- सरोवरनगरी के निकट एडवेंचर व शांति पसंद सैलानियों के लिए विकसित हो रहा नया पर्यटक स्थल
तीन हजार से तीन सौ मीटर की ऊंचाई के इन वनों में वन्य जीवों और अब तक रिकार्ड ब्राउन वुड आउल (उल्लू), कलर ग्रोसबीक, सफेद गले वाले लाफिंग थ्रश और फोर्कटेल हिमालयन वुड पैकर, मिनिविट, बुलबुल सहित 158 से अधिक हिमालयी पक्षी प्रजातियांे को देखा जा सकता है। इसी कारण प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय शिकारी जिम कार्बेट के दौर में इस क्षेत्र को बर्ड सेंचुरी यानी पक्षियों के लिए संरक्षित क्षेत्र बनाने का प्रस्ताव बना था, इधर इस हेतु प्रयास एक बार पुनः शुरू हो गए हैं। सर्दियों में यह इलाका कुछ हफ्तों के लिए सड़क पर बर्फ जम जाने की वजह से बाहरी दुनिया से कट जाता है, लेकिन शेष समय सैलानी यहां से मौसम साफ होने पर बर्फ से ढकी नगाधिराज हिमालय की चोटियों के साथ सैकड़ों किमी दूर की कुमाऊं की पहाड़ियों व स्थलों के खूबसूरत नजारे ले सकते हैं। आसपास व विनायक जैसे पर्यटन स्थल भी विकसित हो रहे हैं, लेकिन दूरी अधिक होने की वजह से आम सैलानी यहां नहीं पहुंच पाते, लेकिन जो एक बार यहां पहुंच जाते हैं, यहाँ हमेशा के लिए रुकने की बात करते हैं। संबंधित पोस्टः
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