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November 9, 2025

👉🪔सरोवरनगरी नैनीताल में दीपों का सागर, झील में प्रतिबिंबित हुई आस्था की रोशनी

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Deepawali Nainital Webp

नवीन समाचार, नैनीताल, 21 अक्तूबर 2025 (Sea of ​​lamps in Lake City Nainital on Diwali)। सरोवरनगरी नैनीताल में दीपावली का पर्व इस वर्ष धार्मिक उल्लास और सामाजिक सौहार्द के नए रंगों के साथ मनाया गया। नैनी झील में झिलमिलाती दीपों की आभा और पहाड़ियों से गूंजती आतिशबाजी की प्रतिध्वनि ने वातावरण को अद्भुत बना दिया। सोमवार सायं से ही दीपावली का उल्लास शुरू हो गया था, जो मंगलवार को चरम पर रहा। नगर की गलियों से लेकर झील किनारे तक दीपों और बिजली की लड़ियों से सजी झील नगरी देखने लायक बन गई। देखें संबंधित वीडिओ :

नैनी झील में रोशनी का जादुई प्रतिबिंब

(Sea of ​​lamps in Lake City Nainital on Diwaliदीपावली की संध्या को जब नगर दीपों और बिजली की लड़ियों से सजा, तब उसकी चमक नैनी झील में प्रतिबिंबित होकर द्विगुणित होती दिखाई दी। चारों ओर रंगबिरंगी रोशनियों का सामंजस्य झील के शांत जल में मिलकर एक अलौकिक दृश्य प्रस्तुत कर रहा था। झील के किनारे आतिशबाजी की चकाचौंध और पहाड़ियों से लौटती उसकी प्रतिध्वनि वातावरण को उल्लास से भर रही थी। देखें संबंधित वीडिओ : 

परंपरागत पूजा और लोककला का सौंदर्य

नगरवासियों ने परंपरागत रूप से घरों में गन्नों से माता लक्ष्मी की मूर्तियां बनाईं और विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की। घरों के भीतर और बाहर गेरू तथा चावल के आटे से बने बिस्वार पर ऐपण कला की रंगोली ने पारंपरिक संस्कृति को जीवंत कर दिया। दीपों की पंक्तियों और स्टीकरों से सजे आंगन नगर की सांस्कृतिक पहचान के रूप में चमकते रहे।

धार्मिकता और सामाजिक एकता का अद्भुत संगम

दीपावली पर्व पर केवल हिंदू ही नहीं, बल्कि अन्य धर्मों के लोग भी उल्लासपूर्वक सम्मिलित होते दिखे। विभिन्न समुदायों के घरों में भी रोशनियों की लड़ियाँ टंगी रहीं और बच्चे आतिशबाजी करते हुए देखे गये। नगर के धार्मिक और सांस्कृतिक सौहार्द का यह दृश्य सभी के मन को भावविभोर कर गया।

महंगाई के बावजूद बरकरार रहा उत्साह

महंगाई और जीवन की अन्य चुनौतियों के बावजूद दीपावली का उत्साह हर ओर दिखाई दिया। लोगों ने घरों की सफाई कर उन्हें दीपों, रंगोली और फूलों से सजाया। बाजारों में भी दीपावली की रौनक देखते ही बन रही थी। मिठाइयों, दीपों और पूजा सामग्री की दुकानों पर लोगों की भीड़ पूरे दिन बनी रही।

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धार्मिक आयोजनों से गूंजा नगर

शाम ढलते ही नगर के मंदिरों में आरती, भजन और कीर्तन गूंजने लगे। श्रद्धालुओं ने दीपों से मंदिरों को सजाया और माता लक्ष्मी तथा भगवान गणेश की आराधना की। इसके बाद परिवारों ने पारंपरिक व्यंजनों का आनंद लिया। नगर में हर ओर ‘शुभ दीपावली’ की शुभकामनाएं और धार्मिक संगीत का वातावरण छाया रहा।

झील नगरी का मनमोहक रात्रि दृश्य

दीपावली की रात्रि को नैनीताल का दृश्य मानो किसी चित्रकार की कैनवास पर उकेरी गई कला जैसा प्रतीत हो रहा था। झील के दोनों किनारों से दिखती झिलमिल रोशनियाँ, दूर पहाड़ियों पर चमकती पटाखों की लकीरें और ठंडी हवा में फैली दीपों की सुगंध ने हर आगंतुक को मंत्रमुग्ध कर दिया।

उत्सव से बढ़ी पर्यटन रौनक (Sea of ​​lamps in Lake City Nainital on Diwali)

दीपावली के अवसर पर नगर में पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। देश के विभिन्न भागों से आये पर्यटक नैनी झील के किनारे दीपों की जगमगाहट और आतिशबाजी का आनंद लेते दिखे। कई लोगों ने इस अद्भुत दृश्य को कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर साझा किया, जिससे सरोवरनगरी की यह दीप्तिमान छवि दूर-दूर तक प्रसारित हुई।

इस प्रकार नैनीताल में इस वर्ष दीपावली न केवल धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक बनी, बल्कि सामाजिक एकता और सौंदर्य का संगम भी प्रस्तुत किया। झील में प्रतिबिंबित दीपों की रोशनी और पहाड़ों पर गूंजती आतिशबाजी ने यह संदेश दिया कि प्रकाश का यह पर्व अंधकार पर सदैव विजय प्राप्त करता रहेगा।

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