नैनीताल : केक मिक्सिंग के साथ हुई क्रिसमस सेलीब्रेशन की शुरुआत
नवीन समाचार, नैनीताल, 21 नवंबर 2022। ‘केक मिक्सिंग सेरेमनी के साथ मुख्यालय से ‘क्रिसमस सेलीब्रेशन’ की शुरुआत हो गई है। सोमवार शाम नगर के मनु महारानी और नैनी रिट्रीट होटलों में भव्य तरीके से दर्जनों प्रकार के सूखे मेवों को मसालों और अनेकों प्रकार की महंगी मदिरा में मिलाते हुए केक मिक्सिंग की शुरुआत हुई। यह भी पढ़ें : विराट-अनुष्का नैनीताल जनपद के एक सप्ताह के प्रवास से लौटे…
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बताया गया कि आगे इस मिश्रण को करीब एक माह तक फर्मन्टेशन यानी किण्वन प्रक्रिया के तहत रखा जाएगा, और उसके बाद इससे प्लम केक तैयार किये जाएंगे और उन्हें क्रिसमस के मौके पर होटल में आने वाले मेहमानों को परोसा जाएगा। यह भी पढ़ें : रात में गिरी कार, सुबह-सुबह दिखी तो हो चुकी थी कार सवारों की मौत…
मनु महारानी होटल में आयोजित केक मिक्सिंग सेरेमनी में हिंदी फीचर फिल्म डैडी में नजर आ चुकी दक्षिण भारतीय अभिनेत्री ऐश्वर्या राजेश बतौर मुख्य अतिथि शामिल रहीं। उन्होंने होटल के महाप्रबंधक नरेश गुप्ता, प्रबंधक प्रमोद बिष्ट, शेफ महेंद्र अधिकारी, फूड एंड बेवरेज मैनेजर राजेंद्र रावत, तुषार, जेनिल, साइमा, चंद्रशेखर पांडे, नंदन बिष्ट, अमित व विनोद जोशी तथा होटल में रुके सैलानियों के साथ केक मिक्सिंग की शुरुआत की। यह भी पढ़ें : सुबह-सुबह पेड़ पर शव लटका मिलने से फैली सनसनी
जबकि नैनी रिट्रीट होटल में क्लस्टर शेफ सीएस परिहार, शेफ खुशाल सिंह एवं हाल ही में ताज होटल ग्रुप से आए बेकरी शेफ मोहन सिंह नेगी की अगुवाई में होटल के महाप्रबंधक डीएस जीना, महेंद्र राम आर्या, केदार, दीक्षा, राजेंद्र, मुकेश, एफएडंबी मैनेजर विवेक धूलिया, फ्रंट ऑफिस मैनेजर रोहित बिष्ट, भावना, निशा सहित बड़ी संख्या में होटल में ठहरे मेहमानों ने हर्षोल्लास केक मिक्सिंग सेरेमनी में प्रतिभाग किया। यह भी पढ़ें : दो बच्चों के पिता ने किया धोखे में रखकर निकाह, अप्राकृतिक संबंध बनाए, ननदोई ने भी किया दुष्कर्म
उल्लेखनीय है कि केक मिक्सिंग सेरेमनी को क्रिसमस से पहले खुशियों की शुभ शुरुआत के त्योहार के रूप में मनाया जाता है। बताया गया कि केक मिक्सिंग सेलीब्रेशन की परंपरा यूरोप में 17वीें सदी में प्रारंभ हुई थी। यह फसलों के मौसम के आगमन का प्रतीक है। इसके जरिये फसलों को अगली फसल तक के लिए इस आशा के साथ संचित किया जाता है कि यह आगे एक और उपयोगी साल लाएगा। यह नये वर्ष के लिए शुभकामनाएं देने का भी त्योहार है। (डॉ. नवीन जोशी) आज के अन्य ताजा ‘नवीन समाचार’ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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-एक कलाकृति में विश्व को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने वाला इतिहास भी देखा
-देवस्थल पहुंचकर दुनिया की सबसे बड़ी दूरबीनों से किये बह्मांड के दर्शन, वैज्ञानिकों के साथ टेलीस्कोप के बारे में जाना
दान सिंह लोधियाल @ नवीन समाचार, धानाचूली (नैनीताल) 14 फरवरी 2020। । पूर्व नियोजित कार्यक्रम के साथ थाईलेंड की राजकुमारी महाचक्री शिरीनधौर्न उबोलरत्ना बृहस्पतिवार को उत्तराखंड पहुंचीं। यहां काठगोदाम सर्किट हाउस में एक कलाकृति को देखकर वह ठिठक पड़ीं। उत्तराखंड के विश्व को पर्यावरण का संदेश देने वाली इस कलाकृति में महिलाओं को पेड़ों पर लिपटते हुए दिखाया गया है, साथ ही पीछे एक पोस्टर में इससे जुड़े चिपको आंदोलन का पूरा इतिहास भी लिखा गया है। आगे वह देवस्थल पहुँची। जहाँ पर उन्होंने अपने साथ आये वैज्ञानिकों व प्रतिनिधियों के साथ एरीज द्वारा लगाई गई तीनो टेलीस्कोप के बारे में वैज्ञानिकों से जानकारी प्राप्त की, और ब्रह्मांड के दर्शन किए।
गुरुवार को थाईलैंड की राज कुमारी अपने प्रतिनिधि मंडल के साथ गुरुवार को एयर इंडिया के विशेष विमान (एटीआर-72) से दोपहर 1: 50 बजे पंतनगर एयरपोर्ट पहुंचीं। राजकुमारी के साथ 44 सदस्यीय थाई दल भी आया है। एयरपोर्ट पर उनकी अगवानी के लिए डीएम डॉ. नीरज खैरवाल, एसएसपी बरिंदरजीत सिंह सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे। यहां अल्प विश्राम के दौरान एयरपोर्ट परिसर में हर्बल गार्डन देख बेहद प्रभावित दिखीं और करीब दस मिनट वहां गुजारे। बाद में वह नैनीताल जिले के धारी तहसील में स्थित देवस्थल स्थित आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) पहुंची, जहां उन्होंने एशिया की सबसे बड़ी दूरबीन से अंतरिक्ष के नजारे देखे। करीब पौने छः बजे देवस्थल पहुँचने के बाद उन्होंने देवस्थल मंदिर के पास से सूर्यास्त के खूबसूरत नजारा देखा। उसके बाद उन्होंने देवस्थल मंदिर के दर्शन किया। दर्शन कार्यक्रम के बाद एशिया की सबसे बड़ी 3.6मीटर व्यास वाली देवस्थल ऑप्टिकल टेलिस्कोप के बारे में गहनता से जानकारी प्राप्त की करीब आधे घण्टे से अधिक का समय उन्होंने अपने प्रतिनिधि मंडल के साथ गुजारा। बाद में उन्होंने 4 मीटर व्यास वाली इंटर नेशनल लिक्विड मरकरी टेलिस्कोप के बारे में जानकारी प्राप्त की। ततपश्चात देवस्थल में तीसरी 1.3 मीटर व्यास वाली देवस्थल फास्ट ऑप्टिकल टेलिस्कोप से आकाश गंगा में खगोलीय घटनाओं के बारे में देखा व जाना। वही अंत मे भारतीय अधिकारियों व प्रतिनिधि मंडल का धन्यवाद अदा कर भीमताल के लिए उनका काफिला रवाना हो गया। थाई दल में राजदूत शुतिनर्थोन खोंगसक, प्रथम सचिव मिस चंतिंडा किचैवात, मिस कृत्नारांग सिरीस्वैद, मिस वुतीकेर्ति श्रीथांग, द्वितीय सचिव मिस रचनीकॉर्न वेंग्सुकुल, तृतीय सचिव मिस सिरिपोर्न बूनवान, डोमेस्टिक हेल्पर नजरीन पल्सरी, राजनैतिक सहायक एंजेलिना पैट्रिक और विपणन अधिकारी शैंग्रीसो शिमरी आदि थे।
रात्रि 8 बजे तक शून्य डिग्री तापमान में डटे मीडियाकर्मियों पर नहीं पसीजा राजकुमारी का दिल
धानाचूली। थाईलैंड की राजकुमारी उबोल रत्ना ने उन स्थानीय मीडिया कर्मियों से दूरी बनायी रखी, जो शून्य डिग्री तापमान व ठंडी हवाओं के रात 8 बजे तक उनके यहां आगमन को दुनियां को दिखाने के लिए डटे रहे। उन पर राजकुमारी का दिल नहीं पसीजा। इससे मीडिया कर्मी नाराज दिखे। राजकुमारी के प्रतिनिधियों ने मिलना तो दूर उनकी फोटो लेने से भी इंकार कर दिया। उनका कहना था यह निजी कार्यक्रम है, इसमें मीडिया को नही बुलाया गया था।
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-शाही परिवार के 10 से 14 फरवरी के बीच देहरादून नैनीताल व कॉर्बेट आने और जनपद के देवस्थल में लगी एशिया की सबसे बड़ी दूरबीन व एरीज के भ्रमण की संभावना
नवीन समाचार, नैनीताल, 25 जनवरी 2020। फरवरी 2020 में थाईलैंड के शाही दंपति किंग माहा वाजीरलोंग्कॉर्न और क्वीन सुतिडा व राजकुमारी उबोलरत्ना 10 से 14 फरवरी के बीच जनपद मुख्यालय नैनीताल और जिम कार्बेट पार्क रामनगर व देहरादून आ सकते हैं। भ्रमण को लेकर थाई राजदूत चुंटिटोर्न गोंग्सकदी के नेतृत्व में चार सदस्यीय दल यहां दिसंबर माह में यहां आकर व्यवस्थाओं हेतु जानकारियां जुटा चुका है, और क्षेत्र के विभिन्न होटलों का दौरा करने सहित प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर हवाई यातायात सुविधा, होटल व्यवस्था, शाही परिवार व राजकुमारी की सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था समेत कई अन्य मुद्दों पर चर्चा चुका है। दल के सदस्य मुख्यालय के मनु महारानी व अन्य होटलों में भी बात कर गए हैं, अलबत्ता अब तक होटल बुक नहीं किए गए हैं, और प्रशासन भी तय कार्यक्रम न मिलने की बात कर रहा है।
बताया गया कि थाईलैंड की राजकुमारी देहरादून और नैनीताल आना चाहती हैं। विशेष रूप से वह नैनीताल जिले के ओखलकांडा स्थित देवस्थल में लगी एशिया की सबसे बड़ी दूरबीन और नैनीताल के पास मनोरा पीक पर स्थित आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान एवं शोध संस्थान (एरीज) को भी देखना चाहती हैं। बताया गया है कि यहां शाही दंपत्ति व राजकुमारी को राज्य अतिथि की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
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नवीन समाचार, नैनीताल, 1 जनवरी 2019। सरोवरनगरी में नये अंग्रेजी कलेंडर वर्ष व नई दशाब्दी दशाब्दी का जश्न 31 दिसंबर की मध्य रात्रि के बाद भी देर तक चला। नगर के मनु महारानी में ऑल राउंड कलाकार-गायिका अलीशा अरोड़ा के सुरों पर उनके साथ देर रात्रि तक होटल के अतिथि एवं अन्य लोग नाचते-झूमते रहे। रॉयल होटल में भी डीजे पर बजते संगीत पर नृत्य चलता रहा। मध्य रात्रि में जैसे ही घड़ी की सुइयां आपस में एकाकार हुईं, नगर में पटाखे छूटने लगे। लोगों ने शोर मचाकर कमोबेश चीखते हुए नये वर्ष का स्वागत किया और एक-दूसरे को नये वर्ष की बधाइयां व शुभकामनाएं दीं। होटलों में भी नये वर्ष का जश्न देर रात्रि एक-डेढ़ बजे तक चला।
वहीं नये वर्ष कीे पहली सुबह गुनगुनी धूप का सिलसिला रोक कर आसमान में बादल चढ़ आए और तेज शीतलहर चल रही थीं, बावजूद सुबह अनेक लोगों ने नहा-धोकर मंदिरों में देव दर्शन कर नये वर्ष की शुरुआत की। नगर की आराध्य देवी नैना देवी के साथ ही हनुमान गढ़ी सहित नगर के ठंडी सड़क स्थित सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़भाड़ रही। क्रिसमस के बाद से सजे चर्चों में भी लोगों ने शीष झुकाए। वहीं निकटवर्ती घोड़ाखाल मंदिर में भी श्रद्धालुओं की खासी भीड़भाड़ रही। दिन में मौसम बादलों व शीतलहर के साथ अपेक्षाकृत सर्द रहा, बावजूद सैलानी नगर के प्राकृतिक सौंदर्य, नैनी में नौकायन का आनंद लेते देखे गए और नगर में भीड़भाड़ बनी रही।
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-बिन आरसी-हेलमेट नैनीताल पहुंच गए थाइलेंड के युवक
नवीन समाचार, नैनीताल, 31 दिसंबर 2019। नैनीताल में इस बार थर्टी फर्स्ट पर हर ओर से जैसी बेरुखी दिखी, उस के बाद यहां थर्टी फर्स्ट मनाने का बहुतों का जोश ठंडा पड़ गया होगा। आगे आने वाले वर्षों में नगर का यह आकर्षण और ठंडा न पड़ जाए, इसकी बस उम्मीद ही की जा सकती है। न लाइटिंग, न गीत-संगीत, न भीड़-भाड़। लोग ठंड में ठंडे ही रह गए। गनीमत रही कि नगर के मनु महारानी, रॉयल, नैनी रिट्रीट व शेरवानी आदि ने गीत-संगीत के प्रबंध किये थे, अन्यथा नगर में पता भी न चलता कि थर्टी फर्स्ट जैसा कोई खास मौका था भी। चार-पांच वर्ष पूर्व के मुकाबले थर्टी फर्स्ट पर नगर में सैलानियों की संख्या व उत्साह एक तिहाई भी नहीं दिखा। कारण, शायद सबने मान लिया है कि बिना कुछ किए किसी सोये हुए शेर की तरह हिरन आकर उनके मुंह में गिरेगा। वह तो नैनीताल के प्राकृतिक सौंदर्य व ठंडी तासीर है कि लोग-सैलानी इसके आकर्षण में बंधे चले आते हैं। अन्यथा नगर के पर्यटन को बर्बाद करने में किसी ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है।
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उधर कहने को तो पुलिस जगह-जगह खासी सक्रिय रही, किंतु पुलिस व्यवस्था की पोल थाइलेंड के कुछ युवकों ने खोल दी। हुआ यह कि खुद को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र बता रहे थाइलेंड के 10 युवक मॉडीफाइ किए स्कूटरों से बिना हेलमेट पहने पुलिस की रास्ते भर जगह-जगह हो रही चेकिंग को धता बताकर मल्लीताल तक पहुंच गए। गनीमत रही कि यहां पुलिस कर्मियों की नजर उन पर पड़ गई। उनके पास वाहनों की आरसी, इंश्योरेंस आदि के कोई कागजात नहीं थे। वे स्थानीय भाषा भी नहीं जानते थे। फिर भी थर्टी फर्स्ट पर यूपी से लेकर उत्तराखंड तक सक्रिय बताई जा रही पुलिस ने कहीं उन्हें नहीं रोका। यहां मल्लीताल कोतवाली पुलिस ने इनमें से पांच युवकों इधर थाइलेंड से आए पांच लड़कों हारिम, आरफिन, थनासैथ, घनाम एवं कलाबेग के पांच-पांच सौ रुपए के चालान काटे।
यह भी पढ़ें : नये वर्ष के स्वागत के लिए सरोवरनगरी में उमड़े सैलानी, पुलिस ने शुरू की रोक-टोक, होटलियर खफा
नवीन समाचार, नैनीताल, 30 दिसंबर 2019। नैनीताल की पर्यटन नगरी के रूप में पहचान है। सरकार उत्तराखंड को पर्यटन प्रदेश के रूप में प्रचारित करती है। पर्यटकों यानी अतिथियों को देवता कहा जाता है। उत्तराखंड को देवभूमि के रूप में भी प्रचारित किया जाता है। पर्यटक पर्यटन की मूलभूत जरूरत होते हैं। लेकिन राज्य बनने के 19 वर्ष होने के बाद भी हर बार जब भी पर्यटन नगरी में पर्यटकों की आमद बढ़ने की संभावना बनती है प्रशासन पर्यटकों को रोकने के प्रबंध शुरू कर देता है। पर्यटकों को यहां रोका जाएगा, वहां वे आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा। सवाल उठता है पर्यटकों को रोक कर कैसा पर्यटन ? क्यों पर्यटन के लिए मूलभूत सुविधाओं का विकास नहीं किया जाता ? राज्य बनने के 19 वर्षों में सैलानियों के 19 वाहनों को खड़े करने के लिए स्थायी पार्किंग व्यवस्था तैयार नहीं हुई है। जो छिटपुट पार्किंग सुविधाएं बनी हैं वहां शहर के वाहन ही पूरे नहीं आ सकते।
नव वर्ष की पूर्व संध्या पर भी यही स्थिति है। पुलिस ने रोक-टोक शुरू कर दी है। होटल व्यवसायी कमरे खाली होने का रोना रो रहे हैं। उनका कहना है कि प्रशासन के धारा 144 लागू करने के आदेश से भारी गफलत पैदा हुई। पिछले दिनों ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन में जैसा नुकसान मीडिया में रूसी बाइपास पर पार्क की गई वाहनों की फोटो छपने से जैसा नुकसान हुआ, वैसा ही नुकसान धारा 144 की खबर से भी हो गया। बाद में प्रशासन ने 144 पर स्पष्टीकरण भी दिया कि धारा 144 का पर्यटकों से कोई संबंध नहीं है, किंतु तब तक तीर कमान से निकल चुका था और कमान से निकला तीर कभी वापस नहीं आता। इससे गुस्साए पर्यटन व्यवसायी इस बात से भी खफा हैं कि प्रशासन ने अपना प्लान बना लेने के बाद महज ऑपचारिकता के लिए उन्हें बैठक में बुलाया, जिसका उन्होंने बहिष्कार कर दिया। ऐसे में सवाल उठता है प्रशासन व्यवस्थाएं किसके लिए बना रहा है। जिन स्टेक होल्डर्स को विश्वास में लेकर नीति बनानी चाहिए थी। ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन के दौरान भी जो कमी महसूस की गई थी, उस पर इस बार क्या सुधार किये गये। बेहतर व्यवस्था के बजाय रोकटोक नैनीताल के पर्यटन को किस ओर ले जाएगी ?
पुलिस ने किए 100 से अधिक वाहनों के चालान, वसूले हजारों
नैनीताल। सोमवार को तल्लीताल पुलिस ने शराब पीकर वाहन चलाने वालों तथा यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मोटर यान अधिनियम के तहत 60 वाहनों का चालान कर 26,500 रुपए वसूले गए हैं, 5 कोर्ट के चालान एवं एक वाहन को सीज किया है, जबकि एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। कालाढुंगी पुलिस ने 37 वाहनों के चालान कर 19 हजार रुपए संयोजन शुल्क वसूला है, जबकि काठगोदाम थाना पुलिस ने 9 वाहनों के चालान कर तीन हजार रुपए संयोजन शुल्क वसूला है व एक वाहन को सीज किया है।
यह भी पढ़ें : नैनीताल में सैलानियों की रौनक के बावजूद 31 दिसंबर के लिए तमाम उहापोह, होटल व्यवसायी नहीं खुश
-31 दिसंबर को सैलानियों की आवक के लिए भी आश्वस्त नहीं, माल रोड पर लाइटिंग-संगीत का प्रबंध भी नहीं
-प्रशासन के धारा 144 संबंधी आदेश को बता रहे मौजूदा हालात के लिए जिम्मेदार
नवीन समाचार, नैनीताल, 27 दिसंबर 2019। सरोवरनगरी में इन दिनों खिली चटख धूप के लिए सैलानियों की ठीक-ठाक रौनक देखी जा रही है। नैनी झील में भी नौकाओं का मेला लगा है तो सड़कों पर भी वाहन कतार में रुक-रुक कर गुजर पा रहे हैं। माल रोड और मल्लीताल के झील किनारे पेविंग क्षेत्र में भी सैलानियों की खासी भीड़भाड़ है तो केएमवीएन द्वारा संचालित रोपवे व केव गार्डन एवं वन विभाग द्वारा संचालित नैनीताल चिड़ियाघर में भी सैलानियों की अच्छी खासी संख्या पहुंच रही है। परंतु नगर के होटल व्यवसायी इन स्थितियों से खुश नहीं हैं। खासकर वे आगामी 31 दिसंबर को नगर में सैलानियों के अच्छी संख्या में आने के प्रति आश्वस्त नहीं हैं। पूछने पर अधिकांश होटल व्यवसायियों का कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा नगर में धारा 144 लगाने के आदेश की खबरें दिल्ली के अंग्रेजी समाचार पत्रों में प्रकाशित होने का बेहद बुरा प्रभाव पड़ा है। हालांकि प्रशासन इस आदेश के जारी होने के अगले ही दिन इस पर अपना स्पष्टीकरण दे चुका है कि धारा 144 पर्यटकों पर लागू नहीं होगी, बल्कि इसे 31 दिसंबर से पहले रूसी बाइपास पर जरूरी सुविधाओं को तेजी से व्यवस्थित करने के लिए लागू किया गया है।
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होटल व्यवसायियों के अनुसार पहले से हुई बुकिंग भी सैलानियों द्वारा निरस्त करा दी गई हैं। 31 दिसंबर काो 5 दिन शेष रहते कई होटलों में 30-40 फीसद ही बुकिंग हुई हैं। उधर राज्य अतिथि गृह-नैनीताल क्लब में 50 फीसद कमरे बुक हो चुके हैं। ऑनलाइन बुकिंग कराने वाले कुछ होटलों ने अभी से कमरे पैक होने का भी खुलाशा किया है। अलबत्ता, नगर में पार्किंग सुविधाओं की कमी का मुद्दा हर वर्ष उठने के बावजूद इस दिशा में कुछ भी ठोस न होने को लेकर भी होटल व्यवसायियों में नाराजगी देखी जा रही है। होटल व्यवसायी 31 दिसंबर को नगर में आने वाले सैलानियों को बाहर रोके जाने के प्रति भी सशंकित हैं। उनका मानना है कि इससे नगर की पर्यटन के लिहाज से छवि खराब होती है। वहीं नैनीताल होटल एसोसिएशन लगातार तीसरे वर्ष पूर्व में 31 दिसंबर पर नैनीताल में ‘फेस्टिव मूड’ बनाने वाली माल रोड पर लाइटिंग एवं संगीत का प्रबंध नहीं कर रहा है। नगर के मनु महारानी होटल में जरूर हमेशा की तरह 31 दिसंबर की रात्रि गीत-संगीत का प्रबंध किया गया है। अन्य होटल ऐसी कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं। अलबत्ता, कुछ होटलों की दरें 31 दिसंबर के लिए बढ़ी होने की भी जानकारी भी मिल रही है। उधर जिला प्रशासन तेजी से रूसी बाइपास में पार्किंग के साथ आधारभूत सुविधाओं के विकास का दावा कर रहा है। शत्रु संपत्ति मेट्रोपोल होटल की पार्किंग को नगर पालिका के माध्यम से फिर खोल दिया गया है।
यह भी पढ़ें : यहां सर्दियों में हो रहा गर्मियों सा अहसास, थर्टी फर्स्ट से पहले ही उमड़ने लगे सैलानी
नवीन समाचार, नैनीताल, 22 दिसंबर 2019। सरोवरनगरी में पहले दो दशक से भी अधिक समय बाद दिसंबर के पहले पखवाड़े में ही बर्फबारी, अभी भी बर्फबारी के मौजूद नजारे तथा कड़ाके की सर्दी के लिए मशहूर पूस यानी पौष का महीना शुरू हो जाने के बावजूद चटख धूप के साथ सर्दियों में हो रहे गर्मियों का अहसास। इस सब ने सरोवरनगरी में नये वर्ष के स्वागत के लिए पूरा माहौल बना दिया है, और ऐसे माहौल का आनंद उठाने के लिए शहर में सैलानी उमड़ पड़े हैं। इस सप्ताहांत पर नगर में सैलानियों की अच्छी संख्या आगे क्रिसमस व नव वर्ष के मौके पर भी सैलानियों से पैक होने की उम्मीद कर रही है। वैसे भी नगर के होटलों में अभी से नये वर्ष के स्वागत के लिए 50 फीसद से अधिक बुकिंग हो चुकी हैं।
उल्लेखनीय है कि सरोवरनगरी में बीती 12 व 13 दिसंबर को अच्छी बर्फबारी हुई थी। तब गिरी काफी बर्फ अभी भी नगर के निकट ही नैना पीक के पीछे की ओर हिमालय दर्शन के पास काफी मात्रा में मौजूद है, और यहां सैलानी बर्फ में खेलने का भरपूर आनंद ले रहे हैं। वहीं इधर जबकि 16 दिसंबर से कड़ाके की सर्दियों के लिए पहचाना जाने वाला पौष माह लग चुका है, लेकिन बदली मौसमी परिस्थितियों में नगर में पिछले दो दिनों से चटख धूप खिल रही है। ऐसे में नगर में दिन का पारा 13 डिग्री सेल्सियस तक चढ़ा हुआ है, जबकि रात का न्यूनतम तापमान भी 2 डिग्री की बढ़ोत्तरी के साथ 5 डिग्री रहा है। ऐसे में कई बार थोड़े से श्रम, पैदल चलने पर पसीना भी उत्पन्न करते हुए सर्दियों में गर्मियों का अहसास करा रहा है। ऐसे में सप्ताहांत पर सरोवरनगरी नैनीताल सहित आसपास के पर्यटक स्थलों पर सैलानियों की खासी भीड़-भाड़ उमड़ आई है। यहां पर्यटक प्राकृतिक सौंदर्य का दीदार कर पर्यटन नगरी का लुत्फ उठा रहे हैं।, और नगर के ऊंचाई वाले हिस्सों में पहुंचकर बर्फबारी के साथ फोटोग्राफी कर रहे हैं। बताया गया है कि रविवार को रोप-वे से करीब 300 पर्यटकों ने स्नोव्यू पहुंचकर हिमालय के सौंदर्य के दर्शन किये, जबकि केव गार्डन पहुंचने वाले सैलानियों की संख्या 200 रही। नैनीताल-कालाढूंगी मोटर मार्ग स्थित वाटर फॉल में 169 पर्यटकों ने मौज मस्ती की। नैनीताल जू में 429 वयस्क तथा 38 बच्चों ने वन्य जीवों का दीदार किया। साथ ही काफी संख्या में पर्यटक किलबरी, बारापत्थर, टिफिनटॉप, नैनापीक, हनुमानगढ़ी आदि दर्शनीय स्थलों पर पहुंचे।
यह भी पढ़ें : पतझड़ में भी फूलों से गुलजार है शेरवानी हिल टॉप की बगिया…
पहाड़ों पर जहां शरद ऋतु के आगमन के साथ पतझड़ का मौसम आ चुका है। नगर की माल रोड अफगानी चिनार तथा पांगर व पॉपुलर के सूखे पत्तों से पट कर सुंदर दृश्य उत्पन्न कर रही है। वहीं अपनी फूलों की बगिया के लिए मशहूर नगर के शेरवानी हिल टॉप में इन दिनों फूलों की बहार बरकरार है। ऐसे में सैलानियों के लिए शेरवानी हिल टॉप बड़ा आकर्षण बना हुआ है।
यह भी पढ़ें : नैनी रिट्रीट में ‘केक मिक्सिंग सेरेमनी के साथ शुरू हुई ‘क्रिसमस सेलीब्रेशन’ की ट्रीट…
नवीन समाचार, नैनीताल, 11 नवंबर 2019। ‘केक मिक्सिंग सेरेमनी के साथ मुख्यालय से ‘क्रिसमस सेलीब्रेशन’ की शुरुआत हो गई है। सोमवार शाम नगर के नैनी रिट्रीट होटल में प्रमुख शेफ चंदन सिंह परिहार की अगुवाई में केक मिक्सिंग की शुरुआत हुई। इस दौरान बड़ी मात्रा में सूखे मेवों को मसालों व अन्य सामग्री के साथ मिलाकर केक बनाने हेतु सामग्री तैयार की गई। आगे इन मेवों का उपयोग 15 से 20 दिसंबर तक लजीज प्लम केक तैयार किये जाएंगे और उन्हें होटल में आने वाले मेहमानों को परोसा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि केक मिक्सिंग सेरेमनी को क्रिसमस से पहले खुशियों की शुभ शुरुआत के त्योहार के रूप में मनाया जाता है। बताया गया कि केक मिक्सिंग सेलीब्रेशन की परंपरा यूरोप में 17वीें सदी में प्रारंभ हुई थी। यह फसलों के मौसम के आगमन का प्रतीक है। इसके जरिये फसलों को अगली फसल तक के लिए इस आशा के साथ संचित किया जाता है कि यह आगे एक और उपयोगी साल लाएगा। यह नये वर्ष के लिए शुभकामनाएं देने का भी त्योहार है। आयोजन में नैनीताल होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश साह, वेद साह, नैनी रिट्रीट के महाप्रबंधक संजय बाधवा के साथ ही होटल के वित्त प्रबंधक उमेद सिंह राणा, प्रेम मेहरा, रमेश जलाल, कृष्णा बोरा, भूपेंद्र बोरा, संतोष ध्यानी व धीरज उप्रेती के साथ ही बड़ी संख्या में होटल में ठहरे मेहमानों ने भी हर्षोल्लास के साथ प्रतिभाग किया।