुरंग के ऊपर पहाड़ पर ले जाया जा रहा है। बताया गया है कि इससे पहले ऑगर मशीन दो दिन पूर्व यानी 23 नवंबर को 2 घंटे चली और इसने करीब 2 मीटर तक 85 सेमी के पाइप को अंदर पहुंचाया। लेकिन इसके बाद बंद हो गयी। 24 घंटे बंद रही।

(Rescue) इसके लिये अब ऑगर मशीन को पाइप से वापस बाहर निकाला जा रहा है। मैन्युअल ड्रिलिंग के लिये ऑगर मशीन के बाहर आने का इंतजार है। इसके बाद 24 नवंबर को कुछ देर चली और तब से अब तक बंद है। इसकी ऑगर कही जाने वाली ब्लेडों के साथ ऑगर के पीछे लगी साफ्ट कही जाने वाली लोहे की महत्वपूर्ण रॉड भी टूट गयी है। लगातार इसकी राह में आ रही बाधाओं के कारण अब अभियान से जुड़े लोगों का इससे विश्वास उठ गया है।

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नवीन समाचार, उत्तरकाशी, 24 नवंबर 2023 (Rescue)। उत्तरकाशी में सिलक्यारा बैंड स्थित सुरंग में 41 मजदूरों को फंसे हुये 13वां दिन शुरू हो गया है। बचाव अभियान (Rescue) पर लगातार नजर रखे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने शुक्रवार को बताया कि ऑगर मशीन के प्लेटफॉर्म का पुनर्गठन कर दिया है, और इसके बाद पाइप पर जो थोड़ा दबाव था उसे काट दिया गया है।

(Rescue) इसके लिये अब ऑगर मशीन को पाइप से वापस बाहर निकाला जा रहा है। मैन्युअल ड्रिलिंग के लिये ऑगर मशीन के बाहर आने का इंतजार है।यह कार्य पूरे हो जाने के बाद ऑगर मशीन से ड्रिलिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। यह भी बताया कि पार्सन्स कंपनी ने ‘ग्राउंड पेनीट्रेशन रडार’ से जो अध्ययन किया है उससे पता चला है कि अगले 5 मीटर तक कोई धातु अवरोध नहीं है।

(Rescue) इसके लिये अब ऑगर मशीन को पाइप से वापस बाहर निकाला जा रहा है। मैन्युअल ड्रिलिंग के लिये ऑगर मशीन के बाहर आने का इंतजार है। इस हिसाब से अगर ड्रिल मशीन ठीक चली तो पाइप सुरंग में फंसे मजदूरों के बेहद करीब पहुंच जाएगा और शाम तक सभी श्रमिकों के बाहर आने की उम्मीद है।

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नवीन समाचार, उत्तरकाशी, 23 नवंबर 2023। उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में गत 12 नवंबर यानी दीपावली की रात्रि से अंधेरे में फंसे 41 श्रमिकों की जिंदगी के उजाले में सुरक्षित आने (Rescue) का इंतजार उम्मीद के विपरीत और बढ़ गया है, अलबत्ता इतना जरूर है कि उनकी जिंदगी पर संकट अब काफी हद तक खत्म हो गया है।

(Rescue) अब श्रमिकों के बाहरी दुनिया के बीच का फासला केवल 5 मीटर बताया जा रहा है, लेकिन यह फासला भी अमेरिकी मशीन में नयी खरीबी आने के कारण लंबा खिंच रहा है। इसे दुरुस्त करने के लिये दिल्ली से तकनीशियन पहुंच रहे हैं। इधर आज मजदूरों ने 12वें दिन सुबह दांतों पर ब्रश किया और कपड़े भी बदले हैं, और उम्मीद की जा रही है कि आज शाम तक किसी भी समय वह सुरक्षित बाहर आ जायेंगे।

Image(Rescue) गुरुवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुनः मौके पर पहुंचकर सिलक्यारा में सुरंग के बाहर बने बाबा बौखनाग के मंदिर में शीश नवाकर श्रमिकों की सुरक्षित वापसी की प्रार्थना की है। यह भी बताया गया है कि इस बीच बाबा बौखनाग के स्वरूप ने एक व्यक्ति के शरीर में प्रकट होकर सभी मजदूरों के सुरक्षित बाहर आने की बात कही है।

(Rescue) प्राप्त जानकारी के अनुसार 41 मजदूरों के बुधवार को 11वें दिन ही आज सुबह-सुबह तक सिलक्यारा की ओर से बाहर आने की उम्मीद थी, लेकिन मध्य रात्रि में अमेरिकन ऑगर मशीन के रास्ते में लोहे के टुकड़े आ गये। इन्हें अलग से कटर मशीनों से काटने में छह घंटे का अतिरिक्त समय लग गया।

(Rescue) इसके बाद ऑगर मशीन में एक नयी समस्या आ गयी, जिसे ठीक करना यहां के तकनीशियनों के लिये संभव नहीं है। लिहाजा इसे ठीक करने के लिये दिल्ली से तकनीशियन आ रहे हैं। इसके बाद कभी भी खुशखबरी आ सकती है।

(Rescue) गौरतलब है कि बढ़कोट की ओर से और सुरंग के शीर्ष से भी अलग-अलग टीमें सुरंग में फंसे मजदूरों तक पहुंचने की कोशिशें लगातार जारी रखे हुई हैं। इनमें से जो भी टीम जल्दी भीतर तक पहुंचेगी, अंदर से पाइप से रेंगकर फंसे श्रमिक बाहर निकल आयेंगे।

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नवीन समाचार, उत्तरकाशी, 22 नवंबर 2023 (Rescue)। उत्तरकाशी में गत 12 नवंबर यानी दीपावली के दिन से फंसे 41 मजदूरों के बाहर आने (Rescue) में अब केवल कुछ घंटों का समय शेष है। प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार व उत्तराखंड के ही निवासी भाष्कर खुल्बे ने अब से कुछ देर पहले बड़ी खुशखबरी देते हुये बताया कि 57 मीटर के हिस्से में भरे मलबे में 45 मीटर तक पाइप चला गया है और अब फंसे मजदूर केवल 12 मीटर की दूरी पर ही रह गये हैं।

(Rescue) उन्होंने अगले कुछ ही घंटों में खुशखबरी आने की बात कही है। उनकी इस घोषणा के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उत्तरकाशी से सिलक्यारा के लिये रवाना हो गये हैं। माना जा रहा अगले कुछ घंटों में यानी आज रात्रि ही 6 मीटर लंबाई के केवल 2 पाइपों के अंदर जाते ही सभी 41 मजदूर 11 दिनों के बाद बाहर आ जायेंगे। उन्हें यहां से सीधे चिकित्सालय ले जाने के लिये मौके पर 41 एंबुलेंस भी आ गयी हैं।

(Rescue) उल्लेखनीय है कि इससे पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुनः मुख्यमंत्री धामी से इस संबंध में बात की। आज कुछ अन्य विदेशी विशेषज्ञों के अलावा गुजरात से भी कुछ मशीनें सिलक्यारा पहुंचीं और अपना कार्य शुरू किया। इधर ताजा जानकारी के अनुसार मौके पर सिलक्यारा की ओर से ड्रिलिंग मशीनें 12 मीटर की दूरी को पार करने में और वेल्डिंग मशीनें पाइपों को वेल्डिंग के जरिये जोड़ने में लगी हुई हैं।

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यह भी पढ़ें : (Rescue) उत्तरकाशी से 10वें दिन आई बड़ी खबर, लाइव नजर आये 10 दिनों से फंसे मजदूर…

-आस्ट्रेलियाई सुरंग विशेषज्ञ भी पहुंचे
नवीन समाचार, नैनीताल, 21 नवंबर 2023 (Rescue)। सिलक्यारा सुरंग में पिछले 10 दिनों से फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के प्रयासों के बीच मंगलवार की सुबह-सुबह मंगल खबर आयी है। 10 दिनों बाद पहली बार सुरंग में फंसे मजदूर सशरीर इंडोस्कोपिक कैमरे की मदद से लाइव बाहर नजर आये। उन तक अधिक स्पष्ट तरीके से संपर्क हुआ।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले 9वें दिन बचाव दलों को एक बड़ी सफलता 6 इंच के 53 मीटर लंबे पाइप को अंदर फंसे मजदूरों तक पहुंचाने के रूप में मिली। इस पाइप से मजदूरों को इतने दिनों के बाद पहली बार पके भोजन के रूप में खिचड़ी भेजी जा सकी। साथ ही छोटा इंडोस्कोपिक कैमरा भी भेजा गया, जिससे आज मजदूरों को लाइव देखा जा सका। 

आगे इस कैमरे से रोटी-सब्जी व दाल आदि पके भोजन तथा छोटे रोबोट भी अंदर भेजने की योजना है। उल्लेखनीय है कि अब तक मजदूरों को 4 इंच के पाइप से केवल काजू-बादाम आदि सूखे मेवों व चने व पानी आदि ही पहुंचाया जा रहा था।

गौरतलब है कि मजदूरों को बाहर निकालने के लिये 6 तरीकों से अलग-अलग प्रयास एक साथ किये जा रहे हैं। आस्ट्रेलियाई सुरंग विशेषज्ञ आर्नोल्ड डिक्स भी सिल्क्यारा पहुंच गये हैं, जिन्होंने सुरंग के बाहर स्थापित बाबा बौखनाग मंदिर में घुटनों के बल बैठकर और सिर झुकाकर अपने कार्य की शुरुआत की। गंगोत्री धाम के पुजारी भी गंगोत्री धाम का जल लेकर यहां पहुंचे और इससे यहां बाबा बौखनाग की पूजा की। सुरंग के शीर्ष पर भी बाबा बौखनाग का ध्वज फहरा दिया गया है।

बताया जा रहा है कि पहले यहां बाबा बौखनाग का मंदिर था, जिसे सुरंग बनाने वाली कंपनी ने हटा दिया था। इसके बाद एक व्यक्ति के शरीर में अवतरित हुये बताये गये बाबा बौखनाग ने कुपित होने की बात कही थी।

गौरतलब है कि पिछले 10 दिनों से सुरंग से फंसे मजदूरों को निकालने के लिये अमेरिकी ऑगर मशीन सहित अनेकों प्रयास विफल रहे हैं और यहां तक कि कुछ अन्य उपकरणों को वहां ले कर जा रहा एक ट्रक भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। अब माना जा रहा है कि बाबा बौखनाग की नाराजगी दूर होने के बाद मजदूरों को बाहर निकालने का अभियान अगले एक-दो दिनों में सफल हो जायेगा।

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यह भी पढ़ें : (Rescue) उत्तरकाशी सुरंग मामले में हाईकोर्ट ने राज्य एवं केंद्रीय एजेंसियों से मांगा 48 घंटे के भीतर जवाब

नवीन समाचार, नैनीताल, 20 नवंबर 2023 (Rescue)। उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सिलक्यारा में पिछले 9 दिनों से सुरंग में 41 मजदूरों के फंसने का मामला उच्च न्यायालय पहुंच गया है।

इस मामले में उत्तराखंड उच्च न्यायालय की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी और न्यायमूर्ति पंकज पुरोहित की खंडपीठ ने सुरंगमें फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के बारे में राज्य सरकार के साथ ही केंद्रीय आपदा प्रबंधन मंत्रालय, लोनिवि के सचिव और एनएचएआई यानी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से 48 घंटे के भीतर जवाब मांगा है। मामले की अगली सुनवाई 22 नवम्बर के लिए तय की है।

बताया गया है कि देहरादून की समाधान नाम की एक स्वयं सेवी संस्था ने इस मामले में उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर कर कहा है कि उत्तरकाशी के सिलक्यारा में सुरंगके निर्माण के समय इस क्षेत्र की भूगर्भीय जांच ढंग से नहीं की गई थी, जिसकी वजह से यहां बीती 12 नवम्बर से 40 मजदूर स्ुरंग के अंदर फंसे हैं।

आरोप लगाया है कि सरकार और अन्य कार्यदायी संस्थाऐं सुरंग में फंसे मजदूरों की जान से खिलवाड़ कर रही है। हर दिन उनको निकालने के लिए नए नए तरीके तलाशे जा रहे हैं, जिनके कारण मजदूरों की जान खतरे में पड़ी है। सरकार फंसे मजदूरों को अब तक बाहर नहीं निकाल पाई है। याचिका में लापरवाही का आरोप लगाते हुये आपराधिक मुकदमा दर्ज करने और एसआईटी से जांच कराने की मांग की गयी है।

इसके अतिरिक्त जनहित याचिका में यह भी कहा गया है कि सुरंगके अंदर काम शुरू होने से पहले मजदूरों को रेस्क्यू पाइपजेनरेटरमशीनें आदि सुरक्षा के जरूरी उपकरण उपलब्ध कराने को भी कहा है।

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी लगाये कुछ ऐसे ही आरोप
Yashpal Arya - Wikipediaनैनीताल। उत्तराखंड के नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आरोप लगाया है कि सिलक्यारा में सुरंग के मामले ने न केवल प्रदेश के बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी आपदा प्रबंधन की पोल खोल कर रख दी है। उन्होंने कहा कि 1 सप्ताह से देश के लोग और विपक्ष नैतिक रूप से इस संकट की घड़ी में सरकार और आपदा प्रबंधन में लगी एजेंसियों के साथ खड़े थे पर अब सब्र का बांध टूट रहा है।

सरकार को बचाव कार्य करने के साथ जबाबदेही भी तय करनी होगी। उन्होंने कहा कि देश के 41 लोगों की बहुमूल्य जानों के साथ किसी को भी प्रयोग करने की इजाजत नही होनी चाहिए। सरकार अभी भी बचाव के नाम पर हर दिन नए प्रयोग ही किए जा रही है। सरकार को साफ करना चाहिए कि लगभग 5 किलोमीटर लंबी इस सुरंग के निर्माण के मूल प्रोजेक्ट में मलबा निकालने व बचाव के लिए एडिट सुरंग व एस्केप का प्राविधान था भी या नहीं ?

अगर प्रोजेक्ट में ये प्राविधान था और कंपनी बिना इन प्रावधानों के काम कर रही थी तो कंपनी पर सुसंगत धाराओं में आपराधिक मुकदमा भी दर्ज करना चाहिए। और यदि तो निर्माण करने वाले विभाग पर भी आपराधिक मुकदमा दर्ज करना चाहिए।

नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि इस बड़ी परियोजना के निर्माण में मानकों और सुरक्षा के विकल्पों को स्थापित करने में निश्चित रूप से अवहेलना हुई है। इसलिए अब दुर्घटना होने के बाद विकल्पों को तलाशा जा रहा है। जबकि परियोजना को शुरू करते समय भूगर्भीय सर्वेक्षण के बाद सबसे पहले सुरक्षा के विकल्पों को स्थापित किया जाना चाहिए था।

उन्होंने आरोप लगाया कि देश भर में राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं में राज्य के विभागों की तुलना में बहुत ही महंगी दरों पर बेहद घटिया काम लापरवाही के साथ हो रहा है इसलिए सिलक्यारा जैसी स्थितियां पैदा हो रही हैं। कहा कि प्रारंभिक सूचनाओं से यह सिद्ध होता है कि यह दुर्घटना लापरवाही और अनुभवहीनता का नतीजा है।

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यह भी पढ़ें : Rescue : 7 दिन खाली हाथ, अब भारतीय सेना ने संभाला मोर्चा, युद्धस्तर पर काम शुरू, जानें अब क्या हो रहा 41 श्रमिकों को बाहर निकालने का प्रबंधन

नवीन समाचार, उत्तरकाशी, 18 नवंबर 2023 (Rescue) उत्तरकाशी के सिलक्यारा में चार धाम यात्रा मार्ग पर सुरंग में करीब 200 मीटर अंदर फंसे 7 राज्यों के 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए आखिर 7वें दिन भारतीय सेना ने मोर्चा संभाल लिया है।

(Rescue(Rescue) अब सेना युद्ध स्तर पर काम करने में जुट गयी है। सेना को सुरंग के ऊपर की ओर 320 मीटर का ट्रैक बनाने का जिम्मा मिला है, जहां से अंदर की ओर नई सुरंग बनाकर मजदूरों को सुरंग से बाहर निकाले जाने की योजना है। सेना में उम्मीद जताई है कि रविवार 19 नवंबर की सुबह तक वह अपनी मिशन पूरा कर लेंगे।

Rescue Work Of In Silkyara Tunnel Of Uttarkashi Stopped Uttarkashi Tunnel  Accident | Uttarkashi Tunnel Accident: रोका गया सुरंग में फंसे मजदूरों का  रेस्क्यू, जानिए क्या है इसके पीछे का कारण(Rescue) भारतीय सेना के मेजर नमन नरूला ने बताया कि सेना को टनल के ऊपर से ट्रैक बनाने का काम दिया गया है ताकि वहां से सुरंग के अंदर वर्टिकल ड्रिलिंग की जा सके और जल्द से जल्द अंदर फंसे हुए मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। इसके लिये सेना को 320 मीटर का ट्रैक बनाना है ताकि ड्रिलिंग मशीन का ऊपर पहुंचाया जा सके।

(Rescue) 320 मीटर का यह ट्रैक बनाने में सेना के 150 जवान लगे हुए हैं। मेजर नमन का मानना है कि 80 से 120 मीटर की खुदाई के बाद उन्हें सफलता मिल सकती है, जिसके बाद आसानी से मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सकेगा।

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यह भी पढ़ें : नैनीताल (Rescue): हिमालय दर्शन के पास 150 मीटर गहरी खाई में गिरा युवक…

नवीन समाचार, नैनीताल, 13 नवंबर 2023 (Rescue)। नगर के हिमालय दर्शन क्षेत्र में एक युवक शराब के नशे में गहरी खाई में गिर गया। बचाव दलों ने उसे घने अंधेरे के बीच करीब 150 मीटर गहरी खाई में उतरकर रस्सियों की मदद से सड़क तक और वहां से एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया।

(Rescue) प्राप्त जानकारी के अुनसार फायर स्टेशन नैनीताल को नियंत्रण कक्ष पर डीसीआर द्वारा सूचना दी गयी कि हिमालय दर्शन के निकट एक व्यक्ति खाई मे गिर गया है।

(Rescue) इस पर फायर सर्विस, एसडीआरएफ तथा स्थानीय पुलिस जवानों का बचाव दल घटना स्थल पर पहुंचा और संयुक्त रूप से खोज एवं बचाव अभियान (Rescue) चलाकर सड़क से लगभग 150 मीटर नीचे गहरी खाई में घनघोर जंगल के बीच जाकर कड़ी मशक्कत से सारिक खान पुत्र ताहिर खान निवासी रामपुर उत्तर प्रदेश को ढूंढ निकाला और रस्से के सहारे सड़क तक सुरक्षित निकालकर एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया।

(Rescue) बताया गया है कि सारिक नगर के एक होटल में काम करता है। वह शराब के नशे में खाई में गिर गया था। बचाव दल में फायर सर्विस के मो. उमर, जसवीर सिंह, अरविंद कुमार व शैलेन्द्र सिंह आदि शामिल रहे।

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यह भी पढ़ें : Rescue : 31 यात्रियों से भरी बस खाई की ओर लटकी, बाल-बाल बची

नवीन समाचार, नैनीताल, 23 अगस्त 2023 (Rescue)। बुधवार को जनपद में एक बड़ी दुर्घटना दैवयोग से टल गई। भवाली-अल्मोड़ा राजमार्ग पर गरमपानी के पास दोपाखी के पास उत्तराखंड परिवहन निगम यानी रोडवेज की बस अनियंत्रित होकर शिप्रा नदी की ओर लटक गई। बताया गया है कि बागेश्वर डिपो की बस दिल्ली से बागेश्वर होते हुए मुन्स्यारी जा रही थी।

Rescue हल्द्वानी से मुनस्यारी जा रही बस खाई में लटकी(Rescue) गनीमत रही कि सड़क किनारे डिवाइडर लगे होने की वजह से बस नदी में जाने से बच गई। इस दौरान बस में 31 यात्री सवार बताए गए हैं। अचानक बस के इस तरह अनियंत्रित होने से यात्रियों में चीख-पुकार मच गई, परंतु बस के नदी में गिरने से बच जाने से यात्रियों ने राहत की सांस ली। सूचना मिलने पर खैरना चौकी पुलिस के जवान जगदीश धामी व राजेंद्र सती मौके पर पहुंचे और यात्रियों को बस से बाहर निकलने (Rescue) में मदद की।

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यह भी पढ़ें : ब्रेकिंग Rescue : बरिश से बड़ी आपदा: ढहे आवासीय घर में 7 लोग व रिजॉर्ट में दबे 2 शव बरामद, बचाव अभियान (Rescue) जारी

नवीन समाचार, जोशीमठ, 15 अगस्त 2023 (Rescue)। उत्तराखंड के जोशीमठ के हेलंग में एक बड़ी घटना हुई है। यहां एक आवासीय मकान ढह गया है। मकान में करीब 7 लोग दब गए हैं। समाचार लिखे जाने तक पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने 3 लोगों का बचा लिया गया है। जबकि, अन्य लोगों को निकालने के लिए बचाव अभियान (Rescue) जारी है। उधर, यमकेश्वर के मोहनचट्टी में मलबे में दबे 2 शव बरामद कर लिया गया है।

(Rescue) चमोली के पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोभाल के अनुसार मंगलवार शाम करीब साढ़े आठ बजे जोशीमठ विकासखंड के हेलंग में क्रशर प्लांट के पास एक आवासीय मकान गिर गया। मकान में 7 मजदूर दब गए। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम को मौके पर भेजा गया है। जो खोज एवं बचाव अभियान (Rescue) चला रहे हैं।

(Rescue) अभी तक 2 महिला और 1 पुरुष का बचा लिया गया है। उन्हें एंबुलेंस से सीएचसी जोशीमठ भेज दिया गया है। अभी भी 4 लोग मलबे में फंसे हैं। एसडीआरएफ और पुलिस के जवान उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं। बचाये गए मजदूरों की हालत स्थिर है। तीनों का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ में चल रहा है।

मोहनचट्टी में 2 शव बरामद

(Rescue) Rescue search operation in Mohanchattiउल्लेखनीय है कि इससे पहले सोमवार 14 अगस्त को यमकेश्वर विकासखंड के मोहनचट्टी (जोगियाना) में अतिवृष्टि से हुए भूस्खलन की चपेट में एक रिजॉर्ट आ गया था। जिसमें कुछ लोग दब गए थे। हालांकि, कल ही एक बच्ची का बचा लिया गया था और एक शव बरामद किया गया था। बाकी लोगों के बचाने के लिए 15 सदस्यीय विशेषज्ञ टीम, एडवांस सर्चिंग उपकरणों (थर्मल इमेजिंग कैमरा, विक्टिम लोकेटिंग डिवाइस इत्यादि) के साथ घटनास्थल पर जुटी हुई थी।

इस घटना में आज 15 अगस्त को इंस्पेक्टर कविंद्र सजवाण के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम ने युद्ध स्तर पर एडवांस उपकरणों के साथ सर्चिंग ऑपरेशन चलाया और टीम ने एक महिला और एक पुरुष के शव बरामद किए। अन्य लापता लोगों के खोजबीन के लिए अभियान लगातार जारी है।

(डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य एवं अधिक पढ़े जा रहे ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यदि आपको लगता है कि ‘नवीन समाचार’ अच्छा कार्य कर रहा है तो हमें सहयोग करें..यहां क्लिक कर हमें गूगल न्यूज पर फॉलो करें। यहां क्लिक कर यहां क्लिक कर हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से, हमारे टेलीग्राम पेज से और यहां क्लिक कर हमारे फेसबुक ग्रुप में जुड़ें। हमारे माध्यम से अमेजॉन पर सर्वाधिक छूटों के साथ खरीददारी करने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : ब्रेकिंग Rescue : बलियानाला में गुम हुआ 1 व्यक्ति, पुलिस, फायर ब्रिगेड व एसडीआरएफ ढूंढ-खोज में जुटीं

नवीन समाचार, नैनीताल, 28 जुलाई 2023। (Rescue) शुक्रवार सुबह-सुबह जिला मुख्यालय में तल्लीताल पुलिस, अग्निशमन बल व एसडीआरएफ अचानक सक्रिय होकर नगर के खतरनाक बलियानाला में उतरना पड़ा। बाद में बचाव दलों ने करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एक व्यक्ति को खाई से सुरक्षित बरामद कर लिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्रवासियों ने शुक्रवार सुबह खाई से किसी व्यक्ति के गिरने और मदद के लिए पुकारने की आवाजें सुनीं। इस पर उन्होंने सुबह करीब सुबह करीब 8.18 बजे फायर स्टेशन नैनीताल को सूचना मिली कि बलियानाला के निकट हरिनगर के केडी नाम का एक व्यक्ति सड़क से लगभग 100 मीटर नीचे खाई मे गिरा है।

(Rescue) पुलिस के अनुसार वह सुबह करीब 5 बजे काम पर जाने के दौरान खाई में गिरा था, जबकि स्थानीय लोगों के अनुसार वह रात से ही गायब था। खाई में गिरा युवक बाइक मैकेनिक व गाइड के रूप में कार्य करता है।

इस पर खोज एवं बचाव दल घटना स्थल पर पहुंचे और दुर्गम खाई मे काफी खोजबीन कर 35 वर्षीय कैलाश राम निवासी हरिनगर को रस्सियां व स्ट्रेचर के सहारे सड़क तक सुरक्षित निकाल लाये। कार्रवाई में अग्निशमन दल के राजेंद्र सिंह, जय प्रकाश आर्य, जसवीर सिंह, मो. उमर व शैलेन्द्र सिंह आदि कर्मी शामिल रहे।

(डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य एवं अधिक पढ़े जा रहे ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यदि आपको लगता है कि ‘नवीन समाचार’ अच्छा कार्य कर रहा है तो हमें सहयोग करें..यहां क्लिक कर हमें गूगल न्यूज पर फॉलो करें। यहां क्लिक कर यहां क्लिक कर हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से, हमारे टेलीग्राम पेज से और यहां क्लिक कर हमारे फेसबुक ग्रुप में जुड़ें। हमारे माध्यम से अमेजॉन पर सर्वाधिक छूटों के साथ खरीददारी करने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें (Rescue) : नशे में सैकड़ों फिट गहरे बलियानाले में गिरा युवक, फिर दिखा किस्मत और पुलिस का गुड वर्क…

Policeनवीन समाचार, नैनीताल, 15 मार्च 2023। (Rescue) नगर के तल्लीताल बलियानाला क्षेत्र में शराब के नशे में एक टैक्सी चालक भवाली रोड पर टूटा पहाड़ के पास से सैकड़ों फिट गहरे बलियानाले में गिर गया। गनीमत रही कि करीब 50 फिट नीचे जाने के बाद झाड़ियों में फंसकर वह रुक गया और किसी की नजर उस पर पड़ गई। इसके बाद तल्लीताल थाने के जांबाज कर्मियों ने उसे अपनी जान जोखिम में डालकर बचा लिया। गंभीर रूप से घायल युवक का बीडी पांडे जिला चिकित्सालय में उपचार चल रहा है। देखें वीडियो: एक ही रात में 26 अवैध मजार ध्वस्त, मजारों में नहीं मिला कोई मानव अवशेष…

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार खुर्पाताल निवासी मोहित कनवाल पुत्र बलवंत कनवाल टैक्सी संख्या यूके04टीए-8886 का चालक है। बुधवार को वह नशे की अवस्था में टूटा पहाड़ के पास लघुशंका करने के लिए सड़क से नीचे उतरा था, तभी पैर फिसलने से नशे की हालत में अनियंत्रित होकर 50 फिट बलियानाला क्षेत्र की गहरी खाई में जा गिरा। गनीमत रही कि वह एक झाड़ी में फंस गया जिससे उसकी जान बच गई। देखें वीडियो: घर में चलता मिला कोठा, दो लड़कियां व चार लड़के आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार, जेल भेजा…

स्थानीय लोगो की सूचना पर मौके पर पहुचे पुलिस के जवान तत्काल ही अपनी जान जोखिम में डालकर खाई में उतरे और उसे रस्सी के सहारे स्ट्रेचर पर बांधकर सड़क पर लेकर आये। यहां से उसे पहले से बुलाई गई 108 की सहायता से बीडी पांडे जिला चिकित्सालय भेज दिया, जहाँ पर उसे उपचार दिया जा रहा है।

उसे बचाने वाली पुलिस टीम में तल्लीताल के थाना प्रभारी रोहताश सिंह सागर, चीता वरिष्ठ आरक्षी शिवराज सिंह राणा, आरक्षी अनिल गहलोत व चालक नरेंद्र राणा सहित थाने के अन्य पुलिस कर्मी एवं कई स्थानीय लोग शामिल रहे। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें (Rescue) : नैनीताल पुलिस ने तत्परता से दर्दनाक सड़क दुर्घटना में एक परिवार के तीन पर्यटकों की बचाई जान

नवीन समाचार, नैनीताल, 7 मार्च 2023। (Rescue) मंगलवार की सायं दिल्ली से कैंची धाम मंदिर के दर्शन करने आए तीन पर्यटक वापस लौट रहे थे। लौटते समय उनकी आई-20 कार अचानक काठगोदाम के गुलाबघाटी क्षेत्र में अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे खाई में गिर गई। स्थानीय लोगों व राह चलते लोगों द्वारा काठगोदाम पुलिस को सड़क दुर्घटना की सूचना दी गई। देखें वीडियो: अजीबोगरीब खुलासा : नाबालिग बहन ने अपने शादीशुदा प्रेमी की मदद से अपने सगे भाई को मार कर शव दफना दिया, एक माह बात हुआ खुलासा…

सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष काठगोदाम प्रमोद पाठक पुलिस बल के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे, और पुलिस टीम ने अपने अथक प्रयासों से वाहन में सवार एक परिवार के तीन गंभीर रूप से घायल सदस्यों-मोहित मिश्रा पुत्र विजय शंकर निवासी डी-11, संजय मोहल्ला, भजनपुरा नोएडा दिल्ली, उनकी पत्नी प्रीति मिश्रा पुत्र जितिशा मिश्रा पुत्र मोहित मिश्रा को बचाया, तथा तत्काल थाने के सरकारी वाहन से हल्द्वानी के नैनीताल रोड स्थित निजी अस्पताल लाकर भर्ती कराया। देखें वीडियो: आकाशीय बिजली गिरने से आबादी के पास बना बड़ा गड्ढा, बिजली के बल्ब, मीटर, उपकरण फुंके

इस प्रकार त्वरित उपचार उपलब्ध कराकर उनकी जान बचाई जा सकी। पुलिस टीम में प्रभारी चौकी मल्ला काठगोदाम फिरोज आलम, एएसआई मनोहर सिंह, एएसआई अरविंद सिंह, आरक्षी लोकेश, संतोष, प्रमोद व करतार शामिल रहे(डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें (Rescue): खाई में गिरा पुलिस कर्मी, एसडीआरएफ ने बचाया

नवीन समाचार, नैनीताल, 26 नवंबर 2022। (Rescue)नगर के हिमालय दर्शन क्षेत्र में बीती रात्रि एक पुलिस कर्मी संदिग्ध परिस्थितियों में गहरी खाई में गिर गया। दैवयोग से उसके गिरने का पता चल गया। इस पर एसडीआरएफकी के जवानों ने उसे रात्रि में बमुश्किल खाई से बाहर निकाला। बाद में उसे 108 एम्बुलेंस की मदद से स्थानीय बीडी पांडे जिला चिकित्सालय में लाकर भर्ती किया गया। यह भी पढ़ें : अपडेट: बच्ची से दुष्कर्म का आरोपित गिरफ्तार….

प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात्रि हिमालय दर्शन क्षेत्र में कुछ लोगों ने सड़क पर एक कार संख्या यूके04एई-4005 को लावारिस हालत में खड़ा देखा तो किसी अनहोनी की आशंका में कोतवाली पुलिस को सूचित किया। सूचना पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ बलों ने जांच की तो कार बागेश्वर जिले के बैजनाथ निवासी पुलिस कर्मी आरसी आर्या की मालूम पड़ी। आवाज लगाने पर जवान आरसी आर्या की जंगल में खाई से कराहने की आवाज आई।

यह भी पढ़ें : नैनीताल: नगर के नाबालिग छात्र ने बाइक से फर्राटा भरते हुए स्कूटी सवारों को ठोका, एक की मौत….

इस पर पुलिस ने तत्काल एसडीआरएफ के जवानों की मदद से रात्रि के अधेरे में लगभग 200 मीटर गहरी खाई में उतरकर पुलिस कर्मी को सकुशल बाहर निकाल लिया। माना जा रहा है कि वह शौच के लिए खाई की ओर गया होगा और तभी पैर फिसलने से गहरी खाई में गिर गया होगा। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें (Rescue) : मिला चार दिनों से गायब 19 वर्षीय युवक का शव

सनी वाल्मीकिनवीन समाचार, नैनीताल, 22 नवंबर 2022। (Rescue) नगर के तल्लीताल क्षेत्र का एक युवक गत 19 नवंबर से यानी बीते तीन दिन से गुमशुदा था। मंगलवार को उसका शव बलियानाला क्षेत्र में मिल गया है। तल्लीताल के थाना प्रभारी रोहताश सिंह सागर ने इसकी पुष्टि की है। मृतक के परिजन एवं स्थानीय लोग पुलिस की मदद से शव को निकालने में लगे हुए हैं। इस कार्य में अभी कुछ घंटे लगने की बात कही जा रही है। यह भी पढ़ें : नैनीताल: 19 वर्षीय युवक चार दिनों से गायब

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार बीरभट्टी के निकट दुर्गापुर की नई सरकारी कॉलोनी में रहने वाला 19 वर्षीय सनी वाल्मीकि पुत्र किशोर गत 19 नवंबर को किसी काम से बाजार गया था, लेकिन तब से घर वापस नहीं लौटा। तमाम जगह पूछताड़ के बाद भी उसका कोई पता नहीं लगा। इसके बाद युवक के परिजनों ने तल्लीताल थाने में उसके लापता होने की प्राथमिकी दी। इसके बाद पुलिस उसके मोबाइल की सीडीआर निकालकर और परिजन आसपास के जंगल में उसकी तलाश कर रहे थे।

यह भी पढ़ें : नैनीताल से पार्टी कर वापस लौट रहे दोस्तों की कार दुर्घटनाग्रस्त, दरोगा व युवती सहित 3 की मौत, शादी की खुशियां भी मातम में बदलीं..

बताया गया है कि अभी कुछ देर पहले उसका शव बलियानाला क्षेत्र में मिल गया है। अब उसे वहां से निकालकर लाने का प्रयास किया जा रहा है। तल्लीताल थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार शव बकरी चराने वाले प्रताप राम की निशानदेही पर शव बरामद किया गया। बताया गया कि प्रताप राम ने उसे 19 नवंबर को शाम चार बजे बलियानाले की ओर जाते हुए देखा था और वहां जाने से मना भी किया था। शरीर पर कोई संदिग्ध निशान नहीं मिला है।

स्थानीय लोगों के अनुसार वह कई प्रकार का नशा करने लगा था। इससे उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। माना जा रहा है कि रात भर वहीं ठंड में रहने की वजह से उसकी मृत्यु हुई होगी।(डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें (Rescue) : अभी देर रात्रि दोपहिया पर सवार तीन सवारियां हल्द्वानी-नैनीताल रोड पर खाई में गिरीं…

नवीन समाचार, नैनीताल, 30 अक्तूबर 2022। (Rescue) नैनीताल-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग-87 पर रविवार देर रात्रि दोगांव के पास एक स्कूटी पर सवार तीन लोग स्कूटी सहित खाई में गिर गए। गनीमत रही कि घटना की जानकारी जल्दी लग गई।

(Rescue) इस पर पुलिस और राहगीरों ने त्वरिज कार्रवाई करते हुए तीनों को गहरी खाई से निकालकर हल्द्वानी भेज दिया। अन्यथा उनके रात्रि में खाई में ही पड़े रहने से कोई दुःखद घटना भी हो सकती थी। यह भी पढ़ें : दिल्ली की कुमाऊं गली में रहने वाले 17 वर्षीय किशोर की बहन से छेड़छाड़ का विरोध करने पर चाकुओं से गोंदकर हत्या देखें विडियो :

प्रत्यक्षदर्शियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की देर रात्रि दोगांव के पास स्कूटी पर सवार तीन लोग अचानक अनियंत्रित होकर स्कूटी सहित गहरी खाई में गिर गए। गिरने के बाद उनके चीखने की आवाज वहां से आवाजाही करने वाले वाहन चालकों ने सुन ली। इस पर पुलिस को पुलिस को दी गई। यह भी पढ़ें : अचानक शव मिलने से सनसनी

पुलिस के पहुंचने से पहले भी स्थानीय लोग एवं रुके लोग उन्हें बचाने में जुट गए और बाद में पहुंची पुलिस व बचाव दलों की मदद से तीनों युवकों को खाई में खोज एवं बचाव अभियान (Rescue) चलाकर सुरक्षित बचा लिया और 108 आपातकालीन एंबुलेंस की मदद से हल्द्वानी के बेस चिकित्सालय भेजा गया। खाई में गिरे युवकों की पहचान हल्द्वानी राजपुरा निवासी अरुण, सिराज व बलवंत के रूप में हुई है। यह भी पढ़ें : नैनीताल : पत्नी रूठ कर मायके आई तो पति ने कर दिया हंगामा, गिरफ्तार…

उल्लेखनीय है कि हल्द्वानी क्षेत्र के युवा खासकर शाम के समय नैनीताल, भीमताल व हैड़ाखान रोडों पर दोपहिया वाहनों को बेतरतीब व अत्यधिक गति से फर्राटे भरते हुए पर दो-तीन सवारी आकर, शराब पीकर उधम काटते हैं। इनमें लड़कियां भी शामिल देखी जा रही हैं।

देर रात्रि तक भी उनकी पार्टियां सड़क पर चलती हैं। इससे खुद के साथ ही वह दूसरो का जीवन भी जोखिम में डालते हैं। ऐसी गतिविधियों पर रोक लगाए जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

MP: भारी बारिश और बाढ़ के बाद उत्तराखंड में कसौली-नैनीताल के बीच फंसे फंसे  भिलाई के 55 पर्यटक, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी | TV9 Bharatvarshयह भी पढ़ें : ब्रेक फेल होने पर चालक ने पहाड़ पर टकराई गाड़ी, दो घंटे जीवन-मृत्यु के बीच फंसी रहीं दो जिंदगियां, पुलिस-एसडीआरएफ ने बचाई दो की जान

Rescue खैरना के पास दुर्घटनाग्रस्त हल्द्वानी से अल्मोड़ा जा रही दुर्घटनाग्रस्त पिकअप।डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 29 सितंबर 2022। गुरुवार को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 87 पर खैरना-दोपाखी मंदिर के पास हल्द्वानी से अल्मोड़ा जा रही पिकअप संख्या यूके01सीए-1307 दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बताया गया कि दुर्घटना पिकअप के ब्रेक फेल होने के कारण हुई। चालक ने पिकटप को पहाड़ की ओर टकरा दिया, इससे वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। खैरना चौकी पुलिस ने एसडीआरएफ एवं स्थानीय जनता की मदद से घायल चालक-परिचालक की जान बचा ली।

बताया गया है कि दुर्घटना में बुरी तरह से क्षतिग्रस्त पिकअप में चालक 39 वर्षीय संजीव पुत्र केशव राम निवासी ग्राम भर्तोला नौगांव फतेहगंज जिला बरेली उत्तर प्रदेश व 20 वर्षीय परिचालक राम पुनीत यादव पुत्र स्वर्गीय सुकन यादव निवासी लवानी पोस्ट जरीसो लवनी दरभंगा बिहार अंदर फंस गये थे।

सूचना मिलने पर पहुंची चौकी खैरना पुलिस व एसडीआरएफ ने स्थानीय जनता की मदद से चालक-परिचालक को 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दुर्घटनाग्रस्त वाहन को काटकर सकुशल बाहन निकाला, और तत्काल सीएचसी खैरना पहुंचाया। इससे उनकी जान बच गई। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

यह भी पढ़ें (Rescue) : कैंची धाम में मलबे में फंसे सेवानिवृत्त वैज्ञानिक, नैनीताल पुलिस ने तत्परता से बचाई जान…

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 16 सितंबर 2022 (Rescue) । भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग पर कैंची धाम से आगे पाडली के पास शनिवार को पहाड़ी से मलबा आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। रविवार को कमोबेश इसी स्थान पर एक सेवानिवृत्त वैज्ञानिक की कार मलबे के कीचड़ में फंस गई। सूचना मिलने पर पहुंची खैरना चौकी पुलिस ने सेवानिवृत्त वैज्ञानिक को मलबे में फंसी कार से सुरक्षित तरीके से बचाया गया। अन्य फंसे लोगों को भी मलवा हटवाकर यातायात सुचारु किया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार नैनीताल जनपद की कोतवाली भवाली की चौकी खैरना पुलिस को 112 के माध्यम से सूचना मिली की पाडली के पास पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं और एक कार मलबे के गड्ढे में फंस गई है। कार में एक व्यक्ति भी फंसा हुआ है।

(Rescue) इस सूचना पर खैरना चौकी प्रभारी उप निरीक्षक दिलीप कुमार पुलिस बल आपदा उपकरणों के साथ मौके पर पहुंचे और कार संख्या यूके08वी-2641 में से 61 वर्षीय कार चालक विनीत कुमार, पुत्र कृष्ण कुमार अग्रवाल निवासी 28आरआर क्वार्टर्स भगत सिंह चौक रुद्रपुर को बचाकर सकुशल बाहर निकाला, और उनके जरूरी सामान को सुरक्षित खैरना लाकर स्थानीय होटल में रुकवाया।

अलबत्ता पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने व तेज बारिश के चलते कई कोशिशों के बावजूद गड्ढे में फंसी कार को नहीं निकाला जा सका। इसके लिए अब क्रेन मंगाई जा रही है। कार चालक ने बताया गया कि वह भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर से वैज्ञानिक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। वह आज अपनी कार से जरूरी कागजात लेकर रुद्रपुर से घट्टीडाम अल्मोड़ा जा रहे थे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड पुलिस एवं आपदा बचाव दल की अमेरिकी एंबेसी ने की जमकर तारीफ, कहा-कभी जरूरत पड़े तो हम भी तैयार…

नवीन समाचार, देहरादून, 4 सितंबर 2022। उत्तराखंड पुलिस के एक अच्छे कार्य की संयुक्त राज्य अमेरिका में भी जमकर तारीफ हो रही है। इस प्रशंसा को लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका के राजदूत ने उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार पत्र लिखकर आभार जताया है, और भविष्य में अपनी ओर से किसी मदद के लिए सहर्ष तैयार रहने की बात लिखी है।

पत्र में तारीफ गत 23 अगस्त 2022 को अमेरिकी नागरिक कुंनापरे्डडी राजीव राव के उत्तरकाशी के डोडीताल ट्रैकमार्ग पर लापता हो जाने के पश्चात पुलिस एवं एसडीआरएफ द्वारा उनकी सकुशल तलाश किये जाने पुलिस व जिला प्रशासन से मिली मदद को लेकर की गई है।

(Rescue) अमेरिका की नई दिल्ली स्थित एंबेसी के मिनिस्टर काउंसलर फॉर कांसुलर अफेयर्स डोनाल्ड हेफलिन द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि इस बचाव अभियान (Rescue) में लगे उत्तरकाशी के डीएम अभिषेक रुहेला, एसएसपी अर्पण यदुवंशी, आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पतियाल, पुलिस निरीक्षक जगदंबा प्रसाद, आरक्षी शक्ति रमोला, श्रीकांत नौटियाल, विनोद रावत व राम नरेश ने उच्च स्तरीय पेशेवर रवैया, धैर्य एवं कर्तव्यशीलता का परिचय दिया।

कहा गया है कि वह उत्तराखंड द्वारा इस मामले में किए गए प्रयासों से इतना प्रभावित एवं प्रसन्न है कि वह भी भविष्य में उत्तराखंड को किसी भी तरह की मदद के लिए तैयार हैं। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें (Rescue) : बिग ब्रेकिंग-नैनीताल: करीब 400 मीटर गहराई से मिला दो दिन से गायब युवक का शव

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 6 जुलाई 2022 (Rescue) । नैनीताल-भवाली रोड पर जनपद मुख्यालय से करीब 6 किलोमीटर दूर जोखिया से पहले करीब 400 मीटर गहरी खाई में एक युवक का शव बरामद हुआ है। मृतक की पहचान भवाली के निकट अल्मोड़ा रोड पर स्थित ग्राम मल्ला निगलाट निवासी करीब 40 वर्षीय युवक मुकेश टम्टा पुत्र प्रकाश टम्टा के रूप में हुई है।

तल्लीताल थाना पुलिस, एसडीआरएफ और अग्निशमन बलों ने संयुक्त रूप से खोज एवं बचाव अभियान (Rescue) चलाकर उसके शव को बरामद किया। मृतक का स्कूटर संख्या यूपी02सी-6339 और चप्पलें सड़क पर ही मिलीं। ऐसे में घटना के कारणों पर संशय बना हुआ है। माना जा रहा है कि किसी कारण वह फिसलकर खाई में जा गिरा होगा।

बताया गया है कि मृतक कारपेंटर यानी बढ़ई का काम करता था। इधर वह मुख्यालय के निकट मनोरा में काम कर रहा था। दो दिन पूर्व 4 जुलाई को उसने अपनी पत्नी से घर के लिए निकलने की बात कही थी, लेकिन इसके बाद से परिजनों का उससे संपर्क नहीं हो रहा था। इस पर परिजन उसकी तलाश में जुटे थे।

बुधवार सुबह जोखिया के पास सड़क पर उसका स्कूटर और वहीं उसकी चप्पलें पड़ी हुई मिलीं। इस पर किसी अनहोनी की आशंका में उन्होंने तल्लीताल थाना पुलिस को इसकी सूचना दी। इस पर थाने से चीता मोबाइल प्रभारी शिवराज राणा, थाने की पुलिस एवं एसडीआरएफ एवं अग्निशमन बलों के साथ मौके पर पहुंचे और खाई में उसकी तलाश के लिए संयुक्त खोज एवं बचाव अभियान (Rescue) चलाया।

करीब आधे घंटे बाद करीब 400 मीटर गहरी खाई में उसका शव बरामद हुआ। उसके निचले हिस्से के कपड़े संभवतया रास्ते में फिसलने से गायब हो चुके थे। इसके बाद उसे रस्सियों के सहारे सड़क तक और वहां से बीडी पांडे जिला चिकित्सालय लाया गया, यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाकर उसके पंचायतनामे व पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।

मृतक शादीशुदा है। उसकी मौत से परिजनों में शोक छा गया है। बचाव अभियान (Rescue) में कुलदीप कुमार, जवाहर राणा, उमेश कुमार, मोहन सिंह व दीपक सुतेड़ी आदि अग्निशमन कर्मियों ने भी उल्लेखनीय योगदान दिया। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

यह भी पढ़ें : बर्फबारी में 7 किमी दूर फंसी गर्भवती को लेकर निकली एंबुलेंस, तो 7 किमी पैदल चलकर पहुंची पुलिस, जेसीबी ने भी दिया जवाब तो रास्ते में कराया गया महिला को प्रसव

Snowfall breaks record in Uttarakhand jagran specialनवीन समाचार, चंपावत, 5 फरवरी 2022। बीते दो दिनों में बर्फबारी जहां सैलानियों के लिए मौज-मस्ती लेकर आई, वहीं इस दौरान स्थानीय जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त रहा। इस दौरान जनपद चम्पावत में गर्भवती महिला को प्रसव कराने के लिए ले जा रही 108 एंबुलेंस बर्फबारी की वजह से रास्ते में ही फंस गई।

इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर एंबुलेंस को निकालने में मदद की वहीं एंबुलेंस कर्मियों ने सीमित संसाधनों से ही गर्भवती का एंबुलेंस में ही प्रसव कराया। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों को सकुशल चिकित्सालय पहुचाया गया।

(Rescue) प्राप्त जानकारी के अनुसार रात्रि में महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। इस पर 108 किसी तरह उसे लेने तो पहुंच गई लेकिन लौटते हुए प्रातः करीब साढ़े चार बजे ग्राम गलचौड़ा के पास एंबुलेंस बर्फ में फंस गई।

(Rescue) इस पर पुलिस हेल्पलाईन नंबर 112 पर सूचना दी गई तो थाना लोहाघाट की पुलिस उप निरीक्षक गोविंद सिंह बिष्ट आरक्षी विक्रम सिंह व दीपक कुमार के साथ सात किलोमीटर तक निजी दोपहिया वाहन व पैदल चलकर घटनास्थल पर पंहुचे और लोनिवि से सम्पर्क कर व जेसीबी मंगवाकर रोड को खोलने के प्रयास किये।

(Rescue) जेसीबी के भी जवाब दे देने से दो और जेसीबी मौके पर बुलानी पड़ीं। इसके बाद वहीं प्रसव कराकर जच्चा-बच्चा को लोहाघाट के अस्पताल लाया गया। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

यह भी पढ़ें (Rescue) : नैनीताल से बर्फबारी का आनंद लेकर लौटते सैलानियों की कार देर रात्रि खाई में गिरी, पांच थे सवार, पुलिस बनी देवदूत

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 4 फरवरी 2022 (Rescue) । शुक्रवार रात्रि लगभग नौ बजे हल्द्वानी से नैनीताल बर्फ का आनंद लेकर लौट रहे पर्यटकों की कार नैनीताल-हल्द्वानी मार्ग पर दोगांव के निकट अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई।

(Rescue) दुर्घटना में कार में सवार पांच लोग घायल हो गए। सूचना पर ज्योलीकोट चौकी प्रभारी नरेंद्र कुमार पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और त्वरित रेस्क्यू अभियान चलाकर बमुश्किल सभी घायलों को गहरी खाई से बाहर निकालकर वाहन से हल्द्वानी अस्पताल भिजवाया।

(Rescue) घायल चालक ने बताया कि वह लोग नैनीताल से बर्फबारी देखकर हल्द्वानी को वापस आ रहे थे तभी दोगांव के पास उनकी कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में चली गई। यदि मौके पर समय से पुलिस नहीं पहुंचती तो उनका बचना मुश्किल था। उन्होंने चौकी प्रभारी सहित पुलिसकर्मियों का आभार व्यक्त किया। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें (Rescue) : खाई में गिरा बाइक सवार, एसडीआरएफ ने बचाया

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 26 नवंबर 2021 (Rescue)। अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग 87ई पर बीती रात्रि कैची के पास एक बाइक सवार युवक खाई मे गिर गया। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ ने करीब 50 मीटर गहरी खाई में उतरकर उसे सकुशल बाहर निकाला।

(Rescue) प्राप्त जानकारी के अनुसार बृहस्पतिवार देर रात पुलिस चौकी खैरना से एसडीआरएफ को सूचना मिली कि कैची के पास एक बुलेट बाइक सवार खाई मे गिर गया है। उसे बाहर निकालने हेतु एसडीआरएफ टीम की आवश्यकता है।

(Rescue) इस सूचना पर एसडीआरएफ की खैरना यूनिट से उप निरीक्षक चंदन सिंह के नेतृत्व मे सब टीम तत्काल घटनास्थल पहुंची और अधेरे व अन्य अत्यंत विषम परिस्थितियों में रात में ही 50 मीटर गहरी खाई मे उतरकर बुरी तरह से घायल 40 वर्षीय विशाल कुमार को घायल अवस्था में बाहर निकालकर भवाली पुलिस के सुपुर्द किया गया। बचाव अभियान (Rescue) में आरक्षी दीप चंद्र सती, भरत अरोड़ा, प्रमोद बोरा, बालम सिंह व जीवन शामिल रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

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नये वर्ष के स्वागत के लिये सर्वश्रेष्ठ हैं यह 13 डेस्टिनेशन आपके सबसे करीब, सबसे अच्छे, सबसे खूबसूरत एवं सबसे रोमांटिक 10 हनीमून डेस्टिनेशन सर्दियों के इस मौसम में जरूर जायें इन 10 स्थानों की सैर पर… इस मौसम में घूमने निकलने की सोच रहे हों तो यहां जाएं, यहां बरसात भी होती है लाजवाब नैनीताल में सिर्फ नैनी ताल नहीं, इतनी झीलें हैं, 8वीं, 9वीं, 10वीं आपने शायद ही देखी हो… नैनीताल आयें तो जरूर देखें उत्तराखंड की एक बेटी बनेंगी सुपरस्टार की दुल्हन उत्तराखंड के आज 9 जून 2023 के ‘नवीन समाचार’ बाबा नीब करौरी के बारे में यह जान लें, निश्चित ही बरसेगी कृपा नैनीताल के चुनिंदा होटल्स, जहां आप जरूर ठहरना चाहेंगे… नैनीताल आयें तो इन 10 स्वादों को लेना न भूलें बालासोर का दु:खद ट्रेन हादसा तस्वीरों में नैनीताल आयें तो क्या जरूर खरीदें.. उत्तराखंड की बेटी उर्वशी रौतेला ने मुंबई में खरीदा 190 करोड़ का लक्जरी बंगला नैनीताल : दिल के सबसे करीब, सचमुच धरती पर प्रकृति का स्वर्ग