-हेलीकॉप्टर उड़ान पर प्रतिबंध के बावजूद उड़ा निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर, मंदिर समिति अध्यक्ष सवार, डीजीसीए और यूकाडा की सख्ती (Despite-Ban Helicopter-Flyied for Kedarnath)
नवीन समाचार, देहरादून, 15 जुलाई 2025। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जनपद के केदारनाथ में दो दिन पहले हेलीकॉप्टर उड़ान प्रतिबंध के बावजूद एक निजी कंपनी द्वारा हेलीकॉप्टर उड़ाने का गंभीर मामला सामने आया है। इस हेलीकॉप्टर में बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी सहित कुछ उद्योगपति भी सवार बताये गये हैं। इस घटना पर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) व उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने सख्ती बरतते हुए संबंधित कंपनी को नोटिस जारी किया है तथा जांच शुरू कर दी है।
हेलीकॉप्टर एक दिन तक केदारनाथ में फंसा रहा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यात्रा सीजन की शुरुआत में ही हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं के मद्देनज़र केदारनाथ में हेलीकॉप्टर सेवाओं पर पूर्ण प्रतिबंध लागू है। इसके बावजूद एक निजी कंपनी हेरिटेज एविएशन द्वारा दो दिन पहले केदारनाथ में उड़ान भरी गयी। मौसम बिगड़ने पर हेलीकॉप्टर को केदारनाथ में ही रुकना पड़ा और अगले दिन मौसम सामान्य होने पर वह लौट सका।
केदारनाथ के पुरोहित हेमंत त्रिवेदी ने बताया कि इस हेलीकॉप्टर में बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी सहित कुछ उद्योगपति केदारनाथ पहुँचे थे।
हेरिटेज एविएशन को भेजा गया नोटिस
इस मामले में यूकाडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष चौहान ने बताया कि निजी कंपनी को नोटिस जारी किया गया है। वहीं इस घटना की जांच कर रहे यूकाडा के अधिकारी संजय टोलिया ने बताया कि यह उड़ान बिना अनुमति के की गई और यह हेली कंपनी की मनमानी का मामला है।
उन्होंने बताया कि डीजीसीए द्वारा जारी आदेशों के अनुसार केदारनाथ में वर्तमान में हेलीकॉप्टर उड़ान पूरी तरह से प्रतिबंधित है। यूकाडा भी इस समय हेली सेवाओं को बंद रखे हुए है।
हेली सेवाओं पर सख्ती, दोषियों पर कार्रवाई की चेतावनी
जांच अधिकारी संजय टोलिया ने बताया कि इस मामले की जांच एक-दो दिन में पूरी कर ली जाएगी और जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि कंपनी द्वारा बिना अनुमति के उड़ान भरने पर उसे डीजीसीए व यूकाडा के मानकों के आधार पर नोटिस भेजा गया है। कंपनी ने उड़ान उस समय भरी जब उनके प्रमुख दिल्ली में थे। जैसे ही उन्हें जानकारी मिली, उन्होंने उड़ान रोकने के निर्देश दिये।
टोलिया ने कहा कि नए नियमों के अनुसार यदि किसी स्थान पर मौसम खराब होता है तो हेलीकॉप्टर को यू-टर्न लेना अनिवार्य है।
मंदिर समिति अध्यक्ष की चुप्पी (Despite-Ban Helicopter-Flyied for Kedarnath)
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस प्रकरण में जब बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी से संपर्क किया गया, तो उनका फोन नहीं उठा। इस कारण यह स्पष्ट नहीं हो सका कि किस परिस्थिति में वे हेलीकॉप्टर से केदारनाथ पहुँचे और इस उड़ान की प्रक्रिया क्या थी।
यह घटना न केवल सुरक्षा नियमों की अनदेखी का गंभीर उदाहरण है, बल्कि इसके जरिये प्रदेश की धार्मिक व हवाई सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो गये हैं।
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