नवीन समाचार, देहरादून, 23 मई 2023। उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल से राजधानी देहरादून आने-जाने वाले यात्रियों को जल्द एक नई प्रदूषण रहित नई अत्याधुनिक रेलगाड़ी का तोहफा मिल सकता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वंदे भारत ट्रेन की सफलता के बाद रेलवे क्षेत्रीय स्तर पर भी ऐसी ही अत्याधुनिक सुविधाओं से भरपूर वंदे मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी रहा है। वंदे मेट्रो को ऐसे दो शहरों के बीच चलाया जाएगा जिनके बीच की दूरी 100 से 300 किलोमीटर होगी।
उत्तराखंड में देहरादून से दिल्ली के लिए वन्दे भारत ट्रेन चलने की घोषणा हो चुकी है। शीघ्र प्रधानमंत्री मोदी इसका शुभारंभ करने वाले हैं। इसके साथ ही राज्य में देहरादून से काठगोदाम के बीच वंदे मेट्रो चलाने के प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Rail Minister Ashwini Vaishnaw) ने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल मंत्रालय से वंदे भारत ट्रेनों के समान, “वंदे मेट्रो” (Vande Matro Train) लाने के लिए कहा है। “वंदे मेट्रो” पास के दो बड़े स्टेशनों के बीच चलने वाली ट्रेन की अवधारणा की तरह है। रेल यात्रा को सुखद और सरल बनाने के उद्देश्य से दो शहरों के बीच वंदे मेट्रो ट्रेन चलाने की योजना है। वंदे मेट्रो ट्रेन शून्य प्रदूषण वाले हाइड्रोजन ईंधन पर आधारित इंजन से संचालित स्वदेशी ट्रेन होगी। इसे भारतीय इंजीनियर डिजाइन कर रहे हैं। इस ट्रेन का निर्माण भारत में ही होगा। यह स्वदेशी ट्रेन दिसंबर 2023 तक पटरी पर दौड़ने लगेगी। वंदे मेट्रो ट्रेन की डिजाइन मई-जून तक सामने आ जाएगी। रेल मंत्री ने कहा कि यह ट्रेन भारतीय रेल के लिए क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला साबित होगा। वंदे मेट्रो ट्रेन 1950 और 1960 में डिजाइन किए गए कई ट्रेनों की जगह लेगी। इसकी डिजाइन से पर्दा अभी नहीं हटा है, लेकिन माना जा रहा है कि इसमें सुविधाएं कमोबेश वैसी ही होगी, जैसी वंदे भारत ट्रेनों में है।
देहरादून और काठगोदान के बीच वंदे मेट्रो ट्रेन का संचालन हुआ तो यह इस रूट पर चलने वाली तीसरी ट्रेन होगी। वर्तमान में देहरादून से काठगोदाम के बीच रोजाना दोपहर 3.55 बजे नैनी जन शताब्दी और रात 11.30 बजे से काठगोदाम एक्सप्रेस चलती है। ऐसे में तीसरी ट्रेन चलने से इस रूट के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। कुमाऊं से गढ़वाल आवागमन करने वाले यात्रियों के लिए वंदे मेट्रो ट्रेन एक बेहतर विकल्प होगा।