नवीन समाचार, देहरादून, 23 दिसंबर 2023 (Education)। प्रदेश के अशासकीय विद्यालयों में शिक्षकों, प्रधानाचार्यों एवं अन्य कर्मचारियों की भर्ती पर लगी रोक हटा दी गई है। राज्य सरकार के आदेश पर उत्तराखंड उच्च न्यायालय के स्थगनादेश के बाद शासन ने इस संबंध में आदेश जारी किया है।
विदित हो कि शिक्षा विभाग ने अशासकीय विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती में अनियमितता की शिकायतों पर शिक्षक भर्ती पर पूर्व में रोक लगा दी थी। जबकि 19 सितंबर 2023 को शासन ने आदेश जारी किया था कि अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य, प्रवक्ता, सहायक अध्यापक एवं शिक्षणेतर पदों पर कनिष्ठ सहायक व वरिष्ठ सहायक नियुक्ति पर रोक लगाई जाती है।
शासन के इस आदेश के खिलाफ एक विद्यालय ने उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी। अपर शिक्षा सचिव मेजर योगेंद्र यादव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कमेटी ऑफ मैनेजमेंट आर्य कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज की ओर से भर्ती पर रोक के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका की गई थी।
उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने नियुक्ति पर रोक के सरकार के आदेश पर स्टे लगा दिया था। आदेश में कहा गया कि प्रकरण में हाईकोर्ट के 10 अक्तूबर 2023 के आदेश का संज्ञान लेते हुए शिक्षा महानिदेशक को नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
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यह भी पढ़ें : (Education) उत्तराखंड के प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों की योग्यता पर उत्तराखंड उच्च न्यायालय का बड़ा निर्णय…
-स्नातक में 50 प्रतिशत अंकों की बाध्यता की शर्त को चुनौती देने वाली याचिकाएं खारिज, इस आधार पर नियुक्त एवं नियुक्ति की आस कर रहे शिक्षकों को भी लग सकता है झटका
नवीन समाचार, नैनीताल, 15 दिसंबर 2023 (Education)। उत्तराखंड उच्च न्यायालय की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी और न्यायमूर्ति विवेक भारती शर्मा की खंडपीठ ने राज्य के राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पदों पर हो रही भर्ती में स्नातक स्तर पर 50 प्रतिशत अंकों की बाध्यता की शर्त को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया है।
इससे अंतरिम आदेश के आधार पर नियुक्त हुए कई सहायक अध्यापकों को झटका लगा है। साथ ही जिन अभ्यर्थियों की काउंसलिंग होनी थी उनका भविष्य भी अधर में लटक गया है। अलबत्ता, इस आदेश के प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में बेहतर शिक्षक मिलने की उम्मीद की जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि स्नातक स्तर पर 50 प्रतिशत से कम अंकों वाले नीतू पाठक सहित कई अभ्यर्थियों द्वारा उन्हें भी राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पदों पर हो रही भर्ती में शामिल करने हेतु दायर याचिका पर 2019 में उत्तराखंड उच्च न्यायालय मे याचिकाकर्ताओं को अंतरिम राहत प्रदान करते हुए प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर प्रदान किया था, जिसके आधार पर कई अभ्यर्थी सहायक अध्यापक-प्राथमिक के पद पर नियुक्त भी हो गए थे, जबकि कुछ पदों पर काउंसलिंग अभी होनी थी।
लेकिन इधर कुछ महीने पहले सर्वोच्च न्यायालय ने देवेश शर्मा बनाम भारत संघ के मामले में यह घोषित कर दिया था कि सहायक अध्यापक-प्राथमिक के पद के लिए सिर्फ बीएड की योग्यता को आधार नहीं बनाया जा सकता। साथ ही सर्वोच्च न्यायालय ने एनसीटीइ्र यानी नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजूकेशन का इस संबंध में जारी नोटिफिकेशन भी निरस्त कर दिया था।
सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले के आधार पर याचिकाकर्ताओं के मामले में अंतिम सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने कहा कि जब बीएड की अर्हता को ही सहायक अध्यापक की एकमात्र व अनिवार्य योग्यता से सर्वोच्च न्यायालय ने हटा दिया तोें स्नातक में 50 प्रतिशत अंक होना या न होना इस शर्त पर विचार करने का अब कोई महत्व नहीं रखता है। इसी आधार पर उच्च न्यायालय ने याचिकाएं खारिज कर दी हैं।
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यह भी पढ़ें : Education : बीएड अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी करने तथा नियम विरुद्ध सीटीईटी व यूटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के परिणाम खोलने पर रोक…
नवीन समाचार, नैनीताल, 4 दिसंबर 2023 (Education)। उत्तराखंड उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति पंकज पुरोहित की एकलपीठ ने बीएड अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी करने तथा नियम विरुद्ध तरीके से सीटीईटी यानी केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा और यूटीईटी यानी उत्तराखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों के पहले से सीलबंद लिफाफे में बंद परिणाम को खोलने पर रोक लगा दी है।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में उमेश कुमार व अन्य ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। याचिकाकर्ताओं की ओर से सोमवार को पैरवी करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता केपी उपाध्याय और उनके सहयोगी कनिष्ठ अधिवक्ता हेमंत पंत ने न्यायालय को बताया कि राज्य में 2600 से अधिक पदों पर प्राथमिक शिक्षक भर्ती पिछले 3 वर्ष से सर्वोच्च न्यायालय में एनआईओएस यानी राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से डीएलएड उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के मामले में सरकार और बीएड अभ्यर्थियों की एसएलपी के कारण लंबित चल रही थी।
उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने इन अभ्यर्थियों को प्राथमिक शिक्षक भर्ती में शामिल करने का आदेश दिया था। जिसके खिलाफ राज्य सरकार व बीएड अभ्यर्थियों ने सर्वोच्च न्यायालय में एसएलपी यानी विशेष अनुमति याचिका दायर की थी। विगत 28 नवंबर 2023 को सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार और बीएड अभ्यर्थियों की एसएलपी को स्वीकार करते हुए उच्च न्यायालय का आदेश निरस्त कर दिया था। इसके बाद एनआईओएस अभ्यर्थी इस भर्ती प्रक्रिया से बाहर हो गए।
सर्वोच्च न्यायालय के इस आदेश के बाद विभाग द्वारा प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ करने की कार्रवाई की जा रही है। इस भर्ती में ऐसे बीएड अभ्यर्थियों द्वारा भी आवेदन किए गए हैं, जिनके द्वारा एनसीटीई यानी राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् के नियमों के विरुद्ध वर्ष 2012 से 2018 तक सीटीईटी प्रथम परीक्षा और 2015 व 2017 में यूटीईटी प्रमाण पत्र हासिल कर लिया था।
ऐसे में बीएड अभ्यर्थियों की पूर्व में हुई काउंसलिंग में चयन सूची में आने के बाद विभाग द्वारा परिणाम लिफाफे बंद किए गए थे। ये लिफाफे खोलकर नियुक्ति आदेश जारी करने की मांग ये अभ्यर्थी विभाग से कर रहे हैं। अब तक सीटीईटी प्रमाण पत्र वाले 17 अभ्यर्थी अपने बंद लिफाफों को खोलने व नियुक्ति आदेश जारी करने हेतु प्रत्यावेदन दे चुके हैं।
इस भर्ती प्रक्रिया में पूर्व में डीएलएड अभ्यर्थियों की भर्ती होने के बाद अब शेष बचे पदों पर योग्य बीएड टीईटी यानी शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जानी है। याचिका में कहा गया है कि नियम विरुद्ध सीटीईटी और यूटीईटी प्रमाण पत्र प्राप्त अभ्यर्थियों के आवेदन पत्र निरस्त किए जाएं। क्योंकि उनके लिफाफे बंद होने से नियुक्ति प्रक्रिया बाधित होगी और सैकड़ों की संख्या में योग्य बीएड अभ्यर्थी नियुक्ति से वंचित रह जाएंगे।
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यह भी पढ़ें : Education : राज्य सरकार की पहाड़ पर निजी स्कूल बनाने के लिए 25 तक अनुदान देने की योजना, सरकारी स्कूलों का क्या होगा…?
नवीन समाचार, देहरादून, 7 अक्टूबर 2023 (Education)। उत्तराखंड सरकार अब प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में निजी स्कूल खोलने वालों को उनकी प्रोजेक्ट की लागत पर 25 प्रतिशत तक का अनुदान देगी। सरकार की यह नई पहल राज्य में होने जा रहे ‘इन्वेस्टर सम्मिट’ के लिए निजी स्कूल संचालकों को उत्तराखंड में निवेश के लिए प्रेरित करने के मकसद से की गई है।
(Education) इससे प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में बड़े निजी विद्यालय खुल सकते हैं, अलबत्ता दूसरी ओर सरकार की इस कवायद से प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में कमोबेश आखिरी सांसें ले रहे सरकारी विद्यालयों के पूरी तरह से बंद होने की आशंका पैदा हो गयी है। इससे पर्वतीय क्षेत्रों के अधिक फीस न दे पाने वाले अभिभावकों व बच्चों को जो समस्यायें आयेंगी उसका राज्य सरकार आरटीई यानी शिक्षा के अधिकार के तहत कितना भला कर पायेगी, इसका जवाब भी वर्तमान में आरटीई से गरीब बच्चों को मिल रहे लाभ को देखते हुऐ निकाल जा रहा है।
(Education) गौरतलब है कि राज्य में निजी विद्यालयों में निवेश के लिए प्रेरित करने की इस योजना के लिए राज्य के शिक्षा सचिव रविनाथ रमन की अध्यक्षता में कई विद्यालयों के संचालकों, स्वामियों, प्रबंधकों व प्रधानाचार्यों के साथ समग्र शिक्षा उत्तराखंड के सभागार में बैठक की है। बैठक में बताया गया कि आईटीडीए के पोर्टल पर भूमि सम्बन्धी विवरण उपलब्ध है। इच्छुक निवेशक सम्बन्धित पोर्टल से जानकारी ले सकते हैं।
(Education) राजकीय विद्यालयों को अवस्थापना एवं अन्य सहायता प्रदान करने के लिए भारत सरकार के पोर्टल विद्यांजली पर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। निवेश की न्यूनतम सीमा मैदानी क्षेत्र में 50 करोड़ व पर्वतीय क्षेत्र में 25 करोड़ रुपये रखी गई है। पर्वतीय क्षेत्रों में 25 करोड़ के प्रोजेक्ट पर सरकार सवा 6 करोड़ रुपये तक का अनुदान दे सकती है। निजी विद्यालयों के जरिये राज्य में 1000 करोड़ निवेश की उम्मीद की जा रही है।
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यह भी पढ़ें : Education : बरसात के मौसम में होंगी 10 से 12 दिन की छुट्टियां, कैबिनेट में आ सकता है प्रस्ताव, कल मोदी कुमाउनी-गढ़वाली में पढ़ाई की कर सकते हैं शुरुआत
नवीन समाचार, देहरादून, 28 जुलाई 2023। (Education) उत्तराखंड के विद्यालयों में हर साल मानसून के दौरान 10 से 12 दिन छुट्टी रहेगी। गर्मियों की छुट्टियों को कम करके इसे मानसून की छुट्टी में शामिल किया जाएगा। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद यह बात कही है। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लाएगी।
(Education) शिक्षा मंत्री ने कहा इस पर शिक्षक संगठनों और जनता की राय ली जाएगी। जैसा हिमाचल ने किया है, उसी तरह हम अपने राज्य में करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि मानसून में टपकने वाले विद्यालयों की मरम्मत के लिए सीएम ने 100 करोड़ रुपये दिए हैं। इससे स्कूलों की हालत ठीक की जाएगी।
Education : गढ़वाली-कुमाऊंनी में कर सकेंगे पढ़ाई, मोदी शनिवार को कर सकते हैं घोषणा
(Education) शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह ने यह भी बताया कि पीएम मोदी शनिवार को 10 क्षेत्रीय भाषाओं में पढ़ाई की शुरुआत ने करने जा रहे हैं। अब उत्तराखंड में बच्चे अंग्रेजी व हिंदी के साथ गढ़वाली, कुमाऊंनी आदि राज्य की भाषाओं में भी पढ़ाई कर सकते हैं। केंद्र सरकार माध्यमिक शिक्षा में 20 चानल लॉन्च कर रही है ताकि हर स्कूल में टीवी के माध्यम से बच्चे पढ़ाई कर सकें। इसके लिए हर स्कूल में एक-एक कंप्यूटर बच्चों के लिए दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने कहा सीएम ने इस साल 25 करोड़ रुपये बेसिक शिक्षा को दिए हैं।
(डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य एवं अधिक पढ़े जा रहे ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यदि आपको लगता है कि ‘नवीन समाचार’ अच्छा कार्य कर रहा है तो हमें सहयोग करें..यहां क्लिक कर हमें गूगल न्यूज पर फॉलो करें। यहां क्लिक कर यहां क्लिक कर हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से, हमारे टेलीग्राम पेज से और यहां क्लिक कर हमारे फेसबुक ग्रुप में जुड़ें। हमारे माध्यम से अमेजॉन पर सर्वाधिक छूटों के साथ खरीददारी करने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें Education : सुबह का बड़ा समाचार: शिक्षा विभाग के ‘संबद्धीकरण जुगाड़ू’ हिल जाएंगे….!!
नवीन समाचार, देहरादून, 11 मार्च 2023 (Education)। जी हां, यह कार्मिकों के दृष्टिकोण से प्रदेश के सबसे बड़े शिक्षा विभाग के लिए बड़ा समाचार है। शिक्षा विभाग में जुगाड़ू शिक्षक व कर्मी अक्सर सुगम स्थानों पर तैनाती पा जाते हैं, या स्वयं को संबद्ध करा लेते हैं। राज्य की स्थानांतरण नीति भी नहीं हिला पाई है।
(Education) लेकिन अब प्रदेश के शिक्षा विभाग के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बड़ा आदेश जारी करते हुए सभी संबद्धीकरणों को निरस्त करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि अब भी कहना मुश्किल है कि महानिदेशक का आदेश भी पूर्व में जारी होने के बावजूद निष्क्रिय रहे कई आदेशों से इतर कितने जुगाड़ू कर्मियों को उनकी जगह से हिला पाता है। यह भी पढ़ें :
(Education) शिक्षा विभाग में संबद्धीकरण की बुराई पुरानी है। कई बार जरूरत के लिहाज से भी संबद्धीकरण किया जाता है, पर कई बार देखा जाता है कि अपनी दुर्गम की तैनाती से बचने के लिए भी कर्मचारी संबद्धीकरण का सहारा लेते हैं। इन्हीं स्थितियों के बीच शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने एक नया आदेश जारी किया है। इस आदेश ने ऐसे शिक्षकों और विभागीय कर्मियों के लिए मुसीबतें खड़ी हो सकती हैं जो अपनी मूल तैनाती से बचने के लिए संबद्धीकरण का सहारा लेते हैं। यह भी पढ़ें :
दरअसल, बंशीधर तिवारी ने विद्यालय शिक्षा विभाग के अंतर्गत कार्यरत प्रधानाचार्य और शिक्षकों के साथ ही कर्मचारियों के विभिन्न स्तरों में किए गए संबद्धीकरण निरस्त करने के आदेश जारी किए हैं। यह आदेश महानिदेशालय से लेकर प्रारंभिक, माध्यमिक शिक्षा, निदेशालय या अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण निदेशालय समेत बोर्ड कार्यालय मंडलीय और जनपद के साथ विकासखंड स्तर पर मौजूद सभी कार्यालयों व स्तरों पर भी लागू होना है। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : सुखद समाचार : उत्तराखंड के एक सरकारी स्कूल के 22 बच्चों का सैनिक स्कूल में चयन, एक अन्य स्कूल के 12 बच्चे भी चयनित…
नवीन समाचार, बागेश्वर, 26 फरवरी 2023। अखिल भारतीय सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा में उत्तराखंड के एक ही विद्यालय के 22 बच्चों के निकलने का सुखद समाचार प्रकाश में आया है। राज्य के दूरस्थ व सीमांत जनपद बागेश्वर के कपकोट विकास खंड मुख्यालय स्थित एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय के 22 बच्चों का चयन सैनिक स्कूल की अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा में हुआ है। यह भी पढ़ें : नाबालिग व उसकी सहेलियों से छेड़छाड़ कर रहा था युवक, भाई ने तोड़ दिए दोनों हाथ….
उल्लेखनीय है कि एक अप्रैल 2016 को स्थापित राजकीय प्राथमिक विद्यालय कपकोट में प्रधानाध्यापक के रूप में ख्याली दत्त शर्मा की नियुक्ति के बाद कायापलट हो गई है। उनके कार्यभार ग्रहण करने के दौरान यहां बच्चों की संख्या लगभग 30 थी, जो कि वर्तमान में करीब 300 हो गई है। ऐसे में यहां तीन सेक्शन में कक्षाएं संचालित होती हैं, तथा यहां प्रवेश के लिए अभिभावकों में मारामारी रहती है। यह भी पढ़ें : किराये के घर में पति-पत्नी द्वारा चलाये जा रहे जिस्मफरोशी के धंधे का भंडाफोड़…
मार्च 2022 में यहां 50 सीटों के लिए करीब 300 बच्चों के अभिभावकों ने पंजीकरण कराया था। इससे पहले भी इस विद्यालय के करीब दर्जनों बच्चे सैनिक स्कूल के अलावा राजीव नवोदय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय व कस्तूरबा विद्यालयों आदि में चयनित हो चुके हैं। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : शिक्षा मंत्री ने कुमाऊं के 73 चयनित गणित शिक्षकों को भेंट किए नियुक्ति पत्र, बताया पीजी में इसी सत्र से घोषित करेंगे एनईपी…
नवीन समाचार, नैनीतालः, 23 फरवरी 2023। प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने गुरुवार को मुख्यालय स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में कुमाऊं मंडल के विद्यालयी शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित रोजगार मेले में प्रतिभाग किया।
(Education) इस अवसर पर उन्होंने विभाग में गणित विषय में चयनित 73 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र भेंट किये तथा चयनित अभ्यर्थियों से पूर्ण मनोयोग से शिक्षण कार्य के प्रति अपनी रूचि प्रदर्शित करने का आहवान किया। यह भी पढ़ें : बड़ा समाचार: आज सुबह से पड़ोस में लगातार 14 भूकंप के झटके, इनमें एक 6.8 तीव्रता का महाभूकंप भी, बड़े नुकसान की संभावना
डॉ. रावत ने कहा कि सरकार द्वारा पारदर्शिता बरतते हुये चयनित अभ्यर्थियों को रोजगार मेला आहूत कर नियुक्ति पत्र वितरित किये जा रहे हैं। आगे उन्हें शीघ्र ही डायट में एक सप्ताह का प्रशिक्षण दिलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति से पहाड़ के दुर्गम विद्यालयों में शिक्षकों की कमी जल्द ही दूर हो जायेगी।
(Education) इस अवसर पर कुमाऊं मंडल के अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा लीलाधर व्यास ने बताया कि मंडल को अभी तक गृह विज्ञान, संस्कृत, वाणिज्य, संगीत तथा गणित, अंग्रेजी, व्यायाय, विज्ञान सहित सामान्य विषय के 350 चयनित शिक्षकों की सूची प्राप्त हो चुकी है। यह भी पढ़ें : पति ने नशे में पत्नी के पेट में घोंप दिया चाकू….
सूची के आधार पर शैक्षिक अभिलेखों की जांच के उपरान्त अभ्यर्थियों की नियुक्ति दी जा रही है। इस अवसर पर नगर कुंदन लाल साह बालिका इंटर कालेज एशडेल की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
(Education) कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक सरिता आर्य, मुख्य शिक्षा अधिकारी केएस रावत, गोपाल भारद्वाज, पूरन बिष्ट, जगमोहन रौतेला, राजेन्द्र अधिकारी, रेखा नेगी, आलोक जोशी, निधि रावत, आशुतोष सिंह, हिमांशु रावत, अनुपम दुबे, नवीन पांडे, हरीश बिष्ट, भाजपा नेता भावना मेहरा, आनंद बिष्ट, विमला अधिकारी व कविता गंगोला आदि मौजूद रहे। यह भी पढ़ें : वाकई प्यार अंधा होता है ? नाबालिग प्रेमी के साथ जाने पर अड़ी तीन बच्चों की मां, नहीं मानी तो गिरफ्तार करना पड़ा..
इस वर्ष से परास्नातक में भी लागू होगी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति: रावत
नैनीताल। डॉ. धन सिंह रावत ने गुरुवार को मुख्यालय में बतौर चिकित्सा स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री मुख्यालय में नगर के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा नशा मुक्ति के प्रति जनजागरूकता अभियान रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
(Education) इस दौरान उन्होंने बच्चों को नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई। उन्होंने कहा कि इस रैली का उद्देश्य न केवल जन-साधारण को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागृत करना, बल्कि नशे के खिलाफ जन आन्दोलन का रूप देना भी है। यह भी पढ़ें : पुलिस अधिकारी और उनकी पत्नी के साथ अभद्रता, जाति सूचक शब्दों का प्रयोग भी, महिला के विरुद्ध मुकदमा दर्ज…
आगे उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कुमाऊँ विश्वविद्यालय के हरमिटेज परिसर स्थित यूजीसी मानव संसाधन विकास केंद्र नैनीताल में आयोजित एक दिवसीय राज्य स्तरीय नैक प्रत्यायन प्रशिक्षण कार्यशाला का बतौर मुख्य अतिथि विधायक सरिता आर्या, कुमाऊं विश्विद्यालय के कुलपति प्रो. एनके जोशी, उच्च शिक्षा निदेशक प्रो. जगदीश प्रसाद, सोबन सिंह जीना विवि अल्मोड़ा के कुलपति प्रो. जगत सिंह बिष्ट व उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी के साथ संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया। यह भी पढ़ें : महिला द्वारा किए जा रहे देह व्यापार व नशे के कारोबार की शिकायत पर पहुंचे चौकी प्रभारी पर धारदार हथियार से हमला
इस अवसर पर डॉ.रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रदेश में पिछले वर्ष स्नातक स्तर पर नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की गई थी, अब इस वर्ष परास्नातक में भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने जा रहे हैं। सभी महाविद्यालयों को नैक के प्रत्यायन से भी जोड़ा जाएगा। कहा कि उत्तराखंड में प्रत्येक छात्र डीजी लॉकर के माध्यम से अपने मोबाइल से अपनी डिग्री प्राप्त कर सकता है जिससे बच्चों को कॉलेज के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। यह सभी पहल करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा। यह भी पढ़ें : 15 वर्षीय 10वीं की छात्रा फंदे पर लटकी मिली….
साथ ही कहा कि उत्तराखण्ड एक प्रदेश है इसलिए यहॉ पर विश्वविद्यालयों में एक समय पर प्रवेश, परीक्षा, परिणाम, दीक्षांत समारोह एवं चुनाव होंगे। महाविद्यालयों में रिक्त पड़े पद बैकलॉग सहित शत-प्रतिशत भरे जायेंगे।
(Education) इस अवसर पर अपर सचिव उच्च शिक्षा प्रशांत आर्या, नैक के प्रतिनिधि नीलेश पांडे, नैक के विशेषज्ञ श्याम सिंह, प्रो. इन्दू पाठक, कुलपति दिनेश चन्द्र, मुख्य शिक्षा अधिकारी कुंवर सिंह रावत के साथ ही प्राधानाचार्य, डारेक्टर, नैक के समन्वयक, नोडल अधिकारी के साथ अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। यह भी पढ़ें : कोर्ट परिसर में जीजा-साले के बीच चले लात-घूंसे, वजह पुलिस ने बताई….
कूटा ने दोहराई संविदा शिक्षकों को 50 हजार रुपए वेतन की मांग
नैनीताल। कूटा यानी कुमाऊँ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने एक बार फिर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत से गुरुवार को मुख्यालय पहुंचने पर मुलाकात की और प्राध्यापको की समस्याओं के समाधान के लिए ज्ञापन दिया।
(Education) ज्ञापन में संविदा प्राध्यापकों का वेतन 50 हजार रुपए करने की मांग दोहराते हुए इसे मंत्रिमंडल में रखने का अनुरोध किया। साथ ही उच्च शिक्षा विभाग में वर्षों से कार्यरत संविदा एवं अतिथि प्राध्यापकों को तदर्थ नियुक्ति देने के लिए नियमावली बनाने की मांग भी की। यह भी पढ़ें : नैनीताल: पुलिस ने शराब पीकर दुर्घटना करने वाले चालक को किया गिरफ्तार, वाहन किया सीज, लाइसेंस निरस्त करने की भी कार्रवाई…
इसके अतिरिक्त प्रतिनिधिमंडल ने अपर सचिव उच्च शिक्षा प्रशांत कुमार आर्य से भी शिष्टाचार भेट की तथा शोध छात्राओं को 30 हजार रुपए प्रतिवर्ष देने तथा प्राध्यापकों तथा कर्मचारियों के आवास निर्माण के लिए 2 करोड़ रुपए की धनराशि निर्गत करने और पुरानी पेंशन योजना को अन्य राज्यों की तरह लागू करने की मांग भी उठाई।
(Education) शिष्टमंडल में कूटा के अध्यक्ष प्रो.ललित तिवारी, डॉ.नीलू लोधियाल, डॉ.विजय कुमार, डॉ.संतोष कुमार, डॉ.दीपिका गोस्वामी, डॉ.सीमा चौहान, डॉ.दीपक कुमार, डॉ.दीपाक्षी जोशी, डॉ.उमंग सैनी व डॉ.अनिल बिष्ट आदि लोग शामिल रहे। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल: 16 शिक्षकों को दिए नियुक्ति पत्र, दूरस्थ विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर होने की उम्मीद…
नवीन समाचार, नैनीताल, 20 फरवरी 2023। कुमाऊं मण्डल के विद्यालयी शिक्षा विभाग द्वारा सोमवार को रोजगार मेले का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गृहविज्ञान एवं संस्कृत विषय में चयनित 16 अभ्यर्थियों को स्थानीय विधायक सरिता आर्या के हाथों नियुक्ति पत्र वितरित किये गये। इस अवसर पर विधायक ने चयनित अभ्यर्थियों से पूर्ण मनोयोग से शिक्षण कार्य में जुटने का आहवान किया। यह भी पढ़ें : नग्न होकर नाबालिग से मालिश करवाता था पति, पत्नी भी देती थी साथ, मिली बड़ी सजा…
राजकीय बालिका इंटर कालेज के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विधायक आर्या ने कहा कि चयनित अभ्यर्थियों को रोजगार मेला आहूत कर नियुक्ति पत्र वितरित किये जाने की यह एक अभिनव पहल है। शिक्षकों की नियुक्ति से पहाड़ के दुर्गम विद्यालयों में शिक्षकों की कमी जल्द ही दूर हो जायेगी।
(Education) अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा लीलाधर व्यास ने बताया कि कुमाऊं मंडल को अभी तक गृहविज्ञान, संस्कृत, वाणिज्य, संगीत तथा गणित, अंग्रेजी, व्यायाय, विज्ञान सहित सामान्य विषय के 350 की सूची प्राप्त हो चुकी है। सूची के आधार पर शैक्षिक अभिलेखों की जांच के उपरान्त अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जा रही है। यह भी पढ़ें : आज सुबह फिर आया भूकंप, आपने महसूस किया…
रोजगार मेले में गृह विज्ञान के 9 तथा संस्कृत विषय में 7 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किये गये। इस अवसर पर मोहन लाल साह बालिका इंटर कालेज की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
(Education) कार्यक्रम का संचालन जगमोहन रौतेला ने किया। इस अवसर पर अपर निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा अजय नौडिंयाल, प्रधानाचार्य रेखा नेगी, राजेन्द्र सिंह अधिकारी, पूरन बिष्ट, भाजपा मण्डल अध्यक्ष आनंद बिष्ट, दयाकिशन पोखरिया, कविता गंगोला, विवेक वर्मा आदि मौजूद रहे। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : जवाहर नवोदय विद्यालय के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया प्रारंभ, ऐसे करें आवेदन…
नवीन समाचार, नैनीताल, 17 जनवरी 2023। जनपद के सुयालबाड़ी स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय की शैक्षिक सत्र 2023-24 में कक्षा-6 में प्रवेश हेतु चयन परीक्षा के लिए बीती 2 जनवरी से ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गये हैं। विद्यालय के प्राचार्य राज सिंह ने बताया कि इसकी अन्तिम तिथि 31 जनवरी 2023 है, जबकि चयन परीक्षा 29 अप्रैल 2023 को होगी। यह भी पढ़ें : सुबह का सुखद समाचारः दो भर्ती परीक्षाओं को हरी झंडी…
उन्होंने बताया कि ऑन लाइन आवेदन भरने हेतु वर्तमान में नैनीताल जिले के सरकारी व सरकारी मान्यता प्राप्त विद्यालयों में कक्षा-5 में पढ़ रहे तथा 1 मई 2011 से 30 अप्रैल 2013 के बीच जन्मे बच्चे अर्ह हैं। इच्छुक अभ्यर्थी नवोदय विद्यालय समिति की वेबसाइट http://navodaya.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : अपर निदेशक ने बोर्ड परीक्षा में शत-प्रतिशत परीक्षाफल के लिए दिए निर्देश
नवीन समाचार, नैनीताल, 22 दिसंबर 2022। कुमाऊं मंडल के राजकीय हाईस्कूल एवं इंटर कॉलेजों के बोर्ड परीक्षार्थियों का परीक्षाफल बेहतर करने के लिए अपर निदेशक-माध्यमिक शिक्षा लीलाधर व्यास की ओर से एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
(Education) इस अभियान के तहत सभी विद्यालयों के 1-1 प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों से उनके पिछले परीक्षाफल से बेहतर करने के लिए ठोस प्रयास किए जाने के लिए प्रेरित करने के साथ ही उनसे इस संबंध में उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों की रिपोर्ट ली जा रही है। उन्होंने बताया कि बागेश्वर जनपद पहले, अल्मोड़ा दूसरे, चंपावत तीसरे, पिथौरागढ़ चौथे, नैनीताल पांचवे व ऊधमसिंह नगर छठे स्थान पर है। यह भी पढ़ें : 25 वर्षीय शिक्षिका ने सैनिक के लिए दी जान
(Education) इसी कड़ी में श्री व्यास ने बोर्ड परीक्षाफल में अपेक्षित सुधार लाये जाने हेतु प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों को ठोस रणनीति बनाने के निर्देश दिये है। इस कोशिश में विद्यालयों के दौरे कर रहे श्री व्यास ने गुरुवार को राइंका नौकुचियाताल में निरीक्षण के दौरान कक्षाओं में जाकर शिक्षण कार्य का जायजा लिया।
(Education) इस दौरान उन्होंने विद्यालय कक्षा 9 की छात्रा साक्षी पडलिया को सुंदर चित्र बनाने के लिए सम्मानित किया। विद्यालय में पंजीकृत 161 छात्र-छात्राओं की शत-प्रतिशत उपस्थिति पर भी उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की। यह भी पढ़ें : बिग ब्रेकिंग: नए वर्ष से पहले डेढ़ दर्जन पीसीएस अधिकारियों को भी मिलीं पदोन्नतियां
अपर निदेशक ने इस दौरान शिक्षकों के साथ बैठक कर उन्हें कई दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विद्यालय का गत वर्ष का हाईस्कूल बोर्ड परीक्षाफल 77.77 प्रतिशत एवं इन्टर का 81.48 प्रतिशत रहा है। उन्होंने प्रधानाचार्य को निर्देशित किया कि आगामी बोर्ड परीक्षाफल शत-प्रतिशत रहे इस हेतु अभी से कड़ी मेहनत की जाये।
(Education) शिक्षक अपने विषय को रुचिकर बनाते हुये बोर्ड परीक्षाफल में सुधार लाने हेतु विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत कराकर परीक्षाफल में सुधार लाने का प्रयास करें। निरीक्षण में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी जगमोहन रौतेला व हिमांशु रावत आदि शामिल रहे। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : उत्तराखंड में मेधावी बच्चों के लिए नगद पुरस्कार के साथ कई सारी घोषणाएं
नवीन समाचार, देहरादून, 6 दिसंबर 2022। उत्तराखंड बोर्ड में 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा में टॉप करने वाले विद्यार्थियों को अगले वर्ष से 25-25 हजार रुपए का नगद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
(Education) इसके अलावा राज्य के प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत प्रदेश के 22 हजार से अधिक शिक्षकों को निःशुल्क टैब दिए जाएंगे। तथा नए सत्र से 400 इंटर कॉलेज में व्यवसायिक पाठ्यक्रमों का शुभारंभ किया जाएगा। राज्य स्तरीय खेल एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता के शुभारंभ में पहुंचे शिक्षा मंत्री डा धन सिंह ने यह घोषणाएं की। यह भी पढ़ें : उत्तराखंड निवासी युवक ने की अपनी लिव-इन-पार्टनर महिला साथी की पाटल से हत्या…
इस दौरान उन्होंने बताया कि ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के अंतर्गत उन्होंने प्रदेश के प्रत्येक वर्ष 25 बच्चे केरल और कर्नाटक जाएंगे। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि समय-समय पर प्रत्येक विद्यालयों में कार्यक्रम कराएं। इसके अलावा कहा कि प्रत्येक ब्लॉक ले निगम क्षेत्र में दो-दो ‘पीएम श्री’ विश्वस्तरीय विद्यालय खोला जाएगा। यह भी पढ़ें : उत्तराखंड की युवती से हरिद्वार व गुरुग्राम में पिस्टल की नोक पर और ब्लेकमेल कर दुष्कर्म
इसके अलावा उन्होंने बताया कि खेल अनुदान राशि बढ़ाई जाएगी। चार लाख बच्चों की निःशुल्क हेल्थ आइडी कार्ड बनाए जायेंगे। कहा कि 2027 तक उत्तराखंड को पूर्ण साक्षर बनाने का लक्ष्य एवं स्कूलों में एक हजार गणित, विज्ञान और अंग्रेजी के प्रवक्ता की नियुक्ति की जाएगी। ताकि बोर्ड परिणाम 90 प्रतिशत तक किया जा सके। सिलेबस में विद्यार्थी के रुचि के अनुसार उनकी भाषा में पढ़ाया जाएगा। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : बिग ब्रेकिंग: प्रदेश के इन विद्यालयों में सभी तरह की नियुक्तियो पर लगी रोक
नवीन समाचार, देहरादून, 10 नवंबर 2022। प्रदेश के विद्यालय शिक्षा के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने प्रदेश के अशासकीय विद्यालयों में समस्त प्रकार की नियुक्तियों पर तत्काल रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। यह भी पढ़ें : बिग ब्रेकिंग: मुख्यमंत्री आवास परिसर में एक 24 वर्षीय युवती द्वारा आत्महत्या किए जाने की सूचना से हड़कंप
गुरुवार को श्री तिवारी ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि विद्यालय शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित सहायता प्राप्त अशासकीय विद्यालयों में नियुक्तियों के संबंध में विभिन्न स्तरों से प्राप्त शिकायतों के दृष्टिगत समस्त अशासकीय विद्यालयों में नियुक्तियों पर तत्काल प्रभाव से अग्रिम आदेशों तक रोक लगाई जाती है। इस संबंध में सभी जिलों के विभागीय अधिकारियों को आदेश जारी कर दिए हैं। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : एसएसजे विवि के पहले कुलपति प्रो. एनएस भंडारी ने दिया त्यागपत्र
नवीन समाचार, अल्मोड़ा, 5 नवंबर 2022। प्रदेश के अल्मोड़ा स्थित सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के पहले कुलपति प्रो. नरेंद्र सिंह भंडारी ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने किसी भी तरह के दबाव के बिना, व्यक्तिगत कारणों से त्यागपत्र देने की बात कही है, किंतु उनके अचानक त्यागपत्र देने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। साथ ही उनके स्थान पर नए कुलपति पद के लिए भी जोड़-तोड़ व कयास शुरू हो गए हैं। यह भी पढ़ें : नैनीताल : नैनीताल: चेक बाउंस के मामले में एक वारंटी गिरफ्तार
उल्लेखनीय है कि पूर्व में उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने उनकी नियुक्ति को अवैध करार देते हुए निरस्त करने के आदेश दिए थे। अब यह मामला सर्वोच्च में है, और वहां से भी इस पर जल्द निर्णय आने की संभावना जताई जा रही है। बताया गया है कि श्री भंडारी ने एक-दो पूर्व ही कुलाधिपति राज्यपाल को अपना त्यागपत्र भेज दिया था। इसके बाद कुलसचिव सुधीर बुढ़ाकोटी को कुलपति पद का कार्यवाहक प्रभार दिया गया है। यह भी पढ़ें : शादी में हुए विवाद के बाद रिश्ते के मामा ने किया 21 वर्षीय भांजे का कत्ल….
विदित हो कि बीते वर्ष देहरादून निवासी राज्य आंदोलनकारी रवींद्र जुगरान ने जनहित याचिका दायर कर राज्य सरकार पर प्रो. भंडारी की नियुक्ति यूजीसी के नियमावली को दरिकिनार कर करने का आरोप लगाते हुए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। कहा था कि नियमावली के अनुसार कुलपति के लिए 10 साल प्राध्यापक पद की सेवा होनी जरूरी है।
(Education) जबकि प्रो. भंडारी ने प्राध्यापक के पद में करीब आठ वर्ष ही सेवाएं की हैं। बाद में वह उत्तराखंड पब्लिक सर्विस कमीशन के मेंबर नियुक्त हो गए थे। उस दौरान की सेवा उनकी प्रोफेसरशिप में नहीं जोड़ी जा सकती है। यह भी पढ़ें : अवैध खनन लाते पकड़े गए डंपरों को वन कर्मियों से धक्का-मुक्की कर छुड़ा ले गए खनन माफिया
उच्च न्यायालय ने याचिका पर सुनवाई कर उनकी नियुक्ति निरस्त कर दी थी। अलबत्ता कुलपति को सर्वोच्च न्यायालय से पद पर बने रहने के लिए स्थगनादेश मिल गया था। अब इस मामले में जल्द सर्वोच्च न्यायालय से अंतिम निर्णय आने की बात कही जा रही है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय को जल्द मिलने वाली है बड़ी खुशखबरी !
-उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय का ‘नैक’ यानी राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद द्वारा तीन दिन तक किया गया निरीक्षण मूल्यांकन
-2 से 4 दिन के अंदर परिणाम आने की है संभावना, नैक ग्रेड मिलने से विश्वविद्यालय की अकादमिक गुणवत्ता का बढ़ेगा महत्व
नवीन समाचार, हल्द्वानी, 15 अक्तूबर 2022। नैक यानी राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद द्वारा उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय में गत 12 अक्टूबर से शुरू हुआ तीन दिवसीय निरीक्षण व मूल्यांकन का कार्य शुक्रवार को पूरा हो गया है।
(Education) परिषद की कमेटी के अध्यक्ष सहित 4 अन्य सदस्यों की 5 सदस्यीय टीम ने विश्वविद्यालय की अकादमिक, प्रसाशिनक व भौतिक संसाधनों का मूल्यांकन व निरीक्षण किया। यह भी पढ़ें : केंद्रीय मंत्री के कार्यक्रम में एक साथ जुटे भाजपा-कांग्रेस के नेता…
ज्ञात हो कि उच्च शिक्षण संस्थानों व विश्वविद्यालयों के अकादमिक व प्रशासनिक गुणवत्ता के मूल्यांकन के लिए भारत में नैक यानी राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद की स्थापना की गई है। इसी परिषद की एक टीम ने उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय में अपने तीन दिवसीय कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की अकादमिक और अन्य कार्यो का निरीक्षण व मूल्यांकन किया। विश्वविद्यालय की ओर से ‘सीका’ यानी आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन केन्द्र ने कार्य का समन्वय किया। यह भी पढ़ें : युवा हैं, और नौकरी चाहिए तो नैनीताल बैंक में करें आवेदन…
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के प्रभारी जनसंपर्क अधिकारी डॉराकेश चन्द्र रयाल ने बताया कि इस दौरान टीम ने विश्वविद्यालय के सभी विद्यालयों व विभागों का निरीक्षण कर उनके अंतर्गत संचालित कार्यक्रमों व पाठ्यक्रमों की अध्ययन सामग्री, कार्यक्रमों-पाठ्यक्रमों की संरचना, विश्वविद्यालय में इन पाठ्यक्रमों को शुरू करने के उद्देश्यों और उपयोगिताओं को जांचा व जाना।
(Education) टीम ने सभी विषयों के शिक्षकों की शैक्षिक उपलब्धियों, शोध कार्यों व विशेष शैक्षिक-शोध उपलब्धियों को भी जाना। मूल्यांकन कार्यक्रम के प्रथम दिवस पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोओपीएस नेगी तथा विश्वविद्यालय में ‘सीका’ के निदेशक प्रोआरसी मिश्र ने विश्वविद्यालय की समस्त शैक्षिक, शोध, प्रशासनिक व अन्य अकादमिक गतिविधियों, उपलब्धियों को पीपीटी के माध्यम से टीम के सम्मुख रखा। इसके बाद सभी स्कूलों का निरीक्षण किया गया। यह भी पढ़ें : हल्द्वानी में 15 स्पा सेंटरों में की गई छापेमारी, सभी में मिलीं अनियमितताएं, मात्र 70….
दूसरे दिन विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय हल्द्वानी व अध्ययन केन्द्र एमबीपीजी कालेज हल्द्वानी, एसबीएसपीजी कॉलेज रूद्रपुर और विश्वविद्यालय मुख्यालय हल्द्वानी में स्थित आदर्श अध्ययन केन्द्र का भी निरीक्षण व मूल्यांकन किया। इसके अलावा विश्वविद्यालय के विभिन्न निदेशालयों जैसे क्षेत्रीय सेवाएं, शोध, एमपीडीडी तथा शोध के साथ-साथ विभिन्न अनुभागों प्रवेश अनुभाग, परीक्षा अनुभाग, वित्त अनुभाग, अधिष्ठान, केन्द्रीय पुस्तकालय, क्रेश, सूचना का अधिकार, सामुदायिक रेडियो, आईसीटी, वीडियो प्रोडक्शन आदि का निरीक्षण व मूल्यांकन किया। यह भी पढ़ें : आक्रोशित करने वाली वारदात: उत्तराखंड के युवक की हरियाणा में हैवानियत के बाद
जबकि अंतिम दिवस पर सभी निदेशकों व अनुभाग प्रभारियों के साथ सभी दस्तावेजों को मंगवाकर सवाल जवाब कर कार्यो का मूल्यांकन किया और अपनी रिपोर्ट तैयार की। टीम अपनी रिपोर्ट नैक को सौंपेगी और रिपोर्ट सौंपने के एक या 2 दिन बाद विश्वविद्यालय को नैक द्वारा ग्रेड जारी किया जाएगा। विश्वविद्यालय को नैक की ग्रेड देने हेतु टीम द्वारा किये गए निरीक्षण व मूल्यांकन के दौरान विश्वविद्यालय के अधिकारियों, शिक्षकों व कर्मचारियों में खासा उत्साह देखने को मिला। यह भी पढ़ें : नगर पालिका में हुई ईओ से अभद्रता की घटना पर नगर के रंगकर्मी भी आहत, जानें.…
कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी ने कहा कि यह कार्य विश्वविद्यालय के लिए किसी बड़ी चुनोती से कम नहीं था लेकिन विश्वविद्यालय की पूरी टीम ने नैक के इस निरीक्षण व मूल्यांकन कार्य में पूरा सहयोग व साथ दिया। उन्होने ‘नैक’ की टीम का आभार व्यक्त किया तथा विश्वविद्यालय परिवार के समस्त सदस्यों का भी आभार जताया। विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. रश्मि पन्त ने भी नैक की टीम के सभी सदस्यों का आभार प्रकट किया तथा सहयोग हेतु विश्वविद्यालय के सभी कार्मिकों की सराहना की। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : राज्य के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी के बीच पहाड़ का एक विद्यालय ऐसा भी, यहां एकमात्र छात्र के लिए तीन शिक्षक और एक भोजनमाता भी तैनात
नवीन समाचार, पौड़ी , 23 सितंबर 2022। राज्य के खासकर पहाड़ के विद्यालय भले ही शिक्षकों की भारी कमी से जूझ रहे हों, लेकिन पौड़ी जिले के बाड़ियाना गांव के एक विद्यालय में स्थिति बिल्कुल उलट है। यहां छात्र संख्या मात्र एक है और इस एकमात्र छात्र की खुशकिस्मती है कि उसे पढ़ाने के लिए तीन शिक्षकों के साथ दोपहर के भोजन के इंतजाम के लिए एक भोजनमाता भी तैनात है।
एक छात्र को पढ़ाने के लिए तीन शिक्षकों का होना जहां एक ओर सुकून की खबर लग रही है वहीं ग्राम प्रधान का कहना है कि इस विद्यालय को बंद कर दूसरे विद्यालय में मर्ज कर दिया जाए, ताकि शिक्षक विहीन दूरसे विद्यालयों में यह शिक्षक अधिक छात्रों को पढ़ा सकें।
यह अनूठा विद्यालय राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बीरोंखाल ब्लॉक के दूरस्थ क्षेत्र बाड़ियाना में स्थित है। इस विद्यालय का एकमात्र छात्र आठवीं कक्षा में पढ़ रहा है।
(Education) एक ओर जहां राज्य के साथ पूरे देश के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है वहीं उत्तराखंड के पौड़ी जिले का यह विद्यालय अपने आप में एक अनूठी मिशाल पेश करने के साथ व्यवस्था पर सवाल भी खड़े कर रहा है। मामला संज्ञान में लाए जाने के बाद अब संबंधित उच्चाधिकारी यहां से शिक्षकों के समायोजन की बात कर रहे हैं। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : विद्यालयों में बायोमैट्रिक मशीन से ही उपस्थिति दर्ज कराने और जर्जर भवनों में पढ़ाई न कराने के निर्देश…
-न कराने पर राइंका हल्दूचौड़ के प्रधानाचार्य को मिली एडी से फटकार
-विद्यालयों में जर्जर एवं सीलनयुक्त कक्षा-कक्षों में किसी भी सूरत में कक्षायें संचालित नहीं कराने के निर्देश
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 22 सितंबर 2022। कुमाऊं मंडल के अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा लीलाधर व्यास ने शुक्रवार को जनपद के हल्द्वानी विकासखंड के विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया।
(Education) इस दौरान राजकीय इंटर कालेज हल्दूचौड़ में शिक्षक एवं कार्मिकों की वायोमैट्रिक मशीन के माध्यम से उपस्थिति दर्ज न कराने पर उन्होंने सख्त नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने प्रधानाचार्य को दो दिन के भीतर वायोमैट्रिक मशीन के माध्यम से उपस्थिति दर्ज न करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। कहा कि इसके लिये किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं नहीं बरती जाय।
इसके अलावा श्री व्यास ने राइंका हल्दूचौड में प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों के आवासीय परिसर के जीर्णशीर्ण होने पर उनके ध्वस्तीकरण के लिए तत्काल प्रस्ताव बनाये जाने तथा विद्यालय में स्वच्छता के साथ पठन-पाठन पर विशेष ध्यान दिये जाने एवं राजकीय हाईस्कूल मोटाहल्दू में क्षतिग्रस्त भोजन कक्ष में खाना नहीं बनाये जाने के निर्देश भी दिये। आगे राजकीय कन्या इंटर कालेज धौलाखेडा में श्री व्यास ने कक्षा-कक्षों में जाकर छात्राओं को पठन- पाठन भी कराया, और स्कूली बच्चों से कई सवाल जवाब भी किये।
कहा कि विद्यालय में बच्चों का बौद्धिक अधिगम स्तर उच्च स्तर का है। उन्होंने कहा विद्यालय में जर्जर एवं सीलनयुक्त कक्षा-कक्षों में किसी भी सूरत में कक्षायें संचालित नहीं की जाय। उन्होंने विद्यालय के शौचालय बेहद खराब होने पर नाराजगी भी व्यक्त की। निरीक्षण में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी जगमोहन रौतेला भी उपस्थित रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : सरकारी स्कूलों के गजब हाल, सरकारी विद्यालय में लाखों पाने वाली प्रधानाचार्या की जगह मात्र ढाइ हजार में काम करती मिली ग्रामीण लड़की
नवीन समाचार, पौड़ी, 21 सितंबर 2022। जनपद में लाखों रुपए के वेतन-भत्ते प्राप्त करने वाली एक राजकीय प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाचार्या द्वारा अपनी जगह ढाई हजार रुपए में एक युवती को रखकर बच्चों को पढ़ाए जाने की मामला प्रकाश में आया है। यह मामला तो केवल एक उदाहरण हो सकता है। बताया जाता है कि ऐसा अनेकों शिक्षकों के द्वारा किया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पौड़ी के मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ. आनंद भारद्वाज ने मंगलवार 20 जुलाई को राजकीय प्राथमिक विद्यालय थलीसेंण का औचक निरीक्षण किया तो यह मामला प्रकाश में आया। विद्यालय में तैनात प्रभारी प्रधानाध्यापिका शीतल रावत की जगह कुमारी मधु रावत नाम की एक स्थानीय ग्रामीण युवती काम करनी हुई मिली। यह भी पता चला कि मधु को शीतल रावत अपने पास से मात्र 2500 रुपए मासिक पारिश्रमिक दिया जाता है।
इस पर डॉ. भारद्वाज ने उप शिक्षा अधिकारी थलीसेंण को इस मामले की जांच कर प्रभारी प्रधानाध्यापिका शीतल रावत के स्पष्टीकरण व अपनी आख्या के साथ देने को कहा है। तब तक के लिए प्रभारी प्रधानाध्यापिका के वेतन आहरण पर रोक लगा दी गई है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार शिक्षक को शिक्षा विभाग ने किया निलंबित
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 25 अगस्त 2022। उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार बागेश्वर जनपद में एलटी संवर्ग में व्यायाम शिक्षक के पद पर कार्यरत सहायक अध्यापक जगदीश गोस्वामी को निलंबित कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि निलंबित शिक्षक उत्तराखंड के सुर सम्राट की श्रेणी में आने वाले कुमाउनी लोक गायक गोपाल बाबू गोस्वामी के पुत्र हैं, और एक तरह से अपने कृत्य से उन्होंने अपने पिता द्वारा अर्जित सम्मान को बड़ा नुकसान पहुंचाया है।
कुमाऊं मंडल के प्रभारी अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा रमेश चन्द्र आर्य ने बताया कि इस प्रकरण में राजकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय मलसूना बागेश्वर के व्यायाम शिक्षक के पद पर कार्यरत जगदीश गोस्वामी को गिरफ्तार किये जाने के उपरांत मुख्य शिक्षा अधिकारी बागेश्वर से आख्या मांगी गयी थी। इसके आधार पर उत्तरांचल सरकारी सेवक अनुशासन एवं अपील नियमावली 2003 यथासंशोधित 2010 में निहित प्राविधानों के तहत जगदीश गोस्वामी को निलंबित कर दिया गया है।
निलंबन अवधि में जगदीश गोस्वामी को खंड शिक्षा अधिकारी बागेश्वर में सम्बद्ध किया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में मुख्य शिक्षा अधिकारी बागेश्वर को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है, तथा उन्हें शिक्षक के निलम्बन का आदेश भेजा गया है, ताकि वह इसे संबंधित शिक्षक को हस्तगत करा दें। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : शिक्षा महानिदेशक की नैनीताल को सराहना, ज्योलीकोट को नसीहत…
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 21 जुलाई 2022। प्रदेश के महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी ने गुरुवार को नैनीताल जनपद के कई विद्यालयों का औचक निरीक्षण कर पठन-पाठन का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अटल उत्कृष्ट राजकीय बालिका इंटर कालेज की व्यवस्थाओं को सराहा, वहीं राजकीय इंटर कालेज ज्योलीकोट में व्यवस्थाओं में सुधान के निर्देश दिए।
राबाइंका नैनीताल में निरीक्षण के दौरान महानिदेशक ने 12वीं कक्षा की छात्रा ईशा को केदारनाथ की ऐपण के जरिए सुंदर पेंटिंग बनाये जाने पर प्र्रोत्साहन हेतु पांच सौ रूपये का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों की स्कूली शिक्षा पर विशेष ध्यान दिये जाने के निर्देश भी दिये। इस दौरान उन्होंने कई कक्षा-कक्षों में जाकर शिक्षण कार्य को देखा तथा छात्राओं से किताबी ज्ञान के अलावा सामान्य ज्ञान के कई प्रश्नों के जवाब पूछे।
उन्होंने वर्चुअल रियेलिटी कक्षा-कक्ष, स्मार्ट क्लास तथा कम्प्यूटर कक्ष में छात्राओं को दी जा रही शिक्षण गतिविधियों के संबंध में भी जानकारी ली, और विद्यालय में पठन-पाठन, अनुशासन, कक्षा-कक्षों एवं अन्य गतिविधियों पर प्रधानाचार्य सावित्री दुग्ताल की प्रंशसा की। आगे राजकीय इंटर कालेज ज्योलीकोट का निरीक्षण करते हुए उन्होंने छात्र-छात्राओं का लेख सुधारे जाने तथा नोट्स बनाये जाने हेतु शिक्षकों को निर्देश दिये।
महानिदेशक ने विद्यालय में गिरती छात्र संख्या पर भी चिंता जाहिर की। कहा कि विद्यालय में छात्र संख्या में वृद्धि के साथ शिक्षा के अधिगम स्तर को और बेहतर किये जाने की आवश्यकता है। इस हेतु प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों को कड़ी मेहनत करनी होगी। इस अवसर पर अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा कुमाऊँ लीलाधर व्यास, अपर निदेशक बेसिक अजय नौडियाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी केएस रावत तथा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी जगमोहन रौतेला आदि मौजूद रहे। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : कुमाऊं मंडल के 324 शिक्षकों को चयन वेतनमान का तोहफा
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 25 जुलाई 2022। माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत प्रवक्ता संवर्ग के 324 शिक्षकों को सोमवार को चयन वेतनमान दिये जाने के आदेश जारी कर दिये गये हैं। जिसमें सर्वाधिक शिक्षक अल्मोड़ा तथा सबसे कम चम्पावत जनपद के हैं। कुमाऊं मंडल के अपर निदेशक-माध्यमिक शिक्षा लीलाधर व्यास ने बताया कि शिक्षकों को चयन वेतनमान 10 वर्ष की सेवा पूर्ण करने पर प्रदान किया जाता है।
इधर, मंडलीय कार्यालय को लगभग 465 चयन वेतनमान के प्रकरण प्राप्त हुये थे। स्क्रीनिंग कमेटी की संस्तुति के आधार पर 1 जनवरी 2016 से पुनरीक्षित वेतन संरचना के अनुसार 10 वर्ष की सेवापूर्ण करने पर प्रवक्ता संवर्ग के शिक्षकों को चयन वेतनमान स्वीकृत किया गया है। उन्होंने कहा कि जिन प्रवक्ता संवर्ग के शिक्षकों को चयन वेतनमान स्वीकृत किया गया है, उनमें नैनीताल के 64, अल्मोडा के 108, पिथौरागढ के 57, उधमसिंहनगर के 34, चम्पावत के 26 तथा बागेश्वर के 35 शिक्षकों के नाम शामिल है।
यह स्वीकृति आदेश विभागीय बेबसाईट में अपलोड कर दी गयी है। इसके अलावा मुख्य शिक्षा अधिकारी कुमाऊं मंडल को शिक्षकों के सेवा पुस्तिका सहित आदेश प्रेषित किये जा रहे है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : शिक्षक रोज 150 किमी का आना-जाना कर कर रहे ड्यूटी, वीडियो वायरल होने पर रोका वेतन
दान सिंह लोधियाल @ नवीन समाचार, धानाचूली, 18 जुलाई 2022। नैनीताल जनपद के दूरस्थ विद्यालयों में शिक्षक सुबह 7 बजे के विद्यालय में भी हल्द्वानी, गौलापार, बिंदूखत्ता से यानी 70-75 किलोमीटर तक दूर मोतियापाथर, ओखलकांडा, सुंदरखाल, भटेलिया, मुक्तेश्वर, गौन्यारो, डालकन्या तथा इन स्थानों से दो-ढाई किलोमीटर पैदल भी चलकर यानी हर रोज करीब 150 किलोमीटर का आना-जाना कर अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।
यह अलग बात है, और सहज ही कल्पना की जा सकती है कि वह कैसी ड्यूटी कर रहे होंगे। चिंताजनक बात यह भी कि अधिकारी इस बात से अन्जान नहीं, और यदि हैं तो यह उनकी कार्यशैली पर भी और भी बड़ा प्रश्न खड़ा करता है, फिर भी ऐसे शिक्षकों पर विभागीय अधिकारी ही नहीं, राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार का दावा करने वाला पूरा शासन-प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है। जबकि नियमानुसार शिक्षक अपने स्थान को बिना कार्यालयाध्यक्ष को सूचित किये नहीं छोड़ सकते हैं। देखें उत्तराखंड की शिक्षा व्यवस्था पर विडियो :
बहरहाल, सोमवार को विकास खंड ओखलकांडा के दूरस्थ राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कुमल्टा डालकन्या में अभिभावकों ने डेढ़ घंटे देरी तक तीन शिक्षकों में से एक के भी विद्यालय में नही पहुचने पर वीडियो बना लिया और इसे सोशल मीडिया में डाल दिया। इस वीडियो के वायरल होने के बाद ओखलकांडा की खंड शिक्षा अधिकारी ने तीनो शिक्षकों का वेतन रोकने के निर्देश देते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही उच्चाधिकारियों को इसकी रिपोर्ट भेजी गयी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को ओखलकांडा विकासखंड के डालकन्या स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कुमल्टा में बच्चे तय समय सुबह 7 बजे से पहले विद्यालय पहुंच गए थे, लेकिन साढ़े आठ बजे तक तीन शिक्षकों में से एक विद्यालय नहीं पहुंचे।
(Education) इस पर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में तथा खंड शिक्षा अधिकारी को भेज दिया। वीडियो में ग्रामीण बता रहे कि विद्यालय में दो शिक्षक और एक शिक्षिकाएं कार्यरत है। इनमें से एक शिक्षक स्थानीय भी है। वह भी रोज 9 बजे विद्यालय पहुंचते हैं। जबकि दो अन्य शिक्षक हल्द्वानी क्षेत्र से आते हैं।
इस पर लंबे समय से ग्रामीणों में शिक्षकों की लापरवाही पर रोष व्याप्त था। ग्रामीणों का कहना है कि यह एक दिन की बात नहीं, आए दिन शिक्षक देर में आते हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस मामले का संज्ञान लेते हुए खंड शिक्षा अधिकारी सुलोहिता नेगी ने कहा कि यह काफी गम्भीर मामला है।
(Education) तीनों शिक्षकों का वेतन रोकने एवं विद्यालय में देरी से पहुंचने का कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। साथ ही इन शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट बनाकर जिला शिक्षा अधिकारी-प्राथमिक को भी पत्र प्रेषित कर दिया गया है।
इस कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कंप मचना तय है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह एक ही विद्यालय की कहानी नहीं है बल्कि ओखलकांडा क्षेत्र के बहुत से ऐसे विद्यालय हैं जहां कई शिक्षक-शिक्षिकाएं घंटों देरी से पहुंचते है, लेकिन इस पर उच्चाधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नई शिक्षा नीति लागू करने वाला देश का पहला राज्य बना उत्तराखंड, सीएम धामी ने किया शुभारंभ…
नवीन समाचार, देहरादून, 12 जुलाई 2022। उत्तराखंड नई शिक्षा नीति लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिक्षा निदेशालय में बाल वाटिका का शुभारंभ किया। इसके साथ उत्तराखंड में नई शिक्षा नीति-2020 लागू हो गई। सरकार का दावा है कि ऐसा करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है।
सीएम ने कहा कि एनईपी से बच्चों के नए भविष्य का निर्माण होगा। इससे उन्हें हर वह चीज मिलेगी जो उनके संपूर्ण विकास के लिए जरूरी है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय भवन का लोकार्पण एवं एससीईआरटी भवन का शिलान्यास भी किया। उन्होंने बच्चों में उद्यमिता के विकास के लिए पुस्तक एवं कैरियर कार्ड का विमोचन किया, साथ ही क्षेत्र के जीर्णशीर्ण आंगनबाड़ी केंद्रों की मरम्मत की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 एक नया क्रान्तिकारी परिवर्तन है। यह शिक्षा नीति नौनिहालों के उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करेगी। यह नीति भारतीय सनातन ज्ञान और विचार की समृद्ध परंपरा के आलोक में तैयार की गई है, जो हर व्यक्ति में निहित रचनात्मक क्षमताओं के विकास पर विशेष जोर देती है।
(Education) उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व निर्माण में शिक्षकों की सबसे अहम भूमिका है। बच्चों को सबसे पहले संस्कार माता-पिता से मिलते हैं, उसके बाद उनके व्यक्तित्व निर्माण में पूरी भूमिका शिक्षकों की होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को 2030 तक पूरी तरह लागू करने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने शिक्षा विभाग से अपेक्षा की कि विभाग 2025 तक शिक्षा के क्षेत्र में कुछ ऐसे कार्य करे, जो देश में एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत हों। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को लक्ष्य दिया गया है कि 2025 में जब उतराखंड राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती मनाएगा, सभी विभाग अपनी कुछ विशेष उपलब्धियां धरातल पर दिखाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी, अपर सचिव दीप्ति सिंह, निदेशक माध्यमिक आरके कुंवर, निदेशक बेसिक वंदना गर्ब्याल को पीएम नरेंद्र मोदी के राजनीतिक जीवन पर आधारित पुस्तक ‘मोदी @ 20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ सौंपी।
(Education) कार्यक्रम में विधायक उमेश शर्मा काऊ, महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी, अपर सचिव शिक्षा दीप्ति सिंह, निदेशक माध्यमिक शिक्षा आरके कुंवर, निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण सीमा जौनसारी, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा वंदना गर्ब्याल आदि उपस्थित रहे। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : विद्यालय में केवल एक शिक्षिका, 55 बच्चों की जिम्मेदारी, दो विद्यालयों में निकलीं दो छात्राएं…
नवीन समाचार, नैनीताल, 11 जुलाई 2022। अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाई जाए तो कुछ भी असंभव नहीं। नैनीताल जनपद के रामनगर विकास खंड में स्थित प्राथमिक विद्यालय राजपुर की दो छात्राओं ने दो प्रतिष्ठित विद्यालयों में चयनित होकर विद्यालय का नाम रोशन किया है। यह तब है जबकि विद्यालय में केवल एक ही शिक्षिका कार्यरत है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्राथमिक विद्यालय राजपुर की छात्रा आराधना का चयन दो विद्यालयों-जवाहर नवोदय विद्यालय एवं राजीव नवोदय विद्यालय में एवं साक्षी का चयन जवाहर नवोदय विद्यालय एवं एकलव्य विद्यालय में हुआ है। इनके अलावा एक छात्र नैतिक का चयन एकलव्य विद्यालय में हुआ है। उल्लेखनीय है कि विद्यालय में प्रधानाध्यापिका यामिनी जोशी के रूप में पिछले एक वर्ष से केवल एक ही शिक्षिका कार्यरत हैं। वह अकेले विद्यालय में पढ़ने वाले 55 बच्चों की जिम्मेदारी निभा रही हैं।
उल्लेखनीय है कि रामनगर मुख्यालय से 26 किलोमीटर दूर स्थित यह विद्यालय पूर्व में पंचायत भवन में चल रहा था। इधर करीब 7-8 माह से ही विद्यालय अपने नए भवन में चल रहा है। ग्रामीणों तथा ग्राम प्रधान एवं अध्यापक-अभिभावक संघ के अध्यक्ष व समिति सदस्यों ने चयनित विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है
(Education) और कहा है कि विद्यालय में कार्यरत केवल एक प्रधानाध्यापिका के प्रयासों से यह उपलब्धि गौरवान्वित करने वाली है। यदि अधिक शिक्षिकाएं होतीं तो परिणाम और भी बेहतर हो सकते थे। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : इस समाचार से कुमाऊं मंडल के एलटी शिक्षकों में हड़कंप मचना तय… 34 वर्षों से दुर्गम में फंसे शिक्षकों के लिए सुगम में आने का मौका भी…
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 6 जुलाई 2022। जी हां, बहुत हद तक संभव है कि इस समाचार से कुमाऊं मंडल के एलटी शिक्षकों में हड़कंप मच जाए। ऐसा इसलिए कि चार वर्ष के बाद शिक्षा विभाग ने कुमाऊं मंडल के एलटी शिक्षकों के स्थानांतरणों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में सुगम से दुर्गम में जाने वाले 85 पुरुष व 23 महिला शिक्षक एवं दुर्गम से सुगम में आने वाले 496 पुरुष व 67 महिला यानी कुल 671 शिक्षक शामिल हैं। सम्बंधित विडियो समाचार भी देखें :
कुमाऊं मंडल के अपर शिक्षा निदेशक-माध्यमिक लीलाधर व्यास ने बताया कि माह जून एवं जुलाई में एलटी संवर्ग के शिक्षकों के शून्य छात्र संख्या व अतिरिक्त शिक्षकों तथा प्राथमिक शिक्षकों की पदोन्नति के फलस्वरूप 15 प्रतिशत की सीमा के भीतर अनिवार्य स्थानांतरण किए जा रहे हैं। इनकी सूची विभागीय वेबसाइट में अपलोड कर दी गई है। सूची में शामिल शिक्षक यदि इस पर कोई संशोधन चाहते हों तो 8 जुलाई तक मंडलीय कार्यालय में ईमेल से आवेदन कर सकते हैं।
रही हड़कंप मचने की बात तो इसे इस तरह समझा जा सकता है कि सुगम से दुर्गम में जाने वाले शिक्षकों में ऐसे करीब दो दर्जन शिक्षक भी शामिल हैं, जो अपने ऊंचे रसूख व प्रभाव से पिछले 25-30 वर्ष से सुगम विद्यालयों में अड़े हुए हैं, और इनकी वजह से दुर्गम के विद्यालयों में ऐसे बदनसीब शिक्षक भी हैं, जो पिछले 34 वर्षों से दुर्गम में सेवाएं देने को मजबूर हैं, और संभवतया उन्होंने सुगम विद्यालयों में आने की उम्मीद ही खो दी है।
हड़कंप मचने की बात इस बात से भी समझी जा सकती है कि राज्य में मूलतः शिक्षकों के स्थानांतरण की वजह से ही स्थानांतरण नीति बनी थी। इस नीति के आधार पर राज्य के दूसरे विभागों में स्थानांतरण हो रहे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग में नहीं हो पा रहे हैं।
(Education) इधर पिछले दो वर्ष कोरोना काल को छोड़ भी दें तो शिक्षा विभाग में इसके पहले के दो वर्ष भी यानी पिछले 4 वर्षों से स्थानांतरण नहीं हो पाए हैं। बल्कि चार वर्ष पूर्व तो पूरी स्थानांतरण की प्रक्रिया हो जाने के बावजूद सुगम से दुर्गम में जाने वाले शिक्षकों के विरोध के कारण सरकार ने स्थानांतरण की प्रक्रिया ही रोक दी थी।
यह भी गौरतलब है कि वास्तव में स्थानांतरणों के लिए 10 वर्ष दुर्गम में रहने का नियम है। यदि इस नियम के आधार पर स्थानांतरण हों तो बताया गया है कि 10 हजार शिक्षक स्थानांतरण की जद में आते, लेकिन विभाग अभी स्थानांतरण की जद में आने वाले केवल 15 प्रतिशत शिक्षकों के ही स्थानांतरण कर रहा है, और इस जद में यह 671 शिक्षक आ रहे हैं।
यह कहना भी गलत नहीं कि यदि इस बार भी अनिवार्य स्थानांतरण की जद में आए शिक्षक सुगम से दुर्गम में जाने से परहेज करते हैं तो इससे उनके साथ दुर्गम से सुगम में आने वाले शिक्षकों के स्थानांतरण भी प्रभावित हो सकते हैं, और पूरी स्थानांतरण प्रक्रिया भी बाधित हो सकती है। यानी इस पूरी प्रक्रिया के लागू रहने पर संशय बना हुआ है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : कुमाऊं मंडल के 67 प्राथमिक शिक्षकों को मिली पदोन्नति, साथ ही मिले विद्यालय भी…
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 29 जून 2022। कुमाऊं मंडल के हिंदी व संस्कृत विषयों के 67 प्राथमिक शिक्षकों को बुधवार को एलटी स्नातक वेतनमान में पदोन्नति के उपरांत उनकी सुगम व दुर्गम की सेवाओं के आधार पर विद्यालय आवंटित कर दिए गए हैं।
बताया गया है कि आज हिंदी के 71 व संस्कृत के 10 यानी कुल 81 शिक्षकों को काउंसिलिंग हेतु बुलाया गया था, लेकिन इनमें से 67 ही नगर के जीजीआईसी में आयोजित काउंसिलिंग में उपस्थित हुए। आगे बताया गया है कि गुरुवार को गणित एवं विज्ञान विषय के तथा 1 जुलाई को अंग्रेजी, व्यायाम, कला, गृह विज्ञान, सामान्य, वाणिज्य व संगीत विषय के शिक्षकों को काउंसिलिंग हेतु बुलाया गया है।
काउंसिलिंग की प्रक्रिया में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी पूरन बिष्ट, ललित उपाध्याय, जगमोहन रौतेला, आलोक जोशी, राजेंद्र अधिकारी, संजय रौतेला, ललित सती, नवीन पांडे, महेश आर्या व क्षितिज तिवारी आदि ने योगदान दिया। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : कुमाऊं मंडल के 293 प्राथमिक शिक्षकों को मिलेगा पदोन्नति का तोहफा
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 23 जून 2022। कुमाऊं मंडल में प्राथमिक शिक्षा में कार्यरत 293 शिक्षकों का शीघ्र ही सहायक अध्यापक-एलटी स्नातक वेतनक्रम में पदोन्नति मिलने जा रही है। इस हेतु प्राथमिक शिक्षकों के लिए 29 जून से मुख्यालय में काउंसिलिंग होने जा रही है।
कुमाऊं मंडल के अपर शिक्षा निदेशक-माध्यमिक संख्या लीलाधर व्यास ने बताया कि प्राथमिक शिक्षा में कार्यरत शिक्षकों को 30 फीसद कोटे के अंतर्गत पदोन्नति दी जानी है। इस हेतु 1207 प्राथमिक शिक्षकों के आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। इस हेतु 29 जून की सुबह 11 बजे से राजकीय कन्या इंटर कॉलेज नैनीताल के सभागार में हिंदी एवं संस्कृत विषय की, 30 को गणित एवं विज्ञान तथा 1 जुलाई को अंग्रेजी, व्यायाम, कला, गृह विज्ञान, सामान्य, वाणिज्य तथा संगीत विषय के आवेदक शिक्षकों की काउंसिलिंग की जाएगी।
इस हेतु आवेदक शिक्षकों से अपने सभी मूल शैक्षिक, प्रशिक्षण तथा अन्य वांछित प्रमाण पत्रों सहित उपस्थित होने को कहा गया है। बताया कि काउंसिलिंग में प्रतिभाग करने वाले शिक्षकों को वरिष्ठता क्रम के अनुसार विषयवार सूची विभागीय वेबसाइट में अपलोड कर दी गई है।
(Education) प्रदर्शित सूची के अनुसार ही शिक्षकों को तिथिवार काउंसिलिंग में प्रतिभाग करना है। इस पदोन्नति में सर्वाधिक लाभ हिंदी विषय के सर्वाधिक शिक्षकों को मिलने जा रहा है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : इग्नू का नया एमसीए कार्यक्रम सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आधुनिक पाठ्यक्रमों से सुसज्जित…
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 11 जून 2022। इग्नू यानी इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने जॉब मार्केट और कॉरपोरेट क्षेत्र में आईटी क्षेत्र के नवीनतम पाठ्यक्रम की उच्च मांग के दृष्टिगत नए मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन यानी एमसीए प्रोग्राम में कई नवीनतम पाठ्यक्रम जोड़े हैं।
इस कार्यक्रम में जुलाई 2022 सत्र के लिए प्रवेश शुरू हो गया है। एआईसीटीई ने इग्नू को नया एमसीए कार्यक्रम चलाने की मंजूरी दे दी है और शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के लिए इग्नू को 20 हजार सीटें आवंटित की हैं।
इग्नू के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ अनिल कुमार डिमरी ने बताया कि इग्नू के नए एमसीए में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, बिग डेटा, डेटा माइनिंग, डेटा वेयरहाउसिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग आदि को शामिल किया है। उन्होने कहा कि बहुत कम विश्वविद्यालय इन विषयों को अपने एमसीए कार्यक्रम में शामिल कर रहे हैं। इग्नू ऐसे शिक्षार्थियों को यह बड़ा अवसर प्रदान कर रहा है जो आईटी क्षेत्र के इन नए विकासों को सीखने के लिए इच्छुक हैं।
इग्नू के डीएसबी परिसर नैनीताल के समन्वयक प्रो ललित तिवारी ने बताया कि जुलाई 2022 सत्र के लिए प्रवेश शुरू हो गया है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2022 है। आवेदकों को सलाह दी जाती है कि वे इसके लिए आवेदन करने से पहले प्रबंधन कार्यक्रमों के विवरणिका को देखें।
(Education) शुल्क भुगतान सहित प्रवेश की सभी प्रक्रियाएं इग्नू के समर्थ पोर्टल (https://ignouadmission.samarth.edu.in/) के माध्यम से की जाएंगी। वर्तमान में बीसीए और एमसीए कार्यक्रम देहरादून और हल्द्वानी के अध्ययन केंद्र में उपलब्ध हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : इग्नू से अगले माह से कर सकते हैं 7 नए एमबीए
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 8 जून 2022 (Education) । इन्नू यानी इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने जुलाई 2022 से शुरू होने वाले सत्र से सात प्रकार के एमबीए कर सकते हैं। इग्नू के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ अनिल कुमार डिमरी ने बताया कि इग्नू ने अभी हाल में मानव संसाधन प्रबंधन, संचालन प्रबंधन, वित्त प्रबंधन और विपणन प्रबंधन में 4 नए एमबीए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं।
(Education) इनके अलावा, एमबीए (सामान्य) ओडीएल और ऑनलाइन मोड में तथा बैंकिंग क्षेत्र में काम करने वाले अधिकारियों के लिए एमबीए बैंकिंग और वित्त पाठ्यक्रम भी उपलब्ध है। इस प्रकार कुल सात प्रकार के एमबीए के लिए इग्नू के जुलाई 2022 सत्र के दौरान प्रवेश खुले हैं।
(Education) उन्होंने बताया कि ये सभी एमबीए एआईसीटीई द्वारा विधिवत स्वीकृत हैं। एआईसीटीई ने इग्नू को जुलाई 2022 सत्र के लिए एमबीए पाठ्यक्रमों में 1 लाख दाखिले लेने की मंजूरी दे दी है। इनमें से किसी भी एमबीए प्रोग्राम में प्रवेश के लिए कोई प्रवेश परीक्षा नहीं है।
(Education) प्रवेश के लिए आवेदक सीधे इग्नू के समर्थ पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। इनमें से किसी भी कार्यक्रम में प्रवेश के लिए पात्र होने के लिए आवेदक को न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक उत्तीर्ण होना चाहिए।
(Education) इग्नू के इस सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गयी है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2022 है। आवेदकों को सलाह दी जाती है कि वे इसके लिए आवेदन करने से पहले प्रबंधन कार्यक्रमों के विवरणिका को देखें। शुल्क भुगतान सहित प्रवेश की सभी प्रक्रियाएं इग्नू के समर्थ पोर्टल (https://ignouadmission.samarth.edu.in/) के माध्यम से की जाएंगी। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : बड़ा समाचार : खुशखबरी: पहाड़ के इंटर कॉलेजों के लिए आयोग से चयनित हुए 449 प्रवक्ता..
नवीन समाचार, देहरादून, 3 जून 2022 (Education) । उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की ओर से चयनित विभिन्न विषयों के 449 प्रवक्ताओं को शीघ्र विद्यालयी शिक्षा के अंतर्गत तैनात किया जाएगा। इसके लिए निर्देश विभागीय उच्चाधिकारियों को दे दिए गए हैं। आयोग से चयनित इन शिक्षकों को पर्वतीय क्षेत्रों के विद्यालयों में प्राथमिकता के आधार पर नियुक्ति दी जायेगी। जिससे पर्वतीय क्षेत्रों के स्कूलों में पठन-पाठन सुचारू रूप से चल सकेगा।
(Education) यह बात प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में कही। बताया कि विद्यालयी शिक्षा विभाग द्वारा प्रवक्ता संवर्ग के अंतर्गत सामान्य एवं महिला शाखा के सीधी भर्ती के रिक्त 571 पदों पर चयन के लिए उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजा था, जिस पर आयोग ने परीक्षा का अंतिम परिणाम घोषित कर विभिन्न विषयों के 449 शिक्षकों का चयन कर दिया है।
(Education) जबकि विभिन्न श्रेणी के शेष पदों पर योग्य अभ्यर्थी न मिलने के कारण चयन नहीं किया गया। चयनित शिक्षकों में अंग्रेजी विषय में 64, हिन्दी में 81, संस्कृत में 18, भौतिक विज्ञान में 46, रसायन विज्ञान में 42, गणित में 6, जीव विज्ञान में 35, नागरिकशास्त्र में 38, अर्थशास्त्र में 74, इतिहास में 8, भूगोल में 17, समाजशास्त्र में 6 तथा कला, मनोविज्ञान एवं कृषि में एक-एक अभ्यर्थी शामिल हैं। जबकि महिला शाखा के अंतर्गत हिन्दी विषय में 2, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान एवं अर्थशास्त्र में 3-3 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें(Education) : कुमाऊं मंडल के 313 शिक्षकों को मिला स्थायीकरण का तोहफा
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 29 मई 2022 (Education) । माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत कुमाऊं मंडल में कार्यरत एलटी स्नातक वेतनक्रम के 313 शिक्षकों के स्थायीकरण के आदेश जारी कर दिए हैं। इनमें 44 महिला तथा 269 पुरुष शिक्षक शामिल हैं।
(Education) अपर निदेशक-माध्यमिक लीलाधर व्यास ने बताया कि इनमें स्थायी हो रही महिला शिक्षिकाओं में अल्मोड़ा की 28, नैनीताल जनपद की 7, बागेश्वर की 5 व पिथौरागढ़ की 4 शिक्षिकाएं शामिल हैं। वहीं 269 पुरुष शिक्षकों में अल्मोड़ा के 126, नैनीताल के 63, पिथौरागढ़ के 45, बागेश्वर के 35 शिक्षक शामिल है। श्री व्यास ने बताया कि स्थयीकरण के आदेश जिलों के मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालयों को भेज दिए हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : केंद्र सरकार से आज उत्तराखंड को मिला 970 करोड़ रुपए का तोहफा, जानें क्या होगा इतनी बड़ी धनराशि से
नवीन समाचार, देहरादून, 13 मई 2022 (Education) । केंद्र सरकार ने उत्तराखंड को शुक्रवार को 970 करोड़ का बड़ा तोहफा दिया है। इस धनराशि से उत्तराखंड के 22 हजार बेसिक शिक्षक जल्द ही टैबलेट की मदद से स्कूल में पढ़ाई कराते नजर आएंगे। शुक्रवार को समग्र शिक्षा अभियान की प्लॉन अप्रुवल बोर्ड की बैठक में राज्य के लिए राज्य द्वारा मांगे गए 1167 करोड़ रुपये की मांग के सापेक्ष 970 करोड़ रुपये का बजट प्लॉन मंजूर किया गया है।
(Education) शुक्रवार को समग्र शिक्षा अभियान के तहत प्रोजेक्ट एप्रूवल बोर्ड की बैठक में उत्तराखंड शिक्षा विभाग से शिक्षा सचिव शिक्षा रविनाथ रमन, शिक्षा महानिदेशक के साथ समग्र शिक्षा अभियान के निदेशक बंशीधर तिवारी, अपर परियोजना निदेशक डॉ मुकुल सती के साथ कई अधिकारी ऑनलाइन बैठक से जुड़े।
(Education) इस दौरान उत्तराखंड को अप्रूवल बैठक से मिली सौगातों को लेकर समग्र शिक्षा के निदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि उत्तराखंड शिक्षा व्यवस्था के लिए 970 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ है, इससे 133 विद्यालों के भवनों की स्थिति सुधारी जाएगी। साथ ही बीआरसी और सीआरसी के लिए भी पैसा जारी किया जाएगा।
(Education) इसके अलावा आईटी लैब के साथ कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में व्यवस्थाएं बढ़ाने के लिए भी बजट को मंजूरी मिली है। साथ ही नई शिक्षा नीति के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों को बाल वाटिका बनाए जाने के लिए भी बजट स्वीकृत हुआ है। जबकि 22000 शिक्षकों को ई-टैब देने के लिए 10-10 हजार की राशि भी स्वीकृत हुई है।
(Education) इसके अलावा नए शिक्षा सत्र में पहली से आठवीं कक्षा तक प्रवेश लेने वाले एक लाख से भी ज्यादा छात्र-छात्राओं के लिए केंद्र सरकार ने एसएसए के बजट प्लॉन के तहत निःशुल्क किताबें और विद्यालय गणवेश योजना में शामिल करने पर सहमति दे दी। बताया गया है कि पहले शिक्षा विभाग ने बजट प्लॉन के तहत जो संख्या पहले भेजी थी, उसमें नए प्रवेश वाले छात्र शामिल नहीं थे। शिक्षा सचिव रविनाथ रमन ने इस मुद्दे को प्रमुखता से केंद्र के सामने रखा। कहा कि सभी छात्रों को लाभ दिया जाना चाहिए।
(Education) अपर परियोजना निदेशक डॉ मुकुल सती ने बताया कि 840 विद्यालयों में आटीसी लैब, 1124 स्मार्ट क्लास व 200 नए विद्यालयों में वोकेशनल कोर्स, 40 विद्यालयों में विज्ञान की प्रयोगशालाएं, पीटसैंड, झंडी पानी मसूरी, कौलागढ़ में गरीब एवं आवासीय हॉस्टल बनेंगे।
(Education) उन्होंने कहा कि जो पैसे केंद्र सरकार के द्वारा राज्य के लिए स्वीकृत हुए हैं उसकी लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी। हर महीने विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी कि कितना काम केंद्र सरकार के द्वारा दिए गए बजट से किया जा रहा है और उसकी क्या प्रगति रिपोर्ट है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : इसलिए नहीं मिलती सरकारी नौकरी ! आठ शिक्षकों का वेतन रोकना पड़ा….
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 8 मई 2022(Education) । युवा पहले रोजगार के लिए रोते हैं। रोजगार मे भी बहुतों की चाहत व कोशिश होती है कि सरकारी नौकरी मिले। शायद इसलिए कि नौकरी मिले और सरकारी दामाद बन जाएं। नौकरी पर भी न जाना पड़े। बस मोटा वेतन बैक खाते में आ जाए। सच्चाई यह है कि ऐसे सरकारी नौकरी करने वालों की वजह से देश-प्रदेश की युवा पीढियों की सरकारी नौकरी पाने की चाहतें दम तोड़ रही हैं। उनके पापों की सजा युवा पीढ़ियां भुगतने को मजबूर हैं।
(Education) खासकर सर्वाधिक सरकारी नौकरी की संभावना वाले शिक्षा विभाग में, जहां से नई पीढ़ी को अच्छी शिक्षा देने की अपेक्षा की जाती है, वहीं फर्जी प्रमाण पत्रों से नौकरी पाने से लेकर विद्यालयों-कार्यालयों में न जाने, शिक्षकों द्वारा ही नहीं शिक्षा मित्रों के द्वारा भी अपनी जगह ‘मित्रों के मित्र’ रखे जाने के भी मामले सामने आते रहते हैं।
(Education) अपने कार्यस्थल पर ही नौकरी करने और अवकाश के साथ ही कार्यस्थल छोडने की अनुमति लेने के कायदे-कानून तो न जाने कहां पीछे छूट गए हैं। किराया भत्ता लेने के बावजूद 100-50 किलोमीटर दूर रहकर भी नौकरी करने जाना आम है….
(Education) बहरहाल, शनिवार को नैनीताल जनपद में विभागीय अधिकारियों द्वारा किए गए मात्र 25 विद्यालयों के औचक निरीक्षण में आठ शिक्षक-जीआइसी जंगलियागांव में किरन भाटिया, उच्च प्राथमिक विद्यालय हल्द्वानी के पीपलपोखरा में कमला देवी व भीमताल के विनायक में हरीश पाठक, प्राथमिक विद्यालय पीपलपोखरा में जमुना पांगती, रामगढ़ के सिरसा में रवींद्र कुमार, बेतालघाट के चांदपुर में भारती लखचौरा, धारी के पोखराड़ में कंचन शाह व दीप चंद्र बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित मिले।
(Education) जनपद के मुख्य शिक्षाधिकारी केएस रावत ने इन शिक्षकों का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं, तथा उनके वेतन आहरण पर रोक लगा दी है। श्री रावत ने कहा है कि सात दिन में संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : गजब हैं नियम ! सालों फर्जी कागजों से नौकरी करो-करोड़ों रुपए हजम करो, कोई वसूली नहीं, 22 साल वाली के बाद 5 साल से नौकरी कर रही एक और शिक्षिका बर्खास्त
नवीन समाचार, हल्द्वानी, 29 अप्रैल 2022 (Education) । फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नैनीताल जनपद के सरकारी विद्यालय में 5 वर्ष तक नौकरी करने वाली एक और शिक्षिका नौकरी से बर्खास्त हो गई है। लेकिन क्या पात्रों का हक मारकर और इस दौरान राजकोष से लाखों-करोड़ों रुपए वसूलने वाले ऐसे शिक्षकों के लिए यही सजा काफी है। जालसाजी का कोई मुकदमा नहीं, राजस्व की कोई वसूली नहीं।
(Education) विभाग का कहना है यह तो 5 साल वाली शिक्षिका बर्खास्त हुई हैं, यहां तो फर्जी कागजातों से 25 से 30 साल तक नौकरी करने के भी उदाहरण हैं। उनके खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। क्या करें, नियम ही ऐसे हैं।
(Education) शुक्रवार को फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी पाने की विभागीय पुष्टि के बाद जिला शिक्षाधिकारी ने 2017 में नौकरी पाने वाली यानी पांच वर्ष से नौकरी कर रही ओखलकांडा ब्लाक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय क्वेराल में तैनात कविता नेगी को बर्खास्त कर दिया। जिला शिक्षाधिकारी-प्रारंभिक शिक्षा एचबी चंद ने बताया कि जांच में शिक्षिका कविता नेगी का शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी टीईटी प्रमाणपत्र गलत पाया गया। यानी शिक्षिका बिना शिक्षक की योग्यता के पांच वर्ष से नौकरी कर रही थी।
(Education) बताया गया है कि अभी भी शिक्षकों के हाईस्कूल से लेकर उच्च शिक्षा तक के करीब 18 हजार से अधिक प्रमाणपत्रों का सत्यापन होना बाकी है। जिले में कुल 12 हजार शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच होनी थी। इनमें से 9500 शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच पूरी हो चुकी है।
(Education) इनमें सात शिक्षक बर्खास्त हुए हैं। गुरुवार को एक शिक्षिका को 22 वर्ष की नौकरी के बाद बाहर किया गया था। डीईओ चंद ने बताया कि फर्जी प्रमाण पत्रों की पुष्टि होने पर शिक्षकों केा बाहर किया जाता है। अन्य कोई कार्रवाई किए जाने का प्राविधान नहीं है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : आखिर यह शिक्षा विभाग में ही क्यों होता है, शिक्षक व शिक्षक गलत प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी से बर्खास्त
नवीन समाचार, हल्द्वानी, 29 अप्रैल 2022 (Education) । उत्तराखंड में अभी भी ऐसे शिक्षक हैं, जिन्होंने गलत तरीके से नौकरी प्राप्त की है। पात्रों का हक मारकर और और राजकीय कोष से लाखों रुपए हड़पने के बाद शिक्षा विभाग उन्हें लंबी जांच के बाद बर्खास्त कर अपनी पीठ थपथपा रहा है।
(Education) सवाल यह है कि क्या नौकरी लगते समय ही ठीक से प्रपत्रों की जांच सुनिश्चित नहीं की जा सकती। और पीढ़ियों को अच्छी शिक्षा देने का दायित्व रखने वाले शिक्षा विभाग में ही ऐसे मामले क्यों आते हैं।
(Education) आज यह बात इसलिए कि विभाग ने दो शिक्षकों को गलत प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी करने के कारण बर्खास्त कर दिया है। जांच में एक शिक्षिका भावना छिम्वाल का हाईस्कूल का प्रमाणपत्र गलत मिला है, जबकि एक शिक्षक मोहन चंद्र ब्रजवासी ने नौकरी पाने के लिए जन्मतिथि में छेड़छाड़ कर उम्र कम दिखाकर नौकरी पाई थी।
(Education) बर्खास्त की गई शिक्षिका दुर्गम का सेवाकाल पूरा करने के बाद हल्द्वानी के कालाढूंगी रोड स्थित प्राथमिक विद्यालय तथा कोटाबाग में नौकरी कर चुकी हैं। जांच प्रक्रिया में शिक्षिका के हाईस्कूल प्रमाणपत्र का माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के दस्तावेजों से मिलान कराया गया तो बोर्ड के दस्तावेजों में शिक्षिका के प्रमाणपत्र का मिलान नहीं हुआ।
(Education) वहीं, बर्खास्त किए गए शिक्षक मोहन चंद्र ब्रजवासी कोटाबाग ब्लाक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय झलुवाजाला में कार्यरत रहे। उनके दस्तावेजों की जांच में पाया गया कि उन्होंने नौकरी के समय 40 वर्ष की आयु सीमा पार कर ली थी। लेकिन नौकरी पाने के लिए जन्मतिथि में छेड़छाड़ कर उम्र घटाकर शिक्षा विभाग में नौकरी पाई।
(Education) दोनों शिक्षक और शिक्षिका करीब दो साल से निलंबित थे, और दोनों के विरुद्ध विभागीय जांच गतिमान थी। जांच पूरी होने के बाद अब दोषी पाए जाने पर बर्खास्त की कार्रवाई की गई है। डीईओ एचबी चंद ने कार्रवाई की पुष्टि की है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : 37 हजार एनआईओएस प्रशिक्षितों के शिक्षक बनने का रास्ता साफ
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 28 अप्रैल 2022 (Education) । उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को एनआईओएस यानी दूरस्थ शिक्षा माध्यम से डीएलएड प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थियों को भी शिक्षक भर्ती की काउंसिलिंग में शामिल करने के निर्देश दिए हैं। इससे राज्य के करीब 37 हजार एनआईओएस से डीएलएड प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थियों के शिक्षक बनने का रास्ता खुल गया है।
(Education) उल्लेखनीय है कि इससे पहले एक सितंबर 2021 को एकलपीठ ने इस मामले शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पर लगी रोक को हटाते हुए सरकार को निर्देश दिए थे कि एनआईओएस के दूरस्थ शिक्षा माध्यम से डीएलएड प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थियो को नियुक्ति प्रकिया में सम्मिलित करते हुए भर्ती प्रक्रिया प्रारम्भ करें।
(Education) ये नियुक्तियां कोर्ट के आदेश के अधीन रहेंगी। कोर्ट ने राज्य सरकार से यह भी कहा था कि इनकी नियुक्ति 2012 की नियमावली व शिक्षा का अधिकार अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत करें। अब एक तरह से इन अभ्यर्थियों को अंतिम राहत मिल गई है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : प्रवेशोत्सव में एडी माध्यमिक हुए शामिल, पुस्तकें वितरित कीं
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 20 अप्रैल 2022 (Education) । कुमाऊं मंडल के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में विद्यालयों में 1 से 19 अप्रैल तक बच्चों के शत-प्रतिशत पंजीकरण को लेकर प्रवेश पखवाड़ा आयोजित होने के बाद बुधवार को प्रवेशोत्सव मनाया गया।
(Education) इस कार्यक्रम के तहत कुमाऊं मंडल के अपर निदेशक-माध्यमिक शिक्षा लीलाधर व्यास ने चंपावत जनपद के टनकपुर स्थित राजकीय कन्या इंटर कॉलेज व राजकीय इंटर कॉलेज तथा महात्मा गांधी जूनियर हाईस्कूल में आहूत प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग किया, और अभिभावकों से बच्चों का प्रवेश सरकारी विद्यालयों में कराने का अनुरोध किया।
(Education) इस दौरान उन्होंने बच्चों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें भी वितरित कीं। कार्यक्रम में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी जगमोहन रौतेला भी साथ मौजूद रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें :(Education) प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापकों की भर्ती में एससी-एसटी व दिव्यांग अभ्यर्थियों को 5 प्रतिशत छूट देने के आदेश
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 19 अप्रैल 2022। (Education) उत्तराखंड उच्च न्यायालय की वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी व न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की खंडपीठ ने राज्य के प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पदों के लिए बीएड सहित स्नातक में 50 फीसद अंकों की बाध्यता को समाप्त करने सबंधी
(Education) 50 से अधिक याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई की और एनसीटीई यानी नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर्स एजुकेशन के दिशा-निर्देशों के तहत स्नातक व बीएड में 45 से 50 के बीच मे अंक अर्जित करने वाले अनुसूचित जाति-जनजाति व दिव्यांग अभ्यर्थियों को पांच प्रतिशत की छूट देने के आदेश दिए है।
(Education) इसके अलावा पीठ ने सामान्य अभ्यर्थियों के मामले में एनसीटीई से चार सप्ताह के भीतर यह स्पष्ट करने को कहा है कि जब एनसीटीई ने कक्षा 6 से 8 तक के अध्यापकों की नियुक्ति के लिए 50 प्रतिशत की बाध्यता रखी है तो प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति पर क्यों नही रखी है? इसके पीछे क्या अवधारणा रही है ?
(Education) उल्लेखनीय है कि उच्च न्यायालय में दायर याचिकाओं में कहा गया था कि राज्य के प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक पद के लिए एनसीटीई व राज्य सरकार ने बीएड और स्नातक में 50 प्रतिशत अंकों की बाध्यता रखी है, जो उच्च न्यायलय व सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों के विपरीत है।
(Education) राज्य सरकार को सर्वोच्च न्यायालय व उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन करते हुए बीएड व स्नातक में 50 प्रतिशत अंकों की बाध्यता को समाप्त करने के आदेश दिए जाएं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : सरकारी विद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ाने के लिए अब 10-10 हजार रुपए के पुरस्कार की पहल
नवीन समाचार, देहरादून, 9 अप्रैल 2022 (Education) । प्राथमिक विद्यालयों में छात्र संख्या बढ़ाने के लिए राज्य सरकार पहली बार बड़े प्रयास करती नजर आ रही है। इन प्रयासों के तहत राज्य सरकार सबसे अधिक नए प्रवेश कराने वाले विद्यालयों को 10-10 हजार रुपए के पुरस्कार प्रदान करेगी।
(Education) प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया है कि प्रत्येक विकासखंड में प्रारंभिक और माध्यमिक स्तर पर सबसे अधिक दाखिले कराने वाले एक-एक विद्यालय को 10 हजार रुपये की धनराशि और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। विद्यालयो में कोरोना काल में बाहरी प्रदेशों से लौटे व आधे में अपनी पढ़ाई छोड़ने वाले बच्चों का वापस स्कूलों से जोड़ने के लिए भी विद्यालयों को विशेष प्रयास करने को कहा गया है। आगामी 20 अप्रैल को सभी विद्यालयों में प्रवेशोत्सव भी मनाया जाएगा।
(Education) श्री तिवारी ने बताया कि शैक्षिक सत्र 2022-23 में छात्र नामांकन और प्रवेशोत्सव को लेकर सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी किया है। डीजी शिक्षा ने मुख्य शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि 19 अप्रैल तक प्रत्येक स्कूल के शिक्षकों को अपने सेवित क्षेत्र की निकटवर्ती बस्तियों में जाकर घर-घर सर्वेक्षण के माध्यम से बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलाने को चिह्नित करना होगा। इस तिथि तक सभी स्कूलों में प्रवेश पखवाड़ा मनाया जाएगा।
(Education) वहीं, 20 अप्रैल को सभी सरकारी और अशासकीय सहायता प्राप्त स्कूलों में प्रवेशोत्सव मनाया जाएगा। इस दिन क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों, जनप्रतिनिधियों, मंत्री, सांसद, विधायक, पंचायत प्रतिनिधि को स्कूल में आमंत्रित कर नए प्रवेश लेने वाले बच्चों का स्वागत करना होगा। इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी प्रत्येक ब्लॉक में बीईओ व डिप्टी बीईओ को दी गई है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : जनपद के विद्यालयों में शिक्षकों पर मोबाइल का इस्तेमाल करने पर लगा प्रतिबंध
नवीन समाचार, हरिद्वार, 24 मार्च 2022।(Education) जनपद के विद्यालयों में शिक्षक अब मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। डीएम ने विद्यालय के समय में शिक्षक के मोबाइल इस्तेमाल पर डीएम ने रोक लगा दी। विद्यालय पहुंचने पर शिक्षकों को अपना मोबाइल प्रधानाध्यापक या प्रधानाचार्य के पास जमा करना होगा। केवल आपातकालीन परिस्थितियों में ही मोबाइल का इस्तेमाल किया जा सकेगा।
(Education) जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि जनप्रतिनिधियों, अभिभावकों और प्रशासनिक अधिकारियों के औचक निरीक्षण में सामने आया है कि जनपद के शासकीय व अशासकीय विद्यालयों के शिक्षक अपने मूल-शिक्षण कार्य के दौरान मोबाइल में सोशल मीडिया,
(Education) मोबाइल गेम और वार्तालाप करने में व्यस्त रहते है। इससे विद्यालयों के बच्चों की शैक्षणिक स्थिति पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में अब शिक्षक केवल परिजनों के बीमार होने या आकस्मिक चिकित्सा के लिए ही मोबाइल चलाने के लिए दिया जायेगा।
(Education) आदेशों का अनुपालन नहीं करने की दशा में संबंधित शिक्षक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की ही जाएगी। साथ ही संबंधित प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक भी जिम्मेदार होंगे। आदेशों का पालन कराने के लिए समस्त एसडीएम व मुख्य शिक्षा अधिकारी से लेकर खंड शिक्षा अधिकारियों और प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापकों को स्कूलों का औचक निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए गए हैं। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : …जब मध्याह्न भोजन को पकाने के लिए खुद ही करछी चलाने लगे एडी
-एडी ने लिया विद्यालयों में पठन-पाठन एवं मध्याह्न भोजन का जायजा
-गैस के बजाय लकड़ी के चूल्हे पर मध्याह्न भोजन बनाने पर जताई नाराजगी, शिक्षकों को बिना आदेश कहीं न भेजने के निर्देश
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 11 मार्च 2022। (Education) कुमाऊं मण्डल के अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा लीलाधर व्यास ने शुक्रवार को जनपद के आधा दर्जन से अधिक विद्यालयों का निरीक्षण कर पठन-पाठन का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने विद्यालयों में शैक्षिक गतिविधियों के साथ बच्चों के लिये बनाये जा रहे मध्याहन भोजन की गुणवत्ता की जांच भी की।
(Education) जीजीआई खुर्पाताल में उन्होंने मध्याहन भोजन कक्ष में जाकर मीनू के अनुसार भोजन माताओं के द्वारा बच्चों के लिये बनाये गये भट्ट की चुड़कानी एवं भिंडी की सब्जी तथा चावल आदि की जानकारी ली। इस दौरान वह खुद ही पकते भोजन में करछी चलाने लगे।
(Education) जीआईसी कालाढुंगी में मध्याहन भोजन गैस के चूल्हे के बजाय लकडी के चूल्हे में बनाये जाने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की, और प्रधानाचार्य को तत्काल एलपीजी गैस के माध्यम से मध्याहन भोजन बनाने के निर्देश दिये।
(Education) उन्होंने जीआईसी मंगोली, जीआईसी कालाढुंगी, जीजीआईसी रामनगर के अलावा प्राथमिक विद्यालय खुर्पाताल, धनपुर कोटाबाग, गेबुआ कोटाबाग, धमोला में बच्चों के पठन-पाठन की समीक्षा की। श्री व्यास ने बताया कि इस दौरान विद्यालयों में गृह परीक्षायें एवं बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षायें चल रही हैं। उन्होंने प्रधानाचार्यो को निर्देशित किया कि बिना आदेश के कहीं न भेजा जाय। निरीक्षण में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी जगमोहन रौतेला भी मौजूद रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : शिक्षा विभाग का अजब फरमान: कल बच्चों की रहेगी छुट्टी, शिक्षक आएंगे स्कूल, निजी स्कूलों में छुट्टी
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 9 मार्च 2022(Education) । शुक्रवार को राज्य में मतगणना के दिन शिक्षा विभाग की ओर से अवकाश को लेकर भ्रमपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई है। शिक्षा विभाग ने प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत विद्यालयों में चल रही परीक्षाओं के कार्यक्रम में शुक्रवार को कोई परीक्षा नहीं रखी है। इसका अर्थ यह माना जा रहा है कि बच्चों की इस दिन परीक्षा नहीं होने के साथ वह अवकाश पर रहेंगे।
(Education) ऐसे आदेश भी विद्यालयों के स्तर से बच्चों को दे दिए गए हैं, जबकि बाद में यह बताया गया कि शिक्षकों को विद्यालय आना है। यह स्थिति तब है जबकि नैनीताल में सभी प्रमुख निजी-कॉन्वेंट विद्यालयों ने शुक्रवार को मतगणना के दिन अवकाश घोषित कर दिया है।
(Education) चूंकि विद्यालय व शिक्षक होते ही विद्यार्थियों को लेकर हैं, ऐसे में विद्यार्थियों के विद्यालय न आने की स्थिति में शिक्षकों के विद्यालय आने का कोई अर्थ नहीं है। शिक्षकों का कहना है कि विद्यार्थी भी भले बिना परीक्षा के भी विद्यालय बुलाए जाते तो उनकी अगली परीक्षा की तैयारी करा ली जाती, लेकिन वह ही नहीं आएंगे तो वह पूरे दिन विद्यालय में क्यों सजा सी झेलेंगे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : औचक निरीक्षण में मिली खामियां, प्रधानाचार्य को व्यवस्थाएं सुचारू करने हेतु मिली 4 माह की मोहलत
-एडी माध्यमिक लीलाधर व्यास ने किया भीमताल के विद्यालयों का औचक निरीक्षण
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 23 फरवरी 2022 (Education) । अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा लीलाधर व्यास अक्सर विद्यार्थियों के बीच देखे जाते हैं, उन्होंने विभागीय अधिकारियों को भी कक्षाओं में पढ़ाने के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में बुधवार को उन्होंने राइंका भीमताल का औचक निरीक्षण कर वहां पठन-पाठन का जायजा लिया,
(Education) और कार्यालय कक्ष में अभिलेख अव्यवस्थित होने तथा प्रधानाचार्य कक्ष, स्टाफ रूम एवं विद्यालय में जहां-तहां गंदगी फैले होने पर सख्त नाराजगी जताते हुए प्रधानाचार्य आरके वर्मा को व्यवस्थाओं में सुधार लाने हेतु चार माह की मोहलत दी।
(Education) अलबत्ता उन्होंने विद्यार्थियों के पठन-पाठन, किताबी एवं सामान्य ज्ञान पर संतोष जताया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में 241 पंजीकृत विद्यार्थियों में से केवल 85 बच्चे उपस्थित मिले। श्री व्यास ने बच्चों की कक्षा भी ली।
(Education) वहीं जीजीआईसी भीमताल का निरीक्षण करते हुए उन्होंने व्यवस्थाएं सही पाते हुए प्रधानाचार्या इला कैड़ा को छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु बेहतर प्रयास करने को प्रेरित किया। यहां 340 पंजीकृत छात्राओं में से 243 उपस्थित रहीं। निरीक्षण में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी जगमोहन रौतेला भी शामिल रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : इग्नू के नए छात्रों के लिए आयोजित हुआ इंडक्शन कार्यक्रम
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 22 फरवरी 2022 (Education) । इग्नू यानी इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय के नैनीताल केंद्र द्वारा जुलाई 2021 में नए प्रवेश लिए विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर इग्नू की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. आशा शर्मा, उपनिदेशक डॉ.रंजन कुमार, सह निदेशक डॉ.जगदम्बा प्रसाद ने विचार रखे, जबकि संचालन प्रो ललित तिवारी ने किया।
(Education) इस अवसर पर बताया गया कि इग्नू से लगभग 71 लाख विद्यार्थी अपनी पढ़ाई पूरी कर चुके हैं। विदेशों में भी इग्नू के अध्यसन केंद्र है तथा 280 से अधिक पाठ्यक्रम हैं। इग्नू के माध्यम से ट्विटर, यूट्यूब तथा टेलीग्राम के माध्यम से भी पढ़ाई की जा सकती है।
(Education) इस दौरान विद्यार्थियों को इग्नू के ई कंटेंट ऐप, परिचय पत्र डाउनलोड करने, असाइनमेंट तैयार करने, पासवर्ड बनाने व ऑनलाइन पाठ्य सामग्री को डाउनलोड करने आदि की जानकारी दी गई, तथा विद्यार्थियों की शंकाओ का समाधान भी किया गया।
(Education) बताया कि इग्नू में प्रायः परीक्षा जून तथा दिसंबर माह में आयोजित की जाती है। कार्यक्रम में सहायक समन्वयक डॉ विजय कुमार, नंदबल्ल्भ पालीवाल, ध्रुव कांडपाल, अनमोल, रेनू, भावना, रश्मि, कमलेश, अनुराग व यशोधरा सहित लगभग 75 विद्यार्थी शामिल रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
(Education) प्रकृति एवं पर्यावरण के विविध पहलुओं से अवगत हुए जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रतिभागी
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 22 फरवरी 2022 (Education) । कुमाऊं विश्वविद्यालय के भीमताल परिसर स्थित जैव प्रौद्योगिकी विभाग के छात्र-छात्राओं के लिए मंगलवार को विज्ञान जागरूकता अभियान के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण हेतु ‘नेचर वॉक’ का आयोजन किया गया।
(Education) इस दौरान प्रतिभागियों को प्रकृति एवं पर्यावरण के विविध पहलुओं से अवगत कराया गया। विभागाध्यक्ष प्रो. वीना पांडेय, डॉ. तपन कुमार नैलवाल, डा. ऋषेंद्र कुमार, डॉ. संतोष कुमार उपाध्याय, डॉ. मयंक पांडे व डॉ. प्रवीण ध्यानी सहित बड़ी संख्या में शोधार्थी, विद्यार्थी एवं कर्मचारी शामिल रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : कुमाऊं मंडल के शिक्षकों ने जीते पुरस्कार….
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 17 फरवरी 2022 (Education)। कुमाऊं मंडल के शिक्षा विभाग के विद्यालयो में कार्यरत शिक्षिक-शिक्षिकाओं में छुपी हुई प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से बृहस्पतिवार को मुख्यालय में मंडल स्तरीय प्रतिभा सम्मान प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
(Education) मुख्यालय स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा लीलाधर व्यास ने पोस्टर चित्रांकन में राइंका बबियाल की नीलम पांडे को प्रथम, स्याकोट बागेश्वर की पूनम को द्वितीय व धैना बागेश्वर की नम्रता बिष्ट को तृतीय, चित्र संयोजन में चित्रेश्वर अल्मोड़ा के कृष्ण चंद्र को प्रथम, टांडी पोखराड़ की गीता को द्वितीय व तिलसारी बागेश्वर के हरिमोहन कंसेरी को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया।
(Education) इसके अलावा लघु चित्रकला में लोहाघाट की ज्योत्सना बोहरा को प्रथम, लोहारचौरा बागेश्वर की अनुराधा रानी को द्वितीय कुन्यारी अल्मोड़ा की तनीषा रानी को तृतीय, इसी तरह लोक चित्रकला में बसेड़ी अल्मोड़ा की रजनी सैनी, गलई कन्धार बागेश्वर की भावना लोहनी व कौलांग बागेश्वर की दीपा पांडे के साथ राबाइंका नैनीताल की प्रधानाचार्या सावित्री दुग्ताल को भी सम्मानित किया गया।
(Education) अपर निदेशक व्यास ने बताया कि गत वर्ष से यह प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। इस मौके पर सीईओ केएस रावत, राजेंद्र अधिकारी, पूरन बिष्ट, आलोक जोशी, ललित सती, सुरेंद्र वर्मा, प्रेमा फर्त्याल, रेनू त्रिपाठी, बीना पंत व अमिता कीर्ति आदि भी मौजूद रहे। संचालन जगमोहन रौतेला व उमा जोशी ने किया। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : कोविड-19 के दृष्टिगत विद्यालयों को खोलने पर आया राज्य सरकार का नया आदेश
नवीन समाचार, देहरादून, 16 जनवरी 2022 (Education) । राज्य में कोविड-19 के बढ़ते जा रहे संक्रमण के दृष्टिगत राज्य सरकार ने राज्य के विद्यालयों को अभी नहीं खोलने का निर्णय किया है। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम के अनुसार पहले स्कूलों को 16 जनवरी तक ही बंद रखने के आदेश दिए गए थे, यानी विद्यालयों को 17 जनवरी को खुलना था, लेकिन अब विद्यालयों को अगले आदेशों तक बंद रखने के आदेश जारी हो गए हैं। इस अवधि में पूर्व की तरह ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी।
(Education) शिक्षा सचिव ने बताया कि स्कूलों को लेकर आज आपदा प्रबंधन सचिव से विस्तृत बात की गई थी। आपदा प्रबंधन विभाग कोविड 19 के लिए नई एसओपी तैयार कर रहा है। इस क्रम में शिक्षा विभाग ने ऐहतियातन स्कूलों को अग्रिम आदेश तक बंद रखने का निर्णय किया है। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : उत्तराखंड में शिक्षकों के स्थानांतरण निरस्त
नवीन समाचार, देहरादून, 13 जनवरी 2022 (Education) । उत्तराखंड शिक्षा विभाग में आचार संहिता से ठीक पहले बड़ी संख्या में शिक्षकों के तबादलों को लेकर महकमे ने एक बड़ा आदेश जारी किया है। प्रदेश के शिक्षा सचिव मीनाक्षी सुंदरम की ओर से गत सात जनवरी को जारी आदेश में हुए तबादलों पर गुरुवार को शासन ने रोक लगा दी है।
(Education) सूचना सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम की ओर से आज जारी आदेशों में कहा गया है कि स्थानांतरित शिक्षकों को नवीन तैनाती न दी जाए। जिन शिक्षकों ने नवीन तैनाती ले ली गई है उनको भी पूर्व की मूल तैनाती पर वापस जाना होगा। उल्लेखनीय है कि राज्य में शिक्षकों के स्थानांतरण को लेकर आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतें की जा रही थीं, क्योंकि इसके अगले ही दिन यानी 8 जनवरी को प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई थी। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें :(Education) उत्तराखंड में 12वीं तक के सभी विद्यालयों के लिए आए नए दिशा-निर्देश…
नवीन समाचार, देहरादून, 10 जनवरी 2022। (Education) उत्तराखंड में सोमवार को ऊधमसिंहनगर जिले में सितारगंज के जीएस कॉन्वेंट स्कूल के 55 बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए। राज्य में कोरोना का संक्रमण भी बढ़ता जा रहा है। इसके देखते हुए राज्य सरकार ने राज्य के सभी 12वीं कक्षा तक के सरकारी और प्राइवेट स्कूल 16 जनवरी तक बंद रखने के आदेश जारी कर दिए हैं।
(Education) शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम ने सोमवार को इसके आदेश किए। उल्लेखनीय है कि इससे पहले सात जनवरी को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इस बाबत दिशानिर्देश जारी किए थे। गौरतलब है कि मैदानी जिलों के सरकारी स्कूल पहले ही 13 जनवरी तक बंद हैं, जो आगे तीन दिन भी बंद रहेंगे।
(Education) आम दिनों में इस अवधि में कुछ प्राइवेट स्कुल खुल जाया करते थे। लेकिन अब वो भी 16 तक पूरी तरह से बंद रहेंगे। इस दौरान पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से जारी रहेगी। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें (Education) : आचार संहिता से पहले हाईस्कूल से प्रधानाध्यापकों को पदोन्नति का तोहफा देगी सरकार
नवीन समाचार, देहरादून, 3 जनवरी 2022 (Education) । पदोन्नति में शिथिलीकरण की मांग मानने के बाद सरकार ने 199 हाईस्कूल में कार्यरत प्रधानाध्यापकों को इंटर कालेज का प्रधानाचार्य बनाने की तैयार कर ली है। आचार संहिता से पहले इन सभी लोगों को प्रोन्नति का यह तोहफा मिलना तय है।
(Education) शिथिलीकरण की मांग मानने के बाद उन सभी प्रधानाध्यापकों को प्रोन्नति मिलने जा रही है, जिनको प्रधानाध्यापक के पद पर कम से कम ढाई साल की सेवा पूरी हो चुकी है। जबकि नियमावली के अनुसार वही प्रधानाध्यापका प्रोन्नति के लिए अर्ह माना जाता था, इस पद पर कम से कम पांच साल की सेवा पूर्ण कर चुका हो।
(Education) शासन के स्तर पर इन सभी की नवीन तैनाती के आदेश भी तैयार किये जा रहे हैं। उम्मीद है कि अगले एक दो दिन के भीतर इन प्रधानाध्यापकों को प्रोन्नति के साथ ही नवीन तैनाती भी मिल जाएगी। सभी को नवीन तैनाती स्थलों पर भेजा जाना अनिवार्य है।
(Education) प्रोन्नति पाने वाले सभी प्रधानाध्यापका अब तक राजकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालयों व राजकीय उच्चत्तर बालिका माध्यमिक विद्यालयों में तैनात हैं और प्रोन्नति के बाद इन सभी को इंटर कालेजों में तैनात किया जाना है। प्रोन्नति के बाद नयी पोस्टिंग में मनचाही जगह पाने के लिए प्रधानाचार्यों ने हाथ पैर मारने शुरू कर दिये हैं।
(Education) बताया जा रहा है मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर मंत्रालय, शासन और निदेशालय स्तर पर जोर आजमाइश चल रही है। आसपास के विद्यालयों में ही प्रोन्नति पोस्टिंग मिल जाए इसके लिए प्रधानाध्यापकों में से अधिकतर ने खुद के, पत्नी या परिवार के किसी सदस्य की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को आधार बनाकर दुर्गम में जाने से बचने की जुगत में हैं।
(Education) प्रधानाध्यापक अपने राजनीतिक संबंधों के जरिये भी दूरस्थ विद्यालयों में जाने से बचने की पूरी कोशिश में लगे हैं। ऐसे में यह तय है कि प्रदेश के पर्वतीय जिलों के दूर-दराज के इंटर कालेज इतने बड़े पैमाने पर प्रोन्नति होने के बाद ही प्रधानाचार्य से वंचित रह जाएंगे। इन दिनों प्रोन्नति के दायरे में आये प्रधानाध्यापक सचिवालय व मंत्रालय की गणेश परिक्रमा में लग गये हैं।
(Education) प्रोन्नति एलटी से प्रवक्ता के 2269 पदों पर भी होनी है, सरकार ने लोक सेवा आयोग को सूची भी भेज दी है, लेकिन अभी तक डीपीसी नहीं हो पायी है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि रिक्तियों के हिसाब से तैनाती स्थल पर काम हो रहा है, जल्द आदेश जारी हो जाएंगे। (डॉ.नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।