कब्बै देख नि हुनल ब्याक यस ‘अनमोल’ कार्ड, एक बारि देखिया जरूर
आपंण ऑनलाइन समाचार पोर्टल ‘नवीन समाचार’ में हम ‘गर्वैल कओ-हम कुमाउनी छां’ नामक एक नई स्तंभ और फेसबुक-ह्वाट्सएप में यै है जुड़ी एक-एक ग्रुप लै शुरू करणयां। यो स्तंभ में हम केवल चंद शासनकाल में राज भाषा रई कुमाउनी में कविता, लेख, व्यंग्य आदि जि लै आपूं लोग लेखि सकला, छापुंल। हमैरि कोशिश छू कि यो तरिकैल नई पीढ़ी कें कुमाउनी भाषा दगाड़ जोड़ि जाओ। आपूं हमार फेसबुक-ह्वाट्सएप ग्रुपों या हमार ई-मेल पत्त saharanavinjoshi@gmail.com पारि लै आपंणि रचना भेजि सकछा। और कुमाउनी लोगन कैं लै यो ग्रुप में जोड़िया…यों ग्रुपों में एकै शर्त छू कि यां जो लै बात करिया-कुमाउनी में ई करिया। किलैकि यां ‘गवैल कओ-हम कुमाउनी छां’ । किलैकि यां ‘गवैल कओ-हम कुमाउनी छां’ । यो लिंकैल : https://chat.whatsapp.com/Bz39JqxfnISDVry8XaE3S5 हमार ह्वाट्सएप ग्रुप में और यो लिंक : https://www.facebook.com/groups/1273911296089807/ पारि हमार फेसबुक ग्रुप में जुड़ि सकछा।
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p style=”text-align: justify;”>-पत्रकार ब्यौलक ब्याक कार्ड कुमाउनी में लेखि बेर करि राखौ बहौतै अनुकरणीय प्रयास
नवीन समाचार, नैनताल, 29 अप्रैल 2019। आपूंल ब्याक कार्ड त भौत देख हुना्ल। अच्यान सोशल मीडियाक जमा्न में अंबानी परिवारा्क हीरा-मोती चड़ी लाखों रुपैंक कार्ड लै। पर जो कार्डेंकि बात आज हम करणयां, उ वाकई ‘अनमोल’ छु। कारण, पलायन और आपणि बोलि-भा्ष कैं तिरयूंणैकि बात त भौत हैं, पर कम प्रयास हुंनी य समस्याओंक निदान हुं। यसै एक अनुकरणीय प्रयास करि जैरौ भगवती माताक थाना्क लिजी पछ्यांणी जांणी बागेश्वर जिल्लाक पोथिंग-मातोली गौं बटी। यांक रूंणी उर्बा दत्त जोशिज्यू और मोहनी जोशिज्यूक च्यल हिमांशुक ब्या अघिल म्हैंण जेठ 16 पैट बेपै दिन यानी 31 मई हुं अल्माड़ जिल्लाक गौं उभ्याड़ी-कफड़ाक रूंणी लाड़िल च्यल भुवन चंद्र जोशिज्यू और भावना जोशिज्यूकि कल्जक टुकुड़ मंजू दगै। पर यो ब्या और ब्यान है भौतै खास हैगो, किलैकी यो ब्या लिजी जोशिज्यूल कार्ड आपंणि कुमाउनी दुदबोलि भाषा में छपै राखीं। दगड़ै यो ब्या में लै खास बात छु यो अच्यानाक और ब्यानैकि भैं दिन-दिनी बबाल-टलाइ जस नैं बल्कि परंपरागत कुमाउनी ब्यानैकि भैं पुर तीन दिन चलल। यै लिजी खास तौर पर पौंणन कें हिदायत दिई जैरै कि सब टैम पर पुजण चैंनी।
ब्याक कार्यक्रमा्क अनुसार जेठ 16 पैट बेपै यानी 30 मई हुं बर हिमांशुकि गणेण पुज अर हल्द लगूंण 9 बाजी सुबेर, सकुन आंखर 11 बाजी सुबेर, शैणियां नाम 12 बाजी दिन में और पौंणनक सेवा सत्कार तथा ब्या 8 बाजी मेहंदी लगाई जालि। अघिल दिन 17 पैट शुक्क हुं बरयात दिन में द्वि बाजी बाट लागलि और 18 पैट छन्जर हुए दिन में द्वि बाजियै वापस लौटैलि और दिन में तीन बाजी बटी दाव-भात खवै ह्वेलि। यो बीच ब्योलिक वां लै पुर नियम-कैदैल ब्या ह्वल। बर्यात ब्या्व-गोधूलि टैम पारि जब गोर-बाछ बंण बटी घर हुं लौटनी, ठिक टैम पार धुलिअर्घ्य हुं ब्योलिक घर पुजलि। पुर रात ब्या ह्वल और रात्रि ठीक टैमै पारि बर-ब्यौल ध्रुव ता्र कैं अगाश हुं चाल। यस नैं कि दिन-दोफर कैमरामैनोंक कूंण पारि मुनि अगाश करि ध्रुव ता्र कें देखणैकि फोटू खिंचवै लेई जाओ। बहरहाल, कार्ड लै देखि ल्हिया और बर-ब्यौलि कें आशीर्वाद लै जरूर दिया, अर है सकलौ आपंण ना्नतिनौंकि बरया्त में लै यसै करिया। आपणि पछ्यांण कैं झन तिरयाया। हमेशा जिंद धरिया।
बताई जैरौ कि बर हिमांशु बागेश्वर में हिंदुस्तान अखबारा्क पत्रकार छन। अर यो पहल उनरै तरफ बटी करी जैरै। यो पहला्क लिजी ‘नवीन समाचार’ उनर आभारी छू, और हिमांशु कैं उनैरि यो पहलाक दगाड् उनार उज्जवल वैवाहिक भविष्याक लिजी लै आर्शीवाद दींणौ।
य लै पढ़ो: पहाड़ में बिकासाक लंब-चौड़ दावोंकि असलियत: इलाजा्क लिजी ज्यूनै चार कानों में 15 किलोमीटर लूंण पड़ी च्येलि
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p style=”text-align: justify;”>नवीन समाचार, नैनीताल, 28 अप्रैल 2019। आजादीक 70 साल बाद लै, सरकारोंक विकास के लंब-चौड़ दावोंक बावजूद उत्तराखंडाक पहाड़ोंक कएक गौं आज लै ‘कालपांणि’ जा्सै रै गईं। आज लै यां या्स गौं छन, जनंू बटी मरीजन, जतका्व स्यैंणिन, बुड़-बुड़िन कें ज्यून छनै इलाज हु अस्पताल पुजंूण हुं 15 किलोमीटर तक चार कांनों में ‘झांजिकि भैं’ सड़क तक लंूण पड़णौ। या्स में पहाड़ाक 700 सौ गौंन बटी मैंसोंक दगाड़ देबि-द्याप्नौक लै भ्यार-भाबर हुं पलायन हुंण और गौं ‘भूतोंक ड्यार’ बणंणैकि खबर लै फिर चर्चा में ऐ ग्येईं। वां पहाड़ व इन गौंन में जांण ‘कालपांणि’ जसै मानणीं नेताओं-सरकारि अधिकारि-कर्मचारियोंक ‘चैनाक चुपाड़’ है रईं।
यसै बेई नैनताल जिल्लैकि ओखलकांडा ब्लॉकैकि एक च्येलिक दगाड़ हौ। यांक कुकना ग्रामसभाक बजवालगौं तोका्क रूंणी डूंगर सिंह देउपा कि चेलि हंसा देउपा शुक्रबारैकि ब्याव एक डा्व में चढ़िबेर ढोर-डंगरूंक लिजी पात-पतेल काटणैछी। तबै उ डा्व बटी भिं में छुटि पड़ी, और वीकि कमर में जोरैकि घमक लागि पड़ी। यै पारि गौंक ज्वान लौंड-मौडोंन बड़ि हिम्मत करि बेर उकें का्न में बोकि बेर 15 किलोमीटर दर देवली गौं में पड़णी सड़क तक पुजै और वां लै उनूंकें 108 एंबुलेंस हड़तालैकि वील न मिलि सकि। सो निजी गाड़ि में उकें हल्द्वाणि पुजाई गो। गौंक धीरेंद्र सिंह और कई और लोगोंल बता कि गौं वाल जांणि कतुकप बर्षों बटी सड़कैकि मांग करणईं। 2014 में गौं वालूंल लोकसभा चुनावूंक बहिस्कार लै करौ, पांच साल नई सरकार लै ऐबेर न्है गे, लेकिन कैलै ल्या्ख न लगाय। केशर सिंह, रमेश सिंह, टीकम सिंह, भैरव सिंह, आन सिंह, चंदन सिंहैल लै सड़क बणूंणैकि मांग करी। वां विधायक राम सिंह कैड़ा ज्यूं थैं कि पुछी जाओ, उनैरि इज कैं लै हाल में बिमार पड़ण पर इसी कै पैदल कानूं में सड़क तलक लूंण पड़छी। बहरहाल, कैड़ा कूंणई कि कुकना, घेना और कैड़ा गौंक लिजी सड़क मंजूर है गे। उनूंकैं यै साल सड़क निर्माण शुरू हुंणैकि उम्मीद छू।
य लै पढ़ो : मोद्दा और ओबामा ज्यूकि तू-तड़ाक (जैक जिक्र मोद्दाल अक्षय कुमार दगाड़ इंटरभ्यू में लै करौ….)
ओबामा ज्यू रिटायरमेन्ट बाद घर भीतर टैमपास करण लागि रईन. उनरि घरवाई उनरि ड्यूटि झाडू पोछा भीतर पन लिपण घँसण भनपान करण में लगै राखी. ओबामा सैप ले मजबूरी में ही सही पर पुर मनचित लगैबेर काम में लागि रूनी.
ऐल ले ओबामा ज्यू आपिणि पनाँण में भान मांसण में लागि रईन. बीच बीच में आंगण बटी मिसेल ओबामा हिदायत ले दिण लागि रै – भली कैं लगाया छारै कि मसैक .. तौ तौलि कैं भली के साफ करिया .. बिलकुल झाव् नि रूण चैन.
ओबामा होय होय .. साफ करुल भली के ..
तब तक औबामा कि फोनैकि घण्टी बाजण बैठि गे .. औबामा ज्यू मांची पडन .. कैक आ यो फोन .. ऐल बेटैम में .. ( फिर घरवाइ छैं ) – जरा देख धें .. कैक छ.
मिसेल ओबामा – हैलो …
दुसर तरब बटी ले हैलो भै .. फोन में दुसर तरफ मोद्दा भाय .. मोद्दा लि नाम नि बताय और कूण लाग – बोज्यू नमस्कार .. कां छ बराक
मिलेल ओबामा – यत्ती कैं छन .. जरा भनपान .. .. मेर मतलब आराम करनईन .. तुम को बुलाणछा .. मीलि नै पछ्याण ..
मोद्दा – अरे तुम बराक कें फोन दिओ . वीकै दगाड काम छ .
(ओबामा अलबलाटैलि पनाणि क हाथ खुकलों और मिसेल क हाथ बटी फोन पकडौं)
बराक – हैलो … कौन …?
मोद्दा – मी बुलाणयू यार … नै पछणण लागि रये के तू …
बराक – ना ना नि पछ्याण .. को छा .
मोद्दा – चल छोड पछाण जालै .. कि करनौछै तू ….. भनपान …..????
बराक – भाई बोल कौन रहा है .. और मैं जो भी करू ..
मोद्दा – तू तो सीरियस है गोछे यार .. और कि हैरीन हाल .
बराक – पैली यो तो बताओ .. को छा .. मेर काम हैरौ … मजाक नि करो ऐल
मोद्दा – तू साच्ची बता .. नै पछणण रये तु ..
बराक ( जरा गुस्स में ) – यार मी तमीजैलि बात करनयूं .. और तुमलि तौ तू तडाक कि लगै राखी .. पत्त छै .. मी अमेरिका क भूतपूर्व राष्ट्रपति छ्यूं .. मालूम छै नै कां फोन लगै राखौ
मोद्दा – सब मालूम छ .. तू को छै कैबेर … और तू सुण .. मी ले कम नहात्यू … छप्पन ईंची छाति सुणी राखि हुनेलि त्वीलि ….?
ओबामा – अरे यार … मोद्दा … तू .. बुलाणछै … मीलि तो पछ्याणै नहा त्वेकें … क्यै नम्बर बदल हालछै त्वीलि .. यो नम्बर तो सेब नहां मेर पास …
मोद्दा – – अरे यार .. यो नई नम्बर छ जिओ वाल .
बराक – क्ये त्योर बीएस एन एल वाल नम्बर कां गो ???
मोद्दा – अरे यार यो जिओ वाल ठीक छ . ३९९ रु में वन जीबी डाटा और अनलिमिटेड कालिंग … यार अम्बानी लि बी एस एन एल कि मौ गध्यार लगै हाली .. बड सस्त छ . .. तू ले ल्हि ले एक सिम जिओ क …
बराक – यार बी एस एन एल सब जाग पकडौं .. गौं न में पहाड में जीओ छै नहां .
मोद्दा – जाग यार तू .. मेकें दुबारा पी एम बणण दी .. सब जाग पुज्यै द्यूल जीओ अम्बानी छैं कैबेर .. तू चिन्ता नै कर .
बराक – जी करछै यार तू .. तेर घट पाणि ऐरौ ..
मोद्दा – और सुणा तू
बराक – मी कि सुणू यार तू सुणा .. कस चलि रौ चुनाव ??
मोद्दा – बस बढिया चलि रौ .. सब तरफ मेरि चलि रै हाव .
बराक – यार सब हाव बयाव ढानभुई सब तेरी तरफ चलि रै .. कमाल चीज छै यार तू …
मोद्दा – अरे कमाल हमाल के नै .. करण पडौं यो सब .. चुनावक मामुल भोय . तू तो जाणनेरै भये ..
बराक – चल ठीक छ पैं .. फोन धरूं ऐल .. काम निबटूण छ .. तू ले कर तैयारी चुनाव कि ….
मोद्दा – ठीक छ .. कर तू काम ..
बराक – होय तू ले जा प्रचार में .
मोद्दा – अच्छा बाय् ..
बाय …
(विनोद पंत जू की शानदार रचना, फेसबुक से टीपी बल खीमदा – साभार )
कुमाउनी सुहागिन स्यणियूंक रंगवाल पिछौड़
पिछोड़ा तू रूठिए झन
तू म्येर सुहाग छै
शुभ काम काज में
म्येर भल भाग छै
पिछोड़ा तू रूठिए झन
तू म्येर सुहाग छै…!
तू म्येर दगड़ में
रंग रूपक निखार छै
सदा तू दगड़ रये
तू म्येर जीवन प्यार छै
शुभ काम काज में
म्येर भल भाग छै
पिछोड़ा तू रूठिए झन
तू म्येर सुहाग छै…!
मांग सिदूर सुहाग दस्तूर
तू म्येर सुहागक श्रृंगार छै
ईष्टदेवा सुखी धरिया
तू म्येर सुहागक आधार छै
शुभ काम काज में
म्येर भल भाग छै
पिछोड़ा तू रूठिए झन
तू म्येर सुहाग छै…!
ईश्वर रूपी पिछोड़ तू
म्येर सुहागक संग छै
दगड़ सदा बनै रये
तू म्येर शरीर अंग छै
शुभ काम काज में
म्येर भल भाग छै
पिछोड़ा तू रूठिए झन
तू म्येर सुहाग छै…!
भल लागछौ जब सबुके भेज दियो