मुख्यमंत्री ने दिये वनाग्नि को रोकने के लिये देश के साथ ही विदेशों के विकसित मॉडलों का अध्ययन करने के निर्देश
-मुख्यमंत्री ने वनाग्नि की घटनाओं पर प्रभावी रोकथाम के लिये वन विभाग के कार्मिकों को ग्रामीणों के साथ बेहतर तालमेल बनाने के दिए निर्देश (CM Dhami gave instruction to prevent Forest Fire)
-कहा, हर साल वनों में लगने वाली आग को कम करने के लिये वन विभाग तैयार करे राज्य के लिए एक समावेशी योजना
-सड़क निर्माण एजेंसियों को सड़क निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने को भी कहा
-आम जन को गर्मी के मौसम में पेयजल की समस्या न हो इसके लिए पेयजल की आपूर्ति सुचारू करने के भी अधिकारियों को दिये निर्देश
नवीन समाचार, हल्द्वानी, 9 मई 2024 (CM Dhami gave instruction to prevent Forest Fire)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार को नैनीताल जनपद के एफटीआई यानी फॉरेस्ट ट्रेनिंग अकादमी हल्द्वानी पहुंचे और यहां वन, पेयजल, सड़क तथा विद्युत विभागों की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि समय के साथ ही वनाग्नि की घटनाओं से निपटने में यद्यपि वन विभाग प्रयासरत है फिर भी इस दिशा में वन विभाग राज्य के लिए एक समावेशी योजना तैयार करे जिससे हर साल लगने वाली आग को कम से कम किया जा सके।
देश के साथ ही विदेशों के विकसित मॉडल का अध्ययन करें (CM Dhami gave instruction to prevent Forest Fire)
उन्होंने इस संबंध में देश के साथ ही विदेशों के विकसित मॉडल का अध्ययन पर बल देते हुए कहा कि इसे जरूरत के हिसाब से अपने राज्य की योजना में समावेशित किये जाने के प्रयास करने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग अपने ढांचे को निचले स्तर से सुदृढ़ कर बेहतर तरीके से कार्यों को क्रियान्वित करने पर ध्यान दे।
उन्होंने वनाग्नि की घटनाओं पर प्रभावी रोकथाम और कार्मिकों के मनोबल को बनाए रखने के लिए उच्च अधिकारियो को मौके पर यानी क्षेत्र में बने रहने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि ब्रिटिश काल की फायर लाइन जो अभी भी अस्तित्व में है, उन्हें प्रभावी किया जाए ताकि वनाग्नि से जंगलों को काफी हद तक बचाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने वन विभाग के कार्मिकों को ग्रामीणों के साथ बेहतर तालमेल बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बेहतर तालमेल से किसी भी प्रकार की आपदा के समय ग्रामीण सहयोगी के रूप में भूमिका निभायेंगे। इससे आपदा के प्रभाव को कम करने में काफी हद तक मदद मिलेगी और ग्रामीण अपने वन-जंगल के प्रति भी जुड़ाव महसूस करेंगे।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने सड़क निर्माण एजेंसियों को सड़क निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। सड़क सुरक्षा हेतु लगाए जा रहे क्रैश बैरियर पर क्षेत्र की परिस्थितिकी के अनुरूप पौधारोपण को भी कहा। आम जन को गर्मी के मौसम में पेयजल की समस्या न हो इसके लिए पेयजल की आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिये। (CM Dhami gave instruction to prevent Forest Fire)
उन्होंने कहा कि किसी भी कारण पेयजल लाइन बाधित होती है वहां अतिरिक्त टैंकर लगाकर पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने सरकारी दफ्तरों में सौर पैनल को बढ़ावा देने के लिए विद्युत विभाग को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश भी दिए। (CM Dhami gave instruction to prevent Forest Fire)
इस दौरान मुख्य वन संरक्षक पीके पात्रों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि सभी फायर वाचरों को पिरूल एकत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे इसका भविष्य में आवश्यकतानुसार उपयोग किया जा सके। बैठक में जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि जनपद में फरवरी 2019 से मई 2024 तक वनाग्नि की घटनाओं की तुलना में इस साल कम आग की घटनाएं घटित हुई है। (CM Dhami gave instruction to prevent Forest Fire)
बैठक में लालकुआ के विधायक डॉ. मोहन बिष्ट, डीआईजी डॉ. योगेंद्र रावत, एसएसपी पीएन मीणा, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, मंडी परिषद अध्यक्ष अनिल कपूर, डीएफओ टीआर बीजूलाल, अधीक्षण अभियंता जलसंस्थान विशाल सक्सेना व एनडीआरएफ के अनिल कुमार के साथ ही लोनिवि व विद्युत विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। (CM Dhami gave instruction to prevent Forest Fire)
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