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October 6, 2024

Film News : बॉलीवुड अभिनेता अभय देओल को भाया नैनीताल का यह विद्यालय, बताया हैरी पॉटर का ‘हॉगवर्ड्स’

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नवीन समाचार, नैनीताल, 15 दिसंबर 2023 (Film News)। सरोवरनगरी में फिल्म ‘बन टिक्की’ की शूटिंग के लिये पिछले 15 दिनों से अधिक समय से नगर में रह रहे सिने अभिनेता अभय देओल को नैनीताल की लोकेशन व खासकर यहां इन दिनों नजर आ रही ‘विंटर लाइन’ सहित प्राकृतिक सुंदरता काफी भा रही है। यहां तक कि उन्हें यहां फिल्म के शूटिंग स्थल नगर के एक विद्यालय में हॉलीवुड फिल्म-हैरी पॉटर के विद्यालय हॉगवर्ड्स और अपने जीवन के 10 वर्ष पुराने कॉलेज के दिन याद आ रहे हैं।

Abhay Deol reached Nainital for the shooting of the film - अभय देओल फिल्म  की शूटिंग को नैनीताल पहुंचे, हल्द्वानी न्यूजभारतीय फिल्मोद्योग के सुप्रसिद्ध अभिनेता धर्मेंद्र के सबसे छोटे पुत्र अभय ने सोशल मीडिया पर नगर की चार फोटो एवं कई वीडियो शेयर की हैं। इनमें से दो फोटो में वह स्वयं नगर के सेंट जोसफ कॉलेज के मैदान में फिल्म की शूटिंग यूनिट के साथ शाम के समय उभर रही ‘विंटर लाइन’ के साथ नजर आ रहे हैं, जबकि एक फोटो में विंटर लाइन एवं एक अन्य फोटो में नगर से दिखने वाले सूर्यास्त के सुंदर नजारे को खूबसूरत तरीके से दिखाया गया है।

उल्लेखनीय है कि अभय देओल इस फिल्म में नवोदित फिल्म अभिनेत्री नुसरत बरूचा के साथ पति-पत्नी की भूमिका में नजर आने वाले हैं। अब तक सामने आ रहे जानकारी के अनुसार इस फिल्म में अभय व नुसरत के ‘ऑन स्क्रीन’ पुत्र नगर के सेंट जोसफ कॉलेज में पढ़ते और यहां खेल मैदान में खेलते तथा नगर में कभी बच्चे को जोकर बनकर रोमांचित करने सहित अलग-अलग गतिविधियां करते नजर आने वाले हैं। फिल्म की शूटिंग गत 29 नवंबर से नगर में एवं गत 11 दिसंबर से सेंट जोसफ कॉलेज में चल रही है।

बताया गया है कि अभी 19 दिसंबर तक सेंट जोसफ कॉलेज में फिल्म की शूटिंग होनी है। नुसरत भरूचा कई दिन शूटिंग करने के बाद बीती रात्रि बुखार होने के बाद बीडी पांडे जिला चिकित्सालय में दिखने पहुंची और आज सुबह यहां से लौट गई हैं, जबकि अभय अभी यहीं है। इस फिल्म से करीब 4 वर्ष के बाद सुप्रसिद्ध अभिनेत्री जीनत अमान और शबाना आजमी भी एक बार फिर बड़े परदे पर वापसी करने जा रही हैं।

गौरतलब है कि जीनत यहां कलाबाज, हम किसी से कम नहीं और जाना फिल्मों की शूटिंग के लिये देवानंद, तारिक व राजेश खन्ना जैसे कलाकारों के साथ आ चुकी हैं, वहीं शबाना आजमी नसीरुद्दीन शाह के साथ नैनीताल में फिल्मायी गयी मासूम में मुख्य भूमिका में थीं। बन टिक्की फिल्म से जरिये फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा पहली बार प्रोडक्शन में कदम रख रहे हैं।

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यह भी पढ़ें : Film News : नैनीताल में बन रही ‘बन टिक्की’ को अब पूरी दुनिया बड़े परदे पर देखेगी, जीनत अमान-शबाना आजमी भी आऐंगी ?

-नैनीताल में फिल्म ‘बन टिक्की’ की शूटिंग शुरू, अभय देओल व नुसरत भरूचा दिखेंगे साथ
-फिल्म से जीनत अमान व शबाना आजमी भी कर रही हैं लंबे समय बाद वापसी, फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा इस फिल्म के जरिये रख रहे प्रोडक्शन में कदम
नवीन समाचार, नैनीताल, 30 नवंबर 2023 (Film News)। पिछले दिनों हिमांचल प्रदेश में काफी दृश्य फिल्माने के बाद हिन्दी फीचर फिल्म ‘बन टिक्की’ की शूटिंग अब नैनीताल में शुरू हो गई है। फिल्म की शूटिंग के लिये नगर के डीएसए मैदान में विशेष प्रबंध किये गये हैं।

Film News नैनीताल में फिल्म 'बन टिक्की' की शूटिंग शुरू, अभय देओल और नुसरत भरूचा  दिखेंगे साथबताया गया है कि अगले करीब 3 सप्ताह तक नगर की मॉल रोड एवं विद्यालयों व अन्य स्थानों पर फिल्म की शूटिंग की जाएगी। गौरतलब है कि ‘बन टिक्की’ पहाड़ों में एक बीच से कटे हुये बन के भीतर टिक्की को रखकर परोसे जाने वाली एक तरह की चाट के तौर पर पहचानी व पसंद की जाती है।

खास बात यह है कि इस फिल्म के अभिनेता सुप्रसिद्ध अभिनेता धर्मेंद्र के सबसे छोटे पुत्र अभय देओल हैं जो इससे पहले करीब 2 दर्जन फिल्मों में नजर आ चुके हैं। वह इस फिल्म में नवोदित फिल्म अभिनेत्री नुसरत बरूचा के साथ नजर आयेंगे। वहीं इस फिल्म से करीब 4 वर्ष के बाद सुप्रसिद्ध अभिनेत्री जीनत अमान और शबाना आजमी भी एक बार फिर बड़े परदे पर वापसी करने जा रही हैं। जबकि फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा इस फिल्म के जरिये प्रोडक्शन में कदम रख रहे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ‘बन टिक्की’ फिल्म की कहानी अभय और उनके ऑनस्क्रीन बेटे के आसपास घूमेगी, लेकिन शबाना और जीनत का किरदार भी इस कहानी का महत्वपूर्ण हिस्सा होंगी। अलबत्ता नैनीताल में अभय, नुसरत व उनके ऑनस्क्रीन बेटे के बीच ही अधिकांश दृश्य फिल्माये जायेंगे। पहले दिन सुबह से ही मॉल रोड व पंत पार्क सहित अन्य स्थानों पर अभय व उनके ऑनस्क्रीन बेटे के साथ फिल्म के दृश्य फिल्माए गए। इस दौरान मॉल रोड पर वाहनों का आवागमन भी प्रभावित रहा।

नैनीताल में अभय देओल व नुसरत बलूचा की ही शूटिंग होगी। जीनत यहां कलाबाज, हम किसी से कम नहीं और जाना फिल्मों की शूटिंग के लिये देवानंद, तारिक व राजेश खन्ना जैसे कलाकारों के साथ आ चुकी हैं, वहीं शबाना नसीरुद्दीन शाह के साथ नैनीताल में फिल्मायी गयी मासूम में मुख्य भूमिका में थीं।

जीनत इससे पहले आखिरी बार 2019 में पानीपत फिल्म में एक छोटी भूमिका में नजर आयी थीं। लेकिन इस फिल्म की शूटिंग के लिये इन दोनों पुराने दौर की हीरोइनों की नैनीताल आने की संभावनायें कम हैं। बताया गया है कि बन टिक्की फिल्म लैंगिक समानता और माता-पिता के द्वारा बच्चों के पालन-पोषण के विषयष् को प्रमुखता से उठाएगी।

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यह भी पढ़ें Film News : तीसरे निर्मल पांडे स्मृति लघु फिल्म महोत्सव में प्रदर्शित फिल्मों को पुरस्कारों की हुई घोषणा

-सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म का पुरस्कार रोहिताश्व गौड़ की फिल्म किताब को
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 11 अगस्त 2022। थियेटर की नगरी भी कहे जाने वाले नगर में नगर के दिवंगत सिने कलाकार स्वर्गीय निर्मल पाण्डे की स्मृति में आयोजित हुए लघु फिल्मों के महोत्सव में प्रदर्शित सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को पुरस्कारों की घोषणा हो गई है। सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म का पुरस्कार रोहिताश्व गौड़ की फिल्म किताब को मिला है, जबकि बापू की गाड़ी उप विजेता व विमलेंदु मनोज की ‘कुल की’ तृतीय स्थान पर रही।

वहीं सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का खिताब आशीष बंथ्री को ‘बापू की गाड़ी’ के लिए मिला, किताब के कमलेश के मिश्रा उप विजेता तथा दर्शन प्रकाश प्रणव ‘खड़ा देव टु माझा मराड़’ के लिए द्वितीय उप विजेता रहे। सर्वश्रेष्ठ फिल्मांकन का पुरस्कार युग यिकी को बापू की गाड़ी के लिए मिला, जबकि किताब के लिए अरुण वर्मा उपविजेता व कुल की के लिए राज मोहन सोरेन द्वितीय उप विजेता रहे। सर्वश्रेष्ठ लेखक का पुरस्कार चंद्र सेखर रथ को ‘फॉर्म फॉर द वर्ल्ड’ के लिए मिला, युगुअल बुंडी के लेखक हरेन रावत उप विजेता रहे। इसी तरह सर्वश्रेष्ठ संपादन का पुरस्कार रुषीराज जोशी को ‘झड़प’ के लिए मिला। इस श्रेणी में ‘द लास्ट नाइट विद हर’ के पंकज यादव उप विजेता व थोड़ी सी खुशी के लिए अजय यादव तृतीय स्थान पर रहे।

सर्वश्रेष्ठ संगीत का पुरस्कार बापी टुटुल को किताब के लिए मिला, वहीं कौमार्य एक प्रथा के लिए शंभू चौहान उप विजेता व दीपा जे दास ‘अ लॉस्ट ट्यून ऑफ लाइफ’ के लिए तीसरे स्थान पर रहीं। वहीं सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार धनंजय सर देश पांडे को झड़प के लिए मिला, जबकि बापू की गाड़ी के लिए सई वेसल उपविजेता रहे। जबकि सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार सपना भोज को ‘कौमार्य एक प्रथा’ के लिए दिया गया, जबकि अलीशा खैरी उप विजेता वयाक्षी फिल्म के लिए मालविका द्वितीय उप विजेता रहीं।

इनके अलावा सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री का पुरस्कार ‘गंगा पुत्र’ को, डॉक्यूमेंट्री के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार धरमवीर भारती को ‘लौंग लिव लौंगी’ के लिए, सर्वश्रेष्ठ जूरी अवार्ड दीपक रावत की फिल्म कश्मकश को एवं स्पेशल मेंसन अवार्ड यानी विशेष उल्लेख पुरस्कार बटरफ्लाई फिल्म को दिया गया। इस श्रेणी में भिसूण फिल्म उप विजेता रही। इस मौके पर ‘सिनेमा और टीवी’ नाम की पुस्तक का विमोचन भी किया गया।

उल्लेखनीय है कि कुमाऊं विश्वविद्यालय के हरमिटेज परिसर स्थित सभागार में निर्मल पांडे स्मृति न्यास द्वारा आयोजित इस तृतीय निर्मल पांडे स्मृति लघु फिल्म फेस्टिवल में इनसेन, आर्यंस, कश्मकश, गफलत, आइस क्रीम, टोकन नंबर 100, लोंग लिव लुंगी, कौमार्य-एक प्रथा, यक्षी, बटरफ्लाई, वो सुबह कभी तो आएगी, बूढ़ा बुद्धि दम, प्रिंस, गंगा पुत्र, थोड़ी सी खुशी जैसी लगभग 30 चिन्हित लघु फिल्मों को प्रदर्शित किया गया। इस दौरान दिग्गज अभिनेता अमोल पालेकर को उनकी अनुपस्थिति में लाइव टाइम अचीवमेंट अवार्ड व अभिनेत्री सोनाली कुलकर्णी को एक्टिंग आइकॉन अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर भाभी जी घर पर हैं कि कलाकार रोहिताश्व गौड़, रॉ फिल्म के अभिनेता आशित चटर्जी, मनोज जोशी तथा साहित्यकार व फिल्म समीक्षक डॉ. कुमार विमलेंदु सहित अनिल दुबे, जहूर आलम, मिथिलेश पांडे, चारु तिवारी, अमित साह, अदिति खन्ना, रोहित वर्मा, मदन मेहरा आदि कलाकार मौजूद रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : थियेटर की नगरी नैनीताल में तीसरे निर्मल पांडे स्मृति लघु फिल्मों के मेले का शुभारंभ… दिखाई जाएंगी 30 लघु फिल्में

May be an image of ‎2 people and ‎text that says "‎PANDEY SMRIT ك が harbali abali Line ProDuction Hoga 造 ASquare Square αι ENTERTAINUENT 3 rd NIRMAL PANDEY SMRITI ILM FESTIVAL LIFE ETIMEACHIEVEMENTAWARD TIME ACHIEVEMENT AWARD Shri. Amol Palekar Indian Film Actor & Filmmaker 10th August 2022 Kumaun University, Nainital (Uttarakhand)‎"‎‎डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 10 अगस्त 2022। थियेटर की नगरी भी कहे जाने वाले में बॉलीवुड के ऐसे बिरले कलाकार जिन्होंने एक अभिनेता होते हुए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का खिताब जीता, स्वर्गीय निर्मल पाण्डे की स्मृति में लघु फिल्मों का महोत्सव बुधवार को प्रारंभ हो गया। स्वर्गीय निर्मल पांडे के एनएसडी यानी राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के सहपाठी, ‘भाभी जी घर पर हैं’ के मुख्य कलाकार रोहिताश्व गौड़ ने बतौर मुख्य अतिथि दीपक प्रज्ज्वलित कर महोत्सव का ऑपचारिक रूप से शुभारंभ किया। साथ ही उन्होंने आयोजकों को इस आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं भी दीं।

IMG 20220810 WA0046कुमाऊं विश्वविद्यालय के हरमिटेज परिसर स्थित सभागार में निर्मल पांडे स्मृति न्यास द्वारा आयोजित तृतीय निर्मल पांडे स्मृति लघु फिल्म फेस्टिवल में इनसेन, आर्यंस, कश्मकश, गफलत, आइस क्रीम, टोकन नंबर 100, लोंग लिव लुंगी, कौमार्य-एक प्रथा, यक्षी, बटरफ्लाई, वो सुबह कभी तो आएगी, बूढ़ा बुद्धि दम, प्रिंस, गंगा पुत्र, थोड़ी सी खुशी जैसी लगभग 30 चिन्हित लघु फिल्मों को दर्शाया जाएगा, साथ ही इनमें से सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।

इस अवसर पर प्रसिद्ध सिने अभिनेता अमोल पालेकर को लाइफ टाइम एचीवमेंट अवॉर्ड, व सोनाली कुलकर्णी को एक्टिंग आईकॉन अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। अमोल पालेकर की स्वास्थ्य कारणों से आने की संभावना कम है, जबकि सोनाली आने की कोशिश में हैं। इस अवसर पर रॉ फिल्म के अभिनेता आशित चटर्जी, मनोज जोशी तथा साहित्यकार व फिल्म समीक्षक डॉ. कुमार विमलेंदु सहित अनिल दुबे, जहूर आलम, मिथिलेश पांडे, चारु तिवारी, अमित साह, अदिति खन्ना, रोहित वर्मा, मदन मेहरा आदि कलाकार मौजूद रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : ब्रेकिंग: उत्तराखंड में टैक्स फ्री हुई ‘द कश्मीर फाइल्स’

नवीन समाचार, देहरादून, 15 मार्च 2022। उत्तराखंड सरकार ने कश्मीरी पंडितों के पलायन और उत्पीड़न पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को उत्तराखंड में टैक्स फ्री घोषित कर दिया है। मंगलवार को इस संबंध में अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार की ओर से निर्देश जारी दिए गए हैं।

द कश्मीर फाइल्सइससे पूर्व प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव को इस हेतु निर्देश दिए थे। उल्लेखनीय है कि सीएम ने स्वयं भी परिवार के साथ 11 मार्च को रिलीज हुई फिल्म देखने गए थे और फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री से फोन पर बात कर कश्मीरी हिंदुओं पर हुए अत्याचार को बेहतरीन ढंग से प्रदर्शित करने पर बधाई दी। कार्यवाहक कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने भी भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को पत्र लिख कर भाजपा शासित राज्यों में फिल्म को टैक्स फ्री करने का सुझाव दिया था। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : ऑस्कर फिल्म फेयर फेस्टिवल से एक कदम दूर तक पहुंची उत्तराखंड की लघु फिल्म

-भोटिया समुदाय की लोकगाथा पर आधारित एवं लोकभाषा में बनी है फिल्म
नवीन समाचार, रुद्रप्रयाग, 28 फरवरी 2022। पहली बार उत्तराखंड में बनी एक लघु फिल्म का कोरिया के बुसान में चल रहे 39वें अंतरराष्ट्रीय शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल में वर्ल्ड प्रीमियर होने जा रहा है। भोटिया जनजाति की एक लोककथा पर आधारित व स्थानीय लोकभाषा में बनी पताल ती (होली वाटर) नाम की इस लघु फिल्म का चयन दुनियाभर की 2548 फिल्मों में से शीर्ष 14 में हुआ है। इसके बाद यदि यह फिल्म शीर्ष 14 में से शीर्ष एक में आती है तो यह स्वतः ही ऑस्कर फिल्म समारोह में जाने के लिए योग्य हो जाएगी।

स्टूडियो यूके13 की टीम द्वारा निर्मित इस फिल्म के निर्माता निर्देशक संतोष सिंह रावत और मुकुंद नारायण के अनुसार इस फिल्म में हिमालय क्षेत्र के एक गांव के जीवन का फिल्मांकन किया है। इस फिल्म के लिए फिल्म की टीम ने फिल्म के पात्र एक किशोर पोते के लिए अपने मरणासन दादा की आखिरी इच्छा पूरी करने के लिए 20 दिन में 4500 मीटर की ऊंचाई तक 300 किमी से ज्यादा पैदल यात्रा की है। फिल्म के लिए बिट्टू रावत व दिव्यांशु रौतेला प्राकृतिक रोशनी का बेहतरीन उपयोग करते हुए बेहतरीन फिल्मांकन किया है।

फिल्म में कलाकारों के नाममात्र के संवाद भी भी इस फिल्म की खास विशेषता हैं। फिल्म में आयुष रावत धन सिंह राणा, कमला कुंवर, भगत बुरफाल मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म निर्माण में रजत बर्त्वाल के साथ ध्वनि संयोजन में ऑस्कर विजेता रेसुल पुकुट्टी (स्लम डॉग मिलेनियर), एडिटिंग में संयुक्ता काजा (तुम्बाड़ वेब सीरीज) और पूजा पिल्लै (पाताल लोक) और रंग संयोजन में ईरान के हामिद रेजाफातोरिचअन जैसे हालीवुड फिल्म निर्माण से जुड़े लोगों का भी सहयोग रहा है। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : नैनीताल की फिल्म देश के चार प्रतिष्ठित फिल्म फेस्टिवलों में रही विजेता

mohit sanwal film award
पुरस्कारों के साथ लघु फिल्म के निर्देशक व कलाकार आदि।

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 19 जनवरी 2022। नैनीताल नगर के कलाकारों द्वारा मधुबन आर्ट्स के अंतर्गत निर्मित लघु फिल्म ‘टोकन नंबर 100’ नें देश के चार प्रतिष्ठित फिल्म फेस्टिवलों में विजेता का खिताब जीत कर उत्तराखंड का नाम गौरवान्वित किया है। इस फिल्म ने नौवें ‘लेक सिटी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’ में ‘बेस्ट शार्ट फिल्म’, आठवें आसिफ चम्बल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में ‘बेस्ट एक्सपेरिमेंटल शार्ट फिल्म’, 15वें अयोध्या फिल्म फेस्टिवल में ‘बेस्ट कांसेप्ट’ में उपविजेता तथा मुंबई इंडिपेंडेंट फिल्म फेस्टिवल में चयनित फिल्मों में स्थान पाया है। देखें फिल्म-टोकन नंबर 100 :

पांच मिनट की इस एक किरदार तथा एक स्थान में निर्मित मूक फिल्म का निर्देशन डॉ. मोहित सनवाल तथा अभिनय मनोज साह टोनी द्वारा किया गया है। फिल्म अस्सी के दशक के एक अधेड़ खिलाडी की कहानी है जिसका कभी स्वर्णिम अतीत था पर वर्तमान व्यवस्था में वह असफल है। फिल्म खिलाड़ियों के भविष्य पर सोचने को मजबूर करती है। इस मूक फिल्म में कमरे में उपलब्ध वस्तुओं के माध्यम से ही कहानी कही गयी है। इस तरह दर्शक अपनी कल्पनाशीलता से भी इसकी कहानी को सोच सकते है।

फिल्म मधुबन आर्ट्स के यूट्यूब चैनल पर भी उपलब्ध है। फिल्म के निर्माण में निर्माता कविता सनवाल, एसोसिएट डायरेक्टर विनीता यशश्वी, सिनेमेटोग्राफर रोहन भट्ट, ध्वनि मौलिक सनवाल के साथ केपी साह, राजेश साह, संजय तिवारी, अजय पवार, अमित साह, अदिति खुराना तथा मो. खुर्शीद ने सहयोग दिया है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : मरचूला में आयोजित हुए कौतिक अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव-2021 के पुरस्कारों की हुई घोषणा, भारत, स्पेन, ईरान, यूएसए की फिल्मों को मिले पुरस्कार

marchula film festivelडॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 7 दिसंबर 2021। नैनीताल जनपद के जिम कॉर्बेट पार्क के पास मरचूला स्थित महाशीर फिशिंग कैम्प में गत 3 से 5 दिसंबर के बीच कौतिक अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव-2021 आयोजित किया गया। मंगलवार को इसके पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। महोत्सव में मेजबान भारत के साथ ही ईरान, कनाडा, पुर्तगाल, सर्बिया, नॉर्वे, आयरलैंड, तुर्की और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित दुनिया भर से 50 से अधिक लघु और फीचर फिल्मों को दो स्क्रीनों में समानांतर रूप से प्रदर्शित किया गया।

इस दौरान दो पुस्तकों-गुवाहाटी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की निदेशक मोनिता बोरगोहेन की कॉफी टेबल बुक और फिल्म समीक्षक दिप्सिका भगवती की फिल्म ऐप्रिसिशन पर उत्पल दत्ता की पुस्तक की अनुवाद पुस्तक का भी इस दौरान विमोचन किया गया। इसके अतिरिक्त रंजन घोष, प्रशांत नाइक, दीपशिखा भगवती, यश चव्हाण, श्रीकांत वर्मा और सुशील शर्मा आदि के द्वारा ‘वर्तमान परिदृश्य में ओटीटी का उदय’, ‘अभिनेताओं की भूमिका के लिए तैयारी’ और ‘भारतीय सिनेमा का भविष्य क्या है’ विषयों पर पैनल चर्चा भी आयोजित हुई।

इस दौरान 5 अलग-अलग जूरी पैनल द्वारा प्रस्तुतियों का मूल्यांकन कर पुरस्कारों की घोषणा की गई। फीचर जूरी में सुरेंद्र चौधरी, हिमांशु खटुआ और सिमोन मारियानी (इटली), लघु कथा जूरी में उमामहेश्वर राव, परेश कामदार, मोंजरुल इस्लाम मेघ (बांग्लादेश), वृत्तचित्र जूरी में सुधीर टंडन, सुभाष साहू और जूडी ग्लैडस्टोन (कनाडा), एनीमेशन जूरी में मोनिता बोरगोहेन, अमृत प्रीतम और चार्लोट समर्स (स्पेन) शामिल रहे। वहीं हाउस ऑफ इल्यूजन की ओर से सर्वश्रेष्ठ छात्र फिल्म के लिए और महिला निर्देशक द्वारा सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए दिए जाने वाले पुरस्कारों की ज्यूरी में प्रशांत नाइक, रेसुल पुकुट्टी, और एलेक्जेंड्रा बिरनाका (पोलैंड) शामिल रहे। इसके अलावा फिल्म क्रिटिक्स सर्कल ऑफ इंडिया ने सर्वश्रेष्ठ डेब्यू शॉर्ट फिक्शन और बेस्ट डेब्यू एनिमेशन के लिए पुरस्कारों की घोषणा करने वाली ज्यूरी में ज्ञानेश मोघे, दीपशिखा भगवती और असीम छाबड़ा शामिल रहे।

कौतिक 2021 में घोषित किए गए पुरस्कार:

सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म: एमी बरुआ की ‘सेमखोर’ (भारत)
विशेष उल्लेख, फीचर फिल्म: बेन ब्यूरन की ‘मार्किस’ (स्पेन)
विशेष उल्लेख, फीचर फिल्म में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता: रंजन घोष की ‘आहा रे – द टू लवर्स’ (भारत) में ऋतुपर्णा सेनगुप्ता
बेस्ट शॉर्ट फिक्शन: अनुराग पुजारी की अराओ – द क्राई (भारत)
विशेष उल्लेख, लघु कथा: अमीर मोहनदेसियन का स्टेज (ईरान)
स्पेशल मेंशन, शॉर्ट फिक्शन फिल्म में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता: द इंटिमेट टच (स्वीडन) में अन्ना हार्लिंग
स्पेशल मेंशन, शॉर्ट फिक्शन फिल्म में सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार: द टेंटेड मिरर (भारत) में याईखोम्बा
सर्वश्रेष्ठ लघु वृत्तचित्र: जॅचरी गुडविन, फ्लिन हैरिस, एलेक्स फ्लैनगन और एलेक्स कुम्फ की आइज (यूएसए)
बेस्ट फुल लेंथ डॉक्यूमेंट्री: एड्रियानो जेक्का की ‘रिटर्न टू द लॉस्ट ईडन (स्विट्जरलैंड)
सर्वश्रेष्ठ एनिमेशन फिल्म: फॉरेस्ट स्लेज का ‘लाइक एंड फॉलो’ (जापान)
सर्वश्रेष्ठ छात्र फिल्म के लिए हाउस ऑफ इल्यूजन पुरस्कार: जॅचरी गुडविन, फ्लिन हैरिस, एलेक्स फ्लैनगन और एलेक्स कुम्फ की आइज (यूएसए)
एक महिला निर्देशक द्वारा सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए हाउस ऑफ इल्यूजन पुरस्कार: मोरवरिद काशीराम के निकायों (ईरान)
बेस्ट डेब्यू शॉर्ट फिक्शन के लिए फिल्म क्रिटिक्स सर्कल ऑफ इंडिया अवार्ड: यासर बरजेगर की सबसर्विएंट (ईरान)
बेस्ट डेब्यू एनिमेशन के लिए फिल्म क्रिटिक्स सर्कल ऑफ इंडिया अवार्ड: माजिद साबरी का ड्रीम (ईरान) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : नैनीताल में बॉलीवुड गायक जुबिन नौटियाल, भूमि कानून के साथ उत्तराखंड के युवाओं के लिए भी दिया संदेश

डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 2 अगस्त 2021। बॉलीवुड के उत्तराखंड निवासी सुप्रसिद्ध गायक जुबिन नौटियाल भी इन दिनों अपने परिवार के साथ नैनीताल पहुंचे हैं। वह यहां अपनी वॉल्वो कार संख्या एमएच02एफसी-0111 को खुद चलाकर पहुंचे हैं। उनके साथ उनके देहरादून निवासी मित्र रोहन चंदेल और अन्य दोस्तों के साथ चार गाड़ियों में आए हैं, और निकटवर्ती पंगोट में अपनी बहन निहारिका और शिव मल्होत्रा के रिजॉर्ट में ठहरे हैं।

Jubin Nautiyalइस दौरान उत्तराखंड में भूमि कानून में संशोधन को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही मुहिम का समर्थन करते हुए जुबिन ने कहा कि, मसूरी और नैनीताल में पर्यटकों की बड़ी संख्या आती है और इस राज्य में पर्यटक जरूरी हैं। कोरोना के बाद लोग समुद्री तटों को छोड़कर पहाड़ों की तरफ रुख कर रहे हैं। इसके लिए यहां कड़े भूमि कानून बनाने चाहिए ताकि इस क्षेत्र को बचाया जा सके।

इस मौके पर जुबिन ने करगिल युद्ध के हीरो रहे शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा पर फिल्माई गई आगामी फिल्म ‘शेरशाह’ में गाए अपने गीत की दो लाइनें भी गुनगुनाईं, ‘काटूं कैसे राता ओ बावरे, जिया नहीं जाता सुन बावरे, की राता लम्बिया लम्बिया रे, कटे तेरे संज्ञा संज्ञा रे, ओ राता लंबया लंबया रे, कटे तेरे संज्ञा संज्ञा रे…’

इसके साथ जुबिन नौटियाल ने आजकल के अर्थहीन गानों पर पूछे गए एक सवाल पर कहा कि, वो बिना अच्छे मायने वाले गानों को गाते ही नहीं हैं और पिछले कुछ वर्षों से अरिजीत सिंह के साथ उन्होंने पुराने दौर को वापस लाने का प्रयत्न किया है। संगीत को उन्होंने मनोरंजन का ही नहीं बल्कि युवाओं को सीख के लिए एक सुंदर माध्यम बताते हुए कहा कि, कुछ समय पहले उन्होंने छोटे बच्चों को अश्लील गाने हुए सुना था, जो उनका मतलब तक नहीं जानते थे। इसलिए वह ऐसे गानों का विरोध करते हैं।

इसके अलावा उत्तराखंड के नौजवानों के लिए एक संदेश देते हुए जुबिन ने कहा कि, उन्हें मदद के लिए दूसरों की की ओर नहीं ताकना चाहिए बल्कि अपनी जंग खुद लड़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि छोटा और आसान रास्ता आकर्षक होता है लेकिन कठिन मार्ग ही सफलता की कुंजी होती है। कठिन चुनौतियां से उबरकर आने की सीख ही आपको चमकाएगी।

उल्लेखनीय है गत दिवस उनकी कार नैनीताल-पंगोट के बीच सड़क पर मलबा आने के कारण कुछ देर फंसी भी रह गई थी। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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-देश से पहले विदेश में लांच होने वाली पहली फिल्म थी मधुमती, नैनीताल जनपद के भवाली-घोड़ाखाल के बीच हुई थी मधुमती फिल्म की अधिकांश शूटिंग
-यहीं फिल्माये गए थे फिल्म के तीन दिन, सुहाना सफर और ये मौसम हसीं, चढ़ गयो पापी बिछुवा और जंगल में मोर नाचा किसी ने ना देखा
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 06 जुलाई 2021। बुधवार को दिवंगत हुए हिंदी फिल्मों के ‘ट्रेजडी किंग’ दिलीप कुमार के बारे में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा, हिंदी फिल्मी दुनिया के दो ही दौर हैं, दिलीप कुमार से पहले और दिलीप कुमार के बाद। उत्तराखंड व खासकर नैनीताल के पर्वतीय क्षेत्र भी कह सकते हैं कि यहां के लिए भी फिल्मों के लिहाज से दो ही दौर हैं, एक दिलीप कुमार से पहले और दूसरा दिलीप कुमार के बाद। वास्तव में दिलीप कुमार से पहले का कोई दौर ही नहीं है, क्योंकि इससे पहले यहां किसी भी फिल्म की शूटिंग नहीं हुई थी। लेकिन जैसे ही 1958 में यहां दिलीप कुमार-वैजयंती माला अभिनीत बिमल रॉय के निर्देशन में मधुमती फिल्म की लगातार छह माह तक शूटिंग हुई, यहां इस फिल्म के तीन गीत- सुहाना सफर और ये मौसम हसीं, चढ़ गयो पापी बिछुवा और जंगल में मोर नाचा किसी ने ना देखा फिल्माए गए और पूरी दुनिया के सामने यहां के पहाड़ों की खूबसूरती सामने आई, यहां फिल्मों की शूटिंग की लाइन ही लग गई और अब तक सौ से अधिक बड़़ी और हजारों छोटी-बड़ी फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है।

मधुमती फिल्म के बारे में यह भी खास रहा कि यह देश में रिलीज होने से पहले चेक गणराज्य के प्राग में आयोजित हुए कारलोव वैरी अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में लांच हुई थी और इसके कुछ माह बाद मुंबई में इसका प्रीमियर हुआ। इस तरह विदेश में लांच वाली देश की पहली फिल्म का रिकॉर्ड भी मधुमती के नाम पर ही है। इस तरह पहली फिल्म में ही नैनीताल और उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों की खूबसूरती देश से पहले विदेश में देखी गई। साथ ही मधुमती अपने समय की इतनी बड़ी हिट फिल्म साबित हुई कि इसने 9 फिल्म फेयर अवार्ड जीते थे और उसका यह रिकॉर्ड 37 साल बाद दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे फिल्म 1995 में 11 फिल्म फेयर जीतकर तोड़ पाई थी।

मधुमती फिल्म न केवल यहां फिल्माई गई थी, बल्कि यह कहना भी गलत न होगा कि यह फिल्म यहीं के परिवेश, संस्कृति में रच बस गई थी। इस फिल्म का पूरे परिवेश, नायिका वैजयंती माला के वस्त्र विन्यास, पहाड़ी घाघरा-पिछौड़ा व गले में हंसुली, जॉनी वॉकर सहित फिल्म में अन्य पुरुषों-महिलाओं का पहनावा आदि बहुत कुछ तत्कालीन कुमाउनी व पर्वतीय लोक संस्कृति से ओत-प्रोत थे। यही नहीं फिल्म का पार्श्व संगीत गीत एवं नाटक प्रभाग में कार्यरत रहे सत्य नारायण ने तैयार किया था और इसके गीतों में संगीत देने में प्रसिद्ध कुमाउनी गीत ‘बेड़ू पाको बारों मासा’ के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से प्रशंसा प्राप्त कर चुके मोहन उप्रेती और उनकी धर्मपत्नी नईमा खान उप्रेती का भी सहयोग रहा था। फिल्म का गीत ‘चढ़ गयो पापी बिछुवा’ तो पूरी तरह से कुमाउनी लोक शैली में भी गाया व फिल्माया गया था। गौरतलब है कि पुर्नजन्म पर आधारित इस फिल्म की पूरी कहानी भवाली में मौजूदा टीआरएच के शीर्ष की पहाड़ी पर बने मिस्टर रे के बंगले के इर्द-गिर्द घूमती है, जहां नायक दिलीप कुमार बारिश के कारण एक रात के लिए फंस जाते हैं, वहां उन्हें अपने पूर्व जन्म की प्रेमिका वैजयंतीमाला की स्मृतियां हो आती हैं, जिसकी हत्या कर दी गई होती है। दिलीप को इस जन्म में भी वैजयंती माला मिल जाती हैं, उसकी मदद से वह पूर्व जन्म मंे की गई हत्या का बदला लेते हैं। यही कहानी बाद में दीपिका पादुकोण की बॉलीवुड में पदार्पण करने वाली फिल्म ओम शांति ओम में भी दोहराई गई। मिस्टर रे के इस बंगले को वर्ष 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने फिल्म संग्रहालय के रूप में विकसित करने का आश्वासन बिमल रॉय की पुत्री रिंकी रॉय भट्टाचार्य को दिया।

तीन बार नैनीताल आए थे दिलीप कुमार
नैनीताल। दिवंगत सिने अभिनेता दिलीप कुमार हालांकि मधुमती फिल्म की शूटिंग के लिए निकटवर्ती भवाली में रहे थे और फिल्म की अधिकांश शूटिंग यहीं भवाली से घोड़ाखाल के बीच वर्तमान उजाला, उत्तर वाहिनी शिप्रा नदी आदि क्षेत्रों एवं कुछ रानीखेत में हुई थी, लेकिन इस बीच दिलीप कुमार एक बार इस फिल्म के निर्माता-निर्देशक बिमल रॉय के साथ नैनीताल आए थे और यहां हरि संकीर्तन सभा में आयोजित शास्त्रीय संगीत के कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में शामिल रहे तथा ‘भारतीय सिनेमा के 100 वर्ष और नैनीताल’ आलेख लिखने वाले नगर के वरिष्ठ रंगकर्मी के अनुसार इस दौरान दिलीप साहब ने एक शास्त्रीय गीत भी गाया था। बिमल रॉय व दिलीप कुमार द्वारा इस दौरान रजिस्टर में किए गए हस्ताक्षर अभी भी यहां सुरक्षित हैं।

श्री गुरुरानी बताते हैं इसके अलावा दिलीप साथ 1960-70 के दशक में पंडित नारायण दत्त तिवारी के चुनाव प्रचार के लिए नगर के मल्लीताल स्थित रामलीला मैदान में मधुमती फिल्म के अपने साथी कलाकार जॉनी वॉकर के साथ आए थे। अलबत्ता इसी दौरान उनका स्वास्थ्य अचानक खराब हो गया था। इस कारण उन्हें यहां से भाषण दिए बिना लौटना पड़ा था। गौरतलब है कि दिलीप कुमार ने पं. तिवारी के लिए 1991 के चुनाव में नैनीताल लोकसभा का हिस्सा रहे बहेड़ी में चुनावी सभा में भाषण दिया था। पं. तिवारी यह चुनाव हार गए थे। बाद में पंडित तिवारी ने इन पंक्तियों के लेखक के समक्ष अपनी टीस व्यक्त की थी कि दिलीप साहब के संबोधन से हुई एक गलतफहमी के कारण वह यह चुनाव हार गए थे।

पहले सेब के व्यापारी के रूप में नैनीताल आ चुके थे दिलीप कुमार
नैनीताल। दिलीप कुमार की आत्मकथा ‘द सबस्टैंडस एंड द शैडो’ में स्वर्गीय दिलीप कुमार ने बताया है कि वह मधुमती से भी पहले नैनीताल एक फल कारोबारी के रूप में आ चुके थे। उनका जन्म पाकिस्तान के पेशावर शहर में हुआ था। उनके पिता लाला गुलाम सरवर खान फलों के बड़े कारोबारी थे। वह और उनका परिवार मुंबई में रहता था। मुंबई से ही वह फलों का कारोबार करते थे। दिलीप कुमार भी अपने पिता के कारोबार उनका हाथ बंटाते थे। पिता को लगता था कि एक दिन उनका बेटा कारोबार संभालेगा। वह अपने बेटे यूसुफ को धंधे में निपुण बनाना चाहते थे। पहले तो वह मुंबई में उन्हें अपने कारोबार का छोटा-मोटा काम सौंपते थे, लेकिन बाद में उन्होंने नैनीताल में एक सेब के बागीचे को लीज का अनुबंध करने की जिम्मेदारी यूसुफ को सौंपी। यह उनके लिए बतौर कारोबारी पहली परीक्षा थी। अपने पिता द्वारा दी गई जिम्मेदारी को उन्होंने बखूबी निभाया और नैनीताल में एक सेब के बागीचे के लीज का अनुंबध हासिल किया। इस डील के लिए उन्होंने अग्रिम भुगतान के तौर पर रुपये भी मिले थे। इस सफलता पर पिता ने उन्हें सराहा भी था। इसके बाद ही 1944 के दौर में उन्होंने दिलीप कुमार के नाम से सिनेमा जगत में दस्तक दे दी। और 14 साल बाद वह 1958 में एक अभिनेता के तौर पर दुबारा नैनीताल पहुंचे थे। उस समय आलम यह था कि उनकी एक झलक पाने के लिए लोग कई किलोमीटर पैदल चलकर मधुमती की शूटिंग देखने लोग पहुंचे थे।

10-12 बड़े भव्य कमरों वाला है फिल्म मधुमती में दिखने वाला बंगला
दिवंगत सिने अभिनेता दिलीप कुमार अभिनीत एवं उत्तराखंड में फिल्माई गई पहली फिल्म मधुमती के बारे में जैसे-जैसे जिज्ञासा बढ़ रही है, यांदों के पिटारे भी खुलते जा रहे हैं। भवाली के नगर पालिका अध्यक्ष संजय वर्मा ने बताया कि मधुमती फिल्म की अधिकांश शूटिंग नगर में स्थित ‘मिस्टर रे के बंगले’ में हुई थी। करीब 10-12 बड़े भव्य कमरों का यह बंगला अंग्रेजी दौर में अंग्रेज सैन्य अधिकारी जनरल वीलर ने बनवाया था। वर्तमान में यहां उनके वंशज रे परिवार के लोग रहते हैं। परिवार के प्रमुख बॉबी रे का कुछ ही समय पूर्व निधन हुआ। उनके बाद उनके दो पुत्र लेस्ली रे व डेनिस रे तथा वेरोनिका ग्रेवाल व मिसेज मेडिली सहित तीन बेटियां इस बंगले के स्वामी हैं। बंगले का कुछ हिस्सा इधर हाल में बिकने की भी अपुष्ट खबर है।

श्री वर्मा ने बताया कि फिल्म का काफी हिस्सा, खासकर सुहाना सफर गीत भवाली के पास अल्मोड़ा जाने वाले मार्ग पर अपनी तरह की खास उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी के किनारे डाकारौली नाम के स्थान पर फिल्माया गया था। उस जमाने में शिप्रा नदी में काफी पानी होता था। इस पर एक दर्जन पहाड़ी घराट कही जाने वाली पनचक्कियां भी चला करती थीं। बच्चे इसमें नहाते थे। वर्तमान में यह नदी नाले में तब्दील हो चुकी है, अलबत्ता अब इसे पुर्नजीवित करने के प्रयास भी शुरू हो गए हैं।

जब गेठिया की बेटी बनीं दिलीप कुमार की हीरोइन
स्थानीय निवासी और भीमताल के ब्लॉक प्रमुख डॉ. हरीश बिष्ट ने भी पुराने लोगों से सुनी बातों के आधार पर बताया कि यहां के गांव गेठिया की एक लड़की को कुछ दृश्यों के लिए ही सही, दिलीप कुमार की हीरोइन बनने का मौका मिला था। यह लड़की थी-यशोदा आर्या। हुआ यह कि गेठिया सैनिटोरियम के पास चीड़धार में शूटिंग के दौरान एक दृश्य में अभिनेत्री वैजयंती माला को पहाड़ पर दौड़ना था। लेकिन वैजयंती माला दृश्य के लिए जरूरी तरीके से पहाड़ पर दौड़ नहीं पा रही थी। इस दौरान निर्देशक बिमल रॉय की निगाह पास खड़ी गेठिया गांव की एक बेटी यशोदा आर्या पर पड़ी, जिसे उन्होंने वैजयंती माला की जगह दौड़ाकर सीन शूट किया। इस दौरान दिलीप कुमार ने गांव वालों के साथ फोटो भी खिंचवाई थी, इस फोटो में यशोदा आर्या मौजूद बताई जाती हैं। इसलिए इस फोटो कुछ लोगों ने आज भी सहेज कर रखा है।

इस तरह शूटिंग के लिए नैनीताल आया बिमल रॉय की नजर में
बिमल रॉय अक्सर मुक्तेश्वर आते थे। यहां उनके जीजा भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) मुक्तेश्वर में नौकरी करते थे। इसलिए बिमल अपनी दीदी के परिवार से मिलने के यहां आते रहते थे। इस दौरान व अक्सर नैनीताल भी घूमने आते थे। उन्हें इस क्षेत्र का सौंदर्य एक नजर में भा गया था। इसीलिए वह बाद में पूरी यूनिट लेकर मधुमती की शूटिंग के लिए नैनीताल आए थे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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-फिल्म ‘फायर इन द माउंटेंस’ को लॉस एंजिल्स में मिला ऑडियंस अवार्ड
-नैनीताल, अल्मोड़ा आदि के कलाकार हैं फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में

Mukesh Dhasmana
फिल्म के एक दृश्य में नैनीताल के वरिष्ठ कलाकार मुकेश धस्माना।

डॉ.नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 29 मई 2021। नैनीताल एवं उत्तराखंड के कई कलाकारों के अभिनय से सजी तथा पहाड़ की समस्याओं के समाधान के लिए यहां की नई व पुरानी पीढ़ियों के बीच नए व पारंपरिक जागर जैसे धार्मिक आयोजनों के समाधानों को रेखांकित करती हिंदी फीचर फिल्म ‘फायर इन द माउंटेंस’ ने लॉस एंजिल्स में आयोजित 19वें वार्षिक भारतीय फिल्म समारोह में सर्वश्रेष्ठ फीचर के लिए ऑडियंस अवार्ड जीता है। इस फिल्म को 20 से 27 मई तक कैलिफोर्निया में आयोजित समारोह के उद्घाटन अवसर पर प्रदर्शित किया।
82 मिनट की यह फिल्म पहाड़ की एक ऐसी मां के बारे में है जो अपने व्हीलचेयर से बंधे बेटे को फिजियोथेरेपी के लिए चिकित्सालय ले जाने में सक्षम होने के लिए एक दूरदराज के हिमालयी गांव में सड़क बनाने के लिए पैसे बचाने के लिए कड़ी मेहनत करती है, लेकिन उसके पति का मानना है कि जागर लगाकर देवताओं के आह्वान से उसका बच्चा ठीक हो सकता है। फिल्म में नैनीताल के वरिष्ठ कलाकार मुकेश धस्माना ग्राम प्रधान की नकारात्मक भूमिका में, जबकि मदन मेहरा हड्डी रोग विशेषज्ञ की जबकि अल्मोड़ा निवासी मुंबई में स्थापित एनएसडी स्नातक चंदन बिष्ट नायक की मुख्य भूमिका में हैं। साथ ही पहाड़ के ही हर्षिता तिवारी और मयंक सिंह जैड़ा भी फिल्म में हैं, साथ ही विनम्रता राय और सोनल झा की भी भूमिकाएं हैं। बताया गया है कि इससे पहले इस फिल्म का सनडांस फिल्म फेस्टिवल-2021 में वर्ल्ड प्रीमियर हुआ था। वर्ल्ड सिनेमा ड्रामेटिक कॉम्पिटिशन में भी यह फिलम 10 फिल्मों में से दक्षिण एशिया से चुनी गई एकमात्र फिल्म थी। हाल ही में इस फिल्म ने स्पेन में आयोजित हुए 20वें लास पालमास डी ग्रैन कैनरिया अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में इसे सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए सिल्वर लेडी हरिमगुड़ा और फिल्म के अभिनेता चंदन बिष्ट को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार भी जीते हैं।

नैनीताल के फिल्मकार संजय की फिल्म को बेस्ट जूरी अवार्ड
Monitorनैनीताल। नैनीताल के फिल्मकार संजय सनवाल की कन्या भ्रूण हत्या जैसे संवेदनशील विषय पर बनी फिल्म मॉनीटर ने इसी माह आयोजित नवाडा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल-2021 में ‘बेस्ट जूरी अवार्ड’ जीता है। बताया गया है कि 9 सितंबर 2020 से 9 मई 2021 तक नवाडा बिहार में आयोजित इस फिल्म फेस्टिवल में 55 देशों की 1650 फिल्मों ने प्रतिभाग किया था।

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नवीन समाचार, नैनीताल, 02 अप्रैल 2021। नगर में शशि सुमित प्रोडक्शन एवं जार पिक्चर्स मुंबई के बैनर तले ‘वन्स अपॉन टू टाइम्स’ नाम से बन रही फिल्म की शूटिंग की गई है। बीती 15 से 31 मार्च के बीच इस फिल्म की शूटिंग नगर के मल्लीताल, पाइंस, हिमालय दर्शन, भवाली, हनुमानगढ, लवर्स पॉइंट, नैनी रिट्रीट, डीएसए मैदान व मॉल रोड पर की गई।

Film Once upon two times
फिल्म ‘वन्स अपॉन टू टाइम्स’ की शूटिंग के दौरान फिल्म के मुख्य कलाकारों के साथ स्थानीय कलाकार।

सोनाक्षी मित्तल द्वारा निर्देशित इस फिल्म में संजय सूरी, नितेश पांडेय, मृणाल कुलकर्णी, अनुद सिंह व कशिश खान मुख्य भूमिकाओं में हैं, जबकि फिल्म में नैनीताल के मदन मेहरा, कौशल साह जगाती, रोहित वर्मा, उमेश कांडपाल, मुकेश धस्माना, विक्रम रावत, मीता साह, पंकज भट्ट, मनीष भट्ट, दीक्षा अधिकारी, मरियम, प्रदीप त्यागी, भुवन, रवि, मंजू रौतेला, कुसुम व गीता आदि कलाकारों ने भी अभिनय किया है, जबकि गोलू फिल्म्स एवं कास्टिंग और प्रयोगांक नैनीताल के कलाकारों ने फिल्म में क्राउड संयोजक के रूप में योगदान दिया है।

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नवीन समाचार, नैनीताल, 06 अक्टूबर 2020। जोधा फिल्म दिल्ली के बैनर पर उत्तराखंड दूरदर्शन के लिए गढ़वाली धारावहिक ‘भागीरथ प्रयास’ की शूटिंग कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा, भिकियासैंण के श्रीकोट, माझली गांव तथा मानिला, रतखाल आदि गाँवों में नौ दिन तक की गई।
फिल्म के सहायक-निर्देशक और प्रोडक्शन इंचार्ज जगदीश तिवारी ने बताया कि इस धारावाहिक के निर्माता दिल्ली के संजय जोशी है, जबकि निर्देशन, पटकथा व संवाद लेखन प्रसिद्ध उत्तराखंडी फिल्म उद्योग की प्रथम महिला निर्देशिका के रूप में प्रतिष्ठित निर्देशक सुशीला रावत ने किया है। कैमरामैन ध्रुवव त्यागी, मेकअप श्वेता शर्मा, टीम लीडर खुशाल सिंह बिष्ट और देव रौतेला आदि ने कोरोना से बचाव के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए शूटिंग पूरी करने में योगदान दिया। उन्होंने बताया कि भागीरथ प्रयास की कहानी दो दोस्तों-सरकारी विभाग में अधिकारी के पद से सेवा निवृत्त गंगा सिंह व भागीरथ के बीच घूमती हुई उत्तराखंड के वर्तमान हालातों का बयां करती है तथा रिवर्स पलायन की ओर प्रेरित करते हुए संदेश देती है कि पलायन को रोकना अत्यंत आवश्यक है, जिससे यहां की जनसंख्या कम ना हो और उत्तराखंड एक खुशहाल राज्य बने।
इस धारावाहिक में उत्तराखंड फिल्म और कला जगत के ख्यातिप्राप्त बृजमोहन वेदवाल, कुसुम बिष्ट, राजेश मालगुडी, अमित भट्ट, कुसुम चौहान, सुमन खन्डूड़ी, रविंद्र रावत, पुष्पा जोशी, राजेश नौगाईं, रमेश परदेसी, पार्थ नेगी, देव रौतेला और मोहन रौतेला के साथ ही स्थानीय कलाकारों ने भी अभिनय किया है ।

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Papa ka ashish
फिल्म पापा का आशीष का एक दृश्य।

नवीन समाचार, नैनीताल, 01 अक्टूबर 2020। नगर के मधुबन आर्ट्स द्वारा निर्मित तथा डा. मोहित सनवाल द्वारा निर्देशित लघु फिल्म ‘पापा का आशीष’ अब प्रसिद्ध फिल्म चैनल ‘शार्ट फिल्म्स’ में 2 अक्टूबर 2020 को 11 बजे से प्रदर्शित की जाएगी, और आगे भी देखी जा सकेगी। डॉ सनवाल ने बताया की वर्ष 2019 में निर्मित यह फिल्म पूर्व में ‘लेक सिटी इंटेरनेशनल फिल्म फेस्टिवल नोएडा’ में बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर का पुरस्कार जीत चुकी है, तथा ‘लंदन फर्स्ट टाइम फिल्ममेकर्स सेशन’ में भी चयनित हुई है। यह फिल्म पॉकेट फिल्म्स के चैनल शार्ट फ़िल्म में 2 अक्टूबर 2020 को 11 बजे इस लिंक पर लाइव प्रदर्शित होगी : https://youtu.be/pHvTbxIsbIY
उल्लेखनीय है कि फिल्म की निर्माता कविता सनवाल हैं, जबकि कैमरा अदिति खुराना, एडिटिंग किंशुक पाण्डेय ने की है। कलाकारों में स्वर्गीय संदीपन विमलकांत नागर, अनिल घिल्डियाल, डीके शर्मा, कौशल साह, शबनी राणा, पवन कुमार, मुकेश धस्माना, अजय पवार, अमित साह व मनोज साह टोनी आदि हैं। इसके साथ ही डा. सनवाल ने इधर लॉक डाउन के दौरान देश भर के 1100 आवेदनों में में शीर्ष 100 में चयनित होगर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय का 13 दिवसीय ‘थिएटर एप्रिशिएशन कोर्स पूरा किया है। इस उपलब्धि पर नगर के रंगकर्मियों ने उन्हें बधाई और शुभकामनायें दी हैं।

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मुक्तेश्वर जैसे छोटे से कस्बे निकलकर निर्मला ने मायानगरी में बना ली है अपनी जगह, कई फिल्मों ,धारावाहिकों में काम कर चुकी है निशा
– 21 सितम्बर को जी टीवी के धारावाहिक गुड्डन तुमसे न हो पायेगा में होगी निशा की एंट्री
– दूरदर्शन के धारावाहिक फिर सुबह होगी में हैं मुख्य कलाकार
IMG 20200921 111538दान सिंह लोधियाल, नवीन समाचार, धानाचूली, 21 सितंबर 2020। सपने पूरा करने के लिए उन सपनों को खुली आँखों से देखना ज्यादा जरुरी है। कुछ ऐसे ही कहानी नैनीताल जिले के कस्बे मुक्तेश्वर की रहने वाली निशा उर्फ़ निर्मला जे चन्द्रा की है।
मामूली से कस्बे से निकल कर जब कोई व्यक्ति अपना नाम बॉलीवुड की दुनिया में दर्ज करवाता है, तो यह कोई मामूली बात नहीं रह जाती। मुक्तेश्वर स्थित आईवीआरआई से सेवानिवृत्त जगदीश चन्द्र की सुपुत्री निर्मला (निशा) ने कर दिखाया जो कि अब बॉलीवुड में अपनी जगह बना चुकी है। उनका हाल निवास हल्द्वानी है।
निशा ने बताया माँ नीरा ने उसे उड़ने के लिए पंख दिए, पापा ने कभी एक्टिंग, डांस, ड्रामा के प्रति मना नहीं किया। साधारण से परिवार से ताल्लुक रखने वाली निर्मला उर्फ़ निशा अब तक कई धारावाहिकों ,फिल्मों टीवी विज्ञापनों में काम कर चुकी हैं।
विवेक गोंडियाल की हास्य फिल्म पाईड पाइपर ,अजय लोहान के साथ बोलो राम ,घरोंदा डॉट कॉम जैसी फिल्मो में काम कर चुकी हैं। सोनी चैनल के सीआईडी, क्राइम पट्रोल और लाइफ ओके के सावधान इंडिया और स्टार प्लस के शपथ धारावाहिक में भी कार्य कर कर चुकी हैं। निर्मला (निशा )बताती हैं की निदेशक राकेश चतुर्वेदी की फिल्म घरोंदा डॉट कॉम में जासूस की भूमिका अदा की जिसमे यशपाल शमी विलेन के किरदार में थे। मनोज पाहवा कॉमेडियन विजेन्द्र काला और उज्जवल राणा भी फिल्म में मौजूद थे। उसके बाद निदेशक राकेश टाक की विधवा फिल्म में काम मिला जिसमे उन्होंने सेकंड लीड रोल निभाया और एक राजस्थानी फिल्म थी जोकि सती प्रथा पर थी। उसके बाद करियर को पंख मिलना शुरू हुआ और पाईड पाइपर फिल्म जिसे विवेक गोंडियाल ने निर्देशित किया जो एक हास्य फिल्म है, फिल्म में निर्मला राजपाल यादव की पत्नी का किरदार निभाया। वे छोटी क्षेत्रीय तमिल, बंगाली राजस्थानी फिल्म भी कर चुकी हैं। इसके अलावा सोनी टीवी के अनामिका का अमित ,जी टीवी के मेरी सासू मां, ऐसी दीवानगी देखी नहीं कहीं ,बिग मैजिक के बाल कृष्णा, स्टार टीवी के नमः, दूरदर्शन के बिटिया भाग्य से, यश राज बैनर की फिल्म सुई धागा में भी काम कर चुकी हैं।
निशा ने केंद्रीय विद्यालय मुक्तेश्वर से इण्टर करने के बाद नैनीताल डीएसबी कैंपस से बीकॉम किया।इसके साथ ही नैनीताल के युगमंच थिएटर से जुडी जहाँ जुहूर आलम, निर्मल पाण्डेय ,राजेश आर्य मंज़ूर हुसैन ,इदरीस मालिक ,कमल मालिक से काफी ज्ञान अर्जित किया व सभी ने उन्हें इस लाइन में करियर बनाने और उचित मार्ग दर्शन किया उसके बाद भारतेंदु नाट्य अकादमी से डिप्लोमा लिया और स्वर्ण पदक हासिल किया । कुछ दिन वही काम करने के बाद भारतीय फिल्म एंड टेली विजन इंस्टिट्यूट पुणे से एक्टिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन किया और उसके बाद मेहनत और आत्मविश्वास से आगे की राह आसान होती गयी।
निर्मला का मानना है कि यदि कार्य पूरी मेहनत लगन से किया जाये तो ऊपर वाला भी साथ देता है उन्होंने बताया की मुक्तेश्वर अब बॉलीवुड में भी जाना जाने लगा है। कई फ़िल्मी हस्तियाँ यहाँ आने को आतुर रहती है। वही कई ने तो अपने घर भी यहीं बना लिए है। जिनमे नीना गुप्ता भी शामिल है। शो मैन सुभाष घई की किसना और कांची फिल्म ने नैनीताल जिले को अलग पहचान दिलाई है। अभिनेता हेमंत पाण्डेय के साथ जब उन्होंने बद्री फिल्म की शूटिंग की तो उत्तराखंड की ख़ूबसूरती और जग जाहिर हुई। इससे आने वाले समय में उत्तराखंड में फिल्म की शूटिंग के लिए कई और फिल्म डायरेक्टर उत्तराखंड का कूच करेंगे ,निर्मला कहती हैं अभिनेता सौरभ शुक्ला जहाँ उत्तराखंड की तारीफ करते नहीं थकते, वही अभिनेता संजय मिश्रा इन दिनों अपनी फिल्म की शूटिंग के लिए मुक्तेश्वर आये है। जबकि अभिनेता मनोज वाजपेई ने तो पूरा लॉकडाउन वाला दौर ही मुक्तेश्वर में अपने परिवार के साथ व्यतीत किया और अब वे यहाँ हर बार आने की इच्छा जताते हैं।
निर्मला ने बताया की आगामी 21 सितम्बर को लेकर ख़ासा खुश हैं क्योंकि जी टीवी के धारावाहिक ,गुड्डन तुमसे न हो पायेगा’ में उनकी एंट्री होने वाली है। गुड्डन तुमसे न हो पायेगा’ धारावाहिक अपने तीन सौ से अधिक कड़ी प्रसारित कर चूका है। और धारवाहिक के लीप इयर पूरे होने के चलते ज्यादातर किरदार बदल रहे हैं जिसमें उनका भी एक नेगेटिव एप्रोच लिए हास्य कलाकार का किरदार है। उन्होंने अपने दोस्तों व जानने वालों से अपील की है कि धारावाहिक जरुर देखें और उन्हें उसके बारे में जरुर बताएं।
आपको बताते चलें की निशा इन दिनों बतौर मुख्य कलाकार दूरदर्शन में वीकेंड पर रात आठ बजे प्रसारित होने वाले एक नए धारावाहिक ‘फिर सुबह होगी’ के लिए भी शूटिग कर रही हैं जिसमे उनके साथ जूनियर महमूद भी काम कर रहे हैं , वह एक भ्रष्ट नर्स की भूमिका में हैं जो किडनी गैंग से जुडी है , बताया की यह धारावाहिक आजकल अस्पतालों में चल रहे स्कैम को लेकर है।
बहरहाल निशा को लॉक डाउन के दौरान अपने घर से दूर रहने का मलाल जरुर है मगर वही खुश भी हैं कि कोरोना ने जहाँ कई लोगों का करियर लील लिया वही उनकी झोली में जीवन यापन करने के लिए काम की कोई कमी नहीं है।

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-खुर्पाताल में चल रही लघु फिल्म ‘जागते रहो’ की शूटिंग

Shootingनवीन समाचार, नैनीताल, 18 सितंबर 2020। जिला मुख्यालय के निकट खुर्पाताल में इन दिनों ‘जागते रहो’ नाम की लघु फिल्म की शूटिंग चल रही है। बताया गया है कि फिल्म की कहानी आदमखोर बाघ पर है, कि किन कारणों से बाघ आदमखोर बन रहे हैं और मानव-वन्य जीव संघर्ष का असली कारण व समाधान क्या है। अच्छी बात यह भी है कि इस एक लघु फिल्म में भी बड़ी संख्या में लोगों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शन का मौका तथा काम मिल रहा है।
‘नैनीताल फिल्म एंड आर्ट्स’ के बैनर तले अजय वीर पवार के निर्देशन में बन रही इस लघु फिल्म में वरिष्ठ कलाकार मंजूर हुसैन, डीके शर्मा, मिथिलेश पांडे, मनोज साह ‘टोनी’, शबनी राणा, बलजिंदर कौर, मुकेश धस्माना, रविंद्र रौतेला, आकाश नेगी, भूषण छाबड़ा, चारु तिवारी, दीपक सहदेव, अनवर रजा, अमित साह, पवन कुमार, विनीता यशस्वी, नीरज डालाकोटी, खुर्शीद हुसैन व बाल कलाकर शेजीन अहम भूमिकाओं में हैं। नगर के प्रसिद्ध छायाकार अमित साह प्रोडक्शन, नीरज डालाकोटी व मो. खुर्शीद हुसैन सह-निर्देशन, पवन कुमार कला निर्देशन की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, जबकि फिल्म की कहानी नगर निवासी रंगकर्मी दिलावर शिराज ने लिखी है व संगीत नदीम शिराज ने दिया है। कैमरे की जिम्मेदारी नगर की महिला छायाकार अदिति खुराना व अमर गौतम जबकि ड्रोन की जिम्मेदारी नितिन छाबड़ा संभाल रहे हैं। इनके अलावा तकनीकी टीम में प्रमोद प्रसाद व अदनान, मेक-अप व वेश-भूषा में अनवर रजा, प्रकाश व्यवस्था में सुनील कुमार, मोनू व अजय सहयोग कर रहे हैं। बताया गया है कि फिल्म की शूटिंग पूरी होने को है।

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-राज्य में फिल्म निर्माण में बताई संस्कृति के प्रसार एवं रोजगार की अपार संभावनाएं
Idrish Malikनवीन समाचार, नैनीताल, 16 सितंबर 2020। नैनीताल निवासी एनएसडी यानी राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के स्नातक एवं बॉलीवुड कलाकार इदरीश मलिक ने प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को खुला पत्र लिखकर राज्य में बॉलीवुड की तर्ज पर अपना ‘उत्तरावुड’ स्थापित करने के लिए सुझाव दिए है। इदरीश का कहना है कि एनएसडी में हर देश भर के केवल 20 छात्र निकलते हैं। उत्तराखंड और नैनीताल का सौभाग्य है कि यहां 40 से 50 एनएसडी स्नातक हैं, और इनमें से 19 नैनीताल के हैं। वह स्वयं वर्ष 2000 से नैनीताल में बीएम शाह ओपर एयर थियेटर की स्थापना कर देश भर के कलाकारों को बुलाकर बिना किसी सरकारी सहायता के हर वर्ष 15 मई से 30 जून तक ग्रीष्म नाट्य महोत्सव आयोजित कर रहे हैं। उन्होंने वर्ष 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा नगर में प्रेक्षागृह की स्थापना करने की घोषणा के बावजूद स्थापना न करने पर नाराजगी जताते हुए यहां के कलाकारों की उपेक्षा पर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने सुझाव दिया है कि राज्य में हर ए व बी ग्रेड के होटल में राजस्थान, केरल व महाराष्ट्र आदि राज्यों की तर्ज पर सांस्कृतिक मंडलियों के कार्यक्रम आयोजित करने की अनिवार्यता करने, प्रदेश के दोनों मंडलों में लोग नाट्य, चित्रकला, फिल्म, संगीत आदि के लिए लाइब्रेरी व छात्रावास आदि सुविधाओं युक्त गुरुकुलों की स्थापना करने, इन गुरुकुलों से चार वर्ष का कोर्स कर निकलने वाले छात्रों को अस्थाई तौर पर कक्षा 6 से 12 तक के बच्चों को 6-6 माह के लिए दोनों मंडलों में संस्कृतियों का आदान-प्रदान करते हुए अपने विषय पढ़वाने, राज्य में हर 30 किमी में 20-30 सीटों वाले एवं मात्र 20, 30 या 50 रुपए शुल्क वाले 5000 छोटे सिनेमा हॉल बनाने तथा उनमें महाराष्ट्र सरकार की तर्ज पर अपनी संस्कृति व कहानियों पर स्थानीय फिल्में बनाकर दिखाने की व्यवस्था करने का सुझाव दिया है।

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नवीन समाचार, नैनीताल, 24 अगस्त 2020। उत्तराखंड की ऐतिहासिक घटनाओ पर ‘गदेरा’ नाम से निर्देशक योगेश वत्स के निर्देशन में एक वेब सिरीज बनने जा रही है। वेब सिरीज से जुड़े इशान खुराना ने बताया कि इस वेब सिरीज के लिए अगले तीन दिन 25, 26 व 27 अगस्त को नगर के सूखाताल स्थित देवदार लॉज में सुबह 11 से शाम आठ बजे तक ऑडीशन आयोजित होने जा रहे हैं। ऑडीशन में 35 से 60 वर्ष की अधिक उम्र भारतीय व यूरोपीय नजर आने वाले स्थानीय कलाकारों की अपेक्षा की गई है। उन्होंने दावा किया कि उत्तराखंड की ऐतिहासिक घटनाओं पर बनने वाली पहली फिल्म है जिसमें कुमाऊं और गढ़वाल की अंग्रेजी एवं गोरखा शासनकाल की कई पुरानी घटनाओं के संग्रह को पटकथा में पिरोया गया है।

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नवीन समाचार, नैनीताल, 11 अगस्त 2020। नगर निवासी सुप्रसिद्ध दिवंगत सिने कलाकार स्वर्गीय निर्मल पाण्डे की स्मृति में उनकी जयंती पर मुंबई में आयोजित फिल्म फेस्टिवल में नगर के ही ‘…का अंश’ प्रोडक्शन की अजय पवार द्वारा निर्देशित दो फिल्मों-चित्रकार और ‘मंटो‘श नींद’ को पुरस्कृत किया गया है। बताया गया है कि पहली फिल्म चित्रकार के लिए मुकेश धस्माना को सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेता एवं दूसरी सआदत हसन मंटो की कहानी ‘सौ कैण्डल पावर का बल्ब’ पर आधारित फिल्म ‘मंटो‘स नींद’ में ‘डॉ मोहित सनवाल’ को सिनेमाटोग्राफी के लिए तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। फेस्टिवल में राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न फिल्मों ने प्रतिभाग किया व चयनित फिल्मों को राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन दिखाया गया।
बताया गया है कि अजय पवार द्वारा निर्देशित चित्रकार फिल्म एक ऐसे चित्रकार की कहानी है जिसकी अपनी महत्वकांक्षाएँ हैं। यह फिल्म रंगों की रंग बदलती और समाज के जटिल ताने बाने को रूबरू करवाती है। इन फिल्मों में वरिष्ठ रंगकर्मी मंजूर हुसैन, मिथिलेश पांडे, मुकेश धस्माना, दीपक सहदेव, अदिति खुराना, अनवर रजा, डॉ. मोहित सनवाल, मनोज साह टोनी, पवन कुमार, नीरज डालाकोटी, अमित साह, पुनीत कांत, प्रिंस परसाल, कार्तिक पंत व ललित मोहन आदि ने निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभाई।

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नवीन समाचार, नैनीताल, 15 जुलाई 2020। कला की नगरी के कलाकारों ने लॉक डाउन के दौरान कलाकारों के दुःख-दर्द, आर्थिक अभावों के कारण अकेलेपन व खासकर लॉक डाउन के दौरान उनकी समस्याओं की ओर किसी के भी ध्यान न देने पर ‘अंतर्द्वन्द्व’ नाम से फिल्म बनाई है। अच्छी बात यह है कि बिना किसी खर्च के यानी शून्य बजट में मोबाइल फोन से बनाई गई एवं मोबाइल पर ही एडिट की गयी यह फिल्म दिल्ली में आयोजित होने जा रहे निर्मल पांडे स्मृति फिल्मोत्सव में चयनित हो गई है। कलाकारों की पीड़ा को प्रदशित करने, उन्हें वर्तमान हालातों मंे आत्महत्या के स्तर पर पहुंचने की स्थितियों को प्रदर्शित करती इस लघु फिल्म को निर्माण ‘तृष्णा प्रोडक्शंस’ के बैनर तले लेखक, संगीत निर्देशक और निर्देशक अभिनेता रोहित वर्मा ने तैयार किया है। फिल्म में सिनेमेटोग्राफर व अभिनेता मो.जावेद हुसैन तथा नगर के छायाकार अमित साह के साथ ही थियेटर से काफी लम्बे समय से जुड़े अनवर रजा और कौशल साह भी विभिन्न भूमिकाओं में हैं। फिल्म के फिल्मोत्सव में चयनित होने पर नगर के स्थानीय कलाकारों ने हर्ष जताते हुए शुभकामनाएं भी दी हैं।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड ने कोरोना से निपटने के साथ फिल्मों की शूटिंग के लिए दरवाजे खोले… दिशा-निर्देश जारी

नवीन समाचार, देहरादून, 20 जून 2020। उत्तराखंड सरकार जहां एक ओर कोरोना से बचाव और रोकथाम को लेकर सख्ती बरत रही है, वहीं अब अनलॉक की ओर भी धीरे-धीरे कदम बढ़ा रही है। इसी क्रम में राज्य में फिल्मों की शूटिंग के लिए दरवाजे खोल दिए गए हैं। उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद ने इसके लिए दिशा-निर्देश मानक प्रचालन कार्यविधि (एसओपी) तय किये हैं, जिन्हें राज्य के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने आज जारी कर दिया।

इसके मुताबिक सभी प्रोडक्शन यूनिट, फिल्म शूटिंग यूनिट या ऑडियो विजुअल सेक्टर्स के लोगों को कोरोना से बचाव एवं रोकथाम के लिए सभी जरूरी मानक दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा। मसलन 6 फीट की शारीरिक दूरी, मास्क पहनना, चेहरा ढकना, बार-बार साबुन से हाथ धोना, सैनिटाइज करना, सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से परहेज करना और आरोग्य सेतु एप को यूनिट के सभी लोगों के मोबाइल फोन में इंस्टॉल करना अनिवार्य होगा। प्रोड्यूसर के लिए राज्य में प्रवेश से पहले या एक जिले से दूसरे जिले में जाने के क्रम में उत्तराखंड के आधिकारिक वेब पोर्टल (https://dsclservices.in/uttarakhand-migrant-registration.php) पर रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य होगा। प्रोडक्शन कंपनी या फिल्म शूटिंग यूनिट को महानिदेशक, सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग, उत्तराखंड के ऑफिस को सभी सुरक्षा मानकों और राज्य सरकार तथा भारत सरकार द्वारा निर्धारित एसओपी के अनुपालन के संबंध में अंडरटेकिंग देना अनिवार्य होगा। इसमें फिल्म प्रोडक्शन हाउस का नाम, सदस्यों की सूची, मोबाइल नंबर, कितने दिनों तक शूटिंग चलेगी और कहां-कहां होगी। इस दौरान कहां पर यूनिट के लोग ठहरेंगे और जहां पर शूटिंग होगी वहां यूनिट के लोग किस परिवहन माध्यम (कार, बस, ट्रेन या फ्लाइट) से यात्रा करेंगे, इन सब का ब्यौरा देना होगा।

इन सब का परीक्षण करने के बाद महानिदेशक, सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग, उत्तराखंड शूटिंग यूनिट को अनुमति देंगे, जिसे संबंधित जिला प्रशासन को दिखाना होगा। प्रोडक्शन कंपनी को एक नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त करना होगा, जो उस दौरान सभी गतिविधियों का डाटा प्रशासन के साथ साझा करेगा। यूनिट के लोगों को प्रतिदिन थर्मल स्क्रीनिंग करना अनिवार्य होगा। फिल्म यूनिट को किसी भी जोखिम क्षेत्र (कंटेनमेंट जोन) में ना तो शूटिंग करने की इजाजत होगी ना ही किसी जोखिम क्षेत्र से कोई व्यक्ति क्रू में शामिल हो सकेगा। प्रोडक्शन यूनिट के सभी लोगों को मास्क, हैंड ग्लव्स आदि पहनना अनिवार्य होगा। शूटिंग स्थल पर भीड़भाड़ इकट्ठा करने की मनाही होगी। अगर प्रोडक्शन यूनिट या फिल्म शूटिंग यूनिट के किसी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण पाया जाता है तो इस बारे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य प्राधिकरण को यथाशीघ्र सूचित करना होगा। प्रोडक्शन यूनिट और फिल्म शूटिंग यूनिट को किसी भी स्थानीय व्यक्ति के साथ आसपास के इलाकों में बेवजह घूमने की इजाजत नहीं होगी। प्रोडक्शन यूनिट/फिल्म शूटिंग यूनिट में 65 साल से अधिक उम्र या गर्भवती महिला अथाव हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग से ग्रस्त, डायबिटीज तथा किसी भी गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को शामिल करने में की मनाही होगी। इस श्रेणी के लोग कार्यस्थल या शूटिंग सेट पर जा भी नहीं सकेंगे। अगर किन्ही विशेष परिस्थितियों में ऐसे लोगों को ले जाने की नौबत आती है तो इस बारे में जिला प्रशासन को पहले से सूचित करना अनिवार्य होगा। शूटिंग शुरू करने से पहले और खत्म करने के बाद उस स्थान और सेट के फर्नीचर, रेलिंग, काउंटर इत्यादि को सैनिटाइज करना अनिवार्य होगा। इनडोर शूटिंग के लिए अधिकतम 15 और आउटडोर शूटिंग के लिए 30 लोगों की अनुमति होगी। रसोई में भोजन पकाने के दौरान और खाना परोसने के दौरान भी सभी अनिवार्य सुरक्षा मानकों का पालन करना अनिवार्य होगा। शूटिंग या आवागमन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले वाहनों को भी पहले और बाद में सैनिटाइज करना अनिवार्य होगा।

मुख्य सचिव ने कहा है कि फिल्म शूटिंग के दौरान उपरोक्त गतिविधियों की निगरानी के लिए आवश्यक तंत्र लगाने के मामले में सम्बन्धित जिला प्रशासन आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005, महामारी रोग अधिनियम, 1897 और आईपीसी की सम्बन्धित धाराओं के तहत इन दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराएगा।

यह भी पढ़ें : वर्ष 2012 में नैनीताल आये थे ऋषि कपूर, फिल्म में जरूरत न होने के बावजूद दिखायी थी शहर की खूबसूरती

नवीन जोशी, नवीन समाचार, नैनीताल, 30 अप्रैल 2020। इरफान खान के बाद सिने अभिनेता ऋषि कपूर भी अचानक बृहस्पतिवार को दुनिया से विदा हो गये। वे नवंबर 2012 में यशराज बैनर्स की फिल्म औरंजजेब की शूटिंग के लिए नैनीताल आये थे और तीन दिन शूटिंग की थी। खास बात यह रही कि इस फिल्म की शूटिंग नैनीताल में जरूर होनी थी, लेकिन नैनीताल का जिक्र नहीं होना था, लेकिन प्रकृति के प्रेमी ऋषि को नैनीताल की खूबसूरती ने ऐसा प्रभावित किया कि उन्होंने नैनीताल की सुंदरता को फिल्म में शामिल करवाया।rishi kapoor

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6 नवंबर 2012 को नैनीताल में माल रोड से शूटिंग के दौरान गुजरते दिवंगत अभिनेता ऋषि कपूर।

यह खुलासा औरंगजेब फिल्म के निर्माण में प्रोडक्शन का जिम्मा संभालने वाले सगीर खान ने किया। सगीर ने बताया कि पांच नवंबर 2012 को ऋषि फिल्म यूनिट के साथ नैनीताल में पहुंचे और यहां मनु महारानी होटल में रुके थे। इसी दिन देर शाम उन्होंने नैनीताल घूमने की इच्छा जताई थी और सगीर के साथ ही मॉल रोड पर घूमने आये थे। यहां उन्होंने मॉल रोड पर क्लासिक होटल के नीचे एक फड़ से ठंड लगने पर मफलर और सरदार सन्स से कोई अन्य कपड़ा खरीदा। इस दौरान ही वे नैनीताल की खूबसूरती से ऐसे प्रभावित हुए और कहा कि नैनीताल की सुंदरता को फिल्म में जरूर होना चाहिए। इस पर ही 6 नवंबर की सुबह तड़के पांच से साढ़े पांच बजे के बीच नगर के दृश्य फिल्माये गये। वहीं सुबह करीब साढ़े 10 बजे वे स्वयं होटल से पीछे चलते कैमरों के साथ निकले और माल रोड होते हुए तल्लीताल पहुंचे और वहां से सीधे निकलने के बजाय गाड़ी कलेक्ट्रेट-राजभवन रोड की ओर मोड़कर वापस डीएसबी से मस्जिद तिराहे पर उतर गये और फिर नैनी सरोवर का दूसरा चक्कर भी लगाया। इस तरह वाहनों पर कैमरे लगाकर नैनी झील के गिर्द ऋषि कपूर के शहर में कार से गुजरने तथा लाल व नीली बत्ती लगी गाड़ियों को इस ओर से उस ओर दौड़ाते हुए सीन भी शूट किये गये। इस दौरान तड़के से लोअर माल रोड पर वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया था। फोटो खींचने पर भी पाबंदी थी। फोटो खींचने वालों के कैमरों से फोटो भी डिलीट कर दी जा रही थीं।
उल्लेखनीय है कि औरंगजेब फिल्म की शूटिंग मूलतः नगर के अयारपाटा क्षेत्र में एक कर्नल साहब की कोठी में हुई और होनी थी। फिल्म में इसे डीसीपी बने ऋषि की कोठी के रूप में ही दिखाया गया था। यहां ऋषि, तन्वी आजमी और अभिनेता अर्जुन कपूर के बीच कुछ दृश्य फिल्माये गये। नगर के दृश्यों को फिल्माने की कोइ्र योजना नहीं थी, परंतु ऋषि के कहने पर ही नगर के दृश्य फिल्माये गये थे।
उल्लेखनीय है कि फिल्म औरंगजेब अमिताभ स्टारर त्रिशूल फिल्म की रिमेक बताई जाती है। इस फिल्म में ऋषि ने खलनायक प्रेम चोपड़ा वाला किरदार निभाया था। इस फिल्म में निर्माता निर्देशक बोनी कपूर के बेटे अर्जुन कपूर और मलयालम अभिनेता पृथ्वीराज नायक तथा पाकिस्तानी अभिनेत्री सलमा आगा की पुत्री साशा आगा उर्फ जारा नायिका की भूमिका में थे, साथ ही जैकी श्राफ व अमृता सिंह भी फिल्म में विभिन्न भूमिकाओं में थे।

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d105912856Film Tussle of Wordsनवीन समाचार, नैनीताल, 2 मार्च 2020। नैनीताल की खूबसूरती ऐसी है कि इसे शब्दों में व्यक्त कर पाना मुश्किल है, परंतु एक बार कोई इसे दिल से निहार ले तो बिना शब्दों के भी सब कुछ बयां कर देती है। ऐसा ही कुछ यहां फिल्माई जा रही लघु फिल्म ‘टसल ऑफ वर्ड्स’ की कहानी भी है। सोमवार को नगर की विश्व प्रसिद्ध नैनी झील के किनारे माल रोड पर कुछ दृश्यों के साथ इस फिल्म की शूटिंग प्रारंभ हुई। भारतीय फिल्म जगत के शुरुआती मूक फिल्मों के दौर को यादों कराती इस फिल्म में नायिका प्राची बंसल एक लेखक के रूप में है, और यह फिल्म एक लेखक की उधेड़बुन को दिखाती है। फिल्म के लिए आज लोवर माल रोड पर नायिका के भागने, नैनी झील में नौकायन एवं रेस्टोरेंट में नास्ता करते हुए कुछ दृश्य फिल्माए गए।

Film Tussle of Words1फिल्म के निर्देशक बरेली यूपी निवासी मयंक श्रीवास्तव ने बताया कि फिल्म मुंबई बेस्ड प्रयांक प्रोडक्शन के लिए बनाई जा रही है। फिल्म में उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध सिने अभिनेता हेमंत पांडे के भाई जितेंद्र पांडे भी मुख्य भूमिका में हैं। मयंक इससे पहले कुमाऊं के रानीखेत में पद्मावत फिल्म के ‘घूमर’ और पीके फिल्म के ‘ठरकी छोकरो’ गीतों के गायक स्वरूप खान के म्यूजिक वीडियो गली में आज चांद निकला की शूटिंग कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि केवल पार्श्व संगीत के साथ करीब 16-17 मिनट की यह फिल्म फिल्मोत्सवों के लिए तैयार की जा रही है। फिल्म में कोई संवाद नहीं होंगे। वहीं नायिका प्राची ने बताया कि वे जी टीवी के चर्चित धारावाहिक कलीरे सहित कई विज्ञापन फिल्मों एवं म्यूजिक वीडियो में काम कर चुकी हैं।

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नवीन समाचार, बागेश्वर, 2 फरवरी 2020। देहरादून। एंड टीवी पर शुरू होने वाले ‘लाल इश्क’ (डेथ फॉर 15 मिनट्स) धारावाहिक में उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा जनपद की बेटी रूप दुर्गापाल ‘सुपर वुमेन’ सानिया के रोल में नजर आएंगी, और एक महाशक्ति के तौर पर महिलाओं को उनकी ताकत का अहसास कराएंगी।
उल्लेखनीय है कि रूप ने कलर्स मंे ‘बालिका वधु’ से अपनी अभिनय यात्रा प्रारंभ की थी और जीटीवी में ‘तुझसे है रबता’, सब टीवी में बालवीर, कलर्स में स्वरागिनी, सोनी पर कुछ रंग प्यार के, एंड टीवी पर गंगा और वारिस के साथ ही सीआईडी के दूसरे भाग सीआईएफ में डाक्टर साक्षी की भूमिका निभा चुकी हैं। बावजूद उन्हें लाल इश्क से काफी उम्मीद हैं। रूप इस धारावाहिक में सोनिया नाम के मुख्य किरदार में हैं, जो शुरुआत में एक आम लड़की है। एक हादसे में वह 15 मिनट के लिए मर जाती हैं और उन्हें मृत्यु का अनुभव (नियर डेथ एक्सपीरियंस) होता है। इससे उसके पति, सास और ससुर परेशान हो जाते हैं लेकिन कुछ देर बाद वह जिंदा हो जाती है। फिर पता चलता है कि उसका ब्लड ग्रुप सुपर पावर है। उसके परिवार के पहले भी लोगों का ब्लड ग्रुप सुपर पावर रहा है। ये लड़की एक हैवान को भी खत्म करती है। समाज में जो बुरे लोग हैं। उनको खत्म करने के लिए काम करती है।

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-लक्सर के मूल निवासी हैं बाल कलाकार यज्ञ भसीन, नैनीताल में कार्यरत रहे यज्ञ के माता व पिता

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फिल्म पंगा के पोस्टर में अन्य कलाकारों के साथ बाल कलाकार यज्ञ भसीन।

नवीन समाचार, नैनीताल, 25 दिसंबर 2019। आगामी 24 जनवरी को रिलीज होने वाली हिंदी फीचर फिल्म पंगा का देवभूमि उत्तराखंड और नैनीताल से खास संबंध निकल आया है। कंगना रानावत, जस्सी गिल, नीना गुप्ता, पंकज त्रिपाठी और ऋचा चड्ढा अभिनीत इस फिल्म में एक कविता फिल्म के विषय को स्पष्ट करती है। वह कविता है-‘जो सपने देखते हैं वो सो नहीं पाते, उन्हें पूरा किये बिना बेचैन रहते हैं। जो सपने देखते हैं वो गिरते हैं, रुकते हैं, वो कमर कसते हैं, हर लिमिट फांद कर बढ़ते हैं। जो सपने देखते हैं वही खुद से मिलते हैं, अपनी दुनिया बदलते हैं और हर सपना सच करते हैं। जो सपने देखते हैं वो पंगा लेते हैं, हर बंधन से, हर रुकावट से, नामुमकिन से, खुद से, जोर लगा के पंगा लेते हैं।’

दिलचस्प बात यह भी है कि ‘पंगा’ फिल्म में प्रमुख चरित्र के रूप में नजर आने वाले व इसके विभिन्न पोस्टरों में मौजूद बाल कलाकार यज्ञ भसीन की खुद की कहानी इस कविता और फिल्म की थीम से पूरी तरह से मेल खाती है। बाल कलाकार यज्ञ भसीन का देवभूमि उत्तराखंड और नैनीताल नगर से सीधा संबंध है।यज्ञ का परिवार मूलतः उत्तराखंड के लक्सर (हरिद्वार) से है। यज्ञ का जन्म लक्सर में ही हुआ है। यज्ञ के जन्म के तीन माह बाद ही यज्ञ के पिता दीपक भसीन का चयन उत्तराखंड उच्च न्यायालय नैनीताल में सेक्शन अफसर के पद पर हो गया, लिहाजा उनका परिवार नैनीताल आ गया। दीपक यहां वर्ष 2014 से 2017 तक कार्यरत रहे, जबकि यज्ञ की माता सोनिया भसीन इस दौरान मल्लीताल स्थित हेड पोस्ट ऑफिस रोड पर रेडियन्स ब्यूटी सैलून के नाम से ब्यूटी पार्लर चलाने लगीं। इसी दौरान यज्ञ की प्रतिभा और अभिनय क्षमता दीपक और सोनिया को नजर आ गई तो उन्होंने यज्ञ को बॉलीवुड में अभिनेता बनाने की ठान ली, और अपने करियर से ‘पंगा’ ले लिया। यज्ञ के पिता हाई कोर्ट की अपनी प्रथम श्रेणी की नौकरी और मां ने अपना ब्यूटी पार्लर का चलता हुआ व्यवसाय त्याग कर सीधे बॉलीवुड को रुख किया और 2017 में सीधे मुंबई पहुंच गए। 2 साल के कठिन संघर्ष और बिना किसी गॉड फादर के आज यज्ञ भसीन फॉक्स स्टार स्टूडियोज के बैनर तले आ रही हिंदी फिल्म ‘पंगा’ से अपने अभिनय जीवन की शुरुआत करने जा रहा है। माता पिता का अपने बालक में अभिनय क्षमता और हुनर को आंक कर अपने पूरे करियर को दांव पर लगा देना किसी पंगे से कम नहीं है।

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-स्मैक के दुष्प्रभावों पर नगर के युवाओं ने बनाई फिल्म जहर
नवीन समाचार, नैनीताल, 4 दिसंबर 2019।
समाज में तेजी से बढ़ रहे स्मैक के नशे के युवा पीढ़ी, परिवार व समाज पर पड़ रहे दुष्प्रभावों को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से नगर के युवाओं ने ‘जहर’ नाम से एक लघु फिल्म का निर्माण किया है। बुधवार को इस फिल्म को प्रेस को दिखाया गया। फिल्म के निर्माता ‘प्रारंभ प्रोडेक्शन’ के निर्देशक प्रिंस परसाल ने बताया कि यह फिल्म नैनीताल व उत्तराखण्ड में बढ़ रहे नशे खास कर स्मैक के सेवन और उससे होने वाले दुष्परिणामों को दर्शाती है। फिल्म का उद्देश्य युवाओं को नशे की गलत लत से छुटकारा पाने के लिए जागरूक करना है।

देखें फ़िल्म ज़हर :

बताया गया कि फिल्म नगर की एक सत्य घटना पर आधारित है। उल्लेखनीय है कि बीते वर्ष नगर में एक युवक के स्मैक का लती हो जाने पर उसके भाई ने स्मैक के तस्कर की हत्या कर दी थी। इस फिल्म का कथानक भी कुछ ऐसा ही है। मूल फिल्म में नशे के तस्कर को काफी भद्दी गालियों का प्रयोग करते दिखाया गया है, जो काफी खलता है, अलबत्ता फिल्म स्क्रीनिंग के दौरान गालियों को म्यूट किया गया। फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में मोहम्मद सोहेल, गौरव सिलोरियाल, अमित साह, पवन कुमार, शबनी राणा, बलजिंदर कौर हैं। फिल्म के निर्माण में दक्ष प्रसाद, धैर्य बिष्ट आदि ने तकनीकी टीम में तथा राजेश साह, मोहित सनवाल, अजय वीर पावर, सगीर खान ने सहयोग दिया है। 

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-मुंबई में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने गत दिनों किया था वृद्धों के अकेलेपन को प्रदर्शित करती फिल्म का शुभारंभ, फिल्म में निर्देशक सहित कई लोग नैनीताल से
Film Poonam 2नवीन समाचार, नैनीताल, 18 अक्तूबर 2019। एक दौर में छोटे पर्दें के चर्चित जासूसी धारावाहिक व्योमकेश बख्शी के मुख्य किरदार रजित कपूर और छोटे परदे के ही चर्चित धारावाहिक ‘कहानी घर-घर की’ की तृष्णा यानी मीता वशिष्ठ के बीच इन दिनों सरोवरनगरी में प्रेम चल रहा है। हम बात यहां फिल्माई जा रही फिल्म ‘पूनम’ की कर रहे हैं, जिसमें मीता पूनम के मुख्य किरदार में और रजित सूरज के किरदार में हैं। शुक्रवार को दोनों के बीच हिमालय दर्शन, नैनी झील, कैनेडी पार्क, बोट स्टेंड व हनुमान गढ़ी सहित कई स्थानों पर एक युगल गीत ‘सुनो दिल की बात कहता है, दिल जो कहता है-वही कहता हूं, ओ मेरी पूनम’ गीत के कई प्रणय दृश्य फिल्माए गए। इस दौरान रजित सहारा देकर मीता को नौकायन के लिए ले जाते, फिर स्वयं नाव खेते दिखाई देते हैं। बाद में मीता भी नाव खेने में उनकी मदद करती है और दोनों जीवन नैया को साथ पार ले जाते नजर आते हैं।

फिल्म की निर्मात्री शिल्पी दास चौहान ने बताया कि हिंदी व अंग्रेजी में बन रही फिल्म पूनम वृद्धों के अकेलेपन को प्रदर्शित करने वाली बेहद भावनात्मक व मार्मिक कहानी पर आधारित है। आज लोगों के पास अपने वृद्ध माता-पिता के लिए समय नहीं है। ऐसे में अकेले वृद्ध किसी से भावनात्मक रूप से जुड़ते हैं तो सामाजिक बंदिशें उन्हें इसकी इजाजत भी नहीं देती है। इसी कश्मकश को यह फिल्म प्रदर्शित करती है। फिल्में में रजित व मीता 1960-70 के दशक में एक-दूसरे से प्रेम करते हैं, परंतु शादी नहीं कर पाते। अब बुजुर्ग हो जाने पर एक दिन वे अनायास ही मिल जाते हैं तो पुरानी यादें ताजा हो आती हैं। इन्हीं दृश्यों को यहां फिल्माया जा रहा है। फिल्म की पूरी शूटिंग नैनीताल में ही होने जा रही है। खास बात यह भी है कि फिल्म का औपचारिक शुभारंभ गत 22 सितंबर को मुंबई में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने किया था, और फिल्म में पटकथा लेखन व निर्देशन की जिम्मेदारी नैनीताल के सेंट जोसफ कॉलेज के छात्र रहे कई अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त फिल्म मेकर संजय सनवाल संभाल रहे है, तथा इसी विद्यालय के छात्र रहे मुंबई के विदित तनवर फिल्म में संगीत दे रहे हैं। इनके अलावा भी फिल्म में नगर के प्रमोद प्रसाद सहायक निर्देशक, उदित साह स्टिल फोटोग्राफी में योगदान दे रहे हैं। साथ ही नगर के मदन मेहरा, अलिक्जा नदीम व मनोज आदि भी प्रोडक्शन से जुड़े हैं। इस प्रकार फिल्म का नैनीताल से खास जुड़ाव रहने वाला है।

यह भी पढ़ें : नैनीताल से पढ़े लेखक, निर्देशक, गीतकार, यहीं पूरी शूटिंग, कोश्यारी ने किया शुभारंभ, नैनीताल के लिए खास रहने वाली है ‘पूनम’..

नवीन समाचार, नैनीताल, 5 अक्टूबर 2019। कभी फिल्मकारों की पसंदीदा रही सरोवरनगरी एवं आसपास के क्षेत्रों में इसी माह समाज में बुजुर्गों की उपेक्षा के संजीदा विषय को लेकर ‘पूनम’ नाम की एक हिंदी-अंग्रेजी फिल्म की पूरी शूटिंग होने जा रही है। खास बात यह भी है कि फिल्म का औपचारिक शुभारंभ गत 22 सितंबर को मुंबई में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने किया है, और फिल्म में पटकथा लेखन व निर्देशन की जिम्मेदारी नैनीताल के सेंट जोसफ कॉलेज के छात्र रहे कई अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त फिल्म मेकर संजय सनवाल संभाल रहे है, तथा इसी विद्यालय के छात्र रहे मुंबई के विदित तनवर फिल्म में संगीत दे रहे हैं। इस प्रकार फिल्म का नैनीताल से खास जुड़ाव रहने वाला है। फिल्में प्रसिद्ध अभिनेता रजित कपूर व मीता वशिष्ठ की प्रमुख भूमिका है। फिल्म के गीतकार अमर ठाकुर, डीओपी कृष्ण एकताथ मोठे व एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूशर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अनिल कुमार पी हैं।

Poonam
फिल्म पूनम का मुंबई में शुभारंभ करते महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी।

फिल्म की निर्मात्री शिल्पी दास चौहान ने बताया कि वह लंबे समय से बुजुर्गों पर कार्य कर रही हैं। उनकी फिल्म उन बुजुर्गों की व्यथा पर आधारित है, जिन्होंने 60-70 के दशक में अपने बच्चों को बड़ी कठिनाई से पाला-पोशा और अच्छा मुकाम दिलाया, किंतु आज उन्होंने अपनी व्यस्तताओं की बात कह उन्हें एकाकी जीवन जीने को छोड़ दिया है।

यह भी पढ़ें : फिल्म फेस्टिवलों के लिए नैनीताल में बनी लघु फिल्म ‘पापा का आशीष’ का हुआ विमोचन

Papa ka ashish
फिल्म पापा का आशीष का एक दृश्य।

नवीन समाचार, नैनीताल, 14 अक्टूबर 2019। नगर में सोमवार को मघुबन आर्ट्स की लघु फिल्म ‘पापा का आशीष’ का प्रेम प्रीमियर आयोजित हुआ। देश-दुनिया के विभिन्न फिल्म फेस्टिवलों के लिए बनी डा. मोहित सनवाल द्वारा लिखित व निर्देशत इस लघु फिल्म की मुख्य ‘प्रॉपर्टी’ फिल्म के उम्रदराज नायक (अनिल घिल्डियाल) को शादी के समय ससुराल से दहेज में मिला स्कूटर व आखिर तक खुद की ओर ध्यान खींचता बहन (शबनी राणा) की ससुराल में रहने वाला साला (कौशल साह जगाती है। अनिल खटारा हो चुके स्कूटर को बेच देते हैं, लेकिन बाद में अहसास होता है कि उसके कागजातों में नामांतरण तो हुआ नहीं। सो वे अपने मित्र (संदीपन विमलकांत नागर) के साथ स्कूटर को किसी तरह उसे खरीदने वाले पड़ोसी (डीके शर्मा), मैकेनिक (अजय पवार व मुकेश धस्माना), कबाड़ी (मनोज साह टोनी), बूचड़ (अमित साह) व चोर (पवन कुमार) आदि के पास तलाशते हैं, और स्कूटर को बेची हुई कीमत से अधिक में वापस पाने में सफल रहते हैं, परंतु स्कूटर को वापस लाने का पूरा क्रेडिट अपनी बहन के सामने साला ले लेता है। नैनीताल नगर व आसपास की लोकेशन्स में ही फिल्माई गई फिल्म में कैमरा नगर की छायाकार अदिति खुराना ने बखूबी संभाला है, और एडिटिंग किंशुक पांडे व समर बेलवाल ने की है। निर्माण में कविता सनवाल, अंकित शांडिल्य, मौलिक सनवाल, विनीता यशस्वी, प्रिंस परसाल, सुनील कुमार, दीपक सहदेव, नीरज डालाकोटी व पुनीत कांत आदि ने भी उल्लेखनीय योगदान दिया है। प्रीमियर में वयोवृद्ध रंगकर्मी केपी साह सहित फिल्म से जुड़े सभी लोग मौजूद रहे।

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नवीन समाचार, नैनीताल, 5 अक्टूबर 2019। कभी फिल्मकारों की पसंदीदा रही सरोवरनगरी एवं आसपास के क्षेत्रों में इसी माह समाज में बुजुर्गों की उपेक्षा के संजीदा विषय को लेकर ‘पूनम’ नाम की एक हिंदी-अंग्रेजी फिल्म की पूरी शूटिंग होने जा रही है। खास बात यह भी है कि फिल्म का औपचारिक शुभारंभ गत 22 सितंबर को मुंबई में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने किया है, और फिल्म में पटकथा लेखन व निर्देशन की जिम्मेदारी नैनीताल के सेंट जोसफ कॉलेज के छात्र रहे कई अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त फिल्म मेकर संजय सनवाल संभाल रहे है, तथा इसी विद्यालय के छात्र रहे मुंबई के विदित तनवर फिल्म में संगीत दे रहे हैं। इस प्रकार फिल्म का नैनीताल से खास जुड़ाव रहने वाला है। फिल्में प्रसिद्ध अभिनेता रजित कपूर व मीता वशिष्ठ की प्रमुख भूमिका है। फिल्म के गीतकार अमर ठाकुर, डीओपी कृष्ण एकताथ मोठे व एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूशर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अनिल कुमार पी हैं।

Poonam
फिल्म पूनम का मुंबई में शुभारंभ करते महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी।

फिल्म की निर्मात्री शिल्पी दास चौहान ने बताया कि वह लंबे समय से बुजुर्गों पर कार्य कर रही हैं। उनकी फिल्म उन बुजुर्गों की व्यथा पर आधारित है, जिन्होंने 60-70 के दशक में अपने बच्चों को बड़ी कठिनाई से पाला-पोशा और अच्छा मुकाम दिलाया, किंतु आज उन्होंने अपनी व्यस्तताओं की बात कह उन्हें एकाकी जीवन जीने को छोड़ दिया है।

यह भी पढ़ें : मतदाता जागरूकता प्रतियोगिता में आकाश, मदन, वैभव, नीतेश, पंचम व अम्तुल्स ने जीते पुरस्कार

नवीन समाचार, नैनीताल, 9 अप्रैल 2019। जिला प्रशासन के द्वारा मतदाता जागरूकता कार्यक्रम-स्वीप के तहत आयोजित लघु फिल्म एवं गीत प्रतियोगिताओं में नैनीताल के युवाओं की रचनात्मकता ने पुरस्कार हासिल किये हैं। लघु फिल्म प्रतियोगिता में हल्द्वानी के आकाश नेगी ने पहला, नैनताल के मदन मेहरा ने दूसरा व वैभव जोशी ने तीसरा जबकि गीत प्रतियोगिता में हल्द्वानी के नीतेश बिष्ट ने पहला, पंचम कुमार ने दूसरा और नैनीताल के अम्तुल्स पब्लिक स्कूल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है।

प्रथम पुरस्कार प्राप्त फिल्म :

द्वितीय पुरस्कार प्राप्त फिल्म :

तृतीय पुरस्कार प्राप्त फिल्म : वैभव जोशी

प्रथम पुरस्कार जीतने वाले आकाश नेगी ने बताया कि उनकी फिल्म में अफसरों के पीछे अपना मतदाता पहचान पत्र बनाने के लिए भागते एक भिखारी के माध्यम से हर एक वोट की कीमत बताई गयी है। वहीं मदन मेहरा की ‘मतदान यानी राष्ट्र सम्मान’ की थीम पर बनी फिल्म में कहा गया है कि हमें मतदान के दिन छुट्टी मनाने नहीं जाना चाहिए। हम मौन रहकर धृतराष्ट्रों को सत्ता देते हैं। वहीं नगर के सेंट जोसफ कॉलेज के 11वीं कक्षा के छात्र वैभव जोशी की फिल्म ‘एक वोट की कीमत’ में स्वयं वैभव ने एक साथ तीन दोस्तों के चरित्र निभाकर इतिहास में एक वोट की वजह से हुए बड़े बदलावों की जानकारी देते हुए एक वोट की कीमत को बताया है। बताया गया है कि लघु फिल्म प्रतियोगिता में 8 एवं गीत प्रतियोगिता में 23 प्रविष्टियां आयी थीं। लघु फिल्म प्रतियोगिता में विजेताओं को क्रमशः 10, 7.5 एवं 5 हजार एवं गीत प्रतियोगिता के विजेताओं को 6, 4 एवं 2 हजार के पुरस्कार दिये जाएंगे। विजेताओं का चयन जिले के सीडीओ विनीत कुमार की अगुवाई में निर्णायकों-व्यापक जोशी, घनश्याम भट्ट व डा. प्रभा पंत ने चयन किया। प्रतियोगिता के संचालन में स्वीप के प्रभारी अधिकारी राजेश कुमार, विमल पांडेय, सुरेश अधिकारी, ललित पांडेय व गौरी शंकर कांडपाल की प्रमुख भूमिका रही है।

यह भी पढ़ें : एफटीआईआई का स्मार्टफोन से फिल्म बनाने का प्रशिक्षण नैनीताल में, इच्छुक हैं तो आज ही करें आवेदन

नवीन समाचार, नैनीताल, 13 मार्च 2019। आगामी अप्रैल माह में एफटीआईआई यानी फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के तत्वावधान में स्मार्टफोन से फिल्म निर्माण की प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित होने जा रही है। कार्यशाला के स्थानीय समन्वयक राजेश साह व शालिनी साह ने बताया कि तीन से नौ अप्रैल के बीच मुख्यालय में हरमिटेज परिसर में स्थित यूजीसी एचआरडीसी में रितेश तकसंदे के निदेशन में यह कार्यशाला आयोजित हेागी। कार्यशाला के आवेदन करने की आखिरी तिथि 18 मार्च है। कार्यशाला में पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। अधिक जानकारी www.ftiindia.com तथा ftiiskift@gmail.com पर तथा मोबाइल नंबर 9410544524 व 9411344136 पर ली जा सकती है।

यह भी पढ़ें : इस पाठ्यक्रम के लिए जापान से भी प्रतिभागी पहुंच गये, पर नहीं पहुँच पाए तो उत्तराखंड से…

  • एफटीआईआई के 23 दिवसीय स्क्रीन एक्टिंग फाउंडेशन कोर्स में पहुंचे 9 राज्यों के प्रतिभागी

FTII Screen Acting Foundation Courceनैनीताल, 6 अगस्त 2018। कुमाऊं मंडल मुख्यालय में सोमवार को एफटीआईआई यानी फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान पुणे के तत्वावधान में स्थानीय हिमासीफ के तत्वावधान में आगामी 28 अगस्त तक चलने वाले 23 दिवसीय स्क्रीन एक्टिंग फाउंडेशन कोर्स प्रारंभ हो गया। इस पाठ्यक्रम में देश भर के 9 राज्यों के 1 छात्रा सहित कुल 11 प्रतिभागी पहुंचे हैं। पाठ्यक्रम में एक मूलतः राजस्थान निवासी प्रतिभागी देवांश मदान वास्तव में जापान से यहां पहुंचे हैं, परन्तु पाठ्यक्रम में उपलब्ध 24 में से 13 सीटें खाली रह जाने के बावजूद मेजबान राज्य उत्तराखंड से एक भी प्रतिभागी इस पाठ्यक्रम में प्रतिभाग नहीं कर रहा है। इस पर आयोजकों में भी नाराजगी स्पष्ट दिखाई दी। हिमासीफ की शालिनी साह ने कहा कि नैनीताल में यह पाठ्यक्रम इसलिये आयोजित कराया गया, ताकि यहां के बच्चों को भी इसका लाभ मिले। वहीं एफटीआईआई से आये प्रशिक्षकों ने भी इस पर अफसोस जताया। लेकिन इसे पाठ्यक्रम में शामिल प्रतिभागियों के लिए सुखद बताया कि उन्हें सीखने के लिए अधिक समय मिल पायेगा। कम प्रतिभागियों के आने का एक कारण पाठ्यक्रम की फीस काफी अधिक (₹ 25,000) होना भी बताया जा रहा है।

नगर के रॉयल होटल में सोमवार सुबह पाठ्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ हुआ। नगर की सामाजिक कार्यकत्री गीता साह ने सभी उपस्थित गणमान्य जनों एवं प्रतिभागियों को स्वयं परंपरागत रंग्वाली पिछौड़ा के परिधाम में आकर व परंपरागत तरीके से शंख-घंटे बजाकर व ‘पिठ्यां-अक्षत’ लगाकर स्वागत किया। एफटीआईआई पुणे के टीवी विभाग के अध्यक्ष राजेंद्र पाठक व प्रशिक्षक सिद्धार्थ शास्ता ने कहा कि उत्तराखंड मूल के एफटीआईआई के निदेशक भूपेंद्र कैंथोला की संस्थान में सीमित सीटों के बावजूद देश भर के प्रतिभाशाली युवाओं को एफटीआईआई की सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इस तरह के पाठ्यक्रम देश भर में कराये जा रहे हैं। युगमंच संस्था के अध्यक्ष जहूर आलम ने कला व थियेटर की नगरी के रूप में सरोवरनगरी की कला यात्रा का विवरण प्रस्तुत किया। शालिनी साह ने प्रतिभागियों को अच्छे अभिनय कॅरियर के लिए पढ़ने के महत्व को रेखांकित किया। संचालन हेमंत बिष्ट ने किया। इस मौके पर राजेश साह, सुदर्शन साह, नवीन जोशी, राजेश आर्य, मुकेश धस्माना सहित दिल्ली से स्पर्श राणा व मालविका महल, राजस्थान से देवांश मदान, पुणे महाराष्ट्र से मेघराज मल्लीनाथ शेट्टी व विशाल राउत, यूपी से यतेंद्र सोलंकी, गुरुग्राम हरियाणा से हर्ष कपूर, कोलकाता से बिक्रम सिखर रॉय, जम्मू-कश्मीर से लव गुप्ता, केरल से एस सेबेस्टियन व मध्यप्रदेश से आशुतोष ऋषि प्रतिभागी के तौर पर मौजूद रहे।

पूर्व समाचार : केरल सहित 10 राज्यों के 85 प्रतिभागियों ने नैनीताल में किया फिल्म एप्रीशिएशन कोर्स 

Bela Negi
बेला नेगी

-15 अप्रैल तक हुआ एफटीआईआई पुणे का फिल्म एप्रीशिएशन कोर्स, एफटीआईआई की राज्य की ही ट्रेनर बेला नेगी व सुखमय सेन गुप्ता ने प्रतिभागियों को दिये फिल्म निर्माण से संबंधित शुरुआती टिप्स
नैनीताल। नैनीताल स्थित कुमाऊं विश्वविद्यालय के हरमिटेज परिसर में एफटीआईआई पुणे के तत्वावधान में 5 दिन का फिल्म एप्रीशिएशन कोर्स बुधवार को प्रारंभ हुआ। खास बात यह रही कि इस प्रतिष्ठित पाठ्यक्रम में उत्तराखंड ही नहीं सुदूर केरल के साथ ही राजस्थान गुजरात, मध्य प्रदेश व यूपी सहित 10 राज्यों के 85 प्रतिभागी शामिल हुए। इन प्रतिभागियों में फिल्मों से जुड़े व जुड़ने के इच्छुक युवा व किशोरों से लेकर उम्रदराज 71 पुरुष एवं 14 महिलाएं भी शामिल हैं। आगामी 15 अप्रैल तक चलने वाले इस पाठ्यक्रम में एफटीआईआई की उत्तराखंड मूल की ट्रेनर चर्चित उत्तराखंडी फिल्म ‘दांये या बांये’ की निर्देशक बेला नेगी व सुखमय सेनगुप्ता ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया।
कुविवि के हरमिटेज परिसर में बुधवार को शुरु हुए इस पाठ्यक्रम के तहत पहले दिन सुश्री नेगी व सेनगुप्ता ने प्रतिभागियों को फिल्म निर्माण से संबंधित शुरुआती टिप्स दिये। बताया कि फिल्म निर्माण का मूलभूत तत्व दृश्य हैं। दृश्यों, चित्रों को देखने का सबका अलग-अलग नजरिया होता है। फिल्म निर्माण से जुड़े लोगों को इन दृश्यों के जरिये अपने विषय को दर्शकों के समक्ष रखना होता है। बताया कि कैसे करीब सवा सौ वर्ष पूर्व चलते-फिरते दृश्यों युक्त फिल्म विधा और उससे करीब 50 वर्ष पूर्व चित्र खींचने वाला कैमरा आने के बाद से लगातार यह विधा समृद्ध हो रही है। शुरुआती दौर में दर्शक परदे पर रेलगाड़ी के सामने की ओर आते देखकर डर जाते थे, जबकि अब कई न दिखाए दृश्यों की कल्पना अपने मन में स्वयं ही कर लेते हैं।

फिल्मी ज्ञान का अश्वमेध पूरे देश में लेकर जा रहा है एफटीआईआई: कैंथोला

Bhupendra Kainthola
फिल्म एप्रीशिएशन पाठ्यक्रम के शुभारंभ मौके पर बोलते एफटीआईआई के निदेशक भूपेंद्र कैंथोला एवं मंचासीन अन्य गणमान्य।

नैनीताल। फिल्म एप्रीशिएशन पाठ्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर एफटीआईआई पुणे के निदेशक, उत्तराखंड मूल के ही भूपेंद्र कैथोला ने कहा कि वे एफटीआईआई का लोकतंत्रीकरण करने यानी एफटीआईआई को विभिन्न राज्यों में ले जाकर वहां लोगों को प्रशिक्षित करने के पक्षधर हैं, और इसी कोशिश में एफटीआईआई का अश्वमेध पूरे देश में लेकर जा रहे हैं। इसी कड़ी में उत्तराखंड में भी नैनीताल से यह शुरूआत हो रही है। राज्य सरकार से अन्य कुछ पाठ्यक्रमों के लिए भी बात हो रही है। सरकार के सहयोग से स्थान की उपलब्धता आदि होने से प्रतिभागियों को कोर्स सस्ता पड़ता है। बताया कि कश्मीर सरकार इस दिशा में अत्यधिक संकल्पित नजर आती है। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माण एक गंभीर विषय है। एक फिल्म में ही 3-4 सौ लोगों को रोजगार मिलते हैं, जबकि देश में हर वर्ष 2-3 हजार फिल्में बनती हैं। कहा कि इस पाठ्यक्रम के बाद दर्शकों का भी फिल्म देखने को लेकर दृष्टिकोण बदल जाएगा। उन्होंने इस पाठ्यक्रम को कुविवि में शुरू करने के लिए एफटीआईआई से निकले नगर के सिनेमेटोग्राफर राजेश साह ‘काकू’ व उनकी धर्मपत्नी निर्देशिका शालिनी साह को पूरा योगदान दिया। इस अवसर पर यूजीसी एचआरडीसी के निदेशक प्रो. बीएल साह, नगर के सिने कलाकार इदरीश मलिक व शालिनी साह आदि ने भी विचार रखे।

अंतर्राष्ट्रीय स्टूडेंट फिल्म फेस्टिवल में यूएसए, यूके, जर्मनी, द. अफ्रीका, नेपाल की फिल्में भी छायीं

Film Festival 1
दूसरे अंतर्राष्ट्रीय स्टूडेंट फिल्म फेस्टिबल के आखिरी दिन देश-विदेश की फ़िल्में देखते दर्शक।

नैनीताल। कुमाऊं विवि द्वारा हरमिटेज परिसर स्थित सभागार में 7 से 9 अप्रैल 2018 के बीच आयोजित हुए दूसरे अंतर्राष्ट्रीय स्टूडेंट फिल्म फेस्टिवल में सोमवार का आखिरी दिन विदेशी फिल्मों का भी प्रदर्शन किया गया। इसमें खासकर अमेरिका की ‘ह्वट मीट्स द आइज’ व ‘आफ्टर सोफी’, जर्मनी की ‘पल्स ऑफ लाइफ’, सिंगापुर की ‘सेकेंड चांइस’, यूनाइटेड किंगडम की ‘ऑफसाइड’, दक्षिण अफ्रीका की ‘स्टोन कार्स’ व नेपाल की ‘नीमा’ उल्लेखनीय रहीं। इनके अलावा भारत के एमसीआरसी नई दिल्ली की इन ‘पर्स्यू ऑफ द स्टार’, एसआरएफटीआई कोलकाता की ‘एक आदमी का न्यौता’, ‘थ्री चेप्टर्स ऑफ अ लाइफ इन चेन्स’ व ‘क्लोज यौर आइज’, एफटीआईआई पुणे कि ‘ठिया’, ‘डेड इंड’ व ‘डेज ऑफ ऑटम’, महाराष्ट्र की ‘दैवार’, इलाहाबाद विवि की ‘फोकलवा’, एसआईएफटी रोहतक की ‘ड्रीम ऑन ह्वील्स’, अंबेडकर विवि नई दिल्ली की ‘ऋषित नियोगी’ व एमआईटी की ‘ए सन्डे आफ्टरनून’ आदि फिल्में भी दिखाई और दर्शकों के द्वारा पसंद की गयीं। अमेरिका की फिल्म ‘ह्वट मीट्स द आइज’ वहां की किशोर वय बालिकाओं की समस्याओं, सेनिटरी नैपकिन आदि के प्रति वहां भी भारत जैसे ही दृष्टिकोण को दिखाती है।

Film Festivalइसके अलावा इस दूसरे अंतर्राष्ट्रीय स्टूडेंट फिल्म फेस्टिबल में ईरानी फिल्म ‘अ लेटर टु द स्काई’, एसआईएफटी रोहतक की ‘आपका अमिताभ’ व फ्रांस के कान फिल्म फेस्टिवल के लिए चयनित एफटीआईआई पुणे की फिल्म ‘आफ्टरनून क्लाउड्स’ भी खास व उल्लेखनीय प्रस्तुतियां रहीं। वहीं एसआईएफटी रोहतक की ‘मैरिज बाजार’ फिल्म ने मजबूरीवश जिस्मफरोसी का धंधा करने वाली मां की अपने बच्चे को चॉकलेट देकर टॉयलेट में बंद कर काम पर जाने व इस दौरान पुलिस के छापे में पकड़े जाने से बच्चे के वहीं बंद रह जाने, अफगानी फिल्म ‘डे-39’ अफगानिस्तान में युद्ध के दौरान अमेरिकी सैनिकों द्वारा प्रताणित किये जा रहे एक अफगानी व उसकी गर्भवती पत्नी का प्रसव कराने के बाद अमेरिकी सैनिक में पितृत्व का भाव जागने तथा जर्मनी की ‘इन वन ड्रेग’ नाम की एनीमेटेड फिल्म एक सिगरेट पीने वाले को उसके द्वारा पी गयी सिगरेट की ठुड्डियों द्वारा निगल जाने का बेहतरीन तरीके से प्रस्तुतीकरण के लिए यादगार रहीं। महोत्सव के समन्वयक राजेश साह ‘काकू’ व शालिनी साह ने बताया कि आगे 11 से 15 अप्रैल तक एफटीआई पुणे की ओर से विवि के हरमिटेज भवन में फिल्म कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व फिल्म फेस्टिवल में दूसरे दिन सोपानम, डेर्बी, मूंगा, द एक्जाइल, सोमवार, संडाकफू, इन वन ड्रेग, प्रेगनेंट पॉज, द मोस्ट ब्यूटीफुल, सफर, अवरथनम, हीलियम, राचेस, मिस्टर राइटर एंड मिस्टर पेंटर, आफ्टरनून क्लाउड्स, अफसरनी, गुलदार, सिंडीस्वा, ओरुक्कम, फ्लोइग वाटर व टू सॉल्यूसन आदि फिल्में दिखायी गयीं। इसके अलावा रात्रि में कैंप फायर के दौरान कहानियों का सत्र भी आयोजित हुआ। महोत्सव के समन्वयक राजेश साह ‘काकू’ व शालिनी साह ने बताया कि इस तीन दिवसीय फेस्टिवल में यूूके, यूएसए, मलेशिया, बांग्लादेश, नेपाल, इरान 12 देशों तथा एफटीआई पूणे, एसआरएफटीआई, एलवी प्रसाद, चंडीगढ़ विवि, इलाहाबाद विवि, एमआईटी, जामियां विवि, अंबेडकर विश्वविद्यालय समेत देश के 14 फिल्म इंस्टीट्यूटों के प्रतिभागी प्रतिभाग कर रहे हैं।

यह भी देखें : राह : एक भावनात्मक, प्रेरणास्पद व शिक्षाप्रद फिल्म

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