पिथौरागढ़ में सेना भर्ती में 18 हज़ार से अधिक युवाओं के उमड़ने से भारी अव्यवस्थाएं, भगदड़, युवाओं ने तोड़ा गेट; दो घायल, खेतों में बितानी पड़ी रात….
नवीन समाचार, पिथौरागढ़, 15 नवंबर 2024 (Chaos-Stampede in Army Recruitment inPithoragarh)। प्रादेशिक सेना भर्ती के मात्र 133 पदों के लिए उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में बुधवार को 18,000 से अधिक युवाओं की भीड़ उमड़ी। लेकिन व्यवस्थाओं के अभाव और अधिक भीड़ के कारण स्थिति बेकाबू हो गई। युवाओं ने आक्रोश में आकर भर्ती स्थल का गेट तोड़ दिया। इसके बाद मची भगदड़ में दो युवा घायल हो गए। बताया गया है कि इस भर्ती परीक्षा में केवल उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के युवाओं को शामिल होना था, लेकिन बिहार के दानापुर में प्रस्तावित भर्ती के स्थगित होने के कारण बिहार व मध्य प्रदेश के युवा भी यहाँ पहुंचे हैं।
उल्लेखनीय है कि यह भर्ती केवल 7 वर्षों की प्रादेशिक सेना की अस्थाई नौकरी के लिए हो रही है, जो आपदा जैसी स्थितियों में कार्य करती हैं। जितनी संख्या में अभ्यर्थी पहुंचे हैं, उनके भर्ती होने की संभावना मात्र 0.6 प्रतिशत के करीब है।
घायलों को चिकित्सालय पहुंचाया गया
घायलों में 17 वर्षीय युवराज, पुत्र सुभाष निवासी मेहताबनगर, बुलंदशहर, गंभीर रूप से घायल हो गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर संदर्भित किया गया। दूसरे घायल युवक मनीष के सिर में टांके लगे, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। घटना के बाद मौके पर हजारों की संख्या में जूते-चप्पल व अन्य सामान बिखरा मिला।
भर्ती के लिए उमड़ी भीड़
भर्ती में शामिल होने देशभर से 20,000 से अधिक युवा पहुंचे। भारी भीड़ के कारण होटल, रैन बसेरे और परिवहन व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। नगर के अधिकांश स्कूलों को अभ्यर्थियों के ठहरने के लिए अधिग्रहित करना पड़ा, लेकिन यह व्यवस्था भी अपर्याप्त साबित हुई।
युवाओं ने खेतों में बिताई रात
भर्ती में शामिल होने वाले युवाओं ने अपनी आपबीती सुनाई। मध्य प्रदेश से आए सुनील ने बताया कि ठहरने की कोई व्यवस्था न होने के कारण उन्हें खेतों में रात बितानी पड़ी। कड़ाके की ठंड के बीच खुले आसमान तले सोना उनकी मजबूरी बन गया।
प्रशासन की मुश्किलें बढ़ीं
भीड़ को संभालने के लिए जिला प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पिथौरागढ़ के डीएम विनोद गोस्वामी ने सेना, पुलिस, परिवहन, पूर्ति और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए।
प्रमुख निर्देश:
- ठहरने की व्यवस्था: अभ्यर्थियों के लिए सरस्वती देव सिंह इंटर कॉलेज, केएनयू इंटर कॉलेज और अन्य स्कूलों को अधिग्रहित किया गया।
- पानी और साफ-सफाई: जल संस्थान को भर्ती स्थल पर पानी उपलब्ध कराने और नगर निगम को सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने को कहा गया।
- भोजन की गुणवत्ता: पूर्ति विभाग को होटलों और ढाबों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए ताकि युवाओं को उचित मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध हो सके।
वैकल्पिक व्यवस्था
डीएम ने बताया कि यूपी के अभ्यर्थी जो पिथौरागढ़ भर्ती में शामिल नहीं हो सके, वे 26 नवंबर से दानापुर, बिहार में होने वाली भर्ती रैली में भाग ले सकते हैं। इसके लिए लाउडस्पीकर के माध्यम से जानकारी प्रसारित की जा रही है।
वाहन संकट और आक्रोश
अभ्यर्थियों ने परिवहन व्यवस्था पर नाराजगी जताई। पिथौरागढ़ तक पहुंचने के लिए रोडवेज की बसों और टैक्सियों की कमी के कारण युवा घंटों इंतजार करते रहे। व्यापार संघ की पहल पर अतिरिक्त बसों का संचालन किया गया।
सुरक्षा और प्रबंधन पर सवाल (Chaos-Stampede in Army Recruitment inPithoragarh)
भर्ती के दौरान हुई अव्यवस्था ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए बेहतर प्रबंधन और ठोस योजनाओं की आवश्यकता महसूस की जा रही है। (Chaos-Stampede in Army Recruitment inPithoragarh)
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