🕵️♂️ ढोंगी साधुओं पर पुलिस के साथ ‘एआई’ का भी शिकंजा, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत कई मुस्लिमों सहित 127 फर्जी साधु पकड़े गए

कांवड़ यात्रा के बीच फर्जी साधुओं का पर्दाफाश, तीन जनपदों में कार्रवाई
नवीन समाचार, देहरादून, 13 जुलाई 2025 (Operation Kalanemi-AI also Active with Police)। उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा के दौरान ढोंगी साधुओं के विरुद्ध चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के अंतर्गत 2 दिनों में देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जनपदों से कुल 127 लोगों को गिरफ्तार किया गया है या हिरासत में लिया गया है। ये लोग साधु-संतों के भेष में भोले-भाले श्रद्धालुओं को ठगने का प्रयास कर रहे थे। इनमें कई गैर हिन्दू – मुस्लिम भी शामिल हैं, जो भगवा वस्त्रों में साधुओं की तरह भीख मांग रहे थे। जबकि एक बांग्लादेशी भी है।
देहरादून जनपद में 61 संदिग्धों को पकड़ा गया, जिनमें से 17 ऋषिकेश से और एक बांग्लादेशी नागरिक सहसपुर से पकड़ा गया। यह व्यक्ति बांग्लादेश के टांगाइल जिले का निवासी है, जिसने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह कुछ माह पूर्व चोरी-छिपे देहरादून पहुंचा था।
हरिद्वार में एआई से निगरानी, 6 मुसलमान फर्जी साधु भी गिरफ्तार
हरिद्वार में पुलिस ने ‘कालनेमियों’ को पकड़ने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व फेस रिकॉग्निशन तकनीक का प्रयोग करते हुए 50 से अधिक संदिग्धों को चिह्नित किया है। 350 कैमरों से लैस कमांड कंट्रोल सेंटर से हर की पौड़ी सहित पूरे क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। अब तक कलियर थाने से 6 ऐसे व्यक्ति पकड़े गए हैं, जो मुस्लिम होकर भी भगवा वस्त्र धारण कर रहे थे।
इनके नाम हैं — रफीक अंसारी (भागलपुर), महबूब (बरेली), अहमद (हरदोई), रशीद (राजगढ़), इमरान (कोलकाता) और जैन उद्दीन (पलासी, बिहार)। इनके विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।
ऊधमसिंह नगर में भी कार्रवाई, कई आपराधिक पृष्ठभूमि वाले पकड़े गए
एसएसपी मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर रुद्रपुर, काशीपुर, बाजपुर, किच्छा, जसपुर, खटीमा आदि क्षेत्रों में अभियान चलाया गया। कुल 66 संदिग्धों को पकड़ा गया, जिनमें कई पहले से आपराधिक अभियोगों में नामजद हैं। इनमें चुन्नू मियां, नाजिम, अफजल, परवेज, इम्तियाज, तारीख अहमद और मोहम्मद आसिफ शामिल हैं।
रामायण के ‘कालनेमि’ से जुड़ा है ऑपरेशन का नाम
रामायण में कालनेमि एक मायावी राक्षस था, जिसे रावण ने हनुमान को संजीवनी बूटी लाने से रोकने के लिए भेजा था। वह साधु का भेष बनाकर संजीवनी बूटी लाने जा रहे हनुमान को छलना चाहता था। इसी प्रसंग के आधार पर उत्तराखंड पुलिस ने इस अभियान को ‘ऑपरेशन कालनेमि’ नाम दिया है, ताकि धर्म की आड़ में ठगी करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जा सके।
सख्ती का संकेत, तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि (Operation Kalanemi-AI also Active with Police)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर यह अभियान सावन की शुरुआत के साथ ही 11 जुलाई से प्रारंभ हुआ है। पुलिस का उद्देश्य है कि धार्मिक स्थलों की गरिमा बनी रहे और श्रद्धालु किसी भी प्रकार के धोखे का शिकार न हों। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी हो, तो तत्काल निकटवर्ती थाने या 112 नंबर पर सूचना दें।
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