महाराष्ट्र कैडर की प्रशिक्षु पूजा खेडकर के बाद अब उत्तराखंड की एक महिला आईएएस अधिकारी भी एक वीडियो के सामने आने के बाद चर्चाओं में…

नवीन समाचार, देहरादून, 17 जुलाई 2024 (UK IAS officer also in news like Pooja Khedkar)। महाराष्ट्र कैडर की प्रशिक्षु पूजा खेडकर के प्रमाणपत्रों पर सवाल उठने के बाद अब दिव्यांगता सर्टिफिकेट को लेकर उत्तराखंड की एक महिला आईएएस अधिकारी भी चर्चाओं में है। लोग 2015 बैच की दृष्टिबाधित (वीआई) यानी दिव्यांग श्रेणी में चयनित निकिता खंडेलवाल के यूट्यूब चैनल के एक वीडियो पर सवाल उठा रहे हैं, जिसे उनके यूट्यूब चैनल पर 13 नवंबर 2019 को अपलोड किया गया है। देखें वीडिओ :
इस वीडयो में आरोपित अधिकारी एक सिमूलेटर पर ड्राइविंग टेस्ट देती नजर आ रही हैं। इस वीडियो में उन्होंने चश्मा नहीं पहना है। इस वीडियो को लेकर लोग उनकी दिव्यांगता को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
निकिता का आया जवाब
मीडिया को दिए एक बयान में आरोपित अधिकारी का इस वीडियो और आरोपों को लेकर कहना है कि कुछ लोग उनके वीडियो के एक अंश को गलत तरीके से प्रसारित कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर एक कथित फर्जी सर्टिफिकेट का मामला सुर्खियों में आया है तो इसका मतलब यह नहीं है कि लोग सभी दिव्यांग लोगों पर सवाल उठाएं। ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने अपनी दिव्यांगता के बावजूद यूपीएससी पास करने के लिए संघर्ष किया है। वास्तव में कड़ी मेहनत की है। सभी दिव्यांगों का मीडिया ट्रायल नहीं होना चाहिए।
उन्होंने मीडिया में बताया कि यह वीडियो उनके एआरटीओ रुड़की के कार्यालय के निरीक्षण का है। तब वह वहां एसडीएम थीं। उनके चैनल पर यह वीडियो आज भी आरटीओ ड्राइविंग टेस्ट हेडिंग के साथ उपलब्ध है, जिसे करीब 19 लाख लोग देख चुके हैं। उन्होंने मीडिया में कहा कि कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। यह उन्हें पता है कि वह कितना देख सकती हैं और कितना नहीं।
अगर वह कुछ कर रही हैं या बिना चश्मे के टीवी देख रही हैं तो उन्हें किस तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, यह सिर्फ वही समझ सकती हैं। मेडिकल बोर्ड इसके लिए सर्टिफिकेट देता है। इसलिए बोर्ड जवाबदेह है। लोग कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि अगर किसी को कोई दिव्यांगता है, तो उसे दिखाया जाना चाहिए? अगर किसी को कोई समस्या है और वह दिखाई नहीं दे रही है, तो उसका पता नहीं लगाया जा सकता है।
इस रोग से पीड़ित हैं आरोपित आईएएस अधिकारी (UK IAS officer also in news like Pooja Khedkar)
बताया गया है कि आरोपित आईएएस अधिकारी ‘कोन रॉड डिस्ट्रॉफी’ रोग से पीड़ित हैं। यह आंख की गंभीर बीमारी है। इसमें रेटीना की प्रकाश-संवेदी कोशिकाएं धीरे-धीरे खराब होने लगती हैं। बताया जाता है कि यह बीमारी 40 हजार लोगों में से एक को होती है। इसमें इंसान की आंखों की रोशनी समय के साथ पूरी तरह खत्म हो सकती है। (UK IAS officer also in news like Pooja Khedkar)
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