ए++ग्रेड के बावजूद नहीं लिख पा रहे हैं हिन्दी, 100% अंकों के बावजूद नहीं निकाल पा रहे प्रतिशत, फिर भी लगे नौकरी पर, 6 पर दर्ज हुआ मुकदमा…
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार October 4, 2024
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नवीन समाचार, देहरादून, 3 अक्टूबर 2024 (Dak Sevak Bharti Ghotala-Case filed against Six)। उत्तराखंड में डाक विभाग की भर्ती प्रक्रिया में आपके भरोसेमंद एवं प्रिय डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म ‘नवीन समाचार’ ने ‘यह क्या हो रहा ? उत्तराखंड में 160 पदों पर भर्ती में नियुक्त हुए 157 पदों पर हरियाणा और पंजाब के युवा’ शीर्षक से 160 पदों में से 157 पर उत्तराखंड की जगह हरियाणा व पंजाब के युवाओं के भर्ती होने और कई के 100 में से 100 अंक लाने के बावजूद प्रतिशत भी न निकाल पाने का समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
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अब इस मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। इस मामले में सैकड़ों अभ्यर्थियों का चयन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर होने का अंदेशा है। साथ ही अब तक विभाग की जांच के आधार पर छह अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि डाक सेवक पद के लिए चयनित एक अभ्यर्थी का हरियाणा बोर्ड ने 10वीं में हिंदी समेत सभी विषयों में ए++ग्रेड के नंबर मिलने के आधार पर चयन किया गया, जबकि उसे हिंदी के सामान्य शब्द भी लिखने नहीं आते।
उधर, मामले में उत्तराखंड डाक विभाग के इंस्पेक्टर ने हरियाणा बोर्ड के अफसरों से मुलाकात कर मामला जानना चाहा तो बोर्ड के अफसरों ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया, छात्र को अकादमिक पृष्ठभूमि के आधार पर नंबर दिए गए हैं। यह मामला एक या दो अभ्यर्थियों तक सीमित नहीं है, बल्कि सैकड़ों अभ्यर्थियों का चयन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर होने का अंदेशा है। विभाग अब अन्य अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की भी जांच कर रहा है और फर्जी तरीके से भर्ती पाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
पंजाब और हरियाणा के अभ्यर्थियों का चयन, उत्तराखंड के युवाओं का नाम गायब
डाक विभाग ने प्रदेश में ब्रांच पोस्ट मास्टर और असिस्टेंट ब्रांच पोस्ट मास्टर के 1200 पदों पर भर्ती निकाली थी, जिसमें अधिकतर चयनित अभ्यर्थी पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के हैं। यह सवाल उठ रहा है कि हिंदी न लिखने वाले अभ्यर्थियों का चयन कैसे हो गया, जबकि उत्तराखंड के युवाओं का नाम मेरिट में क्यों नहीं आया।
फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग का अनावरण
हाल ही में मेरठ में डाक विभाग की भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग का खुलासा हुआ था, जिसमें 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया। उत्तराखंड में भी चयनित अभ्यर्थियों के इस गैंग से जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है। मेरिट लिस्ट बोर्ड परीक्षा के नंबरों के आधार पर बनाई जाती है, और फर्जी तरीके से नंबर बढ़ाकर अभ्यर्थियों का चयन किया गया है।
शुरुआती जांच में छह अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा
उत्तराखंड डाक विभाग के निदेशक अनसूया प्रसाद चमोला ने बताया कि शुरुआती जांच में चमोली से तीन और अल्मोड़ा से तीन अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है, जिन्होंने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भर्ती में सफलता प्राप्त की। विभाग अब अन्य चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच कर रहा है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। (Dak Sevak Bharti Ghotala-Case filed against Six)
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