सप्तााहांत पर कैंची धाम, रानीखेत, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर जाना हो तो जरूर पढ़ कर जाएं, बना नया मास्टर प्लान
नवीन समाचार, नैनीताल, 29 अप्रैल 2023। उत्तराखंड के पांचवे धाम और देश के शिरडी की तरह दूसरे बड़े बाबा धाम की तरह विख्यात हो रहे नैनीताल जनपद के कैंची धाम में लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती जा रही है। कैंची धाम के बारे में अन्य समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
इससे श्रद्धालुाओं के साथ ही पूरे पहाड़ को जाने वाले आम यात्रियों-स्थानीय लोगों को भी समस्याएं हो रही हैं। खासकर रानीखेत क्षेत्र के पर्यटन पर इसका बुरा असर पड़ रहा है। क्योंकि या तो रानीखेत व बेतालघाट जाने वाले सैलानी व लोग उस ओर जा नहीं पा रहे हैं, या उन्हें रामगढ़-क्वारब की ओर से करीब 30-40 किलोमीटर अतिरिक्त चलना पड़ रहा है।
इन समस्याओं के समाधान के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर कुमाऊं परिक्षेत्र के आईजी डॉ. नीलेश आनंद भरणे के प्रयासों से कैंची धाम के लिए नया मास्टर प्लान तैयार किया गया है, जिसे आम दिनों में भी और खासकर सप्ताहांत व श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने पर कैंचीधाम में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने पर लागू किया जाएगा।
डॉ. भरणे ने बताया कि कैंची धाम में स्थित पार्किंग के खाली रहने पर सामान्य दिनों की तरह ही भवाली व कैंची धाम क्षेत्र में पर्यटकों व आम लोगों के वाहन बिना किसी रोकटोक के कैंची धाम की ओर से आ जा सकेंगे और पर्यटकों के वाहनों को कैंची धाम परिसर की पार्किंग में खड़ा कराया जाएगा।
-लेकिन कैंची धाम परिसर की पार्किंग के पैक होने पर कैंची धाम मंदिर से दो किमी पहले भवाली की ओर सड़क किनारे बांयी तरफ चौड़ी जगह पर वाहनों को पार्क कराया जाएगा। वहां से पर्यटकों को मंदिर के लिए पैदल भेजा जाएगा।
-जबकि कैंची धाम परिसर की पार्किंग के साथ भवाली की ओर सड़क किनारे की पार्किंग के भरने पर भीमताल की ओर से कैंची को जाने वाले वाहनों को रामलीला मैदान भवाली में पार्क कराया जाएगा। वहां से कैंची के लिए शटल सेवा चलाई जाएगी।
-नैनीताल व ज्योलीकोट की ओर से कैंचीधाम आने वाले पर्यटकों के वाहनों को भवाली सैनिटोरियम के पास अर्द्धनिर्मित रातीघाट मार्ग पर पार्क कराया जाएगा। वहां से पर्यटकों को शटल सेवा से कैंची धाम पहुंचाया जाएगा।
-अल्मोड़ा से हल्द्वानी जाने वाले हल्के वाहनों को क्वारब से डायवर्ट कर रामगढ़, भवाली, रामगढ़ तिराहा और भीमताल होते हुए हल्द्वानी को भेजा जाएगा। हल्द्वानी से अल्मोड़ा जाने वाले हल्के वाहनों को भीमताल, भवाली, रामगढ़ और क्वारब होते हुए अल्मोड़ा भेजा जाएगा।
-हल्द्वानी से बेतालघाट व रानीखेत जाने वाले हल्के वाहन भवाली तिराहा से कैंची धाम होते हुए जाएंगे। बेतालघाट व रानीखेत से हल्द्वानी आने वाले हल्के वाहन कैंची धाम से भवाली तिराहा, मस्जिद तिराहा भवाली, ज्योलीकोट होते हुए हल्द्वानी जाएंगे।
-हल्द्वानी से चंपावत-पिथौरागढ़ जाने वाले वाहन खुटानी बैंड से डायवर्ट होंगे। अल्मोड़ा से रामनगर, काशीपुर, दिल्ली, देहरादून आदि को जाने वाले वाहनों को खैरना पुल से डायवर्ट कर बेतालघाट होते हुए भेजा जाएगा।
-अल्मोड़ा से आने वाले भारी वाहनों को क्वारब पर रोका जाएगा और हल्द्वानी से आने वाले भारी वाहनों को गौलापार में रोका जाएगा। खैरना व रानीखेत से आने वाले भारी वाहनों को भी खैरना पुल से रानीखेत रोड पर रोका जाएगा। यह वाहन रात्रि 11 बजे से सुबह छह बजे तक ही चलेंगे।
भवाली से कैंची धाम में कुल पार्किंग की उपलब्धता: 960
– कैंची धाम परिसर की पार्किंग में वाहन क्षमता 180
– कैंची धाम से भवाली की ओर चौड़ी सड़क पर वाहन पार्किंग की क्षमता 150
-पनीराम ढाबा कैंची धाम से 1।5 किमी अल्मोड़ा मार्ग की ओर वाहन पार्किंग की क्षमता 50
– भवाली रामलीला मैदान में वाहन पार्किंग की क्षमता -280
– भवाली सेनिटोरियम के पास अर्द्धनिर्मित रातीघाट मार्ग पर वाहन पार्किंग की क्षमता- 300
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