1. नैनीताल: नैनीताल झील नैनीताल जिला मुख्यालय में आंख या नाशपाती के आकार की और जनपद की सबसे प्रसिद्ध और विश्व भर में प्रसिद्ध झील है।

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2. भीमताल: भीमताल झील जिला मुख्यालय से करीब 20 किमी दूर पैर के आकार की है। कहते हैं कि महाबली पांडव भीम के पैर पड़ने से इस झील का निर्माण हुआ।

3. नौकुचियाताल, भीमताल से करीब 6 किमी दूर नौकुचियाताल नौ कोनों की झील के रूप में प्रसिद्ध है।

4. सातताल: सातताल झील को सात तालों का समग्र कहा जाता है।

5. नल दमयंती ताल: सातताल झील से पहले आने वाली नल दमयंती ताल पौराणिक झील है। यहां मिलने वाली बड़ी-बड़ी मछलियां आकर्षण का केंद्र हैं।

6. खुर्पाताल: गाय के खुर यानी पैर के आकार की खुर्पाताल झील जिला मुख्यालय के पास कालाढुंगी रोड पर रंग बदलने वाली झील के रूप में प्रसिद्ध है।

7. सरिया या सरिताताल: यह ताल नैनीताल व खुर्पाताल के बीच स्थित है।

8. परी ताल: परी ताल भीमताल से मुक्तेश्वर की ओर चांफी से करीब 3 किमी की पैदल दूरी पर स्थित है। कहते हैं यहां चांदनी रात में परियां स्नान करने आती हैं।

9. हरीश ताल: हरीश ताल नैनीताल जनपद के ओखलकांडा विकासखंड में और जनपद की सबसे दूरस्थ स्थित अनछुवी झील है।

10. लोहाखाम ताल: लोहाखाम ताल भी हरीश ताल के पास ही स्थित एक अनछुवी झील या ताल है।

11. सूखाताल: सूखाताल अपने नाम के अनुरूप वर्ष के अधिकांश भाग में सूखी रहती है, लेकिन वर्षा काल में पानी से भरती है। इधर इसे पुर्नजीवित करने का कार्य भी चलने के बाद फिलहाल रुका हुआ है।