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October 11, 2024

निकाय चुनावों के उच्च न्यायालय में बतायी गयी तिथि तक हो पाने पर फिर उठ रहे प्रश्न, विधेयक पारित होने की जगह प्रवर समिति को भेजा

Uttarakhand Nikay Chunav

नवीन समाचार, देहरादून, 24 अगस्त 2024 (New Cause occure for Delay in UK Civic elections)। उत्तराखंड के 99 नगर निकायों के चुनाव एक बार पुनः फंस गये लगते हैं। विधानसभा में नगर निकायों से संबंधित विधेयक पारित होने की बजाय प्रवर समिति को भेज दिया गया है। प्रवर समिति की रिपोर्ट आने के बाद ही अब चुनाव प्रक्रिया आगे बढ़ सकेगी। इसे राज्य सरकार का चुनाव टालने का एक उपक्रम भी माना जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि निकाय चुनाव कराने के लिये नगर निकायों में ओबीसी आरक्षण को लागू करना बड़ा विषय है। इसके लिए राज्य सरकार ने सदन में नगर पालिका और नगर निगमों के अधिनियम में संशोधन का विधेयक पेश किया था। लेकिन विधायकों के विरोध के कारण इस विधेयक को प्रवर समिति को भेज दिया गया है। समिति को एक महीने में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। इसके बाद ही विधेयक विधानसभा में प्रस्तुत हो सकते हैं। इसमें समय लग सकता है।

इसके बाद भी यानी विधेयक पास होने के बाद भी जिलाधिकारी अपने-अपने जिले के निकायों में ओबीसी आरक्षण को लेकर नोटिफिकेशन जारी करेंगे। इसके बाद आपत्तियों और सुझावों की सुनवाई की जाएगी और जिलाधिकारी अपनी रिपोर्ट शासन को भेजेंगे। इसके बाद, शासन राज्य निर्वाचन आयोग को चुनाव की संस्तुति भेजेगा, जिसके बाद निर्वाचन आयोग चुनाव के लिये नोटिफिकेशन जारी करेगा। इन सभी प्रक्रियाओं में समय लग सकता है।

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने उच्च न्यायालय में 25 अक्टूबर तक चुनाव कराने की बात कही है। ऐसे में इस अवधि में चुनाव हो पाने की संभावना पर एक बार फिर प्रश्न खड़े हो गये हैं।

मंत्री के बयान में भी नजर या रही संभावना (New Cause occure for Delay in UK Civic elections)

(New Cause occure for Delay in UK Civic elections) ब्रेकिंग : मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल (Premchand Aggarwal) ने बताई शहरी विकास  विभाग की महत्वपूर्ण उपलब्धियां। ऐसी होंगी भावी योजनाएं - Mukhyadharaशहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि चूंकि मामला प्रवर समिति के पास चला गया है, इसलिए समिति की रिपोर्ट के आधार पर ही आगे का निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश है कि सत्रावसान न हो, ताकि प्रवर समिति की रिपोर्ट आने के बाद विशेष सत्र में विधेयक पारित किए जा सकें। (New Cause occure for Delay in UK Civic elections)

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