उत्तराखंड के सबसे पुराने (नवंबर 2009 से) डिजिटल मीडिया पर सक्रिय विश्वसनीय समाचार प्लेटफार्म ‘नवीन समाचार’ के पाठकों के ‘2.5 करोड़ यानी 25 मिलियन से अधिक बार मिले प्यार’ युक्त परिवार में आपका स्वागत है। आप पिछले 10 वर्षों से मान्यता प्राप्त- पत्रकारिता में पीएचडी डॉ. नवीन जोशी द्वारा संचालित, ‘समाचारों को नवीन दृष्टिकोण से प्रस्तुत करने वाले’ डिजिटल मीडिया परिवार का हिस्सा हैं, जिसके प्रत्येक समाचार एक लाख से अधिक लोगों तक और हर दिन लगभग 10 लाख बार पहुंचते हैं। हिंदी में विशिष्ट लेखन शैली हमारी पहचान है। आप भी हमारे माध्यम से हमारे इस परिवार तक अपना संदेश पहुंचा सकते हैं ₹500 से ₹20,000 प्रतिमाह की दरों में। यह दरें आधी भी हो सकती हैं। अपने शुभकामना संदेश-विज्ञापन हमें भेजें ह्वाट्सएप 8077566792 पर। स्वयं भी दें, अपने मित्रों से भी दिलाएं, ताकि हम आपको निरन्तर-बेहतर ‘निःशुल्क’ ‘नवीन समाचार’ उपलब्ध कराते रह सकें...

July 20, 2025

उत्तराखंड में पंचायत चुनाव पर बड़ा संकेत, गैंद निर्वाचन आयोग के पाले में…

(No Toilet-No election-High Court Cleared Verdict (Panchayat Elections Not-Double Voter list Banned (High Court Expressed Concern Panchayat Elections (Big Decision-Name in Single Voter List-HighCourt) (Petition against MLA for violation of code of (High Court lifts ban on three-tier panchayat ele) (Uttarakhand High Court Lifts Ban on Panchayat El) Uttarakhand Panchayat Polls Face a Roadblock on, Uttarakhand Panchayat Elections, Reservation Roster Dispute, High Court Stay Order, Election Rules Challenge, Article 243T India, Uttarakhand Politics, Gram Panchayat Reservation, Election Legal Battle, Court vs Government, Navin Samachar Update, (HighCourt Said-Not in Favor of Stopping Election) (Uttarakhand HC Stays Panchayat Polls Over Flawed (High Court Stays Reservation-Panchayat Elections (Panchayat Election-High Court Questions Reservat (High Court-Questions on Rotation of Reservation)

नवीन समाचार, देहरादून, 27 अक्टूबर 2024 (Panchayat Elections-Ball in Election Commission) उत्तराखंड में निकायों के साथ पंचायत चुनाव भी आसन्न हैं। लेकिन जिस तरह निकाय चुनाव लगातार टल रहे हैं, वहीं पंचायत चुनावों को लेकर ऐसे संकेत आये हैं कि पंचायत प्रतिनिधियों के अपने कार्यकाल को बढ़ाने की मांग से इतर सरकार का झुकाव कार्यकाल न बढ़ाने की ओर है और सरकार ने इस संबंध में अपनी कार्यवाही पूरी कर गैंद निर्वाचन आयोग के पाले में डाल दी है। हालांकि पंचायत प्रतिनिधियों के लगातार दबाव के चलते सरकार ने इस पर विचार करने का मन बनाया है, लेकिन चुनाव से जुड़े नियम कार्यकाल बढ़ाए जाने के मार्ग में बाधा बने हुए हैं।

(Panchayat Elections-Ball in Election Commission, Panchayat Election)उत्तराखंड में पंचायतों का मौजूदा कार्यकाल इसी वर्ष 27 नवंबर को समाप्त हो रहा है। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए तय समयसीमा में चुनाव कराना संभव नहीं लग रहा है। इसी स्थिति में पंचायत प्रतिनिधियों ने सरकार से अपने कार्यकाल को बढ़ाने तथा 12 जिलों में पंचायत चुनाव हरिद्वार जिले के साथ 2027 में कराने की मांग की थी। दरअसल, हरिद्वार जिले की पंचायतों के चुनाव अन्य जिलों से अलग समय पर होते हैं। एक राज्य, एक पंचायत चुनाव के सिद्धांत के साथ ही प्रतिनिधि बाकी 12 जिलों के पंचायत कार्यकाल को भी बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।

निर्वाचन आयोग के समक्ष चुनौती (Panchayat Elections-Ball in Election Commission)

उत्तराखंड में पंचायतों से संबंधित अधिनियम पंचायत कार्यकाल में बढ़ोतरी की अनुमति नहीं देता। यदि राज्य स्तर पर एक समान पंचायत चुनाव कराने की व्यवस्था करनी हो, तो हरिद्वार जिले की पंचायतों का कार्यकाल घटाया जा सकता है। परंतु, प्रतिनिधि इसके बजाय अपने कार्यकाल में वृद्धि की ही मांग कर रहे हैं।

पंचायत प्रतिनिधियों के इस निरंतर दबाव के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी और अधिकारियों को 20 अक्टूबर तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था। पंचायती राज निदेशालय ने शासन को अपनी रिपोर्ट भेज दी है, परन्तु शासन बाकी राज्यों में कार्यकाल बढ़ाने की व्यवस्थाओं पर भी विचार कर रहा है। इस संदर्भ में पंचायती राज सचिव चंद्रेश यादव ने अपर सचिव युगल किशोर पंत को एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।

अधिनियम का सीमित प्रावधान और सरकार की तत्परता

चूंकि अधिनियम में पंचायतों के कार्यकाल बढ़ाने का प्रावधान नहीं है, शासन ने यह स्पष्ट किया है कि कार्यकाल में वृद्धि संभव नहीं है। पंचायती राज सचिव ने यह भी बताया कि सभी चुनावी तैयारियां पहले ही पूरी कर ली गई हैं और जैसे ही निर्वाचन आयोग समयसीमा तय करेगा, सरकार चुनाव करवाने के लिए पूरी तरह तैयार है।

सरकार की इस स्थिति के बाद अब निर्णय का दायित्व राज्य निर्वाचन आयोग के पाले में है। यह देखना होगा कि आयोग समय पर चुनाव कराएगा या फिर इसमें किसी प्रकार की देरी संभावित होगी। (Panchayat Elections-Ball in Election Commission)

आज के अन्य एवं अधिक पढ़े जा रहे उत्तराखंड के नवीनतम अपडेट्स-‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यहां क्लिक कर हमारे थ्रेड्स चैनल से, व्हाट्सएप चैनल से, फेसबुक ग्रुप से, गूगल न्यूज से, टेलीग्राम से, एक्स से, कुटुंब एप से और डेलीहंट से जुड़ें। अमेजॉन पर सर्वाधिक छूटों के साथ खरीददारी करने के लिए यहां क्लिक करें। यदि आपको लगता है कि ‘नवीन समाचार’ अच्छा कार्य कर रहा है तो हमें यहाँ क्लिक करके सहयोग करें..

(Panchayat Elections-Ball in Election Commission, Panchayat Election, Uttarakhand News, Uttarakhand Panchayat Elections, Term Extension, State Election Commission, Government Decision, Panchayat Representatives, Big indication on Panchayat elections in Uttarakhand, Ball in the court of Election Commission,)

आप यह भी पढ़ना चाहेंगे :