March 28, 2024

डीएलएड प्रशिक्षितों ने उठाई छोटी सी मांग, पर क्या सरकार सुनेगी ?

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नवीन समाचार, नैनीताल, 2 नवम्बर 2020। केंद्र सरकार के निर्देशों पर एनआईओएस यानी राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से डीएलएड प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षितों ने बहुत छोटी सी मांग उठाई है। उनका कहना है कि प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में रिक्त पड़े शिक्षकों के पदों पर शुरू होने वाली नियुक्ति प्रक्रिया में डीएलएड व बीएड-टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके योग्यताधारी बेरोजगारों को भी प्रतिभाग करने का मौका दिया जाए। वे इन पदों के लिए मौका न दिए जाने के प्रति इसलिए डरे हुए हैं कि बिहार सहित कुछ राज्य सरकारों ने उन्हें मौका नहीं दिया। इस पर बेरोजगारों को न्यायालय की शरण लेनी पड़ी और न्यायालय के आदेशों पर उन्हें मौका मिला। उनका अनौपचारिक तौर पर कहना है कि वे बेहद विपन्न आर्थिक स्थिति वाले हैं और उनकी न्यायालय जाने की आर्थिक स्थिति भी नहीं है। बरसों से प्राइवेट विद्यालयों में पढ़ा रहे हैं। उनकी उम्र भी निर्धारिक सीमा के पास पहुंच रही है। यदि उन्हें मौका न दिया गया तो वे कहीं के नहीं रहेंगे।
सोमवार को नगर के मल्लीताल डीएसए मैदान स्थित एक रेस्टोरेंट में आयोजित पत्रकार वार्ता में उत्तराखंड एनआईओएस डीएलएड टीईटी शिक्षक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष नंदन बोहरा ने इसके साथ ही यह आशंका भी जताई कि राज्य सरकार अपने द्वारा डाइट के माध्यम से प्रशिक्षित किए गए डीएलएड प्रशिक्षितों एवं केंद्र सरकार द्वारा एनआईओएस के माध्यम से प्रशिक्षित किये गए डीएलएड प्रशिक्षितों में भी विभेद कर सकती है। लिहाजा उनका कहना है कि वह तत्कालीन केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडे़कर द्वारा संसद के दोनों सदनों में शिक्षा के अधिकार के तहत पारित बिल एवं एनसीटीई की 23 अगस्त 2010 की अधिसूचना के अनुसार पहली बार यह प्रशिक्षण प्राप्त किए हुए हैं। इसलिए उन्हें भी प्राथमिक शिक्षकों के पदों के लिए डाइट से प्रशिक्षित डीएलएड प्रशिक्षितों के समकक्ष मानते हुए मौका दिया जाना चाहिए। इस मौके पर योगेश बोरा, कृपाल रौतेला व सुरेश गुरुरानी आदि प्रशिक्षित डीएलएड बेरोजगार भी पत्रकार वार्ता में मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें : 12 दिवसीय डीएलएड प्रशिक्षण का समापन, अब 31 से परीक्षायें

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नैनीताल। भीमताल स्थित एलपी राजकीय इंटर कॉलेज में बीती 13 मई से चल रहे 76 प्रतिभागियों के 12 दिवसीय डीएलएड प्रशिक्षण का बृहस्पतिवार को समापन हो गया। इस अवसर पर आखिरी दिन कक्षा शिक्षण के महत्वपूर्ण घटक-टीएलएम यानी शिक्षण अधिगम सामग्री की प्रदर्शनी लगाई गई।

राष्ट्रीय सहारा, 25 मई 2018

प्रदर्शनी में प्रतिभागियों ने मॉडलों, पोस्टरों व अन्य शिक्षण सहगामी क्रियाकलापों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं।आगे 31 मई तथा 1 व 2 जून को परीक्षायें आयोजित की जाएंगी। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य डा. बृज मोहन तिवारी, राजेंद्र प्रसाद वर्मा एवं कार्तिक शर्मा आदि शिक्षक एवं लोकेश तिवारी, गीता पन्त, मंजू जीना, आँचल आर्य, तरुण कर्म्याल, बबीता चौधरी, पुष्पा बिष्ट, रश्मि आर्य, गीता सुयाल, रेनू बिष्ट, सुनीता, निधि राणा, सजनी आर्य, निवेदिता साह, विनोद, किरन, दीप्ति जोशी, कंचन जोशी, बीना पाठक, मनोज कुमार, दिव्या भगत, भानु आर्या, प्रीती ढैला, लता खाती, श्याम, अंकित कुमार, जानकी आर्य, सुचित्रा जोशी, कविता, निशि, एन मनराल, नीतू भाकुनी, बीना जोशी व भारती जोशी सहित अनेक प्रतिभागी शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।

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