नैनीताल में पढ़ने वाले छात्र ने ऑनलाइन गेम के लिए अपने घर में करा दी 40 लाख की चोरी
नवीन समाचार, चमोली, 3 नवंबर 2024। ऑनलाइन गेमिंग, ट्रेडिंग और महंगे शौकों के कारण एक दसवीं के छात्र ने अपने ही घर में लाखों की चोरी करवा दी। इस चोरी में उसके दो नाबालिग दोस्तों ने साथ दिया। दोनों दोस्त घर की दीवार फांदकर भीतर घुसे और मुख्य दरवाजे का ताला तोड़कर अलमारी से लगभग 40 लाख रुपए के जेवर ले गए।
पुलिस व संबंधितों से प्राप्त जानकारी के अनुसार चोरी का मास्टरमाइंड छात्र नैनीताल के एक बोर्डिंग स्कूल में पढ़ता है। वह अपने दोस्तों का उधार नहीं चुका पा रहा था और उन्हीं में से एक, जिसे उसने 50 हजार रुपए का उधार देना था, को अपने घर में चोरी के लिए भेज दिया। इस दौरान छात्र खुद देहरादून में रहते हुए फोन पर अपने दोस्तों को निर्देश देता रहा। पुलिस ने तीनों को संरक्षण में लेकर बाल सुधार गृह पौड़ी भेजा है।
किरायेदार ने दी थी ताले टूटने की सूचना
पीड़ित महिला ने 31 अक्टूबर को गोपेश्वर थाना पुलिस को सूचना दी कि 27 अक्टूबर को वह अपनी बेटी से मिलने देहरादून गई थी। 30 अक्टूबर को किरायेदार ने उन्हें घर के ताले टूटने की खबर दी। गोपेश्वर पहुंचने पर महिला ने पाया कि मुख्य गेट का ताला टूटा हुआ था और अलमारी से सास के लगभग 40 लाख रुपए के जेवर गायब थे। इस पर पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस उपाधीक्षक संजय गर्ब्याल के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की।
ऐसे की गई जांच और पर्दाफाश
पुलिस टीम ने 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और कई संदिग्धों से पूछताछ की। जांच के दौरान एक टाटा नेक्सान वाहन पर संदेह हुआ। उसके मूवमेंट और नंबर के आधार पर पुलिस ने चोरों का पता लगाया। वाहन में दो किशोर पाए गए जो पीपलकोटी क्षेत्र के निवासी थे। पूछताछ में इन किशोरों ने बताया कि चोरी का मास्टरमाइंड घर का ही छात्र था। इसके बाद पुलिस ने छात्र को देहरादून से चमोली लाकर पूछताछ की, जिसमें उसने पूरी योजना को स्वीकार कर लिया। पुलिस ने सभी जेवरात बरामद कर लिए और चोरी में प्रयोग किए गए वाहन को भी कब्जे में ले लिया है।
चोरी की योजना ऐसे बनाई
छात्र के पिता की मृत्यु हो चुकी है और वह एक कारोबारी परिवार से है। पुलिस अधीक्षक चमोली के अनुसार, छात्र लंबे समय से ऑनलाइन गेमिंग और ट्रेडिंग का शौकीन था, जिसके लिए उसने दोस्तों से पैसे उधार लिए थे। इस कर्ज से छुटकारा पाने के लिए उसने अपने ही घर को निशाना बनाया। उसे पता था कि उसकी मां 29 अक्टूबर को देहरादून जाएंगी, इसलिए उसने इस योजना को अपने दोस्तों के साथ साझा किया और नैनीताल से देहरादून आ गया। देहरादून से उसने फोन पर दोस्तों को पूरी योजना समझाते हुए उन्हें चोरी के लिए निर्देश दिए।
पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा
पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र करन सिंह नगन्याल ने चोरी का पर्दाफाश करने वाली टीम को 10 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
पर्दाफाश करने वाली टीम में शामिल पुलिसकर्मी
थानाध्यक्ष गोपेश्वर कुलदीप रावत, उपनिरीक्षक देवेंद्र पंत, अश्वनी बलूनी, अनिल बिन्जौला, मीता गुसांई, सतेंद्र बुटोला, कांस्टेबल महेंद्र, गिरीश, विवेक, नरेश पाल, रविंद्र सचिन, कृष्णा, संजय पाल, धर्मेंद्र, एसओजी टीम के उपनिरीक्षक प्रमोद खुगशाल, कांस्टेबल अंकित पोखरियाल, आशुतोष तिवारी, राजेंद्र रावत, रविकांत, और यूनुस बेग।