नवीन समाचार, हल्द्वानी, 10 फरवरी 2024 (Culprits of Haldwani Violence) । हल्द्वानी हिंसा को लेकर राज्य सरकार का रुख कड़ा होने की बात तो कही जा रही है। अलबत्ता आधिकारिक तौर पर नैनीताल पुलिस अभी भी 24 घंटे पूर्व की तरह हल्द्वानी को हिंसा की आग में झोंकने तथा पुलिस कर्मियों, अधिकारियों व पत्रकारों पर चुन-चुन कर हमला करने वाले केवल 5 दानवों को ही पकड़े जाने (Culprits of Haldwani Violence) की बात स्वीकारने की स्थिति में है। (SP-leaders-brother-among-5-people-arrested-in-Haldwani-Violence-including-2-councilors)
इसके अलावा नैनीताल पुलिस ने अपनी विज्ञप्ति में इन उपद्रवियों के नाम भी सार्वजनिक नहीं किये। अलबत्ता पुलिस मुख्यालय से जारी प्रेस रिलीज में इन 5 उपद्रवियों के नाम सार्वजनिक किये गये हैं। इधर प्रशासन ने आज वनभूलपुरा क्षेत्र में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने और कल शहर में इंटरनेट सेवा बहाल करने की बात कही है।
यह हैं हल्द्वानी हिंसा के लोगों को जिंदा जलाने की कोशिश करने वाले दानव ((Culprits of Haldwani Violence) )
रिलीज में बताया गया है कि गिरफ्तार आरोपितों के नाम इस प्रकार से हैं- 1. महबूब आलम पुत्र अब्दुल रऊफ निवासी लाइन नं.-16. वनभूलपुरा, 2. जीशान परवेज पुत्र मरहूम जलील अहमद निवासी वार्ड नं.-21, इंद्रानगर लाइन नम्बर-14 वनभूलपुरा, 3. अरशद पुत्र अमीर अहमद निवासी लाइन नं.-12 वनभूलपुरा, 4. जावेद सिद्दीकी पुत्र स्व. अब्दुल मोइन निवासी लाइन नं.-17 वनभूलपुरा व 5. असलम उर्फ असलम चौधरी पुत्र स्व. इब्राहीम निवासी लाइन नं.-3, वनभूलपुरा। (Culprits of Haldwani Violence)
इनमें जावेद सिद्दीकी समाजवादी पार्टी के उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी अब्दुल मतीन सिद्दीकी का भाई, महबूब आलम व जीशान परवेज निर्वतमान पार्षद, एक खनन कारोबारी अरशद अय्यूब भी शामिल हैं। बताया गया है कि पांचों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। इन सभी को पुलिस अब पूछताछ करने के बाद जल्द न्यायालय में पेश कर सकती है। (Culprits of Haldwani Violence)
इसके अलावा भी बड़ी संख्या में अन्य लोगों की भी धरपकड़ किये जाने की बात भी शामने आ रही है, लेकिन अभी औपचारिक तौर पर इस बारे में कुछ भी बताने से बच रही है। उल्लेखनीय है कि इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस ने 19 लोगों के खिलाफ नामजद और करीब 5000 अज्ञात लोगों के विरुद्ध 3 अभियोग दर्ज किये हैं। (Culprits of Haldwani Violence)
इनमें मलिक के बगीचा पर कब्जा कर अवैध निर्माण कराने वाले अब्दुल मलिक को भी पुलिस ने मुकदमें में नामजद किया है। बताया जा रहा है कि वह 10, 50, 100 रुपये के स्टांप पेपरों पर यहां सरकारी जमीनों को बेच रहा था। (Culprits of Haldwani Violence)
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