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July 27, 2024

उत्तराखंड में अल्पसंख्यक श्रेणी के विद्यालयों पर कस सकता है शिकंजा !

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-अल्पसंख्यक बच्चों की संख्या नगण्य होने के बावजूद अल्पसंख्यक श्रेणी में पंजीकरण और इस कारण छूट प्राप्त करने पर उठ रहे हैं सवाल
नवीन समाचार, देहरादून, 16 अप्रैल 2023। (Screws can be tightened on minority category schools in the state!) उत्तराखंड में अल्पसंख्यक श्रेणी के नाम पर नियम-कानूनों से बचते आ रहे और प्रशासन को मुंह चिढ़ाने वाले नामी विद्यालयों पर अब प्रशासन की लगाम कसने जा रही है। इन विद्यालयों से अल्पसंख्यक श्रेणी का तमगा हट सकता है। कारण, इन विद्यालयों में अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों की संख्या नां के बराबर है। बताया जाता है कि इन विद्यालयों में कई नेताओं-अधिकारियों के बच्चे भी पढ़ते हैं, इस आधार पर भी वह किसी भी प्रशासनिक कार्रवाई से बचते रहते हैं। यह भी पढ़ें : बेटे ने सगी मां से की गलत हरकत ! पिता ने सोते हुए पाटल से ताबड़तोड़ वार कर दिए….

प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तराखंड में कुल 5225 निजी विद्यालयों में से 286 अल्पसंख्यक श्रेणी में पंजीकृत हैं। आरोप है कि यह विद्यालय अल्पसंख्यक श्रेणी के नाम पर छूट तो लेते हैं, पर इनमें से कई विद्यालय आरटीई यानी शिक्षा के अधिकार के तहत गरीब पात्र बच्चों को अपने यहां प्रवेश देने से लेकर राज्य सरकार के एनसीईआरटी की सस्ती पुस्तकें लागू करने व फीस नियमानसुार सीमा में रखने जैसे कई नियम-कानूनों का पालन करने से बचते हैं। आरोप यहां तक हैं कि वह स्थानीय स्तर पर भी जिलों में शिक्षा अधिकारियों-मुख्य शिक्षा अधिकारियों के निर्देशों का पालन भी नहीं करते हैं। यह भी पढ़ें : रिश्ते की बात चल रही थी, युवक ने नशीला पेय पिलाकर कर दिया दुष्कर्म, फिर अश्लील फोटो वायरल करने की धमकी देकर कर रहा ब्लेक मेल

राज्य में कुल एवं अल्पसंख्यक श्रेणी के विद्यालयों की बात करें तो राज्य में सर्वाधिक 1023 निजी विद्यालय देहरादून जिले में हैं, और इनमें से 80 अल्पसंख्यक श्रेणी में पंजीकृत हैं। वहीं हरिद्वार जिले में कुल 987 निजी विद्यालयों में से 75 विद्यालय अल्पसंख्यक श्रेणी में हैं। इसी तरह ऊधमसिंह नगर में कुल 914 में से 59, नैनीताल जिले में कुल 507 में से 36 विद्यालय अल्पसंख्यक श्रेणी में हैं। यह भी पढ़ें : बड़ा समाचार: उत्तराखंड उच्च न्यायालय के चार लोग बनेंगे न्यायाधीश…

आरोप है कि इन विद्यालयों में अल्पसंख्यक श्रेणी के बच्चों की संख्या तो नगण्य है, लेकिन वह कभी फीस में मनमानी वृद्धि करके, तो कभी मनमाने तरीेके से हर वर्ष किताबें, ड्रेस व यहां तक कि बैग, जूते, ट्रेक सूट, जैकेट आदि बदलकर अभिभावकों की जेब खाली करने के नए-नए तरीके निकालते नजर आते हैं। यह भी पढ़ें : कुमाऊं विवि के कुलपति प्रो. जोशी ने दिया त्यागपत्र, पंतनगर विवि के कुलपति चौहान को कुविवि का अतिरिक्त प्रभार

वह अल्पसंख्यक शिक्षा के अधिकार के तहत 25 प्रतिशत गरीब बच्चों को प्रवेश देने के नियम, शिक्षकों की नियुक्ति के नियमों, कर्मचारियों के चयन के दौरान 50 प्रतिशत से अधिक अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को रोजगार देने जैसे नियमों से छूट पा जाते हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जब उनमें अल्पसंख्यक श्रेणी के बच्चों की संख्या नगण्य है, तो उन्हें अल्पसंख्यक श्रेणी और इस आधार छूट क्यों दी जा रही हैं। इसी आधार पर अब इन विद्यालयों पर लगाम कसने की तैयारी है। यह भी पढ़ें : सुबह-सुबह पेट्रोल पंप पर तेल भरवाने को लेकर कर्मचारी को दबंगों ने लिटा-लिटा कर पीटा…

शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि अल्पसंख्यक संस्था का दर्जा प्राप्त शैक्षिक संस्थानों में नियमों का उल्लंघन बर्दास्त नहीं किया जाएगा। प्रदेश के ऐसे सभी संस्थानों की छात्र संख्या और उनके वर्ग का परीक्षण कराया जा रहा है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा लेने के बाद स्कूल कई रियायतें मिलती हैं। देहरादून के मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार ने इन विद्यालयों पर सख्त रुख अपनाते हुए बताया कि नियमों के खिलाफ कार्य कर रहे विद्यालयों को बख्शा नहीं जाएगा। यह भी पढ़ें : केंद्रीय मंत्री के बाद मुख्यमंत्री से मिले कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री, कांग्रेस नेता भी मनाने में जुटे, चर्चाओं का बाजार गर्म…

ये विद्यालय आते हैं दायरे में 
उत्तराखंड बोर्ड: देहरादून जिले में सेंट लारेंस हाईस्कूल देवरली मसूरी, श्री गुरु नानक पब्लिक स्कूल बालक इंटर कॉलेज चुक्खुवाला, श्री गुरु नानक पब्लिक स्कूल बालिका इंटर कॉलेज खुड़बुड़ा, श्री गुरु नानक पब्लिक बालिका इंटर कॉलेज गोविंदनगर रेसकोर्स, निर्मला इंटर कॉलेज बार्लोगंज मसूरी, सेंट एग्निज हाईस्कूल दून, सीएनआई बालक इंटर कॉलेज देहरादून, सीएनआई बालिका इंटर कॉलेज देहरादून। फरगर जूनियर हाईस्कूल देहरादून, श्री गुरु नानक प्राथमिक इंटर कॉलेज प्रेमनगर, महावीर जैन इंटर कॉलेज देहरादून, दून होली मैरी जूनियर हाईस्कूल देहरादून, श्री वर्णी जैन इंटर कॉलेज गांधी रोड। यह भी पढ़ें : तीन दिन के लंबे सप्ताहांत पर नैनीताल में उम्मीद से कम सैलानी, कैंची में अधिक…

हरिद्वार जिले में मैथोडिस्ट बालिका इंटर कॉलेज रुड़की, एमजीएफएम जूनियर हाईस्कूल पिरान कलियर रुड़की, सेंट जोजेफ जूनियर हाईस्कूल रुड़की, फातिमा जूनियर हाईस्कूल मखियालीकला लक्सर, जनता इंटर कॉलेज सुल्तानपुर लक्सर, पौड़ी जिले में मैसमोर इंटर कॉलेज पौड़ी, एमईएस गिल गर्ल्स जूनियर हाईस्कूल गडोली। यह भी पढ़ें : चर्चित सामिया लेक सिटी के निदेशक गिरफ्तार, मालिक के खिलाफ लुक आउट नोटिस…

आईसीएसई और सीबीएसई बोर्ड: देहरादून जिले में सेंट मेरी कांवेंट सीसे स्कूल विकासनगर, सेंट पॉल स्कूल विकासनगर, गुरु नानक पब्लिक स्कूल सहसपुर, गुरु नानक एकेडमी रायपुर रोड, कार्मन स्कूल सहसपुर, सेंट ज्यूड्स स्कूल शिमला बाईपास, हिल्ट्रॉन स्कूल माजरा, सेंट थॉमस स्कूल एमकेपी रोड, दून इंटरनेशनल स्कूल कर्जन रोड, कांवेंट ऑफ जसिस एंड मेरी ईसी रोड, शिवालिक इंटरनेशनल स्कूल सहारनपुर रोड। यह भी पढ़ें : नैनीताल आ रहे हैं तो जरूर जान लें यह बात, अन्यथा नहीं मिलेगी आने की अनुमति…

सेंट मैरी कान्वेंट टर्नर रोड, सेंट जोजेफ एकेडमी राजपुर रोड, पौड़ी जिले में सेंट थॉमस कान्वेंट स्कूल पौड़ी, सेंट थैरेसा स्कूल श्रीनगर, फैजल अवाम इकरा पब्लिक स्कूल काशीरामपुर, सेंट जैम्स स्कूल पौड़ी, सेंट पब्लिक स्कूल पदमपुर कोटद्वार, थार्बन पब्लिक स्कूल चोपड़ा, सेंट जोंस कान्वेंट स्कूल लैंसडौन, उत्तरकाशी में मैरी माता स्कूल चिन्यालीसौड़, सेंट मेरीज स्कूल पौंटी बडकोट, सेंट जोजेफ स्कूल कोटी पुरोला, टिहरी जिले में ऑलसेंट कान्वेंट स्कूल नई टिहरी और माउंट कार्मल स्कूल चंबा। यह भी पढ़ें : केंद्रीय मंत्री के बाद मुख्यमंत्री से मिले कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री, कांग्रेस नेता भी मनाने में जुटे, चर्चाओं का बाजार गर्म…

(डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

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