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September 21, 2024

बदहाली Sadak par Gaddhe: दूल्हा-दुल्हन को सड़क पर गुजारनी पड़ी शादी की रात

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Sadak par Gaddhe

Shadi

नवीन समाचार, पिथौरागढ़, 25 नवंबर 2023 (Sadak par Gaddhe)। शादी में सात फेरे लेने के बाद दूल्हा अपनी दुल्हन को बारातियों के साथ लेकर वापस अपने घर की ओर चला था। लेकिन छोटा का सफर भी नवविवाहित जोड़े और बारातियों के लिए मुसीबत बन गया। दूल्हा और दुल्हन को बारातियों के साथ सड़क पर रात गुजारनी पड़ी। यह मामला जनपद के जौलजीबी-मुनस्यारी सड़क की बदहाली (Sadak par Gaddhe) के कारण सामने आया।

दुल्हन को विवाह के बाद मायके से विदा होकर ससुराल की बजाय पूरी रात खुले आसमान के नीचे बिताने पड़ी। रास्ते में (Sadak par Gaddhe) ट्रक फंसने से यह सड़क बंद हो गई थी। बारात के वाहन दूल्हे के घर से करीब 18 किमी दूर फंस गए। करीब सात घंटे तक बारात यहां फंसी रही। आखिरकार, कुछ बारातियों ने ही ट्रक को धक्का देकर सड़क के किनारे किया, तब बारात आगे बढ़ी और अगले दिन तड़के दुल्हन ससुराल पहुंची।

विदित हो कि मुनस्यारी के लिये आवाजाही के लिए दो ही मार्ग हैं। इनमें से ही एक सड़क जौलजीबी से और दूसरी थल से तेजम होते हुये आती है। जौलजीबी वाली सड़क मदकोट से आगे कच्ची है। इसमें कहीं-कहीं बड़े-बड़े गड्ढे (Sadak par Gaddhe) भी हैं। ऐसे में यहां आए दिन लोग परेशान रहते हैं।

इधर क्षेत्रवासी कवींद्र की बारात बीती 22 नवंबर को कनालीछीना गई थी। इसमें 200 से अधिक बाराती थे। विवाह संपन्न होने के बाद वापसी के दौरान कैठी बैंड पर एक ट्रक गड्ढों के कारण सड़क के बीचोंबीच फंस गया। इस कारण बारात में शामिल वाहन भी यहां फंस गए।

रात भर सड़क खुलने के इंतजार में दूल्हा-दुल्हन सहित अन्य बाराती वाहनों में ही बैठे रहे। ट्रक हटाने की जब किसी भी स्तर से कोई पहल नहीं हुई तो कुछ बारातियों ने ही 23 नवंबर को तड़के करीब तीन बजे ट्रक को धक्का देकर सड़क के किनारे किया। तब बारात आगे बढ़ सकी

ट्रक फंसने से बंद सड़क में फंसी बारात के अगले दिन घर पहुंचने पर लोगों का कहना था कि विवाह कार्यक्रम तो एक दिन का था, लेकिन सड़क की बदहाली ने इसे दो दिन का बना दिया। मल्ला जोहार समिति के अध्यक्ष श्रीराम धर्मशक्तू का कहना है कि सड़क को दुरुस्त करने के लिए प्रशासन को गंभीरता दिखानी चाहिए। उन्होंने कहा कि खराब सड़क से जहां लोगों को दिक्कत होती है वहीं हादसे का खतरा बना रहता है।

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यह भी पढ़ें : Sadak par Gaddhe : सीएम धामी के कमिश्नर दीपक रावत पर तल्ख रवैये के बाद यूपी सरकार की ओर से असर होने की ओर ! जानें क्या था पूरा मामला ?

नवीन समाचार, देहरादून, 2 नवंबर 2023 (Sadak par Gaddhe)। बीती 26 अक्टूबर को नैनीताल के नैनीताल क्लब में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समीक्षा बैठक में कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत को तल्ख अंदाज में निर्देश दिये थे। इसका एक वीडियो भी खूब वायरल हुआ था। अब इस मामले में दीपक रावत के प्रयासों से पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश प्रशासन की ओर से असर होने की उम्मीद दिखाई दे रही है।

(Sadak par Gaddhe)जानें क्या था पूरा मामला ? : मामले के अनुसार काशीपुर से बड़ा टांडा होते हुए उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की ओर जाने वाली सड़क के करीब 12 किलोमीटर हिस्से में काफी गड्ढे हैं। इसकी शिकायत सीएम धामी को मिली थी।

इसी मामले को गंभीरता से लेते हुये मुख्यमंत्री धामी जब नैनीताल में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों से इस सड़क के बारे में पूछने बैठे तो लोनिवि के अधिकारी यह कहकर बचने की कोशिश करने लगे कि यह सड़क उत्तर प्रदेश की है। उन्ही में से कोई अधिकारी यह कहता भी सुनाई दिया कि यह सड़क नेशनल हाईवे अथॉरिटी की है। यानी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से बचने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत से सीएम धामी पूछते हैं कि यह सब क्या हो रहा है?

मामले में वीडियो के वायरल होने और अच्छी खासी किरकिरी होने के बाद कमिश्नर रावत ने मुरादाबाद के कमिश्नर को एक पत्र लिखकर अवगत करवाया कि उनके जिले में इस सड़क का काम रुका हुआ है। इसमें वैधानिक कार्रवाई जल्द करवा लें। इस पर कार्रवाई करते उत्तर प्रदेश प्रशासन के रूप में मुरादाबाद के कमिश्नर ने मुरादाबाद के डीएम को तत्काल सड़क को दुरुस्त करने के आदेश दिए हैं।

मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने पत्रकारों को बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि सड़क को लेकर सीएम धामी ने नाराजगी जताई है। इस बैठक के बाद उनके पास कुमाऊं कमिश्नर का पत्र आया और उनसे बात भी हुई। जल्द ही संबंधित सड़क की मरम्मत कर ली जाएगी। यह सड़क उत्तर प्रदेश के लिए भी महत्वपूर्ण है। श्री सिंह ने बताया कि यह मामला मुख्य सचिव की बैठक में भी उठा है। जिसमें उनकी ओर से कहा गया है कि सड़क दुरुस्तीकरण के लिए पैसा आ गया है।

बारिश की वजह से इसका काम नहीं कर पा रहे थे, लेकिन अब जल्द ही इसका काम शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने इस मामले में डीएम मुरादाबाद को जल्द निरीक्षण के आदेश भी दिए हैं। श्री सिंह की मानें तो नवंबर या दिसंबर के मध्य तक काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए लोनिवि के अधिकारियों को काम शुरू करने के आदेश दे दिए हैं। यह सड़क उत्तराखंड से ज्यादा यूपी के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि उत्तर प्रदेश के पर्यटक इसी रास्ते से उत्तराखंड जाते हैं।

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यह भी पढ़ें : Sadak par Gaddhe : तारीख नोट कर लीजिये, मुख्यमंत्री ने दिये हैं 18 नवंबर तक राज्य की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश

नवीन समाचार, नैनीताल, 24 अक्टूबर 2023। उत्तराखंड की सड़कों को गड्ढा (Sadak par Gaddhe) मुक्त करने के लिये इस वर्ष मई माह में ‘पैच रिपोर्टिंग मोबाइल ऐप’ शुरू किया गया था, जिसमें आम जन से कहीं भी सड़क पर गड्ढे (Sadak par Gaddhe) दिखने पर उसकी फोटो भेजने को कहा गया था। इसके बाद उम्मीद की जा रही थी कि सड़कें गड्ढा मुक्त हो जायेंगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।

इसके बाद मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीते जुलाई माह में अपने गृह क्षेत्र खटीमा से सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिय राज्य भर के संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया था, लेकिन अब तक 30 प्रतिशत सड़कों को भी गड्ढा मुक्त नहीं किया गया है। अब एक बार पुनः मुख्यमंत्री ने राज्य की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिये 30 नवंबर तक की समय सीमा दी है।

सोमवार को नैनीताल के नैनीताल क्लब में विकास योजनाओं की समीक्षा करते हुये सीएम ने लक्ष्य के सापेक्ष सड़को को गड्ढा मुक्त अभियान को 30 नवंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में यह तथ्य भी सामने आया कि अब तक लोनिवि ने राज्य के सड़क मार्गों की लंबाई की अपेक्षा लगभग मात्र 30 प्रतिशत सड़कों का लक्ष्य ही गड्ढा मुक्त अभियान के लिए तय किया है। 30 प्रतिशत लक्ष्य निर्धारित होने से सड़कों की स्थिति ठीक नहीं हो पाएगी।

इसके अलावा कुछ ऐसी सड़के भी है जिनमें पैच रिपेयर के स्थान पर डामरीकरण की आवश्यकता है। सीएम ने लोनिवि को प्रथम चरण में कुल सड़क लंबाई की 50 प्रतिशत सड़कों को गड्ढे (Sadak par Gaddhe) मुक्त हेतु लक्ष्य निर्धारित कर प्रस्ताव भेजने और जिन सड़कों में डामरीकरण की आवश्यकता है, उनके प्रस्ताव तैयार प्रेषित करने को कहा।

बैठक में सीएम ने कहा कि हाल ही में प्रधानमंत्री के दौरे के बाद पिथौरागढ़ के आदि कैलाश व जागेश्वर को लेकर पर्यटकों और तीर्थयात्रियों द्वारा काफी पूछताछ की जा रही है। निश्चित तौर पर इसका सकारात्मक असर आगामी गर्मियों में देखने को मिलेगा और सैलानियों की संख्या में वृद्धि होगी। इसके लिए उन्होंने आयुक्त और डीएम पिथौरागढ़ को तात्कालिक तौर पर पर्यटकों के लिए आवासीय और खान पान की अस्थाई व्यवस्था हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने बताया कि हल्द्वानी शहर के विकास हेतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित 2200 करोड योजनाओं पर कार्य प्रारम्भ हो गया है जिसमें से 1600 करोड़ रुपये की योजनाओं के सीवरेज और ड्रेनेज टेंडर हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि 22 जुलाई को खटीमा में वीसी का माध्यम से कुमाऊं मंडल के अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि आपदा मानकों का अनुपालन करते हुए सड़क निर्माणदाई संस्था प्रस्ताव तैयार कर शासन को उपलब्ध कराए।

इसके साथ ही जीर्ण शीर्ण विद्यालयों और आंगनवाड़ी केंद्रों के प्रस्ताव भी उपलब्ध कराए जाए। निर्देशों के बावजूद विभागीय अधिकारियों द्वारा पूरे प्रस्ताव शासन को उपलब्ध नहीं कराए गए है। उन्होंने 20 दिन के भीतर आपदा मानकों का अनुपालन करते हुए अधिकारियों को सड़क, विद्यालय और आगनवाड़ी केंद्रों के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।

तय समय सीमा में प्रस्ताव भेजने के बावजूद यदि किसी खासहाल सड़क, जीर्ण शीर्ण विद्यालय और आगनवाड़ी केंद्र का प्रस्ताव विभागीय अधिकारी ने नहीं भेजा है तो संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने इस दौरान सड़क, शिक्षा, पेयजल, कृषि, पर्यटन व लोक निर्माण के अंतर्गत चल रहे विकास कार्यों की जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को तय समय पर विकास कार्य पूरे करने के निर्देश दिए।

बैठक में विधायक नैनीताल सरिता आर्य, राम सिंह कैड़ा, दीवान सिंह बिष्ट, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, मंडी परिषद अध्यक्ष डा अनिल डब्बू, मंडलायुक्त दीपक रावत, आईजी डा योगेंद्र सिंह यादव, जिलाधिकारी नैनीताल वन्दना सिंह, एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा, सीडीओ डा संदीप तिवारी के साथ ही कुमाऊ मंडल के समस्त जिलाधिकारी और एस एस पी वीसी से जुड़े हुए थे।

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यह भी पढ़ें : नैनीताल Sadak par Gaddhe : 1-1.5 वर्ष में ही करोड़ों रुपए खर्च कर बने वीरभट्टी पुल पर बने गड्ढे उठा रहे कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल

नवीन समाचार, नैनीताल, 13 जुलाई 2023। (Sadak par Gaddhe) करीब एक-डेढ़ वर्ष पूर्व ही बनकर वाहनों के लिए खुले वीरभट्टी पुल का डामर उखड़ गया है और पुल पर गड्ढे (Sadak par Gaddhe) नजर आ रहे हैं। इससे पुल पर किए गए डामरीकरण के साथ इसकी गुणवत्ता की परतें भी उधड़ गई हैं, इससे पुल को भी नुकसान पहुंच सकता है। भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष पुष्कर जोशी ने भी पुल पर किए गए कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं।

Sadak par Gaddhe
बीरभट्टी पुल पर नजर आ रहे गड्ढे।

उल्लेखनीय है कि सितंबर 2017 में गैस सिलेंडरों से भरे ट्रªक में आग लगने से हुए विष्फोटों से एनएच 109 पर स्थित वीरभट्टी पुल पहले क्षतिग्रस्त और बाद में ध्वस्त हो गया था। इसके बाद कई वर्षों तक वैली ब्रिज की कामचलाऊ व्यवस्था के बाद वर्ष 2021 के आखिर में करोड़ों रुपए की लागत से बने इस पुल से वाहनों के आवागमन के लिए खोला गया था, लेकिन अब इसकी ऐसी तस्वीरें इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर रही हैं।

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यह भी पढ़ें : पहला मामला ! Sadak par Gaddhe :सड़क पर गड्ढों के कारण एक व्यक्ति हुआ घायल, भाई की शिकायत पर खुद भी परेशान पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा…

नवीन समाचार, किच्छा, 8 जुलाई 2023। (Sadak par Gaddhe ) उत्तराखंड सरकार ने सड़क के गड्ढों की भरने के लिए दावे तो बहुत किए, एक ऐप भी जारी किया, जिसमें लोग सड़क के गड्ढों की जानकारी देने को कहा गया, लेकिन कागजों व दावों में चाहे सड़कों के जितने गड्ढे (Sadak par Gaddhe) भरे गए हों, लेकिन धरातल पर सड़कों और उन पर गड्ढों को छुपाने का प्रयास बारिश कर भी रही है और नुमाया भी कर रही है।

बहरहाल, राज्य में संभवतया पहली बार सड़क के गड्ढों के कारण एक व्यक्ति के दुर्घटनाग्रस्त होने पर पुलिस ने सड़क निर्माण कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

पुलिस को दी गई तहरीर में सर्वेश नाम के व्यक्ति ने बताया है कि बीती रात उसका भाई घनश्याम कश्यप रिच्छा से बाइक से घर लौट रहा था। सड़क के खराब होने के कारण वह पुलभट्टा थाने के सामने सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलभट्टा पुलिस ने घनश्याम को सीएचसी पहुंचाया।

उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे हायर सेंटर रेफर किया। अभी घनश्याम का बरेली में उपचार चल रहा है। पीड़ित ने भाई के दुर्घटनाग्रस्त होने के लिए सड़क निर्माण कर रही कंपनी को जिम्मेदार बताया है।

कहा है कि पुलभट्टा थाना क्षेत्र में सड़क की हालत दयनीय है। थाने के सामने इन दिनों सड़क निर्माण कार्य चल रहा है। जगह-जगह गड्ढे (Sadak par Gaddhe) होने के कारण हल्की बारिश में भी जलभराव हो जाता है। जबकि सामान्य दिनों में चारों ओर धूल उड़ती है। थाने के दोनों ओर तो पक्की सड़क बनवा दी गई है लेकिन थाने के सामने के हिस्से को छोड़ दिया है।

थानाध्यक्ष कमलेश भट्ट ने भी माना कि यहां सड़क पर गहरे गड्ढे (Sadak par Gaddhe) हैं। दिन भर दर्जनों लोग इन गड्ढों के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। यह भी बताया कि तहरीर के आधार पर सड़क बनाने वाली कंपनी के खिलाफ अभियोग दर्ज किया है।

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यह भी पढ़ें : सड़क पर गड्ढों से बिड़ला चुंगी के पास हजारों क्षेत्रवासियों-सैलानियों की जान जोखिम में (Sadak par gaddhe)

नवीन समाचार, नैनीताल, 28 मई 2023। यूं नगर के सभी आंतरिक मार्गों की स्थिति बेहद खराब है, वहीं इनमें से सबसे बुरी स्थिति की बात करें तो इनमें बिड़ला मार्ग का नाम आता है। इसका कारण यह भी है कि इस मार्ग पर नगर की बड़ी आबादी के निवास के साथ ही बिड़ला विद्या मंदिर और स्नो व्यू पर्यटन स्थल के साथ किलबरी रोड के बाइपास के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। यह भी पढ़ें : बड़ा सुखद समाचार: देहरादून के बाद अब कुमाऊं मंडल के दो स्टेशनों से वंदे भारत चलाने का प्रस्ताव.. 

Sadak par Gaddheइस तरह राजभवन मार्ग के बाद बिड़ला मार्ग पर सर्वाधिक वाहनों का आवागमन होता है। राजभवन मार्ग की इधर हाल में मरम्मत हो चुकी है, लेकिन बिड़ला मार्ग को अभी भी मरम्मत का इंतजार है।बिड़ला-स्नो व्यू मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे (Sadak par Gaddhe) और पूर्व में डामरीकरण के नीचे मौजूद ईंटों का खड़ंजा नजर आ रहा है। ऐसे में यह मार्ग किसी बड़ी दुर्घटना को आमंत्रण देता नजर आ रहा है। यह भी पढ़ें : पत्नी के साथ टहल रहा था पति, अचानक चली गोली सीने के आरपार हुई गोली, हुआ सनसनीखेज खुलासा, प्रेमी-प्रेमिका सहित 4 गिरफ्तार…

बताया गया है कि नगर पालिका नैनीताल के स्वामित्व में आने के बाद इस मार्ग की स्थिति बद से बदतर होते हुए जर्जर हो गई है। नगर के इस व्यस्ततम मार्ग पर खासकर सबसे कठिन चढ़ाई वाले स्थान बिड़ला चुंगी के ठीक नीचे सड़क की स्थिति अनेकों गड्ढों के साथ बेहद जर्जर हो गई है। और इसमें सैकड़ों गड्ढे (Sadak par Gaddhe) हो चुके हैं। और यह गड्ढे (Sadak par Gaddhe) क्षेत्रवासियों के साथ ही यहां आने वाले हजारों पर्यटकों की जान भी जोखिम में डाले हुए हैं। (sadak par gaddhe)

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