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July 27, 2024

50 वर्ष पुराने मंदिर व 30 वर्ष पुरानी मजार सहित दर्जनों अवैध धार्मिक निर्माण ध्वस्त, मजार बचाने तो विधायक तक उतरे, मंदिर बचाने कोई नहीं आया..

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नवीन समाचार, हरिद्वार, रामनगर, देहरादून, 8 मई 2023। उत्तराखंड में सरकारी जमीनों से खासकर धार्मिक अतिक्रमण हटाने का अभियान जोर-शोर से जारी है। अभियान के तहत प्रशासन ने एक 50 वर्ष पुराने मंदिर एवं 30 वर्ष पुरानी मजार सहित कई धार्मिक इमारतों को ध्वस्त कर दिया है। खास बात यह रही कि मजार के ध्वस्तीकरण के विरोध में तो विधायक तक पहुंच गए लेकिन मंदिर को बचाने कोई नहीं आया। यह भी पढ़ें : 

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प्राप्त जानकारी के अनुसार हरिद्वार जिला प्रशासन ने आर्यनगर की मजार और हरिद्वार-दिल्ली राजमार्ग पर सिंहद्वार में फ्लाईओवर के नीचे बने हनुमान मंदिर को ध्वस्त कर दिया। यहां आर्यनगर क्षेत्र में मुख्य मार्ग पर अवैध रूप से बनी मजार को हटाने में प्रशासन ने काफी अधिक सक्रियता एवं पहले से तैयारी बनाकर व रणनीति के तहत काम किया। इसके लिए किसी को छतों से भी अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण की वीडियो बनानी नहीं दी गई। क्योंकि इससे इसे वायरल कर सामाजिक विद्वेश फैलाने का खतरा था। यह भी पढ़ें : 

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भारी विरोध के बीच भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ केवल 15 मिनट में जिला प्रशासन व पुलिस बलों ने यहां धर्मस्थल को हटा दिया। इस दौरान एहतियात के तौर पर आसपास का बाजार बंद कराया गया तथा कनखल-आर्यनगर मार्ग पर बैरीकेटिंग कर यातायात डायवर्ट कर दिया गया। इस दौरान पूरे शहर के थाने कोतवाली की फोर्स के अलावा पीएसी भी मौजूद रही।

इसके बावजूद मौके पर बड़ी संख्या में लोग विरोध करने पहुंचे। प्रशासन ने उन्हें आर्यनगर चौक पर ही बैरिकेडिंग कर रोक लिया गया। विरोध में लोगों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। उनकी प्रशासनिक पुलिस अधिकारियों से नोकझोंक भी हुई, लेकिन विरोध काम नहीं आ सका। 15 मिनट में जेसीबी से धर्मस्थल को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया और तुरंत मलबे को भी हटा दिया गया।

जब धर्मस्थल को ध्वस्त किया जा रहा था, तब कांग्रेसी पार्षद सुहैल कुरैशी और नामित पार्षद हारुन खान भी वहां पहुंच गए। उन्हें पुलिस ने मौके से हटा दिया। किसी को वीडियोग्राफी भी नहीं करने दी। गौरतलब है कि इस मामले में निर्दलीय विधायक उमेश कुमार भी धर्मस्थल के बचाव में आगे आए थे। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल के साथ जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय से मुलाकात की थी। मांग की थी कि धर्मस्थल को न हटाया जाए। विरोध कर रहे लोगां का कहना था कि इस धर्मस्थल का इतिहास बेहद ही पुराना है। उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के रजिस्टर में धर्मस्थल का नाम दर्ज है। यूपी के जमाने में हुए सर्वे में भी यहां धर्मस्थल होने का दावा किया गया है।

लेकिन पुलिस-प्रशासन इस अतिक्रमण को हटाने के साथ ही सिंहद्वार फ्लाईओवर के नीचे बने करीब 50 वर्ष पुराने हनुमान मंदिर को भी हटा कर विरोध के स्वर शांत करा दिए। यहां भारी सुरक्षा व्यवस्था के कारण कोई विरोध में नहीं आया। यहां श्रद्धालुओं ने धर्मस्थल से प्रतिमा प्रशासनिक चेतावनी के बाद ही हटा दी थी। चंद मिनट में जेसीबी से मंदिर को ढहा दिया गया। बताया गया है कि यहां मंदिर के नीचे एक तहखाना भी बना था।

हरिद्वार के एसडीएम पूरन सिंह राणा ने कहा कि सर्वोच्च एवं उच्च न्यायालय के आदेश पर संवैधानिक कार्रवाई की जा रही है। कार्रवाई को निष्पक्ष बताते हुए राणा ने कहा कि सरकारी संपत्तियों पर अवैध अतिक्रमण को गिराया जाएगा चाहे वे किसी भी समुदाय के हों। बताया गया है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गत दिवस 1000 से ज्यादा स्थान धार्मिक अवैध निर्माण चिह्नित करने की बात कही थी। इनमें से अब तक 300 से ज्यादा अवैध निर्माणों पर कार्रवाई की जा चुकी है।

रामनगर व कालसी में भी ध्वस्त किए धार्मिक अतिक्रमण

इसके अलावा रामनगर के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व पार्क के अंतर्गत चार धार्मिक संरचनाओं को हटाया गया। बताया गया कि इन पर किसी ने दावा भी पेश नहीं किया। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व पार्क के बिजरानी रेंज के रेंजर बिंदरपाल ने बताया कि और चोरपानी बीट में दो-दो अवैध धार्मिक संरचनाओं को हटाया गया है। उधर कालसी भूमि संरक्षण वन प्रभाग की टीम ने रिजर्व फॉरेस्ट में बनाई गई मजारों व अवैध निर्माण को ध्वस्त किया। बताया गया कि यहां चोहड़पुर रेंज के सहसपुर, होरोवाला, रुद्रपुर व अंबाड़ी बीट से 14, तिमली रेंज से माजरी, धर्मावाला, शाहपुर कल्याणपुर व धोला बीट से 12 व लांघा रेंज में भी दो यानी कुल 28 अवैध मजारों को ध्वस्त किया गया। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

(Dozens of illegal religious constructions including 50 year old temple and 30 year old mausoleum were demolished, even the MLA came down to save the mausoleum, no one came to save the temple, 50 varsh puraane mandir va 30 varsh puraanee majaar sahit darjanon avaidh dhaarmik nirmaan dhvast, majaar bachaane to vidhaayak tak utare, mandir bachaane koee nahin aaya)

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