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गरज रहा धामी का बुल्डोजर, वन भूमि पर अवैध रूप से बने 29 मंदिर व 256 मजारें ध्वस्त, अब गुरुद्वारों को भी नोटिस, जानें कहां कितना अतिक्रमण…

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नवीन समाचार, देहरादून, 10 मई 2023। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखंड में वन भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई वन विभाग ने तेज कर दी है। अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत वन भूमि पर अवैध रूप से बने मजारों सहित धार्मिक स्थलों पर अतिक्रमण के खिलाफ धामी सरकार का बुलडोजर गरज रहा है। यह भी पढ़ें : नैनीताल-हल्द्वानी रोड पर बाइक दुर्घटनाग्रस्त, एक की मौत, दूसरा गंभीर

उत्तराखंड : ‘नजारों के प्रदेश’ को अवैध ‘मजारों का प्रदेश’ बनाने का शडयंत्र !

उत्तराखंड में वन भूमि अतिक्रमण हटाओ अभियान के नोडल अधिकारी मुख्य वन संरक्षक डा. पराग मधुकर धकाते ने बताया कि पिछले 20 दिन में राज्य में 68 हेक्टेयर वन भूमि से अतिक्रमण हटाया जा चुका है। इधर दो दिन के भीतर 56 मजारों सहित करीब 12 हेक्टेयर वन भूमि से अतिक्रमण हटाया गया है। जबकि 40 से अधिक को नोटिस दिए गए हैं। इनमें दो गुरुद्वारे भी शामिल हैं। जबकि कुल मिलाकर इस अभियान के तहत अब तक 150 से ज्यादा धार्मिक अतिक्रमण नए चिन्हित कर हटाने का नोटिस दिया गया है। यह भी बताया कि 19 अप्रैल को नोडल अधिकारी के रूप में उनकी नियुक्ति से अब तक 29 मंदिर व 256 मजारें तोड़ी गई हैं। इनके अलावा अवैध झोपड़ियां भी हटाई गई हैं। यह भी पढ़ें : हद हो गई, दो नाबालिग लड़कियों ने अपनी नाबालिग सहेली को होटल में बेच दिया, वहां हो गया उसके साथ बलात्कार..

यह भी बताया कि सबसे अधिक अतिक्रमण हल्द्वानी, रामनगर, काशीपुर, रुद्रपुर, हरिद्वार, कोटद्वार और कालसी वन क्षेत्र में हैं। बताया कि प्रदेश में साढ़े 11 हजार हेक्टेयर से अधिक वन भूमि अतिक्रमण की चपेट में है। कुमाऊं क्षेत्र में 9490 हैक्टेयर, जबकि गढ़वाल क्षेत्र में 2294 हेक्टेयर वन भूमि अतिक्रमण हुआ है। इस तरह से 80 प्रतिशत कुमाऊं, जबकि 20 प्रतिशत अतिक्रमण गढ़वाल क्षेत्र में हुआ है। वन भूमि पर धार्मिक गतिविधियों के अलावा, ढाबे, खोमचे, पंप स्टेशन, झुग्गी झोपड़ियां और दूसरी व्यवसायिक गतिविधियां भी चल रही हैं। यह भी पढ़ें : उच्च न्यायालय में हुई बैठक, स्थानांतरित करने पर मंथन की चर्चा…

वनभूमि पर अतिक्रमण चिन्हित करने के बाद संबंधितों को नोटिस भेजे जा रहे हैं। इन सभी अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ अतिक्रमण न हटाने पर मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बताया कि इसके तहत छह माह की जेल का प्रावधान है। अगर कोई अधिकारी अतिक्रमण की जानकारी छिपाते मिला तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। यह भी पढ़ें : पालिका सभासद गजब की ईमानदारी देख रह गईं दंग, 3 घंटे बाद सकुशल मिला सड़क पर छूटा 6 लाख रुपयों से भरा पर्स

छरबा में अवैध धार्मिक स्थलों को जेसीबी से ढहाया

बुधवार को देहरादून के पछुवादून क्षेत्र में तहसील प्रशासन ने राजस्व विभाग की जमीन पर चिन्हित 25 अवैध धार्मिक स्थलों का ध्वस्तीकरण शुरू कर दिया है। मंगलवार को इनसमें से जेसीबी ने छरबा गांव में तीन और शेरपुर गांव में एक अवैध धार्मिक स्थल को ढहाया गया है। इसके अलावा सेलाकुई शीशमबाड़ा में मजार पर भी जेसीबी चलाई गई है। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

(Dhami’s bulldozer roared, 29 temples and 256 shrines built illegally on forest land demolished, now notice to Gurudwaras too, know where and how much encroachment, garaj raha dhaamee ka buldojar, van bhoomi par avaidh roop se bane 29 mandir va 256 majaaren dhvast, ab gurudvaaron ko bhee notis, jaanen kahaan kitana atikraman)

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार
‘नवीन समाचार’ विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी नैनीताल से ‘मन कही’ के रूप में जनवरी 2010 से इंटरननेट-वेब मीडिया पर सक्रिय, उत्तराखंड का सबसे पुराना ऑनलाइन पत्रकारिता में सक्रिय समूह है। यह उत्तराखंड शासन से मान्यता प्राप्त, अलेक्सा रैंकिंग के अनुसार उत्तराखंड के समाचार पोर्टलों में अग्रणी, गूगल सर्च पर उत्तराखंड के सर्वश्रेष्ठ, भरोसेमंद समाचार पोर्टल के रूप में अग्रणी, समाचारों को नवीन दृष्टिकोण से प्रस्तुत करने वाला ऑनलाइन समाचार पोर्टल भी है।
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