नवीन समाचार, हल्द्वानी, 17 अगस्त 2023। डीएम वंदना ने गुरुवार को डीएम कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में नैनीताल के मेट्रोपोल (Metropole) परिसर में प्रस्तावित स्मार्ट पार्किंग और नैनीताल के 7 जंक्शनों व 63 आंतरिक सड़कों के सुदृढ़ीकरण हेतु तैयार डीपीआर के संबंध में लोनिवि नैनीताल के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में लोनिवि के अधिकारियों ने बताया कि मेट्रोपोल में लगभग 2.67 हेक्टयर भूमि पर 20 करोड़ की लागत से 500 चौपहिया व 200 दोपहिया वाहनों को खड़ा करने की क्षमता युक्त स्मार्ट पार्किंग का निर्माण किया जाएगा।
यहां स्मार्ट पार्किंग के साथ ही यातायात को नियंत्रित करने हेतु रिंग रोड का भी प्रावधान रखा गया है। साथ ही पार्किंग का डिजाइन पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसके अलावा नगर में 26 करोड़ की लागत से नगर के यातायात को अवरुद्ध करने वाले 7 जंक्शनों और 57 किलोमीटर लंबाई की 63 सड़कों का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। इनमें मल्लीताल रिक्शा स्टेंड, एसबीआई तिराहा, मस्जिद तिराहा, तल्लीताल बस स्टैंड, मन्नू महारानी चौराहा, फाँसी गधेरा, ठंडी सड़क व चीना बाबा चौराहे शामिल हैं।
बैठक में जिलाधिकारी ने लोनिवि के अधिशासी अभियंता रत्नेश सक्सेना को प्रथम चरण में तल्लीताल चौराहे एवं रैमजे रोड के सुधारीकरण एवम सौंदर्यीकरण कार्य को मानसून अवधि के तत्काल बाद शुरू कराने के निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने बैठक में सभी संबंधित डीपीआर का अनुमोदन कर धनराशि आवंटन हेतु शासन को एक सप्ताह में भेजे जाने के निर्देश दिए।
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यह भी पढ़ें : ब्रेकिंग: शत्रु संपत्ति-मेट्रोपोल (Metropole) क्षेत्र से हटी धारा 144 व जीरो जोन, जानें कितना क्षेत्र खाली हुआ, क्या बनेगा ?
नवीन समाचार, नैनीताल, 24 जुलाई 2023। नैनीताल के पिछले काफी दिनों से चर्चा में रहे शत्रु संपत्ति-मेट्रोपोल (Metropole) क्षेत्र से सोमवार को प्रशासन की ओर से धारा 144 व पुलिस की ओर से जीरो जोन क्षेत्र की घोषणा हटा ली गई है। इसके साथ मस्जिद तिराहे से मेट्रोपोल होते हुए चीना बाबा चौराहे के लिए वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है, और क्षेत्र में 5 से अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध हट गया है। देखें वीडिओ :
एसडीएम राहुल शाह ने इसकी पुष्टि की है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि शत्रु संपत्ति-मेट्रोपोल क्षेत्र में 1.8 एकड़ यानी करीब 38 नाली भूमि से अतिक्रमण हटाया गया है और इसे समतल मैदान बना दिया गया है। आगे इस मैदान में 500 से 700 वाहनों की पार्किंग की जा सकती है। साथ ही मस्जिद तिराहे से मेट्रोपोल होते हुए चीना बाबा चौराहे के लिए जाने वाली सड़क को चौड़ा किया जा सकता है।
इधर बताया गया है कि शत्रु संपत्ति-मेट्रोपोल के अतिक्रमित क्षेत्र में काबिज अधिकांश लोग कालाढुंगी, स्वार, रामपुर व मुरादाबाद की ओर चले गए हैं। जबकि यहां बचे लोग अपने रिश्तेदारों का यहां शरण लिए हुए हैं। उन्हें किराये पर कमरे नहीं मिल पा रहे हैं।
वहीं प्रशासनिक कार्रवाई के बाद नगर के अन्य सरकारी भूमि पर काबिज लोगों में भी हड़कंप मचा हुआ है। लोग आशंकित हैं कि अब प्रशासन उन्हें भी बेदखल कर सकता है। वहीं शत्रु संपत्ति-मेट्रोपोल क्षेत्र से हटे लोगों के अन्य क्षेत्रों सरकारी भूमियों पर अतिक्रमण की संभावना भी जताई जा रही है।
(डॉ. नवीन जोशी)आज के अन्य एवं अधिक पढ़े जा रहे ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। यदि आपको लगता है कि ‘नवीन समाचार’ अच्छा कार्य कर रहा है तो हमें सहयोग करें..यहां क्लिक कर हमें गूगल न्यूज पर फॉलो करें। यहां क्लिक कर यहां क्लिक कर हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से, हमारे टेलीग्राम पेज से और यहां क्लिक कर हमारे फेसबुक ग्रुप में जुड़ें। हमारे माध्यम से अमेजॉन पर सर्वाधिक छूटों के साथ खरीददारी करने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : शत्रु संपत्ति-मेट्रोपोल (Metropole) कंपाउंड क्षेत्र में चलने लगे बुल्डोजर…
नवीन समाचार, नैनीताल, 22 जुलाई 2023। उत्तराखंड उच्च न्यायालय से राहत न मिलने के बाद नगर के शत्रु संपत्ति-मेट्रोपोल (Metropole) कंपाउंड क्षेत्र में प्रशासन का ध्वस्तीकरण अभियान पूरे जोर से शुरू हो गया है। नैनीताल जनपद ही नहीं, कुमाऊं परिक्षेत्र के अन्य जनपदों से भी आए पुलिस बलों की मौजूदगी में छावनी में तब्दील किए गए पूरे क्षेत्र के बीच प्रशासन ने बेहद सावधानी के साथ क्षेत्र में 10 बुल्डोजर उतार दिए, जो यहां बने घरोंदों को ध्वस्त करने में जुट गए। यह भी पढ़ें : (Enemy Property) शत्रु संपत्ति मेट्रोपोल कंपाउंड के मामले में हाईकोर्ट से आई नई अपडेट… देखें वीडियो:
4 एसडीएम ने 4 सेक्टरों में बांटकर मैदान में तब्दील कर दिए घर
नैनीताल। ध्वस्तीकरण के लिए पूरे शत्रु संपत्ति-मेट्रोपोल कंपाउंड क्षेत्र को चार एसडीएम-नैनीताल के राहुल शाह, कोश्याकुटौली के परितोष वर्मा, हल्द्वानी की ऋचा सिंह व धारी के एसडीएम योगेश मेहरा को चार सेक्टरों को बांटकर दिया गया। इस दौरान 10 जेसीबी और हर सेक्टर में 10-10 विभागीय कर्मी और 25-25 मजदूरों ने अतिक्रमणकारियों को न केवल मलबे बल्कि रोंदकर मैदान में तब्दील कर दिया। इस दौरान घरों को इस तरह ध्वस्त होते देख रहे लोगों की आंखों में आंसू स्पष्ट तौर पर नजर आ रहे थे। लोग कहते सुने जा रहे थे, घोंसला तो किसी चिड़िया का भी नहीं टूटना चाहिए। इस दौरान एकमात्र माया देवी नाम की महिला का सामान दो कमरे के ताला लगे घर में बंद पड़ा था। माया देवी यहां नहीं थी। इस पर एसडीएम ने उसे फोन कर उसका सामान ताला तोड़कर निकलवाया और नगर पालिका में जमा करवा दिया। मौके पर जिला विकास प्राधिकरण के सचिव पंकज उपाध्याय, एसडीएम गौरव चटवाल, एसपी सिटी डॉ. जगदीश चंद्रा, सीओ विभा दीक्षित, भूपेंद्र धौनी, पालिका के ईओ आलोक उनियाल मौजूद रहे। यह भी पढ़ें : तो तय हुआ शत्रु संपत्ति मेट्रोपोल कंपाउंड (Metropole) में बेदखली-ध्वस्तीकरण का प्रशासनिक कार्यक्रम ! उस ओर वाहनों पर प्रतिबंध, निषेधाज्ञा भी लगी…
इससे पहले उत्तराखंड उच्च न्यायालय से शुक्रवार को राहत न मिलने के बाद से ही क्षेत्रवासियों ने एक तरह से आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके बाद से जुटकर अधिकांश लोगों ने अपने घरों को न केवल खाली कर दिया है। बल्कि अपने घरों की छतों की टिनों को भी हटा दिया था। यह कार्य क्षेत्र में कमोबेश पूरी रात्रि चला है। पूरी रात्रि लोग जो बच सके, उसे बचाने की जुगत में जुटे रहे, जबकि शनिवार सुबह करीब आठ बजे से शुरू हुए अभियान के बाद भी लोग अपना सामान बचाने की कोशिश में लगे रहे। वहीं प्रशासन भी इस दौरान घरों पर घरों पर लाल पेंट के काटे के निशान लगाता रहा। यह भी पढ़ें : प्रशासन ने बताया क्यों हटाया अतिक्रमण (Atikraman) और ध्वस्तीकरण के बाद क्या बनेगा शत्रु सम्पत्ति मेट्रोपोल में ?
आखिर करीब साढ़े नौ बजे से क्षेत्र में दो बुल्डोजर उतार दिए गए जो लोेहे के पंजों से घरों को गाजर-मूली की तरह ध्वस्त करने लगे हैं। लेकिन इस दौरान किसी तरह का प्रतिरोध, नोंक-झोंक भी देखने को नहीं मिली। अलबत्ता लोग आखिर तक अपने घरों के पौधों, एल्बमों व मंदिर आदि को भी टूटे घरों से बाहर लाते देखे गए। गौरतलब है कि क्षेत्र में 134 चिन्हित परिवारों में से करीब 102 मुस्लिम व 32 परिवार हिंदू बताए गए हैं। यह भी पढ़ें : नैनीताल Atikraman : हाईकोर्ट के आदेश के बाद जानें कैसे हैं शत्रु संपत्ति-मेट्रोपोल कंपाउंड क्षेत्र में हालात
वहीं, मौके पर पुलिस प्रशासन के साथ ही नगर पालिका नैनीताल, नगर निगम हल्द्वानी के साथ ही राजस्व, विद्युत व पेयजल, अभिसूचना व अग्निशमन के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की बीडी पांडे जिला चिकित्सालय की टीम भी किसी भी तरह की आपात स्थिति के लिए तैयार नजर आ रही है। अलबत्ता, इस दौरान किसी भी राजनीतिक दल या सामाजिक संगठन के ध्वस्तीकरण का विरोध या समर्थन कर रहे लोग व जनप्रतिनिधि मौके पर नजर नहीं आए।
दूध की गाड़ियों को वापस लौटना पड़ा
ध्वस्तीकरण अभियान के दौरान पुलिस ने शत्रु संपत्ति-मेट्रोपोल कंपाउंड क्षेत्र को ‘जीरो जोन’ घोषित किया गया है। पुलिस की सख्ती का यह आलम भी रहा कि मनु महारानी की ओर से आ रहे आंचल के दो दुग्ध वाहनों को भी नगर में नहीं आने दिया गया। काफी मनुहार करने के बाद भी वाहन नहीं आने दिए गए तो उन्हें रूसी बाइपास से वापस भेज दिया गया। पूरे मल्लीताल क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति भी इस दौरान बाधित रही। नगर में गांवों से दूध-सब्जी लाने वाले वाहनों को भी बारापत्थर में रोक दिया गया। दूधिये भी बारापत्थर से नगर में पैदल आने को मजबूर रहे। स्कूली बच्चों को भी असुविधा का सामना करना पड़ा।
ज्योलीकोट में बनी अस्थायी जेल रही खाली
नैनीताल। प्रशासन ने नगर की शत्रु संपत्ति में किसी तरह के विरोध-प्रदर्शन या निषेधाज्ञा के उल्लंघन पर गिरफ्तार होने वाले लोगों के लिए राजकीय इंटर कॉलेज ज्योलीकोट में अस्थायी जेल बनाई थी। इस कारण वहां बच्चों के लिए छुट्टी घोषित कर दी गई थी। लेकिन कोई विरोध प्रदर्शन न होने के कारण इसकी आवश्यकता ही नहीं पड़ी। उल्लेखनीय है कि ध्वस्तीकरण अभियान के दौरान किसी भी राजनीतिक दल या सामाजिक संगठन के ध्वस्तीकरण का विरोध या समर्थन कर रहे लोग व जनप्रतिनिधि मौके पर नजर नहीं आए।
अन्य क्षेत्रों में अवैध निर्माणों का खतरा
बताया गया है कि काफी लोग कालाढुंगी रोड से कालाढुंगी, स्वार-रामपुर की ओर चले गए हैं, जबकि बड़ी संख्या में लोग नगर के रुकुट कंपाउंड, सैनिक स्कूल, चार्टन लॉज, बीडी पांडे जिला चिकित्सालय के आवासों की ओर और सीआरएसटी इंटर कॉलेज के पीछे की ओर गए हैं। ऐसे में प्रशासन को देखना होगा कि कहीं इन क्षेत्रों में निकट भविष्य में अवैध निर्माण न होने लगें। वहीं कई किराये पर कमरे लेने के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं।
बेघर हुए लोगों में कुछ ऐसे लोग भी बताए जा रहे हैं, जिनकी कई पीढ़ियां इस क्षेत्र में रही हैं। ऐसे लोगों का दर्द आंसुओं के साथ बार-बार छलकता भी देखा जा रहा है। वह उन लोगों को भी कोस रहे हैं जिन्होंने अत्यधिक संख्या में बाहरी लोगों को यहां बसाने में मदद की। बताया जा रहा है कोरोना काल में यहां सर्वाधिक अवैध निर्माण हुए व निर्माणों की बाढ़ आई जबकि कई हाल में बने नए व दो-तीन मंजिला घर भी टूटते नजर आए।
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नवीन समाचार, नैनीताल, 20 जुलाई 2023। ऐसा लगता है कि प्रशासन ने नगर की शत्रु संपत्ति मेट्रोपोल (Metropole) कंपाउंड में बेदखली-ध्वस्तीकरण का अभियान आगामी 22 जुलाई यानी शनिवार से प्रारंभ करने जा रहा है। इसके लिए पुलिस और प्रशासन दोनों ओर से आईं नई अपडेट्स इसका इशारा कर रही हैं। एक ओर पुलिस ने 22 जुलाई से खास तौर पर मेट्रोपोल कंपाउंड क्षेत्र के दृष्टिगत नयी यातायात योजना घोषित कर दी है, वहीं प्रशासन की ओर से 22 जुलाई से मेट्रोपोल कंपाउंड क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
पुलिस अधीक्षक अपराध एवं यातायात डॉ. जगदीश चंद्र के द्वारा इस संबंध में वीडियो जारी करने के साथ प्रेस विद्यप्ति जारी कर नयी यातायात योजना की जानकारी दी गई है। देखें वीडियो:
नयी योजना के अनुसार 22 जुलाई की सुबह 6 बजे से अग्रिम तिथि यानी जब तक अभियान जारी रहेगा, मस्जिद तिराहा मल्लीताल से मैट्रोपोल होते हुए चीना बाबा तक जीरो जोन रहेगा। यानी इस मार्ग पर वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। इस दौरान कालाढूंगी रोड से अल्मोडा कैंची धाम भवाली जाने वाले समस्त वाहनों को रूसी बाइपास से होते हुए भेजा जायेगा।
वहीं कालाढूंगी रोड़ से नैनीताल शहर को आने वाले वाहनों को बारापत्थर से शेरवुड होते हुए राजभवन की ओर और केवल हाईकोर्ट आने वाले वाहनों को मन्नू महारानी की ओर भेजा जायेगा। दूसरी ओर तल्लीताल से मल्लीताल मन्नू महारानी व हाईकोर्ट आदि जाने वाले वाहनों को घोड़ा स्टैंड से मोहनको होते हुए चीना बाबा चौराहा से मन्नू महारानी की ओर भेजा जायेगा। इस दौरान 23 जुलाई को एचआईएस परीक्षा के अभ्यर्थियों को आकस्मिकता की स्थिति में मस्जिद तिराहा से मेट्रोपोल होते हुए आगे भेजा जायेगा।
वहीं दूसरी ओर परगना मजिस्ट्रेट-एसडीएम राहुल शाह की ओर से गुरुवार को आदेश जारी कर तहसीलदार नैनीताल की 19 जुलाई की आख्या के आधार पर मेट्रोपोल परिसर-शत्रु संपत्ति में अवैध अतिक्रमण को हटाये जाने में किसी भी प्रकार के व्यवधान या अवरोध होने या किये जाने की संभावना को देखते हुए, तथा शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए इस क्षेत्र में 100 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू कर दिए हैं।
इस अवधि में प्रतिबंधित क्षेत्र में डीएम, एडीएम या एसडीएम की पूर्वानुमति के बिना 5 या 5 से अधिक व्यक्ति कोई सार्वजनिक सभा या जुलूस आदि नहीं निकालेंगे और इस क्षेत्र में कोई भी शस्त्र, लाठी-डंडा आदि लेकर नहीं आएंगे और सड़क पर नहीं घूमेंगे। अफवाहें नहीं फैलाएंगे, पर्ची आदि नहीं बांटेंगे। यह आदेश आज 20 जुलाई से कार्य समाप्ति तक लागू रहेंगे। आदेश का उल्लंघन होने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत दंडनीय कार्रवाई की जाएगी।
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यह भी पढ़ें : नैनीताल: शत्रु संपत्ति मेट्रोपोल (Metropole) क्षेत्रवासियों को बेदखली से कोई राहत नहीं….
नवीन समाचार, नैनीताल, 15 जुलाई 2023। नगर के मेट्रोपोल (Metropole) क्षेत्र में बेदखली का अंतिम नोटिस मिलने के बाद 134 परिवारों के सामने स्थान छोड़ने के अलावा कोई स्थायी विकल्प नहीं रह गया है। अलबत्ता क्षेत्रीय लोगों ने बेदखली से बचने के लिए हर संभव आखिरी प्रयास शुरू कर दिए हैं। इस संबंध में आज क्षेत्रीय लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम राहुल शाह से मुलाकात कर राहत देने का अनुरोध किया और इसके बाद दो दिन की राहत मिलने का दावा किया।
जबकि इससे पूर्व भी उन्होंने क्षेत्रीय सभासद गजाल कमाल की अगुवाई में क्षेत्रीय विधायक सरिता आर्य से मिलकर उनसे बरसात के मौसम को देखते हुए न हटाए जाने की गुहार लगाई थी। इस पर विधायक ने भी उन्हें आश्वासन दिया था और प्रशासन से मानवता के नाते फिलहाल राहत देने का अनुरोध किया है। अलबत्ता, पूछे जाने पर एसडीएम राहुल शाह ने बताया कि बेदखली के नोटिसों में दी गई समय सीमा समाप्त हो चुकी है, ऐसे में प्रशासन अपनी कार्रवाई के लिए तैयार है। मौसम ठीक होने पर कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
कोतवाली में बैठक कर दी कानून हाथ में न लेने की नसीहत
नैनीताल। प्रशासन की निकट भविष्य में प्रस्तावित अतिक्रमण हटाने की कायवाही के दृष्टिगत मेट्रोपोल क्षेत्र के लोगो के साथ शनिवार को मल्लीताल कोतवाली परिसर में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में अतिक्रमण की जद में आ रहे लोगो से कानूनी तरीके से प्रशासन के सम्मुख अपनी बात रखने तथा किसी भी प्रकार से कानून अपने हाथ मे न लेने और किसी प्रकार की भ्रामक सूचनाएं सोशल मीडिया आदि के माध्यम से प्रसारित न करने को कहा गया।
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यह भी पढ़ें : नैनीताल: Metropole शत्रु संपत्ति पर हो रहा अवैध मदरसे का निर्माण ! प्राधिकरण में शिकायत…
नवीन समाचार, नैनीताल, 27 जनवरी 2023। जिला व मंडल मुख्यालय में मल्लीताल स्थित मेट्रोपोल (Metropole) होटल की एक शत्रु संपत्ति में अवैध मदरसे का निर्माण किये जाने के मामले में जिला विकास प्राधिकरण से शिकायत की गई है। शिकायत मिलने के बाद इस मामले में प्राधिकरण भी जांच कराने जा रहा है। यह भी पढ़ें : अपडेट : आज निकलेगी दीपक की अंतिम यात्रा…
नगर निवासी उत्तराखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता नितिन कार्की ने इस बारे में जिला विकास प्राधिकरण के सचिव को पत्र लिखकर कहा है मेट्रोपोल होटल की एक शत्रु संपत्ति में अवैध मदरसे के निर्माण के लिए दो-तीन दिन लेंटर डाला गया है। उन्होंने यह मामला संज्ञान में आते ही पूर्व में भी प्राधिकरण को मौखिक रूप से इसकी सूचना दी थी। कहा है कि यह भूमि शत्रु संपत्ति है। यह भी पढ़ें : विधायक को गाजर मूली की तरह काटकर जान से मारने की धमकी
यह सूचना दिए जाने के बावजूद भी वहां अवैध रूप से मदरसे का निर्माण किया जा रहा हैं, जो बहुत गंभीर विषय है।लिहाजा उन्होंने इस मामले में इस विषय को अति संवेदनशील विषय बताते हुए इस पर उचित कार्यवाही करने का अनुरोध किया है।
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यह भी पढ़ें : (Metropole) मेट्रोपोल शत्रु संपत्ति पर अतिक्रमणकारियों को राहत नहीं, याचिका निस्तारित
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 25 मई 2022। उत्तराखंड उच्च न्यायालय की वरिष्ठ न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी व न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की खंडपीठ ने ने नैनीताल के मेट्रोपोल शत्रु संपत्ति पर अतिक्रमण करने वालों को कोई राहत नहीं दी है। खंडपीठ ने अतिक्रमणकारियों की याचिका पर सुनवाई करते हुए अंतिम रूप से निस्तारित भी कर दिया है, और अतिक्रमणकारियों को नोटिस देने को कहा है।
सुनवाई के दौरान मुख्य स्थायी अधिवक्ता सीएस रावत ने कहा कि जिला प्रसाशन ने शत्रु सम्पति पर 128 अतिक्रमणकारियों को चिन्हित किया है। इनके पास कोई वैध कागजात नहीं हैं। याचिका दायर करने वाला व्यक्ति भी स्वयं अतिक्रमणकारी है, लिहाजा वह जनहित याचिका दायर नहीं कर सकता है। इसलिए जनहित याचिका को निरस्त किया जाये।
दूसरी ओर याचिकाकर्ता मेट्रोपोल कम्पाउंड निवासी मोहम्मद फारूक की ओर से कहा गया कि वह यहाँ कई वर्षों से रह रहे है। उन्हें बिना सुने न हटाया जाए। लेकिन अगर वह अतिक्रमणकारी पाए जाते हैं तो वह हटने को तैयार हैं। इसलिए उन्हें नोटिस देकर सुना जाये। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री से शिकायत के बाद नैनीताल स्थित (Metropole) शत्रु संपत्ति पर डीएम ने साफ की स्थिति
कहा-अवैध तरीके से रह रहे लोगों को हटाया जाएगा, बुल्डोजर चलाने से डीएम का इंकार
डॉ. नवीन जोशी @ नवीन समाचार, नैनीताल, 12 मई 2022। नैनीताल स्थित करोड़ो रुपए मूल्य की मेट्रोपोल स्थित शत्रु संपत्ति में अवैध तरीके से रह रहे लोगों की प्रशासन जांच कर रहा है। डीएम ने इस स्थान पर एक विशेष समुदाय के लोगों के कथित अवैध कब्जे की प्रधानमंत्री को शिकायती पत्र भेजे जाने के बाद एसडीएम नैनीताल को जांच सोंपी थी। इसके बाद डीएम ने कहा कि जांच अभी भी चल रही है। बिना प्रपत्रों के रह रहे लोगों को यहां से हटाया जाएगा। अलबत्ता उन्होंने यहां बुल्डोजर चलाए जाने से इंकार किया।
उल्लेखनीय है कि नगर के अधिवक्ता नितिन कार्की द्वारा गत 18 अप्रैल को प्रधानमंत्री को भेजे गए पत्र की कड़ी में की गई है, जिसमें शत्रु संपत्ति पर अधिकतम स्वार, रामपुर, दड़ियाल, टांडा व मुरादाबाद से आए लोगों द्वारा कब्जा किए जाने और इनमें से कुछ के बांग्लादेशी या रोहिंग्या मुसलमान होने की भी संभावना जताई गई थी। इसके पीछे कोई शडयंत्र होने की आशंका भी जताते हुए अवैध कब्जों को रोकने की भी मांग की गई थी।
जिन्ना के मित्र थे पूर्व राजा महमूदाबाद और प्यारे थे अमीर, मुहम्मद बिन तुगलक ने जागीर में दी थी संपत्ति
नैनीताल। बताया जाता है कि आजादी से पूर्व अवध रियासत के सबसे बड़े जमींदार राजा महमूदाबाद मोहम्मद अमीर अहमद खान पाकिस्तान के संस्थापक ‘कायदे आजम’ मोहम्मद अली जिन्ना के बेहद करीबी मित्र और मुस्लिम लीग के सक्रिय सदस्य थे। उन्हें अंग्रेजों ने भी ‘‘सर’ की उपाधि से नवाजा था। उन्हें बगदाद के खलीफा के मुख्य काजी, काजी नसरुल्लाह का वंशज माना जाता है, जो साल 1316 में दिल्ली सल्तनत के सुल्तान शादिह-उद-दिन ओमर खिलजी के दरबार में बतौर राजदूत भारत आये थे।
बाद में वह मुहम्मद तुगलक की सेना में कमांडर की तरह लड़े। जिसके एवज में उन्हें अवामें इनाम के तौर पर महमूदाबाद रियासत कही जाने वाली बड़ी जागीर दी गयी। 1957 में राजा मोहम्मद अमीर अहमद खान पाकिस्तान चले गये थे, ऐसे में सरकार ने उनकी करीब 20 हजार करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति को ‘‘शत्रु संपत्ति’ घोषित कर कब्जे में ले लिया। 1973 लंदन में उनके निधन के बाद अपनी मां रानी कनीज आबिद के साथ भारत में ही रहे उनके पुत्र मोहम्मद अमीर मोहम्मद खान ने अपनी संपत्ति को वापस लेने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ी।
16 जुलाई 1984 को उन्होंने सिविल जज लखनऊ के न्यायालय में उत्तराधिकार का एक मुकदमा दायर किया। न्यायालय ने 8 जुलाई, 1986 को राजा महमूदाबाद को कुछ संपत्तियों का उत्तराधिकारी घोषित किया।इसी बीच राजा ने मुंबई में भी अपनी संपत्तियों पर कब्जा पाने के लिए याचिका दायर की, जिस पर मुंबई हाईकोर्ट ने 2002 में राजा के पक्ष में निर्णय दिया। इसी बीच यूपी के संबंध में मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। सुप्रीम कोर्ट ने 2004 में राजा के पक्ष में फैसला दिया कि राजा की जो संपत्ति शत्रु संपत्ति घोषित की गई है, उसे राजा मोहम्मद अमीर खान को सौंप दी जाए। इसके बाद राजा ने सभी संपत्तियों पर 2005 तक कब्जा ले लिया।
इस पर प्रदेश सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दायर की और केंद्र सरकार ने 2010 में शत्रु संपत्ति पर कब्जा बरकरार रखने के लिए एक अध्यादेश जारी कर दिया, जिससे मामला फिर उलझ गया। मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने अध्यादेश को कानून में परिवर्तितत करने के लिए शत्रु संपत्ति (संशोधन एवं पुनपरुष्टिकरण) विधेयक 2010 को संसद से पारित कराने का फैसला किया। इससे शत्रु संपत्ति पर सरकारी कब्जा बरकरार रहता।
मुस्लिम सांसदों तथा सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव व भाजपा आदि के विरोध के कारण विधेयक पारित नहीं हो सका था। इधर पिछले वर्ष जनवरी 2016 में केंद्र की एनडीए सरकार ने इस बाबत अध्यादेश भी जारी किया था, जिस पर अब विधेयक भी पारित हो गया था।
राजा अमीर मोहम्मद की संपत्तियां
वर्तमान में राजा महमूदाबाद के वारिस राजा अमीर मोहम्मद खान के कब्जे में नैनीताल के करीब 10 हजार करोड़ रुपये मूल्य के मेट्रोपोल होटल व इससे लगी संपत्तियों के अलावा यूपी के लखनऊ में हलवासिया मार्केट, बटलर पैलेस, कपूर होटल, जहांगीराबाद मेंशन, इमामबाड़े के पीछे का हिस्सा, जामा मस्जिद के पास का इलाका सहित सीतापुर, बाराबंकी व लखीमपुर के अलावा दिल्ली में हजारों करोड़ की संपत्तियां हैं।
नैनीताल में 5.72 एकड़ में बना 40 कमरों का मेट्रोपोल होटल, 12 व 26 कमरों के अन्य आवास, छह सुइट तथा चार व सात कमरों के नवीनीकृत आवास तथा नाले से लगी भूमि पर 116 आवासीय भूमि सहित कुल 8.72 एकड़ भूमि है। इस संपत्ति को पूर्व में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर 30 दिसम्बर 2010 को कब्जेदारों से मुक्त कराकर राजा को सौंप दिया गया था तथा पांच अगस्त 2010 को शत्रु संपत्ति संबंधी कानून में हुए संशोधनों के बाद जिला प्रशासन ने अपने नियंतण में ले लिया था।
देश की आजादी के बाद यह संपत्ति राजा के इकलौते पुत्र राजा अमीर मोहम्मद खान के हिस्से आयी, लेकिन इस पर अनेक लोगों का कब्जा रहा। इनमें से एक प्रमुख श्री लूथरा 1995 तक इसे होटल के रूप में चलाते रहे। वर्ष 2005 में न्यायिक प्रक्रिया के बाद इसे प्रशासन द्वारा शत्रु संपत्ति घोषित कर तथा कब्जे छुड़वाकर राजा के हवाले कर दिया गया, लेकिन बाद में दो अगस्त 2010 को न्यायालय के आदेशों पर इसे वापस जिला प्रशासन ने बतौर कस्टोडियन कब्जे में ले लिया था।
पाकिस्तान के जनक ने यहीं मनाया था अपना दूसरा हनीमून
नैनीताल। 1870 में निर्मित बताये जाने वाले शत्रु संपत्ति मेट्रोपोल में होटल समेत अन्य कोठियों का निर्मित क्षेत्रफल 11375 वर्ग मीटर, रिक्त भूमि व परिसर का क्षेत्रफल 22479 वर्ग मीटर है। सरकारी आकलन के अनुसार इस संपत्ति की अनुमानित कीमत सौ करोड़ के आसपास है। शत्रु संपत्ति में अपने दौर का सबसे बड़ा 41 कमरों का मेट्रोपोल होटल शामिल है। इसी होटल में पाकिस्तान के जनक मोहम्मद अली जिन्ना ने दूसरी शादी करके हनीमून मनाया था। इसका निर्माण मि. रेंडल नाम के अंग्रेज ने किया था। बाद में यह राजा महमूदाबाद की संपत्ति हो गया। यह भी पढ़ें :
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यह भी पढ़ें : ‘निग्वाव गुसैंकि’ जैसी हुई अरबों रुपये की शत्रु संपत्ति की छत की टिन व दरवाजों की चौखटें चोरी !!
नवीन समाचार, नैनीताल, 7 मई 2020। जिला मुख्यालय स्थित अंग्रेजी दौर के बना अरबों रुपये मूल्य की मेट्रोपोल होटल की शत्रु संपत्ति कुमाउनी कहावत ‘निग्वाव गुसैंकि’ यानी जिसका कोई रक्षक-मालिक नहीं होता, जैसी हो गई लगती है। कई बार तो यहां आग लग चुकी है, न जाने कितना अतिक्रमण और अवैध निर्माण हो चुके हैं। पिछले दिनों यहां कुछ लोग अवैध कब्जा कर रहने भी लगे थे। जिला प्रशासन ने इस स्थान को पार्किंग और नगर पालिका ने कूड़े के परिवहन और कूड़ेदानों का डंपयार्ड बना दिया है। वहीं अब यहाँ छत की टिन की चादरें और दरवाजों की चौखटें भी चोरी होने की चर्चाएं आम हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि जल्द इस बारे में जिला प्रशासन को भी सूचित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि डीएम नैनीताल इस शत्रु संपत्ति के कस्टोडियन होते हैं।
अपने दौर का सबसे बड़ा होटल था मेट्रोपोल, यहीं जिन्ना ने मनाया था हनीमून
नैनीताल। नगर के अपने दौर के सबसे बड़े 41 कमरे के मेट्रोपोल होटल का निर्माण मि. रेंडल नाम के अंग्रेज ने किया था। बाद में यह राजा महमूदाबाद की संपत्ति हो गई। देश की आजादी के बाद यह संपत्ति राजा के इकलौते चश्मो-चिराग राजा अमीर मोहम्मद खान के हिस्से आयी, लेकिन इस पर अनेक लोगों का कब्जा रहा। इनमें से एक प्रमुख श्री लूथरा 1995 तक इसे होटल के रूप में चलाते रहे। वर्ष 2005 में न्यायिक प्रक्रिया के बाद इसे प्रशासन द्वारा शत्रु संपत्ति घोषित कर तथा कब्जे छुड़वाकर राजा के हवाले कर दिया गया, लेकिन बाद में दो अगस्त 2010 को न्यायालय के आदेशों पर इसे वापस जिला प्रशासन ने बतौर कस्टोडियन कब्जे में ले लिया था। इसी होटल में पाकिस्तान के जनक मोहम्मद अली जिन्ना ने दूसरी शादी करके हनीमून मनाया था।
लाखों की आय के बावजूद सुरक्षा के कोई प्रबंध नहीं, 2013 में भी हुआ था अग्निकांड
नैनीताल। अरबों रुपये की प्रशासन के कब्जे वाली शत्रु संपत्ति मेट्रोपोल होटल में 26 नवम्बर 2013 की रात्रि भी भीषण अग्निकांड हो गया था, जिसमें होटल के बॉइलर रूम व बैडमिंटन कोर्ट तथा 14 कमरों वाला हिस्सा कमोबेश खाक हो गया था। तब भी होटल में कोई सुरक्षा प्रबंध नहीं थे और इसके बाद भी प्रशासन ने इसकी सुरक्षा के कोई प्रबंध नहीं किये हैं। गौरतलब है कि इस संपत्ति के मैदान को प्रशासन पार्किग के रूप में प्रयोग करता है, जिससे लाखों रुपये की आय भी प्राप्त होती है। लेकिन सुरक्षा के कोई प्रबंध नहीं हैं। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल की शत्रु संपत्ति पर फिर अवैध कब्जों की कोशिश !
नवीन समाचार, नैनीताल, 4 अगस्त 2019। नगर के मेट्रोपोल होटल की शत्रु संपत्ति पर फिर अवैध कब्जे होने की चर्चाएं हैं। यहां कुछ लोगों के रहने की सूचनाएं हैं। यहां लिये गये एक चित्र में शत्रु संपत्ति में के एक घर से रसोई का धुंवा आते एवं बाहर कपड़े सूखते दिखाई दे रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इस शत्रु संपत्ति पर पूर्व में बड़ी संख्या में अवैध कब्जे थे, जिन्हें करीब एक दशक पूर्व हटाया गया था और अवैध कब्जा धारकों को सड़क के नीचे की ओर बसाया गया था। क्षेत्रवासी पवन जाटव का कहना है कि शत्रु संपत्ति के जो भवन कुछ वर्ष पहले खाली करवाए गए थे, उनमें फिर से उसमें कुछ लोगों द्वारा कब्जा करने की कोशिश की जा रही है।
कुछ लोगों के द्वारा पता चला है कि कि उसमें बहुत जल्दी कुछ परिवारों के द्वारा कब्जा किये जाने की संभावना है। ये लोग यहां रेकी कर गये हैं। वहीं कुछ लोग यहां अवैध रूप से रह भी रहे हैं। उन्होंने यहां आग भी जलाए जाने को गंभीर बताते हुए कहा कि पूर्व में मेट्रोपोल होटल में तीन बार आग लग चुकी है, और शत्रु संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है। साथ ही गत दिनों यहां एक शौचालय पर भी कब्जा करने की कोशिश की गयी थी, जिसे प्रशासन के हरकत में आने के बाद नाकाम कर दिया गया था। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
यह भी पढ़ें : नैनीताल में जिला प्रशासन की कस्टडी वाली शत्रु संपत्ति में बारिश-ओलावृष्टि के दौरान लगी भीषण आग, कारण है यह…
-पुराने बिक्री कर कार्यालय भवन में लगी आग, जिला प्रशासन है आग से खाक हुए भवन का कस्टोडियन
नवीन समाचार, नैनीताल, 4 मार्च 2019। जिला-मंडल मुख्यालय नैनीताल में सोमवार शाम मल्लीताल स्थित शत्रु संपत्ति मेट्रोपोल होटल परिसर में देर शाम करीब सात बजे भीषण आग लग गई। आग मुख्य होटल भवन के बजाय इसके पीछ की ओर स्थित लकड़ी के उस भवन की दूसरी मंजिल में लगी जो पूर्व में बिक्री कर विभाग का कार्यालय था, और वर्तमान में इसका कस्टोडियन जिला प्रशासन है। आग बेहद विकराल थी। आग की लपटें पूरे नगर से नजर आ रही थीं। बाद में आग इस दौरान हुई मूसलाधार बारिश व ओलावृष्टि के कारण आसानी के बुझ गयी।
आग चूंकि शत्रु संपत्ति में लगी थी, इसलिये आग लगने की खबर से प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। प्रशासन की ओर से जिला विकास प्राधिकरण के सचिव हरबीर सिंह भी मौके पर पहुंचे, वहीं अग्निशमन और पुलिस महकमे के जवानों ने भी मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में मदद की।
आग नशेड़ियों की हरकत मानी जा रही, आकाशीय बिजली भी कही जा रही
नैनीताल। शत्रु संपत्ति मेट्रोपोल होटल के बारे में लंबे समय से बताया जा रहा है कि यह स्थान स्मैक एवं अन्य नशे करने वालों का अड्डा बना हुआ है। माना जा रहा है कि आग इन्हीं नशेड़ियों के द्वारा लगाई गयी होगी, अथवा किन्हीं अन्य लोगों के द्वारा कड़ाके की ठंड के दौरान आग जली छोड़ देने से आग लगी होगी। क्योंकि जिस भवन में आग लगी है वहां बिजली का कोई संयोजन भी नहीं है। वहीं कुछ लोग आकाशीय बिजली गिरने को भी आग का कारण बता रहे हैं, हालांकि आकाशीय बिजली गिरने जैसी जोरदार आवाज सुनने की पुष्टि कोई नहीं कर रहा है। इसलिए इतना साफ है कि आग किसी बाहरी कारण से ही लगी है। आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।