अजब तमाशा : फेल होने के बावजूद पहले दे दी नियुक्ति, अब वापस लौटाया प्रशिक्षण पर, उल्टे शिकायत करने वाले निदेशक को हटाकर VRS ले चुके शिक्षक को बना दिया निदेशक
नवीन समाचार, देहरादून, 30 अक्टूबर 2024 (Despite failing-Given appointment-now Sent Back)। उत्तराखंड की प्रशासनिक मशीनरी के इतिहास में एक अनोखा घटनाक्रम सामने आ रहा है। पहली बार तैनाती के बाद नायब तहसीलदारों को पुनः पुनः दो महीने के प्रशिक्षण के लिए लौटना होगा। साथ ही प्रशिक्षण के उपरांत उन्हें संस्थान की परीक्षा भी उत्तीर्ण करनी होगी, और सफल होने पर ही दो महीने बाद उन्हें नियुक्ति दी जाएगी।
प्रशिक्षण के दौरान हुई परीक्षा में असफल होने के बावजूद दे दी गई थी नियुक्ति
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व में अल्मोड़ा स्थित राजस्व पुलिस एवं भूलेख सर्वेक्षण प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण के बाद हुई परीक्षा में कुछ प्रशिक्षु नायब तहसीलदार असफल हो गए थे। संस्थान के तत्कालीन कार्यकारी निदेशक श्रीश कुमार ने इस बारे में राजस्व परिषद को अवगत कराया था। इसके बावजूद इन सभी को विभिन्न जिलों में प्रभारी तहसीलदार के पदों पर तैनात कर दिया गया था।
न जाने क्यों कार्यकारी निदेशक को हटाकर वीआरएस ले चुके अतिथि शिक्षक को दे दी गई जिम्मेदारी
यह मामला राजस्व परिषद तक पहुंचा, जिसके पश्चात नायब तहसीलदारों को पुनः प्रशिक्षण पर भेजने के साथ ही न जाने क्यों स्व पुलिस एवं भूलेख सर्वेक्षण प्रशिक्षण संस्थान के कार्यकारी निदेशक श्रीश कुमार को भी हटाने के निर्देश जारी किए गए। जबकि उन्होंने पहले ही इनकी जानकारी राजस्व परिषद को दी थी। इससे भी बड़ी बात यह कि हटाए गए कार्यकारी निदेशक के स्थान पर वीआरएस यानी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले चुके अधिकारी चंद्र सिंह डोभाल को कार्यकारी निदेशक बनाया गया है। डोभाल पूर्व में अतिथि शिक्षक के रूप में सेवाएं दे चुके हैं और उन्हें अब संविदा पर यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कार्यकारी निदेशक ने 36 प्रशिक्षुओं में से 35 का आचरण बताया था असंतोषजनक
प्रशिक्षु नायब तहसीलदारों के अनुचित व्यवहार पर सवाल उठाते हुए तत्कालीन कार्यकारी निदेशक श्रीश कुमार ने 36 प्रशिक्षुओं के बैच में से 35 का आचरण असंतोषजनक बताया था। प्रशिक्षण के दौरान इन प्रशिक्षुओं ने कक्षा में ध्यान देने के बजाय मोबाइल का उपयोग किया और विषयों में न्यूनतम अंक भी प्राप्त नहीं कर सके। इस घटनाक्रम के बाद कार्यकारी निदेशक को भी कार्यमुक्त कर दिया गया।
15 नायब तहसीलदारों का पीसीएस में चयन
इस बीच प्रभावित बैच के 15 नायब तहसीलदारों का पीसीएस परीक्षा में चयन हो गया है, और उन्होंने उच्च पदों पर जाने का मार्ग प्रशस्त कर लिया है, जिससे प्रशिक्षण संस्थान में वापस लौटने वाले नायब तहसीलदारों की संख्या में कमी आ सकती है।
प्रभारी तहसीलदार की जिम्मेदारी में बदलाव (Despite failing-Given appointment-now Sent Back)
उत्तराखंड में तहसीलदारों की कमी के चलते नए नियुक्त नायब तहसीलदारों को प्रभारी तहसीलदार की जिम्मेदारी दी गई थी। अब जबकि राजस्व परिषद के निर्देश पर इन्हें वापस प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है। इसलिए राज्य में प्रभारी तहसीलदारों की जिम्मेदारी में बदलाव होना भी तय हो गया है। (Despite failing-Given appointment-now Sent Back)
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