उत्तराखंड के सबसे पुराने (नवंबर 2009 से) डिजिटल मीडिया पर सक्रिय विश्वसनीय समाचार प्लेटफार्म ‘नवीन समाचार’ के पाठकों के ‘2.5 करोड़ यानी 25 मिलियन से अधिक बार मिले प्यार’ युक्त परिवार में आपका स्वागत है। आप पिछले 10 वर्षों से मान्यता प्राप्त- पत्रकारिता में पीएचडी डॉ. नवीन जोशी द्वारा संचालित, ‘समाचारों को नवीन दृष्टिकोण से प्रस्तुत करने वाले’ डिजिटल मीडिया परिवार का हिस्सा हैं, जिसके प्रत्येक समाचार एक लाख से अधिक लोगों तक और हर दिन लगभग 10 लाख बार पहुंचते हैं। हिंदी में विशिष्ट लेखन शैली हमारी पहचान है। आप भी हमारे माध्यम से हमारे इस परिवार तक अपना संदेश पहुंचा सकते हैं ₹500 से ₹20,000 प्रतिमाह की दरों में। यह दरें आधी भी हो सकती हैं। अपने शुभकामना संदेश-विज्ञापन हमें भेजें ह्वाट्सएप 8077566792 पर। स्वयं भी दें, अपने मित्रों से भी दिलाएं, ताकि हम आपको निरन्तर-बेहतर ‘निःशुल्क’ ‘नवीन समाचार’ उपलब्ध कराते रह सकें...

July 13, 2025

दीपक तले अंधेरा! नैनीताल से सटे गांवों में 4 किमी सड़क के लिए ग्रामीणों ने दि पंचायत चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी, दिया ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ का नारा

0
Mang Demand Virodh Navin Samachar

नवीन समाचार, नैनीताल, 1 जुलाई 2025 (Darkness under Lamp-Boycott Panchayat Election) नैनीताल जनपद की न्यायिक राजधानी, पर्यटन नगरी तथा मंडल व जिला मुख्यालय से चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांवों की बदहाल ढांचागत स्थिति इस कहावत को चरितार्थ कर रही है कि “दीपक तले अंधेरा होता है”। यहां स्थित ग्राम सभा बेलुवाखान के तोक सौलिया व तल्ला कूंण के ग्रामीण आज भी एक अदद सड़क के लिए तरस रहे हैं। ग्रामीणों ने पंचायत चुनावों के बहिष्कार की घोषणा करते हुए दो टूक कहा है कि यदि सड़क नहीं बनी तो वे ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ के नारे के साथ चुनाव से दूरी बनाएंगे।

10 किलोमीटर दूर मुख्यालय, लेकिन विकास से कोसों दूर गांव

पुलिस व संबंधितों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नैनीताल मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम सभा बेलुवाखान के उपगांव सौलिया और तल्ला कूंण के लोगों को आजादी के इतने वर्षों बाद भी मुख्य सड़क से जोड़ने वाली मात्र 4 किलोमीटर की सड़क तक मयस्सर नहीं हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि वे वर्षों से इस सड़क की मांग कर रहे हैं और अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से लगातार निवेदन करते रहे हैं, परंतु अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई।

रोजाना 4 किमी पथरीला रास्ता पैदल तय करने को मजबूर

edf58cac9992b7d0134e210bfaf647c3 792024899स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क के अभाव में उन्हें रोजमर्रा की जरूरतों, राशन, बच्चों की पढ़ाई, बीमार व्यक्तियों को चिकित्सालय पहुंचाने सहित अन्य कार्यों के लिए 4 किलोमीटर लंबा पथरीला, उबड़-खाबड़ पहाड़ी रास्ता पैदल तय करना पड़ता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि जल्द ही सड़क नहीं बनी तो वे पंचायत चुनाव का बहिष्कार करेंगे।

आपदा राहत की अनदेखी से भी आक्रोशित हैं ग्रामीण

ग्रामीणों ने बताया कि वे केवल सड़क के नहीं, बल्कि आपदा राहत से भी उपेक्षित हैं। वर्ष 2021 की अतिवृष्टि के दौरान इस क्षेत्र की सिंचाई नहर बह गई थी और सौलिया गांव के छह मकानों को भारी नुकसान पहुंचा था। तीन परिवार अब भी प्रत्यक्ष आपदा जोखिम में रह रहे हैं। ग्रामीणों ने आपदा के बाद कई बार प्रशासन को ज्ञापन सौंपे, किंतु आज तक कोई समाधान नहीं हुआ।

जनप्रतिनिधियों पर उठाए सवाल (Darkness under Lamp-Boycott Panchayat Election)

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि चुनावों के समय नेताओं द्वारा गांव की समस्याओं को प्रमुखता से उठाने के वादे किए जाते हैं, लेकिन जीतने के बाद कोई वापस झांकने तक नहीं आता। ऐसी स्थिति में ग्रामीणों का धैर्य टूट रहा है और वे अब जन चेतना के रूप में चुनाव बहिष्कार का सहारा लेने को मजबूर हैं।

आज के अन्य एवं अधिक पढ़े जा रहे उत्तराखंड के नवीनतम अपडेट्स-‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यहां क्लिक कर हमारे व्हाट्सएप चैनल से, फेसबुक ग्रुप से, गूगल न्यूज से, एक्स से, थ्रेड्स चैनल से, टेलीग्राम से, कुटुंब एप से और डेलीहंट से जुड़ें। अमेजॉन पर सर्वाधिक छूटों के साथ खरीददारी करने के लिए यहां क्लिक करें। यदि आपको लगता है कि ‘नवीन समाचार’ अच्छा कार्य कर रहा है तो हमें यहाँ क्लिक करके सहयोग करें..

(Darkness under Lamp-Boycott Panchayat Election, Road Protest Uttarakhand, Nainital Village Road Issue, Road Nahin To Vote Nahin, Beluwakhan Gram Sabha, Uttarakhand Panchayat Boycott, Nainital Rural Development, Uttarakhand Infrastructure Crisis, Voter Boycott For Road, Rural Neglect In Uttarakhand, Uttarakhand Disaster Relief Neglect,)

 

Leave a Reply

आप यह भी पढ़ना चाहेंगे :