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महत्वपूर्ण समाचार : मॉल रोड पर वाहनों के प्रतिबन्ध का समय बदला…

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-शाम को दो की जगह तीन घंटे वाहनों के लिए बंद रहेगी मॉल रोड
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 29 मई 2022। नैनीताल में मॉल रोड पर वाहनों का आवागमन अब शाम दो की जगह तीन घंटे प्रतिबंधित रहेगा। डीएम धीराज गर्ब्याल ने कहा कि सरोवर नगरी नैनीताल में अत्यधिक पर्यटकों के आवागमन से भीड़ होने एवं शाम को अपर माल रोड में पर्यटकों एवं अन्य वाहनों का आवागमन एक साथ होने के कारण दुर्घटनाओ की संभावना को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

अब नगर में तत्काल प्रभाव से यानी रविवार से ही और अगले आदेशों तक अपर मॉल रोड पर शाम 6 बजे से रात्रि आठ बजे तक की जगह शाम 6 से रात्रि 9 बजे तक यानी तीन घंटे वाहनों का आवागमन पूर्ण से प्रतिबंधित रहेगा।

उल्लेखनीय है कि पूर्व में मॉल रोड को केवल ग्रीष्मकाल में एक मई से 15 जून तक 45 दिन सैलानियों के लिए शाम की सैर हेतु दो घंटे बंद किया जाता था। इधर एक दशक से मॉल रोड को अब पूरे वर्ष शाम को 6 से 8 यानी दो घंटे बंद किया जा रहा है। अब अगले आदेशों तक के लिए मॉल रोड को शाम 6 से 9 यानी 3 घंटे बंद कर दिया गया है। मॉल रोड के बंद होने के कारण मल्लीताल के लोगों को शाम को तल्लीताल की ओर हल्द्वानी-भवाली आदि जाने के लिए तीष्ण चढ़ाई वाले राजभवन मार्ग का प्रयोग करना पड़ता है। अनेक लोग इस मार्ग पर वाहन चलाने में डरते हैं, इस कारण लोगों का आवागमन प्रभावित होता है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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नवीन समाचार, नैनीताल, 15 नवम्बर 2020। नगर की शान विश्व प्रसिद्ध माल रोड एक बार फिर साइकिलों की अवैध पार्किंग बन गयी है। माल रोड पर एचडीएफसी बैंक से लेकर अपना बाजार के पास सहित कई अन्य स्थानों पर सड़क किनारे साइकिलें खड़ी हो रही हैं। उल्लेखनीय है कि यहां गत वर्ष ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन के दिनों में साइकिलों को लेकर काफी विवाद हुआ था, और इनकी वजह से दुर्घटनाओं की संभावनाओं को देखते हुए माल रोड पर साइकिलों को चलाना ही प्रतिबंधित कर दिया गया था, किंतु इधर लॉक डाउन खुलने के बाद एक बार पुनः माल रोड पर साइकिल संचालकों ने साइकिलों को नियमविरुद्ध दिन में चलाना और सड़क किनारे ही पार्क करना शुरू कर दिया है। इससे अन्य वाहनों की दुर्घटना की संभावना भी बनी हुई है।
उल्लेखनीय है कि नगर में पिछले कुछ वर्षों से कई पर्यटन व्यवसायी 50 से 200 रुपए प्रति घंटे की दर तक किराये पर साइकिल एवं मोटरसाइकिल देने का काम कर रहे हैं। पिछले वर्ष साइकिलों की संख्या काफी बढ़ने पर इनकी शिकायत कुमाऊं आयुक्त तक जाने के बाद पुलिस प्रशासन को माल रोड पर इनके संचालन पर प्रतिबंध लगाना पड़ा। बाद में कुछ साइकिल संचालकों ने साइकिल के पर्यावरण संरक्षण एवं रोजगार से जुड़े होने का हवाला देकर गुहार लगाई तो प्रशासन ने रात्रि नौ बजे के बाद व सुबह 10 बजे से पहले ही साइकिल चलाने की अनुमति दे दी। साथ ही यह शर्त भी लगाई कि साइकिलों को सड़क किनारे खड़ा नहीं करेंगे। तब से कुछ समय यह निमय माना भी गया, किंतु इधर फिर से साइकिलें माल रोड के किनारे खड़ी कर दुर्घटनाओं को दावत दी जा रही है। लेकिन नगर पालिका, पुलिस या प्रशासन के द्वारा अब कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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-अल्पकालीन मरम्मत के लिए डीएम ने स्वीकृत किए हैं 82.01 लाख रुपए
नवीन समाचार, नैनीताल, 08 अक्टूबर 2020। पर्यटन नगरी नैनीताल की अपर व लोअर माल रोड की मजबूती के लिए नैनी झील में दो लाइनो में 21-21 मीटर गहरे 17-17 गड्ढे खोदे जाने हैं। इन गड्ढों को खोदने के लिए लोअर माल रोड के निकट नैनी झील में ड्रिलिंग के लिए जीबी-42 ड्रिलिंग मशीन के भारी-भरकल कलपुर्जे दिल्ली से नैनीताल पहुंच गए हैं। बुधवार को इन पुर्जों को जोड़ने का काम शुरू हो गया है। इसके बाद मौके पर 21-21 मीटर गहरी ड्रिलिंग की जायेगी।

अधिशासी अभियंता लोनिवि दीपक गुप्ता ने बताया कि क्षतिग्रस्त सड़क को ठीक करने के लिए मौके पर 21-21 मीटर गहरी दो लाइनो में 17-17 गड्ढे खोदे जाने हैं। उल्लेखनीय है कि 18 से 25 अगस्त 2018 के बीच भूस्खलन से नैनी झील का 25 मीटर लंबा व व 2.5 मीटर चौड़ा हिस्सा नैनी झील में समा गया था। इधर डीएम सविन बंसल के प्रयासों से शासन से क्षतिग्रस्त लोअर माल रोड़ की मरम्मत एंव सुदृढीकरण हेतु 82.01 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत की थी। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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नवीन समाचार, नैनीताल, 20 अगस्त 2020। जिला व मंडल मुख्यालय, पर्यटननगरी सरोवरनगरी की 18 से 25 अगस्त 2018 के बीच भूस्खलन से नैनी झील में समाने के बाद इधर कामचलाऊ व्यवस्था के तहत बनी लोवर माल रोड की अल्पकालीन मरम्मत हो सकेगी। इस हेतु डीएम सविन बंसल के प्रयासों से शासन से क्षतिग्रस्त 25 मीटर लोअर माल रोड़ की मरम्मत एंव सुदृढीकरण हेतु 82.01 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत कर दी है। बताया गया है कि डीएम बंसल द्वारा 3 फरवरी 2020 को सड़क के निरीक्षण के दौरान क्षतिग्रस्त सड़क के ‘शॉर्ट टर्म ट्रीटमेन्ट’ के निर्देशों पर लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई गई कार्ययोजना स्वीकार कर ली गई है। इस बारे में पूछे जाने पर लोनिवि के अधिशासी अभियंता दीपक गुप्ता ने बताया कि पूर्व में किये गए कार्यों को और मजबूती देने के लिए झील में 21 मीटर की गहराई तक जीआई पाइप और जालियां डालकर लोवर माल रोड के सुदृढ़ीकरण के कार्य किये जाएंगे। उल्लेखनीय है कि गत 10 अगस्त को भूवैज्ञानिकों ने लोवर माल रोड के स्थायी उपचार के लिए माल रोड के ऊपर के सभी नालों को डायवर्ट करने सहित अन्य सुझाव दिये थे।

गौरतलब है कि ग्रांड होटल के समीप माल रोड़ में 18 से 25 अगस्त 2018 के बीच भू-धसाव के कारण सड़क का 25 मीटर लम्बाई व 2.5 मीटर चौडा हिस्सा नैनी झील में समा जाने से वाहनों का आवगमन अवरूद्ध हो गया था। इस स्थान पर वायरक्रेट के अन्दर जीयो बैग एंव रेत भरकर झील के अंदर डाले गये व इनकी स्थिरता के लिए एक लाईन 75 एमएम जीआई पाईप को झील के अंदर सीमेन्ट कंक्रीट से ग्राउट किया गया। इस अस्थायी कार्य के बाद लोअर माल रोड़ को 20 सितम्बर 2018 को नंदा-सुनंदा की शोभायात्रा के दौरान यातायात के लिए खोल दिया गया था। इस कार्य के बाद भी सड़क के दोनों ओर भू-धसाव हो कर दरारे आ गई थीं और फिर से भूस्खलन की सम्भावना बनी हुई थी। इस पर डीएम बंसल ने लोनिवि के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि वे आईआईटी की सर्वे कर चुकी टीम के साथ वार्ता कर ‘शॉर्ट टर्म ट्रीटमेन्ट’ हेतु कार्ययोजना एंव आंगणन प्रस्तुत करें। इस पर ही यह धनराशि स्वीकृत हुई है। इसके बाद डीएम ने लोनिवि के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे सडक निर्माण कार्य में गुणवत्ता के साथ ही समयबद्धता का विशेष ध्यान देते हुए तथा तकनीकी दृष्टि से समस्त औपचारिताएं पूर्ण करते हुए कार्य कराएं।

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-कहा-1880 के मलबे पर बनी है माल रोड, नमी की मात्रा भी अधिक, साथ ही जियोलॉजिकल थ्रस्ट भी सक्रिय, माल रोड के ऊपर नालों को डायवर्ट करना होगा
नवीन समाचार, नैनीताल, 10 अगस्त 2020। 18 व 25 अगस्त 2018 को ध्वस्त होने के बाद कामचलाऊ व्यवस्था के तहत बनाई गई लोवर माल रोड के फिर से उम्मीद बन रही है। बताया गया है कि सड़क के 190 मीटर हिस्से का स्थायी उपचार किया जाना है। जिसका प्रस्ताव बनाने के लिए विशेषज्ञों की समिति गठित की जानी है। समिति द्वारा तैयार प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। इसके आधार पर ही सड़क को स्थायी समाधान दिया जाएगा। सोमवार को लोक निर्माण विभाग एवं भूवैज्ञानिकों ने सड़क के पुर्ननिर्माण के लिए स्थलीय निरीक्षण किया, किंतु इस दौरान देखने को मिला कि लोनिवि भूवैज्ञानिकों के सुझावों को अधिक गंभीरता से लेने वाला नहीं है, बल्कि उसकी कोशिश किसी तरह सड़क का पुर्ननिर्माण कर लेने की है।

कुमाऊं विश्वविद्यालय के भूवैज्ञानिक डा. बहादुर सिंह कोटलिया के अनुसार सड़क निर्माण करने से पूर्व इस स्थान की सीबीआर यानी कैलीफोर्निया बियरिंग रेश्यू के आधार पर लोड बियरिंग कैपेसिटी यानी भार वहन क्षमता और ओएमसी यानी ‘ऑप्टिमम मॉइश्चर कंटेट’ यानी इस स्थान पर नमी की मात्रा की गणना करनी जरूरी होगी। उनका कहना था कि यहां पर सड़क 1880 के भूस्खलन के मलबे पर सड़क बनी है। लोनिवि द्वारा की गई जांच में भी यह बात साफ हुई है कि यहां 56 मीटर की गहराई तक कठोर चट्टान नहीं है। यानी भूस्खलन का कच्चा मलबा है। साथ ही अल्का होटल से सीतापुर नेत्र चिकित्सालय तक ओएमआर 90 फीसद है, जबकि इस स्थान पर सीवर लाइन भी ओवरफ्लो होती है।यहां पर भूसतह व सड़क पर काफी अधिक पानी बहता रहता है। इसके उपचार के लिए ग्रांड व अल्का के बीच ऊपर की ओर से आने वाले नाले डायवर्ट कर सतह पर पानी का बहना रोकना होगा। साथ ही उन्होंने बताया कि डीएसबी के गेट के पास 1990 के दशक में हुए भूस्खलन के बाद से ग्रांट होते हुए सात नंबर तक गुजरने वाला जियोलॉजिकल थ्रस्ट सक्रिय है।

उन्होंने कहा कि एलबीसी यानी ‘लोड बियरिंग कैपेसिटी’ 32 फीसद से कम होने पर सड़क नहीं बना सकते हैं। रेत में एलबीसी 10 फीसद होता है। जबकि यहां भूस्खलन का मलबा होने से एलबीसी तीन फीसद होगा। अल्का से है। सभी नालों का वैज्ञानिक तरीके से डायवर्ट करना होगा। वहीं कथित तौर पर लोनिवि के अधिकारियों का कहना था कि विभाग इन सब भूवैज्ञानिक तथ्यों को संज्ञान में लेने में सक्षम नहीं है। लोनिवि को तो सड़क बनानी है। इस मौके पर लोनिवि के सहायक अभियंता गोविंद सिंह जनौटी, सहायक भू वैज्ञानिक प्रिया जोशी व कनिष्ठ अभियंता महेंद्र पाल आदि भी मौजूद रहे। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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-शासन में सितंबर 2018 में भेजा गया 42 करोड़ का प्रस्ताव लंबित

शुक्रवार को माल रोड पर आई दरारों पर डाला गया डामर।

नवीन समाचार, नैनीताल, 3 जनवरी 2019। सरोवरनगरी की विश्वप्रसिद्ध माल रोड पर 16 माह के भीतर एक बार पुनः दरारें आ गई हैं। प्रशासन ने दरारें छुपाने के लिए आनन-फानन में ‘टल्ले मारी’ कर दी है। यह जानते हुए भी कि दरार में गर्म कोलतार डाला जाना पिछली बार माल रोड के लिए ‘जले पर नमक’ साबित हुआ था, और माल रोड दरार वाले स्थान से फट कर नैनी झील में समा गई थी। लेकिन प्रशासन फिर वही गलती करता दिखाई दे रहा है।
बीते कुछ दिनों में नगर की लोवर माल रोड पर वर्ष 2018 में आई दरार के स्थान से करीब 125 मीटर की लंबाई में जिला पर्यटन कार्यालय से जिला सूचना कार्यालय से आगे तक दरारें दिखाई दी हैं। बताया गया है कि गत दिवस नये वर्ष पर नगर में अधिक संख्या में आये वाहनों के कारण दरारें और चौड़ी हो गईं। इसके बाद लोनिवि ने शुक्रवार को इन दरारों पर गर्म कोलतार उड़ेलकर दरारों को छुपाने का प्रयास किया, तथा पुलिस की रिकवरी वैन के साथ एक कर्मी की प्रभावित क्षेत्र से वाहन न गुजनने पाए, इस हेतु जिम्मेदारी देकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली है।

गौरतलब है कि इससे पहले सितंबर के पहले पखवाड़े में माल रोड पर जिला पर्यटन कार्यालय के पास करीब 30 मीटर के क्षेत्र में दरारें दिखाई दी थीं। लोनिवि ने इस दरार की मरम्मत के नाम पर दरार में गर्म कोलतार उड़ेल दिया। बताया जाता है कि इसी कारण गर्म कोलतार ने माल रोड की हल्की दरार को और अधिक चौड़ा कर दिया जिस कारण 18 से 25 सितंबर 2018 के बीच लोवर माल रोड का करीब 30 मीटर हिस्सा फट कर नैनी झील में समा गया। इस कारण करीब 34 दिन लोवर माल रोड पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह से ठप रहा। इसी दौरान लोनिवि की ओर से बताया गया कि शासन को माल रोड की पूर्ण सुरक्षाा के लिए करीब 40 करोड़ रुपए से अधिक का प्रस्ताव शासन को भेजा गया, लेकिन अब तक इस प्रस्ताव पर कोई धनराशि शासन से जारी नहीं हुई। जबकि इसके बाद भी जनवरी 2019 से ही माल रोड पर करीब 125 मीटर में और तल्लीताल डांठ पर भी दरारें देखी जाती रहीं, जो कि अब फैलती नजर आ रही हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

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-गर्मी एवं शौचालय की सुविधा न होने से हो रहे परेशान
-पाइंस की पार्किंग थोड़ा आगे पुरानी चुंगी पर स्थानांतरित करने पर बच सकते हैं गर्मी से

पाइंस में करीब दो किमी लंबे जाम में फंसे गर्मी से परेशान लोग।

नवीन समाचार, नैनीताल, 5 जून 2019। मंडलायुक्त के आदेशों पर नगर पालिका नैनीताल ने नगर की तल्लीताल माल रोड स्थित लेक ब्रिज चुंगी को 4 जून को हल्द्वानी रोड पर बल्दियाखान एवं भवाली रोड पर पाइंस में स्थानांतरित कर दिया है। इस व्यवस्था में नगर में आने वाले सैलानियों को नगर से बाहर घंटों वाहनों की लाइनों में खड़े होकर गर्मी तथा शौचालय की समस्या से परेशान होना पड़ रहा है। खासकर पाइंस में नई चुंगी की बात करें तो यहां श्मशान घाट वाले नाले के पास टैंट लगाकर अस्थाई चुंगी बनाई गयी है, जबकि इससे पहले नगर पालिका की पुरानी चुंगी की पोस्ट उपलब्ध है।

स्थानीय वाहन चालकों का कहना है कि यदि चुंगी श्मशान घाट गधेरे की जगह पुरानी चुंगी से वसूली जाये तो लोग गर्मी से बच सकते हैं। अन्यथा क्षेत्र में कुछ शेल्टर हाउस एवं क्षेत्र में कुछ-कुछ दूरी पर शौचालय की व्यवस्था किये जाने की भी आवश्यकता महसूस की जा रही है। उल्लेखनीय है कि शहर के बाहर चुंगी वसूले जाने से शहर में लगने वाले वाहनों के जाम से काफी हद तक निजात मिली है। अलबत्ता लेक ब्रिज चुंगी पर अब भी अनेक वाहन बिना बाहर से चुंगी दिये पहुंच रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि कुमाऊं मंडल के आयुक्त राजीव रौतेला के निर्देशों के बाद नगरपालिका ने इतिहास में पहली बार लेक ब्रिज चुंगी बूथ को इस ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन में आगामी 15 जुलाई तक के लिए हल्द्वानी मार्ग पर बल्दियाखान एवं भवाली मार्ग पर पाइंस क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिया है। नई व्यवस्था के तहत शहर के बाहर ही चार से अधिक पहिये वाले वाहनों से चुंगी का शुल्क वसूल लिया जाएगा। वाहन चालकों को चुंगी की रसीद नगर की तल्लीताल स्थित चुंगी बूथ पर दिखाना होगा, तभी उन्हें माल रोड पर प्रवेश करने दिया जाएगा। पर्ची नही होने पर उन्हें चुंगी देनी होगी। जो लोग केवल तल्लीताल तक ही आएंगे, उन्हें शुल्क नहीं देना होगा।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में तल्लीताल में माल रोड पर प्रवेश के स्थान झील के ऊपर ‘लेक ब्रिज’ नाम का एक पुल हुआ करता था। जिस पर अंग्रेजी दौर से ही पालिका उपनियमों के अंतर्गत माल रोड पर वाहनों के प्रवेश के लिए चुंगी लिये जाने का प्राविधान है। नगर वासियों के लिए पूरे वर्ष का पास बनाया जाता है, जबकि सैलानियों व बाहरी वाहनों से शुल्क वसूला जाता है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : शाम 6 से 8 मल्ली से तल्ली जाने का निकला आंशिक समाधान…

नवीन समाचार, नैनीताल, 2 मई 2019। नैनीताल में शाम 6 से 8 मल्ली से तल्ली जाने का आंशिक समाधान निकाल लियागया है। नगर की अपर मॉल रोड को इंडिया होटल के पास से तल्लीताल की तरफ शाम छह से आठ बजे तक वाहनों के संचालन के लिए खुला रखा जाएगा। साथ ही पुलिस ने सीआरएसटी-जिला पंचायत के खतरनाक सीसी मार्ग पर वाहनों के चलने को भी औपचारिक तौर पर स्वीकार कर लिया है। पर्यटन सीजन में मल्लीताल रिक्शा स्टैंड पर बढ़ते ट्रैफिक के दबाव को देखते हुए पुलिस द्वारा यह निर्णय लिया गया है। इसके बाद मल्लीताल रिक्शा स्टैंड के पास सीआरएसटी रोड से होते हुए इंडिया होटल के पास निकलकर वाहन तल्लीताल की ओर आ सकेंगे। यह अभी ट्रायल के तौर पर किया जा रहा है, यदि यह प्रयोग सफल रहा तो इसे आगे भी जारी रखा जाएगा। अलबत्ता इस खतरनाक मार्ग पर वाहनों व यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुलिस क्या करेगी, इस पर कुछ नहीं कहा गया है। गौरतलब है कि अब तक इस मार्ग पर केवल दोपहिया वाहन अनौपचारिक तौर पर ही चलते हैं। 

अपर मॉल रोड पर शाम 6 से 8 बजे तक वाहनों का आवागमन पूर्ण रूप से बंद रहता है। इस दौरान चार और दोपहिया वाहनों को राजभवन रोड से तल्लीताल की ओर आना पड़ता है, इससे राजभवन रोड और रिक्शा स्टैंड के पास वाहनों का दबाव बढ़ जाता है, ऐसे में आपातकाल की स्थिति में भी तल्लीताल जाने वाले लोगों को लंबा सफर तय करना पड़ता है। मंगलवार को पुलिस लाइन में एसपी ट्रैफिक की अगुवाई में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि अपर माल रोड को इंडिया होटल के पास से तल्लीताल की तरफ खुला रखा जाएगा। इससे जू रोड और सीआरएसटी रोड की ओर से आने वाले वाहन मॉल रोड से होते हुए तल्लीताल की ओर जा सके। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

यह भी पढ़ें : चिंताजनक: माल रोड पर 20 फिट की गहराई तक भी नहीं है मजबूत चट्टान

नवीन समाचार, नैनीताल, 11 फरवरी 2019। सरोवरनगरी की शान माल रोड के स्थायी उपचार के लिए लोक निर्माण विभाग के द्वारा आइआइटी रुड़की के विशेषज्ञों के सुझाव पर जमीन के भीतर कठोर चट्टान की तलाश की जा रही है। खास मशीन के जरिये लंबे समय से की जा रही इस कठिन जांच के बावजूद परेशानी भरा यह तथ्य उभर कर आया है कि पर्यटन कार्यालय के पास माल रोड के इस वर्ष 18 व 25 अगस्त को नैनी झील में समाये करीब 25-30 मीटर हिस्से के आसपास के 150 मीटर क्षेत्र में 20 मीटर की गहराई तक भी मजबूत चट्टान नहीं मिल रही है। एसे में विभाग और अधिक गहराई तक कठोर चट्टान तलाशने की कोशिश जारी रखे हुए है। लोनिवि के अधिशासी अभियंता सीएस नेगी ने बताया कि 150 मीटर क्षेत्र में 12 गहरे छेद कर मजबूत चट्टान तलाशी जानी है, ताकि उस कठोर चट्टान पर ही पूर्व में भेजे गये करीब 42 करोड़ रुपये प्रस्ताव के अनुरूप माल रोड का स्थायी ट्रीटमेंट करते हुए मजबूत ढांचा बनाया जा सके। बताया कि अभी अभी तीसरा छेद किया जा रहा है, और पूरा कार्य होने में मार्च-अप्रैल तक का समय लग सकता है।

अगले चरण में नगर के अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह मजबूत चट्टानें ढूंढने का होगा प्रयास

नैनीताल। लोनिवि के ईई सीएस नेगी ने बताया कि आगे अगले चरण के लिए नगर के अन्य संवेदनशील स्थानों पर भी इसी तरह भूगर्भ में मजबूत चट्टान ढूंढने की कार्य योजना बनाई जा रही है। इस कार्य के लिए जीएसआई से सहयोग करने को कहा गया है।

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-अंग्रेजी दौर में निर्मित व 1980 के दशक में पुर्ननिर्मित है दरार आया झील का डांठ क्षेत्र

तल्लीताल डांठ पर आयी दरार।

नवीन समाचार, नैनीताल, 31 जनवरी 2019। माल रोड के बाद अंग्रेजी दौर में निर्मित और 1980 के दशक में पुनर्निर्मित, सरोवरनगरी की पहचान नैनी झील के पानीे को रोके रहने वाले डांठ (गेट) के ऊपर स्थित प्लेटफार्म से गुजरने वाली सड़क पर दो स्थानों पर भी दरार आ गयी है। साथ ही कलेक्ट्रेट जाने वाले मार्ग से पीछे की ओर करीब तीन मीटर का हिस्सा धंस रहा है, और डांठ का लिंटर झील की ओर झुक रहा है। पुराने रोडवेज बस स्टेशन व रेलवे के टिकट बुकिंग काउंटर के पास आई यह दरार अत्यधिक चिंताजनक है। क्योंकि यदि यहां किसी तरह यह हिस्सा धंसता है तो न केवल नैनी झील का पानी के बाहर निकले का स्थान फट सकता है, बल्कि यदि ऐसी कोई घटना हुई तो नगर के तल्लीताल क्षेत्र के बड़े आबादी वाले क्षेत्र को भी अकल्पनीय खतरा उत्पन्न हो सकताा है। दरार आने व भूधंसाव का कारण वाहनों का बढ़ता दबाव माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि नैनी झील के तल्लीताल के मुहाने पर झील के पाने को रोकने के लिये अंग्रेजी दौर में 20 पिलरों 9 इंच मोटे लिंटर के रूप में स्थापित व बाद में 1980 के दशक में पुर्ननिर्मित करीब 40 फीट के दायरे में एक प्लेटफार्म बना है, इस पर ही पुराना बस अड्डा स्थित है, और इसके नीचे नैनी झील के पानी को रोके रहने वाले गेट बने हैं। इस स्थान पर ही पूर्व में रोडवेज स्टेशन स्थापित था, और अब इसके नये ‘ब्रिज कम बाइपास’ पर चले जाने के बाद हाई कोर्ट के आदेश पर हल्द्वानी जाने वाली रोडवेज की बसें पार्क होती हैं। साथ ही एक हिस्से में दोपहिया व चौपहिया वाहन भी पार्क किए जाते हैं। इधर डांठ कहे जाने वाले इस स्थान के पुर्ननिर्माण के लिए पहले ही सिचाई विभाग नए इलेक्ट्रॉनिक गेट बनाने के लिए एक करोड़ से अधिक का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज चुका है। सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता एनएस पतियाल के अनुसार झील में गिरने वाले नालों व डांठ की मरम्मत के लिए छह करोड़ से अधिक के प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजे गए हैं। प्रस्ताव की मंजूरी के बाद काम आरंभ किए जाएंगे।
वहीं 1980 में लोक निर्माण विभाग के लिए इस डांठ का पुनर्निर्माण करने वाले ठेकेदार देवेंद्र लाल के अनुसार मार्च 1980 से शुरू कर 15 जुलाई 1980 में 1.6 लाख रुपये की लागत से झील के निकासी द्वार के ऊपर 40 फीट के हिस्से में नौ इंच का लिंटर बनाकर यह प्लेटफार्म तैयार किया गया था। चार लोनिवि सहायक अभियंताओं की मौजूदगी में काम कराया गया। तब ठेकेदार रहे और अब आम आदमी पार्टी के नेता देवेंद्र का दावा है कि मुख्य डांठ के ऊपर के लिंटर को सौ साल तक किसी तरह का खतरा नहीं है।

माल रोड पर की जा रही ‘टल्ले मारी’

नैनीताल। उधर माल रोड के करीब 125 मीटर हिस्से में फिर नजर आई दरारों पर लोनिवि की ओर से ‘टल्ले मारी’ की जा रही है। इस संबंध में लोनिवि के अधिशासी अभियंता सीएस नेगी का कहना है कि माल रोड क्षेत्र में स्थायी कार्यों के लिये शासन को 42 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है, लेकिन अब तक अनुमति नहीं मिली है। इससे पूर्व एडीएम हरबीर सिंह व लोनिवि के अभियंताओं ने लोअर और अपर माल रोड का निरीक्षण और दरारों को पहले कोलतार फिर बजरी से पाटने का कार्य प्रारंभ किया गया। इसके अलावा लोअर और अपर माल रोड पर पड़ी दरारों पर लोनिवि ने निशान लगा दिए हैं जिन्हें हर 15 दिन में नापा जाएगा। ताकि यह पता लगाया जा सके कि दरारें चौड़ी हो रही हैं या नहीं। लोनिवि के अभियंताओं का अनुमान है कि झील के जलस्तर में कमी की वजह से भी दरार चौड़ी हो सकती है। वहीं लोनिवि के अभियंताओं के अनुसार माल रोड के ट्रीटमेंट के लिए 40 करोड़ से अधिक का प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया है।

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नैनीताल, 20 सितंबर 2018। गत 18 एवं 25 सितंबर को जिला पर्यटन कार्यालय के पास लोवर माल रोड के करीब 35 मीटर हिस्से के नैनी झील में धंस कर समा जाने के बाद नगर की यातायात व्यवस्था बिगड़ गयी थी। लोवर माल रोड पर हर तरह के वाहनों के साथ ही लोगों का पैदल गुजरना भी प्रतिबंधित हो गया था, जिस कार अपर माल रोड पर वाहनों को पहले के उल्टे यानी मल्लीताल से तल्लीताल की ओर, और राजभवन रोड पर मस्जिद तिराहे से राजभवन होते हुए तल्लीताल को भेजना पड़ा था। यह यातायात व्यवस्था बृहस्पतिवार को पूरे एक माह और दो दिनों के बाद पुराने ढर्रे पर लौट आयी है। लोवर माल रोड को सुबह साढ़े नौ बजे दो व चार पहिया वाहनों के लिए खोल दिया गया है। अलबत्ता इसके ताजा मरम्मत हुए स्थान पर वाहनों को धीमी गति से चलने की ताकीद की गयी है, और इस हेतु बैरियर लगाये गये हैं। इसके बाद अपर माल रोड और राजभवन रोड पर भी पुरानी यातायात व्यवस्था बहाल कर दी गयी है।

उल्लेखनीय है कि अपर माल रोड पर सीवर लाइन के वर्षा काल में लगातार चोक होकर उफनने और इस क्षेत्र के अंग्रेजी दौर में बने नालों के चोक होने और पहले से दरक रही लोवर व अपर माल रोड की वर्षाकाल से पूर्व मरम्मत करने की जगह दरारों में खौलता कोलतार डालने जैसे कारणों से नगर की शान ऐतिहासिक लोवर माल रोड पहले 18 अगस्त की शाम और फिर 25 अगस्त की रात्रि दोबारा धंसकर झील में समा गयी थी। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी लोवर माल का यह हिस्सा 2006 में भी इतना ही धंसा था। इसके बाद लोनिवि के 58 लाख रुपए के प्रस्ताव के सापेक्ष शासन से स्वीकृत 23.79 लाख रुपयों से विशेष प्रकार के पानी से खराब न होने वाले बताये जा रहे जियो बैग्स में आरबीएम कही जा रही रूसी बाईपास के पास की मिट्टी भरकर और जीआई पाइपों को नैनी झील में गाढ़कर सड़क को वाहनों के चलने लायक बना दिया गया है। इस पर चलने की औपचारिक शुरुआत बुधवार को माता नंदा-सुनंदा के डोले के गुजरने के साथ ही हो चुकी थी, ऐसे में उम्मीद करनी होगी कि आगे यह मार्ग निरापद रहेगा।

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-फिलहाल मिट्टी से पटी रहेगी, दबने के बाद डाले जाएंगे गार्डर व चैनलों पर लोहे की प्लेटें

शनिवार को इस तरह जियो बैगों के ऊपर आरबीएम मिट्टी डालकर चौरस कर दी गयी है लोवर माल रोड।

नैनीताल, 15 सितंबर 2018। जिला प्रशासन व लोक निर्माण विभाग ने नंदा देवी महोत्सव से पूर्व लोवर माल रोड को चलने योग्य बनाने के उच्च न्यायालय के आदेशों पर सड़क को ‘चलने योग्य’ बना दिया है। अलबत्ता यह फिलहाल ‘आरबीएम’ (Reinforced Brick Masonry) कही जा रही रूसी बाईपास से लायी गयी मिट्टी युक्त रहेगी। सड़क निर्माण के लिए यही मिट्टी भरे जियो बैगों (खास तरह के, पानी में वर्षों तक न ख़राब होने का दावा किये जा रहे) को सड़क के स्तर तक चौरस कर दिया गया है। तथा इन्हें झील की ओर फसाने के लिए जीआई (Galvanized Iron) पाइप लगाये गये हैं।

आगे एक-दो दिन बाद इस पर हल्के वाहनों का चलना भी प्रारंभ किया जा सकता है। जिसके बाद यह जितना संभव हो, दबने के बाद और मिट्टी भरकर इस पर लोहे के गार्डर व चैनलों के ऊपर लोहे के गार्डर डाले जाएंगे। इस बीच बारिश आने पर इस पर कीचड़ भी हो सकता है। आगे 19 सितंबर को नंदा देवी महोत्सव की शोभायात्रा के दौरान नंदा देवी का डोला इसी से गुजारा जाना है, जबकि शोभायात्रा में शामिल वाहनों एवं अन्य श्रद्धालुओं को माल रोड से गुजारे जाने की योजना है। उल्लेखनीय है कि यह सड़क 18 व 25 अगस्त को ध्वस्त हुई थी। इस तरह इसकी करीब 23 लाख रुपए ये हुई मरम्मत में करीब पूरा एक माह लग गया है।

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नैनीताल, 6 सितंबर 2018। उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति शुधांशु धूलिया व न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह की खंडपीठ ने नैनीताल जिला प्रशाशन को नैनीताल की लोवर मॉल रोड की मरम्मत के कार्य 17 सितम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए है। नैनीताल निवासी अजय रावत की जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान गुरुवार को खंडपीठ ने कार्यदायी संस्था से कार्य में तेजी लाते हुए 24 घंटो कार्य करने को कहा है। इस मामले में अगली सुनवाई 20 सितम्बर को होगी। सुनवाई के दौरान नैनीातल के डीएम, एसएसपी व नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी आदि अधिकारी अदालत में मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि 17 सितंबर को ही नंदा देवी महोत्सव की शोभायात्रा परंपरागत तौर पर लोवर माल रोड से गुजरनी है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सरोवरनगरी की शान लोवर मालरोड की मरम्मत के लिए जिला प्रशासन द्वारा भेजे गये 58.47 लाख के प्रस्ताव के सापेक्ष शासन से पूरी धनराशि देने को कहा है।

उल्लेखनीय है कि अब तक केवल 23.79 लाख की धनराशि ही अवमुक्त हुई है। डीएम विनोद कुमार सुमन ने बीती देर रात्रि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा वीडियो कांफ्रंेसिग के जरिये की गयी समीक्षा बैठक में इस बात को उठाते हुए कहा कि पूरी धनराशि अवमुक्त करने की मांग की ताकि इस महत्वपूर्ण कार्य को यथासमय पूर्ण किया जा सके। उन्होंने कहा कि अवमुक्त धनराशि से लोअर मालरोड के प्रभावित हिस्से की मरम्मत किया जाना सम्भव नही हो पा रहा है। आगे निकट भविष्य मे 14 सितम्बर से नन्दादेवी महोत्सव का आयोजन भी होने जा रहा है। माता नंदा का पारम्परिक डोला विगत वर्षो की भांति लोअर मालरोड से ही गुजरेगा। ऐसे मे समय रहते लोअर मालरोड की मरम्मत आवश्यक है। मालरोड के क्षतिग्रस्त होने से यातायात एवं पर्यटन भी प्रभावित हो रहा है।

इस पर डीएम की बात को गम्भीरता से सुनते हुये मुख्यमंत्री रावत ने शासन के आला अधिकारियो से नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि मांगी हुई धनराशि मे कटौती किया जाना उचित नही होगा। कहा कि नैनीताल प्रदेश के पर्यटन का केंद्र है, तथा नैनीझील देशी-विदेशी सैलानियों के आकर्षण का केंद्र है। इसके लिये ही लाखों की संख्या मे सैलानी नैनीताल आते है। उन्होने शासन के वरिष्ठ अधिकारियो से कहा कि लोअर मालरोड के लिए सम्पूर्ण धनराशि 58.47 लाख अवमुक्त की जाए। साथ ही उन्होंने डीएम श्री सुमन को आदेशित किया कि वह लोवर मालरोड की मरम्मत का कार्य आरम्भ करा दें इस कार्य के लिए धनराशि की कोई भी कमी नही होने दी जायेगी।

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नैनीताल, 4 सितंबर 2018। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूडकी के वैकल्पिक जल ऊर्जा केंद्र के विशेषज्ञों द्वारा नैनीझील के अनुरक्षण एवं विकास के लिए तैयार 41.12 करोड़ के प्रस्ताव के सापेक्ष 15 करोड़ की धनराशि जल्द ही अवमुक्त कराये जाने का आश्वासन मिला है। कुमाऊं आयुक्त राजीव रौतेला ने जानकारी देते हुए बताया कि इस संदर्भ मे गत दिवस उनकी अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री ओमप्रकाश से विस्तार से वार्ता हुई। इस वार्ता में नैनीझील के अनुरक्षण, आवश्यक मरम्मत एवं सौन्दर्यीकरण के लिए शासन को प्राप्त प्रस्ताव पर जल्द ही धनराशि अवमुक्त करने का आश्वासन मिला है। झील के अनुरक्षण कार्यों पर 18 महीने का वक्त लगेगा।

निविदा प्रक्रिया संपन्न, करीब 17 लाख में होगा लोवर माल रोड का निर्माण

नैनीताल। बीती 18 व 25 अगस्त को नैनी झील में समायी लोवर माल रोड का निर्माण करीब 17 लाख रुपए में किया जायेगा। मंगलवार को इस निर्माण कार्य हेतु निविदा प्रक्रिया संपन्न हुई। लोनिवि निर्माण खंड के अधिशासी अभियंता सीएस नेगी ने बताया कि ऑनलाइन माध्यम से कोई निविदा नहीं आयी, जबकि ऑफलाइन माध्यम से तीन निविदाएं प्राप्त हुईं। इनमें से सबसे कम धनराशि की निर्धारित से करीब 1 फीसद कम की निविदा एल-1 श्रेणी के शाहनवाज नाम के ठेकेदार की आयी। अब इस ठेकेदार को निर्माण के शेष बचे जियो सेंड बैग भरने तथा झील में जीआई पाइप डालने और उनके ऊपर जीआई पाइप का ही आधार तैयार कर लोहे की प्लेटें डालने सहित पूरा कार्य 15 दिनों के भीतर करना होगा।

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    • अपर माल रोड से गुजरने वाली मुख्य सीवर लाइन यहां मौजूद डीएसबी फॉल्ट के कारण वर्षों से हो रहे भूधंसाव की वजह से पहले ही टूटी हुई हो सकती है। यदि ऐसा है तो संभव है कि सड़क के नीचे सीवर लाइन से बाहर निकले सीवर का दबाव भी लोवर माल रोड के ध्वस्त होने का कारण रहा हो। ऐसे में अभी सीवर लाइन की जांच किये जाने, यह चोक है तो इसे खोलने और लीकेज है तो उसकी मरम्मत किये जाने की जरूरत है।
    • वैसे भी यहां सीवर लाइन हमेशा बारिश के दौरान उफनती रहती है। साथ ही उफने सीवर और बारिश का पानी यहां सड़क पर तालाब की तरह जमा रहती है। इसके दबाव की भी लोवर माल रोड के ध्वस्त होने में भूमिका हो सकती है। वैसे यह जमा पानी यहां पर अपर से लोवर माल रोड में ऊंचाई से गिरता है। ऊंचाई से गिरने वाला यह पानी भी इस घटना का कारण हो सकता है। ऐसे में अपर माल रोड पर पानी के अटकने की समस्या का समाधान निकाला जाना जरूरी है।
    • लोवर माल रोड के ध्वस्त होने के बाद राजभवन रोड पर दोपहिया वाहनों के लिए भी वन-वे की व्यवस्था शुरू की गयी है। जबकि दोपहिया वाहन यातायात में बड़े बाधक नहीं बनते हैं। जबकि वन-वे व्यवस्था के कारण दोपहिया वाहनों को अनावश्यक तौर पर माल रोड से भेजा जा रहा है। इससे माल रोड पर अनावश्यक भार पड़ रहा है। जबकि माल रोड पर वाहनों का बोझ घटाने की जरूरत है। इसलिए राजभवन रोड पर दोपहिया वाहनों की वन-वे व्यवस्था गैर जरूरी है। संभव हो तो माल रोड पर भी दोपहिया वाहन दोनों ओर चलने दिये जाएं, अलबत्ता यदि कोई दोपहिया वाहन असुरक्षित तरीके से चलते हैं तो उनके खिलाफ पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए। कुछ असुरक्षित तरीके से चलने वालों की सजा सभी को रोककर नहीं दी जानी चाहिए।
  • अन्यथा अपर व लोवर माल रोड की मरम्मत के कारण माल रोड पर कुछ दिनों के लिए सभी खासकर चार पहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित भी किया जा सकता है।

दैवीय आपदा नहीं लापरवाही से टूटी माल रोड, सीवर लाइन फटी तो फैलेगी महामारी: आप

-दावाः अंग्रेजी दौर में बनी माल रोड बिना सीमेंट के केवल पैदल चलने वाले वाहनों के लिए बनी थी, बाद में बिना मजबूती के केवल डामर कर चलने लगे वाहन
-पहले से सीवर लाइन के टूटी होने का भी दावा किया, कहा वाहनों व सीवर के दबाव के कारण टूटी लोवर माल रोड
नैनीताल, 29 अगस्त 2018। आम आदमी पार्टी ने नगर की जीवन धुरी लोवर माल रोड के ध्वस्त होने पर बुधवार को पत्रकार वार्ता आयोजित कर सरकार पर पूरी तरह से गैर जिम्मेदारी से कार्य करने का आरोप लगाया। कहा कि लोवर माल रोड दैवीय आपदा से नहीं, बल्कि लापरवाही से टूटी। दावा किया कि अंग्रेजी दौर में बनी माल रोड बिना सीमेंट  के केवल पैदल चलने वाले वाहनों के लिए बनी थी, और बाद में बिना मजबूती के केवल डामर कर इस पर वाहन चलने लगे। यह भी दावा किया कि यहां वर्षों से हो रहे भूधंसाव के कारण सीवर लाइन पहले से ही टूटी है, और वाहनों व सीवर के दबाव के कारण ही लोवर माल रोड धंसी। साथ ही वर्तमान में किये जा रहे मरम्मत के कार्यों पर भी सवाल उठाए।

बुधवार को नगर के पैलेस होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में आप के जिलाध्यक्ष प्रदीप दुम्का ने माल रोड के धंसाव के साथ माल रोड के नीचे स्थित मुख्य सीवर लाइन के ध्वस्त होने की संभावना पर कहा कि यदि ऐसा हुआ तो नगर में पेयजल आपूर्ति करने वाली नैनी झील सीवर से भर जाएगी। इससे महामारी फैलेगी, और नगर पूरी तरह पलायन होकर खाली हो जाएगा। वहीं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं 1980 में बतौर ए श्रेणी के ठेकेदार नगर के डॉट का निर्माण करने वाले देवेंद्र लाल ने बताया कि अधिकारियों की 6 इंच मोटा डॉट का लिंटर डालने की सिफारिशों को नजर अंदाज कर उन्होंने 12 इंच मोटा लिंटर डाला, जो कि माल रोड से कहीं अधिक वाहनों का दबाव झेलने के बावजूद तब से यथावत है। ऐसा ही मजबूत निर्माण पूरी लोवर माल रोड में भी किये जाने की जरूरत है। कुमाऊं विवि में सहायक अभियंता रहे नगर अध्यक्ष पीसी पांडे, श्रीकांत घिल्डियाल आदि कार्यकर्ताओं ने भी विचार रखे।

भूवैज्ञानिकों ने किया निरीक्षण, दो दिन अध्ययन कर शासन को सौपेंगे रिपोर्ट

नैनीताल, 29 अगस्त 2018। लोवर माल रोड के एक हिस्से के गत 18 व 25 अगस्त को नैनी झील में समाने के बाद बुधवार को देहरादून से आये भूवैज्ञानिकों ने ध्वस्त लोअर माल रोड सहित नैनी झील व राजपुरा पहाड़ी का निरीक्षण किया। आपदा प्रबंधन व न्यूनीकरण केन्द्र देहरादून के अधिशासी निदेशक डा. पीयूष रौतेला की अगुवाई में आये इंडियन इंस्टीट्यूट आफ रिमोट सेफिंग देहरादून के भूवैज्ञानिक डा. हर्ष बानखेड़ा, रुड़की सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट के देवी प्रसाद, आईआईएसआर के सोहन राज, वाडिया इंस्टीट्यूट के विक्रम गुप्ता आदि वैज्ञानिकों का यह दल दो दिन अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगा। इस अवसर पर एडीएम बीएल फिरमाल, सिंचाई विभाग के ईई हरीश चन्द भारती, एई मदन मोहन जोशी, नीरज जोशी, आरसी पंत, एएसपी हरीश चन्द्र सती, जिला आपदा अधिकारी शैलेष कुमार, तहसीलदार कृष्ण राम, लोनिवि के एई एमपीएस कालाकोटी आदि लोग मौजूद रहे।

उल्लेखनीय है कि यूजीसी के भूवैज्ञानिक डा. बहादुर सिंह कोटलिया का कहना है कि जिस स्थान पर माल रोड ध्वस्त हुई है, उस स्थान पर भूगर्भीय हलचल भी हो रही है। इस स्थान से डीएसबी फाल्ट भी गुजर रहा है। अपर व लोअर माल रोड में वाहनों के भार के कारण भी सुरक्षा दीवारें कम्पन के कारण कमजोर हो रही हैं। इससे पूर्व ध्वस्त स्थान के पुननिर्माण के लिए आईआईटी रूड़की की टीम ने निरीक्षण कर 40 करोड़ की डिटेल प्रोजेक्ट रिर्पोट प्रशासन को सौंपी है, जिस पर स्थानीय लोगों के साथ ही भू-वैज्ञानिकों के विचार भी 5 सितम्बर तक आमंत्रित किये गये हैं। प्राप्त सुझावों के अनुसार पुनः डीपीआर में संशोधन रूड़की संस्थान किया जायेगा तथा संशोधित रिर्पोट शासन को भेजी जायेगी।

‘सड़क’ के लिये ‘सड़क’ पर पूर्व ‘सड़क’ मंत्री, शायद यह ‘सड़क’ दिल्ली ही ले जाये….

नैनीताल, 29 अगस्त 2018। नैनीताल के जनजीवन व पर्यटन की धुरी लोवर माल रोड के नैनी झील में समाने और अपर माल रोड पर भी खतरा मंडराने की स्थिति ने विपक्ष को मुद्दा थमा दिया है। यहां तक कि कुछ नेताओं को माल रोड 2019 में दिल्ली ले जाने वाली भी नज़र आने लगी है। इधर जहाँ 18 अगस्त को लोवर माल रोड के धंसने के 10 दिन बाद भी सत्तारूढ़ भाजपा के सांसद-विधायक, प्रभारी मंत्री आदि कोई भी मौके पर नहीं पहुंचे हैं। वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के किसी भी स्थानीय नेता की ओर से इस मामले में विज्ञप्ति जारी करने की औपचारिता भी नहीं निभाई गयी है। अलबत्ता आम आदमी पार्टी ने अपर माल से गुजरने वाली सीवर लाइन पर भी खतरे को रेखांकित किया है।

सत्तारूढ़ दल के साथ ही नगर के कांग्रेसियों की अब तक इस मुद्दे पर रही चुप्पी से इतर बुधवार को पूर्व सड़क (लोनिवि) मंत्री डॉ. इंदिरा हृदयेश हल्द्वानी से आकर नगर के कांग्रेसियों को साथ लेकर सड़क पर बैठीं। उन्होंने इस मुद्दे पर नगर के कांग्रेसियों से आगामी 15 सितंबर तक सड़क दुरुस्त न होने पर क्रमिक अनशन करने का आह्वान किया, तथा स्वय आगामी 16 सितंबर से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में यह मामला उठाने की बात कही।

इस अवसर पर उन्होंने इस बात पर हैरत जताई कि स्वयं को डबल इंजन की सरकार कहने वाली सरकार के पास माल रोड की मरम्मत के लिये 58 लाख रुपये नहीं हैं। कहा कि ऐसे दैवीय आपदा के तात्कालिक कार्यों के लिए टेंडर आदि की प्रक्रिया नहीं अपनायी जाती है। अब तक कार्य पूरे हो जाने चाहिए थे। फिर भी सरकार को 15 दिन का समय दे रही हैं। कहा कि सरकार तत्काल विशेषज्ञों को भेजकर अपर माल रोड को भी देखे। लोवर माल रोड के ध्वस्त होने से पहले ही सीजन में आवागमन की अनेक बाधाओं के बाद नगर का पर्यटन पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। उन्होंने सरकार पर रोजगार देने की जगह वैकल्पिक व्यवस्था किये बिना नगर के लोगों का रोजगार छीनने का आरोप भी लगाया। प्रदर्शन में खासकर नगर के लोगों व कार्यकर्ताओं की कम उपस्थिति के कारण उन्हें कहना पड़ा कि यह सांकेतिक प्रदर्शन हैं। कार्यक्रम केवल कांग्रेस का नहीं, नगर के आम जन-पर्यटन से जुड़े लोगों का भी है। अन्य बाहरी वक्ताओं ने भी नैनीताल के कार्यकर्ताओं व आम लोगों, पर्यटन व्यवसायियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी भी जताई। इस मौके पर महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य, पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र पाल, सतीश नैनवाल, मारुति साह, सैयद नदीम मून, रईश भाई, जेके शर्मा, दयाल आर्य, मुन्नी तिवारी, खष्टी बिष्ट, त्रिभुवन फर्त्याल, मुकेश जोशी, भावना नौलिया, पुष्कर मेहरा, राहुल छिमवाल आदि ने भी विचार रखे।

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-नारायन्स के सामने करीब 30 मीटर हिस्से में पूर्व में आयी दरारों के मद्देनगर लगाये गये बैरियर

मंगलवार को अपर माल पर बैरियर लगाते यातायात उप निरीक्षक उमाकांत मिश्रा।

नैनीताल, 28 अगस्त 2018। लोवर माल रोड के एक हिस्से के गत 18 व 25 अगस्त को नैनी झील में समाने के बाद प्रशासन अब अपर माल के प्रति भी संवेदनशील नगर आ रहा है। अपर माल पर नारायन्स के पास वर्षों से आ रही दरारों को लोनिवि पूर्व में लोवर माल की तरह ही दीवारों की मरम्मत की जगह दरारों में कोलतार भरकर मरम्मत करता रहा है, जबकि मंगलवार को इस पर करीब 30 मीटर के क्षेत्र में सड़की की आधी चौड़ाई में बैरियर लगा दिये हैं। यातायात उप निरीक्षक उमाकांत मिश्रा ने मंगलवार को सहयोगी यातायात पुलिस कर्मियों के साथ अपराह्न में बैरियर लगाये। कहा कि इस क्षेत्र में रिक्शे सहित दोपहिया-चार पहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है, ताकि आगे कोई अनहोनी न होने पाये।

लोअर माल रोड के धंसाव के क्या कारण हो सकते हैं ?

25 अगस्त को धंसी लोवर माल रोड

मेरी समझ से लोअर माल रोड पर धंसाव के ही ठीक ऊपर वर्षों से सीवर लाइन का बरसात में उफनना और अपर माल पर पानी का ठीक प्रवाह न होने से सड़क पर तालाब बनना और पानी के इसी स्थान पर अपर से लोवर माल रोड पर ऊंचाई से गिरना कुछ प्रमुख कारण हैं। साथ ही ‘आहार-विहार’ वाले भवन के पीछे की नाली अतिक्रमण की भेंट चढ़ गई है। इस कारण भी पानी जमीन में जा रहा है। अलबत्ता इतिहास में संभवतया पहली बार सिचाई विभाग ने सरकार से मिले धन से नगर के अधिकांश नालों में पड़े नालों की सफाई की है। धंसे स्थान के ऊपर के 2-3 सभी नाले भी साफ नजर आ रहे हैं।
धंसाव का एक अन्य प्रमुख कारण यह भी है कि लोवर माल में दरार दिखने पर लोनिवि ने मरम्मत के तौर पर आधार दीवारों की मरम्मत की जगह दरारों में गर्म कोलतार भरा, जो फ़टी धरती को जोड़ने की जगह पिघलकर दरार को और चौड़ा करता गया, और आखिर लोवर माल झील में समा गई। और भी कुछ कारण हो सकते हैं..

आपके अनुसार क्या कारण हो सकते हैं ? नीचे कमेंट  बतायें….

ध्वस्त लोवर माल रोड की ‘त्रिस्तरीय सुरक्षा युक्त’ मरम्मत का रास्ता साफ, 4 को खुलेगी ई-निविदा

नैनीताल, 25 अगस्त 2018। बीती 18 अगस्त और इधर 25 अगस्त की रात्रि दो बार धंस कर नैनी झील में समाई लोवर माल रोड के नव निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया लगता है। शासन से मार्ग निर्माण के लिये संयुक्त सचिव के स्तर से हरी झंडी मिल गयी है। इसके बाद मार्ग निर्माण के लिये पानी में निर्माण कार्यों की दक्षता युक्त संस्थाओं से निविदाएं भी आमंत्रित कर ली गई हैं, जो कि आगामी 4 सितंबर को खुलेंगी, और इसके तत्काल बाद काम शुरू होने की उम्मीद है। लोनिवि के अभियंताओं ने बताया नया मार्ग तीन स्तरों की सुरक्षा वाला होगा। हर स्तर पर झील में 2-2 फिट की दूरी पर GI यानी Galvanised Iron के पाइप डाले जाएंगे, एवं उनके बीच में जिओ पदार्थ के रूप में रेत के कट्टे पानी को दबाव को झेलने के लिये डाले जाएंगे। वहीं सड़क की ऊपरी सतह पर लोहे की प्लेट डाली जाएंगी। इसके अलावा इधर जल संस्थान से ग्रांड होटल के सामने चोक होकर उफनने वाली सीवर लाइन को दुरुस्त करने को कह दिया गया है। साथ ही इसके पास की नाली पर अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी तैयारी की जा रही है।

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नैनीताल, 25 अगस्त 2018। शनिवार 25 अगस्त की देर रात्रि लोवर माल रोड का पूर्व में धंसे हिस्से पर एक बार फिर बड़ा भूधंसाव हो गया। इसके बाद लोवर माल रोड की चौड़ाई नाली सहित करीब 3 फिट ही रह गयी है। कारण, फिर वही पुराना, अपर माल रोड पर जल और सीवर भराव। प्रशासन की इस निष्क्रियता के कारण अब खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ेगा। नैनीताल पुलिस ने अपर माल रोड पर भी खतरा बढ़ा हुआ भांप कर एक बार में 10 वाहनों को ही माल रोड से गुजारने और बाहर से आने वाले वाहनों को नगर से बाहर ही हनुमानगढ़ी व टूटा पहाड़ के पास रोककर 5-5 के समूह में भी भेजने की नयी यातायात व्यवस्था शुरू कर दी है। साथ ही नगरवासियों से चार पहिया वाहनों से कम से कम निकलने की अपील की है।

इस कारण फिर धंसी लोवर माल रोड
उल्लेखनीय है कि शनिवार 25 अगस्त को नैनीताल में भारी बारिश हुई। इससे पहले से धंसी लोवर माल रोड के ठीक ऊपर अपर माल पर ग्रांड होटल के सामने हमेशा की तरह सीवर लाइन उफनती रही। इससे निकली सीवर की गंदगी व बारिश का पानी भी हमेशा की तरह यहीं सड़क पर फैला और उफनकर पहले से धंसी लोवर माल के बचे हिस्से पर ऊंचाई से गिरता रहा। फलस्वरूप रात्रि में लोवर माल रोड एक बार फिर धंसकर नैनी झील में समा गयी।

अब यह है नया यातायात का प्लान
नैनीताल पुलिस ने रविवार 26 अगस्त से नगर में नया यातायात प्लान शुरू कर दिया है। इसके तहत बाहर से आने वाले वाहनों को हल्द्वानी रोड पर हनुमानगढ़ी व भवाली की ओर से आने वाले वाहनों को टूटा पहाड़ के पास रोका जाएगा। यहां से आगे केवल पांच वाहनों को ही रोक-रोककर आगे लोवर माल रोड से इंडिया होटल तक भेजा जाएगा। इंडिया होटल से अपर माल पर केवल 10 वाहनों को ही आगे भेजा जाएगा, और उनके मल्लीताल रिक्शा स्टेंड से आगे पहुंचने पर ही अगले 10 वाहनों को माल रोड पर भेजा जाएगा। इसी तरह मस्जिद तिराहे से भी 10 वाहनों को ही राजभवन रोड पर भेजा जाएगा। इसी तरह वाहन बढ़ने पर कालाढुंगी रोड से आने वाले वाहनों को भी बारापत्थर पर रोका जाएगा।

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-शासन को भेजा 58 लाख रुपए का प्रस्ताव, सप्ताह भर बाद भी शुरू नहीं हो सके हैं मरम्मत के कार्य
नैनीताल, 23 अगस्त 2018। बीती 18 अगस्त को नैनी झील में समाई लोवर माल रोड की मरम्मत के कार्य करीब एक माह लटक सकते हैं। लोनिवि ने इसकी मरम्मत के लिए 58 लाख रुपए का प्रस्ताव तैयार किया है, जो कि अधिक बड़ी धनराशि होने की वजह से प्रस्ताव को शासन में भेजा गया है। शासन की स्वीकृति के बाद निविदा प्रक्रिया अपनाई जाएगी, और इसके बाद निर्माण कार्य प्रारंभ होगा। इस प्रकार सड़क के दुरुस्त होने में करीब 1 माह का समय लगने की उम्मीद जताई जा रही है। इस कारण ही करीब एक सप्ताह बीतने तक कोई कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया है।
उल्लेखनीय है कि शुरू में झील में समाई सड़क की जगह वैली ब्रिज बनाने की बात हुई थी, जोकि भूवैज्ञानिकों के सर्वेक्षण के बाद खारिज हो गयी। इसके बाद लोनिवि प्रांतीय खंड ने रेत के कट्टे भरकर झील की ओर डालने, दीवारों में पानी के रिसाव को झील में पहुंचाने के लिए पाइप डालने और ऊपरी सतह पर पुल की तरह लोहे की प्लेटें डालकर अपेक्षित मजबूत सड़क बनाने का करीब 58 लाख रुपए का प्रस्ताव तैयार किया है। अधिशासी अभियंता सीएस नेगी ने बताया कि प्रस्ताव शासन में पहुंच गया है। इस पर मंडलायुक्त के स्तर से भी शासन में पहल हो रही है। विभागीय कर्मी भी शासन में फाइलें दौड़ा रहे हैं। 2-3 दिन में शासन से स्वीकृति मिलने की उम्मीद है।

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नैनीताल, 18 अगस्त 2018। सरोवर नगरी की ऐतिहासिक लोवर माल रोड का करीब 20 मीटर हिस्सा पर्यटन कार्यालय के पास शनिवार शाम ढहकर नैनी झील में समा गया है। उल्लेखनीय है कि इस हिस्से में पिछली 28 जुलाई से दरार आ गयी थी। खास बात यह भी है कि तब से सड़क के धंसाव की नीचे से काई मरम्मत करने के बजाय इसकी दरार में हर दूसरे-तीसरे दिन तारकोल व सीमेंट कंक्रीट का मसाला भरा जा रहा था। इधर शनिवार को भी सुबह से ही इसकी मरम्मत चल रही थी। बावजूद शाम को 6-7 इंच की दरार दिखने लगी थी।

इधर करीब साढ़े पांच-पौने छह बजे के बीच जब मजदूर मरम्मत कार्य में लगे हुए थे, तभी इस पर कुछ हरकत का आभास होने लगा। कुछ लोग इसका वीडियो भी बनाने लगे, और देखते-देखते माल रोड करीब 20 मीटर चौड़ा और करीब 6-7 फिट चौड़ा हिस्सा रेलिंग सहित झील में समा गया। करीब छह माह पूर्व फरवरी-मार्च माह में भी धंसाव होने के बाद लोवर माल रोड की मरम्मत की गयी थी।

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खतरा टालने को चाहिए 40 करोड़ रुपये
आइआइटी विशेषज्ञों की रिपोर्ट के सुझावों के अनुसार माल रोड का खतरा न्यूनतम करने के लिए लोनिवि ने प्रस्ताव तैयार किया है। करीब डेढ़ सौ मीटर रोड के हिस्से को दुरुस्त करने के लिए आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों की रिपोर्ट में दिए सुझावों के आधार पर लोनिवि ने करीब 40 करोड़ रुपए का आगणन प्रस्ताव तैयार कर जुलाई माह में शासन को भेजा है। इसमें लोअर के साथ ही अपर माल रोड में लोहे के पाइप डालकर सीमेंट-कंक्रीट भरना सहित अन्य सुरक्षात्मक कार्य होने हैं।
सीवर लाइन का उफनना व जल भराव
नैनीताल। कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस स्थान पर हमेशा से भूधंसाव है। इसके साथ ही इस स्थान पर माल रोड में होने वाला जल भराव तथा सीवर लाइन का उफनना भी बड़ा कारण है। माना जा रहा है जल भराव के कारण सड़क की नीव लगातार कमजोर होती रही, किंतु जल भराव की समस्या को दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाये गये। लोनिवि के अधिशासी अभियंता सीएस नेगी ने कहा कि मंडलायुक्त की अध्यक्षता वाली हिल साइड सेफ्टी कमेटी के संज्ञान में भी यह मामला लाया गया है।

वैली ब्रिज बनेगा
नैनीताल। लोनिवि के अधिशासी अभियंता सीएस नेगी ने बताया कि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत भूस्खलन के स्थान पर वैली ब्रिज बनाया जाएगा। लालकुआ में करीब 150 फिट लंबाई का वैली ब्रिज उपलब्ध है। इसे यहां रविवार से ही लगाने का प्रयास किया जाएगा।

मल्ली से तल्ली आने को राजभवन के रास्ते आना होगा, शाम को बंद नहीं होगी माल रोड
नैनीताल। लोवर माल रोड पर भूस्खलन होने के बाद पुलिस ने भी यातायात का वैकल्पिक प्लान शुरू कर दिया है। एएसपी हरीश चंद्र सती ने बताया कि तल्लीताल से मल्लीताल की ओर जाने वाले वाहन अपर माल रोड से होकर गुजरेंगे, जबकि मल्लीताल से तल्लीताल आने के लिए मस्जिद तिराहे से डीएसबी कॉलेज, राजभवन, जिला कलक्ट्रेट के रास्ते जाना होगा। इसके साथ ही सड़क के ठीक होने तक माल रोड शाम को वाहनों के आवागमन के लिए बंद नहीं रहेगी।

चुंगी वसूलने के लिए किया अपर माल पर यातायात की दिशा !
नैनीताल। सामान्यतया अपर माल पर वाहन मल्लीताल से तल्लीताल की ओर चलते हैं, और लोवर माल रोड से तल्लीताल से मल्लीताल की ओर चलते हैं। किंतु लोवर माल रोड के ध्वस्त होने के बाद अपर माल रोड पर पहले के उल्टे तल्लीताल से मल्लीताल की ओर वाहनों का आवागमन करने की व्यवस्था पुलिस द्वारा की गयी है। इस पर नगर में चर्चा है कि लेक ब्रिज चुंगी के ठेकेदार के हितांे का ध्यान रखते हुए उसे लाभ पहुंचाने के लिए अपर माल पर यातायात की दिशा पलटी गयी है।

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