झापों के संबंध में ईओ से मिले व्यवसायी, किया अनुमति देने का अनुरोध (In Nainital A day of Protests and Demands)
नवीन समाचार, नैनीताल, 23 फरवरी 2024 (In Nainital A day of Protests and Demands)। नगर पालिका की ओर ओर से नगर मल्लीताल स्थित बड़ा बाजार, बीच वाली बाजार, जय लाल साह एवं आसपास स्थित बाजारों, माल रोड़, इंदिरा मार्केट सहित समस्त बाजारों में व्यापारिक प्रतिष्ठानों के आगे लगी झाप हटाने की मुनादी कराई है। इस पर नगर के मां नयना देवी व्यापार मंडल नैनीताल के बाद अब मल्लीताल व्यापार मंडल भी सक्रिय हुआ है। व्यापार मंडल के अध्यक्ष किशन नेगी व महासचिव त्रिभुवन फर्त्याल ने आज इस संबंध में नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी राहुल आनंद को ज्ञापन सोंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि विशेषकर अतिवृष्टि, धूप एवं बर्फबारी के मौसम में प्रतिष्ठानों में न केवल बरसात का पानी प्रवेश कर जाता है बल्कि तिरछी बौछारों के कारण कपड़े एवं अन्य सामान पूर्णतया खराब हो जाता है। इस कारण झाप बाहर निकालना न केवल जरूरी बल्कि मजबूरी है। पूर्व में नगर पालिका द्वारा व्यापारिक प्रतिष्ठानों में उपलब्ध स्थान के अनुरूप झांप लगाने की अनुमति नियमानुसार प्रदान की गयी थी, जिसके सापेक्ष पालिका द्वारा वार्षिक आधार पर कर भी वसूला जाता था। इसलिये बाजारों में आवश्यकता एवं नगर पालिका के उप नियमों के अनुरूप झाप की अनुमति प्रदान करने का अनुरोध किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आशाएं विभाग के सभी अभियानों और सर्वे में लगा दी गई हैं। गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशु की सेवा से शुरू करते हुए आज आशा वर्कर्स को सारे काम करने पड़ रहे हैं लेकिन आपकी सरकार आशाओं को न्यूनतम वेतन तक देने को तैयार नहीं है। आशाओं को उनके काम के अनुरूप पैसा मिलना तो दूर वादा किया गया पैसा भी नहीं मिल रहा है।
आशाओं की लगातार ट्रेनिंग चलती रहती हैं लेकिन ट्रेनिंग में दिया जाने वाला पैसा इतना भी नहीं होता कि दूर दराज से आने वाली आशाएं अपना किराया भाड़ा भी दे सकें। आशाओं को मिलने वाला विभिन्न मदों का प्रति माह मिलने वाला पैसा छह छह माह तक नहीं मिल रहा है जिसके कारण आशाएं बहुत दिक्कतों का सामना कर रही हैं। (In Nainital A day of Protests and Demands)
आशाओं ने सीएम को दिलाया मानदेय नियत करने का वादा, शुरू किया दो दिवसीय प्रदर्शन (In Nainital A day of Protests and Demands)
नैनीताल। उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन के बैनर तले आशा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत मुख्यालय स्थित जनपद के मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में धरना दिया और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भिजवाया। ज्ञापन में आशाओं ने कहा कि सरकार आशाओं को नियमित वेतन नहीं दे रही है और प्रशिक्षण का पैसा भी घटता जा रहा है। पल्स पोलियो अभियान के लिये आशाओं को प्रति दिन 100 रुपए मात्र पर पूरा हफ्ता अभियान चलाना होता है। उन्हें न्यूनतम वेतन, कर्मचारी का दर्जा भी नहीं मिलता है, जबकि दूसरी ओर काम के बोझ को लगातार बढ़ाया जा रहा है, जो कि न्यायोचित नहीं है।
उन्होंने मुख्यमंत्री को याद दिलाया है कि 31 अगस्त 2021 को उनके आंदोलन के बाद मुख्यमंत्री ने खटीमा स्थित कैम्प कार्यालय में आशाओं के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता के बाद आशाओं का मासिक मानदेय नियत करने व स्वास्थ्य महानिदेशक उत्तराखंड के आशाओं को लेकर बनाये गये प्रस्ताव को लागू करने का वादा किया था। लेकिन तीन साल बाद भी यह वादा पूरा नहीं किया गया है।
लिहाजा उन्होंने आशाओं को मासिक मानदेय नियत करने, स्वास्थ्य महानिदेशक द्वारा आशाओं के मानदेय को लेकर बनाए गए 2021 के प्रस्ताव को लागू करने, आशाओं को न्यूनतम वेतन, कर्मचारी का दर्जा व सेवानिवृत्त होने पर अनिवार्य व आजीवन पेंशन व एकमुश्त धनराशि देने का प्रावधान करने, विभिन्न मदों के लिए दिए जाने वाले पैसे अनिवार्य रूप से हर महीने देने और प्रशिक्षण व पल्स पोलियो अभियान के दौरान प्रति दिन 500 रुपए का भुगतान करने की मांगें उठायी हैं। (In Nainital A day of Protests and Demands)
प्रदर्शन कल 24 फरवरी को भी जारी रहेगा। आगे राज्यव्यापी आन्दोलन की धमकी भी दी गयी है। प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल, रमा गैड़ा सहित बड़ी संख्या में आशा कार्यकत्रियां शामिल रहीं। (In Nainital A day of Protests and Demands)
निजीकरण के विरोध व राजकीयकरण की मांग पर जल संस्थान कर्मियों ने शुरू किया प्रदर्शन (In Nainital A day of Protests and Demands)
नैनीताल। नैनीताल। उत्तराखंड जल संस्थान-जल निगम, पेंशनर्स एसोसिएशन के सेक्टर मोर्चा के आह्वान पर जल संस्थान संयुक्त मोर्चा के बैनर तले कर्मचारियों ने शुक्रवार को मुख्यालय में जल संस्थान के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने जल संस्था के निजीकरण के विरोध में दो घंटे का कार्य बहिष्कार किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रोष व्यक्त किया। (In Nainital A day of Protests and Demands)
संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय जोशी ने कहा कि कर्मचारियों की ओर से लंबे समय से निजीकरण का विरोध एवं विभाग के राजकीकरण की मांग की जा रही है। इस संबंध में कर्मचारियों को 20 फरवरी तक का समय दिया गया था। लेकिन शासन की ओर से किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं किए जाने पर अब कार्मिकों ने पुनः आंदोलन शुरू कर दिया है। (In Nainital A day of Protests and Demands)
इस कड़ी में दो दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद 27 फरवरी को राजधानी देहरादून में विधानसभा का घेराव किया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में अधिशासी अभियंता विपिन चौहान, सहायक अभियंता दलीप विष्ट, अपर सहायक अभियंता त्रिवेंद्र जोशी, अपर सहायक अभियंता गोपाल कार्की, लेखाकार विनय चौधरी, अभिषेक सिंह, कमल नेगी, राजेंद्र प्रसाद, अशोक, ललित राठौर, विजय साह, संजय जोशी, किशन बिष्ट आदि शामिल रहे। (In Nainital A day of Protests and Demands)
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