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December 27, 2024

गांधी-लालू परिवार की राह पर हरीश रावत, परिवार के चौथे सदस्य को चुनाव में उतारने की कोशिश में…

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Harish Rawat on the path of Gandhi Lalu Family

Uttarakhand Lok Sabha Chunav

नवीन समाचार, नैनीताल, 7 मार्च 2024 (Harish Rawat on the path of Gandhi Lalu Family)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में देश का चुनाव परिवारवाद के विरुद्ध केंद्रित होता नजर आ रहा है। लेकिन उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत राजनीति में शुचिता की बात करते-करते अपने परिवार के चौथे सदस्य को चुनाव लड़ाने की कोशिश में नजर आ रहे हैं।

खुद भी चुनाव लड़ने से गुरेज नहीं (Harish Rawat on the path of Gandhi Lalu Family)

(Harish Rawat on the path of Gandhi Lalu Family)सक्रिय राजनीति में पांच दशक पूरे कर चुके पूर्व सीएम हरीश रावत की गिनती कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेताओं में होती है। 75 वर्ष की उम्र पार करने के बावजूद वह न सिर्फ खुद भी चुनाव लड़ने की सोच रहे हैं, वरन अपनी पत्नी व पुत्री के बाद अब अपने पुत्र को चुनाव लड़ाने के लिये आगे कर रहे हैं। हालांकि हरीश रावत की राजनीति को जानने वालों का यह भी कहना है कि वह मान कर चल रहे हैं कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व उनसे कहेगा कि बेटे की जगह वह ही चुनाव लड़ लें और वह नां-नां या नेतृत्व का आदेश कहते हुये स्वयं भी चुनाव लड़ सकते हैं।

बेटी के बाद बेटे की लांचिंग की तैयारी (Harish Rawat on the path of Gandhi Lalu Family)

उल्लेखनीय है कि हरीश रावत पिछले विधानसभा चुनाव में हरिद्वार ग्रामीण से अपनी बेटी अनुपमा रावत को विधायक बनवा चुके हैं, जबकि इस सीट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसी क्रम में इस बार वह हरिद्वार लोकसभा से बेटे वीरेंद्र रावत की लांचिंग की तैयारी में हैं।

वीरेंद्र रावत हालांकि पिछली बार खानपुर विधानसभा में सक्रिय थे, लेकिन तब रावत परिवार से दो टिकट पहले ही होने के कारण तीसरे को मौका नहीं मिल पाया। बहरहाल इस बार हरीश रावत, वीरेंद्र को अपने स्टैंड बाई में रखते हुए चल रहे हैं। (Harish Rawat on the path of Gandhi Lalu Family)

पत्नी को भी लड़वा चुके चुनाव (Harish Rawat on the path of Gandhi Lalu Family)

हरीश रावत इससे पहले अपनी पत्नी रेणुका रावत को भी अल्मोड़ा और हरिद्वार से लोकसभा चुनाव लड़वा चुके हैं, हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिल पाई। दूसरी ओर उनके दूसरे पुत्र आनंद रावत की राजनीति यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस में महासचिव से आगे नहीं बढ़ पाई। देखना यह है कि रावत इस बार बड़े बेटे वीरेंद्र की सियासत को कितना आगे बढ़ा पाते हैं। (Harish Rawat on the path of Gandhi Lalu Family)

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