उत्तराखंड के सबसे पुराने (नवंबर 2009 से) डिजिटल मीडिया पर सक्रिय विश्वसनीय समाचार प्लेटफार्म ‘नवीन समाचार’ के पाठकों के ‘2.5 करोड़ यानी 25 मिलियन से अधिक बार मिले प्यार’ युक्त परिवार में आपका स्वागत है। आप पिछले 10 वर्षों से मान्यता प्राप्त- पत्रकारिता में पीएचडी डॉ. नवीन जोशी द्वारा संचालित, ‘समाचारों को नवीन दृष्टिकोण से प्रस्तुत करने वाले’ डिजिटल मीडिया परिवार का हिस्सा हैं, जिसके प्रत्येक समाचार एक लाख से अधिक लोगों तक और हर दिन लगभग 10 लाख बार पहुंचते हैं। हिंदी में विशिष्ट लेखन शैली हमारी पहचान है। आप भी हमारे माध्यम से हमारे इस परिवार तक अपना संदेश पहुंचा सकते हैं ₹500 से ₹20,000 प्रतिमाह की दरों में। यह दरें आधी भी हो सकती हैं। अपने शुभकामना संदेश-विज्ञापन हमें भेजें ह्वाट्सएप 8077566792 पर। स्वयं भी दें, अपने मित्रों से भी दिलाएं, ताकि हम आपको निरन्तर-बेहतर ‘निःशुल्क’ ‘नवीन समाचार’ उपलब्ध कराते रह सकें...

July 14, 2025

32 साल पहले बेची गई भूमि को दोबारा बेच दिया, कुमाऊं कमिश्नर की जांच में हुआ फर्जीवाड़ा उजागर

0
(Land Fraud-Road sold ad Plot-The Bizarre

नवीन समाचार, हल्द्वानी, 2 जुलाई 2025 (The land sold 32 years ago was sold again-fraud)उत्तराखंड के नैनीताल जनपद के हल्द्वानी शहर में एक हैरान करने वाला भूमि फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है, जहां 32 वर्ष पहले रजिस्ट्री के माध्यम से बेची जा चुकी भूमि को पुराने विक्रेताओं ने दोबारा बेच दिया। कुमाऊं मंडलायुक्त दीपक रावत की जांच में यह धोखाधड़ी उजागर हुई, जिसके बाद पुलिस ने प्रकरण में अभियोग दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।

1993 में रजिस्ट्री के बावजूद दोबारा कर दी गई भूमि की बिक्री

(The land sold 32 years ago was sold again-fraud Haldwani-Land mafia-sold Road by calling it Plot (Villagers Allege Water Not being given to Them)प्राप्त जानकारी के अनुसार बरेली रोड हल्द्वानी निवासी अब्दुल माजिद ने कुमाऊं मंडलायुक्त को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग की थी। माजिद ने बताया कि वर्ष 1993 व 1995 में ग्राम देवला तल्ला पजाया स्थित कृषि भूमि को मोहम्मद इकराम, मोहम्मद इरफान, मजीदन एवं उनके पारिवारिक सदस्यों ने रजिस्ट्री के माध्यम से उन्हें, उनके भाई अब्दुल वाजिद तथा मोहम्मद यासीन को बेचा था। इसके बाद उन्होंने भूमि का दाखिल-खारिज भी करा लिया था और लंबे समय से यह भूमि उनके कब्जे में है।

राजस्व अभिलेखों में भूमि अब्दुल माजिद व उनके परिजनों के नाम दर्ज है, किंतु माजिद का कहना है कि राजस्व विभाग की लापरवाही के चलते विक्रेताओं के नाम अब भी खसरे में सह खातेदार के रूप में अंकित हैं। उन्होंने कई बार इस त्रुटि को ठीक कराने हेतु राजस्व निरीक्षक को प्रार्थना पत्र दिए, किंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई।

पुराने विक्रेताओं ने फिर बेच डाली वही भूमि, कमिश्नर की जांच में उजागर हुआ फर्जीवाड़ा (The land sold 32 years ago was sold again-fraud)

इस त्रुटि का लाभ उठाकर 12 जुलाई 2024 को मोहम्मद इकराम, मोहम्मद इरफान और मजीदन ने उसी भूमि को एक महिला संध्या बोरा को 31 लाख रुपये में दोबारा बेच डाला। अब्दुल माजिद का कहना है कि संध्या बोरा ने न तो स्थल निरीक्षण किया और न ही राजस्व अभिलेखों की जांच की, अन्यथा उसे यह तथ्य ज्ञात हो जाता कि विक्रेताओं के पास अब कोई भूमि शेष नहीं थी।

कुमाऊं मंडलायुक्त दीपक रावत की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि विक्रेताओं ने गलत तरीके से पहले ही बेची गई भूमि को दोबारा रजिस्ट्री के माध्यम से बेचकर फर्जीवाड़ा किया है। पुलिस ने इस मामले में संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर जांच प्रारंभ कर दी है।

आज के अन्य एवं अधिक पढ़े जा रहे उत्तराखंड के नवीनतम अपडेट्स-‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यहां क्लिक कर हमारे व्हाट्सएप चैनल से, फेसबुक ग्रुप से, गूगल न्यूज से, एक्स से, थ्रेड्स चैनल से, टेलीग्राम से, कुटुंब एप से और डेलीहंट से जुड़ें। अमेजॉन पर सर्वाधिक छूटों के साथ खरीददारी करने के लिए यहां क्लिक करें। यदि आपको लगता है कि ‘नवीन समाचार’ अच्छा कार्य कर रहा है तो हमें यहाँ क्लिक करके सहयोग करें..

(The land sold 32 years ago was sold again-fraud, Land Fraud Haldwani, Duplicate Land Sale, Kumaon Commissioner Action, Land Registry Scam Uttarakhand, Devla Talla Paja Village, Revenue Department Negligence, Duplicate Property Sale Case, Haldwani Crime News, Commissioner Deepak Rawat Investigation,)

Leave a Reply

आप यह भी पढ़ना चाहेंगे :