सामान्यतया लोग पहाड़ों पर गर्मियों में आते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि पहाड़ों पर आने का सबसे सही मौसम गर्मियों का नहीं, बल्कि शरद या बसंत ऋतु का यानी अक्टूबर और नवंबर के साथ फरवरी से मार्च तक का समय सबसे अच्छा होता है।

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सर्दियों के इस मौसम में जरूर जायें इन 10 स्थानों की सैर पर...

1. आदि कैलाश व पार्वती सरोवर: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित आदि कैलाश शिव के चीन में स्थित कैलाश पर्वत की प्रतिकृति है। हाल में 12 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां आये थे, और अभिभूत हुये थे और उन्होंने कहा था कि यदि उन्हें उत्तराखंड में एक स्थान को देखने को कहना हो तो वह आदि कैलाश व जागेश्वर का नाम लेंगे।

2. 'ॐ' पर्वत: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में आदि कैलाश के पास ही स्थित स्थित ओम पर्वत पर प्राकृतिक तौर पर 'ॐ' के चिन्ह के दर्शन ओम की महत्ता के साथ ही भारतीय दर्शन की महानता से मन को आह्लादित कर देते हैं।

3. जागेश्वर: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित जागेश्वर करीब सवा सौ मंदिरों का समूह है। प्रधानमंत्री मोदी 12 अक्टूबर 2023 को यहां आये थे और ओम पर्वत के साथ इस स्थान को भी उत्तराखंड के एक सर्वाधिक देखे जाने योग्य स्थानों में बताया था।

4. नैनीताल: विश्व प्रसिद्ध सरोवरनगरी नैनीताल सर्दियों व बसंत के मौसम में आने के लिये सबसे करीब स्थित सर्वश्रेष्ठ गंतव्य हो सकता है। यहां नैनी झील के साथ सुदूर हिमालय पर्वत की करीब 365 किमी लंबी पर्वत श्रृंखला का अन्यत्र कहीं उपलब्ध न होने वाला नजारा लिया जा सकता है।

5. मुक्तेश्वर: नैनीताल जनपद में स्थित मुक्तेश्वर में मुक्ति के ईश्वर यानी भगवान शिव ने तपस्या की थी। यहां से भी हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं के नयनाभिराम नजारे दिखते हैं।

6. रानीखेत: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जनपद स्थित रानीखेत को पर्वतों की रानी भी कहा जाता है। भारतीय सेना की कुमाऊं रेजीमेंट के केंद्र के रूप में स्वच्छता से संरक्षित इस स्थान से भी हिमालय व पहाड़ों के मनमोहक नजारे नजर आते हैं।

7. कौसानी: उत्तराखंड के बागेश्वर जनपद स्थित कौसानी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने ‘भारत के स्विट्जरलेंड’ की संज्ञा दी थी। सुप्रसिद्ध छायावादी कवि सुमित्रानंदन पंत की जन्मस्थली कौसानी की प्राकृतिक सुंदरता आपको इस मौसम में मंत्रमुग्ध कर देगी।

8- चौकोड़ी: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद का सबसे करीबी पर्यटन स्थल हिमाच्छादित पर्वत श्रृंखलाओं के साथ उत्तराखंड की प्रसिद्ध चाय के उत्पादन के लिये अंग्रेजी दौर से प्रसिद्ध रहा है।

9. मुनस्यारी: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद में स्थित मुन्स्यारी से नगाधिराज हिमालय विशालतम, हाथों से छू लेने के अहसास के साथ बेहद सुंदर नजर आता है। पर्वतीय जड़ी-बूटियों व राजमा की दाल आदि के लिये भी यह स्थान प्रसिद्ध है।

10. पिंडारी व सुंदरढूंगा ग्लेशियर: उत्तराखंड के बागेश्वर जनपद स्थित पिंडारी व सुंदरढूंगा ग्लेश्विर सबसे करीब हिमालयी ग्लेशियर हैं। यानी सबसे कम दूरी तय कर यहां ‘जीरो प्वाइंट’ से हिमालय को छुवा जा सकता है।