बिना खर्च गोरा होने, बिना जिम-डाइटिंग के वजन घटाने के दादी-नानी-माँ के घरेलू नुस्खे
नवीन समाचार, विविध, 21 मार्च 2023। (Grandmother’s home remedies to lose weight without gym-dieting) आज के दौर की जीवन शैली ने मनुष्य को कई तरह की समस्याओं में धकेल दिया है। लोग मोटे हो रहे हैं, उनका वजन बढ़ रहा है। लोग पहले कैसे भी रूप-रंग में खुश रहते थे। लेकिन अब गोरा और अच्छे नैन-नक्श होना जरूरी माना जाने लगा है। इसी तरह लोगों के बाल जल्दी गिर रहे हैं और जल्दी सफेद हो रहे हैं। हम यहां इन समस्याओं के स्थायी, सही और उपचार बताएंगे, जिनमें कुछ भी अलग से खर्च नहीं होगा, बल्कि अब तक किया जा रहा काफी खर्च बच भी सकेगा। आप अपनी जीवन शैली और खान पान में कुछ बदलाव करके ही न केवल इन समस्याओं से निजात पा सकेंगे बल्कि स्वस्थ जीवन भी जी सकेंगे। इन उपायों से निश्चित से आपको तो लाभ होगा ही आप अन्य लोगों को भी इनकी जानकारी देना पसंद करेंगे। यह भी पढ़ें : नाम के पहले अक्षर से जानें किसी भी व्यक्ति के बारे में सब कुछ
तो सबसे पहले बात करते हैं, वजन बढ़ने की समस्या की। हम देखते हैं कि हर व्यक्ति की चाहत होती है कि वह खूबसूरत दिखे। उसका चेहरा गोरा हो और उस पर रौनक रहे। हालांकि हम कहना चाहते हैं कि किसी भी व्यक्ति के गोरे या काले होने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। फर्क चेहरे की बात करें तो उस पर दिखने वाले आत्मविश्वास और रौनक से जरूर पड़ता है। फिर भी हम आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू, प्राकृतिक तरीकों के उपाय लेकर आए हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने चेहरे पर न सिर्फ निखार ला सकते हैं, बल्कि उसे खूबसूरत भी बना सकते हैं। यह भी पढ़ें : धनी बनना चाहते हैं तो जानें बाबा नीब करौरी द्वारा बताए धनी बनने के तीन उपाय
अलबत्ता, यह बताना भी जरूरी है कि बताए गए उपाय विशेषज्ञों से प्राप्त जानकारी पर आधारित हैं, और प्राकृतिक वस्तुओं पर आधारित हैं। फिर भी यह हर व्यक्ति पर अलग-अलग यानी कम, अधिक व कभी-कभी बुरा प्रभाव भी डाल सकते हैं।यदि आपको पहले से त्वचा संबंधी कोई समस्या आती है तो इनका प्रयोग करने से पहले त्वचा विशेषज्ञ की सलाह ले सकते हैं। यह भी पढ़ें : आया इंटरनेट पर ‘सबसे ज्यादा-सबसे जल्दी’ ऑनलाइन रुपए कमाने का नया ऐप ‘हाफ क्लब’
सबसे पहले जान लें कि गोरा होना एक लंबी और धीमी प्रक्रिया होता है और इसमें धैर्य और संयम की आवश्यकता होती है। यह भी समझ लें कि कोई भी साबुन, क्रीम, फेशवॉश या दवाई स्थायी तौर पर मानव त्वचा को गोरा नहीं बना पाते हैं, चाहे वह विज्ञापनों में कितना ही ऐसा दावा करते हों। अलबत्ता गोरा होने के लिए स्वयं ही बिना कुछ भी अतिरिक्त खर्च किए गोरा होने के प्रयास किए जा सकते हैं। यदि आप अपनी त्वचा को गोरा बनाना चाहते हैं, तो निम्न उपायों को अपना सकते हैं:
- खुद को अधिक से अधिक प्रकृति के बीच रखने का प्रयास करें। हर रोज सुबह की धूप लें। लेकिन दिन में अपनी त्वचा को सूर्य के सीधे-सामने आने से बचाएं। दिन में सूर्य की किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं और त्वचा के गहरे त्वचा रंग के लिए जिम्मेदार होती हैं। सूर्य के सामने जाना ही पड़े तो कोई भी अच्छी सनस्क्रीन क्रीम लगाकर जाएं।
- भरपूर मात्रा में पानी पीयें। पानी त्वचा को ताजगी देता है और आपकी त्वचा को सुंदर और गोरा बनाता है।
- अपनी आहार और व्यायाम में सुधार करें। स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम आपकी त्वचा के लिए बेहद उपयोगी होते हैं। फल और सब्जियों से भरा आहार लें और नियमित व्यायाम करें। जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ की सलाह लें।
- गोरा होने के लिए हल्दी का लेप लगाएं। हल्दी प्राकृतिक तौर पर त्वचा को निखारती है, और गोरा बनाती है, और इस रूप में सदियों से हल्दी का प्रयोग किया जा रहा है। हल्दी को चेहरे के साथ ही पूरे शरीर पर लगा सकते हैं।
- त्वचा विशेषज्ञ भी कहते हैं कि चेहरे पर निखार लाने के लिए ब्यूटी क्रीम पर ज्यादा ध्यान देने की बजाय खान-पान पर ध्यान देना चाहिए। जितना हो सके चेहरे का रंग निखारने के लिए अच्छा खानपान होना चाहिए, क्योंकि विटामिन और मिनरल्स अगर आपके शरीर में सही मात्रा में हों तो अपने आप चेहरे पर चमक आने लगती है। यह भी पढ़ें : नाम के पहले अक्षर से जाने अपने चाहने वालों का भविष्य
इन घरेलू उपाय से चेहरा बनेगा गोरा
- मुल्तानी मिट्टी: मुल्तानी मिट्टी दादी-नानी के जमाने से चेहरे को साफ करने व गोरा बनाने के लिए उपयोग की जाती है। चेहरे पर मुल्तानी मिट्टी लगाकर कुछ देर रहने दें और बाद में धो लें। इससे भी चेहरे में रौनक लौटती है।
- शहद का करें उपयोग: शहद को चेहरे पर पांच मिनट लगाकर छोड़ दीजिए और बाद में गुनगुने पानी से चेहरा साफ कर लीजिए। ऐसा करने पर शहद एक ब्लीच की तरह काम करता है और त्वचा को निखारता है। साथ ही त्वचा को मॉश्चराइज करने में भी मददगार होता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण भी होते हैं।
- दही से मसाज करें: चेहरे को गोरा बनाने के लिए हाथ में दही लेकर उससे चेहरे पर मसाज कीजिए और बाद में हल्के गुनगुने पानी से चेहरा साफ कर लीजिए। आपको तुरंत ही चेहने की रंगत में सुखद अंतर नजर आने लगेगा। दही में लैक्टिक एसिड मौजूद होता है, जो कि एक नेचुरल ब्लीच है।
- पपीते के टुकड़े को चेहरे पर मलें: पपीता एक ऐसा फल है, जो सेहत के साथ त्वचा के लिए बेहद लाभकारी है। यह भी एक नेचुरल ब्लीच है। आप पपीते का एक टुकड़ा काट लें और उसे अच्छी तरह से चेहरे पर मलें। करीब दो-तीन मिनट बाद चेहरा धो लें। आपको साफ तौर पर अंतर नजर आएगा।
- कच्चे केले का पेस्ट लगाएं: केले से भी चेहरे की निखार वापस लाया जा सकता है। इसके लिए आधे पके हुए केले को दूध के साथ पीसकर चेहरे पर लगाएं। 10 मिनट बाद ठंडे पानी से धो लें। गोरा होने के उपाय में केले का इस्तेमाल दादी-नानी के जमाने से किया जा रहा है।
- सांवलापन दूर करते हैं टमाटर व अंगूर: अगर आप सांवलेपन से परेशान हैं तो टमाटर व अंगूर आपकी मदद कर सकते हैं। आप टमाटर या अंगूर के रस को चेहरे पर लगाएं और सूखने पर धो लें। ऐसा नियमित रूप में करने से चेहरे का सांवलापन दूर होता है। टमाटर गोरे होने के नुस्खे में शामिल होता है। यह भी पढ़ें : काम की बातें : अपने नाम में ऐसे मामूली सा बदलाव कर लाएं अपने भाग्य में चमत्कारिक बदलाव…
वजन घटाने के उपाय :
यदि आपका वजन बढ़ रहा है तो समझ लें कि वजन का बढ़ना भविष्य में हृदय रोगों सहित कई तरह की बीमारियों को निमंत्रण देने जैसा है। इसलिए वजन को कम करना जरूरी है। वजन कम करने के प्रयास शुरू करने से पहले समझ लें कि वजन जिन कारणों से बढ़ा है, उन कारणों का यदि उल्टा जीवन में अपनाया जाए तो वजन घटाने नहीं तो कम से कम वजन के बढ़ने पर रोक लगाई जा सकती है। वजन घटाने में जीवन शैली में कुछ बदलाव बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
हम सभी जानते हैं कि सेहतमंद खाना और नियमित व्यायाम वजन कम करने के बेहतरीन उपाय हैं। लेकिन समय के अभाव में कुछ लोग व्यायाम नहीं कर पाते, और उनकी खान-पान की आदतें भी गलत होती हैं। मानव शरीर वास्तव में आराम करने या श्रम न करने के लिए नहीं बना है। विज्ञान के सभी उपकरणों ने मनुष्य का श्रम कम करके उसे आरामतलब बनाया है। इससे वास्तव में मनुष्य का लाभ नहीं वरन नुकसान ही हुआ है। क्योंकि इससे मनुष्य मोटा होने के साथ बीमारियों का घर बनता जा रहा है।
वजन बढ़ गया है और इसे घटाना चाहते हैं तो इसे गंभीरता से लें। जानें कि वजन किन कारणों से बढ़ा है, और वजन बढ़ने में कितना समय लगा है। जिन कारणों से वजन बढ़ा है, सबसे पहले उन कारणों को अपनी जीवन शैली से हटाकर वजन के बढ़ने पर विराम लगाएं। इसके बाद ही वजन घटाने की बात सोची जा सकती है। यह भी जान लें कि जितना समय वजन बढ़ने में लगा है, उसे घटाने में उससे अधिक समय लगाना पड़ेगा। इसलिए वजन घटाने का मजबूत संकल्प लें।
यह संकल्प लेने के लिए समझ लें कि वजन बढ़ने से केवल आपका डीलडौल ही कुरूप नहीं हुआ है, बल्कि आप अंदर से भी अस्वस्थ होते जा रहे हैं। जो चर्बी आपके शरीर पर बाहर से चढ़ी हुई नजर में आ रही है, वह यदि आपके हृदय की धमनियों में भी चढ़ रही होगी तो इसका क्या जानलेवा प्रभाव हो सकता है। इसकी भयावहता को समझें। यदि यह बात समझ में आ रही है तो अपनी जीवन शैली में बदलाव करने का मजबूत संकल्प लें।
संकल्प मजबूत ले लें तो भोजन बंद करने, उपवास करने या जिम जाने की जरूरत नहीं, बल्कि अपने भोजन से फास्ट फूड, अधिक वसा वाली चीजों को खाना व ठंडे पेय पदार्थों को पीना बंद करें। इन पर लगने वाले पैंसे भी बचाएं। अधिक पानी पियें। भोजन से आधे घंटे पहले भी पानी पी सकते हैं। जितना भोजन लेते हैं, उसके आधे से अधिक हर तरह के मौसमी फल एवं सलाद के रूप में कच्ची खाई जा सकने वाली बाजार में मौसम के अनुसार उपलब्ध सब्जियां कच्ची खाएं। हर रोज सुबह हल्की गति से ढाई-तीन किलोमीटर की इतनी जॉगिंग करें कि शरीर में पसीना आ जाए।
घर के जो कार्य दूसरों से कराते हैं उन्हें खुद करें। यह ठीक नहीं कि घर के कार्य करवाने के लिए रुपए देकर लोगों को रखें और खुद मेहनत करने के लिए जिम जाएं। खुद काम करने से दूसरों को देने वाले रुपए भी बचेंगे और वह कार्य खुद करके शरीर में हरकत रहेगी। विज्ञान के जितने भी उपकरणों को उपयोग करते हैं, उन्होंने मनुष्य को आराम पहुंचाने के नाम पर मनुष्य को न केवल नाकारा बनाया है, बल्कि वजन बढ़ाने के लिए हार्ट अटैक जैसी जानलेवा स्थितियों की ओर धकेलने का कार्य भी किया है। इसलिए जितना संभव हो उपकरणों का भी कम से कम प्रयोग करें। याद रखें कि मानव शरीर कार्य करने के लिए मिला है, आराम करने के लिए। इससे न केवल वजन घटेगा बल्कि हार्ट अटैक का खतरा भी दूर होगा।
- इसलिए वजन बढ़ने से बचने के लिए जितना अधिक हो सके, उतना मानव श्रम करें। दैनिक दिनचर्या में अधिक से अधिक पैदल चलें। अपने कार्य स्वयं करें। भोजन आराम से, अधिक से अधिक समय लेकर, बिना मोबाइल-टीवी देखते हुए लें। भोजन के छोटे से छोटे ग्रास बनाकर और उन्हें अधिक से अधिक चबाकर लें। खाने के साथ और खाने आधा घंटे पहले से आधे घंटे बाद तक पानी न लें। खाने से आधा घंटा पहले पानी पी लें, इससे भोजन कम करेंगे।
- खाना उतना ही खाएं जितना आपको लगता है कि उसमें मौजूदा ऊर्जा के बराबर आप श्रम कर रहे हैं। यानी अधिक श्रम करते हैं तो अधिक खाएं, अन्यथा जितना कम श्रम करते हों, उतना ही कम भोजन खाएं। इसके लिए छोटे से छोटे ग्रास लेकर खाएं और हर ग्रास को करीब 32 बार चबाकर खाएं। इससे स्वतः ही भोजन की मात्रा घट सकती है।
- अपने भोजन में अधिक से अधिक कच्ची सब्जियों और हर तरह के फलों को शामिल करें और पका हुआ तथा तला-भुना व अधिक मसालों युक्त भोजन कम से कम करें। इससे न केवल वजन घटाने में मदद मिलेगी, वरन हृदय रोगों की संभावना भी घटेगी। पसीना आने लायक सुबह जॉगिंग करना भी वजन घटाने में लाभदायक होता है।
- हमेशा चाय की जगह चाय से थोड़ा कम गर्म पानी पीने की आदत डालें। पानी में गर्म करते समय स्वाद के लिए थोड़ी सी अदरक, इलायची व तुलसी के पत्ते भी डाल सकते हैं। गर्म पानी शरीर में जमा वसा-चर्बी को पिघलाने में मदद कर सकता है।
- एक आयुर्वेदिक पेय भी वजन और पेट की चर्बी घटाने में आपकी काफी हद तक मदद कर सकता है। यह आयुर्वेदिक पेय गुड़ और नींबू से तैयार होता है, जिसे आप घर बैठे खुद बना सकते हैं। ऐसे में यह आयुर्वेदिक पेय आपकी मदद कर सकता है।
- इस आयुर्वेदिक पेय को बनाने के लिए एक ग्लास गुनगुने पानी में एक चम्मच गुड़ का पाउडर मिलाएं। अब उसे अच्छी तरह से मिला दें और उसमें एक चम्मच नींबू का रस मिला दें। दोनों को एक बार फिर मिलाने के बाद आपका पेय तैयार हो जाएगा। इसे रोज खाली पेट पीने से वजन कम करने में मदद मिल सकती है।
- विशेषज्ञों के अनुसार, इस पेय में शामिल गुड़ में मौजूद प्रोटीन और फाइबर वजन कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। साथ ही इससे शरीर में मेटाबोलिज्म यानी ‘खाने को पचाकर उससे ऊर्जा उत्पन्न करने की क्षमता बढ़ाने’ में मदद मिलती है।
- इसके अलावा इसमें मौजूद नींबू शरीर की सफाई कर वजन कम होने की प्रक्रिया को बढ़ाता है। नींबू में पाया जानेवाला पॉलीफेनलॉल एंटी ऑक्सीडेंट वजन को प्रभावी तरीके से नियंत्रित करने में मदद करता है। ये एंटी ऑक्सीडेंट्स शरीर में वसा का संचय रोकने और खराब कोलेस्ट्रोल को घटाने में मदद करते है। गुड़ और नींबू पाचन और श्वसन तंत्र को साफ रखने में मदद करते हैं। यह भी पढ़ें : जानिए अपनी हस्तरेखाओं से अपने जीवन के राज और अपने भविष्य की संभावनाएं…
- जल जीरा: वजन घटाने के घरेलू नुस्खों में जल जीरा या जीरा पानी का भी उपयोग किया जा सकता है। जीरा स्वास्थ्य के लिए तो फायदेमंद होता ही है। शरीर की चर्बी तेजी से घटाने में भी मदद करता है। जीरे में विटामिन-सी, विटामिन-के, विटामिन-बी 1, 2, 3, विटामिन-ई, प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और कार्बोहाइड्रेट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। सुबह खाली पेट जीरा पानी का सेवन करने से पाचन तंत्र को भी दुरुस्त करने में मदद मिलती है। रोजाना खाली पेट जीरा पानी का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
- नींबू और शहद: वजन घटाने के लिए सबसे खास घरेलू नुस्खा नींबू और शहद को माना जाता है। नींबू और शहद को शरीर को सही तरीके से डिटॉक्स यानी विष रहित करने यानी विषाक्त पदार्थों को बाहर करने और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करते हैं। वजन घटाने के लिए सुबह खाली पेट हल्के गुनगुने पानी में आधा चम्मच नींबू का रस और 1 चम्मच शहद डालकर पिएं। नियमित रूप से शहद, पानी और नींबू का सेवन करने से वजन तेजी से घटाने में मदद मिलती है।
- धनिया, अजवाइन और जीरा : वजन तेजी से कम करने वाले लोगों को धनिया, जीरा और अजवाइन का एक साथ सेवन करने की सलाह भी दी जाती है। इसके लिए दिन और रात के भोजन के बाद जीरा, धनिया, अजवाइन और सौंफ के मिश्रण की चाय बनाकर पी सकते हैं।
- आंवला: वजन घटाने के लिए आंवले का सेवन करने की सलाह भी दी जाती है। आंवले में पर्याप्त मात्रा में विटामिन-सी पाया जाता है, जो शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। नियमित तौर पर आंवले का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और यह शरीर की कैलोरी को तेजी से कम करने में मदद करता है। कई शोध में यह बात भी सामने आ चुकी है कि प्रतिदिन आंवले का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। वजन कम करने के लिए आंवले के जूस, मुरब्बा या अचार भोजन में शामिल कर सकते हैं।
- त्रिफला: वजन घटाने के लिए त्रिफला का सेवन करने की सलाह दी जाती है। रात में 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण गर्म पानी के साथ पीने से यह शरीर का वजन कम करने और पाचन तंत्र को दुरुस्त करने में मदद करता है। त्रिफला में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मददगार होते हैं।
- पालक: पालक प्रोटीन, विटामिन ए और सी, एंटीऑक्सिडेंट और हृदय-स्वस्थ फोलेट का सबसे बड़ा स्रोत माना जाता है। पालक को वजन घटाने के लिए श्रेष्ठ प्रोटीन भोजन माना जाता है। 1 कप पालक में सिर्फ 7 कैलोरी होती है जबकि फाइबर यानी रेखा कहीं ज्यादा पाया जाता है। जो लोग वजन घटाने की इच्छा रखते हैं उन्हें प्रतिदिन 1 से 2 कप पालक का साग या पालक की दाल खाने की सलाह दी जाती है।
- हरी मटर: हरी मटर प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर का अच्छा स्रोत मानी जाती है। एक कप हरी मटर में 120 ग्राम कार्बोहाइड्रेड होते हैं। वजन घटाने के लिए हरी मटर का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। हरी मटर को करी, सलाद, सैंडविच, दलिया, शोरबा के तौर पर रोज के भोजन में शामिल कर सकते हैं। हरी मटर का सेवन करते वक्त ध्यान दें कि इसे अधिक भूनकर या अधिक मसालों के साथ नहीं खाना है।
- छोले या सफेद चने: छोले या सफेद चनों का इस्तेमाल भारतीय घरों में खूब किया जाता है। सफेद चनों में काफी अधिक प्रोटीन पाया जाता है। इसके अलावा सफेद चने कार्बोहाइड्रेड, फाइबर, आयरन, फोलेट, फास्फोरस, पोटैशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं। ये सभी चीजें वजन घटाने के लिए लाभकारी मानी जाती हैं। वजन घटाने की इच्छा रखने वालों को प्रतिदिन 1 कप सफेद चने खाने की सलाह दी जाती है।
- अंडे: लोग सोचते हैं कि अंडे वजन बढ़ाते हैं, पर ऐसा नहीं है। अंडे प्रोटीन के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक हैं। अंडे की जर्दी में किसी भी सब्जी की तुलना में अधिक प्रोटीन होता है। यह विटामिन बी 12, सेलेनियम, विटामिन बी 2 का भी अच्छा सोर्स माना जाता है। वजन घटाने के लिए प्रतिदिन 2 से 3 उबले हुए अंडे खाने की सलाह दी जाती है। वजन कम करने के लिए आप चाहें तो इच्छानुसार उबले हुए अंडे के सैंडविच और पिज्जा भी खा सकते हैं। उबले हुए अंडे की सैंडविच और पिज्जा बनाते वक्त ध्यान रहे कि इसमें ज्यादा मसाले और चीज का इस्तेमाल न किया गया हो।
- दाल: दाल भी प्रोटीन का अच्छा स्रोत होती हैं। दाल में प्रोटीन के साथ कार्बोहाइड्रेड और फाइबर भी होते हैं। दाल में फाइबर की मात्रा कोलन में अच्छे बैक्टीरिया के लिए फायदेमंद होती है। इसलिए दाल को वजन घटाने के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। दाल में काफी कम मात्रा में कैलोरी पाई जाती है। साथ ही दाल लंबे समय तक पेट भरा रखने में भी मदद करती है। वजन घटाने के लिए प्रतिदिन 1 से 2 कटोरी दाल का सेवन करने की सलाह दी जाती है। यह भी पढ़ें : जानें सामुद्रिक शास्त्र व भविष्य पुराण के अनुसार 1000 से अधिक स्वप्न फल, विभिन्न अंगों के फड़कने और शकुन-अपशकुन के प्रभाव व शुभ-अशुभ…
वजन बढ़ाने के लिए इन 4 तरीकों से खाएं दही:
वजन घटाने के साथ कई लोगों को वजन बढ़ाने की जरूरत भी पड़ती है। इसके लिए दही असरदार हो सकती है। दही प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत होता है। इसके अलावा दही में अच्छी वसा, कार्बोहाइड्रेड, कैल्शियम, विटामिन्स और खनिज भी पाए जाते हैं। दही में मौजूद पोषक तत्वों को देखते हुए चिकित्सक भी भोजन में दही शामिल करने की सलाह देते हैं। दही से वजन बढाने के लिए दही का सेवन 4 तरीकों से कर सकते हैं।
- दही और केला: जिस तरह दूध और केला वजन बढ़ाने में असरदार होता है। उसी तरह दही और केले का मिश्रण वजन बढ़ाने में सहायक हो सकता है। इसके लिए एक कटोरी में पूर्ण वसा युक्त दही लें। इसमें 2-3 केले अच्छी तरह से मिला लें। रोजाना सुबह नाश्ते में दही और केला एक साथ लेने से आपको वजन बढ़ाने में काफी मदद मिल सकती है। यह भी बताया जाता है कि दही और केले में अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है। इसलिए यह वजन को बहुत अधिक नहीं बढ़ाता है, बल्कि नियंत्रित करके रखता है। इसलिए दही और केला खाकर आप अपने वजन को नियंत्रण में भी रख सकते हैं।
- दही और आलू: दही और आलू का कॉम्बिनेशन भी आपको वेट गेन करने में मदद कर सकता है। इसके लिए सबसे पहले आप आलू उबाल लें और छीलकर रख दें। इसके बाद एक कटोरी फुल फैट दही लें। इसमें आलू को कद्दूकस करके डाल दें। अब इसमें नमक और काली मिर्च का पाउडर मिला लें। दही और आलू को रोजाना खाने से आपका वजन तेजी से बढ़ सकता है। आलू में शुगर, कार्ब्स और कैलोरी होता है, तो वेट गेन में मदद कर सकते हैं।
- दही और चावल: अधिकतर लोग दही चावल का सेवन पेचिश लगने-पेट खराब होने के दौरान करते हैं। वहीं कुछ लोग दही चावल खाना पसंद भी करते हैं। लेकिन अगर आप वजन बढ़ाना चाहते हैं, तो भी दही और चावल को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसके लिए आप एक प्लेट में चावल और पूर्ण वसा युक्त दही लें। इन दोनों को अच्छी तरह से मिलाएं और खा लें। रोजाना दही और चावल खाने से आपको वनज बढ़ाने में मदद मिल सकती है। आप इसमें ड्राई फ्रूट्स यानी सूखे मेले भी मिला सकते हैं।
- दही स्मूदी: आप अक्सर मिल्क स्मूदी बनाते होंगे, यह तो वजन बढ़ाता है। लेकिन अगर आपको दही पसंद है, तो आप दही स्मूदी बनाकर भी पी सकते हैं। इसके लिए आप एक गिलास पूर्ण वसा युक्त दही लें। इसमें स्ट्रॉबेरी, एवोकाडो, केला और पीनट बटर डालें और अच्छी तरह से ग्राइंड कर लें। अब तैयार दही स्मूदी को आप रोजाना वर्कआउट या वर्जिश के बाद पी सकते हैं। दही स्मूदी पीने से आपको वेट गेन में काफी मदद मिल सकती है।
- इसके अलावा वजन बढ़ाने के लिए पूर्ण वसा युक्त दही में केला, चावल, फ्रूट्स या आलू मिलाकर भी खा सकते हैं। लेकिन सिर्फ दही खाने से ही वनज बढ़ज्ञना संभव नहीं है। इसके लिए आपको सही भोजन एवं लगातार व्यायाम करना भी जरूरी होता है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।