हाईकोर्ट की सख्ती के बाद जिला चिकित्सालय में एक माह के भीतर स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार व विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति की बनी उम्मीद (Health facilities in District Hospital)
Health facilities in District Hospital, Health Facilities, After the strictness of the High Court, there is hope of improvement in health facilities and appointment of specialist doctors in the district hospital within a month.
Naveen Samachar, Nainital, 8 June 2023. The issue of health facilities in the Bidi Pandey District Hospital located at the district headquarters is once again under discussion. Despite taking cognizance of the health facilities of the hospital many times by the High Court, the lack of medical facilities in the hospital continues to be shown. Last day, in the treatment of the mother of a medical worker, the conditions here were revealed. jila mukhyaalay sthit beedee paande jila chikitsaalay mein svaasthy suvidhaon ka mudda ek baar punah charcha mein hai. kaee baar uchch nyaayaalay ke lagaataar chikitsaalay kee svaasthy suvidhaon ko sangyaan mein lene ke baavajood chikitsaalay mein chikitsa suvidhaon kee kamee lagaataar numaaya hotee rahatee hai. gat divas ek chikitsa karmee kee maata ke upachaar mein bhee yahaan kee sthitiyon kee pol khulee.
नवीन समाचार, नैनीताल, 8 जून 2023। (Health facilities in District Hospital)जिला मुख्यालय स्थित बीड़ी पांडे जिला चिकित्सालय में स्वास्थ्य सुविधाओं का मुद्दा एक बार पुनः चर्चा में है। कई बार उच्च न्यायालय के लगातार चिकित्सालय की स्वास्थ्य सुविधाओं को संज्ञान में लेने के बावजूद चिकित्सालय में चिकित्सा सुविधाओं की कमी लगातार नुमाया होती रहती है। गत दिवस एक चिकित्सा कर्मी की माता के उपचार में भी यहां की स्थितियों की पोल खुली।
ऐसी स्थितियों के बीच उच्च न्यायालय में जिला चिकित्सालय की चिकित्सा सुविधाओं की कमी पर मल्लीताल निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक अशोक साह की याचिका चल रही है। उच्च न्यायालय ने कोर्ट कमिश्नर विकास बहुगुणा को भेजकर भी जिला चिकित्सालय की सुविधाओं की जांच की थी। वहीं याचिका की सुनवाई से ठीक पहले प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने भी जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया और उच्च न्यायालय में पेश होकर जिला चिकित्सालय पर अपनी 11 पेज की रिपोर्ट प्रस्तुत की।
वहीं सुनवाई के दौरान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी और न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल की खंडपीठ ने टिप्पणी की कि नैनीताल के अस्पताल की तुलना दिल्ली या हल्द्वानी से न करें। क्योंकि यह ग्रामीण क्षेत्र का एकमात्र जिला चिकित्सालय है। जिला चिकित्सालय रेफरल सेंटर बन कर रह गया है, जबकि हर मरीज हायर सेंटर जाने की स्थिति में नहीं होता है। यहां प्राथमिक उपचार की सुविधाएं होनी आवश्यक हैं।
खंडपीठ ने स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार को कोर्ट कमिश्नर विकास बहुगुणा की स्वास्थ्य सेवाओं तथा चिकित्सकों व चिकित्सा कर्मियों की कमी से संबंधित रिपोर्ट पर कार्रवाई करने, जिला चिकित्सालय में विशेषज्ञ चिकित्सकों व चिकित्सा कर्मियों की नियुक्ति करने तथा उच्च न्यायालय की डिस्पेंसरी को अपराह्न दो बजे की जगह शाम 4 बजे तक खोलने को कहा। स्वास्थ्य सचिव ने इन सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए न्यायालय से एक महीने का समय मांगा। खंडपीठ ने इस पर सरकार को एक महीने का समय देते हुए इस याचिका की सुनवाई के लिए 6 जुलाई की तिथि तय कर दी है। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य एवं अधिक पढ़े जा रहे ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।