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शोक समाचार: अनेकों पहचानों वाले केसी पंत नहीं रहे..

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नवीन समाचार, नैनीताल, 14 अप्रैल 2023। (Condolences: KC Pant with many identities is no more) नगर में 15 अगस्त 1947 को देश की आजादी के पहले दिन के संभवतया आखिरी प्रत्यक्षदर्शी एवं उन दिनों को याद रखने वाले, बाद के दौर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक, भौतिक विज्ञान के पूर्व प्रवक्ता, सामाजिक कार्यकर्ता, कवि, लेखक, विचारक, नगर के प्रबुद्ध नागरिक, भाजपा नैनीताल के पूर्व मंडल महामंत्री तथा राष्ट्रीय वेटरन धावक व हॉकी खिलाड़ी जैसी अनेकों पहचानों से पहचाने जाने वाले नगर के वयोवृद्ध नागरिक कृष्ण चंद्र पंत जी का शुक्रवार अपराह्न देहावसान हो गया है। यह भी पढ़ें : धनी बनना चाहते हैं तो जानें बाबा नीब करौरी द्वारा बताए धनी बनने के तीन उपाय

वह 91 वर्ष के थे। उनकी अंतिम यात्रा शनिवार 15 अप्रैल को सुबह 9 बजे उनके सुखताल, सामान्यतया सूखाताल कहे जाने वाले स्थान पर स्थित आवास से पाइन्स स्थित श्मशान घाट को प्रस्थान करेगी। गौरतलब है कि स्वर्गीय पंत नगर के सूखाताल क्षेत्र का नाम सुखताल के रूप में परिवर्तित करने के लिए भी हमेशा प्रयासशील रहे। वह अपना पता सुखताल ही लिखा करते थे। यह भी पढ़ें : इस लंबे सप्ताहांत नैनीताल-कैंची आना हो तो जरूर देखें प्रशासन का नया ट्रैफिक प्लान…

वह नगर की सूखाताल स्थित आदर्श रामलीला कमेटी के संरक्षक भी थे, तथा नगर के जनहित संस्था, पंडित गोविंद बल्लभ पंत समिति व एक्वेटिक संस्था सहित कई संस्थाओं से सम्मानित हो चुके थे। एक कवि, लेखक, चिंतक व विचारक के रूप में उनकी पुस्तक ‘यादों के गलियारे से’ काफी पसंद की गई थी। यह भी पढ़ें : उत्तराखंड पुलिस ने कुर्क की अपराधियों की 175 करोड़ रुपये की संपत्ति

उनकी पहचान नगर के बजरी वाले डीएसए मैदान में नंगे पैर हॉकी खेलने और दौड़ने के लिए भी होती थी। 15 अगस्त 1947 को विद्यालय में बांटे गए तिरंगे झंडे को उन्होंने अब तक संभाल कर रखा था और वह उस दिन की एक-एक घटना के जीवित प्रमाण थे। अपने हम उम्रों के अलावा आधी-तिहाई उम्र के युवाओं के साथ ही दोस्ती और उन्हें प्रेरित करने वाले मार्गदर्शक के रूप में भी उनकी पहचान रही। यह भी पढ़ें : यूपी पुलिस ने दो गुंडे मार गिराये, यहां उत्तराखंड पुलिस पर गुंडों ने झोंक दिया फायर, पुलिस कर्मी सहित 2 घायल..

जानकारी देते हुए भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गोपाल रावत ने बताया कि इधर कुछ समय से वह उम्र संबंधी शारीरिक समस्याओं से जूझ रहे थे, फिर भी चलते-फिरते रहते थे। वह अपने पीछे धर्मपत्नी उमा पंत, पंत पंकज पंत, पुत्री रेनू व भारती पांडे का भरा-पूरा परिवार छोड़कर गए हैं। ‘नवीन समाचार’ भी स्वर्गीय पंत को अपने मित्र के रूप में हार्दिक श्रद्धांजलि व्यक्त करता है। यह भी पढ़ें : कबाड़ी ने विधवा महिला के साथ ही उसके चार नाबालिग बच्चों का भी धर्मांतरण करा दिया…

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डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार
‘नवीन समाचार’ विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी नैनीताल से ‘मन कही’ के रूप में जनवरी 2010 से इंटरननेट-वेब मीडिया पर सक्रिय, उत्तराखंड का सबसे पुराना ऑनलाइन पत्रकारिता में सक्रिय समूह है। यह उत्तराखंड शासन से मान्यता प्राप्त, अलेक्सा रैंकिंग के अनुसार उत्तराखंड के समाचार पोर्टलों में अग्रणी, गूगल सर्च पर उत्तराखंड के सर्वश्रेष्ठ, भरोसेमंद समाचार पोर्टल के रूप में अग्रणी, समाचारों को नवीन दृष्टिकोण से प्रस्तुत करने वाला ऑनलाइन समाचार पोर्टल भी है।
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