आंगनबाड़ी केंद्रों में गर्भवती महिलाओं व बच्चों के लिए आए सड़े अंडे, उनमें मिले कीड़े भी
नवीन समाचार, नैनीताल, 20 अप्रैल 2023। (Rotten eggs with insects for pregnant women and children in Anganwadi centers) नैनीताल जिला मुख्यालय के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार के नाम सड़े और कीड़ों युक्त अंडों की आपूर्ति की गई है। गुरुवार को आंगनबाड़ी केंद्रों जब अंडे पहुंचे तो इन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकत्रियों व सहायिकाओं ने देखा तो इनमें से दुर्गंध आ रही थी और कई फूटे हुए थे। इस पर उनकी जांच की तो कई अंडे सड़े हुए थे और उनमें भी कीड़े भी मौजूद थे। इस पर आंगनबाड़ी केंद्रों ने इन सड़े हुए अंडों को बच्चों और गर्भवती महिलाओं को बांटने से इंकार कर दिया हैं। यह भी पढ़ें : रामनगर की युवती से सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती, फिर यूपी में किया दुष्कर्म..
बताया गया है कि जिला एवं मुख्यालय एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 70 आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिनमें इन सड़े हुए अंडों की आपूर्ति की गई है। आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकत्रियों ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से कर दी है और इन अंडों को गर्भवर्ती महिलाओं व बच्चों को बांटकर उनकी जान से खिलवाड़ करने से इंकार कर दिया है। यह भी पढ़ें : वित्तीय सहायता प्राप्त कर रहे लोगों के बीच भगदड़ में 79 लोगों की मौत… 110 गम्भीर..
अलबत्ता कार्यकत्रियां मीडिया को यह जानकारी देते हुए अपनी पहचान बताने से डरती रहीं। उन्होंने सड़े अंडों के साथ फोटो भी चेहरा ढककर खिंचवाए। इससे विभागीय स्थिति को समझा जा सकता है।कार्यकत्रियों का कहना है कि अक्सर ही खराब सामग्री आती है। लेकिन इस बार बड़े पैमाने पर सड़े हुए अंडे आए हैं, इसलिए बात उठाना जरूरी हो गया। यह भी पढ़ें : दुःखद: 15 दिन के नवजात के बाद उसके 23 वर्षीय पिता की मौत
पूछे जाने पर नैनीताल के एसडीएम राहुल शाह ने कहा कि इस मामले में बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी से पूरे प्रकरण की जानकारी ली गई है। बाल विकास परियोजना अधिकारी डॉ. रेनू मर्तोलिया ने सड़े अंडे मिलने की सूचना मिलने के बाद आपूर्तिकर्ता को तत्काल परियोजना के समस्त अंडे वापस करने के आदेश दिए हैं। वहीं जिला कार्यक्रम अधिकारी मुकुल चौधरी ने कहा कि मामला संज्ञान में आने पर ऐसे अंडों के पूरे लॉट को तुरंत वापस करने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि इस बारे में जिला परियोजना अधिकारी बाल विकास की ओर से भी ऐसी खराब खाद्य सामग्री आने पर उसे पूरा बदलवाने के आदेश जारी किये गए हैं। यह भी पढ़ें : नाम के पहले अक्षर से जानें किसी का भी भविष्य…
उन्होंने पूछे जाने पर यह भी बताया कि आपूर्ति निदेशालय स्तर से होती है। गौरतलब है कि निदेशालय स्तर से अंडों जैसी खाद्य सामग्री की खरीद होने पर वहां से आपूर्तिकर्ता के दूरस्थ क्षेत्रों तक इन्हें पहुंचाने में सामग्री के खराब होने की हमेशा ही अधिक संभावना रह सकती है। लिहाजा ऐसी व्यवस्था को बदले जाने की आवश्यकता है। यह भी पढ़ें : नेता जी पर रात के अंधेरे में युवती के अपहरण का आरोप, मुकदमा दर्ज
(डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।