नवीन समाचार, नैनीताल, 4 अप्रैल 2023। (Atmosphere like starting of summer tourism season) पर्वतीय पर्यटन नगरी-सरोवरनगरी नैनीताल में ग्रीष्मकालीन पर्यटन सत्र 1 मई से 15 जून तक माना जाता रहा है। लेकिन इस वर्ष जिस तरह नगर में सैलानियों के पहुंचने की संख्या बड़ी हैं, उससे लग रहा है कि नगर में अप्रैल माह से ही यानी एक माह पूर्व से ही ग्रीष्मकालीन पर्यटन सत्र शुरू हो गया है। नगर में बीते सप्ताहांत से ही सैलानियों के वाहनों को नगर में रोक-रोककर प्रवेश देने की व्यवस्था शुरू करनी पड़ गयी है। यह भी पढ़ें : हल्द्वानी में एक अवैध धार्मिक स्थल के विवाद के बाद धर्मगुरु को जड़ा गया थप्पड़, मध्य रात्रि के बाद तक चला हंगामा देखें वीडिओ :
यह जरूर है कि नगर में पहुंच रहे वाहनों की संख्या अभी किसी छोटे मैदानी कस्बे से भी शायद कम ही है, लेकिन यह आम दिनों, खासकर गैर पर्यटन सत्र के दिनों के मुकाबले अधिक जरूर है। आगे मैदानी क्षेत्रों में गर्मी बढ़ने एवं विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित होने के बाद सैलानियों और वाहनों की संख्या बढ़नी तय है, लेकिन औपचारिक तौर पर भी ग्रीष्मकालीन पर्यटन सत्र शुरू होने में एक माह से भी कम समय शेष रहते नगर में वाहनों की पार्किंग के लिए व्यवस्था ‘ढाक के वही तीन पात’ जैसी स्थिति में है। यह भी पढ़ें : हल्द्वानी में एक अवैध धार्मिक स्थल के विवाद के बाद धर्मगुरु को जड़ा गया थप्पड़, मध्य रात्रि के बाद तक चला हंगामा
यानी पिछले एक वर्ष में इस दिशा में अब तक कोई उल्लेखनीय प्रगति नहीं हुई है। ऐसे में आम मैदानी कस्बों में कमोबेश हर रोज गुजरने वाले वाहनों जितनी संख्या के बावजूद नगर में लंबे जाम की स्थिति बन जाती है, और वाहन अकारण भी पार्किंग ढूंढने के लिए शहर में चक्कर काटने को मजबूर रहते हैं। यह भी पढ़ें : चलती रेलगाड़ी में युवक ने उठाया खौफनाक कदम, शौचालय में की आत्महत्या
रूसी बाइपास व नारायण नगर पार्किंग को पार्किंग का विकल्प बताया जा रहा है, किंतु वहां पूरे वर्ष पर्यटकों के लिए जरूरी मूल ढांचागत व्यवस्थाएं बढ़ाने के लिए कुछ भी उल्लेखनीय होने की जानकारी नहीं है। अभी तक पुलिस प्रशासन की ओर से पर्यटन सत्र की तैयारियों के लिए कोई बैठक भी नहीं हुई है। यह भी पढ़ें : ग्राम प्रधान पर अपनी रिश्तेदार युवती से चाकू की नोक पर दुष्कर्म करने व शादीशुदा युवती का ब्लेकमेल कर दुष्कर्म करने का आरोप
ऐसे में आगे जो भी बैठक, जितनी देर से होगी वह औपचारिकता ही कही जाएगी, क्योंकि उसमें लिए जाने वाले निर्णयों का जल्दबाजी में पालन करना संभव नहीं होगा। ऐसे में केवल नैनीताल आने वाले वाहनों को यहां-वहां, कई बार तो ऊधमसिंह नगर में उत्तराखंड की सीमा से ही रोकना व इधर-उधर घुमाने-भटकाने जैसे पर्यटकों को परेशान करने और पर्यटन प्रदेश उत्तराखंड के पर्यटन को नुकसान पहुंचाने वाले बीते वर्षों में अपनाए गए कदम ही इस वर्ष भी उठाए जाएंगे तो आश्चर्य नहीं होगा। यह भी पढ़ें : शादी में दुल्हन सहित शोभायात्रा में कई महिलाओं की चोटियां काटीं, अजीबोगरीब घटना से महिलाओं में भय का माहौल, नैनीताल पुलिस सक्रिय…
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(डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य नवीन समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।