उत्तराखंड में यदि आज विधानसभा चुनाव ठीक लोक सभा चुनाव की तर्ज पर होते तो भाजपा को कितनी सीटें आतीं

-18 में से 13 कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र में जीती भाजपा, उत्तराखंड में 10 विधानसभाओं में हारी भाजपा
नवीन समाचार, देहरादून, 8 जून, 2024 (Lok Sabha Election-regarding Vidhan Sabha Chunav)। देश में भले भाजपा को लोकसभा चुनाव में अपेक्षित चुनाव परिणाम न मिले हों लेकिन उत्तराखंड की पांचों सीटों पर उसे लगातार तीसरी बार जीत मिली है। उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में जहां भाजपा का ‘400 पार’ का नारा उल्टा बैठा, इसके कारण उसके अपने समर्थक मतदाता भी जीत सुनिश्चित मानकर मतदान करने नहीं गये, जबकि विरोधी अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिये पूरा दम लगाकर जुटे, लेकिन उत्तराखंड में स्थितियां इससे अलग रहीं।
यहां 400 पार के नारे से विरोधी कांग्रेस पार्टी चुनाव से पहले ही पस्त हो गयी। पार्टी के बड़े नेताओं ने चुनाव लड़ने से ही इंकार कर दिया। फलस्वरूप खासकर कांग्रेस के अपेक्षाकृत कमजोर प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे। उनका चुनाव प्रचार भी नीरस, महज खानापूर्ति जैसा रहा, इस कारण भाजपा भी पौड़ी व हरिद्वार को छोड़कर अन्य सीटों पर कमोबेश बिना अधिक प्रयास किये ही जीत गयी।
इसके बावजूद कुछ दिलचस्प आंकड़े सामने आये हैं। इस चुनाव में भाजपा कांग्रेस के 19 में से 13 विधायकों के क्षेत्रों सहित राज्य की 70 में से 60 विधानसभाओं में जीती। यानी केवल 10 सीटों पर ही हारी। गौरतलब है कि कांग्रेस के 19 में से एक विधायक अब कांग्रेस छोड़ भाजपा में आ चुके हैं। शेष बचे 18 विधायकों में से मात्र पांच के विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस को भाजपा के मुकाबले बढ़त मिली। इस प्रकार कह सकते हैं कि यदि आज की तिथि में विधानसभा चुनाव ठीक लोक सभा चुनाव की तर्ज पर होते तो भाजपा 70 में से 60 सीटें जीतती, और कांग्रेस के पास शायद 5 सीटें आतीं।
हरिद्वार ग्रामीण से भाई को जिता नहीं सकीं अनुपमा (Lok Sabha Election-regarding Vidhan Sabha Chunav)
हरिद्वार लोक सभा में इस लोक सभा चुनाव में कांग्रेस सर्वाधिक मजबूत दिखी। भाजपा को राज्य की जिन पांच विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस से कम मत मिले। उनमें से चार विधानसभा क्षेत्र पिरान कलियर, ज्वालापुर, झबरेड़ा व भगवानपुर हरिद्वार संसदीय सीट के अंतर्गत आते हैं। अलबत्ता यह दिलचस्प रहा कि हरिद्वार लोक सभा की हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से जहां कांग्रेस की विधायक अनुपमा रावत कांग्रेस के लोक सभा प्रत्याशी वीरेंद्र रावत की बहन हैं, वहंा भाजपा प्रत्याशी को कांग्रेस से अधिक मत मिले।
यही नहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के जिले अल्मोड़ा और विधानसभा क्षेत्र रानीखेत में भी कांग्रेस को बढ़त नहीं मिली। इसी तरह पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं गढ़वाल संसदीय क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी गणेश गोदियाल भी अपने विधानसभा क्षेत्र श्रीनगर में भाजपा से मतों में पिछड़ गए। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के प्रभाव क्षेत्रों में भी कांग्रेस को भाजपा से अधिक मत नहीं मिल पाए।
कांग्रेस विधायकों की इन विधानसभाओं में भाजपा जीती (Lok Sabha Election-regarding Vidhan Sabha Chunav)
नैनीताल लोक सभा की नानकमत्ता विधानसभा में कांग्रेस को 32057 व भाजपा को 45697 मत मिले। इसी तरह इन दोनों पार्टियों को क्रमशः किच्छा में 40405 व 48781, बाजपुर में 44171 व 50115, हल्द्वानी में 44761 व 45273, खटीमा में 25646 व 50553 मत मिले। इसी तरह अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र की धारचूला विधानसभा में कांग्रेस को 13415 व भाजपा को 26512 ओर इसी तरह पिथौरागढ़ में 16862 व 34336, अल्मोड़ा में 14148 व 27099, द्वाराहाट में 10156 व 27946, लोहाघाट में 10892 व 36206 मत और टिहरी गढ़वाल क्षेत्र की प्रतापनगर विधानसभा में 7538 व 17043, चकराता में 11336, 14640 मत मिले।
दो भाजपा विधायकों के क्षेत्र में पीछे रही भाजपा (Lok Sabha Election-regarding Vidhan Sabha Chunav)
जिन 10 विधानसभाओं में भाजपा कांग्रेस से पीछे रही, उनमें छह हरिद्वार और टिहरी गढ़वाल व एक नैनीताल-ऊधम सिंह नगर की है। हरिद्वार में जिन छह सीटों पर भाजपा पीछे रही, उनमें से चार सीटें कांग्रेस और दो सीटें बसपा के पास हैं। गौरतलब है कि हरिद्वार में भाजपा भगवानपुर, पिरान कलियर, मंगलौर, झबरेड़ा, ज्वालापुर और टिहरी की पुरोला, यमुनोत्री और चकराता में पीछे रही। इन तीनों सीटों पर भाजपा को कांग्रेस से नहीं बल्कि निर्दलीय प्रत्याशी बॉबी पवार से मात मिली, जिसने अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराते हुए भाजपा व कांग्रेस दोनों के प्रत्याशियों को पीछे छोड़ा।
उल्लेखनीय है कि टिहरी गढ़वाल की इन तीन सीटों में से एक भाजपा, एक निर्दल और एक कांग्रेस के पास है। नैनीताल-ऊधम सिंह नगर की कांग्रेस के विधायक वाली जसपुर सीट पर भी भाजपा पीछे रही। यहां कांग्रेस को 42931 व भाजपा को 39663 मत मिले। उल्लेखनीय है 2019 के विधानसभा चुनाव में हरिद्वार संसदीय क्षेत्र की भगवानपुर, पिरान कलियर, मंगलौर व ज्वालापुर विधानसभाओं और टिहरी लोक सभा की चकराता में भाजपा पीछे रही थी।
भाजपा की कमजोरी वाली 10 विधानसभा सीटों में वोटों का अंतर (Lok Sabha Election-regarding Vidhan Sabha Chunav):
झबरेड़ा में भाजपा को 31632 व कांग्रेस को 35896 मत मिले। इसी तरह भगवानपुर में इन दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों को क्रमशः 34646 व 44209, मंगलौर में 21100 व 44101, लक्सर में 30595 व 33407, पिरान कलियर में 30989 व 49179, ज्वालापुर में 33369 व 42979, जसपुर में 39663 व 42931, चकराता में भाजपा को 14640 व आगे रहे निर्दलीय बॉबी पवार को 26983, पुरोला में भाजपा को 13536 व बॉबी को 25647 तथा यमुनोत्री में भाजपा को 14804 व बॉबी को 21602 मत मिले। (Lok Sabha Election-regarding Vidhan Sabha Chunav)
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