-टीम के चेयरमैन ने कहा-कुमाऊं विश्वविद्यालय में अभी बहुत कुछ करना बाकी, शिक्षकों को तय करना है कि वह खुद को और विश्वविद्यालय को कहां तक लेकर जाना चाहते हैं
नवीन समाचार, नैनीताल, 17 मई 2023। कुमाऊं विश्वविद्यालय की ग्रेडिंग के लिए आई नैक टीम ने बुधवार को अपना तीन दिवसीय निरीक्षण कार्य पूरा कर लिया है, और अपनी रिपोर्ट नैक के पोर्टल में रिपोर्ट ऑनलाइन अपलोड कर दी है। साथ ही रिपोर्ट की एक प्रति बंद लिफाफे में कुलपति को भी दी गई है। यह भी पढ़ें : उत्तराखंड में बड़ा हाई प्रोफाइल दहेज-तलाक संबंधी मामला, विवाहिता के अपने आरोप, पर विवाहिता पर 100 करोड़ रुपए व विधानसभा की सीट मांगने के बड़े आरोप..
बताया गया है कि इस रिपोर्ट में सिर्फ यह रहता है कि टीम ने जो मूल्यांकन किया, उसमें क्या पाया। फिलहाल यह रिपोर्ट तब तक लिफाफे में ही बंद रहेगी, जब तक नैक से विवि की नई ग्रेड को लेकर रिजल्ट जारी नहीं कर दिया जाता। बहरहाल विवि प्रशासन को नैक टीम की ओर से दिए जाने वाले ग्रेड का इंतजार है। यह भी पढ़ें : ‘सा…कु…’ ऐसे शब्दों ने ले ली आंटी की बेहद वीभत्स तरीके से जान, हल्द्वानी के चर्चित मामले का सनसनीखेज खुलासा
तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन बुधवार को टीम के चेयरमैन प्रो. अमर राय (पूर्व कुलपति, मिजोरम यूनिवर्सिटी एवं नार्थ-ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी) ने देवदार सभागार में एग्जिट मीटिंग की। इस दौरान प्रो. अमर राय ने कहा कि कुमाऊं विश्वविद्यालय में अभी बहुत कुछ करना बाकी है। यह शिक्षकों को तय करना है कि वह खुद को और विश्वविद्यालय को कहां तक लेकर जाना चाहते हैं। यह भी पढ़ें : युवती का शव मिलने से सनसनी..
वहीं नैक टीम के सदस्यों ने कहा कि आतिथ्य सत्कार बहुत अच्छा हुआ। यहां के लोगों का स्वभाव मिलनसार है। उन्होंने एलुमनी की प्रसंशा की। नैक टीम ने स्पष्ट रूप से निरीक्षण में क्या पाया इसको लेकर कुछ भी कहने से गुरेज किया। लेकिन यह जरूर माना कि कुमाऊं विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रहा है। यह भी पढ़ें : हाईकोर्ट ने दिए रेलवे की भूमि से अवैध कब्जे हटाने के आदेश, करीब 4000 अतिक्रमणकारी हटाए जाएंगे
कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने कहा कि टीम का दौरा अच्छा रहा। आईक्यूएसी के निदेशक प्रो. राजीव उपाध्याय एवं उनकी पूरी टीम इसके लिए विगत 3 साल से मेहनत कर रही थी। उन्होंने कहा कि टीम ने विवि में जहां अच्छा है, उसे अच्छा बताया और जहां सुधार की गुंजाइश दिखी, वहां नैक टीम ने सुझाव दिए हैं। कुछ भी पूर्ण नहीं होता है, हमेशा सुधार की गुंजाइश बनी रहती है। नैक टीम ने जो सुझाव दिए हैं तो उन पर अमल करें तो विवि और आगे जाएगा। यह भी पढ़ें : दोस्तों ने ही कर दी 19 वर्षीय युवक की हत्या, युवती से अवैध संबंध बताए जा रहे हत्या का कारण
इस अवसर पर कुलसचिव दिनेश चंद्रा, वित्त नियंत्रक अनीता आर्या, निदेशक आईक्यूएसी प्रो. राजीव उपाध्याय, अपर निदेशक आईक्यूएसी प्रो. प्रदीप गोस्वामी, प्रो. संतोष कुमार, प्रो. ललित तिवारी, प्रो. संजय पंत, प्रो. एमसी जोशी, प्रो. सतपाल बिष्ट, प्रो. दिव्या उपाध्याय, प्रो. गीता तिवारी, प्रो. अनिल बिष्ट, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. रितेश साह, डॉ. महेंद्र राणा, डॉ. गगनदीप होठी, उप कुलसचिव दुर्गेश डिमरी, प्रो. लता पांडे, प्रो. चंद्रकला रावत, प्रो. सावित्री कौर, डॉ. नंदन मेहरा, डॉ. सारिका वर्मा, डॉ. दीपिका पंत, डॉ. नीलू लोधियाल, प्रो. एलएस लोधियाल, प्रो. सुषमा टम्टा डॉ. विजय कुमार, कैलाश जोशी व दीपक बिष्ट के साथ विश्वविद्यालय के कई वरिष्ठ प्रोफेसर एवं अधिकारी मौजूद रहे। यह भी पढ़ें : नाबालिग बच्चों की वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करना हल्द्वानी के युवक को पड़ा भारी, मुकदमा दर्ज
हर विभाग का किया गहनता से मूल्यांकन
नैक टीम ने सभी शैक्षणिक विभागों के अलावा छात्रावासों, खेल मैदान, पुस्तकालय, कैंटीन और डिस्पेंसरी में दी जा रही सुविधाओं का गहनता से मूल्यांकन किया। टीम ने हर विभाग में शोध, अनुसंधान के अलावा पेपर पब्लिकेशन, प्रोजेक्ट, प्लेसमेंट पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही। साथ ही परीक्षा परिणाम, परिसर में दिव्यांग छात्र-छात्राओं को मिल रही सुविधाओं को लेकर सवाल भी पूछे। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।