‘नवीन समाचार’ के पाठकों के ‘2.11 करोड़ यानी 21.1 मिलियन से अधिक बार मिले प्यार’ युक्त परिवार में आपका स्वागत है। आप पिछले 10 वर्षों से मान्यता प्राप्त- पत्रकारिता में पीएचडी डॉ. नवीन जोशी द्वारा संचालित, उत्तराखंड के सबसे पुराने, जनवरी 2010 से स्थापित, डिजिटल मीडिया परिवार का हिस्सा हैं, जिसके प्रत्येक समाचार एक लाख से अधिक लोगों तक और हर दिन लगभग 10 लाख बार पहुंचते हैं। हिंदी में विशिष्ट लेखन शैली हमारी पहचान है। आप भी हमारे माध्यम से हमारे इस परिवार तक अपना संदेश पहुंचा सकते हैं ₹500 से ₹20,000 प्रतिमाह की दरों में। यह दरें आधी भी हो सकती हैं। अपना विज्ञापन संदेश ह्वाट्सएप पर हमें भेजें 8077566792 पर। अपने शुभकामना संदेश-विज्ञापन उपलब्ध कराएं। स्वयं भी दें, अपने मित्रों से भी दिलाएं, ताकि हम आपको निरन्तर-बेहतर 'निःशुल्क' 'नवीन समाचार' उपलब्ध कराते रह सकें...

November 22, 2024

खास समाचार: उत्तराखंड में लव जिहाद की बढ़ती घटनाओं के पीछे ‘केरला कनेक्शन’ (Kerala connection) ? पिछले 5 वर्ष में हुई सभी अंतरधार्मिक शादियां जांच के दायरे में !!

0

A concerning trend of increasing “love jihad” incidents in Uttarakhand has raised suspicions of a “Kerala connection.” The cases involve the abduction of Hindu girls by individuals associated with a sect called “Love Jihad,” who engage in physical abuse and coercion for religious conversion. Authorities, including the police, are investigating the surge in such incidents from multiple angles. Chief Minister Pushkar Singh Dhami attributes the rise in reported cases to the implementation of stricter laws and government vigilance on conversions. Critics, however, claim that the BJP-led government in Uttarakhand is prioritizing these matters under the influence of the RSS. Furthermore, demands have been made to screen the film “Kerala Story” to raise awareness among the state’s daughters. Recent media reports highlight 8-10 love jihad cases in the western Dehradun area, including an incident involving blackmail, forced physical relations, and obscene videos. The victim sought help from the Hindu organization Vedic Mission, leading to the arrest of the perpetrator and his brother. Notably, three cases in Pachhwa Dehradun district involve suspects who had been in Kerala for months, prompting an investigation into their activities and possible connections to the “Kerala Story” movie. The involvement of barbers and mobile mechanics is a common thread in many cases. These incidents, along with the fear of unreported cases due to public shame, point to a well-planned conspiracy linked to love jihad, even in minor seduction cases. Authorities are also examining the potential role of love jihad in altering Uttarakhand’s demography. The police are investigating if Muslim youths from Uttarakhand are being trained in Kerala for such activities, as well as the existence of any local conspiracies. Furthermore, inter-religious marriages over the past five years are under scrutiny, and individuals involved in these marriages are being investigated. The Uttarakhand Police have issued a directive to take action against anyone who violates the law, regardless of their religion. The Uttarakhand Freedom of Religion Amendment Act, enacted in 2018, requires individuals marrying outside their religion to inform the district magistrate one month in advance, with penalties of up to 10 years imprisonment and a fine of Rs 50,000 for non-compliance.

Kerala connection

नवीन समाचार, देहरादून, 17 जून 2023। उत्तराखंड में हाल के दौर में ‘लव जिहाद’ कहे जा रहे एक संप्रदाय विशेष के युवकों द्वारा हिंदू युवतियों-महिलाओं को भगाने व उनके शारीरिक शोषण तथा धर्म परिवर्तन करने के दबाव के मामलों के बीच ‘केरला कनेक्शन’ (Kerala connection) की बात सामने आई है। साथ ही पुलिस अन्य कोणों से भी जांच में जुट गई है कि अचानक ऐसे मामलों में बढ़ोत्तरी क्यों हुई है।

Kerala connectionहालांकि इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि राज्य में धर्मांतरण का कानून आने तथा सरकार की ऐसे मामलों में सख्ती के कारण ऐसे मामले प्रकाश में अधिक आ रहे हैं। वहीं विरोधियों का यहां तक कहना है कि उत्तराखंड में भाजपा सरकार ऐसे मामलों को तूल देकर आरएसएस के इशारे पर नया प्रयोग कर रही है। दूसरी ओर राज्य में बेटियों को केरला स्टोरी फिल्म दिखाए जाने की मांगें भी उठ रही हैं।

मीडियो रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले करीब दो-ढाई सप्ताह में राजधानी के पछुवा देहरादून क्षेत्र में लव जिहाद के 8-10 मामले सामने आ चुके हैं। ताजा मामले में ब्यूटी पार्लर का काम सीखने वाली एक युवती को उसके साथ काम सीखने वाले फरहान निवासी पहाड़ गली विकासनगर ने प्रेम जाल में फंसाया। फिर उससे जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाकर अश्लील वीडियो बना लिये। इसके आधार पर शादी के लिए उसे लगभग ढाई साल तक ब्लैकमेल करता रहा। इस बीच किसी तरह युवती की दूसरे युवक से शादी हो गई। वर्तमान में उसकी एक बच्ची भी है।

इसके बावजूद फरहान उसे उसके अश्लील वीडियो के जरिए ब्लेकमेल कर होटल में अपने साथ आने के लिए मजबूर करता रहा। महिला ने किसी प्रकार हिम्मत दिखाई और हिंदू संगठन वैदिक मिशन को सूचना मिली। इसके बाद लड़की को फरहान के चंगुल से बचाते हुए उसके विरूद्ध कोतवाली विकास नगर में मुकदमा दर्ज कराया गया और फरहान को गिरफ्तार कर लिया गया। इस साजिश में फरहान का भाई नईम सलमानी भी शामिल था। वह भी लड़की के साथ अश्लील हरकतें करता आ रहा था। नईम को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

‘पांचजन्य’ की खबर के अनुसार खास बात यह भी बताई जा रही है कि देहरादून जिले के पछुवा देहरादून में तीन मामले ऐसे थे, जिनके आरोपित पिछले कुछ महीनों से केरल में थे। ये वहां क्या कर रहे थे ? यहां लौट कर किस तरह से केरला स्टोरी फिल्म की तरह कृत्य करने लगे? ये बात पुलिस और खुफिया विभाग के लिए जांच का विषय बन गई है। एक बात और भी देखी गई है कि ज्यादातर मामलों में नाई व मोबाइल मैकेनिकों की संलिप्तता सामने आ रही है।

रिपोर्ट के अनुसार पछुवा दून में ऐेसे कई मामले हैं और उनकी कहानी लगभग एक जैसी है। ये वह मामले हैं जो सामने आए हैं, लेकिन आशंका यह भी है कि बहुत सारे ऐसे मामले हैं जो अभी लोक-लाज के भय की वजह से खुल नहीं रहे। देहरादून जिले में इस प्रकार से इतनी बड़ी संख्या में लव जिहाद के मामले सामने आना एक बड़ी सुनियोजित साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं। पुरोला, कालसी में भी लव जिहाद की घटनाएं जौनसार बावर में हुई हैं। इनमें भी नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले जाने की बात सामने आई है।

ऐसी भी आशंका है कि देवभूमि उत्तराखंड की डेमोग्राफी चेंज करने में लव जिहाद एक महत्वपूर्ण हथियार के रूप में प्रयोग में लाया जा रहा है। ढकरानी क्षेत्र में लव जिहाद के आंकड़ों को भी पुलिस के उच्च अधिकारी खंगाल रहे हैं। यह जानने की कोशिश की जा रही है कि कहीं ऐसा तो नहीं है कि उत्तराखंड के मुस्लिम युवकों को केरल में ‘लव जिहाद’ का प्रशिक्षण दिया जाता हो ? अब पुलिस इसका कारण ढूंढ रही है । इसके साथ ही क्या इस भाग में ‘लव जिहाद’ का कोई षड्यंत्र रचा गया है ? इसका भी पता लगाया जा रहा है।

पिछले पांच वर्ष में हुई अंतरधार्मिक शादियों की भी हो रही जांच

इसके अलावा उत्तराखंड पुलिस न लोगों के पिछले पांच सालों का रिकॉर्ड भी खंगाल रही है, जो हिंदू युवतियों को फंसाने के मामले में सामने आ रहे हैं। साथ ही उन लोगों की भी जांच की जा रही है, जिन्होंने पिछले पांच वर्षों में अंतरधार्मिक शादी की है।

‘जनसत्ता’ की खबर के अनुसार पुलिस ने इस फैसले को लेकर बताया है कि 13 जिलों के एसएसपी और एसपी को एक पत्र लिखा जा चुका है। जोर देकर कहा गया है जो भी कानून को तोड़ेगा, फिर चाहे वो किसी भी धर्म का क्यों ना हो, उसके खिलाफ एक्शन जरूर लिया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में साल 2018 में उत्तराखंड धर्म की स्वतंत्रता संशोधन अधिनियम लाया गया था। इसके तहत अगर कोई व्यक्ति अंतरधार्मिक यानी दूसरे धर्म में शादी भी करता है तो उसे एक महीने पहले वहां के डीएम को सूचित करना होता है। ऐसे मामलों में 10 साल की जेल की सजा और 50 हजार रुपये के जुर्माने का प्राविधान है। ऐसे में अब जिन भी लोगों ने ऐसा नहीं किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की बात हो रही है। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य एवं अधिक पढ़े जा रहे ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यदि आपको लगता है कि ‘नवीन समाचार’ अच्छा कार्य कर रहा है तो हमें सहयोग करें..

English Version-Kerala connection

Special News: ‘Kerala connection’ behind the increasing incidents of love jihad in Uttarakhand? All the inter-religious marriages that took place in the last 5 years are under scrutiny.
Naveen Samachar, Dehradun, 17 June 2023. In recent times in Uttarakhand, the matter of ‘Kerala connection’ has come to the fore among the cases of abduction of Hindu girls and women by the youths of a particular sect called ‘Love Jihad’ and their physical abuse and pressure to convert. Along with this, the police has also started investigating from other angles as to why there has been a sudden increase in such cases.

However, in this matter, Chief Minister Pushkar Singh Dhami says that more such cases are coming to light due to the coming of the law of conversion in the state and the strictness of the government in such cases. On the other hand, the opponents even say that the BJP government in Uttarakhand is doing a new experiment at the behest of the RSS by giving importance to such matters. On the other hand, demands are also being raised to show the film Kerala Story to the daughters in the state.

According to media reports, 8-10 cases of love jihad have come to the fore in the last two-and-a-half weeks in the western Dehradun area of the capital. In the latest case, a girl learning beauty parlor work was trapped in a love trap by Farhan resident of Pahar Gali Vikasnagar who learned work with her. Then forcibly made physical relations with her and made obscene videos. On the basis of this, he kept blackmailing her for marriage for about two and a half years. Meanwhile, somehow the girl got married to another young man.

At present she also has a baby girl. Despite this, Farhan kept blackmailing her through his obscene videos and forcing her to come with him to the hotel. The woman somehow showed courage and Hindu organization Vedic Mission got the information. After this, while saving the girl from the clutches of Farhan, a case was filed against her in Kotwali Vikas Nagar and Farhan was arrested. Farhan’s brother Naeem Salmani was also involved in this conspiracy. He was also doing obscene acts with the girl. Naeem has also been arrested by the police and sent to jail.

According to the news of Panchjanya, the special thing is also being told that there were three such cases in Pachhwa Dehradun of Dehradun district, whose accused were in Kerala for the last few months. What were they doing there? How did you start acting like a Kerala Story movie after returning here? This thing has become a matter of investigation for the police and intelligence department. One more thing has also been observed that in most of the cases the involvement of barber and mobile mechanics is coming to the fore.

According to reports, there are many such cases in Pachhwa Doon and their story is almost similar. These are the cases which have come to the fore, but it is also feared that there are many such cases which are not being disclosed due to the fear of public shame. Such a large number of love jihad cases coming to the fore in Dehradun district are pointing towards a big well-planned conspiracy. Incidents of love jihad have happened in Purola, Kalsi as well as in Jaunsar Bawar. In these too, the issue of taking minor girls by seduction has come to the fore.

There is also a possibility that love jihad is being used as an important weapon to change the demography of Devbhoomi Uttarakhand. High police officials are also probing the figures of Love Jihad in Dhakrani area. Efforts are being made to know whether it is not so that Muslim youths of Uttarakhand are being trained for ‘Love Jihad’ in Kerala? Now the police is finding the reason for this. Along with this, has any conspiracy of ‘love jihad’ been hatched in this part? This is also being ascertained.

Inter-religious marriages that took place in the last five years are also being investigated.
Apart from this, the Uttarakhand Police is also checking the records of the last five years of the people who are coming forward in the matter of trapping Hindu girls. Along with this, those people who have done inter-religious marriage in the last five years are also being investigated.
According to the news of ‘Jansatta’, the police has told about this decision that a letter has been written to the SSP and SP of 13 districts. It has been emphasized that action will be taken against whoever breaks the law, irrespective of religion.
It is noteworthy that in the year 2018, Uttarakhand Freedom of Religion Amendment Act was brought in Uttarakhand. Under this, if a person marries inter-religious i.e. in another religion, then he has to inform the DM there one month in advance. In such cases, there is a provision of 10 years in jail and a fine of Rs 50,000. In such a situation, now there is talk of action against those who have not done so.

Leave a Reply

आप यह भी पढ़ना चाहेंगे :

You cannot copy content of this page