सुरक्षा पर सवाल, कुमाऊं में 16 हजार से अधिक लोग गैर सत्यापित, इनमें से 1557 लोग संदिग्ध
नवीन समाचार, नैनीताल, 20 मई 2023। पुलिस विभाग सत्यापन को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है। विभाग के ही आंकड़े ही विभागीय कार्यप्रणाली की चुगली कर रहे हैं। कुमाऊं के छह जिलों की बात करें तो यहां 16,212 लोग बिना सत्यापन रह रहे हैं। इनमें से 1557 लोग संदिग्ध हैं। इनके पास कोई पहचान पत्र नहीं मिला। इनकी सबसे ज्यादा संख्या नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिले में है। यह भी पढ़ें : शादी के 10वें दिन ही थम गया 7 जन्मों का सफर, फंदे पर लटकी मिली दुर्गूणे पर आई नवविवाहिता
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पुलिस ने अप्रैल से अब तक के 16,212 किरायेदार चिह्नित किए हैं। इनमें फड़, रेहड़ी और छोटा व्यापार करने वाले लोग शामिल नहीं हैं। इनमें से डेढ़ हजार लोग अपनी पहचान ही नहीं बता पाए। सत्यापन में सबसे पीछे नैनीताल पुलिस है। यहां 4,723 बिना सत्यापन और 606 लोग संदिग्ध मिले हैं। इसके बाद ऊधमसिंह नगर में 644 लोग संदिग्ध मिले हैं। आंकड़ों पर आईजी ने नाराजगी जताई है। यह भी पढ़ें : विवाहिता की अश्लील वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर की वायरल….
प्राप्त आंकड़ों के अनुसर नैनीताल जनपद में 4726 लोग बिना सत्यापन के रह रहे हैं। इनमें 606 लोग संदिग्ध हैं। इसी तरह यूएसनगर में 3832 लोग गैर सत्यापित और 644 संदिग्ध, पिथौरागढ़ में 2420 असत्यापित व 43 संदिग्ध, चम्पावत में 2378 असत्यापित व 17 संदिग्ध, अल्मोड़ा में 1671 असत्यापित व 192 संदिग्ध तथा बागेश्वर जिले में 1188 असत्यापित व 55 संदिग्ध शामिल हैं। यह भी पढ़ें : महिला सहित कथित पत्रकारों ने विजीलेंस के नाम पर मारा छापा, 1 लाख रुपए ले उड़े, चढ़े पुलिस के हत्थे…
आईजी डॉ. नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि पुलिस शत’प्रतिशत सत्यापन को लेकर गंभीर है। सत्यापन को लेकर सभी जिलों की पुलिस को सख्त निर्देश दिए गए हैं। लापरवाही बरतने पर संबंधित थाना-चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।