नवीन समाचार, अंतर्राष्ट्रीय डेस्क, 31 मार्च, 2023 (Ban on AI Tool ChatGPT)। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल चैट जीपीटी जोकि नए दौर की सनसनी की तरह आया है, उस पर प्रतिबंधों की शुरुआत हो गई है। इटली ने इसकी शुरुआत कर दी है। चैट जीपीटी को शुक्रवार को इटली में अस्थायी तौर पर प्रतिबंधित कर दिया है। यह प्रतिबंध इस भविष्य के दौर के मशीनी-कृत्रिम होशियार उपकरण के भविष्य के लिए कितना प्रभावी अथवा निष्प्रभावी खतरा साबित होगा, यह भविष्य के गर्भ में है। इस समाचार को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें। यह भी पढ़ें : आज हुई डरावनी बारिश में पलटी 27 यात्रियों से भरी बस, गनीमत रही कि….
उल्लेखनीय है कि चैटजीपीट के बारे में कहा जा रहा है कि यह भविष्य में कल्पनाशील लेखन पर बड़े पैमाने पर कब्जा कर लेगा। यह कैसी भी रचनात्मक कहानी लिखने में माहिर है। इसलिए इससे कल्पनाशील जगह के रचनाशील लोगों को बड़ा खतरा बताया जा रहा है, क्योंकि दावा किया जा रहा है कि यह उनसे अच्छी कहानी, निबंध लिख सकेगा। यह भी पढ़ें : Nainital Weather Update: सरोवर नगरी सप्ताह भर के भीतर दूसरी बार ओलों की सफेद चादर से पटी
चैट जीपीटी के आने के बाद निबंधों का मसौदा तैयार करने, मानवीय बातचीत में संलग्न होने और कंप्यूटर कोड लिखने जैसे अधिक जटिल कार्यों को करने की अपनी क्षमता से उपयोगकर्ताओं को भी चकाचौंध कर दिया है। लेकिन इसने गलत सूचनाओं के प्रसार, रोजगार पर प्रभाव और समाज के लिए व्यापक जोखिमों के बारे में चेतावनी दी है। बहरहाल, इटली द्वारा इस पर लगाया गया प्रतिबंध इस पर पहला प्रतिबंध बताया जा रहा है, और इसके जरिए इस पर प्रतिबंधों की शुरुआत हो गई है। यह भी पढ़ें : HC on New Excise Policy : उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने प्रदेश की नई आबकारी नीति पर लगाई मुहर
इटली के डेटा संरक्षण प्राधिकरण ने कहा है कि चैट जीपीटी को बनाने वाली कैलिफोर्निया की कंपनी ओपनएआई ने उपयोगकर्ताओं से व्यक्तिगत डेटा एकत्र करके और नाबालिगों को अवैध सामग्री के संपर्क में आने से रोकने के लिए आयु-सत्यापन प्रणाली नहीं अपनाई है। इसलिए चैट जीपीटी पर गोपनीयता चिंताओं के दृष्टिगत प्रतिबंध लगाया जा रहा है। ऐसा करने इटली दुनिया की पहली सरकार है। यह भी पढ़ें : नैनीताल सीएमओ कार्यालय में कार्यरत महिला कर्मी ने अपने पुरुष सहकर्मी पर लगाए आरोप
इटली में नियामकों ने ओपनएआई को देश में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को चैट जीपीटी तक पहुंच प्राप्त करने से रोकने के लिए कहा है, जब तक कि कंपनी अतिरिक्त जानकारी नहीं देती। देश में चैट जीपीटी के भविष्य के बारे में अंतिम निर्णय लेने से पहले एजेंसी को सामग्री और संभावित उपचार प्रदान करने के लिए ओपनएआई कंपनी को 20 दिन का समय दिया गया है। इसके लिए नियामकों ने 20 मार्च के डेटा उल्लंघन का हवाला दिया है जिसमें बातचीत और कुछ उपयोगकर्ताओं के भुगतान विवरण उजागर हो गए थे। यह भी पढ़ें : Bad news for Rahul Gandhi from Uttarakhand-30 March : राहुल गांधी के लिए उत्तराखंड से भी बुरी खबर, दर्ज हुआ मुकदमा
एजेंसी ने कहा है कि ओपनएआई पर 20 मिलियन यूरो या इसके विश्वव्यापी वार्षिक राजस्व का 4 प्रतिशत तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। ओपनएआई ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। इधर, शुक्रवार को शाम 5 बजे तक इटली में चैटबॉट चैट जीपीटी तक यह खबर नहीं पहुंची थी कि इसे देश में ब्लॉक कर दिया जाएगा। वहां एक उपयोगकर्ता द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या इसे इटली में गोपनीयता की चिंताओं के कारण प्रतिबंधित किया जाएगा, चैटजीपीटी ने जवाब दिया, ‘कोई चिंता नहीं होनी चाहिए।’ चैटबॉट ने कहा, ‘मैं एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लैंग्वेज मॉडल हूं, जिसे इंटरनेट कनेक्शन होने तक दुनिया में कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है।’ यह भी पढ़ें : NUJ-I New National Executive : नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स-इंडिया की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की हुई घोषणा, उत्तराखंड को भी मिली जिम्मेदारी
उल्लेखनीय है कि चीन, उत्तर कोरिया, रूस और ईरान में चैट जीपीटी की सेवा पहले से अनुपलब्ध है क्योंकि ओपनएआई ने इसे सुलभ नहीं बनाने का निर्णय लिया है। इटली का निर्णय अत्याधुनिक एआई के डेवलपर्स के लिए उभरती हुई नीतिगत चुनौतियों का संकेत है। यह भी पढ़ें : hike in electricity rates-30 March : उत्तराखंड सरकार ने राज्य वासियों को दिया ‘बिजली का जोर का झटका’
इसके अलावा इस सप्ताह 1,000 से अधिक प्रौद्योगिकी नेताओं और शोधकर्ताओं ने सबसे उन्नत एआई के विकास पर रोक लगाने का आह्वान किया था। ताकि सुरक्षा नीतियों को लागू किया जा सके। एआई के लिए केंद्र और डिजिटल नीति, प्रौद्योगिकी के नैतिक उपयोग पर जोर देने वाले एक हिमायती समूह ने अमेरिकी संघीय व्यापार आयोग से ओपनएआई को चैट जीपीटी के नए व्यावसायिक संस्करण जारी करने से रोकने के लिए कहा है। यह भी पढ़ें : पति के बाहर जाने पर पत्नी ने बुला लिया प्रेमी को, पति लौट आया तो बता दिया बदमाश, फिर मोबाइल से बचा प्रेमी और खुली पूरी कहानी…
इस प्रकार चैटजीपीटी की रिलीज के बाद अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम के डेवलपर्स के लिए उभरती हुई नीतिगत चुनौतियों का इटली में आदेश एक संकेत है। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।