नए कुमाऊँ आयुक्त ने कहा-कोरोना के साथ बढ़ीं चुनौतियां, साथ मिले नये अवसर भी
-घर लौटे प्रवासियों को यहीं जीविकोपार्जन के लिए रोकने का है मौका
-पर्वतीय क्षेत्रो के आईवीआरआई मुक्तेश्वर एवं विवेकानंद संस्थान अल्मोड़ा में कोरोना की जांच की सुविधा विकसित करने पर चल रहा विचार
नवीन समाचार, नैनीताल, 27 मई 2020। नैनीताल पहुंचने वाले सबसे पहले अंग्रेज एवं जनपद के हल्द्वानी शहर को बसाने वाले जीडब्ल्यू ट्रेल तथा हेनरी रैमजे जैसे कुमाऊं आयुक्तों की परंपरा में बुधवार को एक नया नाम जुड़ गया। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अरविंद सिंह ह्यांकी ने बुधवार को कुमाऊं मंडल के 44वें मंडलायुक्त एवं मुख्यमंत्री के सचिव के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है। उन्होंने प्रभारी आयुक्त एवं ऊधमसिंह नगर जिले के डीएम डा. नीरज खैरवाल से कार्यभार ग्रहण किया। इस दौरान उन्होंने कमिश्नरी के विभिन्न पटलों एवं अभिलेखागार का निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर मंडलायुक्त कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए श्री ह्यांकी ने कहा कि नैनीताल के छोटे कार्यकाल में जिलाधिकारी रहने के कारण वे इस क्षेत्र और यहां की समस्याओं से पूर्व से परिचित हैं। वर्तमान में कोरोना के संक्रमण के कारण चुनौतियां बढ़ गयी हैं। इस पर उनकी तात्कालिक प्राथमिकता शासन की नीतियों के क्रियान्वयन में जिला एवं मंडलस्तरीय अधिकारियों के बीच अंतर्जिला एवं अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित करने के साथ ही कोरोना के दृष्टिगत बेहतर सुरक्षा उपाय एवं प्रबंधन करने की है।
उन्होंने कहा कि कोरोना ने चुनौतियों के साथ ही नये अवसर भी उपलब्ध कराये हैं। लाखों की संख्या में अपने मूल गांव लौट रहे प्रवासियों को यहीं बेहतर सुविधाओं के साथ जीविकोपार्जन के उपक्रम उपलब्ध कराया जा सकता है। पर्वतीय क्षेत्रों में आईवीआरआई मुक्तेश्वर एवं विवेकानंद संस्थान अल्मोड़ा में कोरोना की जांच की सुविधा विकसित की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रवासियों के आने तथा उनकी पहले ही जांच हो जाने से अधिक मामले प्रकाश में आ रहे हैं। इससे चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि इनके पहले ही प्रकाश मंे आ जाने से इनके द्वारा आगे कोरोना विषाणु का संक्रमण फैलाने की संभावना कम हो गई हैं इस मौके पर अपर मंडलायुक्त संजय कुमार खेतवाल व अपर निदेशक सूचना योगेश मिश्रा भी मौजूद रहे। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के एक शिष्टमंडल ने भी नवनियुक्त मंडलायुक्त श्री ह्यांकी से शिष्टाचार भेंट की।